Vikas Mishra : योगी आदित्यनाथ तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए। अब सवाल ये उठ रहा है कि गोरखपुर से सांसद कौन बनेगा। दरअसल सवाल ये उठना चाहिए था कि गोरखपुर से सांसद के उपचुनाव में बीजेपी का प्रत्याशी कौन होगा, लेकिन ये सवाल इस नाते नहीं उठ रहा, क्योंकि गोरखपुर में योगी के उत्तराधिकारी की जीत पक्की है। मेरी राय में तो बीजेपी को गोरखपुर लोकसभा सीट से शलभ मणि त्रिपाठी Shalabh Mani Tripathi को टिकट देना चाहिए। इसकी वजहें भी हैं।
Month: March 2017
दैनिक जागरण, भास्कर, अमर उजाला आदि के रैकेटियर फिल्म पत्रकारों की समीक्षाओं से रहें सावधान
…मुंबई के एक बड़े बुजुर्ग फिल्म पत्रकार के नेतृत्व में इन अखबारों के फिल्म पत्रकारों ने गैंग बनाकर अनारकली आफ आरा के फर्स्ट डे कलेक्शन को दस लाख रुपये की जगह न सिर्फ दस करोड़ छापा बल्कि फिल्म की तारीफ में झूठी समीक्षाएं छापी और ज्यादा से ज्यादा स्टार भी दिए…
मीडिया टीम के शानदार प्रदर्शन के लिए शलभ मणि त्रिपाठी को योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित
Shalabh Mani Tripathi : बेहतरीन पल… चुनावी प्रबंधन में बीजेपी की मीडिया टीम के शानदार प्रदर्शन के लिए हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, प्रदेश अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री श्री केशव मौर्य जी, प्रदेश उपमुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा जी और संगठन मंत्री श्री सुनील बंसल जी के हाथों सम्मानित होने का गौरव हासिल हुआ. इस सम्मान …
वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्र और चर्चित पुलिस अफसर अमिताभ ठाकुर ने सीएम योगी से की मुलाकात
लखनऊ से खबर आ रही है कि वरिष्ठ पत्रकार और नेशनल वायस चैनल के एडिटर इन चीफ ब्रजेश मिश्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. दोनों के बीच देर तक प्रदेश की समस्याओं और पत्रकारिता को लेकर बातचीत हुई. योगी के सीएम बनने के बाद ब्रजेश मिश्र पहले पत्रकार हैं जिन्हें मुख्यमंत्री योगी ने मिलने के लिए बुलाया. ईटीवी को यूपी में चमकाने वाले ब्रजेश मिश्र इन दिनों नेशनल वायस न्यूज चैनल का संचालन कर रहे हैं. चुनाव के दौरान ब्रजेश मिश्र ने पूरे राजनीतिक हालात का सटीक ब्योरा चैनल पर दिया और पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि बीजेपी बहुत ज्यादा सीटों से बहुमत हासिल कर रही है.
अविनाश दास की ‘अनारकली’ यशवंत को नहीं आई पसंद, इंटरवल से पहले ही बाहर निकल आए
Yashwant Singh : अनारकली आफ आरा कल देख आया. नोएडा सिटी सेंटर के पास वाले मॉल के सिनेमा हॉल में. इंटरवल से पहले ही फिल्म छोड़कर निकल गया. मेरे साथ एक संपादक मित्र थे. फिल्म बहुत सतही थी. जैसे मीडिया वाले टीआरपी के लिए कुछ भी दिखा देते हैं, पढ़ा देते हैं, वैसे ही सिनेमा वाले बाक्स आफिस के चक्कर में कुछ भी बना देते हैं. याद करिए वो दौर, जब सेमी पोर्न सिनेमा रिक्शे वालों के लिए बना करती थी और वो अच्छी कमाई भी करती थी. इन सिनेमा के बीच बीच में रियल पोर्न क्लिप भी चला दिया जाता था ताकि काम कुंठित दर्शक पूरा पैसा वसूल वाला फील लेकर जाए.
सीएम से शिकायत की धमकी देते ही डीएलसी ने हिन्दुस्तान के संपादक को भेजा नोटिस
बरेली से बड़ी खबर आ रही है कि हिन्दुस्तान बरेली में कार्यरत सीनियर कॉपी एडिटर राजेश्वर विश्वकर्मा के मजीठिया वेज बोर्ड के मुताबिक वेतनमान व एरियर के दाखिल क्लेम पर आखिरकार उपश्रमायुक्त बरेली ने संपादक को नोटिस जारी कर ही दिया। संपादक मनीष मिश्रा को 4 अप्रैल को श्रम न्यायालय में तलब किया गया है।
पानी के झगड़े को पत्रकारिता का झगड़ा बनाया!
इलाहाबाद : दी पायनियर न्यूज़ पेपर इलाहाबाद के ब्यूरो चीफ और शहर के वरिष्ठतम पत्रकार अभिलाष नारायण और उनकी पत्नी ने पानी की आपूर्ति को लेकर अपने मकान मालिक के भाई स्टूडियो संचालक राजीव वार्ष्णेय और उसकी पत्नी गीता से मारपीट की। मारपीट में दोनों पक्षों को चोट आई। राजीव वार्ष्णेय के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। उनका कपड़ा फाड़ दिया गया। वार्ष्णेय की पत्नी के चेहरे पर नाख़ून से कुरेदे जाने के जख्म हैं. पुलिस ने दोनों का मेडिकल भी कराया है. अभिलाष नारायण, उनकी पत्नी का मेडिकल नहीं हुआ है.
भास्कर ग्रुप के चेयरमैन रमेश चंद्र अग्रवाल के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी
पेशी से कन्नी काटने पर पंजाब की कोर्ट ने ‘आज़ाद सोच’ के दावे वाले अखबार दैनिक भास्कर ग्रुप चेयरमैन रमेश चंद्र अग्रवाल के खिलाफ अंततः नॉन बेलएबल वारंट जारी किए. पंजाब से जल्द रवाना होगा विशेष तामीली टीम. हत्थे चढ़े तो लाकर कोर्ट में पेश किए जाएंगे चेयरमैन रमेश अग्रवाल. एक मासूम आरोपी की पहचान उजागर करने के मामले में कोर्ट ने किया है तलब.
जिनकी किस्मत खराब होती है उनको सबसे ज्यादा कैंसर का खतरा!
