हमारे केन्द्रीय मंत्री अरून जेटली जी खुद को बार बार पाक साफ व भ्रष्टाचार विरोधी शासक बताते हैं। आये दिन चैनलों में बयान देते नजर आते हैं कि मैं और मेरी सरकार भ्रष्टाचार विरोधी सरकार है। देश में भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को कभी बख्शा नही जाएगा। किंतु आज आपको ये जानकर सबसे अधिक हैरानी होगी कि जेटलीजी के ही विभाग में सबसे बडे़ बागड़बिल्ले और बेईमान अधिकारी सेवारत हैं।
Month: January 2016
जागरण कर्मचारियों से सीखो हक़ के लिए लड़ना
नई दिल्ली : मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर दिल्ली-एनसीआर और देश के अन्य राज्यों में विभिन्न प्रिंट मीडिया समूहों में कार्यरत कर्मचारियों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है। देश भर के मीडियाकर्मियों की नजर माननीय अदालत में होने वाली अगली सुनवाई पर है। लेकिन अत्याचारी अखबार मालिकानों से भिड़कर आंदोलन को इस मुकाम तक पहुँचाने वाले दैनिक जागरण के कर्मचारियों की हिम्मत की जितनी प्रशंसा की जाये, कम है।
मजीठिया : चाहें आप अवमानना केस में शामिल हैं या नहीं फिर भी इसे जरूर पढ़े
साथियों, जैसा कि आप जानते हैं कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने 12 जनवरी 2016 को अवमानना मामले में सुनवाई के दौरान वकील श्री परमानंद पांडेय जी द्वारा कर्मचारियों की प्रताड़ना का मामला उठाने पर इस संदर्भ में सभी प्रताड़ित कर्मचारियों को affidavit दायर करने का निर्देश दिया है। यह affidavit आप अपने वकीलों के माध्यम से 10 फरवरी तक जमा करवा सकते हैं। इसके अलावा इस affidavit को वो साथी भी भर सकते हैं जो अवमानना केस में शामिल नहीं है। इसके अलावा 11 नवंबर 2011 से मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिश लागू होने के बाद होने वाले प्रताड़ित सभी कर्मचारी भी affidavit को भर सकते हैं।
‘दक्षिण मुंबई’ अखबार में सर्कुलेशन मैनेजर की गुंडागर्दी!
मुंबई। दैनिक दक्षिण मुंबई के मालिक ने यह अखबार अपना रौब और धाक जमाने के लिए शुरू किया था लेकिन कर्मचारियों को पैसे न देने और सर्कुलेशन मैनेजर संजय देसाई की गुंडागर्दी की नीति इस अख़बार को लील गई। देसाई किसी भी कर्मचारी को रख लेता है और बिना पैसा दिए भगा देता है। आलम यह है कि देसाई अपने आप को किसी मूर्धन्य संपादक से कम नहीं समझता है।
ब्राह्मण विरोधी नीतियों से तंग आकर मुंबई के दबंग दुनिया अखबार से एक साथ 8 लोगों ने छोड़ी नौकरी
दबंग दुनिया मुंबई एडिशन में संपादक नीलकंठ पारटकर की ब्राह्मण विरोधी नीतियों एवं प्रताड़ना से तंग आकर सिटी चीफ ओपी तिवारी, डिप्टी न्यूज़ एडिटर समीर तिवारी, सीनियर कॉपी एडिटर एचपी तिवारी, सीनियर कॉपी एडिटर चन्द्र भूषण शुक्ल, सीनियर रिपोर्टर ब्रजेश चंद्रा, क्राइम रिपोर्टर प्रदीप पाठक, फिल्म रिपोर्टर वरुण तिवारी, बिजनेस रिपोर्टर आनंद तिवारी ने एक साथ नौकरी छोड़ दी. इससे दबंग दुनिया में खलबली मच गई है. सभी दबंग दुनिया के संपादक नीलकंठ पारटकर और न्यूज़ एडिटर एसपी यादव से तंग आ गए थे.
मुंबई में चेंबर आफ फिल्म जर्नलिस्ट्स का गठन, इंद्र मोहन पन्नू बनाए गए अध्यक्ष
मुंबई : मुंबई सहित पूरे देश में कार्यरत फिल्म, टेलीविजन और मनोरंजन जगत से जुड़े पत्रकारों की संस्था चेंबर आफ फिल्म जर्नलिस्ट्स का एक बैठक में गठन किया गया। यह संस्था फिल्म और टेलीविजन तथा मनोरंजन जगत से जुड़े पत्रकारों और सितारों के बीच सेतु का काम करेगी और इन पत्रकारों के स्वाभिमान को उंचा करेगी। मुंबई के अंधेरी पश्चिम में हुयी संस्था की बैठक में चेंबर आफ फिल्म जर्नलिस्ट्स का अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार इंद्र मोहन पन्नू को बनाया गया है। जानी मानी ट्रेड मैग्जीन कंप्लीट सिनेमा के मालिक और संपादक अतुल मोहन व दोपहर का सामना के वरिष्ठ पत्रकार किशोर शाही को संयुक्त रूप से उपाध्यक्ष बनाया गया है।
जानिये अगर आप दैनिक भास्कर में हैं तो कितना होना चाहिये आपका वेतन
दूसरे समाचार पत्रों के पत्रकार भी वेतन तालिका बनाने में ले सकते हैं बिस्तर पर पड़े जुझारू पत्रकार हेमंत की मदद
प्रिय मित्रों,
मैं जब से मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई में भड़ास के यशवंत सर के आशीर्वाद से आप सबके साथ शामिल हूआ हूं, आप सबका लगातार समर्थन और उत्साह मिल रहा है। देश भर के पत्रकारों के फोन लगातार आ रहे हैं और लोग मुझसे माननीय सर्वोच्च न्यायालय में जमा किये जाने वाले एफिडेविट के बारे में पूछ रहे हैं। साफ कहूं तो लगभग २०० फोन मेरे मोबाईल पर आये जिसमें लगभग १८० फोन दैनिक भास्कर के अपने पत्रकार भाईयों और भास्कर से जुड़े देश भर के लोगों के थे। उससे साफ है कि सबसे ज्यादा प्रताड़ना के शिकार लोगो में भास्कर के पत्रकारों की संख्या सबसे ज्यादा है।
पत्रकार जगेंद्र केस में आरोपी पुलिसकर्मी बरेली क्राइम ब्रांच पर कोर्ट में बयान का बना रहे हैं दबाव
बरेली : शाहजहांपुर के पत्रकार जगेंद्र सिंह मर्डर केस में आरोपी पुलिसकर्मी बरेली क्राइम ब्रांच पर जबरन दो गवाहों के कोर्ट में बयान कराने का दबाव बना रहे हैं। इन गवाहों के बयान के जरिए वह खुद को केस से बचाना चाहते हैं, लेकिन बरेली के पुलिस अधिकारियों ने आईओ को बिना किसी दवाब के सही जांच करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं।
वीमन हेल्पलाइन के बड़े दरोगा नवनीत सिकेरा को पत्रकार कुमार सौवीर ने दिखाया आइना
Kumar Sauvir : 1090 यानी वीमन हेल्प लाइन के बड़े दरोगा हैं नवनीत सिकेरा। अपराध और शोहदागिरी की राजधानी बनते जा रहे लखनऊ में परसो अपना जीवन फांसी के फंदे पर लटका चुकी बलरामपुर की बीडीएस छात्रा की मौत पर सिकेरा ने एक प्रेस-विज्ञप्ति अपनी वाल पर चस्पा किया है। सिकेरा ने निरमा से धुले अपने शब्द उड़ेलते हुए उस हादसे से अपना पल्लू झाड़ने की पूरी कवायद की है। लेकिन ऐसा करते हुए सिकेरा ने भले ही खुद को पाक-साफ़ करार दे दिया हो, लेकिन इस पूरे दर्दनाक हादसे की कालिख को प्रदेश सरकार और पूरे पुलिस विभाग के चेहरे पर पोत दिया है।
मीडिया पहले कमजोर आदमी की आवाज उठाता था, आज मजबूत आदमी की आवाज बन चुका है
आज देश में जो अच्छे चैनल मौजूद हैं, उनके ऊपर भी लगातार खराब होने का दबाव बढ़ रहा है
नई दिल्ली। 30 जनवरी को हिंदी अकादमी, दिल्ली द्वारा दो सत्रों में ‘प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता’ और ‘इलेक्ट्रानिक मीडिया की विश्वसनीयता’ पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। त्रिवेणी सभागार में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने कहा कि मीडिया की विश्वसनीयता का सवाल आज से 50 साल पहले भी था और आज भी है। दरअसल, विश्वसनीयता की यह बहस मीडिया को और विश्वस्त बनाती है। पाठकों और दर्शकों की मनोविज्ञान और दिलचस्पी से अलग जाकर विश्वसनीयता पर अलग से कोई बहस नहीं हो सकती, बल्कि यह सारी बहस इसके सापेक्ष ही होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार मीडिया से नैतिक और अति नैतिकता की उम्मीद की जाती है, जो वास्तविकताओं से बहुत परे है। गांव के स्तर पर भी पत्रकारिता को लेकर किये जा रहे प्रयोग उम्मीद जगाते हैं।
दिल्ली में आरएसएस मुख्यालय पर छात्रों के प्रदर्शन को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों पर पुलिस का हमला
January 31, 2016 : The Delhi Union of Journalists (DUJ) condemns the unprovoked and unjustifiable assault by the police on a photojournalist covering the students’ march to the RSS headquarters in Delhi on January 30. Photojournalist Jiji Pillai working for the Mathrubhumi news channel has suffered injuries.
बकाया वेतन मांगा तो नौकरी से बर्खास्त कर दिया
२४ साल की नौकरी का मिला सिला.. माँगा वेतन तो टर्मिनेट कर दिया… ये हाल है पारिवारिक भावना का दावा करने वाले सहारा इंडिया का… मैं सहारा इंडिया के नियंत्रण में निकलने वाले राष्ट्रीय सहारा में १८-०१-९१९२ से कार्यरत हूँ. १८५० रुपए वेतन से सब एडिटर ट्रेनी के रूप में शुरुआत की. इन २३-२४ सालों में मुझे मात्र एक प्रमोशन मिला है …आज वेतन २५००० के ऊपर है …इतना वेतन तो एक चपरासी का भी नहीं होगा… मेरा गुनाह यह है कि मैंने इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई..अपना वेतन और बकाया मांगा … नतीजा ये हुआ कि आज ३०-०१-२०१६ को घर आकर एच आर ने टर्मिनेशन थमा दिया …
Entries invited for KCK Awards 2015 & 2014 : Open for National, International Print Media
KC KULISH INTERNATIONAL AWARD FOR EXCELLENCE IN PRINT JOURNALISM… Entries invited for KCK Awards 2015 & 2014: Open for National, International Print Media: Rajasthan Patrika announces 9th & 8th KC Kulish International awards. The award recognizes best of works in Print Media and honours the winning team with a cash prize of US$ 11,000/- and citation. Maximum of 10 meritorious entries also receive medals and certificates. The entries are judged by an independent panel of jury.
व्यापारी संगठन के इन सवालों के क्रमवार जवाब कोई भाजपाई या मोदी भक्त दे तो अच्छा रहेगा
Yashwant Singh : भड़ास के पास ALL DELHI COMPUTER TRADERS ASSOCIATION (ADCTA) की तरफ से एक ईपत्र आया है, adcta.nehruplace@gmail.com मेल आईडी और Modi Ji, Vyapari ke Man ki Baat bhi suniye शीर्षक से. इसमें जो कुछ कहा गया है, उसका बिंदुवार जवाब कोई भाजपाई या मोदी भक्त दे तो अच्छा रहेगा… पढ़िए व्यापारी संगठन की मेल में कहा क्या गया है.
शाहरुख खान को देखकर पागल हो जाने वाली ये महिला पत्रकार क्या पत्रकारिता करने लायक हैं!
