समय पर वेतन न मिलने के कारण विगत दिनों जनसंदेश लखनऊ के कई बड़े छोटे कर्मचारियों ने संस्थान को अलविदा कह दिया। इन्ही में, जनरल डेस्क इंचार्ज रहे कमल वर्मा संस्थान छोड़ने के बाद जब अपना बकाया वेतन लेने संस्थान पहुंचे तो उन्हे वेतन देने के बजाय संस्थान के एकाउंटेन्ट ने उनके साथ जमकर गाली गलौज की और कहा कि बकाया वेतन नहीं मिलेगा जो करना है कर लो। ऐसा नहीं है कि केवल कमल वर्मा का बेतन बकाया है बल्कि संस्थान के कई कर्मचारियों का पैसा विनीत मौर्या मारे बैठे हैं।
Month: August 2014
क्या द्विज सोच के कारण बिहार के कुछ अखबारों ने ‘मंडल संसद’ की खबर को सेंसर किया?
किसी अखबार में खबर छूट जाये तो संवाददाता की दैनिक मीटिंग में जमकर क्लास ली जाती है। अगर अखबार खुद ही खबर पर कैंची चला दे तो उसे क्या कहा जा सकता है। यह घटना या दुर्घटना अखबरों के लिये आम बात है। अखबरों द्वारा खबर के साथ घटना या दुर्घटना एक सोची-समझी राजनीति के तहत की जाती है। अक्सर समाज के वंचितों की खबरों के साथ मीडिया का दोहरा चेहरा सामने आता है। उसकी मर्जी किस खबर को छापे किस को नहीं। हार्ड हो या सॉफ्ट खबर का मापदण्ड एक ही जैसा होता है। एक बार फिर भारतीय मीडिया का वह चेहरा सामने आया जिसके लिए उसे कटघरे में खड़ा किया जाता रहा है। वह है उसका जातिवादी, हिन्दूवादी और दलित-पिछड़ा विरोधी होना?
समाज कल्याण विभाग के बाबू ने पत्रकार से की मार-पीट, एसोसिएशन ने की बाबू को निलंबित करने की मांग
शाहजहांपुर। जिला समाज कल्याण विभाग के एक बाबू द्वारा पत्रकार पर झूठा आरोप लगा कर मार-पीट करने का मामला सामने आया है। पीड़ित पत्रकार ने भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष को पत्र लिखा है और मामले की जांच करा कर कार्यवाही करने की प्रार्थना की है। वहीं ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की तिलहर इकाइ भी पत्रकार के समर्थन में उतर आई है और डीएम को ज्ञापन देकर दोषी बाबू के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
पत्रकार रविंद्र अग्रवाल मजीठिया प्रकरणः अमर उजाला ने नहीं दिया हाई कोर्ट के नोटिस का जवाब
मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर रविंद्र अग्रवाल द्वारा दायर की गई याचिका पर हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने अमर उजाला को नोटिस जारी कर 28 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था। नियत तारीख पर सरकारी पक्ष के वकील कोर्ट में हाज़िर हुए मगर अमर उजाला की तरफ से न कोई हाज़िर हुआ और न ही जवाब दखिल किया गया। कोर्ट ने अब अमर उजाला को जवाब दाखिल करने के लिए दो सप्ताह का समय और दिया है। मामले की अगली सुनवाई 11 सितंबर को होगी।
जादूगोड़ा पुलिस की बर्बरताः नाबालिग को उलटा लटका कर डंडों से पीटा
जादूगोड़ा। आज एक दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस का बर्बर और दोहरा चेहरा सामने आया है। एक ओर तो जादूगोड़ा पुलिस शातिर अपराधियो को पकड़ने में नाकाम है, कई वारंटी खुलेआम घूम रहे हैं। करोड़ो के ठगी के शिकार पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार देर रात एक 12 वर्षीय बच्चे शिवचरण दास को मोबाइल चोरी के आरोप मे जादूगोड़ा पुलिस ने उलटा लटका कर लाठी डंडों से जमकर पिटाई की। शनिवार को भी बच्चे की लाठी से पिटाई की गयी और बाद में उसे छोड़ दिया गया।
चिटफण्ड, पोंजी और एमएलएम कारोबार को प्रमोट कर रही ‘द भास्कर’ वेबसाइट
‘द भास्कर’ नाम की वेबसाइट जहां एक ओर चिटफण्डिया काराबारियों की खबरें चला रही है, वहीं इससे बढ़कर ये उन तमाम चिटफण्ड, मल्टी-लेवल मार्केटिंग ओैर अन्य पोंजी योजना वाले शातिर लोगों को एक मंच भी उपलब्ध करवा रही है जहां बिटक्वाइन जैसे जोखिम भरे निवेशों को बढ़ावा दिया जा रहा हैं। कुल मिलाकर बात यही हैं कि इनका धंधा ‘मेरी भी चांदी तेरी भी चांदी, लूटे तो जनता’ वाले सिद्धांत पर चल रहा है जिसमें इनकी भी भरी-पूरी कमाई हो रही हैं और उन शातिरों की भी। गरीब, भोली जनता इस रैकेट में फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रही है। युवा भी इस गोरखधंधे का शिकार हो रहे हैं। शायद पत्रकारिता का इससे गिरा हुआ स्तर कोई औऱ नहीं होगा।
दुष्कर्म मामले में बाइज़्ज़त बरी हुए पत्रकार रजत बाजपेयी
जगदलपुर। बलात्कार के एक मामले में आरोपी पत्रकार रजत बाजपेयी को निर्दोष करार देते हुए अदालत ने बरी कर दिया। फास्ट ट्रैक कोर्ट बस्तर के अपर सत्र न्यायाधीश ने फैसले में कहा कि इस मामले में सबूतों और मेडिकल रिपोर्ट से बलात्संग की पुष्टि नहीं होती। प्रार्थनी का कथन और आचरण रिपोर्ट दर्ज करवाने से लेकर न्यायालय में साक्ष्य के स्तर तक बहुत अधिक संदिग्ध रहा है। अदालत ने कहा कि आपराधिक न्याय प्रशासन में किसी स्त्री को संरक्षण रूपी जो ढाल दी गई है प्रार्थिनी ने उसका उपयोग विद्वेषपूर्ण तरीके से आरोपी के विरुद्ध किया है।
हिसार की चुनावी बिसात पर भिड़ेंगे दो उद्योगपति
नई दिल्ली। सिरसा विधानसभा के बाद हिसार विधानसभा का चुनाव भी दिलचस्प होने की संभावना है। हिसार से अग्रवाल समुदाय के दो दिग्गजों के आमने-सामने होने के आसार बढ़ गए हैं। उद्योगपति स्वर्गीय ओम प्रकाश जिंदल की पत्नी सावित्री जिंदल हिसार की मौजूदा विधायिका हैं। सावित्री कांग्रेस टिकट पर चुनी गई थीं और इस बार पार्टी उन्हें ही उम्मीदवार घोषित करेगी। इधर ज़ी टीवी चैनल समूह के प्रमुख सुभाष चन्द्र गोयनका भी इसी सीट से भाजपा टिकट पर चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं। वैसे भी भाजपा को सुभाष चन्द्र गोयनका से ज्यादा दमदार उम्मीदवार नज़र नहीं आ रहा। सूत्रों की मानें तो गोयनका की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से पहले ही बात हो चुकी है।
तारा शाहदेव प्रकरण में रांची पुलिस और पत्रकारों का खेल
रांची का तारा शाहदेव रक़ीबुल हसन प्रकरण केवल घरेलु हिंसा का मामला नहीं है। यह लव जेहाद से जुड़ा है और हमारी मातृसत्तात्मक संस्कृति के हनन का अत्यंत गंभीर मामला है। रांची पुलिस के आला अधिकारी और कुछ बिकाऊ पत्रकारों ने शुरू में इस मामले को दबाने की कोशिश की लेकिन कुछ निर्भीक प्रिंट और इलैक्ट्रॉनिक मीडिया ने सच्चाई उभार कर रख दी। यह मामला इंडियन मुजाहिदीन और हवाला से भी जुड़ा है। अब इसकी भी जाँच होनी चाहिए कि वे कौन से आला पुलिस अधिकारी और क्राइम रिपोर्टर हैं जिन्होने मोटा पैसा खाया है?
कम्युनल शूटआउट @ रांचीः तारा शाहदेव प्रकरण का सच
तमाम तरह की पुलिसिया कार्रवाई के बाद आखिर में शूटर तारा शाहदेव के पति रंजीत सिंह उर्फ रकीबुल उर्फ बब्बा दिल्ली के महिपालपुर पालम इलाके से गिरफ्तार कर लिए गए हैं। रकीबुल और उसकी मां कौशल रानी उर्फ कौसर परवीन को लेकर रांची पुलिस लौट आई है। अब मां बेटे दोनों हिरासत में हैं। दिल्ली में हुई शुरूआती पूछताछ में रकीबुल ने कहा है कि वह सिख है और सभी धर्मों को मानता है और पत्नी के साथ उसका बस पैसे को लेकर झगड़ा है। रंजीत ने यह भी कहा है कि उसे किसी राजनीतिक साजिश के तहत फंसाने की कोशिश की जा रही है।
जनता विकास चाहती है लेकिन नेता जातिवादी राजनीति से बाज नहीं आते
राजनेताओं और जनता की सोच में जमीन-आसमान का फर्क है। नेताओं को वोट बैंक की तो जनता को पेट की भूख हर समय कचोटती रहती है। इसे देश का दुर्भाग्य ही कहा जा जायेगा कि देश को आजाद हुए छह दशक से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन आज तक यहां के नागरिकों के पेट और नेताओं की वोट की भूख मिट नहीं सकी है। देखने में तो दोनों भूखों में काफी अंतर दिखाई देता है, परंतु हकीकत में दोनों एक-दूसरे की पूरक हैं। निश्चित मान कर चलिये जिस दिन नेताओं की वोट बैंक की भूख शांत हो जायेगी, उसी दिन से देश की जनता को भी भूख से बिलखते हुए सोना नहीं पड़ेगा।
रही सही कसर पुण्य प्रसून वाजपेयी ने पूरी कर दी, आर या पार करके!
Abhishek Srivastava : हिंदू राष्ट्र संबंधी बयानबाज़ी ने फ्रांसिस डिसूज़ा से लेकर नज़मा हेपतुल्ला तक वाया मोहन भागवत लंबा सफ़र तय कर लिया, लेकिन इसमें एक कसर बाकी रह गई थी जिसे आज पुण्य प्रसून वाजपेयी ने पूरा कर दिया। प्रसूनजी बोले कि इतने बयान आ रहे हैं, आरएसएस की विचाधारा को फैलाया जा रहा है, तो क्यों नहीं सरकार इस संबंध में संविधान में एक संशोधन कर देती है?
पत्रकारिता में आज 80 फीसदी स्टेनोग्राफर हैं जो धीरे-धीरे कॉरपोरेट स्टेनोग्राफर होते जा रहे हैं : पी साईनाथ
Abhishek Srivastava : हिरोशिमा-नगासाकी पर बम गिराए जाने के बाद The Times of India ने अपने 11 नंबर पेज पर शीर्षक लगाया था, “Excellent results in raid on Nagasaki” और इसके नीचे एक और ख़बर थी जिसका शीर्षक था, “Uranium shares go up 90 points after Hiroshima.” इस घटना पर पूरी दुनिया में वाइट हाउस …
मीडिया देश हित के नाम पर कॉरपोरेट हित में काम कर रहा है : उर्मिलेश
पटना में सामाजिक संस्था बागडोर के तत्वावधान में शनिवार को आयोजित मंडल संसद को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश ने कहा है कि मीडिया देश हित के नाम पर असल में कॉरपोरेट के हित में काम कर रहा है। यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है, जिससे सामाजिक न्याय की अवधारणा आहत हो रही है। इससे पिछड़े और वंचित वर्ग के हक-सरोकारों पर कुठाराघात हो रहा है। उन्होंने कहा कि धर्म संसद और लव जेहाद जैसे शब्दों की आड़ में मीडिया देश के आर्थिक व सामाजिक रूप से वंचित बहुसंख्यक समाज के हितों की अनदेखी कर रहा है। आरक्षण व मंडल आयोग का उल्लेख करते हुए उर्मिलेश ने कहा कि मंडल आयोग सिर्फ आरक्षण का मसौदा नहीं है, इसने सामाजिक व्यवस्था को भी बदला है।
उत्तराखंड में पूर्व विधायक यशपाल पर महिला पत्रकार ने लगाया यौन शोषण का आरोप
पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष और पूर्व विधायक यशपाल बेनाम पर एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला ने एसएसपी देहरादून से मिलकर इस मामले की शिकायत की। पीड़िता ने शिकायत मे कहा है कि, वो एक मैग्जीन मे काम करती है और मैग्जीन के लिए विज्ञापन लेने हेतु यशपाल बेनाम से मिलने उनके कार्यालय पहुंची थी। वहां पर यशपाल बेनाम ने उसके साथ अश्लील हरकत की और इसके बाद यशपाल बेनाम लगातार उसे फोन पर परेशान कर रहे हैं।
स्वामी निरंजनानंद सरस्वती के नेतृत्व में दिल्ली में ‘Know Yourself YOGOTSAV’ 18 सितंबर से
बिहार स्कूल आफ योगा, विश्व योगपीठ, मुंगेर वाले स्वामी निरंजनानंद सरस्वती दिल्ली पधार रहे हैं. 18 सितंबर से 21 सितंबर 2014 तक वे दिल्ली वालों के लिए मौजूद रहेंगे. इन चार दिनों तक दिल्ली के त्यागराज स्पोर्ट्स स्टेडियम में रोजाना सुबह शाम योग शिविर लगेगा जिसमें कोई भी प्रवेश ले सकता है. प्रवेश निःशुल्क है. दिल्ली में योग शिविर का आयोजन सिटिजेन आफ दिल्ली और बिहार स्कूल आफ योगा के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है.