क्यों कैंसर कभी किसी ऐसे शरीफ आदमी को भी हो जाता है जिसने जीवन में न कोई नशा किया और न ही जीवनशैली गड़बड़ रखी. कई बार जो बहुत सारी बुरी आदतें पाले रहते हैं, उन्हें ताउम्र कैंसर नहीं होता. इस उलटबांसी का जवाब अब मिल गया है. आप मानें या न मानें, कैंसर असल में आपकी किस्मत पर निर्भर करता है. ये किस्मत कनेक्शन वाली बात किसी ओझा, सोखा, फकीर या मुल्ला-पंडित ने नहीं कही. इसे वैज्ञानिकों ने लंबे रिसर्च के बाद साझा किया है. इस रिसर्च में बताया गया है कि जब कोशिकाएं विभाजित होती हैं तो उस वक्त डीएनए में होने वाले आकस्मिक बदलाव या गलतियां ही इंसानों में होने वाले दो तिहाई कैंसर की वजह होती है.
साहसपूर्ण सामग्री छापने वाला सिद्धार्थ वरदराजन का ‘वायर’ अब हिंदी में भी शुरू हो गया है
Om Thanvi : ‘वायर’ और ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में जितनी साहसपूर्ण सामग्री छपती है, मीडिया में अन्यत्र कम मिलेगी। ‘वायर’ अब हिंदी में भी शुरू हो गया है और बहुत थोड़े वक्फ़े में उसके लेख-टिप्पणियाँ चर्चा में आने लगे। विनोद दुआ का ‘जन की बात’ एक पहचान बन गया है। बताऊँ कि ‘वायर’ एक और ख़ास बात मुझे क्या अनुभव होती है: हिंदी की अहमियत को समझना। इसकी एक वजह शायद यह हो कि उसके संस्थापक-सम्पादक सिद्धार्थ वरदराजन अच्छी हिंदी जानते हैं। यों हिंदी की उनकी बुनियाद पड़ी शायद उर्दू के सहारे। (बोलचाल की उर्दू, हम जानते हैं, कमोबेश हिंदी ही है। उर्दू के महान शायर फ़िराक़ गोरखपुरी तो कहते थे कि हिंदी के व्याकरण और क्रियापद लेकर बनी उर्दू हिंदी की ही एक शैली है; हालाँकि स्वाभाविक ही उर्दू के ‘विद्वान’ फ़िराक़ साहब की इस बात को पसंद नहीं करेंगे।)
न्यायमूर्ति मजीठिया ने पत्रकारों की सेवानिवृत्ति उम्र 58 से बढ़ाकर 65 कर दी थी!
Om Thanvi : दाद देनी चाहिए शरद यादव की कि संसद में पत्रकारों के हक़ में बोले, मजीठिया वेतन आयोग की बात की, मीडिया मालिकों को हड़काया। यह साहस – और सरोकार – अब कौन रखता और ज़ाहिर करता है? उनका पूरा भाषण ‘वायर‘ पर मिल गया, जो साझा करता हूँ। प्रसंगवश, बता दूँ कि मालिकों और सरकार का भी अजब साथ रहता है जो पत्रकारों के ख़िलाफ़ काम करता है। देश में ज़्यादातर पत्रकार आज अनुबंध पर हैं, जो कभी भी ख़त्म हो/किया जा सकता है। ऐसे में मजीठिया-सिफ़ारिशें मुट्ठी भर पत्रकारों के काम की ही रह जाती हैं। क़लम और उसकी ताक़त मालिकों और शासन की मिलीभगत में तेल लेने चले गए हैं। क़ानून ठेकेदारी प्रथा के हक़ में खड़ा है।
भास्कर प्रबंधन को तमाचा : लेबर ट्रिब्यूनल ने छह कर्मियों की बर्खास्तगी को गैर-कानूनी करार दिया
दैनिक भास्कर, जालंधर के छह मीडियाकर्मियों को जीत मिली है. लेबर ट्रिब्यूनल ने भास्कर प्रबंधन द्वारा इन छह कर्मियों की बर्खास्तगी को गैरकानूनी करार दिया है. ट्रिब्यूनल ने इनकी सेवाओं को बर्खास्तगी की डेट से ही बहाल करने के आदेश दिए हैं. जिन लोगों को इस आदेश से लाभ मिला है उनके नाम हैं- पत्रकार वीना जोशी, नीलांबर जोशी (अब दिवंगत), अनिल शर्मा, जतिंदर कुमार, जतिंदर चौहान व संजय शर्मा.
मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार विमल मिश्र को राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
नवभारत टाइम्स, मुंबई के रविवारीय संस्करण ‘संडे एनबीटी’ के प्रभारी विमल मिश्र को मुंबई के के. सी. कॉलेज में एक भव्य समारोह में बीते सोमवार को ध्येयनिष्ठ पत्रकारिता के लिए महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के 51 हजार रुपये राशि के ‘साने गुरूजी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’से सम्मानित किया गया। उन्हें यह पुरस्कार 27 वर्ष पुराने उनके रविवारीय स्तंभ ‘लोग’ व मानवीय सरोकार के विषयों पर प्रचुर लेखन के लिए प्रदान किया गया।
मुंबई के पत्रकार को धमकी दिए जाने के मामले में कांग्रेस ने मांगी माफी
कांग्रेस ने नहीं की कार्यवाही, तो कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस का करेंगे पत्रकार बहिष्कार
मुंबई : वरिष्ठ पत्रकार विनोद यादव को जान से मारने की धमकी के मामले में युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं मुंबई युवक कांग्रेस के इंचार्ज ऋत्विज जोशी ने पत्रकार संगठनों के शिष्टमंडल से माफी मांगी है। उन्होंने पत्रकारों को आश्वासन दिया कि 24 घंटे के भीतर उत्तर मुंबई युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी और उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।
इलाहाबाद में वरिष्ठ पत्रकार पर जानलेवा हमला, स्टूडियो संचालक ने की मारपीट
दी पायनियर न्यूज़ पेपर इलाहाबाद के ब्यूरो चीफ और शहर के वरिष्ठतम पत्रकार अभिलाष नारायण को उनके तथाकथित मकान मालिक (स्टूडियो संचालक) राजीव वाष्णेय और उसकी पत्नी गीता ने मंगलवार रात बुरी तरह मारा पीटा। श्री अभिलाष नारायण के साथ ही उनकी पत्नी को मारा और उनसे बदतमीजी भी की। यही नहीं, कथित मालिक स्टूडियो संचालक ने श्री नारायण के कमरे में घुस कर मारा और दोनों को भद्दी भद्दी गालियां दी। उनसे अभद्र व्यवहार भी किया। उनके चेहरे पर कई बार किये। पत्थर से भी मारने का प्रयास किया।
न्यूज स्टेट चैनल से विजय त्रिवेदी का इस्तीफा, सर्वेश तिवारी ने संभाली कमान
न्यूज़ नेशन के यूपी उत्तराखंड चैनल ‘न्यूज़ स्टेट’ के एडिटर इन चीफ विजय त्रिवेदी ने इस्तीफा दे दिया है. न्यूज़ नेशन प्रबन्धन में अचानक इस इस्तीफे से खलबली मची हुई है. खबर है कि मृदभाषी त्रिवेदी ने चैनल में अंदरुनी राजनीति से तंग आकर इस्तीफ़ा दिया है, जिसे कबूल भी कर लिया गया है.