मीडिया में यंगस्टर आजकल बड़े लोगों संग सेल्फी लेने और सितारों के साथ अपना प्रेम जाहिर करने आते हैं… कल नोएडा में किडजेनिया के लांच समारोह में शाहरुख खान आए.. जाहिर है लाखों लड़कियों के दिलों की धड़कन शाहरुख आए तो पागल होना लाजमी था… जीआईपी मॉल के बाहर भीड़ लग चुकी थी… शाहरुख ने प्रेस कांफ्रेंस शुरू की… कुछ नई लड़कियों का ग्रुप जो जागरण, फैशन डॉट कॉम और कुछ अन्य संस्थाओं से आईं थी, उन्हें देख कर लग रहा था कि वो केवल खान को देखने आई हैं… उन्हें इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से कोई लेना देना नहीं है … और हुआ भी वही…
बिल्डर के सामने नतमस्तक हुए जबलपुर के लीडिंग अख़बार
जबलपुर विकास प्राधिकरण द्वारा सम्दडया बिल्डर्स को एक शापिंग मॉल बनाने के लिए जमीन दी गई थी किन्तु बिल्डर ने जेडीए के अधिकारियों से सांठगांठ करके उस जमीन का मालिकाना हक अपने नाम कर लिया. इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले अधिकारी का तबादला भोपाल कर दिया गया. यहाँ तक की बिल्डर की जेडीए ने लीज …
भोपाल के पत्रकार भवन से रद्दी चोरी मामले में तीन पत्रकारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
भोपाल : पत्रकार भवन इस समय म.प्र. शासन के अधिपत्य में है. इसके (पत्रकार भवन समिति) उपाध्यक्ष विनय डेविड ने न्यायालय में एक चोरी का मामला दर्ज करा दिया। 18 अक्टूबर 2014 को पत्रकार भवन के पुस्तकालय का ताला रात में तोड़कर लगभग 40 क्विन्टल रद्दी एक वैन में भरकर अरशद अली, दिलीप भदौरिया और अख्तर अली चुरा ले गये थे।
पत्रकार धीरेंद्र मिश्रा की बेटी कोमा में, मदद की जरूरत
Sharad Tripathi : अगर हम एकजुट हो सकें तो किसी भी बुरे वक़्त का सामना करने की शक्ति मिलती है। हमारे मेहनती, लोकप्रिय, मृदुभाषी, प्रतिभावान, साफ़ सुथरी छवि के पत्रकार Dhirendra Mishra को शायद आज हम सबके सहयोग की ज़रूरत है। करीब 15 दिन पूर्व उनकी 11 वर्षीय बेटी अचानक बेहोश हो गयी थी और कोमा में चली गयी थी। तब से वेअपोलो अस्पताल दिल्ली में वेंटीलेटर पर आश्रित थी। करीब दो दिन पहले हताश माँ-पिता को उम्मीद की झलक मिली है जब बिटिया मुस्कुराई। भगवान् बिटिया को शीघ्र स्वस्थ करे।
Upwju में अंधेरगर्दी : मुतावल्ली बन कर फ्री की बिरयानी खाने वाले नमाज ही नहीं पढते
मुतावल्ली बन कर फ्री की बिरयानी खाने वाले नमाज ही नहीं पढते. इसका आशय ये है कि पुजारी दक्षिणा तो खूब ले और पूजा ही नहीं करे. श्रमजीवी पत्रकार यूनियन आखिर है क्या? इसको समझो-जानो। इसके बाद इसकी लोकल इकाइ से जुड़ो। upwju (उत्तर प्रदेश वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन) के प्रदेश अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी ने किसी से ये नसीहत की और बस सिद्दीकी साहब की इस सलाह पर वो शख्स upwju को जानने समझने मे जुट गया। उस शख्स को इससे पहले तो बस ये पता था कि रोज दस्तरखान की मुफ्त में बिरयानी खाने का मतलब है upwju। इतनी सी जानकारी को मैंने आगे बढ़ाते हुए बताया- upwju का मतलब ऐसी elected body जिसमें चुनाव के अजब-गजब करिश्मे हैं। मसलन जो जीत गया वो फिर कभी हार नहीं सकता। अपनी कुर्सी के साथ वो अजेय हो जाता है और उसका ओहदा अमर।
INS NEWS TV Channel की आड़ में जुआ सट्टा का कारोबार!
INS NEWS TV Channel चैनल की आड़ में मुम्बई चैनल आफिस में जुआ सट्टा का कारोबार चलता है. यह जानकारी आईएनएस संचालक एवं यूपी चैनल हेड गोविन्द मिश्रा ने दी. उनसे बातचीत की पूरी रिकार्डिंग सुरक्षित है. INS NEWS TV Channel के नाम से पूरे देश के युवाओं और पत्रकारों को गुमराह किया जा रहा है. इनके द्वारा पहले चैनल के बारे में व्हाट्सएप पर जानकारी दी जाती है. यह काम के सी शर्मा द्वारा किया जाता है. फिर चक्रव्यूह में फंसाने का काम INS NEWS का संचालक एवं यूपी चैनल हेड गोविन्द मिश्रा करते हैं.
यूपी में ‘समाजवादी’ जंगलराज : लखनऊ में छेड़खानी से परेशान एक मेडिकल छात्रा ने फांसी लगाकर जान दी
बधाई हो सरकार में बैठे समाजवादियों और तुम्हारे कारकूनों! तुम्हारे अटूट प्रयास आज फलीभूत हुए और नतीजा यह हुआ कि बीती रात एक मेडिकल छात्रा ने राजधानी के गुडम्बा कालोनी में अपने कमरे में पंखे से लटक कर खुद को मौत हवाले कर दिया। बधाई हो। ताज़ा खबर है कि लखनऊ के एक डेंटल मेडिकल छात्रा ने छेड़खानी से त्रस्त होकर फांसी लगा ली। पिछले कई महीने से मोहल्ले से लेकर कॉलेज आसपास शोहदों ने उसका जीना हराम कर रखा था। मानसिक तनाव इतना बढ़ने लगा कि उसे खुद की जिंदगी ही अभिशाप लगाने लगी। उसे लगा कि उसका स्त्री-देह ही उसका सबसे बड़ा दुश्मन है। बस फिर क्या था। इस बच्ची ने उस कलंक-अभिशाप को ही हमेशा-हमेशा के लिए धो डाला।
जी न्यूज ने लगाई छलांग
इस साल के तीसरे हफ्ते की टीआरपी में हिंदी न्यूज चैनलों में सबसे ज्यादा फायदा जी न्यूज को हुआ है. देखें टीआरपी के आंकड़े…
Doordarshan to live telecast the ceremony of Martyrdom Day of Mahatma Gandhi
New Delhi, 29th January 2016: Every year on January 30th, the nation pays homage to the martyrs who suffered and died for the freedom, welfare, and progress of the country. It was on this very day in 1948, that Mahatma Gandhi was assassinated a little before the sunset when he was on his way to attend his evening prayers. Since then on Martyr’s Day the top officials of the country gather at the samadhi at Rag Ghat memorial and lay wreaths decorated with multi-colour flowers.
अपराधियों की पेशी पर कचहरी सील करना आम जन के मौलिक अधिकार का हनन
गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) : गुरूवार को कचहरी परिसर पुलिस ने सील कर रखा था। लगभग सवा दस बजे पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं समग्र विकास इण्डिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रज भूषण दूबे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने से जिलाधिकारी कार्यालय की ओर जाना चाहे तो उन्हें भी रोक दिया गया। कारण् पूछने पर तैनात कतिपय इंस्पेक्टर व दरोगाओं द्वारा बताया गया कि आज फास्ट ट्रैक कोर्ट में बृजेश व त्रिभुवन की पेशी है।
बसपा ने तय किया मिशन-2017 एजेंडा
अजय कुमार, लखनऊ
बसपा सुप्रीमों मायावती ने मिशन 2017 के आगाज के साथ ही सियासी एजेंडा भी तय कर दिया हैै। दलितों को लुभाने के लिये बसपा बड़ा दांव चलेगी तो मुसलमानों को मोदी-मुलायम गठजोड़ से बच के रहने को कहा जायेगा। प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था, किसानों की दुर्दशा, बुंदेलखंड की बदहाली को अखिलेश सरकार के विरूद्ध हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जायेगा। एकला चलो की राह पर बीएसपी केन्द्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी को नंबर वन का दुश्मन मानकर चलेगी तो प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को नंबर दो पर रखा गया है। नंबर तीन पर कांग्रेस सहित अन्य वह छोटे-छोटे दल रहेंगे जिनका किसी विशेष क्षेत्र में दबदबा है। बसपा हर ऐसे मुद्दे को हवा देगी जिससे केन्द्र और प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया जा सके। विधान सभा के बजट सत्र और इससे पूर्व के सत्रों मे बसपा नेताओं ने जिस तरह के तीखे तेवर दिखाये उससे यह बात समझने में किसी को संदेह नहीं बसपा सड़क से लेकर विधान सभा तक में अपने लिये राजनैतिक बढ़त तलाश रही है।
यूपी के जमाने में तब राजीव शुक्ला थे, भाजपा के जमाने में अब हेमा मालिनी हैं!
Anil Singh : तब राजीव शुक्ला थे, अब हेमा मालिनी हैं! कैसे मान लें कि सगे-संबंधियों को फायदा पहुंचाने का दलाल पूंजीवाद भाजपा के आने से ठंडा पड़ गया है। यूपीए के जमाने में कांग्रेस के सांसद राजीव शुक्ला को मुंबई में औने-पौने दाम पर ज़मीन आवंटित की गई थी।
पत्रकार हो तो अरुण शौरी जैसा वरना फिर सीधा दलाल हो तो बेहतर है
Sumant Bhattacharya : पत्रकार अरुण शौरी ने पद्म सम्मान लेने से मना कर दिया.. वो भी पहले इस सूची में थे… शौरी ने कहा. मैंने किसी भी सरकार से कभी कुछ नहीं लिया.. पत्रकार हो तो शौरी जैसा….. वरना फिर सीधा दलाल हो तो बेहतर है…. ना शौरी ने इस पर शोर मचाया … और ना ही न्यूज हेडलाइन बनने की कोशिश की… इसे कहते सहिष्णुता. व्यवस्था का वॉच डॉग यदि .. हुकूमत से अनुकंपा लेगा तो.. फिर भौंकेगा किस पर…? शौरी के इस कदम को.. उदार ह्दय और लोकतंत्र को मजबूत करने… के कदम के तौर पर मोदी साहेब को स्वागत करना चाहिए. जाहिर है, अनुकंपा ग्रहण करने वाले… सिर्फ निर्दोष नागरिक समाज पर भौंकते हैं. हुकूमत पर नहीं..
राष्ट्रीय सहारा, लखनऊ ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिला की पहचान उजागर कर दिया
राष्ट्रीय सहारा लखनऊ संस्करण में गंभीर लापरवाही हुई है. यौन उत्पीड़न की शिकार पीड़िता की अखबार ने पहचान उजागर कर दिया है जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक ऐसा करना दंडनीय अपराध है. राष्ट्रीय सहारा लखनऊ के 29 जनवरी के अंक में पेज 4 पर छपी खबर में पीड़िता की पहचान उजागर की गई …
महिला आईएएस अफसर ने पत्रकार का कैमरा छीन लिया
जम्मू। एक महिला आईएएस अफसर ने विरोध प्रदर्शन कर रहे एक ठेकेदार को कथित रूप से चांटा मार दिया। यही नहीं, अफसर ने वहां विरोध प्रदर्शन का समाचार लेने पहुंचे एक टीवी पत्रकार का कैमरा छीन लिया। जम्मू नगर निगम की आयुक्त और आईएएस अफसर मनदीप कौर ने कथित रूप से संजय कुमार को थप्पड़ मार दिया। संजय बुधवार को कौर द्वारा उनका पार्किंग ठेका गैर कानूनी तरीके से रद्द कर दिए जाने का गुरुवार को विरोध कर रहे थे। महिला अफसर ने अपने कृत्य को सही ठहराते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि बगैर उनकी अनुमति के वीडियोग्राफी की जा रही थी।
टोल टैक्स बचाने के लिए पत्रकार बन गए 100 करोड़ टर्नओवर के कई शराब माफिया
शराब कारोबारी ने मध्यप्रदेश सरकार से पत्रकारिता की राज्य स्तरीय अधिमान्यता हथिया ली है। ये हर साल दिखावे के लिए करोड़ों रुपए का इनकम टैक्स भी भरते हैं। इनकम टैक्स के छापे में जब्त दस्तावेजों की जांच में जुटे इनकम टैक्स अफसरों का ध्यान गुमनाम संपत्तियों व टैक्स चोरी पर है, लेकिन वे इस बात से हैरान हैं कि 100 करोड़ से अधिक के शराब ठेके चलाने वाले लल्ला (रामस्वरूप शिवहरे) व लक्ष्मीनारायण शिवहरे पूर्णकालिक श्रमजीवी पत्रकार हैं।
लखनऊ में विधानसभा सत्र की कवरेज के नियम हुए सख्त
लखनऊ । मात्र नेताओं और मंत्रियों को चेहरा दिखाने वाले और लॉबी पास के नाम पर रौब गांठने वाले पत्रकारों की बढ़ती प्रवृत्ति पर प्रमुख सचिव विधान सभा ने अंकुश लगा दिया है। अब किसी भी पत्रकार का लॉबी पास और बगैर राज्य मुख्यालय की मान्यता के विधान सभा सत्र को कवरेज करने का पास नहीं जारी होगा। 29 जनवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र की कवरेज के लिए विधान सभा ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
मुजफ्फरनगर संघ कार्यालय में रिर्सचर अनिल यादव को बंधक बनाया
लखनऊ । रिहाई मंच ने संघ के गुण्ड़ों द्वारा मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा पर शोध कर रहे छात्र अनिल यादव को जबरन संघ कार्यालय में बंधक बनाने की घटना को संघ द्वारा अपने घिनौने कृत्यों को छुपाने का एक और हिंसक उदाहरण बताया। मंच ने शोधार्थी अनिल यादव की सुरक्षा की गारंटी की मांग करते हुए इस पूरी घटना में संघ से जुड़े नीरज शर्मा, रामवीर सिंह, आशुतोष और अनुभव शर्मा समेत अन्य लोगों पर कार्यवाई की मांग की। मंच ने मुजफ्फरनगर आरएसएस कार्यालय को आतंकी कारवाईयों का सेंटर बताया।
नवभारत रायगढ़ ने 24 जनवरी को छाप दिया 14 जनवरी का हूबहू पेज
पैसे की भूख प्रेस मालिकों को कितना अंधा बना देती है कि इसका नजारा नवभारत प्रेस रायगढ़ को देखकर लगाया जा सकता है। जिसने २४ जनवरी को १४ जनवरी का हूबहू पेज छाप दिया। और इस गलती का मुख्य कारण यहां के ब्यूरो चीफ नंदकुमार पटेल (नंदूपटेल) हैं। जिसने पैसों की बोली लगाकर यहां ब्यूरो चीफ जैसा उच्च पद प्राप्त किया। लेकिन उन्हें पत्रकारिता का प नहीं आता था। खबर लिखने नहीं आता, कौन सी खबर लीड होगी यह समझ नहीं है।पद पाने के लिए बिलासपुर जीएम सुजीत बोस ने एक लाख रुपए का अतिरिक्त घूस लिया है। चेक जमा कराया सो अलग।
परंजय गुहा ठाकुरता, सबा काजी, अम्मार जैदी, हरीश कंडारी, सुशील कुमार सिंह, अभिषेक मिश्रा के बारे में सूचनाएं
जाने माने वरिष्ठ पत्रकार परंजय गुहा ठाकुरता ने प्रतिष्ठित साप्ताहिक पत्रिका ‘इकनॉमिक एंड पोलिटिकल वीकली’ के संपादक के बनाए गए हैं. इस पत्रिका को निकालनी वाले ‘समीक्षा ट्रस्ट’ ने नए संपादक की नियुक्ति का ऐलान किया है. ट्रस्ट के न्यासियों ने चयन समिति की सिफारिशों पर विचार करने के बाद ठाकुरता की नियुक्ति की. प्रोफेसर दीपक नैयर की अगुवाई वाले ट्रस्ट की ओर से जारी बयान के अनुसार न्यासियों ने बतौर संपादक रेड्डी के सराहनीय कार्य और उल्लेखनीय योगदान को स्वीकार किया. ठाकुरता अप्रैल महीने में इस जिम्मेदारी को संभालेंगे. वे राममनोहर रेड्डी का स्थान लेने जा रहे हैं जिन्होंने संपादक पद छोड़ने का फैसला किया है. रेड्डी 11 साल से इस पद पर थे. राममनोहर रेड्डी इस पत्रिका की 50वीं वषर्गांठ बनाने की योजना को लेकर विवाद के केंद्र में रहे हैं.
