आज के ही दिन चार साल पहले अपुन हवालात फिर जेल गए थे : यशवंत सिंह

Yashwant Singh : आज ‘जेल दिवस’ है. आज के ही दिन चार साल पहले अपुन हवालात फिर जेल गए थे. मुझे आज इस दिवस पर बधाई दे सकते हैं. इस मौके पर एक संस्मरण अभी लिखा हूं जिसका लिंक दे रहा हूं. जो लोग ‘जानेमन जेल’ पढ चुके हैं, उनसे जरूर चाहूंगा कि वो दो शब्द कहें. जो नहीं पढ़े हैं उन्हें कहूंगा कि एक बार पढ़ो तो, पढ़ कर जेल जाने का मन न करे तो पैसे वापस 🙂

लिंक ये है : यशवंत के लिए आज है ‘जेल दिवस’, जानिए ‘जानेमन जेल’ के आगे पीछे की अनकही कहानी

आज है ‘जेल दिवस’, जानिए ‘जानेमन जेल’ के आगे पीछे की अनकही कहानी

आज ‘जेल दिवस’ है. आज के ही दिन वर्ष 2012 में कुछ कारपोरेट और करप्ट संपादकों-मीडिया मालिकों ने मिलकर मुझे पुलिस के जरिए उठवाया, थाने के हवालात में बंद कराया फिर जेल भिजवा दिया. पूरे 68 दिन गाजियाबाद के डासना जेल में रहा. उन दिनों नोएडा यानि गौतमबुद्धनगर का जेल भी डासना ही हुआ करता …

आरके चौधरी ने बसपा को गुडबॉय कहा, माया को लगा फिर बड़ा झटका

लखनऊ से ब्रेकिंग न्यूज ये आ रही है कि BSP प्रमुख मायावती को लगा एक और झटका. BSP के संस्थापक सदस्य और राष्ट्रीय महासचिव आरके चौधरी ने दिया इस्तीफा. BSP के संस्थापक कांशीराम के बेहद क़रीबी थे आरके चौधरी. माया सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं आरके चौधरी. हाल में ही बसपा छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य एक मीटिंग करने वाले हैं. इस मीटिंग से ठीक पहले BSP को आरके चौधरी के इस्तीफे के रूप में एक और झटका लग गया है.

मजीठिया वेज बोर्ड चाहिए तो पत्रकार संघों / यूनियनों की नींद उड़ा दो

पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन, भत्ते व प्रमोशन से जुड़े मजीठिया वेज बोर्ड को अमल में लाने सम्बंधित माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पांच जुलाई तक स्टेटस रिपोर्ट श्रम आयुक्त कार्यालय द्वारा सुप्रीम कोर्ट में प्रेषित किया जाना है मगर अभी भी देश भर के पत्रकारों और गैर पत्रकारों के लगातार फोन आ रहे हैं कि उनके समाचार पत्र कार्यालय में और ब्यूरो में श्रम आयुक्त कार्यालय की टीम सर्वे करने नहीं पहुंची। कुछ पत्रकारो का फोन था कि टीम तो पहुंची मगर किसी पत्रकार का स्टेटमेंट नहीं लिया गया।

The plot was not ‘gifted’ directly to each and every journalist…

Abhinandan Mishra

The confession of just another presstitute

Recently, the Caravan magazine brought out an article detailing how almost 300 Madhya Pradesh based journalists cutting across every newspaper, channels and what not, were allotted plots in Bhopal by the Shivraj Singh Chouhan government in the early years of 2000.

पाकिस्तान में हिंदू पत्रकार आफिस में पानी पीने के लिए अलग गिलास रखने पर मजबूर किया गया

Pakistani Hindu scribe forced to drink from separate glass at office

A Hindu reporter in Pakistan’s state-run news agency has been barred from drinking water in the same glass and sharing utensils with other Muslim staff at the office after his colleagues found out his religion. Sahib Khan Oad, a senior reporter with Associated Press of Pakistan (APP), has been barred from drinking water from the same glass used by his Muslim colleagues or sharing food utensils, the Express Tribune reported.

मामूली अंतर से इंडिया टीवी फिर बना नंबर वन, जी न्यूज को सर्वाधिक फायदा

25वें हफ्ते की बार्क की रेटिंग में भारी उलटफेर…. अगर सबसे ज्यादा टीआरपी वाइज किसी को फायदा हुआ है तो वो है ‘जी न्यूज’ चैनल. टीआरपी में पूरे 1.2 अंक की उछाल है बावजूद इसके यह चैनल अब भी छठें नंबर पर विराजमान है. इंडिया टीवी की टीआरपी गिरी है लेकिन वह फिर भी नंबर वन इसलिए हो गया क्योंकि उसके मुकाबले आजतक की टीआरपी बहुत ज्यादा गिरी है. कुल 1.6 का नुकसान झेलकर आजतक धड़ाम से नंबर दो पर गिरा और टीआरपी में मामूली घटाव के बावजूद इंडिया टीवी नंबर वन बन गया.

‘आजतक’ ने अरनब को मोदी का चमचा बताने वाले ट्वीट के लिए मांगी माफी

पीएम नरेंद्र मोदी के अंग्रेजी चैनल टाइम्‍स नाऊ को दिए इंटरव्यू का मजाक उड़ाती एक फोटो, जिसमें लिखा अरनब को मोदी का चमचा बताया गया है, को आजतक चैनल की तरफ से ट्वीट किए जाने के बाद से बवाल बच गया. यह फोटो न्‍यूज चैनल ‘आज तक’ के टि्वटर हैंडल से शेयर हुआ. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ‘आज तक’ को आड़े हाथों लेते हुए जमकर निशाना साधा. बहुत सारे सोशल मीडिया यूजर्स ने आरोप लगाया कि उनके चैनल को इंटरव्यू का मौका न मिलने की वजह से वे यह अनाप शनाप बिलो द बेल्ट ट्वीट कर रहे हैं.

अपने अखबार में अपने ही पद के लिए बंपर भर्ती वैकेंसी का विज्ञापन देख चुप रह गए भास्करकर्मी!

प्रिय यशवंत जी, सादर प्रणाम

आपके भड़ास को पढ़ते हुए 3 वर्ष हो गए. बहुत कुछ लोगों के लिए होता है इसमें. कुछ समझ से परे भी होता है. लेकिन अभी जो मजीठिया को लेकर लिख रहे हो, कमाल का है. पर आपको नहीं लगता कि इतना सब करने के बाद भी कुछ नहीं हो रहा है. न वे लोग सुनने को तैयार हैं जिनको जगाने के लिए के लिए लिख रहे हो. ऐसा लगता है सब के सब बहरे, अंधे और गूँगे हो गए हैं. सारे के सारे एक अज्ञात भय से ग्रसित हो रहे हैं कि अगर अपने हक़ के लिए जागेंगे तो समझो मारे जायेंगे.

मोदी सरकार की विज्ञापन नीति के खिलाफ अख़बार मालिकों का जंतर मंतर पर विशाल धरना प्रदर्शन (देखें तस्वीरें)

नई दिल्ली स्थित जन्तर मंतर धरना स्थल पर सैकडों की संख्या में अख़बार प्रकाशक, संपादक, पत्रकार एवं हॉकर्स ने धरना दिया। धरने का कारण मोदी सरकार द्वारा DAVP की नई विज्ञापन पॉलिसी जारी करना है। फिलहाल इस पालिसी को कुछ महीने के लिए सरकार ने वापस ले लिया है लेकिन यदि यह पॉलिसी लागू होगी तो लघु एवं मध्यम समाचार पत्र बंद हो जाएंगे।

न्यूज वर्ल्ड इंडिया में छंटनी, अतुल अग्रवाल समेत कई कार्यमुक्त

खबर है कि नवीन जिंदल की माली हालत बहुत खराब हो गई है. जबसे भाजपा सरकार केंद्र में आई है, इस कांग्रेसी उद्योगपति की बेचैनी बढती जा रही है. कोल घोटाले में फंसे होने और ढेर सारे काम बंद होते जाने के कारण इनके पास पैसे की आवक कम हो गई है. इसका असर इनके मीडिया वेंचर पर दिखने लगा है. खबर है कि एंकर अतुल अग्रवाल, श्वेता त्रिपाठी समेत करीब दो दर्जन लोग न्यूज वर्ल्ड इंडिया से कार्यमुक्त कर दिए गए हैं.

प्रधानमंत्री जी, आप ट्वीट कर देते, किसी न्यूज चैनल पर आने की क्या जरूरत थी?

एक भारतीय नागरिक के नाते अपने प्रधानमंत्री से कुछ सवाल…

Rajendra Tiwari : प्रिय प्रधानमंत्री जी, कल आपका इंटरव्यू सुना। आपने सिर्फ वही बातें कीं, जो आप करना चाहते थे। जब आपको अपने मन की ही बात करनी थी तो रेडियो और दूरदर्शन दोनों पर मन की बात कर सकते थे। बाकी चैनल भी इसको प्रसारित करते ही। आप ट्वीट कर देते (जैसे आपने टाइम्स नाउ के लिए किया भी) कि इस बार अपने मन की विशेष बात करेंगे तो सुनने वालों की भीड़ लग जाती। इसके लिए किसी न्यूज चैनल पर आने की क्या जरूरत थी?

ताजमहल देखने गई एक रइसजादी ने दी मां-बहिन की गंदी-गंदी गालियां (देखें वीडियो)

Are you safe in TajMahal? see this video आगरा में एक बार फिर से शराब के नशे में धुत शराबी पर्यटकों ने ताजमहल की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए ताजमहल के पश्चिमी गेट को तोड़ते हुए अपनी गांड़ी के अंदर ले गए..पर्यटकों की इस दुस्साहिक कदम से रोकने में तैनात ताज सुरक्षा के सिपाहियों की पर्यटकों ने लात घूसों से जमकर पिटाई कर दी…

रोहतक पीजीआई में अव्यवस्थाओं को उजागर करने वाले पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज

हरिभूमि के पत्रकार अमरजीत गिल ने किया था भ्रष्टाचार को उजागर, डीएमएस डा. संदीप ने कई आपराधिक धाराओं के तहत पीजीआई थाने में कराया केस दर्ज, एससी, एसटी एक्ट समेत दो दर्जन धाराएं लगाई, मीडिया क्लब रोहतक ने बुलाई आपात बैठक, केस दर्ज करने की निंदा, एसपी शशांक आनन्द से मिले पत्रकार, निष्पक्ष जांच की मांग, एसपी ने दिया निष्पक्ष जांच का आश्वाशन

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में मेडिकल छात्र छात्राओं की रहस्यमयी मौतों का सिलसिला जारी, अबकी दिल्ली का छात्र मरा

मुरादाबाद : उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद, दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे स्थित तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में दिल्ली फत्तहपुर निवासी बिजेन्द्र कुमार का होनहार  22 वर्षीय वैभव नाम का बेटा एमबीबीएस फाईनल ईयर छात्र था। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि टीएमयू परिसर के अति सुरक्षित हॉस्टल के कमरा न.211 में छात्र वैभव की अचानक मौत हो जाने की सूचना मिलते ही कमरे में पडे शव व आसपास का परीक्षण किया गया।

तीर्थंकर महावीर तब्‍दील हो गयी मौत की यूनिवर्सिटी में, अब तक तीन युवतियां हलाक

: पांचवीं मंजिल से गिरने के बावजूद सारी हड्डियां सलामत रहीं नीरज की : न चमड़ी फटी और न ही निकल पाया खून का एक भी कतरा : भडाना की आत्‍महत्‍या के किसी भी सिरे को नहीं खोल पायी है अब तक पुलिस : खासी हैसियतदार लोगों की इज्‍जत दांव पर है, इसीलिए खामोशी पसरी हुई है :

कमानी ऑडिटोरियम के गेट पर ‘मैला आंचल’ के लिए 17 साल के किशोर से 70 साल के बुजुर्ग तक को गिड़गिड़ाते देखा

Navin Kumar : कोई पचास साल की एक महिला कमानी ऑडिटोरियम के मुख्य गेट के भीतर गार्ड से झगड़ा कर रही थी – मैं अंदर चली आई, मेरे पति को पार्किंग की जगह खोजने में देर लग गई उन्हें अंदर आने दीजिए प्लीज। उनके बुजुर्ग पति गेट के बाहर से हाथ हिलाते हुए कह रहे थे मैं ही हूं इनका पति। गार्ड हाथ जोड़ रहा था, “मैडम आपकी बात ठीक है लेकिन उनके लिए गेट खोला तो डेढ़ सौ लोग चढ़ बैठेंगे।” सोमवार को शाम 7 बजकर 10 मिनट पर दिल्ली के कमानी सभागार का ऐसा ही नज़ारा था। अंदर हॉल ठसाठस भरा हुआ। बीच की गैलरी तक की कारपेट पर लोग बैठे हुए। बाहर लोग मिन्नतें कर रहे थे हमें कोई कुर्सी नहीं चाहिए.. बहुत दूर से किराया भाड़ा खर्च करके आधी छुट्टी लेकर आए हैं बस नाटक देखने दीजिए।