आउटलुक समूह से आलोक मेहता की विदाई, हरवीर सिंह नए संपादक
आलोक मेहता को आउटलुक समूह ने टाटा बाय बाय बोल दिया है. वे आउटलुक (हिंदी) के प्रधान संपादक थे. वे डिजिटल विंग भी देख रहे थे. मेहता ने आउटलुक के साथ बीते साल जनवरी में दूसरी पारी शुरू की थी. खबर है कि हरवीर सिंह को आउटलुक (हिंदी) का नया एडिटर बनाया गया है. वे डिजिटल विंग की कमान भी संभालेंगे. हरवीर सिंह अभी तक भास्कर ग्रुप में ‘मनीभास्कर डॉट कॉम’ के एडिटर थे. वे ‘बिजनेस भास्कर’ में भी बतौर आर्थिक संपादक काम कर चुके हैं. हरवीर सिंह की हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं पर अच्छी पकड़ है.
चुनाव खत्म होते ही ‘न्यूज वन इंडिया’ चैनल में छंटनी और इस्तीफे
उत्तर प्रदेश में जब भी विधान सभा चुनाव आते हैं वैसे ही कुछ चुनावी चैनल कुकुरमुत्ते की तरह उग आते हैं। विधान सभा चुनाव में ऐसे ही एक चैनल न्यूज़ वन इंडिया को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी तथा ठेकेदार अर्जुन रावत ने उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के लिए जनवरी के द्वितीय सप्ताह में राजधानी से लांच किया। आनन फानन में लखनऊ के बटलर पैलेस चौराहे पर आरिफ अपार्टमेंट में ऑफिस भी खोल दिया गया।
Jagdish Chandra gets additional role as CEO of DNA
Jagdish Chandra, who was recently appointed executive director of Zee Media Corporation Ltd’s (ZMCL) regional news channels, will also take charge of Essel Group’s newspaper DNA as CEO. The new role will be in addition to Chandra’s position as the head of Zee Media’s regional news channels, a source said.
हिंदुस्तान प्रबंधन की लखनऊ के बाद आगरा में आरसी कटी, बरेली में भी तैयारी
आगरा से बड़ी खबर आ रही है, जहां मजीठिया के मामले में हिंदुस्तान प्रबंधन को मुंह की खानी पड़ गई। मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों के तहत अपने बकाए और अंतरिम वेतन की मांग कर रहे हिन्दुस्तान अखबार के कर्मचारियों की शिकायत का निस्तारण कर श्रम न्यायालय ने हिंदुस्तान प्रबंधन की आरसी काट दी है। बरेली में भी आरसी कटने की तैयारी है, जहां श्रम न्यायालय ने अभी आदेश सुरक्षित कर लिया है।
अपनी पहुंच और ताकत की बदौलत अखिलेश दास गुप्ता भारतीय बैडमिंटन संघ के सचिव डा. विजय सिन्हा पर भारी पड़ गए
उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन में मचे घमासान ने जाहिर कर दिया है कि देश भर के खेल संस्थानों पर नेता-अधिकारी और धनपशुओं का कब्जा है। खेलों के नाम पर आने वाले धन का बंदरबांट तो यह लोग करते ही हैं, खिलाडि़यों का शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण भी करते हैं। खासकर महिला खिलाडि़यों का शोषण खेल संस्थानों में आम हो चुका है। फुटबालर सोना चौधरी के आरोप हों या केरल साईं सेंटर में आत्म हत्या करने वाली एथलीट अपर्णा रामचंद्रन, या फिर महिला क्रिकेट या हॉकी, तमाम खिलाड़ी इस खेल संघों के कर्ताधर्ताओं के शोषण की शिकार हुई हैं। प्लेयरों की शिकायतों की कोई सुनने वाला नहीं है। उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन से पैदा हुआ विवाद इस बात का गवाह है कि खेल संस्थाएं खेल को दरकिनार कर ‘गंदा खेल’ खेलने में जुटी हुई हैं। संभावना है कि आपसी विवाद के बाद अब इसके भीतर की गंदगी भी बाहर आएगी, लेकिन सवाल यह है कि नेता-अधिकारी और धनपशुओं के कब्जे से खेल संस्थानों को मुक्ति कब मिलेगी? आखिर कब ये संस्थाएं भाई-भतीजावाद और शोषण से खिलाडि़यों को मुक्त करेंगी? बड़ा सवाल है।
भ्रष्टाचारियों के आगे झुक गया दीपक चौरसिया का चैनल ‘इंडिया न्यूज’!
यूपी के चर्चित आईएएस अधिकारी रहे सूर्य प्रताप सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर ऐलान किया कि यूपी में नई सरकार किन किन भ्रष्टाचार के मामलों पर एक्शन लेगी, उसको लेकर एक परिचर्चा इंडिया न्यूज चैनल पर आयोजित की जा रही है. उन्होंने टाइम भी लिखा, शाम आठ से नौ. इस पोस्ट के साथ उन्होंने दीपक चौरसिया की बड़ी बड़ी तस्वीर लगाई. यानि यह तय था कि दीपक चौरसिया एक शो होस्ट करेंगे जिसमें यूपी में पिछली सरकार के कार्यकाल में हुए करप्शन पर सूर्य प्रताप सिंह से बातचीत की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने लिखवाये पेड संपादकीय!
