दीपक द्विवेदी की किताब ‘इम्पावरिंग द मार्जिन्लाइज्ड’ का उपराष्ट्रपति ने किया विमोचन

नई दिल्ली। दैनिक भास्कर उत्तर प्रदेश के चीफ एडीटर एवं नागरिक फाउन्डेशन के फाउन्डर प्रेसीडेन्ट दीपक द्विवेदी की पुस्तक इम्पावरिंग द मार्जिन्लाइज्ड का विमोचन उपराष्ट्रपति डा. हामिद अंसारी के आवास पर आयोजित एक समारोह में किया गया श्री द्विवेदी द्वारा लिखित इस पुस्तक में यूनाईटेड नेशन्स् समेत कई राष्टीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों द्वारा देश के ग्रामीण क्षे़त्रों को विकसित करने के लिए किये जा रहे विभिन्न प्रयासों को रेखांकित किया गया हैं।

अमित शाह की संपत्ति और मीडिया का भय

Ravish Kumar : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की संपत्ति में तीन सौ फ़ीसदी की वृद्धि की ख़बर छपी। ऐसी ख़बरें रूटीन के तौर पर लगभग हर उम्मीदवार की छपती हैं जैसे आपराधिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि की ख़बरें छपती हैं। कुछ मीडिया ने अमित शाह की ख़बर नहीं छापकर और कुछ ने छापने के बाद ख़बर हटा कर अच्छा किया। डर है तो डर का भी स्वागत किया जाना चाहिए। इससे समर्थकों को भी राहत पहुँचती है वरना प्रेस की आज़ादी और निर्भीकता का लोड उठाना पड़ता। जो लोग चुप हैं उनका भी स्वागत किया जाना चाहिए। बेकार जोखिम उठाने से कोई लाभ नहीं।

अमित शाह की संपत्ति और स्मृति इरानी की डिग्री वाली खबरें टीओआई और डीएनए से गायब!

Priyabhanshu Ranjan : स्मृति ईरानी भी कमाल हैं। 2004 के लोकसभा चुनाव के वक्त अपने हलफनामे में अपनी शैक्षणिक योग्यता B.A बताती हैं। 2017 के राज्यसभा चुनाव में अपने हलफनामे में खुद को B. Com. Part 1 बताती हैं। 2011 के राज्यसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने खुद को B. Com. Part 1 ही बताया था। बड़ी हैरानी की बात है कि 2004 में खुद को B.A बताने वाली स्मृति जी 2011, 2014 और 2017 में खुद को B. Com. Part 1 बताती हैं।

मंत्रीजी की इस एक फोटो से भाजपा की हो रही भरपूर किरकिरी

Yashwant Singh : भारी बारिश में खुद पर छाता तनवा कर पौधे को पानी देने में जुटे हैं मंत्री जी. सही पकड़ा आपने. ऐसा काम भाजपाई नेता ही कर सकते हैं. वैसे, पहले ऐसे अजब गजब काम करने वाले नमूने कांग्रेस में बहुतायत में पाये जाते थे. लेकिन जबसे बीजेपी ने खुद को कांग्रेस बना लिया है, तबसे सारे नमूने इधर शिफ्ट हो गए हैं. ये तस्वीर अपने देश के राजकाज और नीति-नियमों की सुंदर व्याख्या करने में सफल है. ध्यान से फोटो देखिए और थोड़ा खुलकर हंस लीजिए, सेहत पर असर पाजिटिव होगा. आनंदित करने वाले इस शानदार दृश्य को मुहैया कराने के लिए नेता जी और बीजेपी का आभार.

मीडिया हाउसों ने अमित शाह की 300 गुना संपत्ति बढ़ने वाली खबर डिलीट कर दी! (देखें मेल)

Sheetal P Singh : मीडिया दंडवत नहीं बल्कि “डागी” में बदल गया है. जी न्यूज़ चलाने वाले मैनेजमेंट को बाकायदा निर्देश मिले, जिसका उन्होंने बाकायदा पालन किया. बाद में सारे मीडिया ने किया.  निर्देश था कि काली दाढ़ी उर्फ़ अमित शाह की ३०० गुना संपत्ति वृद्धि की खबर तत्काल हर जगह (पोर्टल / टीवी आदि ) से हटा ली जाय.

बीजेपी की हिम्मत नहीं हो रही फूलपुर लोकसभा सीट से केशव मौर्या का इस्तीफा दिलाने की

सपा-बसपा में टूट से चढ़ा सियासी पारा , बीजेपी ने मनोवैज्ञानिक बढ़त ले ली

अजय कुमार, लखनऊ

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश दौरे पर लखनऊ पहुंच भी नहीं पाये थे और यूपी की सियाासत में भूचाल आ गया। सपा के तीन और बसपा के एक एमएलसी ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। सपा-बसपा में टूट ने उन राजनैतिक पंडितों की नींद उड़ा दी जो अपने आप को सियासत की दुनिया का बड़ा खिलाड़ी समझते थे। सपा-बसपा आलाकमान को तो खबर नहीं लगी ही, मीडिया भी इस टूट से सन्न रह गया। बसपा से इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्री और विधान परिषद सदस्य जयवीर सिंह ने तो उसी दिन स्वामी प्रसाद र्मार्या के सामने बीजेपी की सदस्यता भी ग्रहण कर लीक, जिस दिन पार्टी से इस्तीफा दिया था।

दिव्यांगों की अलग से जनगणना कराने की जरूरत, इसके लिये बने आयोग : प्रो. निशीथ राय

सभी दिव्यांगों के लिये आजीविका की टिकाऊ व्यवस्था करके ही उन्हें स्वावलंबी बनाया जा सकता है। इसके लिये दिव्यांगों के बारे में सही आंकड़ों का होना एक बुनियादी जरूरत है। अभी तक के अनुमान दिव्यांगों की सही स्थिति को प्रकट नहीं करते। अतः सरकार को चाहिए कि दिव्यांगों की जनगणना के लिये अलग से एक विशेष आयोग का गठन किया जाय जो दिव्यांगता के विभिन्न पहलुओं के बारे में व्यापक रिपोर्ट तैयार करे।

मनोज टिबड़ेवाल आकाश को मिला देश का प्रतिष्ठित केएम मुंशी अवार्ड

नई दिल्ली : पत्रकारिता के क्षेत्र में देश की अग्रणी संस्था भारतीय विद्या भवन ने शनिवार को एक सम्मान समारोह का आयोजन किया। इसमें डाइनामाइट न्यूज़ के फाउंडर एवं एडिटर-इन-चीफ मनोज टिबड़ेवाल आकाश को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए देश के अति प्रतिष्ठित “कुलपति के.एम. मुंशी अवार्ड” से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें शिक्षाविद् एवं दूरदर्शन के जाने-माने एंकर वेद प्रकाश ने राजधानी नई दिल्ली के, के.एम. मुंशी आडिटोरियम में आयोजित एक भव्य समारोह में दिया।

चला सखी रोप आईँ खेतवन में धानी…. (सुनें)

Yashwant Singh :  भोजपुरी में सावन का एक गीत… चला सखी रोप आईँ खेतवन में धानी…. गाजीपुर के जाने माने होम्यो चिकित्सक डा. एमडी सिंह की एक भोजपुरी रचना को स्वर दिया है डा. अरविंद पांडेय जी ने. दोनों लोग वीडियो पर तस्वीर में दिख रहे हैं. टोपी वाले डा. एमडी सिंह हैं और दाएं वाले अरविंद पांडेय.

समाचार टुडे का सम्मान समारोह आयोजित

यूपी के मुजफ्फरनगर शहर में समाचार टुडे द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शिव कांवड़ मेला-2017 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकारों, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी गौरी शंकर प्रियदर्शी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, रेलवे सलाहकार बॉर्ड की सदस्या डॉक्टर सरिता अग्रवाल और बीजेपी विधायक कपिल देव अग्रवाल को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

जौनपुर के फोटोजर्नलिस्ट अनिल विश्वकर्मा को हुआ कैंसर, मदद की अपील

अनिल विश्वकर्मा
साथियों, तरुणमित्र अखबार के जौनपुर के फ़ोटो ग्राफ़र अनिल विश्वकर्मा कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी के ईलाज के लिये आज मुम्बई के लिये रवाना हो गये. उनकी अभी कच्ची गृहस्थी है. पत्नी व तीन बेटियों का भरा पूरा परिवार है. ईलाज के साथ साथ परिवार के भरण पोषण की भी जिम्मेदारी अनिल जी के ही कन्धों पर है. उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. हमेशा मुस्कुराने वाले अनिल जी कर्मठ, ईमानदार एवं व्यवहार कुशल रहे हैंं.

स्मृति ईरानी की फटकार के बाद पीटीआई ने गलत फोटो देने वाले फोटोग्राफर को नौकरी से निकाला

देश की सबसे बड़ी न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट आफ इंडिया यानि पीटीआई को अपने एक फोटोग्राफर को नौकरी से निकालना पड़ा. फोटोग्राफर ने चेन्नई की बाढ़ की तस्वीरों को गुजरात का बताकर एजेंसी के हवाल कर दिया और एजेंसी ने इसे रिलीज भी कर दिया. जब इस गलती की तरफ किसी ने सूचना-प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी का ध्यान दिलाया तो उन्होंने पीटीआई वालों से ट्विटर पर ही पूछ लिया कि ये बड़ी गलती क्यों की गई? उन्होंने पूछा कि पीटीआई के लोग चेन्नई के बाढ़ की तस्वीरों कों गुजरात का बताकर क्यों प्रचारित प्रसारित कर रहे हैं? इस पर पीटीआई वालों ने खेद जताते हुए कहा कि संबंधित फोटोग्राफर की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.

बनारस में मजीठिया मामले में मीडियाकर्मियों के मुकदमों की फास्ट ट्रैक कोर्ट की तरह होगी सुनवाई

मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी से एक बड़ी खबर आ रही है। यहां जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड के अनुसार वेतन और एरियर को लेकर पत्रकारों व गैर पत्रकारों की लड़ाईं लड़ रहे समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन व काशी पत्रकार संघ की पहल पर अब डीएलसी स्तर तक के सभी तरह के मुकदमों की सुनवाई निर्धारित समय के भीतर पूरी होगी। इस आशय का आदेश जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने शनिवार को समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन व काशी पत्रकार संघ के संयुक्त प्रतिनिधिमण्डल की बातों को सुनने के बाद दी।

मनीष मिश्रा, अनुज परमार और मुकेश कुमार के बारे में सूचनाएं

मुरादाबाद से खबर आ रही है कि मनीष मिश्रा ने अमर उजाला का दामन थाम लिया है। वह अभी तक दैनिक जागरण में डेस्क पर काम करते थे। उन्होंने कानपुर हिंदुस्तान में भी प्रादेशिक डेस्क पर काम किया हुआ है। साल 2011 में कानपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता करने के बाद वह नोएडा में लीगल कंटेंट राइटिंग में काम करने लगे। 2014 में कानपुर में हिंदुस्तान से युवा पत्रकार के तौर पर पत्रकारिता की शुरुआत की। बाद में दैनिक जागरण पहुंचे और अब अमर उजाला के साथ जुड़े हैं।

जेपी ग्रुप के मालिक मनोज गौड़ और अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

इटावा के रहने वाले अरविंद कुमार शोरावल ने जेपी ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है. ये एफआईआर दर्ज कराने के लिए उन्हें पहले कोर्ट जाना पड़ा और कोर्ट के आदेश बाद ही पुलिस ने जेपी ग्रुप के खिलाफ मुकदमा लिखा. अरविंद ने जेपी ग्रुप में एक फ्लैट बुक कराया था, 19 अप्रैल 2014 को. उन्हें अमन थर्ड टावर में फ्लैट दिया गया. इसके लिए उन्होंने जरूरी भुगतान किए. बाद में पता चला कि जुलाई 2015 तक निर्माण ही नहीं शुरू हुआ.

मैं आपको भारत के लोक सेवा प्रसारक ‘दूरदर्शन’ की हकीकत बताता हूं

दूरदर्शन केंद्र जयपुर में कैजुअल स्टाफ के हितों की रक्षार्थ… यूं तो हम सभी जानते हैं कि अधिकतर प्राइवेट कम्पनियों में कार्यरत मजदूरों का शोषण होता ही है परन्तु अगर सरकार के किसी संस्थान, विभाग में ऐसा हो तो बात खटकने की है। स्थिति बदतर तब होती है कि जब आर्थिक व सामाजिक  शोषण के साथ साथ संविधान विरूध्द कार्य शुरू हो जायें। मैं आपको भारत के लोक सेवा प्रसारक “दूरदर्शन” की हकीकत बताता हूं।

दूरदर्शन जयपुर के आठ कैजुअल कर्मियों की नौकरी गई

जयपुर से सूचना है कि यहां दूरदर्शन में कार्यरत आठ कैजुअल कर्मियों को नौकरी से हटा दिया गया है. इनके नाम हैं- गिरीश शास्त्री, मोहित सिंह चौहान, धर्मपाल बैरवा, अशोक कुमार जांगिड़, हर्ष मालपनी, अमित कुमार जांगिड़, अमीषा कुमावत और इंद्रपाल वर्मा. इस घटनाक्रम पर जयपुर दूरदर्शन कैजुअल कर्मचारी यूनियन ने पत्र लिखकर प्रबंधन से नाराजगी जताई है.