अब जम्मू से भी छपेगा टाइम्स ऑफ इंडिया
जम्मू्-कश्मीर में विधान सभा चुनावों से ठीक पहले दिग्गज अखबार समूह बेनेट एंड कोलमैन का अंग्रेजी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया (Times of India) अब जम्मू से भी प्रकाशित होगा। उसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अखबार की छपाई जम्मू में ही दैनिक जागरण के प्रेस में होनी है। उसके लिए टाइम्स ऑफ इंडिया की टीम जागरण प्रेस का निरीक्षण भी कर आई है। जम्मू में इस बड़े अखबार समूह के दस्तक देने से जहां स्थानीय अखबारों को कड़ी व्यावसायिक चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, वहीं नया जॉब वर्क मिलने से जागरण समूह की आय के लिए एक और स्रोत खुलेगा, जिससे उसकी कमाई में इजाफा होगा।
बेशरम मीडिया वालों को सुप्रीम कोर्ट ने दिखाया आइना, मीडिया ट्रायल पर मानक तय करने की तैयारी
: किसी संदिग्ध व्यक्ति की गिरफ्तारी के तुरंत बाद मीडिया ब्रीफिंग पर लगनी चाहिए रोक : नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया अराजकता और मीडिया ट्रायल को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। मीडिया वालों की बेशरमी के कारण सुप्रीम कोर्ट ने लगाम लगाने की भी तैयारी की है। आपराधिक मामलों में आरोपियों की मीडिया ट्रायल की बढ़ती प्रवृत्ति को इन आरोपियों के अधिकारों में हस्तक्षेप एवं उनका अपमान करार देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने इस बारे में एक मानक तय करने के संकेत दिए हैं।
‘रांची एक्सप्रेस’ के पत्रकार भीम स्वर्णकार का निधन
हजारीबाग से खबर है कि ‘रांची एक्सप्रेस’ अखबार के बरही संवाददाता भीम स्वर्णकार का निधन हो गया. वह पिछले दो माह से बीमार चल रहे थे. उनका इलाज जमशेदपुर में किया जा रहा था. कल चिकित्सकों ने परिजनों को जवाब देते हुए कहा कि इन्हें घर ले जाएं. बताया जाता है कि घर आने के कुछ ही क्षणों बाद उनका देहावसान हो गया. स्वर्णकार अपने पीछे दो पुत्र व दो पुत्री सहित भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं.
स्टिंग कर रहे पत्रकार का मोबाइल छीनकर भाग निकले ट्रैफिक पुलिसकर्मी, सस्पेंड
रायपुर से खबर है कि ड्यूटी छोड़कर वसूली में लिप्त दो पुलिस कर्मियों का एक पत्रकार ने शुक्रवार को वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया तो पुलिस वालों ने पत्रकार का मोबाइल छीन लिया. इसके बाद दोनों पुलिस वाले मोटरसाइकिल से भाग गए. पत्रकार ने इसकी सूचना एसपी को दी. एसपी ने दोनों पुलिस कर्मियों को तलब किया. पत्रकार का मोबाइल वापस कर दोनों को निलंबित कर दिया है.
‘चैनल वन’ के स्पोर्ट्स एटिडर मनीष शर्मा इंटरनेशन स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट ट्रेनिंग के लिए श्रीलंका जाएंगे
न्यूज चैनल ‘चैनल वन’ में स्पोर्ट्स एडिटर / एंकर और प्राइम टाइम प्रोग्राम देख रहे मनीष शर्मा का चयन कोलंबो में श्रीलंका खेल मंत्रालय की ओर से 3 से 7 सितंबर के बीच आयोजित होने वाले दो दिनी इंटरनेशन स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट ट्रेनिंग वर्कशॉप-कम-सेमिनार के लिए हुआ है। पहले इस वर्कशॉप का आयोजन 7 से 8 अगस्त के बीच होना था। लेकिन अब अब इसका आयोजन 3 से 7 सितंबर के बीच श्रीलंका खेल मंत्रालय के ऑडिटोरियम में किया जाएगा। भारत से कई खेल पत्रकारों ने इस कार्यक्रम के लिए अपना रिज्यूम भेजा था।
#ManishSharma
मैंने कृष्णा सोबती जैसी बड़ी लेखिका को भी पुरस्कार लेने के लिए रिहर्सल करते देखा है : विमल कुमार
#VimalKumar
Vimal Kumar : करीब 15 साल पहले मैं राष्ट्रपति भवन में भारतीय भाषा परिषद् के पुरस्कार समारोह को कवर करने गया था तो मैंने कृष्णा सोबती जैसी बड़ी लेखिका को भी पुरस्कार लेने के लिए रिहर्सल करते देखा तब मुझे झटका लगा था. तब प्रभाकर श्रोत्रिय परिषद् के निदेशक थे. मैंने जनसत्ता में पुरस्कारों का रिहर्सल शीर्षक से एक लेख लिखा था. गिरिराज किशोर ने रिहर्सल को जायज़ ठहराते हुए मेरे लेख के जवाब में एक लेख लिखा. उस दिन मैं समझ गया कि हमारे देश के लेखकों में आत्मस्वाभिमान नाम की कोई चीज़ नहीं है. वे किसी के हाथों कोई पुरस्कार ले सकते हैं उसके लिए कुछ भी कर सकते हैं. इसमें हमारे कुछ वामपंथी दोस्त भी शामिल हैं.
ओम थानवी जी से कहूंगा कि आपका लंबा दौर चला, अब दूसरे लोगों को आने दीजिए : अवधेश कुमार
Awadhesh Kumar : ओम थानवी जी का दर्द… मैं ओम थानवी जी की पोस्ट पढ़ता हूं, पर उस पर टिप्पणियां कभी-कभार करता हूं। जब वे साहित्य, कला, संस्कृति, सिनेमा, समाज आदि पर लिखते हैं तो उसमें अंतःशक्ति होती है- शब्द, सोच, प्रस्तुति सभी स्तरों पर। राजनीति पर खासकर भाजपा, संघ, नरेन्द्र मोदी पर जब वे लिखते हैं तो भी पढ़ता हूं, पर जो भाव आता है उसे कभी व्यक्त नहीं करता। न करना चाहूंगा। लेकिन आज उन्होंने जो पोस्ट लिखा, उस पर टिप्पणी के रुप में अलग से लंबा पोस्ट लिखने से नहीं रोक पा रहा हूं। अगर उनको कष्ट हो तो मैं पहले ही क्षमा मांग लेता हूं। मैं उनसे छोटा हूं, इसलिए वे अवश्य क्षमा कर देंगे।
#AwadheshKumar
अलविदा बिपिन चन्द्रा, अलविदा बलराज पुरी.
Samar Anarya : अलविदा बिपिन चन्द्रा, अलविदा बलराज पुरी. अब भी याद है कि इलाहाबाद में साइकोलॉजी में एमए पूरा कर लेने के बाद सामने मौजूद दो विकल्पों में से एक चुनना कितना मुश्किल था. एक तो क्लिनिकल साइकोलॉजी जो इलाहाबाद शहर के बाद अपनी दूसरी माशूक थी तो एक तरफ वो इंकलाबी जज्बा जिसे क्रान्ति हुई ही दिखती थी.
आईसीयू से बाहर आए पत्रकार सत्येंद्र, हालत बेहतर, स्वामी बालेंदु ने भी की आर्थिक मदद की अपील
दिल्ली में बिजनेस स्टैंडर्ड हिंदी के पत्रकार सत्येंद्र प्रताप सिंह के मुंह के कैंसर का सफल आपरेशन हुआ और अब सूचना है कि सत्येंद्र आईसीयू से बाहर आ गए हैं. उन्होंने खुद होश में आने और आईसीयू से बाहर लाए जाने के बाद एफबी पर लिखकर इसकी जानकारी दी है.
Satyendra P Singh लिखते हैं- ”लगता है कि पत्नी ने भाई को बताया कि फेसबुक खेले बगैर मैं स्वस्थ नहीं होउंगा और छोटे भाई ने पकड़ा दिया। icu से बाहर हूँ 🙂 ”.
प्रसिद्ध इतिहासकार बिपिन चंद्र का 86 वर्ष की उम्र में निधन
देश के प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर बिपिन चंद्र का शनिवार को निधन हो गया। वे 86 वर्ष के थे। उन्हे राजनीतिक इतिहास और अर्थशास्त्र, महात्मा गांधी और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन जैसे विषयों का प्रमुख विद्वान माना जाता है। चंद्रा ने दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय में अध्यापन कार्य किया। वे जेएनयू के सेंटर फॉर हिस्टॉरिकल स्टडीज़ के अध्यक्ष भी रहे। चंद्रा 1993 में यूजीसी के सदस्य भी रहे।
प्रो. बिपिन चंद्र
पोर्न वोबसाइटों तक पहुंच को नियंत्रित करने के उपाय करे केन्द्र सरकार: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए इंटरनेट पर पोर्नोग्राफिक सामग्री तक अप्रतिबंधित पहुंच को नियंत्रित करने के लिए तकनीक एवं कानून और शासन के मध्य समन्वय की अपील की।
27 सितंबर से लखनऊ में शुरू होगा ‘मिड डे एक्टिविस्ट’, भर्तियों के लिए विज्ञापन जारी
लखनऊ में पहली बार मीडिया के दो दिग्गजों का प्रयोग 27 सितंबर से शुरू हो रहा है। ‘समाचार प्लस’ (न्यूज चैनल) के मालिक उमेश कुमार और ‘वीकएंड टाइम्स’ (समाचार पत्र) के मालिक संजय शर्मा के संयुक्त प्रयास से 27 सितंबर से लखनऊ में सांध्य दैनिक ‘द मिड डे एक्टिविस्ट’ की शुरुआत हो रही है। 27 सितंबर को इसका विमोचन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कर रहे हैं। लखनऊ भर में जबरदस्त तरीके से जिस आक्रामक अंदाज में अखबार का प्रचार किया जा रहा है उससे लग रहा है कि लखनऊ के लोगों को एक नये तेवर वाला सांध्य दैनिक मिल सकेगा।
मीडिया में आदिवासियों की भागीदारी पर सवाल उठना चाहिए: आनंद प्रधान
धीरे-धीरे जल-जंगल और जमीन विकास की भेंट चढ़ते जा रहे हैं। आदिवासियों को विकास के नाम पर जंगलों से बेदख़ल किया जा रहा है। ऐसे में पूरी तरह से जंगलों पर निर्भर आदिवासियों को शहरों/कस्बों का रुख करना पड़ रहा है। अपनी ज़मीन और पर्यावरण से मजबूरन बिछड़ रहे इन आदिवासियों को न केवल तथाकथित पढ़े-लिखे लोग ही हिकारत की नज़र से देख रहे हैं, अपितु कॉर्पोरेट जगत के इशारे पर मीडिया भी उनके प्रति भेदभाव वाला रुख किए हुए है। इसके फलस्वरूप उनकी जीवनशैली, संस्कृति, रीति-रिवाज़ आदि दरक-दरक कर टूटते-बिखरते जा रहे हैं।
यूपी सीएम के सलाहकार करनैल सिंह का निधन
लखनऊ, 29 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सलाहकार, करनैल सिंह का शुक्रवार देर शाम हृदयाघात से निधन हो गया। 66 वर्षीय सिंह 1974 बैच के आईएएस अधिकारी थे। उन्हे 26 जुलाई को मुख्यमंत्री का सलाहकार नियुक्त किया गया था।
मैं अपनी भावनाएं-विचार व्यक्त करता रहूंगा, भले ही यश मिले या अपयश, मित्र मिलें या शत्रु, मान मिले या अपमान : अमिताभ ठाकुर
Amitabh Thakur: अमिताभ माफ़ी मांगो वर्ना! ….. मुझे डरना अच्छा लगता है क्योंकि टीवी वाले कहते हैं “डर के आगे जीत है”. मैंने “गाँधी और उनके सेक्स-प्रयोग” शीर्षक से जो नोट लिखा था वह मुझे जीवन के कई नए आयाम दिखा रहा है. मैंने अपने लेख में मूल रूप से गाँधी के दूसरी विवाहित/अविवाहित महिलाओं के साथ नंगे अथवा अन्यथा सार्वजनिक रूप से सोने के प्रयोग पर कड़ी टिप्पणी करते हुए उसे पूर्णतया गलत बताया और कहा कि यदि हर आदमी ऐसा करने लगे तो समाज की संरचना वहीँ समाप्त हो जाएगी. मैंने कहा कि गाँधी ऐसा मात्र अपने मजबूत सामाजिक और राजनैतिक रसूख के कारण कर पाए, यद्यपि उनके आश्रम में ये सभी नियम मात्र उनके लिए लागू होते थे, अन्य लोगों को इस प्रकार दूसरी महिलाओं के साथ सोने की छूट नहीं थी बल्कि उन्हें उलटे ब्रह्मचर्य और अलग-अलग सोने के आदेश थे जो उनके दोहरे व्यक्तित्व को प्रदर्शित करता है. मैंने कहा कि मैं उक्त कारणों से निजी स्तर पर गाँधी को अपना राष्ट्रपिता मानने से इनकार करता हूँ.