प्रख्यात पत्रकारों और प्रतिष्ठित लेखकों को बदनाम करने का षडयंत्र…
भोपाल। भ्रष्टाचार और व्यापम में बदनाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपनी तारीफ में अब लेख, आलेख और संपादकीय लिखवाने पड़ रहे हैं। यह आरोप विचार मध्यप्रदेश की कोर कमेटी सदस्य पारस सकलेचा, अक्षय हुंका, विनायक परिहार और आजाद सिंह डबास ने लगाया।
‘अनारकली ऑफ़ आरा’ की फर्स्ट डे कमाई थी दस लाख, इन अखबारों ने छाप दिया दस करोड़ रुपये!
Ashwini Kumar Srivastava : दैनिक भास्कर जैसे हिंदी अख़बार में बड़े पद पर पत्रकार रह चुके अविनाश दास की पहली फिल्म ‘अनारकली ऑफ़ आरा’ बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप है या सुपर हिट, कुछ पता ही नहीं चल पा रहा है… पत्रकार से फ़िल्मकार बने अविनाश की फिल्म के बॉक्स ऑफिस आंकड़े न जाने कौन से सूत्रों से मीडिया को मिल रहे हैं कि दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, अमर उजाला जैसे अखबारों ने जहाँ उसी दिन रिलीज़ हुई अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘फिल्लौरी’ को ‘अनारकली ऑफ़ आरा’ के सामने फिसड्डी बता दिया, वहीँ बॉलीवुड में बॉक्स ऑफिस की विश्वसनीय रपट देने वाली वेबसाइट ‘अनारकली ऑफ़ आरा’ को बॉक्स ऑफिस पर सुपर फ्लॉप और ‘फिल्लौरी’ को औसत करार दे भी चुकी हैं।
दिवंगत पत्रकार की पत्नी को मिला 20 लाख का चैक
रंग लाई ब्रज प्रेस क्लब व उप्र मान्यता संवाद समिति की पहल
मथुरा। इलैक्ट्रनिक चैनल के पत्रकार हरीश माहौर के आकस्मिक निधन पर ब्रज प्रेस क्लब व उप्र मान्यता संवाद समिति द्वारा संयुक्त रूप से की गई मुआवजे की पहल रंग लाई है। शनिवार को दिवंगत पत्रकार की पत्नी को मुख्यमंत्री पीडि़त सहायता कोष से 20 लाख रूपए की आर्थिक सहायता का चैक तहसीलदार मथुरा प्रवीण यादव द्वारा प्रदान किया गया।
बता दें कि ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष व उपजा प्रदेश उपाध्यक्ष कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट के नेतृत्व में पत्रकारों ने जिलाधिकारी नितिन बंसल से मिलकर मृतक के बच्चों व परिजनों को आर्थिक सहायता और आवास प्रदान किये जाने की मांग की थी।
80 प्रतिशत पत्रकारों को सेलरी से मतलब, सरोकार से नहीं
देश को जगाने वाले खुद अंधेरे में, कौन बोले उनके लिए… जो देश को जगा रहे हैं उनकी भी कोई सुधि लेने वाला है सभी को उनसे बस समाचार चाहिए चोखा। मतलब सही और रोचक। देश की पूरी ईमानदारी पत्रकार से ही चाहिए। जो पत्रकार लिखता पढ़ता है वह सच्चा भी होता है। 80 प्रतिशत ऐसे पत्रकार है देश में। उन्हें बस अपनी सैलरी से ही मतलब है। समाचार वहीं लिखने का प्रयास करते है जिसमें सच्चाई होती है। हर मीडिया कंपनी में ऐसे लोग है तभी आप सच्चाई को समझ और जान पा रहे है।
जाम लड़ाने के बदले अभियुक्त बाप-बेटों की साजिशों में भागीदार रहता है अंग्रेजी दैनिक का रिपोर्टर
अब नहीं जलता ‘शरद’ ऋतु का ‘दीप’…
लखनऊ। देश को लगातार गौरवान्वित करने वाले, ओलंपिक और अन्य अंतराष्ट्रीय स्पर्धाओं में मेडल दिलाने वाले और लगातार ऊंचाइयां छू रहे बैडमिंटन खेल को कुछ स्वार्थी तत्व और बिकाऊ कलमें प्रायोजित स्टोरियों के सहारे बदनाम करने की साजिश रच रही हैं। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि स्वार्थी-साजिशकर्ताओं का शिकार देश का एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी समाचार पत्र भी हो रहा है।
ये इंडिया टीवी को क्या हो गया… ये तो एबीपी न्यूज और जी न्यूज से पिट गया…
11वें हफ्ते की बार्क की टीआरपी में इंडिया टीवी की शर्मनाक स्थिति है. यह नंबर चार पर सिमट गया है. नंबर दो पर एबीपी न्यूज और तीन पर जी न्यूज है. न्यूज18इंडिया बेहतर प्रदर्शन करते हुए न्यूज24 को पटखनी देकर छठें नंबर पर आ गया है. न्यूज नेशन चैनल जो कभी टीआरपी में चौथे-पांचवें पायदान पर हुआ करता था, अब आठवें स्थान पर सिसक रहा है. देखें आंकड़े…
भाजपा : वैचारिक हीनग्रंथि से मुक्ति का समय
उत्तर प्रदेश अरसे बाद एक ऐसे मुख्यमंत्री से रूबरू है, जिसे राजनीति के मैदान में बहुत गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था। उनके बारे में यह ख्यात था कि वे एक खास वर्ग की राजनीति करते हैं और भारतीय जनता पार्टी भी उनकी राजनीतिक शैली से पूरी तरह सहमत नहीं है। लेकिन उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भारी विजय के बाद भाजपा ने जिस तरह का भरोसा जताते हुए राज्य का ताज योगी आदित्यनाथ को पहनाया है, उससे पता चलता है कि ‘अपनी राजनीति’ के प्रति भाजपा का आत्मदैन्य कम हो रहा है।
Govt manipulates media by misleading about legal status of biometric UID Aadhaar Number
March 28, 2017 : The matter related to 12-digit biometric Unique Identification (UID)/Aadhaar number was mentioned before the 44th Chief Justice of India Jagdish Singh Khehar headed 3-Judge Bench of Supreme Court on March 27. After hearing the matter the Bench did not pass any order. The Bench comprised of Justice D Y Chandrachud and Justice Sanjay Kishan Kaul. Senior Counsel for the petitioners, Shyam Divan apprised the Court through the earlier orders wherein UID/Aadhaar matter has been judicially determined to be an urgent matter by the 42nd Chief Justice of India, Justice, H.L. Dattu headed 5-Judge Constitution Bench.