संपादक कुछ समझ पाता, उसके पहले ही मालिक के केबिन से बुलावा आ गया…

Abhishek Srivastava : पत्रकारिता की आधुनिक कथा। संपादक ने मीटिंग ली। सबसे कहा आइडिया दो। आजकल आइडिया पर काम होता है, घटना पर नहीं। सबने आइडिया दिया। कोई बोला, सर महंगाई… मने टमाटर ईटीसी। धत्। पागल हो? नेक्‍स्‍ट। सर, इस बार छंटनी पर कर लेते हैं। आइटी कंपनियों में भयंकर संकट है। संपादक अस मुस्‍कराया जस बुद्ध क्‍या मुस्‍कराते। बोले- बच्‍चा, पूरा करियर विशेषांक बंगलोर पर टिका है, आइटी को तो छूना भी मत। राजनीतिक संपादक अब तक चुप थे। जब सारे लौंडों ने आइडिया दे दिया तो उन्‍होंने सिर उठाया- मेरी समझ से हमें आज़ादी के सत्‍तर साल पर एक विशेषांक की तैयारी करनी चाहिए। ओके… संपादक ने कहा… आगे बढि़ए। राजनीतिक संपादक बोलते गए, ”…कि हम क्‍या थे और क्‍या हो गए… जैसा माननीय ने कहा था अभी… कि चीन याद रखे भारत 1962 वाला भारत नहीं है। तो आ‍इडिया ऑफ इंडिया… इस पर कुछ कर लेते हैं।”

कुछ चैनलद्रोही बाथरूम में घण्टों से घुसे बैठे हैं ताकि कहीं कोई पैकेज न पकड़ा दे…

Arvind Mishra : नीतीश के इस्तीफे के बाद टीवी चैनलों का न्यूज़ रूम युद्ध क्षेत्र बन गया… जानिए ग्राउंड जीरो से सूरत-ए-हाल…

लखनऊ के ‘लाइव टुडे’ चैनल के मालिक और प्रबंधन की दादागिरी

 हाल ही में लखनऊ में पैदा हुआ एक चैनल इस क्षेत्र के शुरुआती दौर के पत्रकारों के लिए एक अच्छा प्लेटफ़ार्म बनके उभरा, लेकिन चैनल के मालिक और प्रबंधन की दादागिरी यहां भी चरम पर है। अपने चैनल के माध्यम से दुनिया को नियम कानून याद दिलाने वाले गोमती नगर के लाइव टुडे चैनल ने …

योगी राज में शिक्षा मित्रों ने किया ऐलान- ‘हम बन जाएंगे मुसलमान!’ (देखें वीडियो)

अपनी नौकरी के लिए संघर्षरत शिक्षा मित्रों ने लगता है भाजपा वालों की कमजोर नस पकड़ ली है. तभी तो ये शिक्षा मित्र न्याय न मिलने पर मुसलमान बन जाने का ऐलान कर रहे हैं. इस वीडियो में साफ तौर पर शिक्षा मित्र कह रहे हैं कि अगर उन्हें उनका हक नहीं मिला तो वे मुसलमान बनकर ‘अल्ला हो अकबर’ कहेंगे-करेंगे. संबंधित वीडियो देखने सुनने के लिए नीचे क्लिक करें :

जुझारू पत्रकार के संघर्ष के चलते ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत से ठगी करने वालों पर दर्ज हो सका मुकदमा

ढाई साल पहले घटी एक घटना ने मुझे बेहद आघात पहुंचाया था। शहर के यातायात चौराहे पर यातायात पुलिस बूथ में बैठे वृन्दावन महिला कल्याण समिति के कर्मचारी ने आपके साथी से 80 रुपये लेकर उसे फर्जी ग्रीन कार्ड पकड़ा दिया। यह फ्राड हुआ तो हजारों के साथ लेकिन बात मुझे खल गई। इतनी पढ़ाई लिखाई करने और पत्रकार होने का क्या मतलब, अगर कोई बीच चौराहे पर आपको पुलिस की संरक्षण में ठग ले। मैंने हास, परिहास और उपहास की परवाह किये बिना इस ठगहाई के खिलाफ लड़ने की ठान ली। मेरे दोस्तों, मीडिया के कुछ साथियों, कई अपने लोगों और यहां तक की यातायात पुलिस ने भी मुझे समझाने का प्रयास किया लेकिन मैंने सिर्फ अपने दिल की सुनी।

एक अपने भारत में हैं ‘शरीफ’ नेता मोदी जी, पनामा पेपर्स खा-चबा गए!

Yashwant Singh : एक अपने भारत में हैं ‘शरीफ’ नेता मोदी जी. पनामा पेपर्स ऐसे खा चबा गए, जैसे कुछ हुआ ही न हो. भाजपाई सीएम रमन सिंह के बेटे से लगायत अमिताभ, अडानी आदि की कुंडली है वहां, लेकिन मजाल बंदा कोई जांच वांच करा ले. और, बनेगा सबसे बड़ा भ्रष्टाचार विरोधी. पड़ोसी पाकिस्तान से सबक ले लो जी.

भारतीय राजनीति का निहायत खूंखार और ‘किलर इंस्टिंक्ट’ वाला मोदी-शाह युग!

Amitaabh Srivastava : कांग्रेस कमाल की पार्टी हो गई है। हमेशा दूसरों पर आरोप, आत्ममंथन से सख्त परहेज़। बीजेपी पर आरोप लगा रही है कि गुजरात में 10-10 करोड़ में उसके विधायक खरीद रही है। आपके विधायकों का ईमान इतना ढुलमुल है, यह ज़्यादा बड़ी चिंता नहीं होनी चाहिए? कितने जहाजों में कितनी बार फेरे लगेंगे टोली बचाये रखने के लिए? कहां गयीं वो वफादारी की बातें? राहुल गांधी फिर कह देंगे हमें सब पहले से ही मालूम था।

अभियंता का आफिस में सिगरेट पीते वीडियो बनाने पर युवक पहुंचा हवालात (देखें वीडियो)

कानपुर देहात के सिकंदरा पावर हाउस में तैनात बिजली विभाग के अभियन्ता को अपने ऑफिस में ड्यूटी के दौरान सिगरेट पीते हुए स्थानीय कस्बा निवासी शीलू कटियार पुत्र वीरेंद्र कटियार ने वीडियो बना लिया. शीलू बिजली बिल के सम्बंध में पावर हाउस गया था। उसने अभियन्ता को आफिस में सिगरेट पीते हुए देखा तो उसने वीडियो बना लिया। जब अभियंता ने उसे रोका तो कहा कि सरकार बदल गयी है, मुख्यमंत्री जी का आदेश भी है कि सरकारी कार्यालयों में धूम्रपान निषेध है।

शशि शेखर जी, आपके अखबार ने ‘इंसाफ इंडिया’ संग जो नाइंसाफी की है, क्या उसकी भरपाई करेंगे?

‘इंसाफ इंडिया’ एक समाजिक न्याय पर काम करने वाला संगठन है. लेकिन दैनिक हिन्दस्तान अखबार ने इसे सिमी की तर्ज पर उभरता हुआ संगठन बता कर लंबा चौड़ा आर्टकिल छाप दिया. इस संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि हिंदुस्तान अखबार ने खबर में संगठन पर कई गंभीर, मंगढ़त और बेबुनियाद आरोप लगाए हैं. इसके चलते अखबार प्रबंधन को लीगल नोटिस भेजा गया है.

दैनिक जागरण चंडीगढ़ से चार का तबादला, दो का इस्तीफा

चार महीने में वेंटीलेटर पर पहुंच गया दैनिक जागरण चंडीगढ़ :  दैनिक जागरण चंडीगढ़ से खबर है कि नये सिटी चीफ की कार्यप्रणाली से लगातार गिर रहा है जागरण सिटी का ग्राफ. डा. सुमित ने अपने साथ नये कर्मचारी लाकर उनको मोटा वेतन लगवाया. इसके बाद जागरण सिटी के चार पुराने कर्मचारियों संजीव सलारिया, साजन शर्मा, बालादत्त पुजारी, अविनाश का ट्रांसफर करवाया. इसके बाद पुराने कर्मचारी जो रह गए थे, उनको तंग करना शुरू कर दिया. तब दो कर्मचारी सुशील और अमित गाौतम को मजबूरी में दैनिक जागरण से त्यागपत्र देना पड़ा.

खबर छपने पर पश्चिम बंगाल के सांसद ने रिपोर्टर को भेजा नोटिस

द संडे गार्जियन के संवाददाता कुंदन झा ने एक खबर का प्रकाशन किया. इसके बाद पश्चिम बंगाल के सांसद अभिषेक बनर्जी ने रिपोर्टर को धमकाया कि वो उसके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा करेंगे. अपने कहे पर अमल करते हुए सांसद ने अखबार और रिपोर्टर को कानूनी नोटिस भी भेज दिया है. कुंदन झा का कहना है कि उन्होंने अपने स्तर पर की गई खोजबीन और मिली जानकारियों के आधार पर खबर का प्रकाशन किया. पर सांसद ने जिस तरीके से उन्हें धमकाया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है.

शातिराना अंदाज़ से मीडिया को बदनाम करने की साजिश

देश की आज़ादी से लेकर वर्तमान विकास तक जिस पत्रकारिता ने अपना अमूल्य योगदान दिया उसके साथ ही देश के संविधान ने सौतेला व्यवहार किया। यह संस्था वह कभी नहीं पा सकी स्थान नहीं पा सकी जिसकी यह हकदार थी।इस संस्था को पता ही नहीं चला कि कब इसके लोगों ने पत्रकारिता की पीठ में खंज़र भोंक दिया।आज भी चौथा स्तम्भ का अस्तित्व प्रसादपर्यंत है। आज चारों ओर पत्रकारिता के पेशे को बहुत ही घटिया नज़र से देखा जाने लगा है। जब कि आज भी यदि देश में कुछ अच्छा हो रहा है तो उसका पूरा श्रेय मीडिया को ही जाता है। लेकिन जो कुछ भी बुरा हो रहा है उसके लिए भी मीडिया ही जिम्मेदार है।

अंकित भट्ट की नई पारी, पु्ष्पेंद्र वैद्य का तबादला, आशीष व्यास का प्रमोशन और पंकुल शर्मा पर हमला

अंकित भट्ट ने ईटीवी उर्दू के साथ नई पारी की शुरुआत की है. उन्हें ईटीवी उर्दू का जम्मू में संवाददाता बनाया गया है. अंकित अभी तक जेके चैनल दिल्ली के लिए काम करते थे. अंकित भट्ट जम्मू-कश्मीर के युवा पत्रकार हैं. ईटीवी जम्मू टीम ने अंकित का स्वागत किया है. अंकित साधना प्राइम न्यूज के लिए उत्तराखंड में काम कर चुके हैं. वे टीवी100 देहरादून को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

शिवेंद्र सिंह, पवन कुमार, अमर मौर्या, कंचन गुप्ता, अंबेश बाजपेयी के बारे में सूचनाएं

वाराणसी से खबर है कि अमर उजाला के सेल्सहेड एसपी सिंह ने जिन्दगी-मौत से जूझ रही मां की सेवा में समर्पित अपने विभागीय सहकर्मी लंका सेंटर के सीआई शिवेन्द्रसिंह को संस्थान की नौकरी से निकाल कर मानवीय संवेदना को शर्मसार कर दिया है। शिवेन्द्र के अनुसार उनकी मां की दोनों किडनी खराब हो गयी है, स्थानीय हास्पिटल में भर्ती है, इकलौती संतान होने से दिनरात माताजी की सेवा करने के कारण वे पिछले 12 दिनों से कार्यालय नहीं जा पाए। इसकी सूचना सेल्सहेड को मैसेज कर दे दी थी। छुट्टी लेने के बावजूद भी वे मौका मिलते ही सुबह अपने सेंटर पर जाकर अपनी ड्यूटी कर लेते थे। 14 जुलाई को आफिस जाने पर सेल्सहेड एस पी सिंह ने टर्मिनेशन लेटर देकर कहा ‘जाओ मौज करो’। सेल्स हेड के इस बर्ताव से शिवेन्द्रसिंह को मर्मान्तक पीड़ा हुई है।

मोदी राज में हगने पर भी जीएसटी!