मोदी के इंटरव्यू में अर्णब गोस्वामी खुद एक्सपोज हो गए, सोशल मीडिया पर हो रही थू थू

Mukesh Kumar : बहुत बेरहम मीडियम है टीवी। आप कभी किसी को एक्सपोज़ कर रहे होते हैं तो कभी खुद भी एक्सपोज़ हो रहे होते हैं। राहुल गाँधी को आपने एक्सपोज़ किया मगर मोदी को इंटरव्यू करते हुए खुद देश के सामने। प्रधानमंत्री का पहला इंटरव्यू लेते समय न्यूज़ ऑवर के आक्रामक, दूसरों की बोलती बंद कर देने वाले या दूसरों को बोलने ही न देने वाले, बड़बोले, तर्कों और रिसर्च से लैस अर्नब गोस्वामी को क्या हो गया था? वे इतने नरम क्यों थे, बार-बार नवनीत लेपन क्यों कर रहे थे? क्या उन्होंने ये इंटरव्यू कुछ शर्तों के साथ किया? क्या प्रश्न पहले से तय थे? क्या ये पीआर एक्सरसाइज थी? और हाँ, इतना बड़ा चैनल प्रधानमंत्री का इंटरव्यू करे और तकनीकी स्तर पर इतनी बड़ी चूक करे अच्छा नहीं लगता। ऑडियो बहुत खराब था भाई।

मोदी का टाइम्स नाऊ पर इंटरव्यू : अर्नब एक स्टूडेंट की तरह Yes Sir-Yes Sir करते जा रहे थे

Nadim S. Akhter : किसी भी समाचार संस्थान और पत्रकार की प्रतिष्ठा बनने व जनता में उसका विश्वास जमने में काफी लम्बा वक्त लगता है. ये चीजें आते-आते आती हैं. लेकिन प्रतिष्ठा गंवाने और विश्वास खोने में मिनट भी नहीं लगते. कल Times Group के चैनल Times Now पर अर्नब गोस्वानी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी का लिया गया इंटरव्यू Modern Television Era में एक केस स्टडी साबित होने वाला है. आरोपों के अनुसार, अगर यह प्रायोजित इंटरव्यू था भी तो भी अर्नब गोस्वामी एक सुलझे हुए पत्रकार की तरह कम से कम बिहेव तो कर सकते थे !!! वो तो मोदी जी से ऐसे बात कर रहे थे कि जैसे मोदी जी उनकी क्लास ले रहे हों और अर्नब एक स्टूडेंट की तरह Yes Sir-Yes Sir करते जा रहे थे.

जब मनोहर श्याम जोशी ने अमेरिकी लड़की की आवाज में एक हिंदी कवि से बात की…

Prabhat Ranjan : मनोहर श्याम जोशी जी की एक आदत थी आवाज बदल-बदल कर फोन पर बात करने की. कई बार वे लड़कियों की आवाज में अपने समकालीन लेखकों से बात करते थे. 60 के दशक में एक बार उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढने वाले एक हिंदी कवि को फोन किया और उनसे अमेरिकी लहजे में लड़की की आवाज में बात की और मिलने के लिए कनाट प्लेस के कॉफ़ी हाउस में बुलाया. कवि महोदय वहां पहुँच भी गए लेकिन वहां किसी अमेरिकी लड़की को न पाकर बहुत निराश हुए. बाद में सेंट स्टीफेंस में पढने वाले वह कवि हिंदी की बड़ी शख्सियत के रूप में जाने गए. बहुत बाद में एक दिन जोशी जी ने उनको उस घटना के बारे में बता दिया जिससे वे इतने नाराज हुए कि अपने हर सत्ता प्रतिष्ठान से उनको भरसक दूर ही रखा. एक बार मैंने कवि महोदय से कहा कि सबका व्याख्यान करवाते हैं जोशी जी का भी व्याख्यान करवाइए न. कवि महोदय ने मुझे घूरते हुए कहा कि उनमें गंभीरता नहीं है.

सहायक श्रम आयुक्त की नोटिस पर भी नहीं पहुंचा भास्कर प्रबंधन, अम्बिका प्रिंटर्स ने मांगा 15 दिन का समय

पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन, भत्ते तथा प्रमोशन से जुड़े मजीठिया वेज बोर्ड मामले में मुम्बई के सहायक श्रम आयुक्त द्वारा वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट की धारा 17 (1) के तहत दैनिक भास्कर की प्रबंधन कंपनी और मुंबई की श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशन्स को नोटिस भेजकर सुनवाई के लिए बुलाया गया। 27 जून को इस सुनवाई के दौरान भास्कर प्रबंधन नदारत रहा। भास्कर की तरफ से इस सुनवाई में कोई भी हाजिर नहीं हुआ। श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशन्स की तरफ से पर्सनल आफिसर रहाणे मौजूद तो हुए मगर उन्होंने लिखित रूप से अपना पक्ष रखने के लिए 15 दिन का समय मांगा।

किसी हिंदू की मौत पर ‘RIP’ लिखना गलत, जानिए क्या कहा जाना चाहिए

Sarjana Sharama : What is Rest in Peace ( ‪#‎RIP‬) ये “रिप-रिप-रिप-रिप” क्या है? आजकल देखने में आया है कि किसी मृतात्मा के प्रति RIP लिखने का “फैशन” चल पड़ा है, ऐसा इसलिए हुआ है, क्योंकि कान्वेंटी दुष्प्रचार तथा विदेशियों की नकल के कारण हमारे युवाओं को धर्म की मूल अवधारणाएँ या तो पता ही नहीं हैं, अथवा विकृत हो चुकी हैं… RIP शब्द का अर्थ होता है “Rest in Peace” (शान्ति से आराम करो), यह शब्द उनके लिए उपयोग किया जाता है जिन्हें कब्र में दफनाया गया हो, क्योंकि ईसाई अथवा मुस्लिम मान्यताओं के अनुसार जब कभी “जजमेंट डे” अथवा “क़यामत का दिन” आएगा, उस दिन कब्र में पड़े ये सभी मुर्दे पुनर्जीवित हो जाएँगे…

अनुराग कश्यप इस समाज को ज्‍यादा विद्रूप, जघन्‍य, असंवेदी, हिंसक, असहिष्‍णु और मनोविकारी बनाने के लिए याद किए जाएंगे

Abhishek Srivastava : Raman Raghav 2.0 को अगर उसके दार्शनिक आयाम में समझना हो, तो Slavoj Žižek को पढि़ए। इसे अगर आप कमर्शियल सिनेमा मानकर देखने जा रहे हों तो बीच के मद्धम दृश्‍यों में सोने के लिए तैयार रहिए। इस फिल्‍म में रमन का किरदार Badlapur (film) में लियाक़ के किरदार का एक्‍सटेंशन है। लोकप्रियता के लिहाज से भले ही इसे साइको-थ्रिलर का नाम दिया जा रहा हो, लेकिन यह बुनियादी तौर पर एक राजनीतिक फिल्‍म है जो एक आदतन अपराधी को हमारे समाज में मौजूद तमाम किस्‍म के अपराधियों के ऊपर प्रतिष्‍ठापित करती है। इस हद तक, कि फिल्‍म के अंत में रमन बोधिसत्‍व की भूमिका में आ जाता है- बोधिसत्‍व यानी निर्वाण का वह चरण जहां आपका कुकर्म कोई बुरी छाप नहीं छोड़ता, बल्कि आप दूसरे के कुकर्मों से उनको बरी करने की सलाहियत हासिल कर लेते हैं।

मजीठिया मामले में पत्रकार और गैर पत्रकार श्रम आयुक्त कार्यालय में अपना स्टेटमेंट फार्म 48 घंटे में जरूर भरें

मुंबई : पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन, भत्ते तथा प्रमोशन से जुड़े मजीठिया वेज बोर्ड मामले में देश भर में सर्वे का काम चल रहा है। इस सर्वे के दौरान भी श्रम अधिकारियों की आँखों में प्रबंधन धूल झोंक रहा है। कई जगह से ऐसी शिकायते आ रही हैं कि सर्वे के दौरान पत्रकारों का या मजीठिया की लड़ाई लड़ रहे पत्रकारों का पक्ष श्रम अधिकारी नहीं ले रहे हैं। ताजा उदाहरण एक देता हूँ। श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशन्स लालबाग के मुम्बई कार्यालय में मजीठिया जाँच टीम पहुंची तो वहाँ बता दिया गया कि उनके यहाँ सुबह का समाचार पत्र छपता है इसलिए पत्रकार रात को काम पर आते हैं। इस कंपनी ने अपने लोगों का स्टेटमेंट श्रम अधिकारियो से दिला दिया और रट्टू तोते की तरह सबने वही लिखित स्टेटमेंट दिया जो प्रबंधन चाहता था।

Assam: JFA demands action against lady scribe’s killer

Guwahati : Expressing shocks at the mysterious death of a lady scribe in Punjab, the Journalists’ Forum Assam (JFA) on Monday demanded an authentic probe into the incident to find the culprits and book them under the laws. It may be mentioned that freelance scribe Anshita Bawa (22) died under a strange  situation on April 22 when she went to meet her friends.

दिनेश श्रीनेत पहुंचे ईटी

अमर उजाला डॉट कॉम से इस्तीफा देने वाले दिनेश श्रीनेत टाइम्स समूह से जुड़ गए हैं. वे इकनॉमिक टाइम्स ऑनलाइन से जुड़े हैं. उन्हेंलैंग्वेजेस & न्यू प्रोजेक्ट का हेड बनाया गयाहै. ईटी आनलाइन जल्द ही कई क्षेत्रीय भाषाओं में विस्तार करने वाला है. दिनेश ईटी ऑनलाइन के संपादक दीपक अजवानी के साथ काम करेंगे. वे वीपी डिजिटल प्रोडक्ट्स & बिजनेस हेड ईटी संजय सिंधवानी को रिपोर्ट करेंगे. दिनेश श्रीनेत अमर उजाला के अलावा आई नेक्स्ट, वन इंडिया आदि जगहों पर काम कर चुके हैं.

सोशल मीडिया हाइजैक हो गया है एजेंडा पत्रकारिता के लिए : केजी सुरेश

तीन करोड़ ट्विटर अकाउंटधारी सवा सौ करोड़ की आबादी की आवाज नहीं- सईद अंसारी, हैशटैग पत्रकारिता व्यक्ति की वस्तुनिष्ठता को प्रतिबिंबित नहीं करता – राहुल देव, हैशटैग से ज्यादा खतरनाक चीज ‘कीबोर्ड’ है – नीरेंद्र नागर, हैशटैग जर्नलिज्म से लोकतंत्र का विस्तार होता है – अनुराग बत्रा, सोशल मीडिया की आड़ में पत्रकार ही पीआर कर रहे हैं – सतीश के सिंह

दैनिक जागरण में कितने यादव हैं, सीएम अखिलेश ने सरेआम पूछ लिया (देखें वीडियो)

Mahendra Yadav : मिस्टर दैनिक जागरण ! आप बताते क्यों नहीं कि दैनिक जागरण में कितने यादव हैं? जागरण फोरम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ये सवाल किया है तो जवाब तो बनता है न! चलिए, ब्राह्मण कितने हैं, ठाकुरों को कितनी जगह मिली है, कायस्थों को कितनी सीटें मिली हैं, बनियों को कितनी मिली है, कितने अल्पसंख्यक हैं, कितने आदिवासी हैं…कितने ओबीसी हैं..यही बता दीजिए..

मोदी को मैदान में उतार बीजेपी ने जो रामबाण चलाया वह कितना कारगर साबित होगा

पिछले कुछ हफ़्तों में केंद्र सरकार की कई मोर्चों पर किरकिरी हुई है. पहला मामला बीजेपी की आतंरिक कलह से जुड़ा है. सुब्रमण्यम स्वामी ने अरुण जेटली पर अप्रत्यक्ष रूप से हमले किये हैं. रघुराम राजन से लेकर वित्त मंत्रालय से जुड़े अन्य अधिकारियों तक उनके लगातार हमले बीजेपी को परेशान किये हुए हैं. मीडिया में इस मामले को जोरशोर से उछाला गया है. बीजेपी बैकफुट पर है.  दूसरा मामला है भारत की अंतर्राष्ट्रीय नीति से संबंधित. भारत को NSG की सदस्यता की कितनी आवश्यकता थी, थी भी कि नहीं, ये शायद हम अच्छे से नहीं जानते, पर ये अवश्य जानते हैं कि चीन ने हमारा खेल बिगाड़ दिया. यहाँ भी भारत सरकार की किरकिरी हुई. नरेन्द्र मोदी की एग्रेसिव अंतर्राष्ट्रीय छवि को धक्का पहुंचा है.