मुस्लिम लड़कियों पर योगी आदित्यनाथ का विवादित बयान, जेयूसीएस ने की संसद सदस्यता ख़ारिज करने की मांग
लखनऊ 29 अगस्त 2014। जर्नलिस्ट्स यूनियन फॉर सिविल सोसाइटी(जेयूसीएस) द्वारा जारी विज्ञप्ति में डॉक्यूमेंट्री फिल्मकार शाहनवाज आलम, राजीव यादव व लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि पिछले दिनों भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ के विवादित वीडियो जिसमें वे मुस्लिम लड़कियों को जबरन हिंदू बनाने की बात कर रहे हैं के बारे में मीडिया माध्यम के जरिए उन्हें मालूम चला। उक्त वीडियो के बारे में फिल्मकारों का कहना है दलितों के हिंदूकरण, महिला हिंसा, सांप्रदायिकता और आतंकवाद की राजनीति पर केन्द्रित डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘SAFFRON WAR’ का हिस्सा है। जिसे 2011 से ही कई फिल्म महोत्सवों व अकादमिक गोष्ठियों में दिखाया जाता रहा है।
Repeal AFPSA, Release Sharmila: Save Sharmila Solidarity Campaign
Save Sharmila Solidarity Campaign (SSSC) is a nation-wide campaign in support of Irom Sharmila and for the repeal of the draconian law of AFSPA. For three years now, it has been working to spread awareness, mobilise support and generate political pressure to repeal the law. In this regard, it has organised awareness campaigns, public demonstrations, two nation-wide awareness rallies, nation-wide signature campaign, met NHRC chairperson, written letters to PMO, the President and other authorities etc. It is an umbrella of many civil society organisations.
रिलायंस कोल ब्लॉकः प्रदूषण से चौपट खेती, लूट और अतिक्रमण के विरोध में फूटा ग्रामीणों का गुस्सा
सिंगरौली। मंगलवार, 26 अगस्त, को अमलोरी स्थित रिलायंस कोल ब्लॉक के मुख्य द्वार पर कन्वेयर बेल्ट के नीचे रिलायंस और प्रशासन की वादा खिलाफी के विरोध में मुहेर और अमलोरी गांव के लोगों ने धरना दिया। इस धरने में दोनों ही गांव के सैकड़ों स्त्री-पुरूष शामिल हुए। धरना स्थल पर सुबह 7 बजे से ही लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया था। इस बाबत जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी रामजी बसोर ने बताया कि यह धरना कम्पनी के द्वारा किये जा रहे अन्याय और कम्पनी को मिली प्रशासनिक शह के खिलाफ आयोजित किया गया।
अमर उजाला ने तस्वीर समेत छापा मृत व्यवसायी का बयान
आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन मृत व्यक्ति बयान दे सकता है और वो छप भी सकता है। लेकिन कोई साधारण अख़बार और पत्रकार ऐसा नहीं कर सकता। ऐसा करने के लिए कुछ खास होना चाहिए और वो खास बात अमर उजाला और उसके पत्रकारों में है।
बलिया में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, पुलिस ने रिपोर्ट लिखने में की आनाकानी
देश में भले ही तमाम नए कानून बन गए हों और पूरा देश चिंतित नजर आ रहा हो लेकिन महिलाओं के खिलाफ उपराध थमने की बात तो छोड़िए, कम होने का नाम भी नहीं ले रहे हैं। 15 अगस्त को लाल किले से भाषण देते हुए प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में आम जनता से ये सवाल किया था, कि क्यों परिवार के लोग केवल बच्चियों से पूछते हैं कि बेटी कहाँ जा रही हो, किसी ने अपने लड़के से कभी क्यों नही पूछा। ये दिखाता है कि सत्ता शीर्ष महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के प्रति चिंतित है। फिर भी सवाल ये उठता है कि इस सब के बावजूद महिला असुरक्षित क्यों हैं?
मुख्यमंत्री अखिलेश उवाच- नकल करके सिर्फ बन सकते हैं पत्रकार
बीते हफ्ते शुक्रवार के दिन यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्रकारों पर की गई एक टिप्पणी यूपी के मीडियावालों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. कार्यक्रम अमर उजाला की तरफ से आयोजित था. इसमें प्रदेश के मेधावी छात्रों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में लैपटॉप दिया. अमर उजाला के इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पत्रकारों को एक टिप्पणी करके भरपूर बेइज्जत किया. लैपटॉप वितरण के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंच से बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों, पढ़ने-लिखने में मन लगाना क्योंकि नकल करके आईएएस तो नहीं बन सकते, हां पत्रकार बन सकते हो.
विज्ञापन देकर यूपी सरकार की किरकिरी रोकने में जुटे मुलायम और अखिलेश
Prashant Mishra : पिछले कुछ अंकों में ‘इण्डिया टुडे’ पत्रिका ने उ.प्र. सरकार की अच्छी खिंचाई कर रखी थी. पिछले महीने “यूपी लोक सेवा आयोग में यादव राज” करके एक अच्छी और जरूरी रिपोर्ट (पीयूष बवेले की) लगाई जिसपर “आज तक” में पुण्य प्रसून बाजपेयी ने भी एक स्टोरी की.
पत्रकार सत्येंद्र का छह घंटे तक चला मुख कैंसर का आपरेशन, आर्थिक मदद की अपील
दिल्ली के रोहिणी-5 स्थित राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में पत्रकार सत्येंद्र प्रताप सिंह का कल मुख कैंसर का आपरेशन हुआ. आपरेशन करीब छह घंटे तक चला. डाक्टरों का कहना है कि आपरेशन सफल रहा. सत्येंद्र को अभी आईसीयू में रखा गया है और अगले कुछ दिनों तक आईसीयू में ही रहने की संभावना है. सत्येंद्र दिल्ली में हिंदी बिजनेस डेली बिजनेस स्टैंर्डड में मुख्य उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं.
टीवी पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल को भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार
IBN7 में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल को साल 2011 के भारतेंदु पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें उनकी किताब ‘टेलीविजन की भाषा’ के लिए ये पुरस्कार 9 सितंबर को सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर दोपहर 3 बजे न्यू मीडिया सेंटर (शास्त्री भवन के सामने) में आयोजित कार्यक्रम में देंगे। गौरतलब है कि भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा दिया जाने वाला ये पुरस्कार पत्रकारिता जगत के लिए एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है। प्रकाशन विभाग द्वारा गठित एक हाई प्रोफाइल कमेटी बकायदा इसके लिए देश भर की तमाम किताबों में चयन करती है। अलग-अलग कैटेगरी में कई लोगों को ये पुरस्कार दिया जाता है।
आइबीएन7 की स्टोरी इस्लाम और आतंकवाद को खुलेआम पर्याय मानती है!
Vineet Kumar : आप मुझे बस इतना बताइए कि आइबीएन7 जब ये बता रहा है कि दो लड़कियां आतंकवादियों के चंगुल से भाग निकली जिन्हें कि शादी का झांसा देकर उन लोगों ने अपने साथ कर लिया था, इस स्टोरी के विजुअल्स में हरे रंग का चांद और लाल रंग का दिल शामिल करने का क्या तुक बनता है? अब जब आप बिना पूरी छानबीन के पहले से ही दर्शकों को आतंकवाद और इस्लाम को एक-दूसरे का पर्याय और इधर धोखाधड़ी और प्रेम को एक करके बता रहे हों तो दर्शको के लिए ये जुमलेबाजी करना कहां मुश्किल रह जाता है कि सारे मुस्लमान आतंकवादी नहीं होते लेकिन सारे आतंकवादी मुस्लमान क्यों हैं?
राजस्थान पत्रिका जयपुर के नए स्थानीय संपादक बने राजीव तिवाड़ी
राजस्थान के जयपुर से सूचना आ रही है कि हरीश मलिक को राजस्थान पत्रिका के स्थानीय संपादक पद से हटा दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक मलिक को ग्रुप एडिटर सेक्रेट्रियट से अटैच किया गया है. उनकी जगह राजीव तिवाड़ी को नया स्थानीय संपादक बनाया गया है. तिवाड़ी काफी समय से पत्रिका समूह से जुड़े हुए हैं और विभिन्न दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं.
मोदी राज आने के बाद ओम थानवी को परिचर्चा के लिए नहीं बुलाता दूरदर्शन
ओम थानवी प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक जनसत्ता के संपादक हैं. बेहद तार्किक और जनपक्षधर पत्रकार माने जाते हैं. सत्ता की भाषा के खिलाफ जनता की भाषा कहने बताने लिखने के लिए जाने जाते हैं. वे अक्सर कई टीवी चैनलों पर परिचर्चाओं में दिख जाते हैं. उनके विरोधी भी उनकी तार्किकता और तथ्यपरकता के कायल हैं. पर जबसे मोदी सरकार केंद्र में आई है तभी से ओम थानवी को सरकारी टीवी चैनल दूरदर्शन ने ब्लैकलिस्टेड कर दिया है. ओम थानवी ने खुद इसका खुलासा अपने फेसबुक वॉल पर किया है. पढ़िए, वे क्या लिखते हैं…
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वरिष्ठ पत्रकार नवीन जोशी हिंदुस्तान, लखनऊ से रिटायर होने के बाद दैनिक भास्कर, पटना से जुड़ गए
वरिष्ठ पत्रकार नवीन जोशी के बारे में सूचना आ रही है कि उन्होंने दैनिक भास्कर, पटना के साथ नयी पारी की शुरुआत की है. बताया जाता है कि उन्हें संपादकीय में गुणवत्ता नियंत्रण (क्वालिटी कंट्रोल) की जिम्मेदारी दी गई है.
यूपी-यूके में ईटीवी नंबर वन, समाचार प्लस नंबर टू पर (34वें हफ्ते की टीआरपी)
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के रीजनल हिंदी न्यूज चैनलों के 34वें हफ्ते के टीआरपी चार्ट के मुताबिक ईटीवी नंबर वन की पोजीशन पर है.
90 वर्ष पुराने अनाथालय में शुभकरण चूड़ीवाला स्मृति समारोह
बिहार के सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी शुभकरण चूड़ीवाला को भागलपुर के नाथनगर स्थित 90 वर्ष पुराने रामानंदी देवी हिन्दू अनाथालय में मदद फांउडेशन द्वारा आयोजित ‘ शुभकरण चूड़ीवाला स्मृति समारोह में याद किया गया। इस अनाथालय की स्थापना सन् 1925 में उस समय की गयी थी जब चंपारण सत्याग्रह के दौरान महात्मा गांधी ने भीतीहरवा आश्रम और देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने सदाकत आश्रम, पटना में वालिका विद्यापीठ की स्थापना की थी। महात्मा गांधी से प्रेरित होकर दीपनाराराण सिंह, कैलाश बिहारी लाल, शुभकरण चूड़ीवाला सहित अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने भागलपुर में इस अनाथालय की स्थापना की। शुभकरण बाबू ने इस अनाथालय को जीवन का एक कालखंड समर्पित किया।
सूर्यकांत बाली की किताब ‘महाभारत का धर्मसंकट’ का उदघाटन करेंगे संघ सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल
मान्यवर, भारतीय संस्कृति के अध्येता और संस्कृत भाषा के विद्वान् डॉ. सूर्यकान्त बाली कृत महाभारत का धर्मसंकट का लोकार्पण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह मान. डॉ. कृष्ण गोपाल के करकमलों से सोमवार, 01 सितंबर, 2014 को सायं 5.00 बजे स्पीकर हॉल, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब, रफी मार्ग, नई दिल्ली में संपन्न होगा।
मोदी का भगवा नवउदारवाद : अगर यह योजना नाकाम रही, तो फिर उग्र हिंदुत्व की राह अपनाई जाएगी!
नरेंद्र दामोदरदास मोदी 26 मई 2014 को तब भारतीय लोकतंत्र की असाधारण क्षमता के प्रतीक बने, जब उन्होंने यह दिखाया कि कैसे एक मामूली पृष्ठभूमि से आने वाला एक साधारण आदमी ऊंचे उठते हुए देश का प्रधानमंत्री बन सकता है. हालांकि उन्हें इस ऊंचाई पर उठाने की पूरी कवायद दुनिया की ऐसी ही सबसे महंगी कवायदों में से एक थी (इस पर अंदाजन 10,000 करोड़ रुपए खर्च हुए), लेकिन इस तथ्य के बावजूद उनके हिमायतियों ने इसे भारतीय लोकतंत्र के चमत्कार के रूप में पेश किया. इस पूरी प्रक्रिया में मोदी ने अंधाधुंध रफ्तार से 300,000 लाख किमी दूरी तय की और 5,800 जगहों पर रैलियों को संबोधित किया. इसमें वो 1350 जगहें भी शामिल हैं, जहां 3डी तकनीक से मोदी की 10 फुट ऊंची होलोग्राफिक छवि का इस्तेमाल करते हुए एक ही वक्त में 100 रैलियों को संबोधित किया गया.