Yashwant Singh : शौचालय जाने पर जीएसटी वसूलने वाले आज़ादी के बाद के पहले प्रधानमंत्री बने मोदी। पंजाब में रोडवेज बस स्टैंड पर सुलभ शौचालय की रसीद है ये। 5 रुपये शौच करने का चार्ज और एक रुपया जीएसटी। कुल 6 रुपये। महंगाई इतनी, गरीब खा न पाए, और, अगर हगने जाए तो टैक्स लिया …

मूर्खों का लोकतंत्र मुबारक!

बिहार में सता और सियासत के उठापटक पर एफबी पर लिखे-बांचे गए सैकड़ों स्टेटस-कमेंट्स में से मुझे झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार विष्णु राजगढ़िया भाई की ये वाली टिप्पणी सबसे शानदार लगी. उनकी बिना अनुमति लिए अपने वॉल / पोर्टल पर अपलोड कर रहा हूं. -यशवंत, एडिटर, भड़ास4मीडिया


Vishnu Rajgadia : मूर्खों का लोकतंत्र मुबारक! बिहार की दुर्दशा के असल कारण खोजिये. पहले बीजेपी धारा अलग थी, समाजवादी धारा अलग. कांग्रेस के खिलाफ 1977 में दोनों एक हो गए. फिर अलग हो गए. समाजवादी खुद भी बिखर गए. लालू अलग, नीतिश अलग. भाजपा के खिलाफ लालू-कांग्रेस एक हो गए। उधर लालू के खिलाफ बीजेपी-नीतीश मिल गए. फिर बीजेपी-नीतीश भी अलग हो गये.

चैनल वाली महिला पत्रकार ने रेप की कंप्लेन की, सीनियर न्यूज एडिटर हुआ गिरफ्तार, नौकरी भी गई

मामला भारत का ही है. लेकिन चैनल हिंदी का नहीं, एक मलयालम भाषी न्यूज चैनल का है. माथरुभूमि चैनल में काम करने वाले सीनियर न्यूज एडिटर और एंकर अमल विष्णुदास के खिलाफ यहीं काम करने वाली एक महिला पत्रकार ने पुलिस को लिखित शिकायत दी कि अमल विष्णुदास ने उसके साथ शादी की बात कहकर कई बार यौन शोषण कि. पुलिस ने फटाफट आरोपी जर्नलिस्ट के खिलाफ रेप, चीटिंग,  धमकी आदि के आरोप में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया.

योगी सरकार ने पत्रकार दीपक शर्मा और आजतक वालों को दे दी बड़ी राहत

आजतक न्यूज चैनल पर प्रसारित मुजफ्फरनगर दंगा स्टिंग आपरेशन की जांच के लिए बनी यूपी विधानसभा समिति को योगी सरकार ने भंग कर दिया है. इससे पत्रकार दीपक शर्मा, जिनके नेतृत्व में स्टिंग किया गया था और जिन्हें इसी स्टिंग के कारण आजतक से जाना पड़ा था, ने राहत की सांस ली है. साथ ही आजतक के मालिक अरुण पुरी समेत आधा दर्जन से ज्यादा आजतक के संपादकों-पत्रकारों को भी बार-बार लखनऊ जाने और दंडित होने की आशंका से आजादी मिल गई है.

एनडीटीवी से हटाए जाने वाले मीडियाकर्मियों की संख्या 100 के पार हो गई

एक बड़े मीडिया संस्थान में मीडियाकर्मियों की छंटनी की जा रही है और पूरा मीडिया जगत चुप्पी साधे है. खासकर वो लोग भी जो दूसरों जगहों पर छंटनी या बंदी के सवालों पर मुखर होकर अपने यहां स्क्रीन काली कर प्राइम टाइम दिखाते थे. एनडीटीवी के लोग इस छंटनी के पक्ष में भांति भांति के तर्क दे रहे हैं लेकिन सवाल यही है कि क्या दूसरों को नसीहत देने वालों को अपना घर ठीक-दुरुस्त रखने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.

बर्खास्त मीडियाकर्मी ने प्रभात खबर प्रबंधन की श्रम विभाग में की शिकायत, दोनों पक्षों के बीच हुई बहस

प्रभात खबर के अमरेन्द्र कुमार की बर्खास्तगी मामले की सुनवाई झारखंड के दुमका में 24 जुलाई को हुई. अमरेंद्र कुमार ने लिखित कंप्लेन की थी. इस शिकायत पर डीएलसी संथाल परगना ने प्रभात खबर प्रबंधन को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया था। प्रबंधन की तरफ से अजय शर्मा, नवीन सिन्हा और बादल गोराई उपस्थित हुए. शिकायतकर्ता अमरेन्द्र ने पूछा कि स्टेन्डिग आर्डर एक्ट 1946 के किस नियम के तहत उनकी बर्खास्तगी लेटर निर्गत हुआ, इसे बताया जाए.

यूपी में बीजेपी की सियासी बेचैनी : अखिलेश, माया और राहुल मिल कर दे सकते हैं मात!

संजय सक्सेना, लखनऊ

उत्तर प्रदेश में बीजेपी लगातार जीत का परचम फहराती जा रही है। यूपी में उसकी सफलता का ग्राफ शिखर पर है, लेकिन शिखर पर पहुंच कर भी बीजेपी एक ‘शून्य’ को लेकर बेचैन नजर आ रही है। उसे चुनावी रण में हार का अंजाना सा डर सता रहा है। इस डर के पीछे खड़ी है अखिलेश-माया और राहुल की तिकड़ी, जो फिलहाल तो अलग-अलग दलों से सियासत कर रहे हैं, मगर मोदी के विजय रथ को रोकने के लिये तीनों को हाथ मिलाने से जरा भी गुरेज नहीं है। बीजेपी का डर लखनऊ से लेकर इलाहाबाद तक में साफ नअर आता है। असल में 2014 के लोकसभा चुवाव मे मिली शानदार जीत का ‘टैम्पो’ बीजेपी 2019 तक बनाये रखना चाहती है।

एनडीटीवी का मालिक दूध का धुला ना हो तो भी सरकार को सबसे ज़्यादा दिक्कत उसी से है!

Nitin Thakur : सब जानते हैं कि एनडीटीवी की छंटनी किसी पूंजीपति के मुनाफा बढ़ाने का नतीजा नहीं है. वो किसी नेटवर्क18 या ज़ी ग्रुप की तरह मुनाफे में होने के बावजूद लोगों को नहीं निकाल रहा. एनडीटीवी एक संस्थान के बिखरने की कहानी है. यही वजह है कि उनका कोई कर्मचारी मालिक को लेकर आक्रोशित नहीं है. वो जानते हैं कि उनसे ज़्यादा ये मुसीबत संस्थान के प्रबंधन की है. बावजूद इसके किसी को तीन महीने तो किसी को छह महीने कंपन्सेशन देकर विदा किया जा रहा है.

न्यूज11 के शहीद चैनल हेड की लिस्ट में संजय मिश्र का नाम भी जुड़ा

रांची : नवम्बर 2009 में झारखण्ड के विवादित मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और उनके सहयोगी विनोद सिंहा द्वारा राँची से शुरू किए गए चैनल न्यूज11 का मालिकाना हक जब से विवादित पत्रकार अरूप चटर्जी को मिला है, चैनल में शहीद होने वाले चैनल हेड की लिस्ट साल दर साल लंबी होती चली जा रही है. इस लिस्ट में नया नाम जुड़ा है वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्र. संजय कभी सहारा समय-बिहार/झारखण्ड के चैनल हेड हुआ करते थे. सहारा समय के जमाने में अरूप चटर्जी खुद संजय मिश्र की टीम में रांची ब्यूरो में एक पत्रकार हुआ करता था. सूत्रों की मानें तो संजय मिश्र काफी समय से अरूप के व्यक्तिगत व्यवहार से नाराज चल रहे थे.

टीवी9 में मेरा शो राजनीतिक कारणों से बंद किया गया, मुकदमा ठोकूंगा : निखिल वागले

वरिष्ठ मराठी टीवी पत्रकार निखिल वागले का कहना है कि टीवी9 पर प्रसारित होने वाला उनका प्राइम टाइम शो राजनीतिक कारणों से बंद कर दिया गया है. अपने शो के बारे में वागले ने कहा कि शो के अभी दो माह हुए थे. ऐसे में टीवी9 ने शो को बंद करके अनुबंध का उल्लंघन किया है. वागले के मुताबिक वे यूं ही नहीं चुप बैठेंगे. पूरे मामले को वे हाई कोर्ट लेकर जाएंगे.

खुद अपनी तारीफ लिख और इसे विज्ञापन के रूप में छपवा कर मुकेश सिंह नामक शख्स साहित्यकार बन गया!

लोग जाने कौन कौन सा रोग पाल लेते हैं. खासकर वे लोग जो पैसा तो कमा लिए हैं, पर उनके दिल की कामना पूरी नहीं हुई. किसी की इच्छा साहित्यकार बनने की होती है तो किसी की सेलिब्रिटी. ऐसे में ये लोग अपनी आरजू के लिए भरपूर पैसा बहाकर खुद से ही खुद को साहित्यकार / सेलिब्रिटी घोषित कर लेते हैं.

ईमानदार पत्रकारों की इतनी बुरी हालत मैंने पहले कभी नहीं देखी : प्रभात डबराल

Prabhat Dabral : कई महीनों बाद कल रात प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया गया…मंगलवार के बावजूद बड़ी भीड़ थी…कई पत्रकार जो आमतौर पर क्लब नहीं आते, कल आये हुए थे क्योंकि कल संसद में शपथग्रहण था, संसद भवन में पार्किंग बंद थी इसलिए कईयों ने प्रेस क्लब में गाड़ी खड़ी कर दी थी….जाते जाते एकाध टिकाने का लोभ ज़्यादातर पत्रकार छोड़ नहीं पाते…अपने ज़माने में भी ऐसा ही होता था…स्टोरी लिखने के बाद सबसे ज़रूरी काम यही होता था….देखकर अच्छा लगा कि पत्रकारों में जिजीविषा अभी बाकी है…

Lipstick Under My Burkha : दैहिक मुक्ति को असली मुक्ति मान बैठीं ये संभोगरत स्त्रियां! (दो समीक्षाएं)

Mukesh Kumar : अलंकृता श्रीवास्तव को ढेर सारी बधाईयाँ। शायद एक स्त्री ही किसी स्त्री के अंदर पलने वाली हसरतों और चलने वाली कशमकश को इतनी बारीकी से फिल्मा सकती है। इतनी बेचैनी, इतनी छटपटाहट कि कुछ भी करने को तैयार। हर तरह की चौहददियों को लाँघने के लिए बेक़रार। और मर्द हैं कि हर जगह रास्ते रोकते हुए खड़े हैं। उन्हें मंज़ूर नहीं है कोई औरत उनके नियंत्रण से बाहर निकलकर अपनी इच्छाएं पूरी करे। कहीं वह सेक्स को हथियार बनाता है, कहीं धर्म को तो कहीं उसे छलकर दबाने की कोशिश करता है।

नोएडा में स्थापित चीन की मोबाइल कंपनी विवो से 500 कर्मी बाहर निकाले गए

Satyendra Pratap Singh : नोएडा में चीन की मोबाइल कंपनी विवो की फैक्टरी है। कंपनी ने पिछले 2 महीने में 500 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है। कल जब 50 लोगों को निकाला गया तो लोग विरोध प्रदर्शन पर उतारू हो गए। पहले तो आफिस के बाउंसरों, सुरक्षा कर्मियों ने विरोध करने वालों को कूटा। फिर पुलिस बुला ली गई। थानेदार ने बीच बराव किया। थानेदार ने निर्देश भी दिया कि आपस में बीच बराव कर लें। कंपनी का कहना है कि वह कंसालिडेशन कर रही है। यह कारोबार का हिस्सा है। कर्मचारी कह रहे हैं कि बगैर नोटिस के निकाला जा रहा है (जैसे ससुर को 1 महीना पहले कंपनी ने नोटिस दे दिया होता तो कुछ उखाड़ लिए होते)।

जर्नलिस्ट बनाम जंगलिस्ट : ऐसे संपादक लिखते कम, चीखते ज्यादा हैं…

दरअसल यह किस्सा मेरी पत्रकारिता की जिंदगी से जुडा है लेकिन उस वक्त मै इसका मतलब नही समझ पाया था..बात 14 अक्टूबर 1996 की है..पत्रकार बनने की गरज से मैं उस वक्त के एक फायर ब्रांड टैबलायड न्यूज पेपर के दफ्तर पहुंचा.. उस वक्त अखबार के संपादक रहे स्व. राजेश विद्रोही जी से मुलाकात हुई.. संपादक के नाम एक पत्र लिखवाकर देखा औऱ फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या बनोगे- जर्नलिस्ट या जंगलिस्ट.. विद्रोही जी बड़े गजलकार थे. उनके शेर व्यवस्था पर गंभीर चोट करने वाले होते थे. लिहाजा मुझे उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी… मैं शांत हो गया..