इंडिया न्यूज यूपी यूके के पत्रकार प्रदीप व्यास रेलवे ट्रैक पार करते हुए ट्रेन की चपेट में आए, मौके पर मौत
इंडिया न्यूज के उत्तर प्रदेश उत्तरखंड रीजनल न्यूज चैनल में असिस्टेंट प्रोड्यूसर के पद पर कार्यरत पत्रकार प्रदीप व्यास रेलवे ट्रैक पार करते हुए ट्रेन की चपेट में आ गए. उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना दिल्ली के सरिता विहार इलाके की है.
टाइम्स आफ इंडिया के मैनेजिंग एडिटर पत्रकार अरिंदम सेनगुप्ता का कैंसर से निधन
द टाइम्स ऑफ इंडिया के मैनेजिंग एडिटर अरिंदम सेन गुप्ता का कैंसर के कारण 61 वर्ष की आयु में निधन हो गया. सेनगुप्ता तीस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय थे. वह पॉयनियर और प्रोब में भी काम कर चुके हैं. सेनगुप्ता ने टाइम्स ग्रुप के साथ अपनी यादगार पारी के दौरान देश की राजनीति, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे, फिल्म और संगीत समेत कई विषयों पर लिखा. कैंसर से पीड़ित होने के कारण राजधानी दिल्ली में पिछले कई माह से उनका इलाज चल रहा था.
‘स्वर्ण-बैच’ दीक्षांत समारोह में आईआईएमसी किसी कायदे के मुख्य अतिथि को आमंत्रित करने पाने में असफल
आईआईएमसी के ‘स्वर्ण-बैच’ का दीक्षांत समारोह होना सुनिश्चित हो गया है। लम्बे अरसे के बाद यह फैसला लिया गया है। प्रतीत होता है की आईआईएमसी के स्तम्भ इस क़दर कमज़ोर हो गए हैं कि अब इसे इतराना नहीं आता, उम्मीद है कि कोई सिकन्दर इसे अपना लक्ष्य भी बना बैठे। आलम यह है कि एक तो इतनी लतीफी के बाद दीक्षांत समारोह होना सुनिश्चित हो पाया हो, उसमें भी पंगु प्रशासन ने किसी क़ायदे के मुख्य अतिथि को आमंत्रित कर पाने में अपनी असफलता का परिचय दिया है।
आंदोलन के चार माह पूरे, जागरण कर्मचारियों के हौसले बुलंद
नई दिल्ली/ नोएडा। मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे दैनिक जागरण के कर्मचारियों के आंदोलन को चार माह का समय पूरा हो चुका है। इस दौरान कर्मचारियों ने नई दिल्ली स्थित जंतर मंतर से लेकर इंडिया गेट और नोएडा तक अपनी आवाज़ बुलंद की। लेकिन सबका साथ- सबका विकास की बात करने वालों तक उनकी आवाज़ नहीं पहुंची। इसका एक कारण तो यह हो सकता है कि ऐसे लोगों के लिए शायद मेहनतकशों का दर्द कोई मायने नहीं रखता और दूसरा यह कि कर्मचारी जिन दैनिक जागरण के मालिकानों के खिलाफ लड़ रहे हैं उनसे उनकी काफी निकटता है।
पूरे एक साल बिना एक पैसा खर्च किए जिंदगी जीकर देखेगी यह महिला फ्रीलांस जर्नलिस्ट
जर्मनी की ग्रेटा टाउबेर्ट ने कसम खाई है कि वो एक साल बिना पैसा खर्च किए जिंदगी गुजारेंगी. टाउबेर्ट जानना चाहती है कि क्या पैसे के बिना वाकई जिंदगी चल सकती है. वह अपने अनुभव दुनिया से बांटेंगी. जर्मन शहर लाइपजिश में रहने वाली 30 साल की ग्रेटा टाउबेर्ट बढ़ते उपभोक्तावाद से परेशान हैं. इसीलिए उन्होंने तय किया है कि साल भर तक वो खाने पीने के समान, टूथपेस्ट, साबुन, क्रीम, पाउडर और कपड़ों पर एक भी सेंट खर्च नहीं करेंगी.
Television ratings of BARC
Broadcast Audience Research Council India
Welcome to BARC India
Promoted by three industry associations, to develop a reliable television audience measurement system for India. Broadcast Audience Research is a puzzle that has vexed broadcasters, advertisers, and advertising and media agencies in India for decades. A country with an estimated television audience of 153 million homes and growing, need to have credible information about television viewing habits.
हिन्दुस्तान मीडिया ने 28 फीसदी ज्यादा मुनाफा कमाया
दैनिक ‘हिन्दुस्तान’ अखबार का प्रकाशन करने वाली हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर लिमिटेड (एचएमवीएल) का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्तूबर-दिसंबर) में 28.2 फीसदी बढ़कर 46.9 करोड़ रुपये पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में शुद्ध मुनाफा 36.6 करोड़ रुपये का था।इस अवधि में कंपनी का कुल राजस्व 12.8 फीसदी बढ़कर 251.6 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व 223 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की विज्ञापन से होने वाली आय 19 फीसदी बढ़कर 181.2 करोड़ रुपये हो गई।
उत्तरांचल प्रेस क्लब के चुनाव पर डीएम ने लगायी रोक
आपसी विवाद के चलते सात साल तक बंद रहने वाले उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून के चुनाव पर फिर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। 31 जनवरी 2016 को होने वाले चुनाव पर डीएम ने भांजी मार दी। चुनाव के संबंध में डीएम ने तर्क दिया कि प्रेस क्लब का 2003 के बाद पंजीकरण नहीं है …
‘लाइव इंडिया’ चैनल के मालिक मुंबई पुलिस से छूटे तो उड़ीसा पुलिस धर ले गई
समृद्ध जीवन नामक चिटफंडिया कंपनी का मालिक महेश मोतेवार जो लाइव इंडिया नामक न्यूज चैनल भी चलाता है, पिछले दिनों मुंबई पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. उस पर जनता को भरमाने, धोखा देने, पैसा हड़पने, गैर कानूनी चिटफंडी योजनाएं चलाने समेत कई आरोप हैं और वह काफी समय से फरार चल रहा था. सूत्रों का कहता है कि महेश मोतेवार ने कई वरिष्ठ पत्रकार और संपादक पाल रखे हैं जो उनके लिए लाइव इंडिया चैनल की आड़ में दलाली व लायजनिंग करते हैं.
लखनऊ के पत्रकार और साहित्यकार आबिद सुहैल का निधन
लखनऊ : उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति ने जाने माने पत्रकार और साहित्यकार आबिद सुहैल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। आबिद सुहैल का मंगलवार दोपहर में मुंबई में निधन हो गया। उनका संस्कार कपूरथला कब्रिस्तान में किया गया। समिति ने आबिद सुहैल के निधन पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि उनका न रहना न केवल पत्रकारिता जगत बल्कि ऊर्दू साहित्य के लिए भी अपूरणीय क्षति है।
‘दक्षिण मुंबई’ नामक अखबार की नीचता के खिलाफ युवा पत्रकार पहुंचा लेबर आफिस और पुलिस स्टेशन, पढ़ें शिकायती पत्र
मुंबई से एक अखबार निकलता है ‘दक्षिण मुंबई’ नाम से. इस अखबार में एक युवा पत्रकार ने पांच महीने तक काम किया. जब उसने सेलरी मांगी तो उसे बेइज्जत करके भगा दिया गया. इस अपमान से नाराज युवा पत्रकार ने लेबर आफिस में पूरे मामले की शिकायत की और भड़ास के पास पत्र भेजा. जब प्रबंधन को यह सब बात पता चली तो युवा पत्रकार को बुरी तरह धमकाया गया. इससे डरे युवा पत्रकार ने पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज कराई है.
‘जनसत्ता’ में अशोक वाजपेयी का कालम बंद करने के लिए संपादक मुकेश भारद्वाज ने की घटिया हरकत
ओम थानवी के जनसत्ता अखबार से रिटायर होने के बाद चंडीगढ़ से आए नए संपादक मुकेश भारद्वाज की करतूतें इन दिनों चर्चा का विषय है. अखबार को आधुनिक बनाने के चक्कर में न तो अखबार की पुरानी पहचान साख चरित्र बचा पा रहे और नया कुछ बेहतर करने के चक्कर में दूसरे अखबारों से आगे निकल पा रहे. इसी को कहते हैं न घर का न घाट का. मुकेश भारद्वाज ने पुराने सारे स्तंभकारों के कालम एक एक कर बंद करना शुरू कर दिया. सबको बताया गया कि अखबार का पुनर्गठन किया जा रहा है, री-लांच हो रहा है, इसलिए कालम बंद करने पड़ रहे हैं. लोगों ने इशारे को समझा और कालम लिखना बंद कर दिया.
सरकारनामा : राम भरोसे प्रभुजी की रेल (1)
दुनियाभर के सबसे लंबे रेल नेटवर्क में से एक भारतीय रेल के साथ यूँ तो मेरे कई छोटे मोटे सकारात्मक और नकारात्मक अनुभव रहे हैं, लेकिन इस बार का अनुभव कुछ अलग रहा। चार दिन की छुट्टी में तीन दिन न सिर्फ ट्रेन में बीते, बल्कि सरकारी व्यवस्था के कई अन्य पहलुओं से भी अवगत होने का अवसर प्राप्त हुआ। शुरुआत करते हैं पहले दिन से। शनिवार 23 जनवरी की सुबह आनंद विहार रेलवे स्टेशन से 7 बजकर 30 मिनट पर गाड़ी संख्या 12488, आनंद विहार-जोगबनी सीमांचल सुपरफास्ट एक्सप्रेस के शयनयान श्रेणी में पटना के लिए रवाना हुआ। गाड़ी सही समय से चली और दिन की ट्रेन होने के कारण कोहरे की समस्या भी नहीं थी, जिसे ट्रेन के विलम्ब होने के लिए अक्सर ज़िम्मेदार ठहराया जाता है।
बनारस के वरिष्ठ पत्रकार अमरनाथ सिंह का निधन
वाराणसी : प्रदेश शासन से मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार और एक प्रात: कालीन हिंदी दैनिक के संरक्षक अमर नाथ सिंह का बुधवार सुबह ककरमत्ता के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में हृदयगति रुकने से निधन हो गया. वह मूलत: बड़ागांव ब्लाग के पतेर गांव के निवासी थे और सिगरा स्थित गांधीनगर कालोनी में रहते थे. 25 जनवरी की शाम हार्ट अटैक के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
DD Bharati to live telecast the opening ceremony of MIFF 2016
Tune in at 4:30 pm on 28 January!
DD Bharati channel, touted as the cultural heritage of India, is a niche art and cultural television channel of Doordarshan. Since its modest beginning in 2002, the channel has made its way to the audiences’ heart as a one stop solution to whet their cinematic appetite.
बादशाह का शाह उर्फ पंचिंग बैग : इस ताजपोशी पर पुराने अध्यक्षों ने कसीदे क्यों काढ़े?