Narendra Modi
‘राजस्थान पत्रिका’ में सुनील जैन को नई जिम्मेदारी, ‘सेंट्रल टुडे’ निकालेंगे कुमार नीलाभ
राजस्थान पत्रिका ने सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुरसिटी से एक नया संस्करण शुरू किया है. इस संस्करण को शुरू करने की जिम्मेदारी बीकानेर के आरई सुनील जैन को दी गयी. सुनील जैन सवाईमाधोपुर में पहले रिपोर्टर के रूप में काम कर चुके हैं.
‘दबंग दुनिया’ की री-लांचिंग 30 को, नई दिल्ली एडिशन जल्द शुरू होगा
इंदौर। तीन राज्यों में नौ स्थानों से प्रकाशित दैनिक दबंग दुनिया की री-लांचिंग हो रही है। ३० अगस्त २०१४ को दैनिक दबंग दुनिया के इंदौर मुख्यालय में आयोजित समारोह में बदलाव का श्रीगणेश होगा। बदलाव के तहत रोजाना अलग-अलग विषयों पर चार पेज की फीचर मैगजीन का प्रकाशन महत्वपूर्ण रहेगा। अखबार की स्टाइल शीट, पेजीनेशन और कंटेंट में भी बदलाव किए गए हैं।
सहारा के लिए गरम और पीएसीएल के प्रति नरम क्यों है सेबी?
सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामला वापस भेज देने के बाद बाज़ार विनियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने पीएसीएल कंपनी की योजनाओं की पूरी जांच-पड़ताल की. नतीजा ये निकाला कि ये कंपनी कई पोन्ज़ी योजनाएं चला रही है। सेबी ने कंपनी को 5 करोड़ 85 लाख निवेशकों से खुले तौर पर भूमि आवंटन के नाम पर जमा किए गए 49,100 करोड़ रुपए लौटाने का आदेश दिया है। तकरीबन 4 करोड़ 63 लाख निवेशकों को अभी भूमि आवंटित की जानी शेष है, और सेबी ने 500 निवेशकों के एक नमूने में पाया कि उनमें से किसी को कभी भी कोई भूमि आवंटित नहीं की गयी। इससे सेबी का ये मत पुष्ट हुआ कि भूमि-आवंटन इस पूरे मामले में धन-शोधन गतिविधियों पर पर्दा डालने के लिए एक छलावा मात्र है।
नेशनल हेराल्ड केसः सोनिया राहुल के खिलाफ सुनवाई नौ दिसंबर को
नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने दैनिक नेशनल हेराल्ड मामले की सुनवाई 9 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी है। इस मामले में अदालत द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य के विरुद्ध सम्मन जारी कर उन्हे अदालत में तलब किया था।
नेपाल से गैरसैंण तक होगी हिमालय बचाओ आंदोलन के तीसरे चरण की पदयात्रा
हिमालय बचाओ आंदोलन के तीसरे चरण में जनचेतना अभियान की पदयात्रा गैरसैंण से नेपाल तक होगी। पहले दो चरणों में 28 दिन में 500 किलोमीटर की पदयात्रा हो चुकी है। मलेथा से गैरसैंण तक की यह यात्रा 92 गांवों से होकर गुजरी। हिमालय बचाओ आंदोलन दल के सदस्यों ने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी बेरोजगारी और पलायन जैसे ज्वलंत मुद्दों को सरकार के समक्ष रखा।
हिमाचल प्रदेश में एसएमओ ने बंधक बनाए पत्रकार, कमरा बंद करके कैमरा और आईडी कार्ड छीने
ऊना (हिमाचल प्रदेश) : क्षेत्रीय अस्पताल में व्याप्त खामियां ‘हिमाचल दस्तक’ में प्रकाशित होने से खफा एसएमओ ने मंगलवार को अस्पताल में कवरेज के लिए पहुंचे पत्रकारों को बंधक बना लिया। कमरे की कुंडी लगाकर पत्रकारों के कैमरा व आईडी कार्ड छीन लिए और पुलिस को भी बुला लिया। घटना की सूचना मिलते ही प्रेस क्लब के पदाधिकारी क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचे। माजरा जानने पर मीडिया कर्मियों ने एसएमओ की जमकर खिंचाई की। माहौल बिगड़ता देख अंत में एसएमओ को सॉरी फील करके अपना पल्लू छुड़ाना पड़ा।
राष्ट्रपति ने 28 विद्वानों को हिन्दी सेवी सम्मान से नवाज़ा, रवीश कुमार को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार
नई दिल्ली। बुधवार 27 अगस्त को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के हिंदी सेवी सम्मान (वर्ष 2010 एवं 2011) कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा संस्थान की हिंदी सेवी सम्मान योजना के अंतर्गत 28 विद्वानों को हिंदी सेवी सम्मान प्रदान किए।
हमारे लाल किला….हमारे हीरो…राजेन्द्र यादव
राजेंद्र जी हमारे हीरो थे। एक ऐसा हीरो जिससे बराबरी के स्तर पर बात की जा सकती थी, बक-झक किया जा सकता था। लड़ा-झगड़ा जा सकता था। 80 पार राजेंद्र जी से असहमत होकर, लड़-भिड़ कर भी उनका दोस्त बना जा सकता था। उनकी दुश्मनी भी सुहाती थी। खरी-खरी कहने-लिखने वाले राजेंद्र अपनी ही पत्रिका और मंच पर खरी-खोटी प्रहार झेल लेते थे। भयंकर निंदा और प्रहार को बर्दाश्त करने की अद्भुत तमीज थी उनमें। निंदा-आलोचना का रस लेते थे। सादर झेलते थे। विवाद को, निंदा को प्रायः आमन्त्रित करते थे। निर्मम आलोचना करते ही नहीं, सहते भी थे।
यूपीएसएसीसी चुनाव कराने को लेकर मुदित माथुर के पक्ष में प्रांशु मिश्रा भी बोले, पढ़िए पत्र
उत्तर प्रदेश में मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति का नया चुनाव नहीं होने को लेकर मुदित माथुर ने आवाज उठाई. हेमंत तिवारी और सिद्धार्थ कलहंस पर आरोप लगाया कि ये लोग नया चुनाव कराने से भाग रहे हैं और इनकी कमेटी पूरी तरह असंवैधानिक हो चुकी है, फिर भी ये लोग लगातार पदाधिकारी बने हुए हैं. वरिष्ठ पत्रकार मुदित माथुर ने एक ग्रुप मेल भेजकर जब आवाज उठाई तो टाइम्स नाऊ, यूपी के पत्रकार प्रांशु मिश्रा ने मुदित का समर्थन किया और उनकी बात को मजबूती प्रदान की. पढ़िए, प्रांशु ने क्या लिखा है…
Homage to U R Ananthamurthy
The Delhi Union of Journalists paid glowing tributes to the memory of renowned writer and social activist U.R. Ananthamurthy. In a resolution adopted at a meeting of its office bearers held on August 27 the DUJ noted that the writer had made a big impact on Indian literature through his socially relevant writings.
यूपी में जितने सत्ता केंद्र उतने ही अफसरों के गुट, जनता बेचारी रोये फूट-फूट
: यूपी में नाजुक होते नेताओं-नौकरशाहों के रिश्ते से विकास कार्यों और कानून व्यवस्था पर बुरा प्रभाव : उत्तर प्रदेश की नौकरशाहों और राजनेताओं के रिश्ते भी निराले हैं। वर्षों से दोनों के बीच आंख-मिचौली का खेल चल रहा है। कब कौन कहां किसको पटकनी दे दे, कोई नहीं जानता। वैसे तो यह टकराव कोई खास मायने नहीं रखता है, लेकिन जब इसका असर समाज के किसी हिस्से पर पड़े तो इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। सच्चाई तो यही है कि अब देश, समाज और संविधान के तहत काम करने की कसम खाने वाले नौकरशाह और राजनेता जनता के हितों के बारे में रत्ती भर भी नहीं सोचते हैं। अगर ऐसा न होता तो उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा सरकार की तरफ से छह वर्षों में अपने अफसरों को 13 पत्र लिखे जाने के बाद भी हालत जस के तस नहीं रहते।
दीपक चौरसिया का कमाल – ‘इंडिया न्यूज’ टाप फोर हिंदी न्यूज चैनल्स में, सुधीर चौधरी हुए डाउन – जी न्यूज पांचवें पर खिसका
हिंदी न्यूज चैनलों की 34वें हफ्ते की टीआरपी आ गई है. शुरुआती टाप थ्री चैनल्स की टीआरपी गिरी है लेकिन तीनों की ही अपनी अपनी रैंकिंग बरकरार है. आजतक नंबर वन बना हुआ है. एबीपी न्यूज नंबर दो की पोजीशन में है. इंडिया टीवी लगातार नंबर तीन पर चल रहा है. इंडिया न्यूज ने करिश्मा दिखाते हुए नंबर चार की पोजीशन हथिया ली है. जी न्यूज नंबर पांच पर पहुंच गया है. हालांकि इंडिया न्यूज और जी न्यूज की टीआरपी बराबर है लेकिन उछाल के मद्देनजर इंडिया न्यूज नंबर चार पर माना जाएगा.
अगर गूगल भारत सरकार के अधीन होता…
इस समय मेरे कंप्यूटर पर अमेजन.इन वेबसाइट खुली हुई है और मैं इस पर मशहूर लेखक रस्किन बॉण्ड की कुछ किताबें तलाश रहा हूं। रस्किन मेरे सबसे ज्यादा पसंदीदा लेखक हैं। वे उन बहुत कम लोगों की सूची में शामिल हैं जिनसे मैं एक बार हाथ मिलाने की इच्छा रखता हूं। वे बहुत अद्भुत लेखक हैं। अमेजन के मुताबिक उसके पास रस्किन की कई किताबें हैं जिन्हें वह निर्धारित समय तक आपके पते पर पहुंचा देगी। मेरे घर के पास एक पेड़ पर कौआ भी बैठा है। वह पिछले दस मिनट से बोल रहा है लेकिन मुझे उसकी आवाज से कोई परेशानी नहीं है। अगर मैं मेरी दादी की बात को सच मानूं तो बहुत जल्द मेरे घर कोई मेहमान या उसका खत आएगा। मैं दोबारा कंप्यूटर की स्क्रीन पर अपना ध्यान केंद्रित करता हूं। मुझे उस पर एक किताब पसंद आती है और मैं उसका ऑर्डर भेज देता हूं। मेरा ऑर्डर कंपनी को मिला कि नहीं, यह जानना मेरे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि मैं किसी वेबसाइट के जरिए पहली बार कोई चीज खरीद रहा हूं। मैं अमेजन को फोन करता हूं तो वहां काम करने वाले लोग विनम्रतापूर्वक मेरी बात सुनते हैं। वे मुझे आश्वस्त करते हैं कि तय समय से पहले ही मेरी किताब मुझे मिल जाएगी। किसी वेबसाइट से कोई भी चीज खरीदने का यह मेरा पहला अनुभव था जो मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा अच्छा रहा।
रिचर्ड एटेनबरो का सपना थी ‘गांधी’
अचानक ब्रिटिश अभिनेता, निर्माता, निर्देशक सर रिचर्ड एटेनबरो के निधन का समाचार सुना तो बहुत ही दुख हुआ। उनका रविवार 24 अगस्त 2014 को 90 वर्ष की अवस्था में लंदन में निधन हो गया। वे लंबे अरसे से बीमार थे और नर्सों की देखरेख में जिंदगी के बाकी पल बिता रहे थे। वे अपनी पत्नी शेला सिम के साथ रहते थे। जो 92 साल की हैं। शेला से उनकी शादी 1945 में हुई थी। 1943 से लेकर 2007 तक वह फिल्मों में किसी न किसी रूप में सक्रिय रहे, चाहे अभिनय हो या फिल्म निर्माण और निर्देशन। उन्हें ब्रिटिश एकाडेमी आफ फिल्म एंड टेलिविजन आर्ट्स समेत कई सम्मान मिले जिनमें आस्कर भी शामिल है। 1983 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित किया। 1982 में उन्हें फिल्म ‘गांधी’ के लिए 8 आस्कर एवार्ड मिले जिनमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का भी एवार्ड शामिल था।
पीआईएल सूनामी से बचने के लिए कोर्ट ने कहाः संस्था, प्रति पीआईएल जमा करे 25000 रुपए
इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच ने आदेश दिया है कि उनके द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर को प्रति पीआईएल 25000 रुपये जमा करने का 11 अप्रैल, 2014 का आदेश पीपल्स फोरम संस्था पर भी लागू होगा।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी जब बोल पड़ा- ”नवभारत टाइम्स के संपादक हैं प्रत्यूष, नाम सुना है कभी? हमारे रिश्तेदार हैं”
दिल्ली : ट्रैफिक पुलिसकर्मी उमेश तिवारी, पत्रकार प्रत्यूषजी का नाम लेकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे। यह दबाव उन्हें इसलिए बनाना पड़ रहा था क्योंकि वे एक काले रंग का शीशा लगाकर जा रही गाड़ी का चालान नहीं करना चाहते थे। यह घटना 22 अगस्त की है, जब लोदी रोड़ स्थित आईएसआई में एक सज्जन से मिलने के लिए दोपहर में अपने एक परिचित के साथ जा रहा था।
जगदलपुर के युवा पत्रकार अशोक देवांगन का सड़क हादसे में निधन
जगदलपुर (छत्तीसगढ़) : स्थानीय पत्रकार और रायपुर से प्रकाशित हिंदी दैनिक देशबंधु के प्रतिनिधि अशोक देवांगन का परसों देर रात एक सड़क हादसे में निधन हो गया. वे मात्र 30 वर्ष के थे.