‘ओके इंडिया’ न्यूज चैनल की हालत खराब, कर्मचारी सेलरी के लिए तरस रहे

ओके इंडिया न्यूज चैनल में कार्यरत कर्मी सेलरी के लिए तरस रहे हैं. यहां कार्यरत स्वप्निल मिश्रा ने बताया कि उनकी दो महीने की सेलरी बाकी है लेकिन प्रबंधन उन्हें सेलरी नहीं दे रहा. स्वप्निल के मुताबिक ओके इंडिया न्यूज चैनल का मालिक अपने इंप्लाइज के साथ मिसबिहैव करता है. वह लोगों को डरा कर …

अमर उजाला बुलंदशहर से हटाए गए दो पत्रकार, रोहित और नीरज की नई पारी

खबर है कि अमर उजाला बुलंदशहर से दो पत्रकारों को हटा दिया गया है. चर्चा है कि अमर उजाला प्रबंधन ने वसूली के विवाद को लेकर शाहनवाज और प्रद्युम्न कौशिक को हटाया है. लेकिन बताया जा रहा है कि जो असल आरोपी है मुकेश, उसे प्रबंधन ने बख्श दिया है. शाहनवाज और प्रद्युम्न को सिर्फ इसलिए हटाया गया क्योंकि इन लोगों ने वसूली के रैकेट का खुलासा कर दिया था.

विप्लव अवस्थी और अमर आनंद ने ‘समाचार प्लस’ चैनल को किया गुडबाय

समाचार प्लस चैनल से खबर है कि यहां से बड़े पैमाने पर स्टाफ पलायन कर रहा है. एंकर गरिमा वत्स के बाद विप्लव अवस्थी और अमर आनंद भी चैनल का साथ छोड़ दिया है. विप्लव ने नई पारी की शुरुआत नेशनल वायस चैनल के साथ की है. उन्हें नेशनल वायस में एसोसिएट एडिटर (पोलिटिकल अफेयर्स) बनाया गया है. समाचार प्लस में विप्लव सीनियर स्पेशल करेस्पांडेंट हुआ करते थे. वह मीडिया में 15 साल से हैं. वे न्यूज एक्सप्रेस, यूएनआई, सीएनईबी, दैनिक जागरण, एस1 न्यूज आदि जगहों पर काम कर चुके हैं.

वर्किंग आवर में मोबाईल में बिजी SBI कर्मचारी, 4 दिन में भी नहीं खुला खाता (देखें वीडियो)

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हबीबगंज ब्रांच के SBI बैंक का स्टिंग सामने आया है। यह स्टिंग बैंक में खाता खुलवाने कई दिनों से भटकती एक महिला ने किया है। दरअसल महिला का खुद का खाता इसी ब्रांच में है। लेकिन जब वे अपने बच्चे का खाता खुलवाने आईं तो उन्हें घण्टो इंतजार करवाया गया। कभी स्टाफ न होने की बात कही गई तो कभी काम अधिक होने का हवाला दिया। थककर उन्होंने इस तरह की हरामखोरी को उजागर करने का फैंसला किया।

अपनी ही पार्टी की महिला के चरित्रहनन में फंस गईं सपा नेत्री पंखुड़ी पाठक! (देखें वीडियो)

पिछले साल आगरा में अखिलेश यादव गए तो उन्होंने एक युवती के कैंसर पीड़ित पिता की मदद कर दी. तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव की दरियादली से प्रभावित होकर युवती जूही प्रकाश ने स्वेच्छा से सोशल मीडिया पर अखिलेश सरकार का गुणगान शुरू कर दिया. जाने क्या हुआ कि जूही प्रकाश की ये सक्रियता सपा की एक महिला नेत्री और समाजवादी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक को नागवार गुजरी. आरोप है कि पंखुड़ी ने चिढकर जूही प्रकाश को नीचा दिखाने का षड्यंत्र रच दिया.

असली दबंग आईपीएस : जो न सीएम से डरा, न नेताओं से झुका (देखें वीडियो)

इसे असली दबंग कहते हैं. यह आईपीएस अफसर न सीएम से डरता है और न ही सीएम के पिता यानि नेताजी के धमकाने पर झुकता है.

यूपी पुलिस से डरने के लिए इन क्लिप्स को देखना ही काफी है (देखें वीडियो)

पुलिस वैसे तो जनता की सुरक्षा और भले के लिए होती है लेकिन असल लाइफ में इसका रोल बिलकुल बदल गया है. खासतौर पर यूपी में तो पुलिस का मतलब ही होता है सारे बुरे कामों को करने वाले और सारे बुरे कामों को करने वालों को संरक्षण देने वाले लोगों का महकमा. इन वीडियोज को देखिए जो अलग-अलग घटनाओं को एक कर बनाए गए हैं. क्या इसे देखने के बाद भी आप यूपी पुलिस से डरना नहीं शुरू करेंगे?

संगीत से भरे इस शख्स को सुनिए तो जरा! (देखें वीडियो)

जेएनयू से पढ़े लिखे प्रत्यूष पुष्कर बहुमुखी प्रतिभा के धनी है. वे संगीत, कविता, अध्यात्म, कला, साहित्य, विज्ञान, मनोविज्ञान, स्पेस, समुद्र, जीव, प्रकृति हर क्षेत्र के बारे में जानते हैं, और ज्यादा जानने के लिए उत्सुक रहते हैं. प्रत्यूष बिना साज-सज्जा, बिना तैयारी भी विलक्षण होते हैं, गाते-बजाते-सुनाते.

भास्कर की मजेदार रिपोर्टिंग : चीन सीमा विवाद पर जयपुर के शिप्रापथ थाना प्रभारी कार्रवाई करेंगे!

सोशल मीडिया पर आजकल दैनिक भास्कर में छपी एक खबर की कटिंग धूम मचाते हुए घूम रही है. इस न्यूज कटिंग में चीन सीमा विवाद पर खबर है और लास्ट में जयपुर के शिप्रापथ थाना प्रभारी मुकेश चौधरी का बयान है कि ”अभी मामले की जांच की जा रही है और लापरवाही सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.”

सवा चार करोड़ जमा कराने के बाद छूटे आम्रपाली के सीईओ और एमडी, अब अनिल शर्मा जेल जाएगा

रीयल इस्टेट कंपनी आम्रपाली का भगोड़ा मालिक अनिल शर्मा वैसे तो हजारों निवेशकों का पैसा दाबे बैठा है और खुद के पास पैसा न होने का रोना रोते हुए लोगों को उनका घर नहीं दे रहा है लेकिन जब उसका दामाद, जो आम्रपाली का सीईओ भी है, और एक डायरेक्टर गिरफ्तार होता है तो फौरन वह चार करोड़ 29 लाख रुपये जमा करवा देता है. आखिरकार 4 करोड़ 29 लाख जमा करने के बाद छूट गए आम्रपाली ग्रुप के दोनों पदाधिकारी. पार्ट पेमेंट के लिए कंपनी के पदाधिकारी कर रहे थे प्रशासन से अनुरोध, लेकिन पूरी पेमेंट जमा करने पर अड़ गए एडीएम दादरी अमित कुमार. अंततः पूरी पेमेंट जमा करवा कर ही आम्रपाली के दोनों लोगों को रिहा किया गया.

एनडीटीवी ने 70 कर्मचारियों को निकाला, रवीश कुमार ने चुप्पी साधी

हर मसले पर मुखर राय रखने वाले पत्रकार रवीश कुमार अपने संस्थान एनडीटीवी के घपलों-घोटालों और छंटनी पर चुप्पी साध जाते हैं. ताजी सूचना के मुताबिक एनडीटीवी ने अपने यहां से छह दर्जन से ज्यादा मीडियाकर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इनमें से ज्यादातर तकनीकी कर्मी हैं. करीब 35 तो कैमरामैन ही हैं. बाकी टेक्निकल स्टाफ है. वे कैमरामैन में जो पहले एडिटोलियल टीम के सदस्य थे, अब एचआर ने उन्हें टेक्निकल स्टाफ में कर दिया है.

28 सांसदों की शिकायत के बाद राज्यसभा ने भेजा सुदर्शन न्यूज चैनल को नोटिस

हिंदू सांप्रदायिकता की आड़ में धंधेबाजी और व्यभिचार करने वाला सुरेश चह्वाणके को राज्यसभा की तरफ से नोटिस भेजा गया है. इस नोटिस में कहा गया है कि 28 सांसदों ने लिखित शिकायत की है कि सुदर्शन न्यूज चैनल ने उनकी मानहानि करते हुए धमकाया. नोटिस में 28 जुलाई तक सुदर्शन न्यूज चैनल को अपना पक्ष रखने को कहा गया है. अगर पक्ष नहीं रखा जाता है तो एकपक्षीय रूप से ही राज्यसभा के चेयरमैन इस मामले को देखकर अपना फैसला सुनाएंगे.

डॉ हरिवंश राय बच्चन के सबसे योग्य शिष्य थे कवि अजितकुमार!

चित्तौड़गढ़ । सुप्रसिद्ध हिंदी कवि और साहित्यकार अजितकुमार के निधन पर संभावना संस्थान ने शोक व्यक्त किया है। संस्थान की एक बैठक में अध्यक्ष डॉ के सी शर्मा ने कहा कि पिछली पीढ़ी के बड़े हिंदी साहित्यकार का निधन दुखद है। अजितकुमार ऐसे लेखक थे जिन्हें बचपन में सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, महादेवी वर्मा और सुमित्रानन्दन पंत जैसे महान लेखकों का सान्निध्य मिला था। डॉ कनक जैन ने कहा कि हिंदी जगत उन्हें डॉ हरिवंश राय बच्चन के सबसे योग्य शिष्य के रूप में भी जानता है। उन्होंने महाकवि बच्चन की रचनावली का सम्पादन किया था।

गोरखपुर के लालजी भ्रमर और उनके सहयोगियों ने अखबारों से किए कई फ्रॉड, जांच की मांग

शिकायत/जांच

सेवा में,
प्रमुख सचिव
नगर विकास
उ0प्र0 शासन, लखनऊ।

विषय :-अप्रसारित समाचार पत्रों के जालसाजी व धोखाधड़ी करके विज्ञापन प्रकाशित कर लिये गये भुगतान की रिकवरी किये जाने व विधिक कार्यवाही के सम्बन्ध में।

महोदय,

गूगल ने यूट्यूब से वीडियो एडिटर और फोटो स्लाइड शो फेसिलिटी 20 सितंबर से हटाने की घोषणा की

यूट्यूब के दो बेहद लोकप्रिय टूल 20 सितंबर से गायब हो रहे हैं. गूगल ने यूट्यूब वीडियो एडिटर और यूट्यूब फोटो स्लाइड शो को 20 सितंबर से गुडबाय करने का ऐलान कर दिया है. इस बाबत एक संदेश यूट्यूब वीडियो एडिटर का इस्तेमाल करने के दौरान टॉप पर प्रकट होता है. इसमें लिखा गया है-

भगोड़ा आम्रपाली बिल्डर अनिल शर्मा का दामाद गिरफ्तार, हेड आफिस सील

भगोड़ा बिल्डर अनिल शर्मा

दिवालिया हो चुकी रीयल इस्टेट कंपनी आम्रपाली से खबर आ रही है कि इसके भगोड़े मालिक अनिल शर्मा के दामाद ऋतिक सिन्हा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. यह कार्रवाई लेबर सेस नहीं चुकाने पर किया गया है. साथ ही साथ आम्रपाली का ऑफिस भी सील कर दिया गया है. आम्रपाली बिल्डर अनिल शर्मा के दामाद के अलावा एक अन्य पदाधिकारी निशांत मुकुल को भी अरेस्ट कर जेल भेजे जाने की खबर है.

स्टार इंडिया के सीईओ उदय शंकर समेत दस के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा

Star India CEO Uday Shankar (File Photo)

NSTPL v. Star India Pvt. Ltd. & Ors

Hon’ble Court of Chief Metropolitan Magistrate, Patiala House, New Delhi, has order FIR to be registered against broadcaster Star India, Uday Shankar and 9 other senior officers of Star for cheating under Section 418 and 420 of IPC.

रोज़नामा राष्ट्रीय सहारा में उथल पुथल, मोहम्मद अकलीम बने कानपुर एडिशन के एचओडी

रोज़नामा राष्ट्रीय सहारा के मुंबई एडिशन से उथल पुथल की खबरें आ रही हैं. मुंबई एड़ीशन में कार्यरत सीनियर एडिटोरियल स्टाफ मोहम्मद अकलीम को कानपुर एडिशन का एचओडी बनाया गया है. उन्होंने सोमवार को कानपुर पहुंच कर चार्ज भी ले लिया है. सहारा उर्दू का मुंबई एडिशन लंबे समय से स्टाफ और स्ट्रिंगरों की कमी से जूझ रहा था. महज़ 3 स्टाफ और एक एचओडी के बल पर निकलने वाला यह अखबार खबरों के अभाव और खामियों के चलते पतन पर है.