अमित शाह को दुबारा भाजपा अध्यक्ष बना दिया गया। यह क्या है? यह नरेंद्र मोदी की बादशाहत है। मोदी के बाद शाह और शाह के बाद मोदी याने मोदी की बादशाहत! अब सरकार और पार्टी, दोनों पर मोदी का एकाधिकार है। पार्टी-अध्यक्ष का चुनाव था, यह! कैसा चुनाव था, यह? सर्वसम्मत! याने कोई एक भी प्रतिद्वंद्वी नही। जब कोई प्रतिद्वंद्वी ही नहीं तो वोट क्यों पड़ते? यह बिना वोट का चुनाव है। देश की सारी पार्टियों को भाजपा से सबक लेना चाहिए। याने कांग्रेस-जैसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों को भी! अभी तो अमित शाह अधूरे अध्यक्ष थे। देर से बने थे। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बने थे। उस समय के अध्यक्ष थे, राजनाथसिंह, जिनके नेतृत्व में मोदी जीते और प्रधानमंत्री बने।
पीयूष मून्दड़ा ने संभाली चित्तौड़गढ में ईटीवी की कमान
ईटीवी न्यूट नेटवर्क चित्तौड़गढ़ में पीयूष मून्दड़ा ने संवाददाता के रूप में कमान संभाल कर नई पारी की शुरुआत कर चुके हैं। पत्रकारिता में अपना अच्छा खासा अनुभव रखने वाले पीयूष इण्डिया न्यूज राजस्थान जैसे रीजनल चैनलों व अन्य कई नेशनल चैनलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। पीयूष के शुभचिंतकों ने उम्मीद की है …
पंजाब केसरी के मालिक विजय चोपड़ा को जज ने दिखाई औकात, कोर्ट रूम से बाहर निकाला
मीडिया के मालिकों की ऐंठन को ठीक करने का काम कई ईमानदार किस्म के न्यायाधीश कर डालते हैं. ऐसा ही एक मामला पंजाब के होशियारपुर का है. यहां गलत खबर छापने के एक मामले में निजी पेशी हेतु आए पंजाब केसरी के मालिक विजय चोपड़ा सीधे कोर्ट रूम में घुस गए. तब जज ने उन्हें फटकारते हुए कोर्ट रूम के बाहर जाने को कहा और आवाज लगने पर ही अंदर आने के आदेश दिए.
यूपी सरकार ने मीडिया वालों के लिए जारी किया टोल फ्री नंबर, इस पर करें मजीठिया वेज बोर्ड न मिलने की शिकायत
यूपी में अखिलेश सरकार ने मीडिया वालों को टोल फ्री हेल्पालइन का लालीपाप फेंका है. यह हेल्पलाइन कितना कारगर है, इसका टेस्ट सिर्फ एक प्वाइंट पर मीडिया वाले कर सकते हैं. जिन जिन को मजीठिया वेज बोर्ड न मिला हो वे इस टोल फ्री नंबर पर कंप्लेन करें. देखें कि क्या अखिलेश यादव मीडिया मालिकों को मजीठिया वेज बोर्ड के हिसाब से नया पुराना सेलरी एरियर हिसाब दिला पाते हैं. पक्का मानिए, अखिलेश सरकार मीडिया को लेकर सिर्फ दिखावा कर रही है. अगर वह सीरियस है तो टोल फ्री नंबर देने से पहले प्रिंट मीडिया वालों को मजीठिया वेज बोर्ड लागू कराने का तोहफा दे चुकी होती. पर अराजक और जंगल राज चलाने वाली यूपी की समाजवादी सरकार इन दिनों नौकरशाहों के दिखावे वाले तामझाम में इतना मशगूल है कि वह बुनियादी काम भूल-छोड़ चुकी है.
एंकरों की टोली टीवी पर त्रिनेत्र खोल देती है, तांडव करने लगते हैं : रवीश कुमार
जनमत एक प्रोडक्ट है और दर्शक उपभोक्ता
आत्मकथाओं के लिए इतना सारा मीडिया हो गया है फिर भी लोग अलग से आत्मकथाएँ छाप रहे हैं । सोशल मीडिया पर रोज़ आत्मकथाएँ लिखी जा रही हैं । खाने से लेकर मिलने और नहाने तक की आत्मकथा। फूलों की तस्वीरों के साथ गुडमार्निंग के संदेश भेजने वाले बीमार लोगों का मक़सद ध्यान खींचना है या वाक़ई फूलों की खुश्बू से भर देना है ? हलो और नमस्कार लिखने वाले लोग क्या चाहते हैं पता नहीं चलता । इनबाक्स मनोविकारों का बक्सा है । तो सोचा कि मैं अपनी व्यथा की कथा कैसे कहूँ । पहले एक कविता सुनने का बोझ आप पर डालना चाहता हूँ । ये कविता is written by me but how come I have not twitted yet!
संजय गुप्ता यानि स्वतंत्रता का दुश्मन
Shrikant Singh : देश के इस दुश्मन को अच्छी तरह पहचान लें… दोस्तो, देश के दुश्मनों से लड़ने से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण उन्हें पहचानना है। सीमापार के दुश्मनों से कहीं अधिक खतरनाक दुश्मन देश के अंदर हैं। आप उन्हें पहचान गए तो समझिए हमारी जीत पक्की। हम आपका ध्यान देश के एक ऐसे दुश्मन की ओर दिलाना चाहते हैं, जो पुलिस, प्रशासन, देश की न्यायपालिका और यहां तक कि देश की व्यवस्था तक को प्रभावित कर अपनी मुनाफाखोरी के जरिये इस देश को लूट रहा है। आप पहचान गए होंगे। हम दैनिक जागरण प्रबंधन की बात कर रहे हैं। आज 26 जनवरी है। गणतंत्र दिवस। इस दिन एक वाकया याद आ रहा है।
इकबाल का असल फलसफा है- ”मुस्लिम हैं हम, वतन हैं, सारा जहां हमारा”
Shayak Alok : दो जानकारियां जेहन में ठूंस लीजिये. पहली कि सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा इकबाल की लिखी एक कविता भर है. इकबाल का फलसफा यह है कि मुस्लिम हैं हम वतन हैं सारा जहां हमारा. इकबाल ने यह बाद में लिखा और हिंदुस्तान पाकिस्तान के मुसलमान किसी देश भूमि के बजाय अखिल इस्लामवाद के समर्थक हैं, तो यह सोच उनके जेहन में ठूंसने का दोषी इकबाल भी है. दूसरी जानकारी यह कि ‘सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ रामप्रसाद बिस्मिल की नहीं बल्कि बिस्मिल अजीमाबादी की रचना है. जिगर मुरादाबादी के पास भी इसी गठन की एक रचना पाई जाती है और उसके पहले ग़ालिब के पास मूल रूप से. शुक्रिया.
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पेशे व योग्यता से शेयर ब्रोकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भावनाओं से खेलने में उस्ताद हैं
Anil Singh : राजनीति के दल्ले कहीं के! संसदीय राजनीति हो या मकान की खरीद, शेयर बाज़ार या किसी चीज़ की मंडी, दलाल, ब्रोकर या बिचौलिए लोगों की भावनाओं को भड़काकर अपना उल्लू सीधा करते हैं। राजनीति में सेवा-भाव ही प्रधान होना चाहिए था। लेकिन यहां भी भावनाओं के ताप पर पार्टी या व्यक्तिगत स्वार्थ की रोटियां सेंकी जाती हैं। इसीलिए इसमें वैसे ही लोग सफल भी होते हैं।
अनुपम खेर को इतनी चिरौरी और टीटीएम के बाद पद्म भूषण न मिलता तो नाइंसाफी हो जाती
Khushdeep Sehgal : वक्त वक्त की बात है- 26 जनवरी 2010 को अभिनेता अनुपम खेर का ट्वीट- “हमारे देश में अवॉर्ड्स हमारे सिस्टम का मज़ाक बन कर रह गए हैं। इनमें से किसी की भी विश्वसनीयता बाकी नहीं रह गई है। चाहे वे फिल्म, नेशनल अवॉर्ड हों या फिर अब पद्म।”
कई संपादक व उद्योगपति जिस मेंबरी के लिए अपना ईमान मार दे रहे, वह रामोजी राव को प्लेट में दी गई थी, बिना मांगे
Gunjan Sinha : रामोजी राव साहब को पद्म पुरस्कार दो दशक पहले मिलता तो ज्यादा ख़ुशी होती. अब वे इनसे काफी ऊपर हैं और इस बीच पद्म अपनी काफी चमक विवादों में खो चुके. उधर निष्पक्ष और उच्च पत्रकारिता के जो प्रतिमान उन्होंने स्थापित किये थे, वे उसी ईटीवी में उनके हमारे देखते देखते रोज ध्वस्त हो रहे हैं. मुझे लगता है वे अब कभी ईटीवी (हिंदी चैनल्स) नही देखते होंगे. मेहनत से बनाए ये चैनल उन्हें बेचने पड़े. जब वे झंडे गाड़ चुके तब कोई पद्म नहीं मिला, अब जब वे झंडे उखड चुके तो पुरस्कारों का क्या मतलब? फिर भी बधाई! अंधों को दिखा तो सही!
जब नीतीश के कंधे पर हाथ रखने वाले पत्रकार की कलाई को सेक्युरिटी वाले ने जमकर मरोड़ा!
Gunjan Sinha : मोदी जी को बहुत धन्यवाद, उन्होंने धीरुभाई अम्बानी (जिनकी जीवन-गाथा और चालाकियों पर ‘गुरु’ जैसी फिल्म बनी) को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण देकर अपना कर्ज एक पुश्त ऊपर तक उतार दिया है. अब भले बेवकूफ कहते रहें कि रतन टाटा को क्यों नहीं? बीडी शर्मा साहब को क्यों नहीं? उस भले अनजान …
कहां तक ये मन को, अंधेरे छलेंगे, उदासी भरे दिन, कभी तो ढलेंगे… (सुनें)
कई फिल्मी गीत ऐसे हैं जो ढेर सारी आध्यात्मिक उपदेशात्मक बातों से बड़ी बातें कह समझा जाते हैं, वह भी बहुत थोड़े वक्त में और बहुत प्यार से. ऐसा ही एक गीत है किशोर कुमार की आवाज में. गीतकार योगेश हैं. संगीतकार राजेश रोशन. फिल्म है ‘बातों बातों में’ जो वर्ष 1979 में रिलीज हुई थी. इसका ये गाना आज भी बहुत पापुलर है: ”कहां तक ये मन को, अंधेरे छलेंगे…”. ये ऐसा गीत है जब कई किस्म के मन-मिजाज के वक्त सुना जा सकता है. जब ध्यान में जाने का दिल हो रहा हो तो इसे सुनें. जब अकेले चाय पीते हुए सिगरेट के छल्ले बनाने का मन कर रहा हो तो इसे सुनें.
केजरीवाल लाएंगे दिल्ली विधानसभा का चैनल, पूरा मामला पहुंचा कानून मंत्रालय के पास
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल के लोकसभा व राज्यसभा टीवी की तर्ज पर एक चैनल लाने के प्रस्ताव पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कानून मंत्रालय से विचार मांगा है। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले भी कई राज्य सरकारें मंत्रालय से अपने लिए एक टीवी चैनल की इजाजत देने का अनुरोध कर चुकी हैं, लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी गई। यह विशेष मुद्दा राज्य विधानसभा द्वारा एक चैनल लाने से संबंधित है और मंत्रालय ने इस संबंध में कानून मंत्रालय का विचार मांगने का फैसला किया है।
आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर बन रही शार्ट फिल्म का प्रोमो और पोस्टर रिलीज
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह की फोन धमकी पर डार्क लाइट फिल्म्स द्वारा बनायी जा रही शॉर्ट-फिल्म “अमिताभ: द स्ट्रगल कंटीन्यूज” का पहला पोस्टर और प्रोमो रिलीज़ किया गया. यह लगभग तीस मिनट की फिल्म होगी जिसमे अमिताभ की पत्नी नूतन ठाकुर द्वारा खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त के सामने दी गयी शिकायत के बाद की घटनाओं और इसकी पृष्ठभूमि में मुलायम सिंह द्वारा दी गयी धमकी और उसके बाद से अमिताभ और नूतन के साथ घट रही घटनाओं को सिनेमाई अंदाज़ में प्रस्तुत किया जाएगा.
‘सभ्यताओं के संघर्ष’ की शुरुआत हो चुकी है, मुस्लिम उग्रवाद बनेगा तृतीय विश्वयुद्ध का कारण!
क्या यूरोप पर इस्लामी शासन होगा और क्या अमेरिका वहाँ परमाणु हमला कर मुस्लिमों का सफाया कर देगा?
इस्तांबूल (तुर्की), क्वेटा (पाकिस्तान), जलालाबाद (अफगानिस्तान), जकार्ता (इंडोनेशिया) आदि में हुए हालिया आत्मघाती हमलों ने एक बार फिर साबित किया है कि इस्लामी आतंकवाद अभी समाप्त होने वाला नहीं है। हालांकि अभी कुछ दिन पहले ही इसके कमजोर होने के अनुमान लगाये जा रहे थे लेकिन ऐसे हल्के हमलों की निरंतरता से इन आशंकाओं को बल मिलता है कि कहीं यह भयंकर तूफान से पहले की चेतावनी तो नहीं है। यह बात निश्चित रूप से कही जा सकती है कि इन आत्मघाती हमलों के लिए कम समझ वाले युवाओं को तथाकथित जेहादी शहादत के आकर्षक भ्रम-जाल में फंसा कर धार्मिक उन्माद का जहर दुनिया भर में फैलाने का दुष्चक्र अभी आगे भी जारी रहेगा। यदि निकट भविष्य में कथित जेहादी ताकतें किसी तरह शक्ति बटोरने में सफल हो जाती हैं, जिसकी संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता, तो जल्दी ही ऐसी अमानवीय घटनाओं का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो सकता है।
भंगू का हाल में ही किडनी बदला गया है, जेल प्रशासन रखेगा ध्यान
देश के सबसे बड़े पौंजी घोटाले में गिरफ्तार पर्ल्स समूह के सीएमडी निर्मल सिंह भंगू का अभी हाल में ही किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. इस बात का उल्लेख उनके दो वकीलों ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान किया. भंगू के अधिवक्ता मनीष जैन और विजय अग्रवाल ने अदालत से कहा कि भंगू का हाल में किडनी प्रत्यारोपण हुआ है इसलिये जेल में उनकी नियमित जांच होनी चाहिये. साथ ही उनकी मेडिकल कंडीशन के मुताबिक इलाज व दवाइयां दिए जाने की मांग की. अदालत ने इस पर कहा कि जेल प्रशासन इसका ध्यान रखेगा. वकीलों की यह मांग भी कोर्ट ने मान ली कि उन्हें रोजाना एक घंटे अपने क्लाइंट यानि भंगू से मुलाकात की अनुमति दी जाए.