यूपी मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के चुनाव को लेकर मुदित माथुर ने लिखा पत्र
Dated 27th August, 2014
Dear Mr Sehgal
Please refer to our talks yesterday in presence of Mr Pramod Goswami regarding tenure of our committee. I am forwarding you a communiqué of election officers who conducted and declared last elections results, together with a copy of the Rules of UP State Accredited Correspondent Committee as resolved and finally adopted by our GBM and circulated to all of us before last elections with duly signed by all the then executive committee members and office bearers.
यूपी के सीतापुर में एक पत्रकार ने साथी पत्रकार को गोली मारी, हालत गंभीर
सीतापुर से खबर है कि भास्कर न्यूज के पत्रकार को गोली मार दी गई है. गोली मारने का आरोपी भी पत्रकार है. मामला आपसी रंजिश का बताया जा रहा है. घायल पत्रकार की हालत गंभीर है. फिलहाल उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मौके पर पुलिस के आला आफिसर पहुंच गए हैं. जिले के पत्रकार भी सूचना मिलने पर जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं.
यूपी भाजपा : टिकट बंटवारे में भाई-भतीजावाद हावी, हवा में उड़े नियम कायदे
भारतीय जनता पार्टी में पिछले कुछ समय में कई बदलाव आये हैं। पार्टी पूरे देश में नई सोच और नये नेतृत्व के सहारे भले ही नये मुकाम हासिल कर रही हो, लेकिन उत्तर प्रदेश भाजपा पुत्र मोह, परिवारवाद और गुटबाजी से उभर नहीं पा रही है। जातीय समीकरण सुधारने के चक्कर में कई पिटे हुए मोहरे भी टिकट पाने में सफल हो गये। प्रत्याशी चयन को लेकर जिस तरह से मनमानी की गई उससे तो यही लगता है कि भारतीय जनता पार्टी के सबसे ताकतवर और युवा अध्यक्ष अमित शाह के भी तेवर यूपी में आकर ढीले पड़ जाते हैं। उनके बनाये नियम उन्हीं के सामने तार-तार कर दिये जाते हैं।
अब बीसीसीएल ऑपरेट करेगी अपने पत्रकारों के ट्विटर और फेसबुक अकाउंट
टाइम्स ऑफ इंडिया और उससे संबद्ध प्रकाशनो में कार्यरत सैकड़ों पत्रकारों को उनकी नियोक्ता कंपनी बीसीसीएल की ओर से एक बहुत ही अजीब और आश्चर्यजनक आदेश मिला हैः अपने ट्विटर और फेसबुक के पासवर्ड हमें दीजिए और हमें आपके लिए पोस्ट करने दीजिए।
‘आपत्तिजनक’ फेसबुक पोस्ट के कारण केरल पुलिस ने छात्र पर दर्ज किया ‘देशद्रोह’ का मुक़दमा
केरल पुलिस ने पिछले सप्ताह थिरुअनन्तपुरम के एक कॉलेज विद्यार्थी, सलमान को इसलिए गिरफ्तार कर लिया क्योंकि वे एक थिएटर में राष्ट्रगान बजने के समय बैठा हुआ था और गान समाप्त होने के बाद उसने शोर-शराबा किया।
एसएम खान बने आरएनआई प्रमुख
हाल ही में डीडी न्यूज़ प्रमुख के पद से हटाए जाने और मोदी सरकार द्वारा अनिवार्य रूप से प्रतीक्षारत किए जाने के बाद भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एसएम खान को ‘भारत के समाचारपत्रों के पंजीयन कार्यालय(आरएनआई)’ का प्रेस पंजीयक (PRESS REGISTRAR & HEAD OF THE DEPARTMENT) नियुक्त किया गया है।
अभिसार शर्मा और एबीपी न्यूज़ का कोर्ट में बचाव क्यों कर रहे हैं सीबीडीटी और आयकर विभाग?
टीवी एंकर अभिसार शर्मा और एबीपी न्यूज़ से संबंधित एक मेल भड़ास के पास के पास आया है। मेल में कहा गया है कि वित्त मंत्रालय एनडीटीवी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम को धन-शोधन घोटाले के मामले में बचाने के लिए एंकर अभिसार शर्मा और एबीपी न्यूज़ का अदालत में बचाव कर रहा है। जबकि ऐसा कोई नियम नहीं है कि सरकार करदाताओं के पैसों से निजी पार्टियों का, जो सरकारी के सेवायोजन में नहीं हैं, का बचाव करे।
पंजाब केसरी के संपादक पर मंत्री समर्थकों ने लगाया ब्लैकमेंलिंग का आरोप, किया विरोध प्रदर्शन
रेवाड़ी। पंजाब केसरी(दिल्ली) के संपादक अश्वनी चोपड़ा के खिलाफ मंगलवार को, केन्द्रीय मंत्री इन्द्रजीत सिंह के हजारों समर्थकों का जमकर गुस्सा फूटा। मंत्री समर्थकों ने शहर में अश्वनी चोपड़ा के खिलाफ जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ उन पर कांग्रेस पार्टी के साथ मिले होने के आरोप लगाए, बल्कि उन पर पत्रकारिता के नाम पर ब्लैकमेलिंग करने के आरोप भी लगाए।
मासूम छात्राओं से अश्लील हरकतें करने वाले शिक्षकों पर कार्यवाई नहीं कर रहा परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय
जादूगोड़ा। भारत के अति सुरक्षित एवं बड़े स्कूलों में से एक परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय में दो शिक्षको ने दावारा मासूम बच्चियो के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है। बच्चियाँ कक्षा दो से पाँच तक की छात्राएं हैं। स्कूल प्रबंधन जांच के नाम पर मामला सलटाने मे लगा है। अभी तक शिक्षको पर कोई कार्यवाई नहीं की गई है। एक बच्ची इतनी डर गयी है की पिछले दो दिनो से बीमार पड़ी है और कुछ बच्चियाँ डिप्रेशन में हैं। ये बच्चियां स्कूल नहीं जाना चाहती। सबसे बड़ी समस्या ये है कि अभिभावक बदनामी के डर से एफआईआर भी नहीं करा रहे हैं। केवल थाना प्रभारी से मिलकर कार्यवाई की मांग कर रहे हैं।
सज़ा के लिए उम्र घटाना काफी नहीं, नाबालिग जुर्म से दूर रहें इसकी व्यवस्था ज़रूरी है
आमतौर पर मेरे और पत्नी के बीच खबरों को लेकर कोई चर्चा नहीं होती है लेकिन बच्चों से जुड़ी खबरों पर बातचीत हो ही जाती है। कल भी ऐसा ही हुआ। केन्द्र सरकार द्वारा जघन्य अपराध करने वाले 16 साल के नाबालिग बच्चों को वयस्क अपराधियों की तरह मुकदमा चलाये जाने के फैसले पर हम दोनों में चर्चा होने लगी। मन ही मन मैं इस तरह के फैसले का स्वागत कर रहा था लेकिन पत्नी के मन को टटोलना भी चाहता था कि आखिर उसकी राय इस बारे में क्या है? मैं कुछ पूछता, इसके पहले ही वह फट पड़ीं। ऐसे फैसले तो पहले ही हो जाना चाहिये था। इन मामलों में उम्र नहीं, नीयत देखी जाती है और जब नीयत बिगड़ जाये तो क्या बालिग और क्या नाबालिग? सजा के हकदार सभी होते हैं और सजा मिलना भी चाहिये। पत्नी के गुस्से को देखकर पहली बार शांति का अहसास हुआ। जैसा मैं सोच रहा था, वैसा वह भी सोचती हैं, यह बात तसल्ली देने वाली थी। यह सच है कि अपराध, अपराध होता है और वह नाबालिग है इसलिये बख्श दिया जाये, यह तर्क नहीं, कुतर्क है। बड़ा सवाल यह है कि अपराध करते समय उसने अपने उम्र से बड़े अपराध करने की सोच ली तो सजा भी उसे उसकी सोच की मिलेगी। नीयत की मिलेगी। यहां उम्र का फैक्टर काम नहीं करता है, यहां बदनीयती का सवाल है। बलात्कार, हत्या और ऐसे ही अपराध करते समय तो दिमाग वयस्कों को भी मात दे जाता है और जब सजा की बारी आती है तो उम्र की दुहाई दी जाती है जो कि बिलकुल गलत है, अनुचित है।
बिना लाईसेंस के केबल नेटवर्क चला रहा डेन संचालक धर्मेन्द्र सिंह ‘दीनू’
वाराणसी। जैसा की आप जानते है की डेन संचालक धर्मेन्द्र कुमार सिंह “दीनू” एक अपराधी है और मीडिया माफिया बना बैठा है। खासकर इलेक्ट्रानिक मीडिया को अपने अपराधो पर पर्दा डालने के लिए उपयोग करता है। लेकिन जिस मीडिया के बल पर वो गुंडई करता है उसका वो लाईसेंस भी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 9 दिसम्बर 2013 को निरस्त कर दिया था। लेकिन माफिया दीनू ने वाराणसी जिला प्रशासन और मनोरंजन कर विभाग के कर्मचारियों से मिल कर आज भी अवैध रूप से डेन केबल नेटवर्क का संचालन कर रहा है।
भाजपा के लिए चिंता का सबब नहीं बिहार उपचुनाव के नतीजे
आपने अभी एक वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया था। इसके ठीक कुछ दिनों बाद आपने फिर एक त्रिकोणीय सीरिज रख दी। आप देखेंगे कि जो भीड़ वर्ल्ड कप में आई थी, जो उत्साह लोगों ने वर्ल्ड कप में दिखाया था वो त्रिकोणीय सीरिज में नज़र नही आ रहा। चाहे वो दर्शकों से जुड़ा मसला हो, विज्ञापनदाताओं से या फिर टीवी वालों से, सबने रूचि कम कर दी।
आरटीआई कार्यकर्ता को पुलिस से सूचना मांगना पड़ा भारी, सिपाही ने थाने में बंधक बना की मारपीट, गाली-गलौज
एक पुलिस वाले के सम्बन्ध में सूचना मांगने पर आरटीआई कार्यकर्ता मनीष कुमार सिंह को भदोही जिले के ओराई थाने में बुला कर प्रताड़ित करने का गंभीर मामला सामने आया है।
मनीष सिंह ने 24 जुलाई को थाना औराई में कार्यरत एक सिपाही जितेन्द्र यादव द्वारा एक व्यक्ति के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराने के समय घड़ी रख लेने की सम्भावना के मद्देनज़र सीओ औराई से आरटीआई में कुछ सूचनाएँ मांगी थीं।
मुख कैंसर के थर्ड स्टेज से जूझ रहे हैं बिजनेस स्टैंडर्ड हिंदी के पत्रकार सत्येंद्र प्रताप सिंह, परसों होगा आपरेशन
सत्येंद्र प्रताप सिंह
मीडिया के अपने कई साथी चुपचाप अपनी मुश्किलों-बीमारियों को झेलते रहते हैं. वे इतने संकोची भी होते हैं कि उनकी दिक्कतों के बारे में उनके करीबी साथियों को भी पता नहीं चल पाता. बिजनेस स्टैंडर्ड, दिल्ली के मुख्य उप संपादक सत्येंद्र प्रताप सिंह का परसों यानि बृहस्पतिवार को मुख कैंसर का आपरेशन राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर रोहिणी 5, दिल्ली में आपरेशन होगा. सत्येंद्र के परिचति Sandeep Kumar फेसबुक पर एक संक्षिप्त अपील लिखते हैं, कुछ लोगों को टैग करके, ताकि सत्येंद्र जी की मुश्किल में लोग उनके साथ खड़े हो सकें. अपील इस प्रकार है-
घोर सांप्रदायिक और गंदी मानसिकता वाला सुनील तनेजा क्या खुद को पत्रकार कहलाने का हक रखता है?