एलन निदेशक राजेश माहेश्वरी अपने शिक्षकों से बोला- मैं कोचिंग इंडस्ट्री का डान हूं, नचा कर रख दूंगा…

कोटा : एलन (ALLEN Career Institute, Kota) का निदेशक राजेश माहेश्वरी खुद के बारे में कहता है- “मैं कोचिंग इंडस्ट्री का डान हूं”…

मुंबई के पत्रकार विजय सिंह कौशिक फ़िल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य बने

मुंबई। वरिष्ठ पत्रकार विजय सिंह कौशिक को केंद्रीय फ़िल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) के सलाहकार पैनल का सदस्य नियुक्त किया गया है। इसके लिए केन्दीय सूचना प्रसारण मंत्रलाय की ओर से पिछले दिनों अधिसूचना जारी की गई। मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के महासचिव श्री सिंह इसके पहले भी सेंसर बोर्ड के सदस्य रह चुके हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा में शामिल होना तय (देखें वीडियो)

ऐसा कहना है केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री राम शंकर कठेरिया का. बहुजन समाज पार्टी से नाता तोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के बारे में कठेरिया ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा में शामिल होंगे और बहुत जल्द शामिल होंगे. ताजनगरी आगरा में सेवला स्थित खत्ताघर का लोकापर्ण करने के बाद रामशंकर कठेरिया पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे.

किशोर अजवाणी ने एबीपी न्यूज छोड़ा, राजीव मिश्रा ईटीवी के बिजनेस हेड बने

एबीपी न्यूज के एंकर किशोर अजवाणी ने इस्तीफा दे दिया है. वे नेटवर्क18 के साथ नई पारी की शुरुआत करेंगे. किशोर अजवाणी वर्ष 2000 में पत्रकारिता में सक्रिय हुए. पहले दूरदर्शन में एंकर बने. फिर जी न्यूज में. बाद में एबीपी न्यूज के हिस्से बने और लंबी पारी खेली.

वरिष्ठ पत्रकार गुंजेश्वरी प्रसाद और मुकेश पांडेय का निधन

Jaishankar Gupta : दुखद सूचना। कौड़ीराम, गोरखपुर के समाजवादी नेता, मूल्यों को समर्पित पत्रकार गुंजेश्वरी प्रसाद जी के निधन की दुखद सूचना गोरखपुर के हमारे मित्र कुमार हर्ष ने दी है। मन बैठ सा गया। गुंजेश्वरी जी के साथ हमारा वैचारिक, पत्रकारीय और इस सबसे अधिक पारिवारिक नाता था। वह हमारे पिताजी समाजवादी नेता, स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व विधायक स्व. विष्णुदेव के बहुत करीबी मित्र और सहयोगी थे।

अनुराग कश्यप मानसिक रूप से विक्षिप्त लगता है!

Shikha : अनुराग कश्यप मुझे कई बार मानसिक रूप से विक्षिप्त लगता हैl माना हिंसा, अपराध और गंदगी आज के समाज का सच है, पर उसे फिल्माने का या कोई सामाजिक मुद्दा उठाने का एक यथार्थवादी सलीका होता हैl पर जिस प्रकार इन्हें वह अपनी फिल्मों में फिल्माता है, दृश्यों का फिल्मांकन, डायलाग, गाने आदि, उन्हें देखकर यही लगता है कि इस तरह की कल्पनाएँ किसी स्वस्थ दिमाग की उपज नहीं हो सकतीl

मजीठिया : ‘हिंदुस्‍तान’ अखबार के बाकी बचे सा‍थी न करें ऐसा 80 फीसदी नुकसान वाला समझौता!

साथियों, जैसा कि हम पहले भी आपको बता चुके हैं कि मजीठिया वेजबोर्ड के अनुसार अपने हक की मांग करने वाले हिंदुस्‍तान के 16 कर्मचारियों ने काफी बड़ी रकम का नुकसान उठा कर संस्‍थान के साथ समझौता किया है। इस खबर की उस समय पूर्ण रुप से पुष्टि नहीं हो पाई थी। अब हमारे पास कुछ और सूचना आई है जिसके अनुसार इन कर्मियों की संख्‍या 16 नहीं 12 है और इनमें से 6 ने यह समझौता किया है। बाकि बचे कर्मियों से प्रबंधन लगातार संपर्क में है और आजकल में उनका भी समझौता सिरे चढ़ सकता है। समझौता करने से पहले वे सा‍थी इन प्रश्‍नों पर जरुर गौर करें।

अजय दयाल का वायस आफ लखनऊ से इस्तीफा, पत्रिका भोपाल के क्राइम रिपोर्टर एक दिन के लिए सस्पेंड

वॉयस ऑफ लखनऊ से विगत कुछ माह से जुड़े लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार अजय दयाल कार्यमुक्त हो गए हैं. अजय दयाल यहां सिटी इंचार्ज की हैसियत से कार्यरत थे. बताया जा रहा है कि अखबार के महाप्रबंधक सुशील दुबे ने किन्हीं वजहों से अजय दयाल से इस्तीफा लिखवा लिया.

मजीठिया वेज बोर्ड मामले में बड़ी कार्रवाई, दैनिक भास्कर और अम्बिका प्रिंटर्स पब्लिकेशन्स को 17 (1) से जुड़ी नोटिस जारी

मुम्बई : देश भर के प्रिंट मीडिया के पत्रकारों के लिए उम्मीद की किरण बने मजीठिया वेज बोर्ड मामले में मुम्बई के श्रम आयुक्त कार्यालय ने एक और कदम उठाया है। रिकवरी से जुड़े मामले में श्रम आयुक्त कार्यालय ने दैनिक भास्कर समाचार-पत्र समूह की प्रबंधन कंपनी डी बी कॅार्प के मुम्बई कार्यालय को तथा श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशन्स को उनके कर्मचारियों की शिकायत पर वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट की धारा 17 (1) के मामले में नोटिस भेजा है।

जानो कानून : : सुप्रीम कोर्ट का फैसला- फेसबुक पर किसी की आलोचना करना अपराध नहीं, एफआईआर रद्द करो

Facebook postings against police… criticising police on police’s official facebook page…. F.I.R lodged by police….

HELD – Facebook is a public forum – it facilitates expression of public opinion- posting of one’s grievance against government machinery even on government Facebook page does not by itself amount to criminal offence – F. I.R. Quashed.

(Supreme Court)
Manik Taneja & another – Vs- State of Karnataka & another
2015 (7) SCC 423

देश भर के 14 पत्रकारों को पीयूसीएल ने निर्भीक पत्रकारिता के लिए किया सम्मानित (देखें लिस्ट)

रायपुर। नईदुनिया के समाचार संपादक अनिल मिश्रा समेत देश भर के 14 पत्रकारों को रविवार को मानवाधिकारों के लिए कार्यरत लोक स्वातंत्र्य संगठन (पीयूसीएल) और पत्रकार सुरक्षा कानून संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से निर्भीक पत्रकारिता के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर इन सभी पत्रकारों को कांसे के कप में धान, कलम और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

आकाशवाणी के चैनल की शुरुआत स्थगित

आकाशवाणी के नये चैनल ‘आकाशवाणी मैत्री’ की शुरुआत अज्ञात कारणों से स्थगित कर दी गयी है। मंगलवार को कोलकाता में इसका शुभारंभ किया जाना था। इस चैनल का लक्ष्य भारत और बांग्लादेश के श्रोताओं के लिए सहभागी सामग्री सृजन के वास्ते साझा मंच प्रदान करना है।

मुकुंद शाही का ईटीवी हैदराबाद से दिल्ली तबादला

पत्रकार मुकुंद शाही का तबादला हैदराबाद से दिल्ली में कर दिया गया है. मुकुंद ईटीवी हैदराबाद में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत थे. मैनेजमेंट ने उन्हें हैदराबाद से दिल्ली असाइनमेंट पर भेजा है. मुकुंद पी7न्यूज समेत कई चैनलों में वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं.

The Indian Revolution is coming

By Justice Katju

I had said in my earlier posts that our national aim must be to make India a modern, highly industrialized, prosperous country in which all our citizens, not just a small minority, are getting decent lives and enjoying a high standard of living ( see my two articles ‘ Our National Aim ‘ on my blog justicekatju.blogspot.in ). I also said that this is only possible by a revolution, not reforms. Our state institutions ( Parliament, the judiciary,… bureaucracy, etc ) have largely become hollow and empty shells, and the Constitution, which did serve a useful purpose for some time, has now exhausted itself ( see my article ‘ A French Revolution is coming in India’ on my blog ).. No amount of tinkering with the present system in India will do. The solution to our massive problems lie outside the system, not within it.

अखिलेश के साहसिक निर्णय के बाद कुनबे में युद्ध शुरू

भतीजे के दांव से बाप-चचा सब चित, सपा पर भारी अखिलेश की सोच और जातिवाद पर भारी पड़ा विकासवाद

अजय कुमार, लखनऊ

अंत भला तो सब भला। समाजवादी पार्टी में अखिलेश समर्थक यही कह रहे हैं। पहले साल बाहुबली नेता डीपी यादव को और आखिरी समय में बाहुबली अंसारी बंधुओं को ‘नो इंट्री’ का कार्ड दिखाकर अखिलेश यादव ने यह साबित कर दिया है कि अगर वह अड़ जायें तो फिर उन्हें कोई बैकफुट पर नहीं ढकेल सकता है। तीन दिनों तक चले ड्रामें के बाद सपा संसदीय बोर्ड की बैठक में अखिलेश के तेवरों को देखते हुए जब पार्टी ने मुख्तार अंसारी के कौमी एकता दल (कौएद) से किराना करने की घोषणा की तो उन लोगों के चेहरों पर मायूसी दिखाई दी जिन्हें लगता था कि कौएद की मदद से सपा पूरबी उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर अपनी ताकत में इजाफा कर सकती है।

उत्तर प्रदेश में त्राहि त्राहि करने लगे पत्रकार, जगह जगह एफआईआर और गिरफ्तारियां

उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के शासनकाल का उत्तरार्ध मीडिया वालों पर काफी भारी पड़ रहा है. पूरे उत्तर प्रदेश में जगह जगह पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर हो रही है और इनकी गिरफ्तारियां की जा रही हैं. ताजी सूचनाएं एटा और लखीमपुर खीरी जिलों से है. एटा से धनन्जय भदौरिया ने रिपोर्ट दी है कि एटा जिले के जैथरा कस्बे में दो दिन पूर्व पत्रकार सुनील कुमार ने जैथरा थाने के सिपाहियो द्वारा गौ तस्करों के ट्रक से अवैध वसूली का स्टिंग किया था. इसको संज्ञान में लेते हुए एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय ने आरोपी दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था.

अमर उजाला और हिंदुस्तान के दो रिपोर्टरों के खिलाफ मुरादनगर थाने में एफआईआर दर्ज

दोनों रिपोर्टरों पर महिला को व्हाटसअप के जरिए अश्लील मैसेज भेजने का आरोप

मुरादनगर (गाजियाबाद, यूपी)। व्हाटसअप पर एक महिला को अश्लील संदेश भेजने के मामले में गाजियाबाद जनपद स्थित मुरादनगर में तैनात अमर उजाला के स्टिंगर हरभजन और दैनिक हिंदुस्तान के चंद्रशेखर त्यागी के खिलाफ मुरादनगर थाना में आईटी एक्ट और आईपीसी की धारा 506, 406 और 354 के तहत मामला दर्ज कराया गया है। दोनो रिपोर्टरों की जोडी अखबार की धौंसपट्टी देकर महिला पर मामला वापस लेने का दबाव बना रहे हैं।

अखिलेश के मुंह में माइक घुसेड़कर सवाल पूछने वाले मीडियाकर्मी मायावती से 15 फीट दूर रखते हैं माइक!

Syed Yasir Raza Jafri : वाकई में क्या टेरर है। मान गया भाई। मायावती के बारे में आप सबने खूब सुना होगा और देखा भी होगा। वैसे तो मैंने भी मायावती की कई प्रेस कांफ्रेंस अटेंड की है, लेकिन बुधवार को ऐसा पहली बार हुआ जब स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से अलग होने के एलान के बाद आनन फानन में मायावती ने कोई प्रेस कांफ्रेंस बुलायी जिसमें मैं भी पहुंचा। मायावती की बेचैनी मेरे साथ मायावती के घर में दाखिल होते बृजेश पाठक के चेहरे पर साफ झलक रही थी। शायद उन्हें भी प्रेस वालों की ही तरह तत्काल आने के निर्देश दिये गये थे।

‘आजतक’ की पंचायत और मुख्तार अंसारी की पार्टी का सपा से निकालना एक फिक्स स्क्रिप्ट!