तिहाड़ जेल के हवाले हुए चिटफंड के सरगना भंगू और उनके गिरोह के प्रमुख सदस्य
चिटफंड कंपनियों पीएसीएल और पर्ल्स ग्रुप के मालिक भंगू समेत कई घपलेबाजों को 14 दिन के लिये दिल्ली की तिहाड़ जेल में भेज दिया गया है। अदालत ने उसे और उसके साथियों को न्यायिक हिरासत में रखने का फैसला किया है। पर्ल्स समूह के सीएमडी और प्रबंधक निदेशक निर्मल सिंह भंगू और उसके तीन अन्य साथियों को 45,000 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी मामले में अदालत ने 14 दिन के लिए जेल भेजा है। अदालत ने कहा, ‘आरोपियों को 14 दिन के न्यायिक रिमांड के बाद अदालत में पेश किया गया। अब अगले 14 दिन की न्यायिक हिरासत के लिए एक याचिका दायर की गई है। आवेदन में दी गई वजहों के तहत इसकी मंजूरी दी जाती है।’
Why do Lovely Professional University hide Information under RTI Act
: Lovely Professional University hide information what is actual fact in transparency :
To,
The Hon’able Governor of Punjab,
Chandigarh,
Subject : Why do Lovely Professional University hide Information under RTI Act)
Dear Sir,
I want to bring your kind notice to the state private universities that are looting innocent students with both hands and filling their coffer with money.
गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर लेखक-संगठनों और पत्रिकाओं की ओर से रोहित वेमुला की संस्थागत हत्या पर एक बयान
गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर हम लेखक और संस्कृतिकर्मी भारतीय गणतंत्र की संकल्पना पर आये उस संकट के प्रति अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं जिसे हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या ने एक बार फिर गहरे अवसादपूर्ण रंगों में रेखांकित कर दिया है. एक-के-बाद-एक जिस तरह के तथ्य सामने आये हैं, उन्हें देखते हुए रोहित की आत्महत्या को हिन्दुत्ववादी गिरोह, शासन में घुसे उसके नुमाइंदों और उनके इशारे पर काम करते मंत्रालयी एवं विश्वविद्यालयी प्रशासन द्वारा अंजाम दी गयी एक सुनियोजित हत्या कहना ही न्यायसंगत लगता है. इस रूप में यह घटना हिंसक और हत्यारी असहिष्णुता के एक चले आते सिलसिले की सबसे ताज़ा कड़ी है, और शायद सबसे खौफ़नाक भी.
Blunder by HT : Mitali is not the only women gallantry awardee…
Dear Mr Singh,
Hope you doing well!
This mail is in regards to the misinterpretation of facts by HT which has defamed an army officer (Capt CR Leena) from being the first Indian lady to get a gallantry award in the Indian Army.
मस्ती की एक रात इस Osho पंथी संत ने यशवंत को दीक्षित कर नाम दे दिया स्वामी प्रेम संतति!
Yashwant Singh : तंत्र साधना को जानने की इच्छा के तहत काफी समय से बहुत कुछ पढ़, देख, सुन, खोज रहा हूं. इसी दरम्यान चंद रोज पहले लखनऊ में एक ओशो पंथी संन्यासी मिल गए, स्वामी आनंद भारती. उनसे तंत्र को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता हुई. एक कोने पर Kumar Sauvir जी थे. दूसरे कोने पर खुद स्वामी आनंद भारती और तीसरे कोने पर मैं, श्रोता व वीडियो रिकार्डर के रूप में. ये 25 मिनट का वीडियो आपको बहुत कुछ बताएगा.
यशवंत यात्रा संस्मरण : एलीफैंटा द्वीप पर बुद्ध को किसने पीटा? देखें वीडियो
Yashwant Singh : एलीफैंटा द्वीप पर जो गुफाएं हैं, उसमें दीवारों पर चारों तरफ बुद्ध की मूर्तियां हैं. किसी में बुद्ध के पैर कटे हैं, किसी में मुंह टूटा है, किसी में हाथ गायब हैं. शांति के प्रतीक बुद्ध के साथ ये हिंसा कब और किसने की होगी. वीडियो बनाते हुए ये सवाल दिल दिमाग में चलता रहा. क्या वाकई हिंसा, डेस्ट्रक्शन ही मुख्य धारा है और शांति करुणा अहिंसा आदि चीजें रिएक्शन में पैदा हुईं, साइड इफेक्ट के चलते उपजी हुई बाते हैं? क्या प्रकृति की मोबोलिटि के लिए वायलेंस अनिवार्य है? शांति और अहिंसा से क्या प्रकृति को खुद के लिए खतरा पैदा होता है? या फिर ऐसा कि प्रकृति हर दौर के अपने नायक चुनती है और जब बुद्ध का दौर खत्म हुआ तो उनसे बड़ा कोई नायक पैदा नहीं हुआ लेकिन नित नए नए आयाम छूती गई? उदास मन और कई प्रश्नो को लेकर लौटा. आप भी देखिए और थोड़ा मुझे समझाइए.
रवीश कुमार निष्पक्षता का चोला पहने अपना comfort zone सुनिश्चित कर लेते हैं
Shikha : कथित रूप से “गैर राजनैतिक” चोला पहने लोग सबसे शातिर होते हैंl किसी की राजनीति साफ़ हो तो भले ही वह कितना भी बड़ा विरोधी क्यों न हो उससे उतनी समस्या नहीं होती क्योंकि उसके प्रति साफ़ नजरिया बनाया जा सकता हैl पर निष्पक्षता का चोला पहने लोग अपना comfort zone सुनिश्चित कर लेते हैं ताकि घटनाक्रमों से दूर रहकर निष्क्रियता का बहाना ढूंढ सकेंl रवीश कुमार ऐसे ही पत्रकार हैंl इनके “निष्पक्ष” चश्मे से abvp के गुंडों द्वारा सिद्धार्थ वरदराजन के साथ की गई बदमाशी और jnu में रामदेव के आने का छात्रों द्वारा किया गया विरोध, दोनों एक समान घटनाएं हैं और उसी “निष्पक्ष” नम्बर वाले चश्मे से रविश बड़ी चतुराई से बिना कारणों और तथ्यों की पड़ताल किए दोनों घटनाओं को “बराबर निंदनीय” बताकर निकल लेते हैंl
त्रयंबकेश्वर मंदिर : 200 रुपये डोनेशन देकर वीआईपी दर्शन करने की बात लिखा देख मन बिदक गया
Yashwant Singh : आजकल नासिक में डेरा है. यहां चाचाजी की ओपन हॉर्ट सर्जरी हुई है. सब कुछ सकुशल रहा. वे अपने सुपुत्र और मेरे छोटे भाई Rudra Singh के यहां रहकर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं. चाचाजी के कहने पर आज नासिक से कुछ दूर स्थित त्रयंबकेश्वर मंदिर गया, जिसकी हिंदू धर्म में बहुत महिमा है. पर मंदिर के गेट पर 200 रुपये डोनेशन देकर वीआईपी दर्शन करने की बात लिखा देख मन बिदक गया. भीतर नहीं गया. पूछा तो पता चला कि आम जनता लंबी लाइन लगाकर काफी समय गुजारने के बाद दर्शन लाभ पाती है लेकिन जो दो सौ रुपये दे देते हैं उन्हें तुरंत डायरेक्ट दर्शन करा दिया जाता है.
मेरठ, मोदी, मनुष्य और मस्ती : कहीं आप रोबो मशीन तो नहीं!
Yashwant Singh : मेरठ आया हुआ हूं. कल जब बस से उतरा तो पुरानी यादों के सहारे शार्टकट मार दिया. वो मटन कोरमा और काली मिर्च चिकन की खुश्बू को दिलों में उतारते, उस दुकान के सामने खड़े होकर कुछ वक्त उसे निहारते. फिर एक तंग गली में चल पड़ा. रिक्शों, आटो वालों को मना करते हुए कि मुझे पैदल ही जाना है. चलता रहा. कई दिन से दाढ़ी बढ़ी हुई थी. दाएं बाएं देखता रहा और वर्षों पुरानी मेरठ की यादों को ताजा करते हुए पैदल चलता रहा.
यूपी प्रेस क्लब बलरामपुर के पदाधिकारियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली
यूपी प्रेस क्लब बलरामपुर के पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को बलरामपुर के स्थानीय अग्रवाल भवन में सम्पन्न हुआ। समारोह में पदाधिकारियों ने पद व गोपनीयता की शपथ ली। समारोह का शुभारम्भ चिकित्सा स्वास्थ्य एवं जन्तु उद्यान राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन डा़. एसपी यादव, कार्यक्रम अध्यक्ष पत्रकार सिद्धार्थ कलहंस, सदर विधायक जगराम पासवान, जिलाधिकारी प्रीति शुक्ला, एसपी सुधीर कुमार सिंह व कार्यकारी अध्यक्ष सर्वेश सिंह ने दीप प्रज्जवलित व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। इसके बाद डीएवी इंटर कालेज की छात्राओं ने सरस्वती वन्दना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
DD Bharati line up special programming during 67th Indian Republic Day
DD Bharati channel, touted as the cultural heritage of India, is a niche art and cultural television channel of Doordarshan. Since its modest beginning in 2002, the channel has made its way to the audiences’ heart as a one stop solution to whet their cinematic appetite.
पीड़िता ने पत्रकार का घटिया चैट किया सार्वजनिक
पत्रकार रमेश ठाकुर ने जिस लड़की को कालगर्ल, चीटर बताया और उसकी फोटो समेत उसके बारे में ढेर सारी बुरी बातें ह्वाट्सएप, मेल और फेसबुक पर अपने दोस्तों को शेयर किया, उस लड़की ने सामने आकर पत्रकार से किए गए चैट को सार्वजनिक कर दिया है. सबसे पहले रमेश ठाकुर की वाल से वो पोस्ट जिसमें उन्होंने लड़की का नाम, फोटो, मोबाइल नंबर आदि देकर उसके बारे में ढेर सारी नकारात्मक बातें कही हैं और गंभीर आरोप लगाए हैं. कानूनी प्रावधानों के कारण लड़की की पहचान छुपाने के लिए उसके नाम मोबाइल नंबर व फोटो को ब्लैक कर दिया गया है.
लड़की सेक्स करने से मना कर दे तो बदनाम कर देते हैं…
पत्रकार रमेश ठाकुर ने जिस लड़की पर कालगर्ल होने का आरोप लगाते हुए उसके बारे में ढेर सारे लोगों को ह्वाट्स एप मैसेज भेजा, उसकी फोटो भेजी, मेल भेजा, अपने फेसबुक पेज पर उस लड़की के प्रोफाइल को टैग कर चीटर व कालगर्ल कहा, उस लड़की ने भड़ास के सामने अपना पक्ष रखा और रमेश ठाकुर से हुए कई चैट सार्वजनिक कर दिए. इन चैट्स में रमेश ठाकुर ने न सिर्फ अश्लील बातें की हैं बल्कि यह दिख रहा है कि वह लड़की के मदद मांगने के मौके को अपने दैहिक सुख में तब्दील करने को बेताब हैं. लड़की ने जो कुछ भड़ास से कहा है, वह इस प्रकार है:
आगरा स्थित केंद्रीय हिंदी संस्थान में कार्यरत हिंदी के युवा कवि दलित प्रकाश साव ने खुदकशी की
केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा में पूरे दस साल तक ठेके की नौकरी करते हुए हिंदी के युवा कवि प्रकाश साव ने कर ली खुदकशी. अपने टीटीगढ़ स्थित घर में रात को उसने नींद की गोलियां खा ली और सुबह फिर नींद से उठा ही नहीं. अबकी दफा उससे हमारी बात भी नहीं हुई. हाल में पिछली दफा जब वह कोलकाता आया तो उसने फोन किया था. अब उससे फिर मुलाकात की कोई संभावना नहीं है.
अर्बटेक बिल्डर और प्राधिकरण की कारगुजारी का खामियाजा भुगत रहे नेहरू प्लेस एक्स्टेन्शन खरीदार
ग्रेटर नोएडा में नेहरू प्लेस एक्स्टेन्शन के नाम से बन रहे अर्बटेक बिल्डर के प्रोजेक्ट के सभी बायर्स बिल्डर और प्राधिकरण के बीच हुयी मिलीभगत से परेशान हैं. इसको लेकर आज सभी खरीदारों ने फ़ोनरवा के अध्यक्ष एनपी सिह और बायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अन्नू खान के साथ एक मीटिंग की. इसमें बिल्डर और प्राधिकरण के चलते हो रही परेशानियों पर चर्चा की गई और आगे की रणनीत तय की गयी.