Wasim Akram Tyagi : पत्रकारों को बनना होगा निष्पक्ष… मुजफ्फरनगर के रहने वाले तथाकथित टीवी पत्रकार राजीव प्रताप सैनी ने मेरठ के सुनील तनेजा के समर्थन में अपने फेसबुक एकाऊंट पर टिप्पणी की, जिसे भड़ास4मीडिया ने प्रकाशित कर दिया… राजीव सैनी ने लिखा कि ”लव जिहाद’ के बारे में हिन्दू समाज को जाग्रत करने वाले हमारे साथी पत्रकार सुनील तनेजा को यूपी सरकार ने मुकदमों में फंसा लिया है… मेरठ निवासी सुनील तनेजा लम्बे समय से पत्रकारिता में कार्यरत हैं.. साथ ही उन्होंने लव जिहाद के खिलाफ भी अपना मिशन जारी रखा मगर अपने इस सामाजिक काम के कारण वे वर्ग विशेष के निशाने पर आ गये और वर्ग विशेष ने लव जिहाद का अपना कार्यक्रम तो बंद नही किया, हां साजिश रचकर माहौल बनाकर सुनील भाई को फंसा लिया. सुनील भाई अपने लिए नहीं, समाज की बहन बेटियों की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं… इसलिए इस कठिन वक़्त में हम सबका दायित्व है कि उनकी मदद करें. क्योंकि आज इन सुनील भाई की आवाज को दबाया गया है, कल किसी और की बारी हो सकती है”।
इलाहाबाद के नवाबगंज में नहीं थमा बवाल, पुलिस आराम फरमाती रही और मकानों में होता रहा पथराव, तोड़फोड़
बाग में आराम फरमाती सुरक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिस इलाहाबाद। गंगापार के नवाबगंज स्थित उपाध्याय का पूरा में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस बवाल रोकने के बजाए केवल लीपापोती करने में जुटी है। तीन दिन गुजर गए पर इस गांव में अभी तक जिला प्रशासन का कोई अफसर नहीं पहुंचा। महज …
अमर उजाला आगरा से चार का इस्तीफा, एक का तबादला, साधना न्यूज से दुर्गेश और रवींद्र का इस्तीफा
आगरा से खबर है कि अमर उजाला में संपादक से मीडियाकर्मी काफी परेशान हैं. संपादक के गैर-पेशेवर और तानाशाही भरे रवैये से चार पत्रकारों ने इस्तीफा दे दिया है. ये चारों जूनियर सब एडिटर पद पर कार्यरत थे. इस बीच, खबर है कि अमर उजाला वाराणसी से आगरा आए ब्रजेश सिंह का तबादला जम्मू कर दिया गया है.
सितंबर अंत तक लॉन्च होगा कृषि आधारित चैनल ‘ग्रीन टीवी’
सरकार द्वारा प्रस्तावित कृषि टीवी चैनल जब आएगा तब आएगा लेकिन मुंबई की विज्ञापन फिल्म निर्माण कंपनी नोमेड फिल्म्स जल्द ही ग्रामीण दर्शकों के लिए एक कृषि चैनल ‘ग्रीन टीवी’ लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने 15 अगस्त से सिग्नल का परीक्षण शुरू कर दिया है। चैनल के सूत्रों के मुताबिक इस फ्री-टू-एयर चैनल का आधिकारिक लॉन्च सितंबर के अंत तक किया जाएगा।
‘गांधी’ के फिल्मकार रिचर्ड एटनबरो का निधन
महात्मा गांधी पर फिल्म बनाने वाले वाले ऑस्कर से सम्मानित ब्रिटिश फिल्मकार रिचर्ड एटनबरो का रविवार दोपहर 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। महात्मा गांधी की जीवनी पर बनाई अपनी फिल्म ‘गांधी’ को लेकर एटनबरो को खूब प्रसिद्धि मिली। इस फिल्म की जहां समीक्षकों ने काफी सराहना की थी, वहीं दर्शकों ने भी काफी पसंद किया था।
जागरण के चीफ रिपोर्टर ने विदेशी इंजीनियरों से की मारपीट
इलाहाबाद में यमुना नदी पर बने अत्याधुनिक हैंगिंग ब्रिज की जांच को आए विदेशी इंजीनियरों से गत शुक्रवार दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर ने हाथापाई की। ब्रिज की जांच के लिए इंजीनियरों की यह टीम डेनमार्क से आई थी। जानकारी के मुताबिक डेनमार्क की कोवी कंपनी एवं देवकॉन इफ्राक्चर प्राइवेट लिमिटेड नए यमुना पुल की देखभाल करती हैं। डेनमार्क के दो ब्रिज एक्सपर्ट इंजीनियरों को साथ ही स्थानीय चीफ साइड इंस्पेक्टर पिछले कई दिनों से नए पुल का निरीक्षण कर रहे हैं। शुक्रवार को दिन के वक्त हाईवे अथारिटी आफ इंडिया के अफसरों संग डेनमार्क के इंजीनियर पुल पर पहुंचे, तभी कवरेज करने आए दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर ने इंजीनियरों से हाथापाई की। बाद मे वहां पर टोल टैक्स कर्मचारियो और अन्य को जुटता देख कर चीफ रिपोर्टर और उनके साथी भाग निकले।
रमेश अग्रवाल की संपत्ति पर ‘मां’ के हक ने उड़ाई समूह संचालकों की नींद
इंदौर के अखबार ‘दबंग दुनिया’ ने फिर भास्कर घराने की अंदर की सनसनीखेज खबर को पूरी दबंगता के साथ प्रकाशित किया है. लगता है विनोद शर्मा को भास्कर घराने को बतौर बीट कवर करने के लिए दे दिया गया है. यही कारण है कि भास्कर से संबंधित कोई भी खबर दबंग दुनिया में विनोद शर्मा ही ब्रेक करते हैं. इनकी नई खबर से पता चलता है कि रमेश अग्रवाल के कुनबे में धन-संपत्ति को लेकर रार-मार जूतमपैजार तक जा पहुंची है.
भास्कर चेयरमैन रमेश अग्रवाल की पत्नी की याचिका पर बहू-बेटों को नोटिस
रमेश अग्रवाल यानि भास्कर के चेयरमैन की सच्ची कहानी इंदौर के अखबार दबंग दुनिया ने प्रकाशित की है. पत्रकार विनोद शर्मा की बाइलाइन इस खबर को दूसरे अखबारों ने इसलिए नहीं प्रकाशित किया क्योंकि मामला चोर-चोर मौसेरे भाई का है. तू मेरी कहानी छिपा, मैं तेरी छिपाउंगा टाइप का गठबंधन है मीडिया हाउसेज में. इसीलिए दूसरों की जिंदगी में घुसकर ढेर सारी एक्सक्लूसिव खबरें फोटो निकालने छापने वाले मीडिया हाउसेज के मालिक एक दूसरे की कुत्ती कहानियों को छिपा-ढंक के रखते हैं.
रांची में एचटी के पत्रकार दीपक महतो और टेलीग्राफ की पत्रकार चंदोश्री के साथ जूनियर डॉक्टरों ने की मारपीट, बवाल
रांची : रिम्स के शासी निकाय की बैठक के बाद सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह के जाने के बाद रिम्स के इमरजेंसी गेट पर गार्ड व बरियातू के पिंटू यादव के बीच मारपीट हुई. गार्ड से मारपीट होता देख जूनियर डॉक्टर पहुंचे और पिंटू यादव की पिटाई कर दी. इस दौरान बीच बचाव करने आये सूरज यादव को भी उन लोगों ने पीटा. इसी दौरान अंग्रेजी दैनिक हिन्दुस्तान टाइम्स (एचटी) के संवाददाता दीपक महतो को मार पीटकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. दीपक का सिर फूट गया एवं उन्हें गंभीर चोटें आयीं. मारपीट की सूचना मिलने पर बरियातू थाना प्रभारी विनोद कुमार पहुंचे, तो जूनियर डॉक्टरों ने उनके साथ भी धक्का मुक्की की. पूरी घटना रिम्स निदेशक डॉ एसके चौधरी के सामने हुई.
यूनीवार्ता न्यूज़ एजेंसी से जुड़े तरुण वत्स
तरुण वत्स ने देश की दूसरी सबसे बड़ी न्यूज एजेंसी यूनीवार्ता को ज्वाईन किया है. वह यहां हिंदी डेस्क पर नियुक्त किये गये हैं. अभी तक वह स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कई संस्थानों के लिए काम कर रहे थे. तरुण वत्स हिंदी जर्नलिज्म में जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पोस्ट ग्रेजुएट हैं तथा उन्होंने डीयू से हिंदी पत्रकारिता में ही ग्रेजुएशन किया हैं. तरुण वत्स युवा पत्रकार हैं. इन्होंने ग्रेजुएशन के दौरान ही कई बड़े संस्थानों के साथ बतौर फ्रीलांस काम किया है. नई दुनिया, नेशनल दुनिया तथा आईएनएस मीडिया ग्रुप के लिए बतौर फ्रीलांस पत्रकारिता करने के साथ साथ तरुण आज समाज आदि जैसे बड़े संस्थानों में अपनी सेवायें दे चुके हैं.
न्यूज एक्सप्रेस को अलविदा कह नवीन कुमार ने न्यूज24 ज्वाइन किया
नवीन कुमार ने आजतक न्यूज चैनल को छोड़कर न्यूज एक्सप्रेस ज्वाइन किया था और अब वे न्यूज एक्सप्रेस को अलविदा कहकर न्यूज24 के हिस्से बन गए हैं. डिप्टी एडिटर पद पर न्यूज24 ज्वाइन करने वाले नवीन कुमार वायसओवर और स्क्रिप्ट के उस्ताद माने जाते हैं.
आज समाज में राजशेखर मिश्रा हुए किनारे, प्रिंट लाइन में जाने लगा कुणाल वर्मा का नाम
आज समाज से बड़ी खबर है. अब तक एसोसिएट एडिटर के रूप में जिम्मेदारी निभा रहे राजशेखर मिश्रा को साइड लाइन कर दिया गया है. उनकी जगह कुणाल वर्मा को नई जिम्मेदारी दी गई है. प्रिंट लाइन में भी बदलाव किया गया है. दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा तथा चंडीगढ़ एडिशन में अब तक एसोसिएट एडिटर के रूप में राजशेखर मिश्रा का नाम जा रहा था, लेकिन अब उनका नाम हटाकर कुणाल वर्मा का नाम एसोसिएट एडिटर के रूप में प्रिंट लाइन में जाने लगा है.
के-न्यूज़ के दफ्तर में संपादक के सामने भिड़े दो रिपोर्टर, मारपीट गाली-गलौज
लखनऊ। कानपुर से संचालित होने वाले के–न्यूज़ चैनल के लखनऊ दफ्तर में मारपीट की खबर है। नवलकान्त सिन्हा के हटने के बाद यहाँ पर संपादक का जिम्मा संभाल रहे, मार्केटिंग मैनेजर/संपादक अश्वनी मिश्रा के सामने ही मारपीट होने लगी। मामला लखनऊ के क्राइम रिपोर्टर अनूप सिंह और चैनल में ट्रेनी रिपोर्टर देवव्रत त्रिपाठी के बीच का है। दोनो ने एक दूसरे को भद्दी-भद्दी गालियाँ और देख लेने की धमकी दी। इस सब के बीच अश्वनी मिश्रा मूक दर्शक की तरह खड़े रहे।
गाँधी शांति प्रतिष्ठान आयोजित करेगा पत्रकारिता एवं लेखन कार्यशाला- 2014, पंजीकरण प्रारंभ
गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी नई दिल्ली के गाँधी शांति प्रतिष्ठान द्वारा पत्रकारिता एवं लेखन पर एक कार्यशाला का आयोजन आगामी 5 सितंबर से किया जा रहा है. यह कार्यशाला ऐसे युवाओं के लिए है जो पत्रकारिता या लेखन की दुनिया में प्रवेश करना चाहते हैं अथवा अभी-अभी प्रवेश किया है. यह ऐसे नवजवानों के लिए भी है जो पत्रकारिता या लेखन को अपना कैरियर तो नहीं बनाना चाहते लेकिन किसी न किसी रूप में इस क्षेत्र से जुड़े रहना चाहते हैं.
एपीएन न्यूज़, लखनऊ के स्थानीय संपादक श्रेय शुक्ल का इस्तीफ़ा
राय बंधुओ द्वारा संचालित एपीएन न्यूज़, लखनऊ से ख़बर है कि यहाँ पर स्थानीय संपादक के रूप में काम कर रहे श्रेय शुक्ल ने संस्थान को अलविदा कह दिया है। श्रेय के इस्तीफे का कारण दिल्ली की टीम से सही तरीके से अनुवाद स्थापित न कर पाना बताया जा रहा है। बताया जाता है कि श्रेय का संस्थान में किसी बड़े अधिकारी से कहासुनी और मनमुटाव हो गया था। जिसके चलते उन्होंने इस्तीफ़ा दिया है। बड़े ही गाज़े बाज़े के साथ संस्थान में आए श्रेय शुक्ल के जाने से उनके सहकर्मी भी हैरत में है। इस्तीफे के बाद श्रेय को मनाने में संस्थान के बड़े अधिकारी लगे हुए है।
सेबी के फैसले के खिलाफ सैट में अपील करेगी पीएसीएल
मीडिया में आई खबरों को लेकर पीएसीएल के प्रवक्ता द्वारा जारी बयानः
“पीएसीएल ने माननीय सेबी की पीठ के सामने निवेदन किया था कि कंपनी सामूहिक निवेश योजना (कलैक्टिव इन्वैस्टमेंट स्कीम, सीआईएस) संचालित नहीं कर रही है। अग्रेतर, कंपनी के पास स्थावर संपदा(रियल एस्टेट) व्यापार के लिए इकट्ठा किए धन के मुकाबले में पर्याप्त संपत्ती है। दुर्भाग्यपूर्ण रूप से सेबी कंपनी के निवेदन को स्वीकार करने में नाकाम रहा कि उसको सीआईएस नहीं माना जा सकता। कंपनी अब इस निर्णय के खिलाफ प्रतिभूति अपीलीय अधिकरण(सिक्योरिटीज़ ऐप्पेलेट ट्राइब्यूनल, सैट) में अपील करेगी।
सूचना विभाग का लिपिक कैसे बन गया जिला सूचना अधिकारी?