बरेली डीएलसी को हिंदुस्तान के चार शिकायतकर्ताओं की तलाश
शिकायतें मिली नहीं या फिर श्रमायुक्त कार्यालय कानपुर से आने के बाद बरेली में उपश्रमायुक्त कार्यालय में दबा ली गईं, कुछ तो जरूर हुआ है। डीएलसी बरेली 23 व 24 मार्च को कानपुर में श्रमायुक्त की मीटिंग में जब पहुंचे तो उनसे बरेली में हिंदुस्तान के विरुद्ध मजीठिया के क्लेम को लेकर श्रमायुक्त कार्यालय से भेजी गई नौ शिकायतों के निस्तारण की प्रगति पूछी गई। तब उन्होंने हैरानी जताते हुये सिर्फ पांच हिंदुस्तानियों की शिकायतें ही मिलने की बात कही।
मजीठिया वेज बोर्ड : दिव्या सेंगर मामले में हाईकोर्ट ने ‘नयी दुनिया’ को राहत देने से किया इनकार
इंदौर से एक बड़ी खबर आ रही है। यहां नई दुनिया अखबार में एक्जीक्यूटिव मार्केटिंग के पद पर कार्यरत दिव्या सेंगर के रायपुर में हुये ट्रांसफर पर सिविल कोर्ट द्वारा रोक लगाने के बाद हाईकोर्ट गए जागरण प्रबंधन के सहयोगी अखबार नयी दुनिया प्रबंधन को भयंकर हार का सामना करना पड़ा है। हाईकोर्ट ने साफ़ कह दिया कि निचली अदालत द्वारा ट्रांसफर पर लगाई गई रोक पूरी तरह सही है।
पत्रकार रंजीत कुमार की साधना प्राइम न्यूज में नई पारी, ‘इंडियन पंच’ को अमित राजा ने बोला बाय
न्यूज 24, साधना न्यूज, न्यूज 11, आर्यन न्यूज सहित कई चैनल में काम करने के बाद पत्रकार रंजीत कुमार अब साधना प्राइम न्यूज में झारखण्ड के विशेष संवाददाता के रूप में ज्वाइन किए हैं।
संघियों पर मुस्लिमों ने की फूलों की बारिश (देखें वीडियोज)
सुनने में थोड़ा अजीब तो लग रहा है लेकिन है यह बिलकुल सच. संघ और मुस्लिम दोनों एक दूसरे के उलट माने जाते हैं लेकिन आगरा में दोनों के बीच अदभुत एकता के दर्शन हुए. आगरा में आज सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस के पथ संचलन कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के दर्जनों लोगों ने स्वयंसेवकों का स्वागत किया.
गाजियाबाद में छुटभैये भाजपा नेता ने अखबार को दी गालियां और पत्रकार को दी धमकी (सुनें टेप)
इंदिरापुरम (गाजियाबाद) भाजपा के मंडल अध्यक्ष नवनीत मित्तल ने ‘शिप्रा दर्पण’ नामक अखबार निकालने वाले पत्रकार नवीन द्विवेदी को एक खबर छापने पर जमकर धमकाया. नवीन द्विवेदी ने इस बारे में भड़ास को बताया कि वह सम्पादक हैं, शिप्रा दर्पण समाचार पत्र के. कल शाम 5.00 बजे इंदिरापुरम (गाजियाबाद) भाजपा के मंडल अध्यक्ष नवनीत मित्तल का फोन आया. उन्होंने मुझे गालियां देना शुरू कर दिया और फिर मुझे जान से मारने की धमकी भी दी.
जिन्ना हाउस ध्वस्त होना ही चाहिए, आखिर भारत के विभाजन की निशानी है
पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मोहम्मद अली जिन्ना ने भारत के टुकड़े करने के लिए जिस जगह का उपय़ोग किया, वह जिन्ना हाउस एक बार फिर खबरों में है। इस बार उसे ध्वस्त करने की मांग की गई है। महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा चाहते हैं कि भारत के विभाजन की याद दिलानेवाले जिन्ना हाउस को ध्वस्त करके उसकी जगह एक कल्चरल सेंटर का बनाना चाहिए। विधायक लोढ़ा ने जिन्ना हाउस को ध्वस्त करने की यह मांग विधानसभा में की।
न्यूज चैनल के इस एडिटर की भाषा देखिए… शर्म! शर्म!!
Priyabhanshu Ranjan : सुरेश चव्हाणके को जानते हैं? Sudarshan News नाम के ‘संघी’ चैनल का एडिटर है। सुना है कि ये प्रचार का बड़ा भूखा है। खैर, सुरेश चव्हाणके के नाम से ये मेसेज Swaraj Abhiyan के मीडिया ग्रुप में डाला गया है।
प्रेस एसोसिएशन चुनाव में राजीव रंजन नाग को मिली करारी हार, जयशंकर गुप्त पैनल प्रचंड मतों से जीता (देखें लिस्ट)
राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकारों के प्रतिष्ठित संगठन प्रेस एसोसिएशन के चुनाव में अध्यक्ष पद पर वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त विजयी हुए हैं. जयशंकर गुप्त को कुल 203 मत मिले. अध्यक्ष पद के लिए इरा झा और राजीव शर्मा भी मैदान में थे जिन्हें क्रमश: 62 और 76 मत मिले. उपाध्यक्ष चुने गए हैं शिशिर सोनी. उन्हें 126 मत मिले. उनके मुकाबले खड़े थे जावेद रहमानी (47 वोट), ओपी पाल (94 वोट) और श्रीकांत भाटिया (47 वोट). जनरल सेक्रेट्री पद पर सीके नायक की जीत हुई जिन्हें 185 मत मिले. उनसे मुकाबिल थे अरविंद कुमार शर्मा (67 वोट) और राजीव रंजन नाग (80 वोट).
योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने से होने वाले एक बड़े फायदे के बारे में बता रहे यशवंत
Yashwant Singh : योगी आदित्यनाथ के सीएम बन जाने से एक बड़ा फायदा ये है कि यूपी के सीएम को अब अपने परिवार के लोगों के लिए सांसदी, मंत्रालय, ठेका, उगाही आदि के लिए प्रयास नहीं करना होगा. मुलायम और अखिलेश के सीएम वाले कार्यकाल में इनके कुनबे के जितने लोग सांसद विधायक बने, जितने लोग मंत्री बने, जितने लोग ठेका पट्टी से जमकर लूटे, जितने लोग ट्रांसफर पोस्टिंग से ठूंस कर कमाए यानि इन लोगों ने अपने कार्यकाल में अपने और अपने कुनबे के जरिए जितना माल दूहा, इकट्ठा किया-कराया है, अगर वो सब जब्त कर मेरे पूर्वी उत्तर प्रदेश इलाके के हर घर के प्रत्येक सदस्य के बीच वितरित कर दिया जाए तो हर एक को कम से कम एक-एक लाख रुपया मिल जाएगा…
आईपीएस हिमांशु के निलंबन के बाद बोले अमिताभ ठाकुर- ‘सरकारी कर्मी को मिले घटनाक्रम पर टिप्पणी का अधिकार’
आईपीएस अफसर हिमांशु कुमार के निलंबन से उठ रहे हंगामे के बीच आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने अपने फेसबुक पर लिखा कि उनका व्यक्तिगत मत है कि बदलते समय में सरकारी कर्मी को भी विभिन्न विषयों और घटनाचक्र पर अपना मंतव्य देने का अधिकार मिलना चाहिए, जब तक वह मंतव्य देश की सुरक्षा, संरक्षा आदि से न जुड़ा हो अथवा अपने शासकीय पद की गोपनीयता भंग कर नहीं दिया जा रहा हो. अमिताभ के अनुसार किसी स्तर पर किसी प्रकार के भ्रष्टाचार, सामान्य घटनाक्रम आदि पर सरकारी कर्मी को टिप्पणी करने का अधिकार देना पारदर्शिता, बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था और अभिव्यक्ति की आज़ादी के हित में है. उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगाने विषयक नियम को उन्होंने हाई कोर्ट में चुनौती दी है जो अभी विचाराधीन है.
बरेली में डीएलसी ने पूरी की मजीठिया क्लेम की सुनवाई, फैसला सुरक्षित
बरेली से बड़ी खबर आ रही है। बरेली के श्रम न्यायालय में मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों के अनुसार वेतनमान और एरियर के दाखिल हिंदुस्तान के तीन कर्मचारियों के क्लेम पर शनिवार को उपश्रमायुक्त ने सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित कर लिया है। उपश्रमायुक्त ने हिंदुस्तान प्रबंधन को अब और समय देने से दो टूक इंकार कर दिया।
अरनब गोस्वामी का खुलासा- प्रबंधन ने मुझे टाइम्स नाऊ के स्टूडियो जाने से रोक दिया तो देना पड़ा इस्तीफा
केजरीवाल पर निशाना साधा था जिसके कारण मुझे मेरे स्टूडियो में ही जाने से रोक दिया गया… इसके दो दिन बाद मैंने टाइम्स नाऊ छोड़ दिया… टाइम्स नाऊ न्यूज चैनल छोड़कर द रिपब्लिक मीडिया वेंचर शुरू करने वाले पत्रकार अरनब गोस्वामी ने खुलासा किया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधने पर उन्हें उनके स्टूडियो में जाने पर ही रोक दिया गया था। अरनब गोस्वामी ने यह बात बीएजी फिल्म्स के मीडिया इंस्टीट्यूट आईसॉम्स द्वारा आयोजित मीडिया फेस्ट मंथन 2017 में कही।
सीएम योगी ने आईपीएस हिमांशु कुमार को निलंबित कर दिया
यूपी के युवा आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार को पुलिस विभाग के अंदर की पोल खोलना महंगा पड़ गया. उन्हें मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने निलंबित कर दिया है. कहा जा रहा है कि इस कदम के बाद यूपी को एक नया अमिताभ ठाकुर मिल गया है, हिमांशु कुमार के रूप में, बशर्ते हिमांशु कुमार अपनी लड़ाई पूरे जोश और दम के साथ लड़ सकें. संभव ये भी है कि वे मामले को रफादफा करा कर फिर से बहाल हो सकते हैं. हालांकि हिमांशु ने सस्पेंड होेने के बाद ट्विटर पर लिखा है कि सत्य की जीत होती है. यानि उन्होंने इरादे जता दिए हैं कि वे झुकेंगे नहीं.
हिन्दुस्तान टाईम्स के बिकने की खबर राज्यसभा में भी गूंजी
शोभना भरतिया के स्वामित्व वाले अखबार हिन्दुस्तान टाईम्स के रिलायंस के मुकेश अंबानी द्वारा खरीदे जाने का मुद्दा बुधवार को राज्यसभा में भी गूंजा। हालांकि अभी तक हिन्दुस्तान टाईम्स के बिकने की खबर पर न तो हिन्दुस्तान टाईम्स प्रबंधन ने अपना पक्ष रख रहा है और ना ही रिलायंस की ओर से आधिकारिक बयान आया है।
अखिलेश यादव लिफाफा प्रेमी पत्रकारों, भ्रष्ट अफसरों और चाटुकार नेताओं की गिरफ्त में थे!
Manoj Kumar Mishra : उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनावों से पूर्व चाटुकारों से घिरे अखिलेश यादव जनता की नब्ज और जमीनी हकीकत समझ ही नहीं पाये। एक के बाद एक रणनीतिक चूक करते हुए वो बार बार ये हवाई दावे करते रहे कि “जनता अपना मन बना चुकी है” और अपने ही भ्रमजाल से बाहर नहीं निकल सके।
सहारा प्रबन्धन के खिलाफ जुलूस : सहारा टॉवर, सहारा शहर और ओपी श्रीवास्तव के घर के सामने हुआ प्रदर्शन
लखनऊ। सहारा प्रबन्धन के खिलाफ आज उत्पीड़ित और शोषित सैकड़ों कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध रैली निकालकर सहारा टावर कपूरथला, सहारा शहर और वायरलेस चैराहा स्थित ओ0पी0 श्रीवास्तव के आवास के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। सहारियन कामगार संगठन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि कुमार त्रिवेदी के नेतृत्व में सहारा स्टेट जानकीपुरम से सैकड़ों की संख्या में कर्मियों की शुरू हुयी विरोध रैली जैसे ही कपूरथला स्थित सहारा कार्पोरेट कार्यालय पहंची, जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान सहारा कार्यालय में मौजूद अन्य सभी कर्मी भी बाहर निकल आये और प्रदर्शनकारियों के साथ प्रबन्धन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी।
टीओआई के राजशेखर झा बताएं, किसके कहने पर नजीब-आईएस वाली ख़बर प्लांट की थी?