मेरे तजुर्बे के अनुसार मुख्तार अंसारी की पार्टी का समाजवादी पार्टी में शामिल किया जाना, विवाद होना और तय प्लानिंग के तहत ‘आजतक’ चैनल की पंचायत में मुख्यमंत्री द्वारा मुख्तार अंसारी की पार्टी को सपा से बाहर का रास्ता दिखाना एक फिक्स स्क्रिप्ट है. मैंने बहुत दिनों तक तो नहीं, 7 साल टीवी की दुनिया में काम किया है. इन सबके साथ काम किया है जो आज का कार्यक्रम चला रहे थे. क्षेत्रीय चैनल से लेकर राष्ट्रीय चैनल में काम किया. अन्दर का खेल देख मन भर गया. यहाँ पत्रकारिता नहीं है, केवल चकाचौंध है.

यूपी के कैबिनेट मंत्री ने फोन पर गाली दी तो भड़क उठा दरोगा (सुनें टेप)

यूपी में जंगलराज का आलम ये है कि एक तरफ अफसर बेलगाम हैं तो दूसरी ओर मंत्री. हर कोई अपने से नीचे वाले को गरियाने, सताने में लगा है. ताजा मामला यूपी के कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा से जुड़ा है जिन्होंने फोन पर एक दरोगा को मां की गाली दे दी तो भड़के दरोगा ने पूरी शिद्दत से न सिर्फ प्रतिरोध दर्ज कराया बल्कि मंत्री जी को गाली न देने की नसीहत तक दे दी.

ईटीवी नेटवर्क का ‘न्यूज़18 असम-एनई’ चैनल लॉन्च

ईटीवी न्यूज़ नेटवर्क के नए चैनल ‘न्यूज़18 असम-नॉर्थ ईस्ट’ चैनल की लॉन्चिंग हुई. गुवाहाटी में एक भव्य कार्यक्रम में सीएम सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नागरिक उड्डयन एवं संस्कृति मंत्री महेश शर्मा, केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और ईटीवी न्यूज़ नेटवर्क हेड जगदीश चंद्र समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. भव्य रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच केक काट कर न्यूज़ 18-असम-नॉर्थ ईस्ट चैनल का आगाज़ हुआ.

साधना प्राइम न्यूज के गौरव गुप्ता ने किया उत्तराखंड में सरकारी डाक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस का खुलासा

साधना प्राइम न्यूज़ ब्यूरो हल्द्वानी के प्रभारी गौरव गुप्ता ने सरकारी डाक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस का खुलासा एक स्टिंग के जरिए किया है. इस खबर का असर ये हुआ कि जिलाधिकारी नैनीताल दीपक रावत ने साधना प्राइम न्यूज़ के सरकारी डॉक्टर और प्राइवेट इनकम के पर्दाफाश पर कहा कि पूरे मामले में होगी सीडीओ / एडीएम स्तर की जाँच होगी. सरकारी डॉक्टर की प्राइवेट प्रैक्टिस पर औचक निरीक्षण के लिए सभी उपजिलाधिकारी को होंगे निर्देश जारी.

शिवराज चौहान ने 300 पत्रकारों को तोहफ़े में दी 60 रुपये / वर्गफ़ुट ज़मीन, देखें उपकृत पत्रकारों की लिस्ट

कारवाँ पत्रिका के संवाददाता अतुल दवे और कोबरा पोस्ट पोर्टल के पत्रकार मुहम्मद हिज़बुल्लाह ने एक साथ मिलकर एक बड़ी स्टोरी की है. इस स्टोरी के जरिए उन्होंने मध्य प्रदेश में मीडिया और सत्ता के बीच नापाक रिश्ते का न सिर्फ खुलासा किया है बल्कि तीन सौ पत्रकारों का नाम भी जगजाहिर किया है जिनने शिवराज सरकार से उपकृत होकर तमाम बड़े मामलों पर चुप्पी साध ली है.

दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने पत्रकार विनोद बंसल को अरेस्ट किया

पत्रकार 1 लाख में बेचता था दिल्ली विधानसभा का स्टीकर

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक पत्रकार और दिल्ली विधानसभा के सेक्रेटरी का ड्राइवर गिरफ्तार किया है। इनके पास से दिल्ली विधानसभा के कई स्टीकर, CM ऑफिस की फाइलें, विधानसभा के पास और चोरी की कार बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि ये दिल्ली विधानसभा के स्टिकर को 50 लाख से एक लाख रुपए में बेचते थे और खुद भी चोरी की गाड़ी पर विधानसभा के स्टीकर लगाकर घूमते थे।

आजतक और न्यूज नेशन के दलाल पत्रकार गिरीश नागर पर लाखों की ठगी का आरोप

बूंदी में लगातार पत्रकारिता का स्तर गिरता जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में 5 से अधिक पत्रकार चौथवसूली करने तथा आम जन के साथ लाखों की ठगी करने के मामले में जेल की हवा खा चुके हैं. आज बूंदी में एक बार फिर आज तक, न्यूज़ नेशन और राजस्थान से संचालित फर्स्ट इंडिया न्यूज़ का एक रिपोर्टर गिरीश नागर विवादों में है. इस बार आरोपी गिरीश नागर के खिलाफ सदर थाना पुलिस ने अवैध चिटफंड कंपनी का संचालन करने के आरोप में मामला दर्ज किया है.

डीएवीपी की नई विज्ञापन नीति दो माह के लिए स्थगित होने की चर्चा

नई दिल्ली : ऑल इंडिया स्माल एण्ड मिडियम न्यूज पेपर्स फेडरेशन के प्रतिनिधि मण्डल ने नई दिल्ली में भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष, सचिव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं महानिदेशक विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय से मिलकर विज्ञापन नीति 2016 में संशोधन करने के बाबत ज्ञापन दिया। इसके फलस्वरूप विज्ञापन नीति 2016 को 31 दिसम्बर, 2016 तक स्थगित कर दिया गया है। ऐसी जानकारी फेडरेशन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।

नई विज्ञापन नीति के खिलाफ छोटे अखबार मालिकों और मीडियाकर्मियों ने किया आंदोलन का ऐलान, 28 जून को जंतर-मंतर पहुंचें

Appeal To Join Us – Against DAVP New Policies Harming Small & Medium Newspapers – 28 June 2016 – 10 AM

DAVP की दमन कारी नीतियों के ख़िलाफ़ सभी अख़बार मालिकों, मुद्रक, प्रकाशकों, संवाददाताओं एवं पत्रकार बन्धुओ से अनुरोध है कि इस संकट की घड़ी मे हमे एक जुट होना है और 28 जून को जंतर मंतर धरना स्थल पर पहुंच कर सरकार को बताना है कि अख़बार कभी छोटा या बड़ा नहीं होता। अख़बार अख़बार होता है। हम क्योंकि एक नहीं हैं, इसलिए इसका फायदा सरकार उठा रही है। हमने अपने आप को लघु और मध्यम की श्रेणी मे बांटने के साथ साथ अलग अलग समूहों मे बाँट लिया है।

भड़ास पर खबर आने के बाद हाथरस के मीडियाकर्मियों में जबरदस्त हलचल

कल तक जो भयातुर थे, आज वो निर्भीक हैं। एसपी हाथरस अजय भईया का हाथ आज उनके सर पर और साथ जो है। आज उनकी समझ में यह बात गहरे पैंठ गयी है कि – राजकक्ष में हुआ अपमान और मिली प्रताड़नाएं अपमान नहीं होतीं। अब उन्हें यह बात कचोट रही है कि राजकक्ष में मिली प्रताड़नाओं और हुए अपमान को उन्होंने अपने साथियों के बीच साझा क्यों कीं? न साझा की होती न वो बातें वातावरण में अवतरित और सार्वजनिक होती।

प्रेस कांफ्रेंस कर रहे ‘आप’ विधायक को मीडिया के सामने से उठा ले गई दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली : संगम विहार से आम आदमी पार्टी के विधायक दिनेश मोहनिया को पुलिस नाटकीय अंदाज में उठाकर अपने साथ ले गई. जिस समय दिनेश मोहनिया प्रेसकांफ्रेंस कर रहे थे, दिल्ली पुलिस के अधिकारी वहां आए और उन्हें जबरन खींचते हुए अपने साथ ले गए. मौके पर मीडिया के कैमरे थे और अफरातफरी की स्थिति मच गई थी. पुलिस मौके पर पूरी तैयारी के साथ आई थी. पुलिस अधिकारियों ने कोई भी बयान नहीं दिया. विधायक यही कहते रहे कि पुलिस यह ज्यादती कर रही है. उन्हें गिरफ्तारी या थाने में पेश होने का कोई नोटिस आदि नहीं दिया गया था. दिल्ली के संगम विहार से आम आदमी पार्टी के विधायक दिनेश मोहनिया पर नया आरोप लगा है. इस बार एक बुजुर्ग ने थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है.

कुमार सौवीर विस्तार से बता रहे हैं कि जयपुर में हेमंत तिवारी के साथ हुआ क्या था

अपना ही कीर्तिमान तोड़ दिया हेमन्त तिवारी ने, इस बार जयपुर के पिंक-सिटी प्रेस क्लब में कूटे गये : बिना इजाजत के लिए घुस गये जयपुर के प्रतिष्ठित प्रेस क्लब में : मना करने के बावजूद देर रात तक दारू पीकर किया खूब हंगामा, दी गालियां : मना करने पर की नंगी गालियों की बौछार, नहीं माने तो लोगों ने कर दी कुटम्मस : कल्याण सिंह से अपने अधिवेशन से समय न मिल पाने से खीझे थे हेमन्त :

कुमार सौवीर

समाचार प्लस राजस्थान चैनल का शटर डाउन, यूपी-यूके चैनल भी चुनाव तक चलने के आसार!

एक बड़ी चर्चा टीवी जगत से आ रही है. खबर है कि समाचार प्लस, राजस्थान का शटर डाउन किया जा रहा है. तीस जून आखिरी वर्किंग डे होगा. इसके बाद यह चैनल नाम मात्र को रहेगा यानि केवल प्रतीकात्मक तौर पर दिखेगा. चर्चा तो यह भी है कि समाचार प्लस यूपी उत्तराखंड भी बस विधानसभा चुनावों तक का मेहमान है. कारण बताया जा रहा है कि चैनल को संचालित करने वाली कंपनी घाटे में चल रही है और फाइनेंसर ने आगे समाचार प्लस के साथ बिजनेस करने से मना कर दिया है.

प्रभात खबर के एमडी केके गोयनका समेत कई निदेशकों के खिलाफ 7.50 करोड़ के मजीठिया वेज बोर्ड बकाए का केस दर्ज

एक बड़ी खबर झारखंड के देवघर से आ रही है.  देवघर के श्रम अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने प्रभात खबर देवघर यूनिट के तत्कालीन यूनिट मैनेजर पंकज कुमार, अखबार मैनेजिंग डायरेक्टर के. के. गोयनका सहित अन्य पांच निदेशकों के खिलाफ सर्टिफिकेट केस देवघर में दर्ज कराया है. झारखण्ड में अब तक का यह मजीठिया वेज बोर्ड का पहला और बड़ा मामला है, ऐसा श्री सिंह का कहना है. श्रम आयुक्त के निर्देशानुसार की गई यह कार्यवाही पूरी तरह से क़ानूनी पक्षों को ध्यान में रख कर किया गया है.

मां के मरने की खुशी मना रहे हैं सुब्रत रॉय! (देखें तस्वीरें)

Celebrations of parole on Mother’s supposed natural death…

How cruel.

Plz see these pics and guess whether he is in remorse or Happy that mother’s death got him Parole…

अलका सक्सेना के आते ही दिनेश श्रीनेत ने दिया अमर उजाला डिजिटल के संपादक पद से इस्तीफा

अमर उजाला डाट काम लगातार उथल पुथल का शिकार बना हुआ है. जिंदगी भर टीवी में काम करने वालीं अलका सक्सेना को अमर उजाला डाट काम का एडिटर बनाकर लाया गया तो संपादक पद पर काम देख रहे दिनेश श्रीनेत ने इस्तीफा दे दिया. सूत्रों के मुताबिक टाइम्स इंटरनेट से आए सेल्स के कुछ लोग अमर उजाला डाट काम पर पूरी तरह काबिज होना चाहते हैं इसलिए पहले विनोद वर्मा, फिर दिनेश श्रीनेत का परेशान किया जाता रहा. उपर से अलका सक्सेना को संपादक बनाकर ला दिया गया है.

हेमंत तिवारी के साथ उस रात पिंक सिटी प्रेस क्लब में हुआ क्या था?

सत्ताधारियों से चिपकने और आम पत्रकारों को झिड़कने के लिए कुख्यात लखनवी पत्रकार हेमंत तिवारी को लेकर एक ह्वाट्सएप मैसेज तेजी से घूम रहा है. इसमें जो लिखा है आप पढ़िए और पता करिए कि उस रात वाकई हुआ क्या था… हालांकि ऐसी हरकतें और घटनाएं हेमंत के लिए आम है….