धंधेबाज ‘समाचार प्लस’ चैनल : रिपोर्टरों को उगाही का टारगेट, पूरा न करने पर कइयों को हटाया
समाचार प्लस राजस्थान में सभी स्टिंगरों को दिया गया एक लाख से 2 लाख रुपये उगाही का लक्ष्य. नहीं देने वाले रिपोर्टरों को निकाला. 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस के नाम पर उगाहने हैं लाखों रुपये. समाचार प्लस में मैं कई सालों से कार्य कर रहा था. 5 हजार रुपये मुझे मेरी मेहनत के मिलते थे. काम ज्यादा था, पैसे कम. लेकिन चैनल को कुछ और ही प्यारा था. समाचार प्लस राजस्थान टीम ने मुझे फ़ोन कर कहा-
नरेंद्र मोदी के राज में भी हिंदी की वही दशा जो सोनिया-मनमोहन राज में थी : डा. वेदप्रताप वैदिक
नरेंद्र मोदी के राज में हिंदी की वही दशा क्यों हैं, जो सोनिया-मनमोहन राज में थी? सोनिया इटली में पैदा हुईं थीं और मनमोहनजी पाकिस्तान में! मोदी उस गुजरात में पैदा हुए हैं, जहां महर्षि दयानंद और महात्मा गांधी पैदा हुए थे। इन दोनों ने गुजराती होते हुए भी हिंदी के लिए जो किया, किसी ने नहीं किया। और फिर मोदी तो संघ के स्वयंसेवक भी रहे याने दूध और वह भी मिश्री घुला हुआ। फिर भी हिंदी की इतनी दुर्दशा क्यों है? यह दूध खट्टा क्यों लग रहा है?
सारे चैनल, बड़े अखबार और मैग्जीन ब्राह्मणवादी सवर्णों के नियंत्रण में हैं, कोई अपवाद नहीं है
Dilip C Mandal : आप लोग मेरे स्टेटस को Like करना बंद कीजिए प्लीज. अपना लिखिए. जैसा बन पड़े, वैसा लिखिए. लिखना क्राफ्ट है. करने से हाथ सध जाता है. फोटो और वीडियो लगाइए. यहां संघियों को अपना टाइम लगाने दीजिए. देश को लाखों बहुजन फुले-आंबेडकरवादी लेखक और कम्युनिकेटर चाहिए. भारत के सारे चैनल और बड़े अखबार और मैगजीन ब्राह्मणवादी सवर्णों के नियंत्रण में हैं. कोई अपवाद नहीं है. वहां कुछ लोग सहानुभूति का नाटक कर रहे हैं. पर वे दूसरों की तरफ से ही खेल रहे हैं. निर्णायक क्षणों में वे आपके साथ नहीं होंगे. भारतीय मीडिया को लोकतांत्रिक बनाने के लिए आपका लेखक बनना जरूरी है. आपके लाइक्स का मैं क्या करूंगा? लिखिए.
मोदीजी, नागपुर में बैठे पेशवा लोग बहुत डेंजरस हैं, उन्होंने चुनाव न जिता पाने पर आडवाणी जी को नहीं छोड़ा
Dilip C Mandal : नरेंद्र मोदी साहेब, ये यूपी है यूपी. उत्तर के पेरियार ललई सिंह यादव की मिट्टी है. मान्यवर कांशीराम की प्रमुख कर्मभूमि. महामना रामस्वरूप वर्मा और चौधरी चरण सिंह का सूबा. वैसे तो यह कबीर और रैदास की भी जन्मभूमि है. इधर 2017 में भी आपके लिए ठीक नहीं है. यहां का मूड आज आप देख ही चुके हैं. वैसे, मुझे नहीं मालूम कि यूपी से पहले के जब आप सारे विधानसभा चुनाव हार चुके होंगे, तो RSS केंद्र में नेतृत्व परिवर्तन कर चुका होगा या नहीं. नागपुर में बैठे पेशवा लोग बहुत डेंजरस हैं. उन्होंने चुनाव न जिता पाने पर आडवाणी जी को नहीं छोड़ा, तो आप क्या चीज हैं.
प्रधान संपादक शशिशेखर चतुर्वेदी जी, आपका रिपोर्टर दरअसल निकम्मा और मुफ्तखोर है
Dilip C Mandal : शशिशेखर चतुर्वेदी जी, आप दैनिक हिंदुस्तान अखबार के प्रधान संपादक हैं. आपके अखबार में यह खबर छपी है कि रोहित वेमुला से जुड़े दस्तावेज आंदोलनकारी बेच रहे हैं. एजेंसी की इस खबर को आपके संपादकों ने छापा है. BHU के प्रोफेसर Chauthi Ram Yadav ने इस ओर ध्यान दिलाया.
आप खबर देखिए. एक रिपोर्टर हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी जाता है. उसे रोहित से संबंधित दस्तावेज चाहिए. उससे 70 पेज की फोटोकॉपी के 70 रुपये लिए जाते हैं. रिपोर्टर की आदत दक्षिणा लेने की रही होगी. मुफ्तखोरी संस्कार में रही होगी. फोटोकॉपी के पैसे लेने पर नाराज होकर खबर लिख दी और आपने मजे लेकर छाप दी. मुफ्त में क्यों चाहिए दस्तावेज?
रमाशंकर यादव उर्फ विद्रोही जी की एक कविता ‘पुरखे’
पुरखे
नदी किनारे, सागर तीरे,
पर्वत-पर्वत घाटी-घाटी,
बना बावला सूंघ रहा हूं,
मैं अपने पुरखों की माटी।
थाईलैण्ड में कई हिंदी ब्लागरों को परिकल्पना सम्मान से किया गया सम्मानित
परिकल्पना द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला अन्तर्राष्ट्रीय ब्लागर सम्मेलन 16 से 21 जनवरी के बीच थाईलैण्ड की राजधानी बैंकाक में आयोजित किया गया। नई दिल्ली, लखनऊ, काठमांडो (नेपाल) थिम्मू (भूटान) कोलम्बो (श्रीलंका) के सफल आयोजनों की श्रंृखला में थाईलैण्ड का सम्मेलन भी पूरे वैभव के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर थाईलैण्ड के प्रमुख शहर पटाया और राजधानी बैंकाक में सम्पन्न हुए सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों में कवि सम्मेलन पुस्तक लोकार्पण, परिचर्चा एवं सांस्कृतिक संध्या जैसे कार्यक्रम सम्पन्न हुए।
पत्रकार रमेश ठाकुर ने ‘कालगर्ल’ होने का आरोप लगाया तो लड़की बोली- ‘अश्लील चैट करता था’
पत्रकार रमेश ठाकुर पर एक लड़की ने बदनाम करने का आरोप लगाया है. उसने वो चैट सार्वजनिक कर दिया है जिसमें रमेश ठाकुर लड़की से अश्लील बातें कर रहे हैं. इससे पहले लड़की पर रमेश ठाकुर ने मदद मांगने के नाम पर पुलिस व पत्रकार को भ्रमित करने, पैसे मांगने, चीटिंग करने समेत कई किस्म के गंभीर आरोप लगाए थे. बाद में जब ये आरोप लड़की तक पहुंचे तो उसने पत्रकार पर अश्लील बातें करने का आरोप लगाया और पूरे चैट को सार्वजनिक कर दिया.
हरीश रावत और नवीन जिंदल के गठजोड़ का कहर, पीसी तिवारी समेत कई पर जानलेवा हमला
Abhishek Srivastava : उत्तराखंड में आंदोलनों से जुड़े लोग पीसी भाई यानी पी.सी. तिवारी, उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष को बखूबी जानते हैं। पी.सी. तिवारी ने अल्मोड़ा के द्वारसो गांव में ज़मीन की लूट के खिलाफ़ ऐसा आंदोलन खड़ा कर दिया है कि जिंदल ग्रुप को गैर-कानूनी तरीके से ज़मीन देने वाली हरीश रावत सरकार की नाक में तीन महीने से दम हुआ पड़ा है। ग्रामीणों ने इस मसले पर जिंदल ग्रुप के खिलाफ़ एक मुकदमा किया हुआ था। निचली अदालत ने जिंदल के खिलाफ़ फैसला देते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगा दी।
भास्कर होशंगाबाद के सिटी चीफ का डिमोशन, जूनियर को दिया जिम्मा, रिपोर्टर की ली बलि
दैनिक भास्कर होशंगाबाद के संपादक विनोद सिंह ने सिटी चीफ सुधीर व्यास को सिटी की रिपोर्टिंग का काम दे दिया है। भास्कर में 17 सालों का एक्सपीरियंस रखने वाले सुधीर की जगह संपादक के सबसे खास व जूनियर रिपोर्टर विक्रांत को नया सिटी चीफ बना दिया गया है। सुधीर को हटाने का कारण मजीठिया का लाभ न देकर उसे परेशान कर बहार का रास्ता दिखाना है। इधर नए सिटी चीफ ने रिपोर्टरों पर रौब दिखाना शुरू कर दिया है।
अगर ऐसी पत्रकारिता करानी है मुझसे तो लाइये पचास लाख रुपया दीजिए नकद एकमुश्त
बिल्डर संपादक और सलाहकार संपादक के बीच का संवाद
यह किस्सा मुझे भोपाल में मिला। पता चला कि यहां एक नामचीन पत्रकार हैं। मान लीजिए कि उनका नाम है मस्त-मस्त शर्मा। असली नाम नहीं बताऊंगा। हां, उनका सरनेम शर्मा है, शर्तिया और सौ-फीसदी सच। शर्मा जी दिल्ली में भी आला दर्जे की पत्रकारिता कर चुके हैं। शुरुआत में तो वे भी मध्य प्रदेश के कई बड़े शहरों में भी काम कर चुके थे, लेकिन दिल्ली में तो उनके जलवे ही थे। नामचीन नेताओं-अफसरों से उनके निजी रिश्ते बन गये। दरअसल, बेहद बलौस और तराशी हुई नजर अता फरमायी है खुदा ने उन्हें। वगैरह-वगैरह। लेकिन जैसा कि पत्रकारों के सिर पर से बाल खिसकते-छनते हैं और दीगर पत्रकारों की ही तरह उनकी खोपड़ी पर भी बेरोजगारी के पाले-पाथर बरसे। वे बेरोजगार भी हुए। यह किस्सा उनके इसी दौर का तफसील है।
ट्रिक्सी यानी कुतिया नहीं, बल्कि मेरी बेटी, बहन, दोस्तन, मां और दादी…
मेरी बेटी से बहन, दोस्त, मां और दादी तक का सफर किया ट्रिक्सी ने : ट्रिक्सी की मौत ने मुझे मौत का अहसास करा दिया : मुझसे लिपट कर बतियाती थी दैवीय तत्वों से परिपूर्ण वह बच्ची
-कुमार सौवीर-
लखनऊ : मुझे जीवन में सर्वाधिक प्यार अगर किसी ने दिया है, तो वह है ट्रिक्सी। मेरी दुलारी, रूई का फाहा, बेहद स्नेिहल, समर्पित, अतिशय समझदार, सहनशील और कम से कम मेरे साथ तो बहुत बातूनी। अभी पता चला है कि ट्रिक्सी अब ब्रह्माण्ड व्यापी बन चुकी है। उसने प्राण त्याग दिये हैं। ट्रिक्सी यानी मेरी बेटी, बहन, दोस्तन, मां और दादी। ट्रिक्सी को लोगबाग एक कुतिया के तौर पर ही देखते हैं, लेकिन मेरे साथ उसके आध्यात्मिक रिश्ते रहे हैं। शुरू से ही।
Springing Tiger, a biographical work on Subhash Chandra Bose to telecast on DD Bharati
DD Bharati channel, touted as the cultural heritage of India, is a niche art and cultural television channel of Doordarshan. Since its modest beginning in 2002, the channel has made its way to the audiences’ heart as a one stop solution to whet their cinematic appetite.
दो वरिष्ठ पत्रकारों सिद्धार्थ वरदराजन और रेवली लाल के साथ जो हुआ, वह शर्मनाक है
देश में असहिष्णुता का जो माहौल है, वह लगातार बद से बदतर होता जा रहा है. लेखकों के बाद अब पत्रकारों को सीधे तौर पर निशाना बनाया जा रहा है. देश में असहिष्णुता और अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर छिड़ी बहस के बीच बुधवार को दो जाने-माने पत्रकारों पर अलग-अलग किस्म के हमले हुए. इलाहाबाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानि भाजपा के छात्र विंग एबीवीपी के कार्यकर्ता ने सीनियर जर्नलिस्ट सिद्धार्थ वरदराजन को बंधक बना लिया. उनके साथ यूनिवर्सिटी यूनियन की प्रेसिडेंट ऋचा सिंह भी बंधक थीं. दोनों को आधे घंटे तक वीसी आरएल हंगलू के ऑफिस में बंद रखा गया. पुलिस ने किसी तरह सिद्धार्थ और ऋचा को छुड़ाया. बाद में विश्वविद्यालय परिसर के बाहर स्वराज विद्यापीठ में यह गोष्ठी कराई गई और सिद्धार्थ वरदराजन ने छात्रों को संबोधित किया. इससे पहले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में योगी आदित्यनाथ को बुलाने को लेकर भी काफी विवाद हुआ था.