जयपुर में पत्रिका टीवी को गुडबाय बोल लखनऊ में लाइव टुडे से जुड़े संदीप श्रीवास्तव

टीवी पत्रकार संदीप श्रीवास्तव ने बतौर एंकर/सीनियर प्रोड्यूसर ‘लाइव टुडे’ ज्वाइन किया है। खासतौर से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली की खबरें समेटे हुए ये चैनल लखनऊ से प्रसारित होता है।  यहां से पहले संदीप जयपुर में ‘राजस्थान पत्रिका ग्रुप’ में थे। यहां उन्होंने साल 2015 की शुऊआत में राजस्थान पत्रिका.क़ॉम में बतौर सीनियर कंटेंट एग्जिक्यूटिव ज्वाइन किया था, लेकिन बाद में पत्रिका ग्रुप के न्यूज़ चैनल ‘पत्रिका टीवी’ की लॉन्चिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आज भी मजदूरों की तरह लाइन में लगकर तनख्वाह लेते हैं इस अखबार के पत्रकार

‘दीवार’ फिल्म का एक सीन याद है आपको जिसमें एक मुनीम टेबल लगाने के बाद मजदूरों को लाईन लगवाकर उनकी मजदूरी बांटता है। आज के इस डिजिटल दौर में भी अगर इसी तरह पत्रकार लाईन में लगकर अपनी तनख्वाह पायें तो शायद इससे बड़ी शर्म की बात कुछ नहीं हो सकती है। मगर यह सच्चाई है। रांची में सन्मार्ग अखबार में कमोबेश इसी तरह मीडियाकर्मियों को लाईन में लगाकर अपनी तनख्वाह लेनी पड़ती है। वह भी बिना किसी इनवेलप के। चर्चा है कि यहां मीडियाकर्मी लाईन में लगते हैं और मुनीम रुपी क्लर्क सबके सामने गिनकर लोगों को बिना इनवेलप के हाथ में पैसा थमाकर बाउचर पर साईन कराता है। जिस दिन तनख्वाह बंटनी होती है उस दिन कार्यालय का एक प्यून आता है और सबको कहता है सभी लोग लाईन में लग जाइये। लोग समझ जाते हैं कि तनख्वाह मिलने वाली है।

‘गौ आतंकी’ शीर्षक से कार्यक्रम प्रसारित करने पर इंडिया टुडे ग्रुप को विहिप ने लीगल नोटिस भिजवाया

विश्व हिंदू परिषद ने इंडिया टुडे ग्रुप को एक लीगल नोटिस भिजवाया है. यह नोटिस ‘गौ आतंकी’ नाम से एक कार्यक्रम ‘इंडिया टुडे’ पर प्रसारित करने को लेकर था. लीगल नोटिस में कहा गया है कि इस कार्यक्रम के जरिए विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल की छवि को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया गया है. लीगल नोटिस की एक कापी सूचना और प्रसारण मंत्रालय को भी भेज दिया गया है.

जो खाने पर टूटें, उन्हें पत्रकार ना माना जाये!

तुम्हें पत्रकारिता की कसम! पत्रकार संगठनो!!! ऐलान करो..आह्वान करो.. अपील करो.. अहद करो :- कवरेज के दौरान पत्रकार फ्री के पत्तल नही चाटें… जो खाने पर टूटें, उन्हे पत्रकार ना माना जाये। पठनीय सामग्री जरूर लें। गिफ्ट, बैग, फाइल, फोल्डर या कोई भी डग्गा ना लें। डग्गा बटोरने और खाने-पीने वाले कथित पत्रकारो को चिन्हित करो। इनका बहिष्कार करो। इन्हे फर्जी साबित करो। इससे लालची/फर्जी/डग्गामार कथित पत्रकारो की भीड़ भी छट जायेगी। कार्यक्रमों, प्रेस मीट, प्रेस वार्ताओ के सरकारो गैर सरकारी आयोजको को पत्र लिखें। जो खाने-पीने या गिफ्ट का इन्तजाम करेगा, सम्पूर्ण मीडिया कर्मी उसका बहिष्कार करेंगे।

हाथों से प्लेट छीने जाने के बाद संगठित हो गए लखनऊ के पत्रकार

अखबार, चैनल, पत्रकार, पत्रकार संगठन, रोजी-रोटी, सुरक्षा और सम्मान जब कुछ भी सुरक्षित नहीं दिखा तो खामोशी टूटी। पत्रकार संगठनो की गुटबाजी पर विराम लगा। पत्रकार संगठित दिखे और भक्तगीरी की भावना भी हवा होती दिखाई दी। क्या छोटे क्या बड़े। क्या ब्रान्ड और क्या लोकल अखबार और पत्रकार। सरकारों के दमनकारी रवैये के लपेटे में हर कोई आ चुका है। देश के आधे से ज्यादा अखबारों की मान्यता खत्म कर दी गयी। हजारों श्रमजीवी पत्रकारों को दरकिनार कर पचास पत्रकारों की सूची अन्य पत्रकारों को अपमानित कर रही है। सरकारी मकान छिनने का अंदेशा साफ नजर आ रहा है।

आइसक्रीम यानि एक जहर (देखें वीडियो)

अगर आप आइसक्रीम खाते हैं तो हो जाइये सावधान.. ये आइसक्रीम जहर के समान है जिसे खाकर आप बीमार हो सकते हैं. आगरा में आइसक्रीम को एक्सापायर एसेन्स और गन्दगी में बनाया जा रहा था. इसकी जानकारी सहायक खाद्य आयुक्त विनीत कुमार को हुई तो उन्होंने फैक्ट्री में छापामार इस पूरे काले कारोबार का भाण्डाफोड़ कर दिया.

रोहित विश्वकर्मा पहुंचे इंडिया टीवी, अशोक मलिक बने राष्ट्रपति के प्रेस सचिव, अंचल शुक्ला ने दिया इस्तीफा

रोहित विश्वकर्मा आजतक से इस्तीफा देकर फिर इंडिया टीवी पहुंच गए हैं. उन्हें अबकी एक्जीक्यूटिव एडिटर का पद मिला है. रोहित तीन साल से ‘आजतक’ के साथ थे. इंडिया टीवी में रोहित की ये दूसरी पारी है. आईआईएमसी के छात्र रह चुके रोहित ने करियर की शुरुआत ‘स्टार न्यूज’ से की थी.

‘महुआ प्लस’ और ‘365 दिन’ नामक चैनलों का लाइसेंस रद्द

केंद्र सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने छह टीवी चैनलों के लाइसेंस रद करने का आदेश जारी किया है जिसमें महुआ प्लस भी है. प्रज्ञा विजन कंपनी का चैनल महुआ प्लस का लाइसेंस रद्द होने से मुश्किल में जी रहे पीके तिवारी एंड फेमिली को एक और झटका लगा है.

4पीएम पर हमले के विरोध में पत्रकार मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव सूचना और डीजीपी से मिले (देखें तस्वीरें)

लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार पहुंचे 4पीएम के दफ्तर, घटना की ली जानकारी

लखनऊ।  4पीएम अखबार के दफ्तर पर हुए हमले के विरोध में आज सैकड़ों पत्रकार प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी एवं डीजीपी सुलखान सिंह से मिले और रोष जताया। पत्रकारों का आरोप था कि अखबार के दफ्तर के अंदर घुसकर हमले जैसी गंभीर घटना को पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है। इन अफसरों से पत्रकारों के मिलने के बाद एसएसपी दीपक कुमार 4पीएम के दफ्तर पहुंचे और संपादक संजय शर्मा से घटना के बारे में जानकारी ली। साथ ही उन्होंने इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई से भी अवगत कराया।

बारिश के लिए बैल बनकर हल खींचती भारत की ये मूर्ख बेटियां! (देखें वीडियो)

आज के वैज्ञानिक दौर में भी मूर्खतापूर्ण हरकत पिछड़ी चेतना के लोग करते रहते हैं. एक दौर था जब लोग मानते थे कि बारिश कोई बाहरी ताकत कराती है. कुछ लोग इसे इंद्र देव नामक देवता का काम बताते थे. इस देवता को खुश करने के लिए तप व्रत जप आदि किया जाता रहा ताकि बारिश हो. इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए तमाम तरह के नुस्खे आजमाए जाते रहे हैं. इसी परंपरा को 21वीं सदी में भी लोग आगे बढ़ा रहे हैं, जो दुर्भाग्य की बात है.

अखबार मालिकों को मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश लागू करना ही होगा : कामगार आयुक्त

मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश महाराष्ट्र में लागू कराने के लिये बनायी गयी त्रिपक्षीय समिति की बैठक में महाराष्ट्र के कामगार आयुक्त यशवंत केरुरे ने अखबार मालिकों के प्रतिनिधियों को स्पष्ट तौर पर कह दिया कि 19 जून 2017 को माननीय सुप्रीमकोर्ट के आये फैसले के बाद अखबार मालिकों को बचने का कोई रास्ता नहीं बचा है। अखबार मालिकों को हर हाल में जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश लागू करनी ही पड़ेगी। श्री केरुरे ने कहा कि माननीय सुप्रीमकोर्ट ने जो आदेश जारी किया है उसको लागू कराना हमारी जिम्मेदारी है और अखबार मालिकों को इसको लागू करना ही पड़ेगा। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुये कामगार आयुक्त ने कहा कि अवमानना क्रमांक ४११/२०१४ की सुनवाई के बाद माननीय सुप्रीमकोर्ट ने 19 जून 2017 को आदेश जारी किया है जिसमें चार मुख्य मुद्दे सामने आये हैं। इसमें वर्किंग जर्नलिस्ट की उपधारा २०(जे), ठेका कर्मचारी, वेरियेबल पे, हैवी कैश लॉश की संकल्पना मुख्य थी।

न्यूज नेशन को अलविदा कह प्रत्यूष रंजन इंडिया टीवी डिजिटल के संपादक (न्यूज) बने

प्रत्यूष रंजन इंडिया टीवी डिजिटल के संपादक (न्यूज) बन गए हैं. वे अभी तक न्यूज नेशन डिजिटल में संपादक (डिजिटल) हुआ करते थे. प्रत्यूष ने न्यूज नेशन में एडिटर डिजिटल के पद पर पिछले साल जुलाई महीने में ज्वाइन किया था. वह न्यूज नेशन चैनल के सभी डिजिटल कंटेंट को हैंडल करने वाली टीम को हेड करते थे. न्यूज नेशन से पहले प्रत्यूष हिंदुस्तान टाइम्स डिजिटल में न्यूज एडिटर हुआ करते थे.

झूठी खबर छापने वाला दैनिक जागरण थूकने के बाद फौरन चाटने लगता है!

Yashwant Singh : सुबह सुबह एक फोन आया. आवाज आई- मैं मनीष राय बोल रहा हूं, मऊ से. मैंने कहा- बोलिए. मनीष जी ने अपना परिचय दिया और जो कुछ बताया उसे सुनकर मैं सन्न रह गया. आखिर दैनिक जागरण जैसे बड़े अखबार अगर इस तरह की गिरी हरकत और गैर-जिम्मेदार हरकत करेंगे तो इस देश में मीडिया की बची खुची प्रतिष्ठा में खत्म हो जाएगी. मनीष एक जमाने में पत्रकार हुआ करते थे. फिर वह राजनीति में आ गए और ब्लाक प्रमुख बन गए. इसके बाद उन्होंने एक ट्रामा सेंटर खोला. दैनिक जागरण में उनके ट्रामा सेंटर से संबंधित खबर छपी कि वहां मरीज की किडनी निकाल ली गई.