रसूल को मुहम्मद लिखने पर लखनऊ नदवा के एक मौलाना ने मुझे जान से मारने की धमकी दी थी :

Tabish Siddiqui : अमजद साबरी, पाकिस्तान के क़व्वाल, जिनकी कल गोली मार कर ह्त्या कर दी गयी थी, उन पर पहले से एक ईशनिंदा का केस चल रहा था.. ईशनिंदा इस वजह से उन पर लगाई गयी थी क्यूँ कि उन्होंने पाकिस्तान के Geo टीवी पर सुबह के वक़्त आने वाले एक प्रोग्राम में क़व्वाली गायी.. और उस क़व्वाली में पैग़म्बर मुहम्मद के चचेरे भाई अली और बेटी फ़ातिमा की शादी का ज़िक्र था.. ज़िक्र कुछ ज़्यादा डिटेल में था जो कि मौलानाओं को पसंद नहीं आया.. और Geo टीवी समेत अमजद साबरी पर ईशनिंदा का मुक़दमा कर दिया गया.. और फिर एक आशिक़-ए-रसूल ने अदालत से पहले अपना फैसला दे दिया क्यूंकि उनके हिसाब से ईशनिंदा की सज़ा सिर्फ मौत थी जो पाकिस्तान की अदालत शायद ही देती एक क़व्वाली के लिए किसी को…

नई विज्ञापन नीति पर लखनऊ में गृहमंत्री राजनाथ से मिलकर संपादकों और पत्रकारों ने जताया विरोध

पीएम को संबोधित 5 सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा 

लखनऊ : डीएवीपी द्वारा जारी 2016 की नई विज्ञापन नीति को लेकर प्रदेश के विभिन्न जिले से आये आक्रोशित समाचार पत्र संचालक, पत्रकार 21 जून को केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह से उनके आवास 4 कालिदास मार्ग पर मिलने पहुंचे तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्देश से जारी हुई 2016 की नई नीति को लेकर कड़ा विरोध जताते हुए इसे स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति पर कुठाराघात बताया. आक्रोशित पत्रकारों ने प्रधानमंत्री को संबोधित 5 पांच सूत्रीय ज्ञापन भी केंद्रीय गृहमंत्री को सौंपा. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले पर गंभीरता पूर्वक विचार किये जाने का आश्वासन देते हुए अखबार संचालकों व पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल को 28 जून को दिल्ली बुलाया है.

‘गहरी खोज’ में प्रकाशित खबर को 19 दिन बाद टाइम्स आफ इंडिया ने कॉपी किया

एक माह पूर्व अहमदाबाद से पत्रकारिता की दुनिया में नई शुरुआत करने वाले खोजी पत्रकारिता पर आधारित अखबार ‘गहरी खोज’ की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। लंबे समय से अहमदाबाद में काबिज बड़े बड़े अखबार इसकी खबरों को कॉपी कर रहे हैं।

यूपी में जंगलराज : एबीपी न्यूज के पत्रकार को बाराबंकी पुलिस ने पीटा (देखें वीडियो)

खाकी की दबंगई का शिकार बना पत्रकार…. शहर कोतवाल, दरोगा और छह सिपाहियों ने पत्रकार को जमकर पीटा… दबंगई का वीडियो मोबाइल में हुआ कैद

जबसे सूबे में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी है तबसे आए दिन पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं| कुछ ऐसा ही ताज़ा मामला आया है उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद से| यहां के इलेक्ट्रानिक मीडिया के एक पत्रकार के साथ बाराबंकी पुलिस ने सिर्फ बदतमीज़ी ही नहीं की बल्कि जमकर पिटाई भी की| पत्रकार से हुई पिटाई और अभद्रता के बाद जिले के सभी पत्रकारों ने एक स्वर में विरोध प्रदर्शन किया| जिलाधिकारी से मिलकर जनपद के पत्रकारों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है|

दीपक गंभीर बने ईटीवी जबलपुर के ब्यूरो चीफ

पता चला है कि कई न्यूज चैनलों में काम कर चुके पत्रकार दीपक गंभीर ने ईटीवी मध्य प्रदेश के अधीन जबलपुर ब्यूरो में नए ब्यूरो चीफ के रूप में नई पारी की शुरुआत की है. वे टोटल टीवी, पी7न्यूज आदि चैनलों में कार्यरत रहे हैं. दीपक इलाहाबाद में भी टीवी पत्रकारिता कर चुके हैं और …

यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार और झारखंड में ईटीवी लगातार बना हुआ है नंबर वन

24वें हफ्ते की बार्क की टीआरपी में रीजनल न्यूज चैनलों की बात करें तो ईटीवी का जलवा लगातार कायम है. चाहें राजस्थान हो या यूपी या फिर उत्तराखंड, बिहार हो या झारखंड, हर जगह ईटीवी नंबर वन पर है. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की बात करें तो ईटीवी नंबर वन पर है जबकि न्यूज स्टेट नंबर दो पर है.

न्यूज नेशन को सर्वाधिक चपत, इंडिया टीवी फिर तेजी से आगे बढ़ रहा

24वें हफ्ते की टीआरपी में नेशनल हिंदी न्यूज चैनलों में आजतक भले ही नंबर एक हो लेकिन इंडिया टीवी जिस रफ्तार से बढ़ रहा है उससे खतरे की घंटी बज चुकी है. आजतक और इंडिया टीवी के बीच फासला काफी कम रह गया है. उधर न्यूज नेशन ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला है और इंडिया न्यूज के नीचे आने को मजबूर हो गया है. सबसे ज्यादा टीआरपी अगर किसी चैनल की बढ़ी है तो वह है एबीपी न्यूज. यह चैनल नंबर तीन पर बना हुआ है. जी न्यूज तरक्की पर है लेकिन अब भी इंडिया न्यूज और न्यूज नेशन से पीछे है. देखिए 24वें हफ्ते की टीआरपी…

New Print Media Advertisement Policy के खिलाफ IFWJ ने भेजा सरकार को पत्र

To
The Minister,
Information and Broadcasting
Government of India,
Shastri Bhawan,
New Delhi – 110001

Sub.: Representation of the IFWJ against the new Print Media Advertisement Policy of the Government of India – 2016.

Sir,

ओम प्रकाश सिंह राजभाषा समिति के सदस्य बने

मुंबई : सामाजिक कार्यकर्ता ओम प्रकाश सिंह को केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग का सदस्य नियुक्त किया गया है। श्री सिंह की नियुक्ति केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश पर की गई है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के मुंबई अध्यक्ष श्री सिंह ने अपनी नियुक्ति पर कहा कि वे केंद्रीय कार्यालयों में हिंदी में कामकाज को बढ़ावा देने के लिए कार्य करेंगे।

‘उड़ता पंजाब’ लीक कराने में दिल्ली निवासी वेबसाइट संचालक दीपक को मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुंबई । फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ लीक मामले में मुंबई पुलिस ने 25 साल के एक शख्स दीपक कुमार को गिरफ्तार किया है। दीपक कुमार वेबसाइट allzmovies.in का मालिक है। हालांकि बताया जा रहा है कि दीपक का सेंसर बोर्ड से कोई लिंक नहीं है। दिलीप चौबे निर्देशित ‘उड़ता पंजाब’ की पिछले हफ्ते सिनेमाघरों में रिलीज होने से 2 दिनों पहले अवैध तरीके से ऑनलाइन लीक कर दी गई थी। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी दीपक कुमार को मुंबई पुलिस के साइबर सेल में तलब किया गया, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जांच करने वाले अधिकारियों ने पाया है कि सेंसर बोर्ड की मूल कॉपी ‘चोरी’ हुई और इसके बाद वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई।

यूपी में जंगलराज : यादव विधायक के कहने पर यादव कोतवाल ने टीवी पत्रकार को जमकर पीटा

बाराबंकी। प्रदेश में आए दिन पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं। ताजा मामला बाराबंकी जनपद से है, जहां इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काम कर रहे एक पत्रकार के साथ बाराबंकी पुलिस ने सिर्फ बदतमीज़ी ही नहीं की, बल्कि उसकी जमकर पिटाई भी की। जिले के सभी पत्रकारों ने एक स्वर में विरोध-प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी से मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। नगर कोतवाली इलाके के बंकी कस्बे के रहने वाले व बाराबंकी में एक नेशनल हिन्दी न्यूज चैनल के पत्रकार सतीश कश्यप का अपने पड़ोसी अतुल यादव से मामूली वाद-विवाद चल रहा था। अतुल यादव बाराबंकी के सदर से सपा विधायक धर्मराज यादव उर्फ सुरेश यादव का बेहद करीबी माना जाता है। बुधवार को पुलिस ने पत्रकार सतीश कश्यप को नगर कोतवाली बातचीत के लिए बुलाया था।

अलका सक्सेना बनीं अमर उजाला डॉट कॉम की एडिटर

टीवी पत्रकारिता के बाद अलका सक्सेना अब डिजिटल जर्नलिज्म की ओर रुख कर चुकी हैं. वे अमर उजाला के डिजिटल वेंचर का एडिटर बनाई गई हैं. वे अखबार के मालिक मैनेजिंग डायरेक्टर राजुल महेश्वरी को रिपोर्ट करेंगी. अलका इससे पहले ‘न्यूज एक्सप्रेस’ चैनल की मैनेजिंग एडिटर थीं. वे सहारा, जी न्यूज, रविवार, संडे ऑब्जर्वर, आजतक …

GUJARAT FILES पढ़ते हुए मन में कुछ सवाल पैदा हो रहे हैं…

Anil Pandey : GUJARAT FILES पढ़ते हुए मन में कुछ सवाल पैदा हो रहे हैं… पत्रकार राणा अयूब की किताब GUJARAT FILES पढ़ते हुए मन में कुछ सवाल पैदा हो रहे हैं। पहला यह कि तकरीबन पांच साल पहले गुजरात दंगों को लेकर किया गया स्टिंग मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर किताब कि शक्ल में क्यों प्रकाशित किया गया? दूसरा, इस किताब के प्रकाशन और प्रचार प्रसार पर इतना पैसा क्यों खर्च किया जा रहा है और यह पैसा कहां से आ रहा है? इस किताब को किसी प्रकाशक ने नहीं, खुद राणा अयूब ने प्रकाशित किया है।

‘राय साहब भी कभी संघी नहीं रहे, वे नामवरजी की बहुत कद्र करते हैं’

Abhishek Srivastava : क. पता है, अगले महीने नामवरजी नब्‍बे साल के हो जाएंगे!
ख. तो इसमें खास क्‍या है भाई… बहुत लोग नब्‍बे साल के हुए और निपट गए।
क. अरे, 28 जुलाई को उनका जन्‍मदिन त्रिवेणी सभागार में इंदिरा गांधी राष्‍ट्रीय कला केंद्र की ओर से मनाया जाएगा। मामला ये है…
ख. हां, तो अच्‍छी बात है… सरकारी संस्‍था को इतने बड़े लेखक का सम्‍मान करना ही चाहिए।

अदभुत हैं मायावती!

Abhishek Upadhyay : अदभुत हैं मायावती। बिजली की तेज़ी से फैसले लेती हैं। जिससे दुश्मनी ली। उसे खुद ही ठीक कर दिया। क्या स्वामी प्रसाद मौर्या। कौन बाबू सिंह कुशवाहा। कोई आहरी-बाहरी मदद नही। कोई ईआर/पीआर फर्म नही। कोई कॉर्पोरेट लॉबिस्ट साथ नही। किसी ईके/पीके (प्रशांत किशोर) की भी ज़रूरत नही। राजनीति रिश्ते बनाने का खेल है। मैंने मायावती के तौर पर पहला ऐसा राजनीतिज्ञ देखा है जो बिगड़े रिश्तों का मुंह हमेशा उल्टा ही रखता है। कभी कोई समझौता नही। मुलायम से दुश्मनी है तो खुलकर है। क्या मजाल कि नेता जी संसद में बहन जी से आँख भी मिला लें।

सहारा समय में प्रसून शुक्ला का भी विकेट गिरा

सहारा समय में ग्रुप इनपुट एडिटर प्रसून शुक्ला को भी 16 जून 2016 को एक पत्र के माध्यम से थैंक्यू बोल दिया गया है. गौरतलब है कि उपेंद्र राय के समय आये सभी पत्रकारों को एक-एक करके सहारा समय से निकाला जा रहा है. इसके चलते डिप्टी इनपुट हेड रूबी अरुण और असाइनमेंट पर काम कर रहे राधे श्याम राय को पहले ही दरवाजा दिखा दिया गया था. इस तरह पत्रकारों की छंटनी को लेकर आम पत्रकारों में खासा रोष देखा जा रहा है.

श्याम सौंखिया का तबादला पत्रिका ने जयपुर से भीलवाड़ा कर दिया

राजस्थान पत्रिका ने जयपुर में दिल्ली डेस्क के पेज मेकर श्याम सौंखिया का तबादला भीलवाड़ा कर दिया। जूनियर डिजाइनर के पद पर कार्यरत श्याम सौंखिया को भीलवाड़ा में ज्वॉइन करने के लिए सात दिन का समय दिया गया है. श्याम सौंखिया भीलवाड़ा में ज्वॉइन करते हैं या नहीं, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है. बताया जा रहा है कि यह तबादला मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई लड़ने के के कारण पत्रिका प्रबंधन द्वारा प्रतिशोध के तहत किया गया है.