टुकड़ों-टुकड़ों में लागू किया जा रहा है एक अघोषित आपातकाल
: रफ्ता-रफ्ता असहिष्णुता और आपातकाल : हैदराबाद में एकलव्यी प्रतिभा के धनी दलित छात्र रोहित वेमुला द्वारा जिन हालातों के चलते आत्महत्या को मजबूर होना पड़ा, वह समाज और व्यवस्था को कटघरे में खड़ा करती हैं। आत्महत्या अकारण नहीं होती है। जब आत्महत्या की खुली वजह मौजूद हैं, फिर दोषियों को लेकर राजनीति करना कानून के राज और लोकतांत्रिक मूल्यों की खुली अवमानना है। रोहित के सुसाइड नोट की भाषा सत्ताथीशों की समझ में नहीं आ सकती, क्योंकि वे हर बात को घर्म और जाति के नजरिए से देखने के आदि हैं।
बिहार के जहानाबाद में आईबीएन7 संवाददाता पर प्राणघातक हमला
जिला युवा राजद अध्यक्ष धर्मपाल यादव पर हमले का आरोप
बिहार में नई सरकार के गठन के बाद यूं तो अपराध में बढ़ोतरी हुई ही, अब पत्रकारों की भी जान सुरक्षित नहीं दिख रही। बुधवार को जहानाबाद नगर थाना क्षेत्र के टेनीबिगहा गांव में आईबीएन-7 के जिला संवाददाता मुकेश कुमार पर जानलेवा हमला किया गया। गंभीर रूप से घायल मुकेश ने हमले का आरोप अपने गांव टेनीबिगहा के ही रहने जिला युवा राजद के अध्यक्ष धर्मपाल यादव और उसके एक करीबी अनिल यादव पर लगाते हुए नगर थाना में भादवि की धारा 307, 341 व 323 के तहत प्राथमिकी (32/16) दर्ज करायी है।
साल के दूसरे हफ्ते में न्यूज24 और इंडिया न्यूज को सर्वाधिक फायदा, सबसे बुरा हाल जी न्यूज का
इस साल के दूसरे हफ्ते के दौरान टीआरपी के मामले में सबसे ज्यादा फायदे में न्यूज24 रहा. इसके बाद इंडिया न्यूज ने अच्छी छलांग लगाई है. सबसे बुरे हाल में अगर कोई चैनल है तो वो है जी न्यूज. यह छठवें स्थान पर लुढ़कर कर आ चुका है. इंडिया न्यूज ने 1.4 का फायदा लेकर अपनी टीआरपी को जी न्यूज और न्यूज नेशन से आगे निकाल लिया है. इस कारण इंडिया न्यूज अब चौथे पोजीशन पर पहुंच गया है. न्यूज नेशन लुढ़क कर पांचवें और जी न्यूज छठें स्थान पर है.
न्यूज नेशन चैनल अपने स्ट्रिंगरों का पैसा मार गया
पिछले दो वर्षों से लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ने के उपरान्त न्यूज नेशन अब बेइमानी पर उतर आया है. लग रहा है कि चैनल के पास बुलंदी के सफर को संभाल पाने की क्षमता नहीं है. चैनल ने अब स्ट्रिंगरों को तंग करना शुरू कर दिया है. स्ट्रिंगरों के लगभग साल साल भर की कमाई पर डाका डाल दिया. स्ट्रिंगर लॉबी को हर तीन चार महीने बाद थोड़े से पैसे दिए जाते थे जबकि बकाया बाद में देने की बात की जाती रही. लेकिन अब नए वर्ष में पुराने बिल समाप्त कर दिए गए.
ये यूपी है जनाब : 19 महीने बाद दर्ज हो सका पत्रकार उमेश शुक्ला के लापता होने का मुकदमा
(लापता पत्रकार उमेश शुक्ल)
वाराणसी । वाराणसी पुलिस विगत 19 महीनों से लापता एक पत्रकार को खोजना तो दूर, उनका सुराग तक नहीं लगा पाई। लापता पत्रकार की खोज के लिए लगातार बड़ा भाई दिनेश कार्यालयों और अधिकारियों के दरवाजे भटकता रहा लेकिन किसी ने कुछ नहीं सुना। दिनेश मुख्यमंत्री सहित गृह मंत्रालय को भी पत्र लिखते रहे लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। कुछ दिनों तक पत्रकार संगठनों ने दिलचस्पी दिखाई लेकिन अखबरों में संगठन का नाम छपने के बाद वह भी बैकफुट पर आ गए। लेकिन दिनेश ने हार नहीं माना और न्याय के लिए लड़ते रहे। दिनेश ने पुनः एसएसपी आकाश कुलहरि से गुहार लगाई। एसएसपी से आदेश मिलने के बाद सिगरा थाने ने आईपीसी की धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
कर्नल के प्रेम में दीवानी हुई उत्तरकाशी की मीडिया
कभी उत्तरकाशी की मीडिया सामाजिक मुद्दों पर बड़ी मुखर हुआ करती थी। आंदोलनों को धार देनी हो या फिर नया आंदोलन खड़ा करना हो, उत्तरकाशी की मीडिया ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। लेकिन, बीते दो सालों से यहां मीडिया का हाल ऐसा है मानों सभी को सांप सूंघ गया हो। यह सांप असल में कोई नहीं, उत्तरकाशी स्थित नेहरु पर्वतारोहण संस्थान के प्राचार्य कर्नल अजय कोठियाल का नशा है।
मारुति-सुज़ुकी वाले अक्षरधाम Nexa Showroom का नाम Unfair Deal ज़रूर कर लें
Om Thanvi : मारुति-सुज़ुकी जैसी नामी कंपनी, बड़ा हाइ-फाइ Nexa Showroom, डीलर का नाम – Fair Deal Cars; दिल्ली में अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के ठीक नीचे। अच्छा होता कि नाम रखते – Unfair Deal Cars! हुआ यह कि अक्तूबर 2015 में हमने उक्त शोरूम जाकर ग्यारह हजार रुपये दे एक बलेनो कार बेटे के लिए बुक करवाई। पर चंद रोज बाद और खरीदारों की राय जान बेटे को लगा कि आजमाई हुई श्कोडा ही बेहतर होगी।
मांस मदिरा से मोक्ष तक की बात करने वाला एक बुजुर्ग OSHO पंथी संन्यासी (देखें वीडियोज)
Yashwant Singh : OSHO मांस मदिरा से मोक्ष तक, एक बुजुर्ग ओशो अनुयायी संन्यासी का दर्शन प्रवचन देखें सुनें… ओशो कह गए, संभोग से समाधि तक. उनके हाथों दीक्षित एक बुजुर्ग ओशो अनुयायी कह रहे हैं मांस मदिरा से मोक्ष तक. लखनऊ में वरिष्ठ पत्रकार Kumar Sauvir के ठिकाने पर एक शाम फक्कड़ों की हुई जुटान में इस ओशो पंथी संत से मांस मदिरा उत्सव के दौरान इस विषय पर हुई बेबाक बातचीत को मैंने छह पार्ट में मोबाइल से रिकार्ड किया.
सन्नी लियोन के पूरे इंटरव्यू में सबसे ज्यादा अश्लील भूपेंद्र चौबे के सवाल हैं
वरिष्ठ पत्रकार और ब्लागर मनीषा पांडेय ने फेसबुक पर लिखा है : ”सन्नी लियोन के पूरे इंटरव्यू में सबसे ज्यादा अश्लील भूपेंद्र चौबे के सवाल हैं. Chaubey’s questions were so disgusting and disgraceful and Sunny’s answers were so graceful. You are a brave woman.’ मनीषा की ये बात लगभग हर उस दर्शक की बात है जिसने सन्नी लियोन का सीएनएन आईबीएन पर प्रसारित इंटरव्यू देखा.
महंगी पड़ी भावना की राजनीति, चौदह दिन की जेल
Sanjaya Kumar Singh : आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल पर स्याही फेंक कर चर्चा में आई भावना अरोड़ा को चौदह दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। चौदह दिन की जेल अच्छे-भले अपराधी के लिए पर्याप्त है भावना जैसी गैर आपराधिक, राजनैतिक पृष्ठभूमि की युवती के लिए जीवन बदलने वाला साबित होना चाहिए। सिर्फ जीवन बदलने वाला ही नहीं, संभवतः राजनीति सीखा और करवा लेने वाला भी।
Fresh Case Registered against the reporters of Hindustan and Dainik Bhaskar
Fresh case has been registered against Hindustan reporter Ajay Sharma, Bishnu Sharma and Editor Jugal Kishore Yadav, Pankaj Sharma from Dainik Bhaskar. The case has been registered against the persons for threatening and tempting the witnesses in a case going against Hindustan Newspaper.
सोशल मीडिया के प्रादुर्भाव के बाद परंपरागत मीडिया एंटी सोशल मीडिया हो गया है!
: पहला साल पहली बार:मल्हार मीडिया अद्भुत प्रतिभा अवार्ड एवं वेब मीडिया स्मारिका : रास्ता बनाओ तो वो बनाओ कि तुम गुजर भी जाओ तो पीछे वालों के लिये भी रास्ता खुला रहे। कुछ इसी तर्ज पर चलता है मल्हार मीडिया। किसी से होड़ नहीं किसी से दौड़ नहीं अपनी मंजिल अपने रास्ते। किसी की लकीर पीटना नहीं बस अपनी लकीर खींचना। मल्हार मीडिया की प्रथम वर्षगांठ पर आयोजित किया अद्भुत प्रतिभा मल्हार मीडिया अवार्ड। पहली बार। वेब मीडिया पर स्मारिका वह भी पहली बार। स्थान था देश के हृदय प्रदेश की राजधानी स्थित सरस्वती की साधना का तप स्थल माधवराव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान। मंच पर आसीन थी पत्रकारिता के करीब साढ़े चार दशक देख चुकी विभूतियां।
पांच महीने बिना सेलरी काम कराया और बेइज्जत करके निकाल दिया
माननीय संपादक जी
भड़ास4मीडिया
सर
मेरा नाम श्याम दांगी है और मैं मुंबई में पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सर नौकरी के दौरान मैं कुछ कठिनाईयों का सामना कर रहा हूँ जिसके लिए आपके मार्गदर्शन की आवश्यकता है। मैं पिछले पांच महीने से मुंबई से प्रकशित होने वाले दैनिक अखबार दक्षिण मुंबई में बतौर सब एडिटर कार्यरत था। लेकिन मुझे इस दौरान कभी सैलरी नहीं मिली।
राहुल गांधी सियासत का एक अवसरवादी चेहरा
अजय कुमार, लखनऊ
कांग्रेस के युवराज पूरा देश जीतने के लिये निकले हैं। इसके लिये उन्हें कुछ भी करने से परहेज नहीं है। अपनी तकदीर बनाने के लिये वह देश की तस्वीर बदरंग करने से भी नहीं हिचकिचाते हैं। आज की तारीख में राहुल गांधी अवसरवादी राजनीति का सबसे बड़ा चेहरा बन गये हैं। वह वहां तुरंत पहुंच जाते हैं जहां से मोदी सरकार को कोसा जा सकता है। अभी तक की उनकी सियासत देखी जाये तो वह देश के किसी भी हिस्से में हुई दर्दनाक मौत पर खूब सियासत करते हैं। बुंदेलखंड में भूख से मरते किसानों, मुजफ्फनगर दंगा, अखलाक की मौत, हैदराबाद में एक दलित छात्र की आत्महत्या जैसे मामलों को हवा देने में राहुल को काफी मजा आता है।
साधना न्यूज में 20,000 पाने वाले कर्मी के खाते में आते हैं 20 लाख रुपये!
यदि किसी 20,000 रुपए का वेतन पाने वाले पत्रकार के खाते में लगातार 20 लाख की राशि नियमित रूप से जमा होती रहे, वह भी प्रबंधन की तरफ से, तो आप समझ सकते हैं, उस पत्रकार की क्या हालत होगी। उस पर तुर्रा यह कि वह उस रकम की सूचना अपने मोबाइल पर देखकर खुश तो हो सकता है, लेकिन उसे निकाल नहीं सकता। यह कारनामा किया है साधना न्यूज के प्रबंधन ने, जो कि पहले भी कई तरह के कारनामों के लिए कुख्यात रहा है। न जाने कितने लाइसेंस कबाड़ कर रखे हैं, जाने कितने चैनल उनके लाइसेंस पर चल रहे हैं, या चल रहे थे, इसकी जानकारी केवल प्रबंधन को ही है। चाहे न्यूज, मनोरंजन, धर्म, सभी तरह के अनेकों लाइसेंस इनके पास हैं।
मजीठिया मामले में एफिडेविट तैयार कराते समय इन बातों का रखे ख्याल
पत्रकारों के लिये गठित मजिठिया वेज बोर्ड मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उत्पीड़न के शिकार पत्रकारों को दो सप्ताह के भीतर एफिडेविट देने का आदेश दिया गया है। इस आदेश के जारी होने के बाद भड़ास4मीडिया डाट काम पर जो फार्मेट एडवोकेट उमेश शर्मा जी के सौजन्य से डाला गया है उसको लेकर महाराष्ट्र सहित देश के कई पत्रकारों में कुछ कन्फ्यूजन हो रहा है। लगातार मन में आते सवाल और उसके उत्तर खोजते खोजते कई बार मैंने भड़ास4मीडिया के यशवंत सर को भी तंग किया और हम पत्रकारों की तरफ से इस मामले की माननीय सर्वोच्च न्यायालय में मुकदमा लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता उमेश शर्मा सर का फोन भी खड़खड़ाने से बाज नहीं आया। जाहिर सी बात है कि पूरे देश के पत्रकार इस एफीडेविट को लेकर गजब के उत्साह में हैं। इसके लिये मैं भड़ास4मीडिया के यशवंत सर और हम सबकी तरफ से मुकदमा लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता उमेश शर्मा जी को धन्यवाद देता हूं।
महोली में सिपाही द्वारा पत्रकारों से अभद्रता व धमकी देने के मामले ने पकड़ा तूल
सीतापुर। महोली कोतवाली में तैनात सिपाही द्वारा पत्रकारों से की गयी अभद्रता व जान से मारने की धमकी देने का मामला तूल पकड़ने लगा है। घटना के विरोध में सिपाही पर कार्यवाही की मांग को लेकर पत्रकारों ने एसपी कवीन्द्र प्रताप सिंह से मुलाकात की। जिस पर एसपी ने मामले की कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया है। उपजा जिलाध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि पत्रकारों से अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
दिल्ली में महिला पत्रकार की हत्या के बाद इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मार ली
दिल्ली पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर ने रविवार को एक 28 साल की महिला की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद को गोली मार ली। यह घटना दिनदहाड़े दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका सेक्टर-4 के एक पार्क में हुई। इलाज के दौरान एसआई की भी मौत हो गई।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी अधिकारी की पहचान राजस्थान के रहने वाले विजेंद्र बिश्नोई (33) के तौर पर हुई है।
उदय सिन्हा, संजय राय, आलोक, अनिश और जरीन सिद्दीकी के बारे में सूचनाएं
वरिष्ठ पत्रकार और हरिभूमि अखबार दिल्ली के संपादक उदय सिन्हा को पिछले दिनों एम्स में भर्ती होना पड़ा. उनके दिमाग में पानी बढ़ जाने से कई शरीर में कई किस्म की जटिलताएं उत्पन्न हो गईं थी जिससे निजात पाने हेतु आपरेशन किया गया. रीढ़ की हड्डी के यहां से इंजेक्ट कर दिमाग के पानी को निकालते हुए लेवल पर लाया गया. अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं.