फर्जी दस्तावेजों के बल पर सरकारी मान्यता प्राप्त पत्रकार का दर्जा दिलाने वाला सोनभद्र का सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, खुद के विभाग में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की गलत सूचना प्रसारित कर रहा है। सोनभद्र की सरकारी वेबसाईट http://sonbhadra.nic.in/ के मीडिया कॉलम में उर्दू अनुवादक-सह-लिपिक निसार अहमद को बतौर जिला सूचना अधिकारी बताया गया है।
इलाहाबाद के नवाबगंज में जातीय संघर्ष, वृद्धा की मौत, कई वाहन क्षतिग्रस्त
इलाहाबाद। जिले के गंगापार के नवाबगंज इलाके में मामूली विवाद ने जातीय संघर्ष का रूप धारण कर लिया। दो गुटों में जमकर घंटों बवाल हुआ। तीन से ज्यादा लोग घायल हो गए। एक वृद्धा की मौत हो गई। चार मुर्गी और दो बकरियों को भी जान गंवाई पड़ी। इस दौरान एक डीसीएम ट्रक और बोलेरो को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। घटना रविवार देर रात की है।
उत्तराखण्डः चुनावों में हार के बाद सड़कों पर आयी भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी
नैनीताल। एक दौर में अपने चाल, चरित्र, चेहरे और अनुशासन पर गुमान करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने भी अब कांग्रेस की राह पकड़ ली है। उत्तराखंड में पिछले दिनों हुए तीन विधानसभा सीटों के उपचुनाव के बाद पंचायत चुनाव में मिली करारी शिकस्त ने भाजपा के अंदरुनी अनुशासन को बेपर्दा कर दिया है। भाजपा के भीतर चल रही गुटबाजी अब सड़कों पर भी आ गई है। पार्टी के नए दौर के कार्यकर्ता अब पुराने नेताओं का लिहाज करने को कतई तैयार नहीं हैं। पंचायत चुनाव की समीक्षा बैठकों में भाजपा के भीतर जमकर सर फुटव्वल हो रही है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के पुराने नेताओं और विधायकों पर खुलकर हमला बोला है। कार्यकर्ता अपनी पार्टी के विधायकों के खिलाफ उनकी मौजूदगी में ही मुर्दाबाद के नारे बुलंद करने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं।
लव जेहाद मुद्दे को हवा दे कर आगे बढ़ गई भाजपा
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का दो दिवसीय मथुरा मंथन खत्म हो गया है। ऐसा लगता है कि लोकसभा की शानदार जीत से लबरेज भाजपा के रणनीतिकारों ने तय कर लिया है कि वह साम्प्रदायिकता के आरोपों से डर कर संवेदलशील मुद्दों पर चुप बैठने वाली नहीं हैं। बात ‘लव जेहाद’ की हो रही है। बहुसंख्यक समुदाय की लड़कियों को जिस तरह से बहला-फुसला और भ्रमित करके एक वर्ग विशेष के लड़के सामाजिक ताने-बाने को तार-तार कर रहे थे, उसके खिलाफ प्रतिक्रिया तो होना ही थी। निश्चित ही इस प्रतिक्रिया के पीछे केन्द्र में सत्ता परिवर्तन की भी मुख्य भूमिका है।
आतंकी संगठन ने अपहृत अमरीकी पत्रकार पीटर कर्टिस को रिहा किया
अल कायदा से संबद्ध आतंकी संगठन ज़बहात अल-नुस्र ने स्वतंत्र अमरीकी पत्रकार पीटर थीओ कर्टिस को रिहा कर दिया है। पीटर पिछले करीब दो साल से आतंकी संगठन की कैद में थे। संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रवक्ता कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि आतंकी संगठन ने 24 अगस्त को पीटर को संघ के शांति सैनिकों को सौंप दिया था। चिकित्सकीय जांच के बाद उन्हे अमरीकी सरकार के प्रतिनिधि को सौंप दिया गया।
टाइम्स ग्रुप की ‘माधुरी’, डिंपल कपाड़िया की तस्वीर, शत्रुघ्न सिन्हा के कठे होंठ, सोनाक्षी सिन्हा की रेखा से नाराजगी
Sanjay Sinha : मुझे लगता है कि मैंने अपनी फिल्मी कहानियां लिखनी अगर बंद नहीं की तो कुछ दिनों मुझे कोई फिल्मी पत्रिका वाले बुला लेंगे कि भैया हमारे पास आ जाओ नौकरी करने, और दिन भर बैठ कर अपनी मुलाकातों, बातों की कहानियां छापते रहो। पता नहीं आपमें से कितनों को याद है कि पहले टाइम्स ग्रुप की एक पत्रिका आती थी ‘माधुरी’। जिन दिनों माधुरी पत्रिका घर आती थी, उस पर पहला हक मेरी बड़ी बहन का होता। मां-पिताजी को उसमें कोई दिलचस्पी नहीं होती और मैं छुप-छुप कर उसे पढ़ता। मुझे तब माधुरी पत्रिका पढ़ने की छूट नहीं थी, क्योंकि घर के लोगों को लगता था कि फिल्मी पत्रिका पढ़ कर उनका संजू बिगड़ जाएगा। मेरे लिए दो पत्रिकाएं घर पर आती थीं – चंपक और नंदन।
संजय सिन्हा
भाजपा के मीडिया सेल में लागू है ‘बैनर-चैनल वर्णक्रम’ आधारित ‘आरक्षण’!
वृंदावन : बड़ों व ताकतवर का सम्मान करना और छोटों व गरीबों को ठेंगे पर रखना अमूमन हर व्यवस्था की परंपरा होती है. यह उसी तरह का शाश्वत सत्य है, जैसा कि सूरज के पूरब से निकलने का है. कहावत है कि अगर सांप के दंश में जहर का डर नहीं होता है तो लोग उसे भी पूंछ से पकड़कर नचाकर फेंक देते हैं. भाजपा में भी पत्रकारों को लेकर यही व्यवस्था लागू है. पहली व्यवस्था तो यह है कि आप बड़े बैनर और बड़ी एजेंसी के पत्रकार हैं तो उनको पूरी इज्जत दी जाती है. छोटे बैनर-एजेंसी के पत्रकारों पर ‘एहसान’ किया जाता है.
भाजपा की वृंदावन कार्यसमिति में पत्रकारों को परोसे गए कीड़े
वृंदावन में आयोजित हुई प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति लखनऊ के पत्रकारों के लिए हाहाकारी साबित हुई. पत्रकारों को खाने में कीड़े परोसे गए तो पीने के पानी तक के लिए उन्हें यहां से वहां चक्कर लगाना पड़ा. रही सही कसर बिजली ने पूरी कर दी. मीडिया प्रभारी की नेतागिरी करने का शौक इतना भारी पड़ा …
समाज सेविका की शिकायत पर पीसीआई और महिला आयोग ने आई नेक्स्ट पर शुरू की कार्यवाही
आगरा। फ्रेन्ड्स कॉलोनी, न्यू शाहगंज निवासी प्रतिमा भार्गव ने आई नेक्स्ट में छपी एक ख़बर के खिलाफ भारतीय प्रेस परिषद(पीसीआई) और राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत की थी। 9 अप्रैल 2014 को आई नेक्स्ट में ‘पत्नी को देख पति हुआ गायब’ हेडिंग से एक ख़बर छपी थी। प्रतिमा का कहना है कि आई नेक्स्ट में छपी ख़बर पूरी तरह झूठी और मनगढ़ंत थी और इसका उद्देश्य उनको बदनाम करना था।
फोले की हत्या के विरोध में मीडियाकर्मियों ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
झांसी। जिले के पत्रकारों ने अमरीकी पत्रकार जेम्स फोले की हत्या तथा एक अन्य बंधक पत्रकार की हत्या की धमकी के विरोध करते हुए राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया है। गौरतलब है कि बगदाद में जिहादियों द्वारा फोले का सर कलम कर हत्या कर दी गई थी और एक अन्य बंधक पत्रकार स्टीवन सॉटलॉफ के साथ भी ऐसा ही करने की धमकी दी गई है। इसका विरोध करते हुए जिले के समस्त पत्रकारों ने भारत सरकार से दुनिया भर में फैले मीडियाकर्मियों पर हो रहे हमलों पर कड़ा रुख़ अपनाने और वक्तव्य जारी करने की अपील की है।
मजीठिया के अनुसार एरियर भुगतान के लिए पूर्व वितरण प्रभारी ने पत्रिका प्रबंधन को लिखा पत्र
जयपुर। राजस्थान पत्रिका, बीकानेर के वितरण विभाग के प्रभारी रहे सुमित कुमार शर्मा ने मजीठिया का लाभ पाने के लिए प्रबंध निदेशक और संपादक को पत्र लिखा है। सुमित ने मार्च 2013 में संस्थान से इस्तीफा दे दिया था। उन्होने अपील की है कि मजीठिया वेज बेर्ड की सिफारिशों और उस पर आए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार ही नवंबर 2011 और मार्च 2013 तक के उनके एरियर तथा अन्य परिलाभों की गणना की जानी चाहिए। (पढ़ें पत्र)
“मंतव्य” पत्रिका ने हिंदी साहित्य जगत में धमाकेदार एंट्री की है
Ramesh Prajapati : हरे प्रकाश उपाध्याय के संपादन में लखनऊ से निकली “मंतव्य” पत्रिका ने हिंदी साहित्य जगत में बड़े ही धमाकेदार एंट्री की है। हरे प्रकाश जी ने रचनाओं के चुनाव में धैर्य और निष्पक्षता से काम लिया है। पत्रिका का कवर पेज़ ही आज के वीभत्स समय पर चोट करता है। कथा खंड में काला पहाड़ और रेत जैसे उपन्यासों के रचयिता भगवानदास मोरवाल के आने वाले उपन्यास “नरक मसीहा” का अंश आम आदमी की विवशताओं को अभिव्यक्त करता है। तेजिन्दर के उपन्यास “डरा हुआ आदमी” बाज़ार की चक्की में पीसते व्यक्ति की जद्दोजहद को चित्रित करता है।
लव जेहाद के हंगामे को कैसे देखें
Awadhesh Kumar : आज जैन टीवी पर हमने पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी एवं लव जेहाद पर चर्चा की। पिछले एक दशक से हम लव जेहाद शब्द सुन रहे हैं। मैंने कभी इस शब्द को गंभीरता से लिया ही नहीं। कई बार लोग मेरे पास आते थे कि इस विषय को उठाइए। मुझे लगता था …
‘लव जिहाद’ के खिलाफ अभियान चलाने वाले मेरठ के टीवी जर्नलिस्ट सुनील तनेजा पर यूपी सरकार का शिकंजा
Rajeev Pratap Saini : ‘लव जिहाद’ के बारे में हिन्दू समाज को जाग्रत करने वाले हमारे साथी पत्रकार सुनील तनेजा को यूपी सरकार ने मुकदमों में फंसा लिया है… मेरठ निवासी सुनील तनेजा लम्बे समय से पत्रकारिता में कार्यरत हैं.. साथ ही उन्होंने लव जिहाद के खिलाफ भी अपना मिशन जारी रखा…
सुनील तनेजा
यादें : जवाहर गोयल जी का ये नोटिसनुमा पत्र चैनल के सभी पत्रकारों को भेजा गया था
आजतक समेत कई चैनलों में काम कर चुके टीवी जर्नलिस्ट ब्रजेश कुमार सिंह ने पिछले साल एक पोस्ट फेसबुक पर लिखा, जिसे कुछ रोज पहले जवाहर गोयल ने यह कहते हुए अपने वॉल पर शेयर किया कि… ”Brijesh had posted it in 2013 and that day I started using FB. Thanks Brijesh for wonder full gift.”
ब्रजेश ने क्या लिखा, और उस पत्र में क्या लिखा था, जिसे जवाहर गोयल ने चैनल के पत्रकारों को भेजा था, और, ब्रजेश के पोस्ट पर टीवी जगत के नए पुराने लोग किस तरह रिएक्ट कर रहे हैं, जानिए सब कुछ. ब्रजेश कुमार सिंह के वॉल से उनका स्टेटस और उस पर आए कमेंट्स कापी करके यहां प्रकाशित किए जा रहे हैं.