अखबारों के लिए मोदी सरकार की नई विज्ञापन नीति पढ़ कर स्तब्ध रह गया

Samar Anarya : योगा वोगा के बीच मोदी सरकार ने विज्ञापन नीति बदल कर छोटे और मझोले अख़बारों को ख़त्म करने की एक नयी कार्यवाही शुरू कर दी है. कल Aleemullah भाई ने बताया था… पूरी नीति पढ़ी तो स्तब्ध रह गया. आज राहुल सांकृत्यायन ने वेबसाइट्स के विज्ञापन पर भी यही खबर दी! इस नयी विज्ञापन नीति के तहत एक अंकीय गणित बनाया गया है जिसको पूरा करने पर ही उन्हें विज्ञापन मिलेगा. सबसे पहले तो 25 हजार प्रसार संख्या से अधिक वाले समाचार पत्रों के एबीसी और आरएनआई का प्रमाण पत्र अनिवार्य कर उसके लिए 25 अंक रखे गए हैं।

सहारा समय टीवी के ब्यूरो चीफ को बीएचयू के डॉ. कौशल किशोर मिश्र ने दी जमकर गालियां, एफआईआर दर्ज

बनारस से खबर है कि सहारा समय टीवी के ब्यूरो चीफ नीमेष राय को बीएचयू के विवादित प्रोफेसर डा. कौशल किशोर मिश्रा ने जमकर गालियां दीं. इससे नाराज पत्रकार ने भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया है. बीएचयू में राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर डा. कौशल किशोर मिश्रा अस्सीघाट स्थित पप्पू की उसी चाय की दुकान पर थे जहां सहारा समय टीवी के ब्यूरो चीफ भी थे. यहीं पर राय बन गए प्रोफेसर डा. मिश्रा का कोपभाजन.

जिम कॉर्बेट जंगल में उग्र हाथियों के पैरों तले कुचले जाने से बाल-बाल बचे पत्रकार संजय शर्मा और उनके परिजन

Sanjay Sharma : रामनगर के खूबसूरत रिजोर्ट में बैठ कर जब हमने जिम कॉर्बेट जंगल की सफारी करने की सोची तब हमे सपने में भी अंदाजा नहीं था कि यह सफारी जिंदगी के सबसे रोमांच का हिस्सा बन जाएगी. रिजोर्ट के मैनेजर ने बताया कि जंगल के मुख्य चार रास्तों की बुकिंग ऑनलाइन होती है जिसकी कीमत दो हजार रुपया होती है मगर अगले दस दिन की बुकिंग पूरी हो चुकी है. रामनगर के सहारा समय टीवी चैनल के मित्र ने भी कोशिश की मगर कामयाबी नहीं मिली. फिर थोड़ी कोशिशें और की गईं और एक ट्रेवल एजेंट 6 हजार में राजी हो गया. हम झिरना गेट से जंगल में घुसे. उससे पहले झमाझम बारिश से मौसम सुहाना हो गया था. जंगल का रास्ता पतला और काफी टूटा फूटा है.

ईटीवी उत्तराखंड के संपादक पवन लालचंद छत्तीस बरस के हुए

Pawan Lalchand : जीवन के छत्तीस बरस पूरे हुए… सैंतीसवें वर्ष में प्रवेश कर रहा हूँ… मित्रों की शुभकामनायें मोबाइल पर आने लगी हैं लगातार  बारह बजते ही… लिहाजा पहली बार लगा कि फेसबुक पर लिख दूँ अपने जन्मदिन का स्टेट्स… देर रात की पारी की कुछ खबरें निपटा रहा हूँ… बेटे को सुलाने के उपक्रम में लगी जीवनसंगिनी को दूसरे कमरे में इंतजार है कि दीवार के पार चल रही मेरी खबरों की ख़ुराफ़ात खत्म हो तो रात्रि और निद्रा का मार्गप्रशस्त करते हुए अपने आने वाले साल की कुछ ख़ुराफ़ातों का इज़हार करूँ….

जस्टिस काटजू का यह जवाब वो पत्रकार शायद ही कभी भूल पाएगा…

Khushdeep Sehgal : सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्कंडेय काटजू ‘इंदौर इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ’ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे…वहां किसी टीवी पत्रकार ने जस्टिस काटजू से सलमान ख़ान के बयान (भारी शूटिंग शेड्यूल के बाद रेप की शिकार महिला जैसा फील करता हूं) पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा… इस सवाल पर जस्टिस काटजू ने पत्रकार को ऐसा जवाब दिया जिसे वो शायद ही कभी भूल पाएगा…

कैराना का पलायन और जागरण की पत्रकारिता : इस बेवकूफी भरी रिपोर्टिंग पर ना हंसा जा सकता है ना रोया जा सकता है

Sanjaya Kumar Singh : कैराना से हिन्दुओं के कथित पलायन के आरोप और आरोप लगाने वाले सांसद, उनकी पार्टी की राजनीति के बाद अब देखिए जागरण की पत्रकारिता। “फिलहाल कलेजा थाम कर बैठा है कैराना” – शीर्षक अपनी रपट में अवनीन्द्र कमल, कैराना (शामली) लिखते हैं, “दोपहर की चिलचिलाती धूप में पानीपत रोड पर लकड़ी की गुमटी में अपने कुतुबखाने के सामने बैठे मियां मुस्तकीम मुकद्दस रमजान महीने में रोजे से हैं। पलायन प्रकरण को लेकर उनके जेहन में खदबदाहट है। चाय की चुस्कियों में रह-रहकर चिन्ताएं घुल रही हैं, मुस्तकीम की। कहते हैं मुल्क में कैराना को लेकर जैसी हलचल है, वैसी यहां नहीं। देख लीजिए। यह सब सियासतदां कर रहे हैं। चुनावी आहट है न। धार्मिक आधार पर मतों के ध्रुवीकरण के लिए कैराना को बदनाम किया जा रहा है, क्यों? दल कोई हो, बरी कोई नहीं है। नैतिकताएं रेगिस्तान हो रही हैं। हां गुंडों- अपराधियों ने यहां के माहौल को जरूर बिगाड़ा है, लेकिन अभी गनीमत है।”

यूपी में जंगलराज : जिला अस्पताल में डाक्टर को पीटा, आरोपियों को बचा रहे सत्ताधारी (देखें वीडियो)

Yashwant Singh :  ये वीडियो देखिए। यूपी में जंगलराज का नमूना। एक डॉक्टर की पिटाई। पीटने वाले यूपी सरकार के मंत्री जी और सपा नेताओं के करीबी हैं इसलिए पुलिस इनका कुछ नहीं बिगाड़ पायी। उलटे डॉक्टर साब का खून और पेशाब टेस्ट हो गया क्योंकि पीटने वालों ने आरोप लगा दिया कि डॉक्टर नशे में था, इसलिए पीटना पड़ा। जांच रिपोर्ट नार्मल आई यानि डॉक्टर नशे में नहीं था। उधर डॉक्टर cctv फुटेज दिखा कर कह रहा है कि पहले इन अपराधियों को तो पकड़ो। लेकिन पूरा पुलिस प्रशासन डॉक्टर का खून मल मूत्र निकालने में जुटा रहा।

5 जुलाई से पहले अखबार मालिक करेंगे मजीठिया के लिए लड़ रहे मीडियाकर्मियों से समझौता वार्ता!

जयपुर। मजीठिया मामले की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे ही अखबार मालिकों के दिल की धक-धक भी बढ़ती जा रही है। सूत्रों का कहना है कि दैनिक भास्कर और राजस्थान पत्रिका के मालिक अपने लीगल डिपार्टमेंट में कार्यरत कर्मचारियों से सुप्रीम कोर्ट की हर सुनवाई के बाद यह पूछते रहते हैं कि अब क्या होगा। सूत्रों का कहना है कि लीगल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों ने भी अखबार मालिकों को साफ कह दिया है कि फैसला तो कर्मचारियों के पक्ष में ही आएगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट में अखबार मालिकों की पैरवी कर रहे वकीलों ने भी अखबार मालिकों को संकेत दे दिए हैं कि उन्हें जितना समय मिलना था, मिल गया। अब उनका समय खत्म हुआ, अब बारी सुप्रीम कोर्ट की है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा को बोला बॉय, सपा सरकार में बनेंगे कैबिनेट मंत्री

स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा से न सिर्फ नाता तोड़ लिया है बल्कि समाजवादी पार्टी में शामिल होकर जल्द कैबिनेट मंत्री पद भी हासिल कर लेंगे. साथ ही उन्होंने मायावती पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया है. बसपा यूपी में सत्ता पाने के सपने देख रही है लेकिन बसपा के महासचिव तथा नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी से नाता तोड़ कर बड़ा झटका दे दिया है. विधानसभा में नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर बसपा पर विधानसभा चुनाव 2017 के लिए टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया.

सपा आलाकमान ने अखिलेश और शिवपाल में विवाद की खबरें पेड मीडिया में जानबूझ कर प्रायोजित कराई हैं!

Sneh Madhur : मीडिया चीख-चीखकर कह रहा है कि उत्तर प्रदेश में मंगलवार को बलराम यादव को मंत्री पद से इसलिए हटा दिया गया क्योंकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पसंद नहीं था कि माफिया छवि वाले नेता मुख्तार अंसारी का परिवार समाजवादी पार्टी में शामिल हों. अखिलेश यादव की कोशिश है कि उनकी खुद की छवि यादव परिवार के अन्य सदस्यों से अलग नज़र आये. कहा जा रहा है कि बलराम यादव ने मुख्तार एंड फॅमिली को सपा में शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी इसलिए उनको जप लिया गया.

यूपी के दिवंगत पत्रकार आनंदराज सिंह और सुरेंद्र सिंह के परिजनों को सीएम अखिलेश यादव ने दिए दिए बीस-बीस लाख रुपये

लखनऊ : हाल ही में दिवंगत हुए पत्रकारों को प्रदेश सरकार ने आर्थिक मदद प्रदान की है. आज बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिवंगत पत्रकार आनंदराज सिंह व सुरेंद्र सिंह के परिजनों को २०-२० लाख रुपये का चेक सौंपा. मुख्यमंत्री ने दिवंगत पत्रकार आनंदराज सिंह व सुरेंद्र सिंह के परिवारों को आर्थिक सहायता देते हुए भविष्य में उनकी हरसंभव मदद का वादा किया. आनंदराज सिंह व सुरेंद्र सिंह का बीते दिनों बीमारी के बाद निधन हुआ था.

साहित्यकार सतीश जमाली नहीं रहे

हिंदी के महत्वपूर्ण कथाकार और ‘कहानी’ तथा ‘नयी कहानियाँ’ पत्रिका के सम्पादन से सम्बद्ध रहे श्री सतीश जमाली के निधन की सूचना अत्यंत दुखद है. इन दिनों कानपुर में रह रहे सतीश जमाली कुछ दिन पहले अपने पुश्तैनी शहर पठानकोट गए थे जहां बताते हैं कि ठोकर लगने से उन्हें चोट आयी थी और नाक से खून आने लगा था. दिल्ली लाकर एम्स में उन्हें भरती कराया गया. यहाँ वे कुछ दिन कोमा में रहे, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया न जा सका.

सलमान खान पर सवाल पूछने वाले टीवी पत्रकार को जस्टिस काटजू ने जमकर हड़काया

जस्टिस मार्कंडेय काटजू इंदौर गए हुए थे. इंदौर इंस्टीट्यूट आफ लॉ में उनका कार्यक्रम था. वहां एक पत्रकार माइक कैमरा लेकर आया और उनसे पूछ बैठा कि सलमान खान ने ज्यादा शूटिंग करने के बाद रेप्ड वोमेन टाइप फील करने वाला जो बयान दिया है, उस पर आपका कहना है. इतना सुनते ही जस्टिस काटजू भड़क पड़े और कहा कि तुम्हें शर्म नहीं आती कि एक एक्टर को तुम लोग हाइलाइट कर रहे हो. देश में भुखमरी से लेकर किसान आत्महत्या और महंगाई जैसे ढेरों प्रमुख सवाल हैं जिन पर बात करनी चाहिए लेकिन ज्यादातर मीडिया वाले इन जेनुइन मु्ददों को साइडलाइन कर देते हैं.