पीएचडी छात्र का सुसाइड लेटर… ‘मैं मर कर खुश हूं जीने से अधिक’
Prakash Vanol : हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने रविवार रात फांसी लगाकर ख़ुदक़ुशी कर ली. दलित समुदाय के रोहित को उनके चार अन्य साथियों के साथ कुछ दिनों पहले हॉस्टल से निकाल दिया गया था. इसके विरोध में वो पिछले कुछ दिनों से अन्य छात्रों के साथ खुले में रह रहे थे. कई अन्य छात्र भी इस आंदोलन में उनके साथ थे. आत्महत्या से पहले रोहित वेमुला ने एक पत्र छोड़ा है. यहां हम अंग्रेज़ी में लिखे उनके पत्र का हिंदी में अनुवाद दे रहे हैं:
सैयद हुसैन अहमद, रवि बिश्नोई, चैतन्य भट्ट, अरविंद सिंह बिष्ट, राजीव शर्मा के बारे में सूचनाएं
राष्ट्रीय सहारा उर्दू मुम्बई के HOD जावेद जमालुद्दीन को हटाते हुए सैयद हुसैन अहमद (शमशी) को मुम्बई सहारा उर्दू का एचओडी बनाया गया है. राष्ट्रीय सहारा उर्दू की हालत काफी खराब हो गई थी जिसे ठीक करने के लिए प्रबंधन ने ये कदम उठाया है.
राष्ट्रीय सहारा बनारस और देहरादून से कइयों ने दिया इस्तीफा
राष्ट्रीय सहारा वाराणसी के आधा दर्जन रिपोर्टर्स ने रिपोर्टिंग छोड़ दी। राष्ट्रीय सहारा वाराणसी के सिटी रिपोर्टिंग इंचार्ज मनोज श्रीवास्तव की प्रताड़ना, उत्पीड़न, कार्य व्यवहार, भेदभाव से क्षुब्ध होकर अब तक रिपोर्टर शिवेन्द्र सिंह, शशि कुमार श्रीवास्तव, अनुराग शुक्ला, त्रिपुरेश राय रिपोर्टिंग छोड़ चुके हैं। रिपोर्टर देवेश सिंह ने नौकरी छोड़ दी। रिपोर्टर शशि कुमार श्रीवास्तव ने क्षुब्ध होकर दफ्तर आना ही छोड़ दिया था। वापस आये तो रिपोर्टिंग में काम करने से इनकार कर दिया। क्षुब्ध रिपोर्टर विकास चन्द्र शर्मा भी लम्बे समय तक दफ्तर नहीं आये।
नेशनल हेराल्ड कर्मियों का क्रमिक अनशन शुरू, दिलीप सिन्हा व काजिम हुसैन अनशन पर बैठे
: सोनिया गांधी निवास पर आत्मदाह करेंगे नेशनल हेराल्ड के कर्मचारी : चेयरमैन मोती लाल वोरा को नहीं करने देंगे नेशनल हेराल्ड के शेयर होल्डरों की बैठक : लखनऊ । नेशनल हेराल्ड, नवजीवन और कौमी आवाज अखबार के कर्मचारियों ने आज से प्रेस परिसर में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। पहले दिन दॉ एसोसिएटेड जर्नल्स इम्प्लाइज यूनियन के भूतपूर्व महामंत्री दिलीप कुमार सिन्हा व अध्यक्ष काजिम हुसैन अनशन पर बैठे। यूनियन के भूतपूर्व महामंत्री दिलीप कुमार सिन्हा ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि कर्मचारी अपनी सात सूत्रीय मांगों के समर्थन में क्रमिक अनशन कर रहे है और मांगे पूरी न होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। इस आंदोलन के तहत सबसे पहले वोरा की शेयर होल्डरों की बैठक न होने देना, वोरा का घेराव करना, फिर दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय और जंतरमंतर पर धरना-प्रर्दशन, क्रमिक अनशन, अमरण अनशन के बाद भी मांगे पूरी न होने पर सोनिया गांधी के निवास-दस जनपथ पर आत्मदाह का क्रार्यक्रम है।
ललितपुर में पत्रकार पर जानलेवा हमला, मांगी रंगदारी
: खबरों से बौखलाये सत्ताधारी पार्टी का पार्षद बताने वाले भैया यादव ने किया हमला : यूपी के ललितपुर जिले के पत्रकार जी न्यूज़ / इंडिया 24×7 के जिला संवाददाता अमित सोनी पर बुधवार रात सत्ताधारी पार्टी का पार्षद बताने वाले सुरेन्द्र यादव उर्फ़ भैया यादव ने अपने 6-7 गुर्गो के साथ मिलकर जानलेवा हमला कर दिया। इसमें पत्रकार अमित सोनी बाल बाल बच गये। पत्रकार अमित सोनी द्वारा पार्षद सुरेन्द्र यादव के खिलाफ पूर्व में कई खबरें चलाई गई जिसमें पार्षद की गुंडई, जमीनों पर अवैध कब्जा से लेकर हर्ष फायरिंग की खबरें शामिल हैं।
जेल जाने से बचने के लिए अधिवक्ताओं से सम्पर्क साध रहे अखबार मालिक!
: आंदोलित कर्मचारियों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत : नई दिल्ली/ नोएडा। मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू करने की वाजिब मांग कर रहे अखबार में कार्यरत कर्मचारियों को अब बेहद संभलकर चलने की जरुरत है। 12 जनवरी को माननीय उच्चतम न्यायालय में हुई सुनवाई के बाद अखबार मालिक बेहद सतर्क हो गए हैं। अखबार मालिकों को सुनवाई में अदालत द्वारा इतना सख्त रुख अपनाये जाने की उम्मीद नहीं थी। माननीय अदालत के संज्ञान में इस बात के आने से कि मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू करने की मांग करने वाले कर्मचारियों पर अखबार मालिक फरवरी 2014 से ही लगातार जुल्म ढा रहे हैं, अखबार मालिकों को अदालत की अवमानना का दोषी पाये जाने पर जेल जाने का भय सताने लगा है। लेकिन वर्षों से कर्मचारियों का शोषण करते रहे अखबार मालिक इससे बचने के लिए फिर से धूर्तता करने जा रहे हैं।
मीडिया वालों ने वकीलों को मात देकर किया यमुना ट्रॉफी पर कब्जा
दिल्ली : यमुना ट्रॉफी प्रबंधन कमेटी और इंडियन मीडिया वेल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव निशाना द्वारा कराए गए यमुना ट्रॉफी टूर्नामेंट- 2016 का फाइनल मुकाबला रविवार को एडवोकेट-XI और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया- XI की टीम के बीच खेला गया। मैच में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया-XI की टीम के कप्तान सुरेश झा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 20 ऑवरों में 6 विकेट खोकर 211 रन बनाए। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया-XI की टीम में चिराग गोटी, अनुज मिश्रा, महावीर रावत, अमिर सरवेर, राहुल शर्मा, हेमंत कुमार, अदित्या गुप्ता, सुरेश हसवल, शिव कुमार और नरेश बिसवानी, सुरेन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह, शामिल हुए।
‘नया लक्ष्य’ अखिलेश के हाथों लांच कराने वाले संजय ने लखनऊ के पत्रकारों को दिखाया उद्यमिता और सफलता का चरम लक्ष्य
शानदार, शानदार और शानदार… ‘नया लक्ष्य’ और संजय शर्मा के लिए सिर्फ यही कहा जा सकता है. लखनऊ की पत्रकारिता में संजय ने वो मुकाम हासिल कर लिया है जहां तक पहुँचना असंभव नहीं तो मुश्किल बहुत है. संजय की पत्रकारिता उन लोगों के लिए प्रेरणा जरूर बन सकती है जो अपने दम पर कुछ करना चाहते हैं. दस साल पहले जब संजय ने वीकएंड टाइम्स शुरू किया था तब लोगों ने इसे हलके में लिया था मगर इस साप्तहिक ने देश भर में अपनी अच्छी रिपोर्टिंग से एक ख़ास मुकाम बना लिया. मई में संजय ने अपना अखबार 4PM लॉन्च किया और छह महीने में ही इस अखबार ने लोकप्रियता के वो रिकॉर्ड बना लिए जिसके लिए लोग तरसते हैं.
जेठमलानी ने किया न्यूज़ पोर्टल का शुभारम्भ और वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान
जेठमलानी बोले- भाजपा से जो धोखा मिला, उसे लेकर न केवल मुझे दु:ख है बल्कि शर्मिंदगी भी है
कानपुर : पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी ने कहा कि जब वह राजग सरकार में मंत्री थे, तब प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी उनसे डरते थे। वेब पोर्टल ‘हमारी नजर’ का उद्घाटन करने के बाद श्री जेठमलानी ने कहा कि उन्हें इस बात का दु:ख है कि भाजपा से धोखा मिला। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वह सही और योग्य व्यक्ति को चुनें। सही व्यक्ति को न चुनने वाले लोग प्रजातंत्र के दुश्मन हैं। कानपुर के बर्रा स्थित ‘सिंधु इंटरनेशनल स्कूल’ में ‘सिन्धी सभा’ द्वारा आयोजित समारोह में जेठमलानी ने वेब पोर्टल ‘हमारी नजर’ का शुभारंभ किया।
पैसे के अभाव में समुचित इलाज न होने से ‘नेशनल दुनिया’ के घायल फोटो जर्नलिस्ट ओमपाल ने अस्पताल में दम तोड़ा
: पांच माह से वेतन नहीं मिला था : परिजनों के गिड़गिड़ाने के बावजूद नहीं पसीजा जालिम सम्पादक का दिल : नोएडा । लगभग दो माह पहले एक सडक दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए नेशनल दुनिया के फोटोजर्नलिस्ट ओमपाल का अस्पताल में निधन हो गया। घायल युवा फोटो जर्नलिस्ट काफी समय से कोमा में थे। नेशनल दुनिया पर ओमपाल का पांच माह का वेतन बकाया था। ओमपाल के परिजनों ने सैकडो बार नेशनल दुनिया के प्रभारी सम्पादक बलदेव भाई शर्मा से बकाया वेतन के भुगतान की गुहार लगायी, लेकिन परिजनों की चीत्कार से सम्पादक जी का दिल नहीं पसीजा।
नक्षत्र न्यूज झारखंड-बिहार के एडिटर-इन-चीफ बने राकेश
रांची : नक्षत्र न्यूज बिहार-झारखंड के एडिटर-इन-चीफ के रूप में राकेश कुमार ने अपनी नई पारी शुरू कर दी है। राकेश कुमार पिछले 20 साल से इलेक्ट्रानिक और प्रिट मीडिया में कार्य कर रहे हैं। इसके पहले वे न्यूज 11 में चैनल हेड और पॉलिटिकल एडिटर के रूप में कार्य कर रहे थे। इसके पहले वे हिन्दी दैनिक हिन्दुस्तान, रीजनल चैनल साधना न्यूज में कार्य कर चुके हैं।
टीवी चैनलों ने ‘ज्योतिष’ को कहां पहुंचाया
Sanjaya Kumar Singh : “मुझे याद आ रहा था कि बहुत साल पहले टीवी पर अजब-गजब ख़बरों का दौर आया था। हम लोगों ने भी ऐसी बहुत सी ख़बरें दिखलाई थीं। कभी कोई जादूगर आता, कभी कोई नाक से गाने वाला आता और कभी कोई नाक से खाने वाला। कोई बालों से ट्रक खींचता, तो कोई ट्यूब लाइट ही खा जाता। मेरे एक साथी को ऐसी ख़बरों में बहुत आनंद आता था। वो इन खब़रों को इंटरनेट पर ढूंढता और फिर उन्हें अजब-गजब के नाम से दिखलाता।