-एडिटर, भड़ास4मीडिया
Brajesh Kumar Singh : 1998 लोकसभा चुनावों के ठीक पहले ज़ी इंडिया टीवी लांच हुआ था, तत्कालीन EL TV को तब्दील करके। लोकसभा चुनावों की काउंटिग के समय दिल्ली में गोल मार्केट के कम्युनिटी हॉल में अस्थाई स्टूडियो बनाया गया था। उस मेकशिफ्ट स्टूडियो से पहली बार दूरदर्शन के अलावा किसी चैनल ने इतने बड़े पैमाने पर चुनाव कार्यक्रम लाइव मोड में किया था। इससे ठीक पहले जवाहर जी का ये नोटिसनुमा पत्र चैनल के सभी पत्रकारों को भेजा गया था।
मोदी के तीन माह के कार्यकाल को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये चुटकुला
मैं अपने एक भाजपाई मित्र से शुक्रवार को काफी समय बाद मिला. तभी उन्होंने यह सच्ची कथा कान में फुसफुसा कर सुनाई और कहा कि प्लीज, इसे शेयर करना तो मेरा नाम न लेना. सुनिए, उन्हीं की जुबानी ये कहानी…
विनोद राय के रहस्योद्घाटन से ईमानदारी के (कठ) पुतले मनमोहन सिंह की हवा सबसे ज्यादा खिसकी है : ओम थानवी
Om Thanvi : विनोद राय ईमानदार और कर्मठ अधिकारी रहे हैं; CAG के नाते उन्होंने सरकारी योजनाओं-आयोजनों में अरबों के घोटाले उजागर किए। उनका कहना राजनीति में भूचाल से कम नहीं है कि कोयला खदानों वाले घोटाले और राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में हुए घोटाले में शामिल कतिपय गुनहगारों की खाल बचाने के लिए उनके पीछे नेता और उनके सहपाठी अधिकारियों तक को दौड़ा दिया गया।
अमर उजाला के उदय कुमार की टुच्ची राजनीति के शिकार पत्रकार दविंद्र सिंह गुलेरिया की किताब ‘बेरोजगार की आखिरी रात’
‘बेरोजगार की आखिरी रात’ पुस्तक का जुलाई माह में अमेरिका के प्रतिष्ठित आथर हाउस में प्रकाशन हुआ है। यह किताब ई-बुक के रूप में अमेजॉन.इन पर उपलब्ध है। इसके लेखक दविंद्र सिंह गुलेरिया लगभग आठ साल तक अमर उजाला में रहे हैं। उन्होंने दिसंबर 2013 में चंडीगढ़ से अमर उजाला से इस्तीफा दिया था। उस समय वह पंजाब संस्करण के प्रभारी थे। कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश के रहने वाले गुलेरिया सात साल से अधिक समय तक अमर उजाला हिमाचल डेस्क के प्रभारी रहे। करीब दो माह तक वह हिमाचल अमर उजाला के संपादकीय विभाग के प्रभारी भी रहे। चूंकि वह ईमानदार आदमी हैं, चापलूसी न तो करते हैं और न ही करवाते हैं, बस काम से मतलब रखते हैं। उदय कुमार ने उनको अमर उजाला में बहुत परेशान किया।
हाई कोर्ट के सख्त रुख़ के चलते अतिक्रमण मुक्त हो रहीं नैनीताल की सड़कें और नाले
नैनीताल। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने नैनीताल की हिफाजत और सूखाताल के सौंदर्यीकरण के लिए कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। अदालत ने सूखाताल झील के सौंदर्यीकरण और नाले-नालियों के अतिक्रमण हटाने के मामले में शुक्रवार को जिला मिजस्ट्रेट, कुमाऊँ मंडल विकास निगम के एमडी, कुमाऊँ के एडिशनल कमिश्नर और नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी को निजी तौर पर कोर्ट में तलब किया। इन अधिकारियों ने उत्तराखंड हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति आलोक सिंह और न्यायमूर्ति सर्वेश कुमार गुप्ता की खंडपीठ के सामने सूखाताल की वीडियोग्राफी और फोटो पेश की। अधिकारियों ने अदालत को आश्वस्त किया कि सरकारी अमला सूखाताल को अतिक्रमण मुक्त कर विशेषज्ञों के राय-मशविरे से इसके सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव फौरन तैयार कर लेगा।
अबकी विनोद राय की किताब बताएगी मनमोहन कार्यकाल की असलियत
खुलासों वाली एक और पुस्तक आ रही है…. जी हां… एक और पुस्तक आ रही है पंद्रह सितंबर को। डा. मनमोहन सिंह के समय सीएजी रहे विनोद राय की पुस्तक आ रही है, जिसमें बताया गया है कि प्रधानमंत्री ने कहां-कहां क्या-क्या लापरवाहियां की हैं। जहां उन्हें सख्त फैसले लेने चाहिए थे, नहीं लिये। गौरतलब है कि इससे पहले कोयला सचिव पीसी. पारख, बतौर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू और नेहरू-गांधी परिवार के करीबी रहे नटवर सिंह की किताबें भी बड़े खुलासे कर चुकी हैं।
एयर इंडिया के सपनों की उड़ान के पीछे छुपा दर्द भरा अंधेरा
यही वह जहाज है जो पिछले दिनों यूक्रेन विद्रोहियो के मिसाइल अटैक से बच गया था। यही जहाज मतलब। जी, जिस बोइंग में अभी आप अमृतसर जा रहे हैं दरअसल दिल्ली बरमिंघम रुट का ही यह बोइंग है। और पिछले महीने मलेशियाई विमान से यह सिर्फ २४ किलोमीटर पीछे था। सिर्फ २४ किलोमीटर। हां, आप यह भी कह सकते है सिर्फ २१० सेकेंड पीछे। ओह, चार मिनट से भी कम। जी। तो आप लोगों को जब यह पता चला होगा तब तो कलेजा मुंह को आ गया होगा। आप कुछ भी सोच सकते हैं। उसके बाद से क्रू मेबर को तो लगता होगा कि जिन्दगी की हर उड़ान कहीं आखरी उड़ान ना हो। आप सही कह रहे हैं। लेकिन एयर इंडिया की नौकरी तो यूं भी हर क्षण जान पर भारी पड़ती है। क्यों। कुछ नहीं बस ऐसे ही। आप सफर का मजा लीजिये। कभी बरमिंघम से दिल्ली इस विमान से लौटे हैं। जी, मै कभी गया नहीं हूं।
अरिंदम चौधरी के ऑफिस के बाहर कर्मचारियों ने जूता पॉलिश कर किया विरोध प्रदर्शन (देखें तस्वीरें)
नई दिल्ली। मैनेजमेंट गुरु और प्लानमैन मीडिया व आईआईपीएम के मालिक अरिंदम चौधरी के खिलाफ कर्मचारियों ने शनिवार को संस्थान के बाहर जूते पॉलिश कर अपना रोष प्रकृट किया। विरेध प्रदर्शन के चलते फजीहत से बचने के लिए अरिंदम चौधरी को संस्थान में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय एल्युमिनी मीट को स्थगित करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि कंपनी के सैंकड़ों कर्मचारियों को पिछले आठ महीने से वेतन नहीं दिया गया है।
कविता कृष्णन मार्का नारीवाद : यौन उत्पीड़न की शिकार पीड़ित छात्रा अगर शिकायत करे तो मार के उसका हाथ तोड़ दो
Samar Anarya : कविता कृष्णन ने सिखाया अपने संगठन को नया नारीवाद। यौन उत्पीड़न करो और पीड़ित शिकायत करने की हिम्मत करे तो मार के उसका हाथ तोड़ दो कि फिर कोई कभी हिम्मत न करे. यही सीख लेकर आइसा नेताओं के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत करने वाली छात्रा को आइसा कार्यकर्ताओं ने पीटा। शर्मनाक है यह. वामपंथ के नाम पर सबसे बदनुमा धब्बा। देखें खबर… http://goo.gl/yGnxtW
कथित कामरेड कविता कृष्णन : पाखंडी नारीवाद का पर्दाफाश
अमर उजाला के एचआर हेड वैभव वशिष्ट की छुट्टी, नए एचआर हेड बने केएल शाही
अमर उजाला के ढेर सारे मीडियाकर्मियों की बिना वजह नौकरी खाने वाले एचआर हेड वैभव वशिष्ट की भी नौकरी चली गई. सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन ने वैभव वशिष्ट के कई कारनामों से खफा होकर उनसे इस्तीफा ले लिया. अब नए एचआर हेड के रूप में केएल शाही ने ज्वाइन किया है. इसको लेकर इनटरनल मेल भी जारी कर दिया गया है.
अनुभवी खेल पत्रकार एटीपी सारथी का निधन
मुंबई : अनुभवी खेल पत्रकार एटीपी सारथी का आज यहां बढ़ती उम्र के कारण निधन हो गया। सारथी ने अपने लंबे कॅरियर के दौरान कई प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिताओं की कवरेज की। वह 93 बरस के थे। उनके परिवार में दो बेटे और दो बेटियां हैं।
आइसा नेताओं के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत करने वाली छात्रा को आइसा कार्यकर्ताओं ने पीटा
Samar Anarya : आइसा नेताओं के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत करने वाली छात्रा को आइसा कार्यकर्ताओं ने पीटा? वह भी इतना कि लड़की ट्रामा सेंटर में भर्ती है. स्तब्ध हूँ इस खबर से. कोई सच बतायेगा? जागरण की वेबसाइट पर यह खबर अभी दिख रही है-
यौन शोषण का आरोप लगाने वाली जेएनयू छात्रा की पिटाई
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक छात्रा के साथ ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) के कार्यकर्ताओं द्वारा शुक्रवार देर शाम मारपीट का मामला सामने आया है। लड़की को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि यह वही लड़की है, जिसने छात्र संघ पदाधिकारी अकबर चौधरी व सरफराज पर यौनशोषण का आरोप लगाया था, जिसकी जांच विश्वविद्यालय की आंतरिक समिति जेंडर सेंसटाइजेशन कमेटी अगेंस्ट सेक्सुअल हेरासमेंट में चल रही है।
आइसा के एक पदाधिकारी का कहना है कि एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने उनके कार्यकर्ता चिंटू, शहला व दो और को पीटा था। चिंटू को भी ट्रामा सेंटर ले जाया गया है। इस बीच, आइसा व एबीवीपी के कार्यकर्ता देर रात तक वसंतकुंज थाने के सामने एफआइआर के लिए डटे रहे। छात्रा के साथियों ने बताया कि जब से छात्रा ने छात्र संगठन पदाधिकारियों के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाया है, तभी से आइसा के कार्यकर्ता लगातार उसे परेशान कर धमकी दे रहे थे।
क्या महात्मा गांधी को सचमुच सेक्स की बुरी लत थी?
राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी की कथित सेक्स लाइफ़ पर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है. लंदन के प्रतिष्ठित अख़बार “द टाइम्स” के मुताबिक गांधी को कभी भगवान की तरह पूजने वाली 82 वर्षीया गांधीवादी इतिहासकार कुसुम वदगामा ने कहा है कि गांधी को सेक्स की बुरी लत थी, वह आश्रम की कई महिलाओं …
‘मंतव्य’ के जरिए हरे प्रकाश उपाध्याय ने साहित्य में मफियावाद को कड़ी चुनौती दी है
Daya Sagar : राजेन्द्र यादवजी के जाने के बाद साहित्यिक पत्रिकाएं पढ़ना छूट ही गया था। लखनऊ की डाक से अभी ‘मंतव्य’ का पहला अंक मिला। सबसे पहले किताबनुमा पत्रिका को बीच से खोल कर मैं छपे हुए शब्दों की स्याही की खुशबू अपने भीतर तक ले गया। नई किताब हाथ में आने के बाद मैं अक्सर ऐसा करता हूं। हर नई किताब या पत्रिका का अपनी अलग खुशबू होती है। कवर पेज पर लगी बेहतरीन और विचारोत्तेजक तस्वीर को काफी देर तक देखता रहा। रस्सी पर चल रहा नट अपने कंधे पर एक गधा ढो रहा है। गधे के आंख पर पट्टी बंधी हैं और नट के पांव में घुंघरू। सोचने लगा नट ने गंधे की आंख पर पट्टी क्यों बांधी होगी?
हिमाचल सीएम ने अमर उजाला को झूठा अखबार कहा, धीमान का इस्तीफा, उदय का प्री-रिटायरमेंट
: कानाफूसी : अमर उजाला हिमाचल की खस्ताहालत को बयान करती एक और खबर सामने आई है। हालांकि खबर कुछ दिन पुरानी है, मगर इस अखबार की दमदार व बेदाग छवि को शर्मसार करने वाली है। सूचना मिली है कि पिछले दिनों अमर उजाला के स्थानीय संपादक मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों के बीच पाए गए। पत्रकारवार्ता के दौरान दिल्ली से अमर उजाला में लगी मुख्यमंत्री की खबर के बारे में किए गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने अमर उजाला को झूठा अखबार करार दिया। साथ ही इस खबर को बेबुनियाद बता डाला।
अमिताभ बच्चन जी, टीआरपी चैनल की मज़बूरी हो सकती है, आपकी नहीं
आदरणीय अमिताभ जी,
नमस्कार
देश-विदेश में आपके करोड़ों प्रशंसकों में मैं भी एक हूं और शुभचिंतक भी। इसलिए जाहिर है विरोधी नहीं हूं। फिल्मों में आपकी बेजोड़ अभिनय कला और व्यक्तिगत जीवन में सादगी के बारे में लिखने की जरूरत नहीं, सूरज को दीपक दिखाने जैसा है। सामाजिक कार्यों में भी आपके मिलते रहने वाले योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। लेकिन अत्यंत खेद का विषय है कि सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले एक लोकप्रिय कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति में हरियाणा के मदना गांव (झज्जर) में लिंग अनुपात के बारे में गलत तथ्य प्रस्तुत किए गए।