लेबर कोर्ट जयपुर ने दिया दैनिक भास्कर को करारा झटका, प्रारंभिक आपत्तियां खारिज, अब देना होगा जवाब

Sanjay Saini : जयपुर के लेबर कोर्ट ने दैनिक भास्कर जयपुर प्रबंधन को करारा झटका दिया है। दैनिक भास्कर के 21 कर्मचारियों ने अपने निलंबन को भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र (सीटू) के जरिए लेबर कोर्ट जयपुर में चुनौती दे रखी है। समझौता वार्ता खारिज होने के बाद सरकार ने रेफरेंस बना कर लेबर कोर्ट को भेजा था, जहां कर्मचारी अपना केस लड़ रहे हैं। लेबर कोर्ट ने दैनिक भास्कर प्रबंधन को नोटिस जारी किया था। कई महीनों तक भास्कर प्रबंधन ने जवाब ही नहीं दिया।

रमेश अवस्थी सहारा समय यूपी यूके के चैनल हेड बने, प्रबुद्ध राज की वापसी

रमेश अवस्थी को सहारा मीडिया में सहारा समय चैनल उत्तर प्रदेश उत्तराखंड का हेड बना दिया गया है. रमेश अवस्थी के पास पहले से ही नेशनल हेड सहारा न्यूज ब्यूरो का चार्ज है. उधर प्रबुद्ध राज की भी वापसी हो गई है. उन्हें सहारा समय बिहार झारखंड का चैनल हेड बनाए जाने की सूचना है. …

मजीठिया वेज बोर्ड : आप भी जानिए हिंदुस्‍तान के 16 कर्मचारियों ने प्रबंधन से समझौते में क्‍या खोया!

साथियों, हिंदुस्‍तान से एक खबर आ रही है जिसकी पुष्टि अभी पूरी तरह से नहीं हो पाई है, परंतु इसे जनहित में साझा किया जाना जरुरी लगा, जिसमें कंपनी, प्रबंधक और बिचौलिये फायदे में रहे!  खबर यह है कि मजीठिया वेजबोर्ड के अनुसार अपना एरियर मांगने वाले दिल्‍ली व एनसीआर में कार्यरत हिंदुस्‍तान के लगभग 16 साथियों ने प्रबंधन के साथ मात्र 7-8 लाख रुपये में समझौता कर लिया है। साथियों, यहां हमने 7-8 लाख रुपये के साथ मात्र लिखा है, वो इसलिए कि उन साथियों ने 14-15 लाख रुपये का दावा किया था। यानि लगभग 2 करोड़ रुपये की रकम का। ऐसे में समझौता मात्र 1 करोड़ रुपये के आसपास ही कर लिया गया।

”Zee न्यूज़ के फ़र्ज़ी रिपोर्टर ने मुझे धमकी दी, सुनें टेप”

सेवा में
श्रीमान्
संपादक भड़ास4मीडिया / ज़ी न्यूज़ /  वासिंद्र मिश्रा जी / न्यूज़ नेशन चैनल

महोदय,

मैं अजय कुमार पाण्डेय S/O श्री सुरेन्द् नाथ पाण्डेय, सलेमपुर भुलनिया, शाहगंज, जौनपुर ज़िले का मूल निवासी हूँ। Zee न्यूज़ और news nation के नाम पर जौनपुर जिले के शाहगंज में कुछ फ़र्ज़ी पत्रकार तमाम लोगो,स्टिकर, बैनर लगाकर जनता और अधिकारियो को गुमराह करते है। जो जिले में नियुक्त रिपोर्टेरो की जानकारी और उनकी फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में भी है, जहाँ वे चैनल के नाम के साथ तमाम फ़ोटो बैनर बनवाकर पोस्ट करते रहते भी है।

हाथरस में एसपी भारी पड़ रहा है मीडिया पर (देखें वीडियो)

हाथरस जिले में इन दिनों टीवी न्यूज चैनलों और समाचार पत्रों के रिपोर्टर भयातुर हैं। पिछले तीन महीनों में उनके चैनलों न्यूज़ 24, ज़ी न्यूज़, वर्ल्ड न्यूज़ इंडिया, समाचार प्लस और एपीएन न्यूज़ के अधिकारियों व समाचार पत्रों के नगर संवाद के संपादकीय विभागों से फोन प्राप्त हुए है कि अपने एसपी से जाके मिलें। सांकेतिक भाषा में निहितार्थ छुपे हुए हैं।

दो फोटोग्राफरों ने नदी में कूद कर आत्महत्या करने जा रही महिला को बचाया

सूरत में दो फोटोग्राफरों ने अदभुत काम किया है. एक महिला जब नदी में आत्महत्या करने जा रही थी तो कैमरा फेंककर ये दोनों फोटोग्राफर दौड़ पड़े महिला को बचाने. उसे न सिर्फ बचाया बल्कि उसकी काउंसलिंग करके उसे जीने के लिए प्रेरित किया. यह नेक काम किया दिव्य भास्कर के फोटोग्राफर रितेश पटेल और दैनिक संसार के फोटोग्राफर दिनेश त्रिवेदी ने. इस बारे में दैनिक जनसंसार अखबार में विस्तार से खबर छपी है जिसकी कटिंग को नीचे दिया जा रहा है.

पूंजीपतियों पर रहम, मध्यवर्ग पर सितम, ए मोदिया ये जुल्म न कर…

Yashwant Singh : आज गुस्सा आ रहा है। टैक्स टैक्स टैक्स। रेल टिकट ऑनलाइन बुक करने पर। बैंक में अकाउंट रखने पर। अकाउंट में पैसा कम रखने पर। रेस्टोरेंट में खाने पर। गूगल से पैसा कमाने पर। सर्वर की सेवा लेने पर। तीर्थ यात्रा के लिए जाने पर। UFFFFFFFF…..

माफियाओं की पहली पसन्द उत्तराखंड

उत्तराखंड में राजनीतिक हालात लगातार करवट बदल रहें हैं। पिछले दिनों की सियासी हलचल या कहें कि नाटक सबने देखा। पहले अपनी ही सरकार से विधायकों की बगावत, फिर राष्ट्रपति शासन फिर मामला कोर्ट में जाना, खरीद फरोख्त की सीडी का सामने आना और अन्त में कोर्ट के जरिये शक्ति परीक्षण में सत्ता का बरकरार रहना। इन सब बातों से उत्तराखंड की छवि खराब होने के साथ ही गर्त में जाती राजनीति की भी पोल खुली है। नेताओं की वफादारी कब बदल जाये वो खुद नहीं जानते। नेताओँ के ये नही भूलना चाहिये कि जनता सब देख रही है। वर्ष 2000 में उत्तराखंड के अस्तित्व में आने के बाद से आज 16 सालों के बाद भी उत्तराखंड में व्यापक तौर पर क्या बदला ये कहना मुश्किल है।

बुलंदशहर में यूएनआई से जुड़े अशोक कुमार गोयल, यूपी में टाइम्स नाऊ देखेंगे आमिर हक

यूपी के बुलंदशहर में समाचार एजेंसी यूएनआई का कामकाज देखने के लिए सीनियर रिपोर्टर के बतौर अशोक कुमार गोयल को नियुक्त किया गया है. गोयल लंबे समय से पत्रकारिता में हैं. 1978 में अशोक कुमार गोयल News Agency “Hindustan Samachar” के जिला संवाददाता बने. 1983 में Punjab Kesari अखबार में जिला संवाददाता के रूप में काम शुरू किया. 1984 में Nav Bharat Times के लिए सेवाएं देने की शुरुआत की. Jansatta अखबार के लिए लंबे समय तक काम किया. फिर 1988 से 2003 तक Amar Ujala के बुलंदशहर ब्यूरो चीफ रहे. 13 साल बाद गोयल फिर से मीडिया में सक्रिय हुए हैं और News Agency “UNI” के साथ नई पारी की शुरुआत की है. गोयल का फोन नंबर 9412228117 है.

जब तक बाकी पत्रकार आंदोलन करते, पीड़ित पत्रकार समझौता कर चुका था!

Uttarkashi (Uttarakhand) : देश का सीमान्‍त जिला रविवार सुबह पत्रकार की पिटाई की घटना से सहम गया। स्‍टोन क्रशर में काम करने वाले कर्मचारियों के हाथों पिटने वाले पत्रकार के समर्थन में उत्‍तरकाशी के सारे पत्रकार जुटने लगे थे। उम्‍मीद थी कि नियम कायदों को ताक पर रखकर चल रहे स्‍टोन क्रशर को बंद कराया जाएगा। इसके के लिये पत्रकार एकत्र होने लगे थे। लेकिन शाम को पता चलता है कि पिटने वाले पत्रकार ने स्‍टोन क्रशर के संचालक और कर्मियों से समझौता कर लिया। 

पासवान के प्रेस कांफ्रेंस में भाजपाइयों की मनबढ़ई, मीडियाकर्मी भड़के

रायबरेली। केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम बिलास पासवान आये तो थे रायबरेली में बीजेपी कार्यकर्ताओं से मिलने लेकिन यहां आयोजित एक प्रेसवार्ता में पासवान के बंधक बन जाने की स्थिति हो गई। कारण था मीडियाकर्मियों के साथ हुई बदसलूकी। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री रामबिलास पासवान की आईटीई गेस्ट हाउस में एक प्रेसवार्ता हुई। राज्य में आगामी चुनाव को लेकर टिकट की चाह लिये बीजेपी नेता व उनके कार्यकर्ता सबसे आगे की कुर्सियां रोक कर बैठ गये। ऐसे में प्रेसवार्ता  बीजेपी कार्यकर्ताओं की मीटिंग का रूप ले गई।

मुसलमानों ने मस्जिद के अंदर योग करके प्रतिमान कायम किया (देखें वीडियो)

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर यूपी के हाथरस जिले के गांव अल्हैपुर चुरसैन के मुलमानों ने मस्जिद के अंदर योग करके उन लोगों को आइना दिखाया है जो ओम उच्चारण और सूर्य नमस्कार का बहाना बनाकर योग को धर्म से जोड़ने का काम कर रहे हैं। साथ ही यह संदेश भी दिया है कि योग से धर्म का कोई लेना देना नहीं है और भागदौड़ की जिंदगी में शरीर की हिफाजत के लिए योग की महत्वपूर्ण भूमिका है।

मूर्ख पत्रकार अवनींद्र कमल ने मुस्तकीम को रोजे में चाय पीते हुए बताया और इसे दैनिक जागरण ने छाप दिया!

Wasim Akram Tyagi : दैनिक जागरण का एक पत्रकार अवनीन्द्र कमल कैराना पहुंचा. लौटकर अपने हिसाब से ‘बेहतरीन’ रिपोर्ताज लिखा. शीर्षक है- ”फिलहाल कलेजा थामकर बैठा है कैराना”. यह रिपोर्ताज जागरण के 20 जून के शामली संस्करण में प्रकाशित भी हो गया. अब जरा इन महोदय की लफ्फाजी देखिये…

ब्रजेश शहडोल और मंतोष पत्रिका छिंदवाड़ा के संपादक

पत्रिका प्रबंधन ने ब्रजेश कुमार तिवारी को शहडोल और मंतोष कुमार सिंह को छिंदवाड़ा संस्करण का संपादकीय प्रभारी बनाया है। दोनों स्थानीय संपादकों (आरई) का प्रिंट लाइन में नाम जाने लगा है। ब्रजेश काफी समय से शहडोल में संपादक की जिम्मेदारी निभा रहे थे, लेकिन प्रिंट लाइन में नाम नहीं जा रहा था। हरमिंदर लूथरा …

गुजरात समाचार और प्रातःकाल अखबारों का मजीठिया जांच टीम ने किया दौरा

महाराष्ट्र के श्रमायुक्त श्री केरूरे ने राज्य के प्रमुख श्रम अधिकारीयों की बैठक आयोजित की और कहा कि जल्द सर्वे पूरा करके इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की जाएगी। वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक भुगतान न करने वाले अख़बारों के मैनेजमेंट के खिलाफ कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट ही तय करेगा। उधर पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन भत्ते तथा प्रमोशन से जुड़े मजीठिया वेज बोर्ड मामले में  महाराष्ट्र के श्रम आयुक्त कार्यालय की मजीठिया जाँच टीम ने गुजराती दैनिक गुजरात समाचार और हिंदी दैनिक प्रातःकाल के कार्यालय पहुंच कर कागजातों की जांच पड़ताल की।

आई-नेक्स्ट में वरुण राय का तबादला और राम बाबू का निष्कासन, दैनिक जागरण रांची में किशोर झा का आतंक

आई-नेक्स्ट पटना में डेस्क इंचार्ज रहे वरुण राय का ट्रांसफर आई-नेक्स्ट गोरखपुर के लिए कर दिया गया है. वरुण गोरखपुर में डेस्क इंचार्ज की भूमिका में आ चुके हैं. वहीं गोरखपुर में एडिटोरियल इंचार्ज दीपक मिश्रा और सीनियर लेआउट डिजायनर ने मिलकर असिस्टेंट डिजायनर राम बाबू को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. बताया जा रहा है कि राम बाबू के पिता की तबीयत बहुत खराब थी. वो छुट्टी पर गए थे. वापस आए तो उनको एडिटोरियल इंचार्ज दीपक मिश्रा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया.