जेएनयू के लापता छात्र नजीब के बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया में इसके पत्रकार राजशेखर झा ने फर्जी खबर प्लांट की. इस खबर में बताया गया कि दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया है कि नजीम यूट्यूब और गूगल पर आईएस (इस्लामिक स्टेट) के बारे में वीडियो आदि खोज देखा करता था, साथ ही वह आईएस की कार्यप्रणाली, विचारधारा, भर्ती आदि के बारे में अध्ययन करता था. खबर में बताया गया कि दिल्ली पुलिस ने नजीब की लैपटाप के जांच के बाद यह जानकारी हासिल की है. उधर, इस खबर के छपने के बाद दिल्ली पुलिस ने खंडन भेज दिया कि उसने ऐसी कोई जांच लैपटाप की नहीं की और न ही ऐसा कोई नतीजा निकला है.
अविनाश दास की ‘अनारकली ऑफ आरा’ : पहले दिन गिनती के दर्शक पहुंचे
ये है भोपाल से पत्रकार अमित पाठे का रिव्यू….
रिलीज़ के पहले दिन स्क्रीन ऑडिटोरियम में दर्शक कोई 15-20 ही थे
Amit Pathe : “ये रंडी की ‘ना’ है भिसी (वीसी) साब.” ये वो महत्वपूर्ण डायलॉग है जिसपे फिल्म अनारकली ऑफ आरा पूरी होती है। ये वो ‘ना’ है जो हमने ‘पिंक’ मूवी में मेट्रो सिटी की वर्किंग गर्ल्स का ‘ना’ देखा था। अस्मिता और इज्जत बचाने के लिए नारी का मर्द को कहा जाने ‘ना’। आरा की अनारकली का ‘ना’ भी वैसा ही है। लेकिन बस वो बिहार के आरा की है, ऑर्केस्ट्रा में नाचती-गाती है।
न्यूज वर्ल्ड इंडिया में पॉलिटिकल एडिटर बने राजेश कुमार सिंह
न्यूज वर्ल्ड इंडिया चैनल में नेशनल ब्यूरो हेड की जिम्मेदारी संभाल रहे राजेश कुमार सिंह को प्रमोट करके पॉलिटिकल एडिटर बना दिया गया है। उनके जिम्मे अब यूपी, उत्तराखंड के साथ दिल्ली, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के ब्यूरो की कमान भी रहेगी। पिछले 17 सालों से पत्रकारिता में सक्रिय राजेश कुमार सिंह कई मीडिया संस्थानों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
एमपी में पत्रकारिता के छात्र हत्यारे नाथूराम गोडसे को महापुरुष के रूप में पढ़ रहे
Pankaj Chaturvedi : मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में पत्रकारिता के विद्यार्थियों को पढ़ाई जाने वाली एक किताब में महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को महापुरुष बता कर पढ़ाया जा रहा है । देश के भावी पत्रकारों को पढ़ाई जाने वाली किताबें भी देश की बदली हुई हवा के मुताबिक ढाल कर बनाई जाने लगी है। जिसका ताजा उदाहरण माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की पत्रकारिता पुस्तक में देखा जा सकता है।
लोकसभा में सीपीएम के सांसद ने न्यूज चैनल वालों को भी वेज बोर्ड के अधीन लाने की मांग की
सांसद ए. संपत ने पत्रकारों के वेतन में वृद्धि और नए वेज बोर्ड के गठन के लिए भी आवाज उठाई….
नयी दिल्ली : लोकसभा में कल एक सदस्य ने पत्रकारों के वेतन वृद्धि करने के लिए तुरंत वेज बोर्ड का गठन किए जाने की मांग की और साथ ही कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कार्यरत मीडियाकर्मियों को भी इस वेज बोर्ड के दायरे में लाया जाए।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी चुनाव भले हार गये हों लेकिन वह भी लाल बत्ती के हकदार थे
योगी मंत्रिमंडल गठन में कुछ ऐसे चेहरे छूट भी गये जिनके पास किसी बड़े नेता की सिफारिश नहीं थी
अजय कुमार, लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अपने मंत्रियों को विभाग बांट कर पहला पड़ाव पार कर लिया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि विभाग बंटने के बाद योगी के मंत्रियों को अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के अलावा न तो कुछं दिखाई देगा और न कुछ सुनाई। योगी सरकार के पास न तो ‘हनीमून’ मनाने का समय है और न ही अपने कर्तव्यों को सच्ची निष्ठा के साथ निर्वाहन न करने की कोई गुंजाइश शेष है। सीएम योगी से लेकर पीएम मोदी तक की निगांहबानी में इन मंत्रियों को जनता की कसौटी पर खरा उतरना होगा। दो वर्षो के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव के समयं उनके (यूपी के मंत्रियों) काम से ही मोदी की जीत-हार का फैसला होना है।
मौकापरस्त शायर मुनव्वर राणा मिल आए प्रधानमंत्री मोदी से!