हिमाचल प्रदेश वर्किंग जर्नलिस्‍टस यूनियन गठित, मजीठिया को लेकर निर्णायक जंग की तैयारी

मजीठिया वेजबोर्ड अवार्ड को लागू करवाने और प्रबंधन के उत्‍पीड़न के खिलाफ पिछले दिन वर्षों से लड़ाई लड़ रहे वरिष्‍ठ पत्रकार रविंद्र अग्रवाल के प्रयासों से हिमाचल प्रदेश में पहली बार पत्रकार एवं गैर-पत्रकार अखबार कर्मियों की यूनियन का गठन कर लिया गया है। हिमाचल के कई पत्रकार और गैरपत्रकार साथी इस यूनियन के सदस्‍य बन चुके हैं और अभी भी सदस्‍यता अभियान जारी है। एक जून को इस हिमाचल प्रदेश वर्किंग जर्नलिस्‍टस यूनियन(एचपीडब्‍ल्‍यूजेयू) के नाम से गठित इस कर्मचारी यूनियन में पत्रकार और गैरपत्रकार दोनों ही श्रेणियों के अखबार कर्मियों को शामिल किया जाएगा। नियमित और संविदा/अनुबंध कर्मी भी यूनियन के सदस्‍य बन सकते हैं, वशर्ते इनका पेशा सिर्फ अखबार के कार्य से ही जुड़ा होना चाहिए।

हिंदुस्तान अखबार के एनसीआर इलाके में हुआ बड़ा फेरबदल, देखें लिस्ट

इस फेरबदल से गौरव त्यागी, सत्यदेव यादव, पंकज पाराशर, विनीत कुमार, महकार, सुनील पांडेय, विवेकानंद त्रिपाठी, शरद पांडेय, पंकज विशेष, राजीव पांडेय, अनुरोध भारद्वाज, तरुण कंचन और भूपेश हुए प्रभावित…

हिंदुस्तान अख़बार से बड़ी खबर आ रही है। एनसीआर के कई ब्यूरो में भारी फेरबदल किया गया है। ग़ाज़ियाबाद में कई साल से जमे गौरव त्यागी को दिल्ली रिपोर्टिंग टीम में ट्रांसफर किया गया है। बताया जा रहा है कि गौरव को दिल्ली का ब्यूरो चीफ बनाने के लिए प्रताप सोमवंशी ने उसे दिल्ली भेजा है। गौरव की गिनती प्रताप के बेहद करीबी लोगों में होती है।

यह शिक्षक स्कूल से गायब होने के बाद पत्रकार बन वसूली करता फिरता है (देखें वीडियो)

अंग्रेजी अखबार के पत्रकार और उनकी वसूली का वीडियो वायरल, ग्राम प्रधान ने की थाने में शिकायत… 

जालौन के उरई में पोर्टल और वसूलीबाज पत्रकारों की बाढ़ सी आ गयी है. ये गिरोह बनाकर वसूली करने में विश्वास रखते हैं. इस वसूली गिरोह का मुखिया है शीतल शर्मा. ये है तो पेशे से मास्टर लेकिन इसने पायनियर नाम का अंग्रेजी अखबार भी ले रखा है. अपने स्कूल में भी पत्रकारिता की धौंस दिखाकर आधा एक घंटा तफरी करके निकल जाता है. यह  क्षेत्र में वसूली करता फिरता है. सुबह से शाम तक इसका एक सूत्रीय कार्यक्रम होता है प्रधान, कोटेदार और अन्य उन जगहों पर जाना जहां से पैसे मिलने की आशा हो.

ओछी हरकतों पर उतर आई योगी सरकार, पत्रकारों के साथ अब तक का सबसे बुरा बर्ताव

अब ओछी हरकतों पर उतर आई योगी सरकार. विधानसभा में कुछ मंत्रियों के इशारे पर पत्रकारों के साथ इस दशक का सबसे बुरा बर्ताव. कैंटीन में हाथ से छिनवा ली गई भोजन की थैलियां. आधा दर्जन मोस्ट सीनियर्स महिला पुरुष पत्रकारों के साथ उद्दंड बदतमीज मार्शलों ने की अभद्रता. मुंह से छीना कौर. हाथ से थाली. एक दर्जन सीनियर पत्रकारों को कैंटीन से बाहर खदेड़ा. नियमों का हवाला देते हुए धक्का मार कर खदेड़ा. इस बीच सब कुछ देखते और हंसते रहे आला अफसर.

ऋषभ अग्रवाल हिंदुस्तान, मेरठ के हिस्से बने

खबर है कि ऋषभ अग्रवाल ने हिंदुस्तान अखबार के मेरठ एडिशन में नई पारी शुरू की है. उन्होंने विज्ञापन विभाग में बतौर असिस्टेंट मैनेजर काम शुरू कर दिया है. ऋषभ ने करियर की शुरुआत अमर उजाला मेरठ से की थी. इसके बाद वो दैनिक जागरण, नैनीताल के हिस्से बने. एमबीए और एमकाम की पढ़ाई कर …

नोटबंदी के दौरान सभी दलों द्वारा जमा नकदी सार्वजनिक करने की बसपा की मांग खारिज

चुनाव आयोग ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी सहित सभी महत्वपूर्ण राजनैतिक दलों द्वारा नोटबंदी की अवधि सहित वर्ष 2016-17 में जमा की गयी नकद धनराशि का विवरण सार्वजनिक करने का प्रस्ताव ठुकरा दिया था. ये तथ्य नोटबंदी के बाद बसपा द्वारा दिल्ली के करोल बाग़ स्थित यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के पार्टी अकाउंट में 02 दिसंबर से 09 दिसंबर 2016 के बीच 104 करोड़ रुपये के पुराने नोट जमा कराये जाने के सम्बन्ध में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जाँच के आदेश के संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को आयोग द्वारा दिए गए अभिलेखों से सामने आया है. 

मेधावी छात्रों का हक लूटने वाला भ्रष्टाचारी अनिल यादव अब अपने कुकर्मों की सजा भुगतेगा : शलभ

सक्रिय पत्रकारिता में रहते हुए यूं तो कई यादगार खबरें की, इन खबरों से तमाम पीड़ितों को इंसाफ भी मिला और गुनाहगारों को सजा भी. यकीन मानिए जब ऐसी खबरें अपने मुकाम तक पहुंचती है तो एक पत्रकार को भी वैसे ही सुख की अनुभूति होती है जैसे एक पीड़ित को इंसाफ मिलने पर. ऐसी ही थी यूपी लोकसेवा आयोग के भ्रष्टाचार की खबर. खुद भी प्रतियोगी छात्र रहा हूं. सिविल की तैयारियां की है. इसीलिए एक सामान्य परिवार के बेरोजगार का दर्द जानता हूं. उसकी आंखों में पलने वाले सपनों और माता-पिता, रिश्तेदारों की उम्मीदों का बोझ महसूस कर सकता हूं.

4पीएम पर हमले के तुरंत बाद सक्रिय हो गए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के पत्रकार

Sanjay Sharma : कल मेरे दफ़्तर पर जो हुआ उसका सपने में भी अंदाज़ा नहीं था मुझे.. गोमती नगर जैसे पॉश इलाके में दिन के साढ़े तीन बजे दो गाड़ियों मे भरकर लोग अख़बार के दफ़्तर पर भी हमला कर सकते हैं, इसका अंदाज़ा किसी को नहीं था. जिस समय हमला हुआ आम तौर पर उस समय दफ़्तर पर ही रहता हूँ पर कल सीएम को बोलना था तो मैं विधानसभा में था. मगर सूचना मिलते ही जिस तरह पत्रकार साथी मेरे साथ आये, उसने मेरे हौसलों को और बढ़ा दिया..

सेलरी न मिलने से दैनिक भास्कर कोटा के सर्वेयरों ने किया हड़ताल

कोटा से खबर है कि दैनिक भास्कर के सर्वेयरों ने हड़ताल कर दिया है. ये दो महीने से सेलरी न मिलने से नाराज है. सर्वेयरों ने प्रबंधन से सेलरी के लिए बात की लेकिन जब उन्हें सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो इन्होंने हड़ताल करने का ऐलान कर दिया. सभी सर्वेयरों ने एकजुट होकर दैनिक भास्कर आफिस के सामने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सर्वेयर हाथ में तख्तियां लिए हुए थे और भास्कर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.

थू है ऐसे राष्ट्रीय चैनलों पर, जिन्हें दिल्ली के बाहर की बेटियों का दर्द नहीं दिखता

इन दिनों देवभूमि हिमाचल प्रदेश की जनता एक बेटी से हुए गैंगरेप के बाद उसकी नृशंस हत्या के मामले को लेकर सड़कों पर है। दसवीं की इस छात्रा गुडिय़ा के साथ कातिलों ने जो किया, वह दिल्ली में हुए निर्भयाकांड से भी कहीं ज्यादा अमानवीय और दहलाने वाला अपराध था। इस मामले में हिमाचल की पुलिस की कार्यप्रणाली शक के घेरे में है और प्रदेश की वीरभद्र सरकार के प्रति भी जनता में भारी रोष है। राजनीतिक दल इस मुद्दे पर खुलकर राजनीति कर रहे हैं। सरकार ने मामले की जांच पुलिस से छीन कर सीबीआई को सौंप दी है। हाई कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीबीआई को तुरंत जांच करने के साथ कुछ सख्त दिशानिर्देश दिए हैं। इस बीच पुलिस द्वारा पकड़े गए छह आरोपियों में से एक की पुलिस कस्टिडी में उसके ही साथी आरोपी ने हत्या कर दी है।

हिंदी वाले आईएएस बनने का सपना अब छोड़ ही दें!

सफलता के हज़ार साथी होते हैं, किन्तु असफलता एकान्त में विलाप करती है। यूँ तो सफलता या असफलता का कोई निश्चित गणितीय सूत्र नहीं होता, किन्तु जब पता चले कि आपकी असफलता कहीं न कहीं पूर्व नियोजित है, तो वह स्थिति निश्चित रूप से चिंताजनक है। देश की सबसे बड़ी मानी जाने वाली आईएएस की परीक्षा को आयोजित करने वाली संस्था ‘संघ लोक सेवा आयोग’ आज घोर अपारदर्शिता और विभेदपूर्ण व्यवहार में लिप्त है।

‘जी न्यूज’ बन गया ‘आजतक’ के लिए खतरा, ‘इंडिया न्यूज’ आठवें नंबर पर गिरा

जी न्यूज 22+ वाली कैटगरी में नंबर वन तो पहले से था, इस हफ्ते भी है, लेकिन 28वें हफ्ते की टीआरपी में नई बात ये है कि जी न्यूज 15+ वाली कैटगरी में भी आजतक के सिर तक पहुंच गया है. दोनों के बीच बहुत मामूली-सा अंतर रह गया है. बुरा हाल इंडिया न्यूज का है. लगता है दीपक चौरसिया का जादू खत्म हो गया है और यह न्यूज चैनल आखिरी सांसें गिनने लगा है.

अरबपति सर्राफा व्यापारी के अपहरण में माफिया मुन्ना बजरंगी से हुई पूछताछ! (देखें वीडियो)

झांसी मे 6 दिन से गायब अरबपति सर्राफा व्यापारी राजू कमरया का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है. झांसी के इलाईट चैाराहे से दिन दहाड़े चारपहिया गाड़ी में अपहरणकर्ताओं ने व्यापारी को अगवा कर लिया. झांसी जेल में कैद कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी पर शक की सुई घूमी तो पुलिस प्रशासन ने पूछताछ शुरू कर दी. पुलिस को शक है कि इस अपहरण काण्ड में मुन्ना बजरंगी का हाथ हो सकता है.

‘हिंदुस्तान’ अखबार से निर्मल पाठक का इस्तीफा, ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी के संपादक बने

हिन्दुस्तान अखबार के पॉलिटिकल एडिटर निर्मल पाठक ने इस्तीफा दे दिया है। वे हिंदी न्यूज एजेंसी भाषा में संपादक बन गए हैं। निर्मल पाठक हिन्दुस्तान के साथ 7 साल से थे। वे अमर उजाला, दैनिक भास्कर,  दैनिक जागरण में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

लखनऊ में 4PM अखबार के ऑफिस पर हमला

प्रदेश भर में बिगड़ती कानून व्यवस्था सुधारने में विफल योगी सरकार के राज में अब अखबार और टीवी के आफिस व पत्रकार भी सेफ नहीं हैं। लखीमपुर खीरी में पत्रकार को खनन माफिया ने कुचल दिया तो लखनऊ से खबर आ रही है कि चर्चित और बेबाक अखबार 4PM के ऑफिस पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। पुलिस हमलावरों को पकड़ने की जगह 4PM ऑफिस के ही एक इम्प्लाई को पकड़ कर ले गयी।

News World India चैनल सोए पुलिसवाले का पेनिस दिखाता रहा!

चैनल News World India जोर शोर से शुरू हुआ लेकिन उतनी ही तेजी से पतन की ओर अग्रसर है। कुछ दिन पहले प्राइम टाइम में यूपी के पुलिस थानों की खबर चल रही थी जिसमें सोते हुए पुलिस वालों के बारे में दिखाया जा रहा था। वैसे तो इस तरह के कार्यक्रम दस बारह साल पहले चला करते थे। जो शर्मनाक बात थी वह यह कि जो वीडियो चल रहा था उसमें सोते हुए पुलिसवाले की पैंट की जिप खुली हुई थी और उसका पेनिस बाहर निकला हुआ था। इसे बिना blur किये हुए दिखाया गया। मैं अपने परिवार के साथ चैनल देख रहा था। वो शॉट कई बार चला। मुझे इतनी शर्म आई कि क्या कहूं। ये खबर दो दिन तक चली और किसी ने नहीं देखा।

संजय मिश्र, प्रफुल्ल, त्रिनाथ, आशीष, प्रेम, प्रसाद और एनके सिंह के बारे में सूचनाएं

दैनिक जागरण नोएडा से खबर है कि संजय मिश्रा को दैनिक जागरण मुरादाबाद का संपादक बनाकर भेजा जा रहा है. मुरादाबाद के संपादक रहे धर्मेंद्र त्रिपाठी को बरेली का संपादक बनाया गया है और बरेली के संपादक प्रदीप शुक्ला को बनारस का संपादक बनाकर भेजा गया है.