Story of a Father who lost his 10 year Child Yash arora in Medanta The Medicity

Sir,

i am Pankaj arora from Rudrapur Uttrakhand father of victim (Master Yash Arora age 10year) who died due to negligence in Medanta The Medicity & who had provided subsidized treatment by recomandation of ex CM Haryana Hon B.S. Hudda due to my week financeal condition conceqence of the accused provided sub standard post liver transplant care to my child i.e …

गलती आउटलुक ने की है, बदनाम मुझे कर रहा है : अनिल पांडेय

Anil Pandey : पिछले दिनों आउटलुक पत्रिका में छपे एक इंटरव्यू पर विवाद गहराया है। आउटलुक ने दावा किया कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय का यह पहला इंटरव्यू है। रामबहादुर राय ने इस मसले पर यथावत पत्रिका के अपने अनायास स्तंभ में विस्तार से पूरे घटनाक्रम की चर्चा की है। अब जो सवाल उठ रहे हैं, उससे आउटलुक पीछे हट रहा है। चुप है। आखिर क्यों?

विराट कोहली देश के हीरो तो पीआर श्रीजेश क्यों नहीं?

Khushdeep Sehgal : शुक्रवार रात को अधिकतर भारतीय सो रहे थे, उस वक्त भारतीय हॉकी टीम दुनिया की सबसे श्रेष्ठ टीम ऑस्ट्रेलिया से लंदन में चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में लोहा ले रही थी…चैंपियंस ट्रॉफी के 38 साल के इतिहास में ये पहली बार हुआ कि भारत ने फाइनल में जगह बनाई…दोनों हॉफ में कोई टीम गोल नहीं कर सकी…इस दौरान ऑस्ट्रेलिया को कई पेनल्टी कॉर्नर के साथ पेनल्टी स्ट्रोक भी मिले लेकिन भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने उनकी एक नहीं चलने दी…आखिरकार पेनल्टी शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया भारत को 3-1 से हराकर 14वीं बार इस टूर्नामेंट का चैंपियन बना…भारत ने पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का सिल्वर मेडल अपने नाम किया…अभी तक इस टूर्नामेंट में भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि 1982 में रही थी जब उसने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था…

मोदी जी के गुजरात में मजीठिया वेज बोर्ड मामले में हालात अत्यंत खराब

गुजरात के श्रम और रोजगार मंत्री विजय रुपाणी के पास फाईल पर साईन करने का टाईम नहीं

नरेन्द्र मोदी के राज्य गुजरात में माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को अमल में लाने के लिये अधिकारियों को पॉवर देने संबंधित एक फाईल पर साईन करने के लिये श्रम और रोजगार मंत्री विजय रुपाणी  के पास टाईम नहीं है। यूं भी कह सकते हैं कि अखबार मालिकों के खिलाफ कारवाई करने से मंत्री महोदय का हाथ कांप रहा है। गुजरात के वरिष्ठ पत्रकार यास्मीन व्यास ने इस बात की जानकारी मेल करके दी है। यह मामला सीधे सीधे यह सोचने को मजबूर करता है कि आखिर इसमें कहीं दिल्ली की केंद्र सरकार के माननीय मंत्री महोदय का निर्देश तो नहीं मिला हुआ है!

मजीठिया केस लड़ रहे सभी साथी अपने केस की स्थिति श्रमायुक्तों तक पहुंचाएं

साथियों, जैसा कि आप सभी को पता है कि 14 मार्च 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि मजीठिया वेजबोर्ड के लाभ प्राप्‍त करने की अभिलाषा रखने वालों और उनके उत्‍पीड़न व बर्खास्‍तगी के मामलों में सभी राज्‍यों के श्रमायुक्‍तों रिपोर्ट दें। हममें से कइयों ने मजीठिया को लेकर रिकवरी लगा रखी है या अपनी बर्खास्‍तगी या उत्‍पीड़न को लेकर उपश्रमायुक्‍त से लेकर विभिन्‍न अदालतों में लड़ाई लड़ रहे हैं।

मैसूर विश्‍वविद्यालय के पत्रका‍रिता विभाग में प्रोफेसर बीपी महेश चंद्र गुरू गिरफ्तार

कर्नाटक पुलिस ने मैसूर विश्‍वविद्यालय के पत्रका‍रिता विभाग में प्रोफेसर व फूले-आम्‍बेडकरवादी लेखक बीपी महेश चंद्र गुरू को गिरफ्तार कर लिया है। प्रोफेसर गुरू ने पिछले दिनों अपने विश्‍वविद्यालय में रोहित वेमूला को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मानव संसाधन मंत्री स्‍मृति इरानी पर कठोर टिप्‍पणियां की थी तथा कथित तौर पर भगवान राम का अपमान किया था। प्रोफेसर गुरू ने पिछले साल साथी कन्‍नड लेखकों के साथ मिलकर मैसूर में महिषासुर दिवस का आयोजन किया था, जिसकी व्‍यापक चर्चा कन्‍नड मीडिया में हुई थी। उसी समय से प्रो. गुरू सरकार के निशाने पर थे।

एफबी पोस्ट पर बिहार के पत्रकार दिनेश को मिली जान से मारने की धमकी

बिहार में एक बार फिर से पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी गई है. जाने-माने पत्रकार और राजनैतिक विश्लेषक, चिंतक दिनेश सिंह को अपराधियों ने जान से मारने की धमकी दी है. दिनेश सिंह को जान से मारने की धमकी यह कहकर मिली कि मुंगेर पहुंचते ही उन्हें जान से मार दिया जायेगा. दिनेश को ये धमकी मोबाइल नंबर 9504376600 से मिली. दिनेश सिंह को धमकी मिलने की खबर से राजनैतिक गलियारे और पत्रकारिता जगत में हंगामा मच गया है.

आवारा पूंजी प्रायोजित साहित्य मेलों में सत्यानंद, विनीत, पुरुषोत्तम, राहुल जैसों का दौड़ पड़ना

Abhishek Srivastava : आवारा पूंजी प्रायोजित साहित्‍य मेलों की सूची में दो साल पहले जुड़े Kalinga Literary Festival ने इस बार सुब्रमण्‍यम स्‍वामी के उस बयान के कारण ध्‍यान खींचा है कि साहित्‍य को वामपंथ से मुक्‍त होना चाहिए। इस बयान को यदि आप किसी लोकतांत्रिक विमर्श का हिस्‍सा मान रहे हैं तो गलती कर रहे हैं। ज़रा इस आयोजन के आयोजकों पर भी निगाह डाल लें। सारे मौसेरे भाई एक साथ यहां उपस्थित हैं।

‘उड़ता पंजाब’ में किरदारों और गल्‍प के नकलीपन ने गंदगी मचाई, ‘धनक’ एक अफ़सोस बन कर रह गई

Abhishek Srivastava : कोई ज़रूरी नहीं कि हर फिल्‍म यथार्थवादी हो, बल्कि मैं तो कहता हूं कि कोई भी फिक्‍शन यथार्थवादी क्‍यों हो। गल्‍प, गल्‍प है। बस, गल्‍प को बरतने की तमीज़ हो तो बेहतर है वरना गंदगी मच जाती है। कभी-कभार यह तमीज़ होते हुए भी जब रचनात्‍मक उड़ान पर बंदिश लगाई जाती है तो रचना अफ़सोस बनकर रह जाती है। Udta Punjab में किरदारों और गल्‍प के नकलीपन ने गंदगी मचाई है, तो नागेश कुकनूर खुलकर नहीं खेल पाए हैं इसलिए Dhanak एक अफ़सोस बन कर रह गई है।

अरविंद केजरीवाल ने अरनब गोस्वामी को मोदी का चमचा कह दिया

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टाइम्स नाऊ के एडिटर इन चीफ अरनब गोस्वामी को मोदी का चमचा करार दिया. दरअसल भाजपा नेता और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान को राष्ट्रीय फैशन टैक्नालॉजी संस्थान (निफ़्ट) का नया निदेशक बनाए जाने पर अरविंद ने ट्वीटर पर चुटकी ली और एक ट्वीट में कहा, “मोदी जी ने भी चुन-चुन के चमचों की फ़ौज जमा की है। गजेंद्र चौहान, चेतन चौहान, पहलाज निहलानी, अरणब गोस्वामी और स्मृति इरानी।”

हरियाणा के मंत्री ने समर्थकों के साथ मिलकर पत्रकार को पीटा

कुरुक्षेत्र: हरियाणा की भाजपा सरकार में राज्य मंत्री कृष्ण बेदी ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर एक टीवी पत्रकार को पीट दिया. विवादों में रहने वाले मंत्री कृष्ण बेदी कुरुक्षेत्र के पिहोवा में ब्लॉक समिति की बैठक के दौरान इनेलो के मौजूदा विधायक जसविंदर सिंह संधू से उलझ गए. इस नोकझोंक को एक टीवी पत्रकार अपने कैमरे में कैद कर रहा था. इसे देख मंत्री जी भड़क गए और उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिल कर पत्रकार को पीटा.

हाथ फंसने से महिला एंकर की स्कर्ट उठ गई उपर, दिख गया अंत:वस्त्र (देखें वीडियो)

फाक्स न्यूज चैनल की एक महिला एंकर ने गलती से खुद की स्कर्ट को ऊपर उठा दिया जिससे उसके अंडरगारमेंट्स दिखने लगे. यह सब कुछ लाइव हुआ जिसके कारण हजारों लोगों ने इसे देखा. घटना अर्जेन्टीनियन एंकर एलिना मोइन के साथ हुई. एलिना टीवी पर रियो ओलंपिक के बारें में एक मेहमान से चर्चा कर रहीं थी. एलिना ने ढीली-ढाली पोशाक पहन रखा था. वो अपने हाथ को चेहरे तक ले जा रहीं थी तभी ये पोशाक उनके हाथ में फंसकर ऊपर उठ गयी जिससे उनके अंत:वस्त्र दिखाई देने लगे.

एस्सार टेप ने साफ कर दिया है कि देश को नेता नहीं बल्कि बड़े बनिए चलाते हैं (जानिए किसने किससे क्या बातचीत की)

नरेंद्र मोदी क्यों हैं चुप…. केजरीवाल की बोलती क्यों है बंद….

एस्सार समूह की तरफ से देश के प्रमुख कारोबारियों, अफसरों और नेताओं की बातचीत को रिकॉर्ड कराने के मामले में हंगामा नहीं दिख रहा है. नीरा राडिया टेप मामले में काफी हंगामा हुआ था. एस्सार फोन रिकॉर्डिंग (2001 से 2006 के बीच) राडिया टेप से पहले की है और ये रिकॉर्डिंग राडिया टेप से कम विस्फोटक नहीं है. राडिया टेप मामले में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और प्रशांत भूषण ने पत्रकार वार्ता करके सार्वजनिक तौर पर टेप की कुछ क्लिपिंग सुनाई थी और कहा था कि टेप से राजनीति और कार्पोरेट के बीच का भ्रष्टाचार उजागर हो गया है. इन लोगों ने मुकेश अंबानी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.

गलत खबर लिखने पर दैनिक जागरण के एक और पत्रकार की नौकरी केजरीवाल ने ले ली!

लगता है दैनिक जागरण के मुख्य संपादक और सीईओ अरविंद केजरीवाल हो गए हैं. यही कारण है कि आजकल दैनिक जागरण के पत्रकारों की छुट्टी खुद केजरीवाल की नजर तिरछी होते ही कर दी जा रही है. दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो में कार्यरत पत्रकार राजकिशोर को आड-इवन पर केजरीवाल की आलोचना करने वाला ट्वीट उस समय महंगा पड़ गया जब केजरीवाल ने ऐसी घटिया टिप्पणी लिखे जाने पर नाराजगी जताई और दैनिक जागरण का विज्ञापन बंद कर दिया. पैसे के लिए जीने मरने वाले दैनिक जागरण के मालिकान ने फौरन राजकिशोर को नौकरी से निकाल दिया. यही प्रकरण अब फिर दुहराया गया है लेकिन थोड़े हेर फेर के साथ.

दैनिक भास्कर के आफिस में घुसकर ब्यूरो चीफ को पीटने वाले पुलिसकर्मी सस्पेंड

बोकारो : सिटी सेंटर स्थित पावर मोटर शो-रूम के ऊपर स्थित दैनिक भास्कर अखबार के कार्यालय में घुस कर सेक्टर चार थाना के कुछ पुलिस अधिकारियों व जवानों ने जम कर तांडव मचाया. कार्यालय में अपने कर्मचारियों के साथ बैठक कर रहे ब्यूरो प्रमुख संतोष कुमार सिंह के साथ पुलिसकर्मियों ने गाली-गलौज की और लाठी-डंडे से जमकर पीटा. इससे श्री सिंह जख्मी हो गये. इसके बाद पुलिस ने उन्हें घसीटते हुए कार्यालय से बाहर निकाला और अपराधियों की तरह व्यवहार करते हुए पुलिस वाहन से थाना ले गये.