सहूर है नहीं, कराएंगे पर्यटन!

काफी दिन हुए बीबीसी पर एक प्रोग्राम देखा था. उसमे उन्होंने यूरोप के कुछ फेमस किलों को इस तरह से सजाया था कि वे तीन – चार सौ साल पहले के जीवंत किले दिख रहे थे. ज़ाहिर सी बात है वो प्रोग्राम काफी सफल रहा. पर्यटन के प्रति लोगों का रुझान बढे इसके लिए नए – नए विचारों की जरूरत पड़ती है. लेकिन कम से कम अपने उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं है. यहाँ तो कुछ पेशेवर लोगों का झुण्ड है जो इस काम को अंजाम देता है और पर्यटन का सत्यानाश करने पर उतारू है.

अमर उजाला अखबार में छप गई दैनिक जागरण के रिपोर्टर से बातचीत वाली खबर!

अमर उजाला अखबार में गुरुग्राम डेटलाइन से छपी एक खबर में रिपोर्टर लिखता है- ”यह जानकारी प्रदेश के पुलिस महानिदेश बीएस संधू ने दैनिक जागरण से बातचीत में दी.” इस लाइन के छपने से हंगामा मच गया है. लोग कह रहे हैं कि अमर उजाला वालों ने दैनिक जागरण की खबर नेट से चुराई और उसे बिना पढ़े बिना एडिट किए ही अखबार में चेंप दिया. फिलहाल अमर उजाला अखबार में दैनिक जागरण से बातचीत वाली खबर की न्यूज कटिंग ह्वाट्सअप और सोशल मीडिया पर जोरशोर से घूम रही है.

खनन माफिया समर्थक पत्रकार संजीव जैन के चक्कर में अवनींद्र कमल का भी हुआ रायपुर तबादला

दैनिक जागरण सहारनपुर के ब्यूरो चीफ संजीव जैन पर खनन माफिया से मिलीभगत के आरोप में कार्रवाई हुई तो इसकी चपेट में सहारनपुर के पूर्व ब्यूरो चीफ और इन दिनों दैनिक जागरण मेरठ में डेस्क पर कार्यरत अवनींद्र कमल भी आ गए. संजीव जैन ने जागरण प्रबंधन को बताया कि उनका स्टिंग अवनींद्र कमल के इशारे पर हुआ ताकि वो हटाए जाएं तो उनकी कुर्सी पर फिर अवनींद्र कमल काबिज हो सकें. इसको लेकर काल डिटेल समेत कई सबूत संजीव जैन ने जागरण प्रबंधन को सौंपा.

परंजॉय गुहा ठाकुरता का इस्तीफा बताता है कि अब वैकल्पिक पत्रकारिता भी कारपोरेट दबाव से मुक्त नहीं

Amitaabh Srivastava : इकोनामिक और पालिटिकल वीकली की छवि एक अरसे से गंभीर वैकल्पिक और वैचारिक, विश्लेषणात्मक पत्रकारिता के झंडाबरदार वाली रही है। वरिष्ठ पत्रकार परंजाय गुहा ठाकुरता का इसके संपादक पद से इस्तीफ़ा और उसके पीछे सामने आई अब तक की वजहों से यह लगता है कि बदले माहौल में वैकल्पिक पत्रकारिता भी कारपोरेट दबाव से मुक्त नहीं है। जनोन्मुखी पत्रकारिता का दावा करने वाले डिजिटल महारथियों के लिए भी इसमें सबक़ छुपे हैं। अगर सचमुच कोई विकल्प बनने की चाह है तो उसके लिए जोखिम उठाने के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा। दोनों हाथों में लड्डू के ख़याली पुलाव नहीं चलेंगे। इसमें सवाल उस जनता या पाठक, दर्शक वर्ग पर भी है जो पत्रकारों को गाली तो बहुत देता है लेकिन उन्हें स्वतंत्र रूप से खड़े रहने में मदद करने के लिए आगे नहीं आता। समाज अपनी ज़िम्मेदारी से मुँह चुराएगा तो ऐसे में किसी भी वंचित समुदाय, वर्ग की आवाज़ उठाने वाली और उनके अधिकारों से जुड़ी पत्रकारिता या समूचे समाज की बेहतरी का सपना देखने दिखाने वाली पत्रकारिता होगी भी कैसे?

खनन माफिया ने अमर उजाला के पत्रकार को कुचला, अखबारों ने बताया दुर्घटना!

खनन माफिया के शिकार अमर उजाला के पत्रकार मिंटू मिश्रा

एक और कलम के सिपाही की निर्मम हत्या कर दी गई. खनन माफिया ने बेहजम (लखीमपुर खीरी) के अमर उजाला के पत्रकार मिंटू मिश्रा की शाम होते ही भरे चौराहे पर टैक्टर टाली से कुचल दिया. इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि अखबारों ने पत्रकार की हत्या को दुर्घटना में मौत बताकर छापा. इससे साथी पत्रकारों में आक्रोश है. पुलिस ने भी दुर्घटना का मुकदमा दर्ज किया है. हत्या के दो घंटे बाद मौके पर पहुंची थी पुलिस. आक्रोशित लोगों ने लखीमपुर मैगल गंज मार्ग जाम कर अपना विरोध प्रकट किया.

मजीठिया वेज बोर्ड मामले में प्रभात खबर के पत्रकार ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर किया

जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में एक बड़ी खबर आ रही है। प्रभात खबर के आरा के ब्यूरो चीफ मिथलेश कुमार के मामले में सुप्रीमकोर्ट द्वारा सुनाए गए फैसले में कुछ कमियों को दूर करने के लिए उनके एडवोकेट दिनेश तिवारी ने माननीय सुप्रीमकोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर कर दिया है। इस खबर की पुष्टि मंगलवार 18 जुलाई को देर रात खुद मिथलेश कुमार ने फोन पर हुई बातचीत में किया है।

अडानी के खिलाफ खबर छापने पर हुए विवाद के बाद परंजॉय गुहा ठाकुरता ने EPW के संपादक पद से इस्तीफा दिया

एक बड़ी खबर ईपीडब्ल्यू (इकनॉमिक एंड पोलिटिकल वीकली) से आ रही है। कुछ महीनों पहले इस मैग्जीन के संपादक बनाए गए जाने माने पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि अडानी ग्रुप केे गड़बड़ घोटाले से जुड़ी एक बड़ी खबर छापे जाने और इस खबर पर अडानी ग्रुप द्वारा नोटिस भेजे जाने को लेकर परंजॉय के साथ EPW के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज का मतभेद चल रहा था।

क्या नोएडा के डीएलसी रहे बीके राय दैनिक जागरण के आदेशपाल की तरह काम करते थे?

माननीय सुप्रीम कोर्ट से मजीठिया को लेकर जो फैसला आया, उसको मालिकानों ने अपने काम कर रहे वर्कर के बीच गलत तरह से पेश किया। उदाहरण के तौर पर दैनिक जागरण को लेते हैं। सभी जानते हैं कि दैनिक जागरण का रसूख केंद्रीय सरकार से लेकर राज्य सरकारों तक में है। इनके प्यादे अक्सर इस बात की धौंस मजीठिया का केस करने वाले वर्करों को देते रहते हैं कि रविशंकर प्रसाद, जेटली जी और पी एम मोदी जागरण की बात सुनते हैं। देश में ऐसा कौन है जो जागरण की बात नहीं मानेगा? इन नेताओं की आय दिन तस्वीरें जागरण के मालिकानों के साथ अख़बारों में छपती रहती हैं। देखें तो, प्यादों की बात सही भी है, क्योंकि यह सब जागरण के वर्करों ने देखा भी है। तभी तो जागरण के मालिकान और मैनेजमेंट बेख़ौफ़ होकर किसी भी दफ्तर में गलत तर्क या गलत शपथ पत्र देते नहीं हिचकते हैं।

सेवानिवृत्त मीडियाकर्मी भी अपना हक लेने के लिए मीडिया मालिकों के खिलाफ मैदान में कूदे

मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर अवमानना के केस में माननीय सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, उसके बाद अख़बार कार्यालयों से अपनी सेवा से निवृत हो चुके वर्कर भी अब इस लड़ाई में कूद पड़े हैं। जाहिर है, मालिकान ने अभी तक जो पैसा दिया है, वह मजीठिया के अनुसार नहीं दिया है। पिछले दिनों पटना के कुछ रिटायर वर्करों ने अखबार मालिकानों पर अपना दावा लिखित रूप से ठोंका। सूत्र बताते हैं कि इनकी संख्या बारह के करीब है। इस कड़ी में आगे कुछ और लोगों के जुड़ने की उम्मीद है और आशा की जानी चाहिए कि यह आग धीरे धीरे पूरे देश में लगेगी।

मजीठिया : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद श्रम अधिकारियों का रवैया बदला है

सुप्रीम कोर्ट ने मजीठिया को लेकर जो फैसला दिया है, उसके बाद हर जिले के डीएलसी आफिस यानी सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय के हर कर्मचारियों का रवैया बदला है। इन कर्मचारियों का रुख इसलिए बदला है कि 19 जून 2017 को माननीय सुप्रीम कोर्ट के आये फैसले में यह स्पष्ट लिखा है कि मजीठिया वेतन आयोग के मामले में सरकारी अधिकारी या कर्मचारी के क्या दायित्व होंगे। यही वजह है कि मजीठिया का मामला 19 जून के बाद जहां भी शुरू हुआ है, मालिकान की तरफदारी करने वाले सभी सरकारी अधिकारी का रवैया बदला है।

भड़ास4मीडिया की मौत का ऐलान हम सबके लिए एक बुरी खबर है

चर्चित मीडिया केन्द्रित वेबसाइट भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह ने ऐलान किया है कि 26 अगस्त से वेबसाइट का संचालन बंद कर दिया जाएगा। पिछले एक दशक से मीडिया संस्थानों के न्यूज़ रूम के अंदर और बाहर पत्रकारों और उनके मालिकों के अच्छे-बुरे कर्मों को बेबाकी के साथ प्रकाशित करने वाले यशवंत सिंह आर्थिक संकट की वजह से भड़ास को बंद करने की बात पहले भी करते रहे हैं, लेकिन जैसे-तैसे यह वेबसाइट अब तक चलती आ रही है।

बदतमीज एसडीएम (देखें वीडियो)

टीवी पत्रकार से मारपीट कर झूठे मुकदमें में फंसा दिया : राजस्थान में तैनात इस एसडीएम राजेंद्र अग्रवाल ने न्यूज चैनल के टीवी पत्रकार रतन जाट के साथ न सिर्फ बदतमीजी की, बल्कि मारपीट करने के बाद सरकारी काम में बाधा डालने के झूठे मुकदमें में फंसा भी दिया. मामला राजसमद गांव का है. इस ग्राम पंचायत में एसडीएम राजेन्द्र अग्रवाल को ग्रामीणों की सीवर लाईन की समस्या सुनने आना था. लेकिन यह अहंकरी और बददिमाग एसडीएम गांव पहुंचता है शाम चार बजे. तब तक भूखे प्यासे बैठे कई गांव वाले जा चुके थे.

आईबीएन मराठी चैनल के साउंड एक्जीक्यूटिव ने महिला पत्रकार से प्रेम में धोखा मिलने के बाद आत्महत्या की

मुंबई से एक बुरी खबर आ रही है। यहां आईबीएन के मराठी समाचार चैनल में काम करने वाले मीडिया कर्मचारी ने महिला रिपोर्टर के प्रेम में पड़कर फिर धोखा खाकर आत्महत्या करने को मजबूर हो गया. मीडियाकर्मी ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी. मीडिया कर्मचारी का नाम नितीन शिर्के बताया गया है। यह घटना रविवार की रात परेल में घटित हुयी है। नितीन शिर्के ने बकायदे मृत्यु से पूर्व फेसबुक पर एक पोस्ट डाली है. यह पोस्ट उसने १६ जुलाई को रात ९ बजकर ५१ मिनट पर पब्लिश की है।

जिसको कोई नहीं पूछता, उसे नवभारत टाइम्स ढूंढता!

मुंबई : बिना किसी प्रतिद्वंद्वी अखबार के खुद को नंबर वन का टैग मारकर अखबार का प्रचार-प्रसार और महिमामण्डन करने वाले मुंबई का हिंदी अखबार “नवभारत टाइम्स” अपने वर्षगांठ पर कोई ढंग का अतिथि नहीं खोज पा रहा है। मजबूरन इस एनबीटी को मनीषा कोइराला, आयुष्मान खुराना और श्रद्धा कपूर जैसे आउटडेटेड लोगों को बुलाना पड़ रहा है। ये ऐसे लोग हैं जिनका न तो समाज के लिए और न ही फिल्मों में कोई खास योगदान रहा है। ऐसे लोगों को नभाटा सीएम फड़नविस के हाथों गुलदस्ता देकर अपनी सोच के स्तर को जगजाहिर कर रहा है। इसके चलते नभाटा मुंबई की हर जगह थू-थू हो रही है।

खनन माफिया की पैरवी में जुटे दैनिक जागरण के पत्रकार पर गिरी गाज

सहारनपुर से खबर है कि दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ संजीव जैन का संस्थान ने तबादला कर दिया है. इन्हें रायपुर भेज दिया गया है जहां वह जागरण प्रकाशन लिमिटेड के अखबार नईदुनिया में नौकरी करेंगे. पहले चर्चा थी कि संजीव जैन से इस्तीफा ले लिया गया है. संजीव पर खनन माफिया की पैरवी करने का आरोप था. संजीव जैन दैनिक जागरण मेरठ में भी अपने कार्यकाल के दौरान कुख्यात रहे हैं.

अपने अखबार मालिकों के धंधों का काला चिट्ठा निकालिये, मजीठिया लेने में काम आएंगे

एक-दो अख़बारों को छोड़ दें तो सभी अख़बार या अख़बार समूहों में वेतन को लेकर कोई न कोई लोचा जरूर है। सवाल वही है कि अगर किसी आयोग ने हमारी तनख्वाह 2000 रूपये तय की है और मालिकान हमें 1995 रुपये दे रहे हैं, तो 5 रुपये की गड़बड़ी तो मालिकान ने की ही है। फिर इस लिहाज से आयोग के आदेश का सही तरह से पालन कहां हुआ? सरकार द्वारा मंजूर इस देनदारी को अख़बार मालिकानों ने सही तरह से नहीं निभाया है।

उत्तर प्रदेश में जेके24X7 चैनल का हुआ बुरा हाल

यूपी में शराब से लेकर पार्किंग स्टैंड तक के ठेके भले साल भर में बदलते हों लेकिन नेशनल न्यूज चैनल जेके24×7 का ठेकेदार (फ्रेंचाइजी होल्डर /ब्यूरो) हर महीने बदलता है। मतलब जो ज्यादा पैसा दे, पूरा यूपी उसका। जैसी मर्जी वैसी खबरें चलाए। चैनल को खबरों से कोई लेना देना नहीं। बस पैसा समय पर मिले। कमाल की बात देखिए जेके चैनल वाले फ्रेंचाइजी भी मीडिया के फील्ड के लोगों को नहीं बल्कि दूसरे क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों जैसे डॉक्टर, नेता, इंजीनियर, या मीडिया से अनभिज्ञ लोगों को देता है और लोग भी मुंगेरी लाल के हसीन सपने आँखों में संजोए मीडिया के माध्यम से समाज में रुतबा, नेताओं-अफसरों से करीबी और करोड़ो कमाने के लालच में अपना प्रोफेशन छोड़कर चले आते हैं।

अगर आप प्रिंट मीडिया से रिटायर हुए हैं या नौकरी से निकाले गए हैं तो पा सकते हैं लाखों रुपये, जानें कैसे

जो मीडियाकर्मी दुनिया में नही हैं उनके परिजन भी पा सकते हैं मजीठिया वेज बोर्ड का लाभ… जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड का लाभ पाने के लिए वे मीडियाकर्मी भी सामने आ सकते हैं जो वर्ष 2008 से 18 जुलाई 2017 के बीच सेवानिवृत हुए हैं। यही नहीं, अगर कंपनी ने आपको इस अवधि के दौरान नौकरी से निकाल दिया है तो ऐसे लोग भी लाखों रुपये पा सकते हैं।

कवि-गद्यकार अजित कुमार का निधन

‘चांदनी चन्दन सदृश’: हम क्यों लिखें? / मुख हमें कमलों सरीखे / क्यों दिखें? / हम लिखेंगे: / चांदनी उस रुपये-सी है / कि जिसमें / चमक है, पर खनक ग़ायब है.” नयी कविता के ग़ैर-रूमानी मिज़ाज की ऐसी प्रतिनिधि पंक्तियां लिखनेवाले कवि-गद्यकार श्री अजित कुमार हमारे बीच नहीं रहे. आज सुबह 6 बजे लम्बी बीमारी से संघर्ष करते हुए 84 साल की उम्र में दिल्ली के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया.

उफ्फ ये मौसम! (कविता)

मौसम एक है। उसे महसूस करने वाले बेहिसाब। मैं जो फील कर रहा हूं, पिछले तीन दिन से, वो यूं है…

पहाड़ के जंगल

पहाड़ समस्त प्राणी जगत के मूलाधार हैं। पारिस्थितिकी और जैव विविधता के आश्रय स्थल हैं। बशर्ते कि पहाड़ विविध प्रजाति के जंगलों से आच्छादित हों। ‘पहाड़’ शब्द की कल्पना मात्र से मस्तिष्क में बर्फ की सफेद चादर से ढके हिमालय, श्रृंखलाबद्ध पहाड़ियों में गहनों की भांति सजे हरे वृक्ष, झरने, गाड़-गधेरे और कल-कल करती नदियों का चित्र उभर आता है। पेड़ ,पानी और पहाड़ का वजूद एक-दूसरे से गहरे तौर पर जुड़ा है। पहाड़ हैं तो पेड़ हैं और पेड़ हैं तो पानी। ये सब मिलकर पहाड़ को ‘पहाड़’ बनाते हैं। इनके बगैर पहाड़, पानी और पर्यावरण की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इनमें से एक भी पक्ष के कमजोर होने से पूरा पहाड़ बिखर जाता है। वन विहीन पहाड़ के कोई मायने नहीं होते। पर अनियोजित और लापरवाह प्रबंधन तथा निहित स्वार्थों के चलते आज पहाड़ की पहचान और वजूद दोनों संकट में हैं। उत्तराखंड के जंगलों में साल -दर-साल आग लगने की घटनाओं से यहाँ के जंगल और पहाड़ों के ऊपर मंडरा रहे खतरों की आहट को महसूस किया जा सकता है। इस बहाने मनुष्य और जंगलों के बीच आदिम युग से चले आ रहे अटूट रिश्तों के बिखरने की वजहों की पड़ताल की जानी जरूरी है।

योगी राज में सामान्य वर्ग की गरीबों बेटियों को मिलने वाले 20 हजार रुपये के शादी अनुदान पर वज्रपात

प्रदेश सरकार के बजट में किसान ऋण माफी का इतना दबाव रहा है कि एक और प्रमुख जन कल्याणकारी योजना से सरकार ने हाथ खींच लिया है। निर्धन अभिभावकों को उनकी पुत्रियों के विवाह पर मिलने वाले शादी अनुदान को सरकार ने बंद करने का फैसला ले लिया है। प्रदेश सरकार के इस फैसले से लाखों अभिभावकों का सपना चूर हो जायेगा। जिन्होंने विवाह के बाद शादी अनुदान के लिए आवेदन कर रखा था या आवेदन करने की तैयारी में थे। शादी अनुदान के रूप में गरीब अभिभावक को 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिल जाया करती थी। जिससे उनका कर्ज कुछ कम हो जाया करता था।

योगी राज में भी पोंटी ग्रुप का जलवा, भाजपा नेता ‘पोंटी प्रेम’ में फंसे!

अजय कुमार, लखनऊ

शराब ब्रिकी लक्ष्य में 1.5 हजार करोड़ का इजाफा… उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सामाजिक सुधार के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जब सरकारी खजाना भरने की बात आती है तब उसके मापदंड बदल जाते हैं। वह भी पूर्ववर्ती सरकार के ही नक्शे कदम पर चलती है। शायद इसी लिये अखिलेश सरकार के मुकाबले योगी सरकार ने आबकारी नीति में बिना किसी बदलाव के दारू से डेढ़ हजार करोड़ रूपए की अतिरिक्त धनराशि जुटाने का लच्क्ष निर्धारित किया है। वितीय वर्ष 2016-2017 के लिये अखिलेश सरकार ने शराब से 19 हजार करोड़ का राजस्व संग्रह का लक्ष्थ रखा था, जिसे योगी सरकार ने 2017-2018 के लिये 20 हजार 593 करोड़ 23 लाख रूपये निर्धारित किया है।

एनकाउंटर की पड़ताल करने दिल्ली से पहुंचे पत्रकार के पीछे पड़ गई राजस्थान पुलिस!

दैनिक भास्कर के नई दिल्ली में राजस्थान ब्यूरो चीफ श्रवणसिंह राठौर आनंद पाल सिंह एनकाउंटर की पड़ताल करने राजस्थान गए तो उनके पीछे ही राजस्थान पुलिस पड़ गई. राजस्थान पुलिस लगातार उनका लोकेशन ट्रैक कर पीछे लगी रही ताकि यह पत्रकार एनकाउंटर का सच न निकाल पाए और सारा खुलासा करके अखबार के जरिये आम लोगों तक सच्चाई न पहुंचा पाए. कहा जा रहा है कि इस एनकाउंटर की सच्चाई सामने आने के बाद राजस्थान के कई बड़े सत्ताधारी नेता मंत्री अफसर नप सकते हैं. 

वर्क रिकार्ड न मिलने पर लेबर इंस्पेक्टर ने काटा भास्कर का चालान

जालंधर से खबर आ रही है कि यहां लेबर इंस्पेक्टर ने दैनिक भास्कर का चालान काट दिया. दरअसल लेबर इंस्पेक्टर रुटीन इंसपेक्शन पर दैनिक भास्कर की प्रेस में पहुंचा. यहां यथोचित वर्क रिकार्ड नहीं मिला. संबंधित वर्क रिकार्ड के बारे में पूछताछ करने पर कोई अधिकारी समुचित जवाब न दे पाया. इससे नाराज लेबर इंस्पेक्टर …

अभिजीत मिश्र और कमलेश सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वारंट

पंजाब पुलिस के लिए दैनिक भास्कर के जालंधर में संपादक रह चुके अभिजीत मिश्रा और भास्कर के पूर्व स्टेट हेड कमलेश सिंह इन दिनों वांछित हैं. पुलिस अरेस्ट वारंट लेकर अभिजीत मिश्रा और कमलेश सिंह की गहनता से तलाश कर रही है. ये वही प्रकरण है जिसमें दैनिक भास्कर केधरमिंदर अत्री गिरफ्तार किए गए थे और जो अब जालंधर की अदालत में क्रिमिनल ट्रायल फेस कर रहे हैं.

प्रदीप शुक्ला बने दैनिक जागरण वाराणसी के नए संपादक, धर्मेंद्र त्रिपाठी को बरेली के संपादक की कुर्सी मिली

खबर बरेली से है. यहां दैनिक जागरण के संपादक के रूप में कार्यरत प्रदीप शुक्ला का ट्रांसफर प्रबंधन ने वाराणसी कर दिया है. प्रदीप बनारस के नए संपादक होंगे. उनकी बरेली की कुर्सी पर धर्मेंद्र त्रिपाठी बैठेंगे जो अभी दैनिक जागरण मुरादाबाद के संपादक हुआ करते थे. ज्ञात हो कि पिछले दिनों दैनिक जागरण बनारस के संपादक आलोक मिश्र को नईदुनिया छत्तीसगढ़ का स्टेट हेड बनाकर भेजा गया. तबसे कयास लगाए जा रहे थे कि बनारस का संपादक किसे बनाया जाएगा.

भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों में इतने सारे दागी हैं, पर इस्तीफा केवल तेजस्वी यादव का चाहिए!

*तेजस्वी यादव का इस्तीफा चाहिए?

-ठीक है, पर नरोत्तम मिश्रा को तो मंत्री पद से हटा दीजिए न. आरोप साबित हो गए हैं। कदाचारी साबित हुए हैं। विधायकी चली गई है। बहुत बदनामी हो रही है।

*-देखिए, वो मामला अलग है।

-तो सुषमा स्वराज को ही हटा दीजिए, ललित मोदी की हेल्पर हैं। उनकी बेटी ललित मोदी की वकील हैं। सुषमा ने इस भगोड़े के लिए सिफारिशी चिट्ठी लिखी थी।

जिस पत्रकार की पिटाई के खिलाफ मीडियाकर्मी मार्च निकाल रहे थे, वह सम्मान पाने में व्यस्त था!

Vinayak Vijeta : अब मैं खुद को शर्मिन्दा महसूस कर रहा हूं. जिस पत्रकार की पिटाई के कारण मीडिया थी उद्वेलित, वह पत्रकार सुनील केसरी भामाशाह सम्मान पाने में था व्यस्त. बीते 12 जुलाई को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सुरक्षाकर्मियों द्वारा दो पत्रकार छायाकार राहुल और सुनील कुमार केसरी से बदसलूकी और हाथापाई की घटना की आंतरिक सच्चाई मैं नहीं जान पाया था क्योंकि कुछ पारिवारिक कारणों से मैं काफी दिनों से पटना से बाहर था।