Nadeem : तो हारो न खुद को तुम… आज एक नामचीन शायर ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। प्रधानमंत्री से मुलाक़ात में कोई बुराई नहीं, बस उनकी मुलाकात इस लिये थोड़ा खटकी कि बिहार चुनाव के मौके पर उन्हें सबने टीवी के पर्दे पर देश में बढ़ती अहिष्णुता पर फूट फूट कर रोते देखा था। वह जेब में अपना पुरस्कार और पुरस्कार की राशि लेकर आये थे और उसे टीवी चैनल के जरिये वापस कर गए थे। सुना आज जब वो मोदी जी से मिले तो उनके कंधे पर सर रख कर खूब फफक फफक के रोये गोया बचपन के बिछड़े भाई मिले हों।
पत्रकार-फिल्मकार विनोद कापड़ी ने सीएम योगी को लिखा खुला पत्र
Vinod Kapri : यूपी के मुख्यमंत्री के नाम …
प्रिय आदित्यनाथ योगी जी,
मेरा नाम विनोद कापड़ी है। अच्छा लगता है, इसलिए थोड़ी बहुत पत्रकारिता करता हूँ और छोटी मोटी फिल्में बनाता हूँ।
अवैध बूचड़खाने पर स्टोरी कर रहे पत्रकार राकेश पंडित को मिली धमकी
सुदर्शन न्यूज चैनल में कार्यरत तेजतर्रार पत्रकार राकेश पंडित ने अवैध बूचड़खानों पर कई स्टोरीज की. इसी सिलसिले में एक स्टोरी के दौरान उन्हें धमकियां मिलीं और बाद में चैनल के आफिस में धमकी भरे फोन आने लगे. इस संबंध में सुदर्शन न्यूज चैनल की तरफ से इलाकाई थाने में एक शिकायत दी गई है. शिकायत की एक कापी भड़ास के पास भी है, जिसे नीचे प्रकाशित किया जा रहा है. साथ ही राकेश पंडित की उस स्टोरी का प्रोमो भी नीचे दिया जा रहा है जिसे दिखाने के बाद चैनल के आफिस में धमकी भरे फोन आने लगे…
सईद अंसारी यानि एक अद्भुत एंकर, एक बेजोड़ इंसान
Vikas Mishra : सईद अंसारी…नाम तो सुना होगा..। जितने बढ़िया एंकर, उतने ही बेहतरीन इंसान भी। हमेशा हंसते हुए और गर्मजोशी के साथ मिलते हैं। हर किसी की मदद के लिए तैयार, पक्के यारबाज। मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कोई ऐसा भी इंसान होगा, जिसने कभी ये शिकायत की हो कि सईद अंसारी ने मुझसे कोई गलत बात की, तल्ख आवाज में बात की। जमीन से बिल्कुल जुड़े हुए, बिल्कुल इगोलेस, कमाल के इंसान। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अगर किसी एंकर का कोई स्लॉट तय है तो वो कभी भी बर्दाश्त नहीं कर सकता कि उस स्लॉट में कोई और एंकरिंग करे, लेकिन सईद भाई इस नियम से परे हैं।
एनडीटीवी माफी मांग ले तो एक दिन का प्रतिबंध हम भी माफ कर देंगे : मोदी सरकार
एक दिन का प्रतिबंध लगाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है. केंद्र की मोदी सरकार ने कहा है कि पठानकोट एयरबेस पर आतंकी मामले की गलत रिपोर्टिंग के लिए चैनल अगर माफी मांग ले तो वह एक दिन के प्रतिबंध को माफ कर सकती है. एनडीटीवी के वकील ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि उन्हें हफ्ते भर का समय दिया जाए ताकि वह एनडीटीवी प्रबंधन से बात कर उसके रुख की जानकारी दे सकें. ऐसे में माना जा रहा है कि चैनल प्रबंधन विवाद को आगे न बढ़ाते हुए माफी मांगने को तैयार हो जाएगा और पूरे मामले का पटाक्षेप हो जाएगा.
रोमियो शब्द का अर्थ प्रेमी नहीं, रसिक या कामुक है!
Sujata Mishra : शैक्सपीयर के प्रसिद्द नाटक “रोमियो-जूलियट” का चर्चित पात्र रोमियो महज़ एक नाट्य चरित्र था, कोई वास्तविक व्यक्ति नहीं. रोमियो मूलत: इटालियन भाषा का शब्द है. इस शब्द का अर्थ है रसिक, कामुक, इश्कबाज़. आप इसे प्ले बॉय या कैसनोव शब्द से भी समझ सकते हैं. यानि ऐसा पुरुष जो स्त्रियों के प्रति जरुरत से ज्यादा रूचि रखता हो या जिसके एकाधिक स्त्रियों से सम्बन्ध हो. शैक्सपीयर के नाटक रोमियो जूलिएट में भी जूलियट से मिलने से पूर्व रोमियो रोसलिन की तरफ आकर्षित दिखाया गया है.
योगी और टुंडे कबाब : पढ़िए दो एफबी पोस्टें- एक बोला बिलकुल सही, दूसरा कहे भयंकर अन्याय!
Dayanand Pandey : ज़रा जलवा देखिए कि लखनऊ जैसे शहर में बड़े जानवर काटने के लिए एक भी बूचड़खाने के पास लाइसेंस नहीं है अभी तक। मेरठ, बरेली, बनारस, इलाहाबाद, अलीगढ़, गाज़ियाबाद, गोरखपुर आदि शहरों में भी यही आलम है। तब जब कि टुंडे कबाब से लगायत कीमा, नहारी आदि भैंस के मांस से ही बनता है। बकरे और मुर्गे की अपेक्षा काफी सस्ता होने के कारण भैंस के गोश्त की बड़ी खपत है लखनऊ सहित तमाम शहरों में।
आईएएस रमा रमण के कार्यकाल में नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरणों में हुए घपले-घोटालों की जांच की मांग
Yashwant Singh : चर्चित आईएएस सूर्य प्रताप सिंह अपने फेसबुक वॉल पर लिखते हैं :
लोकसभा में फिर उठी मजीठिया की मांग, अबकी RSP के प्रेमचंद्रन ने उजागर किया पत्रकारों का दर्द
देश भर के प्रिंट मीडियाकर्मियों का दर्द अब संसद सदस्यों को भी समझ में आने लगा है। कल दूसरे दिन भी लोकसभा में पत्रकारों के वेतन, एरियर और प्रमोशन से जुड़ा जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड का मामला उठा। इससे पहले मंगलवार को झारखंड के कोडरमा से सांसद डॉ रविन्द्र कुमार राय ने पत्रकारों को मिलने वाले वेतन व सुविधाओं का मामला उठाते हुए मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू करने की मांग लोकसभा में की थी।
हिंदुस्तान, आगरा के 11 कर्मियों ने मांगा मजीठिया, श्रम विभाग ने प्रबंधन को लगाई कड़ी फटकार
20 मार्च और 22 मार्च को श्रम विभाग में हुई सुनवाई… हिंदुस्तान अखबार को चलाने वाली कंपनी को बुधवार को एक और तगड़े झटके का सामना करना पड़ा। हिन्दुस्तान की आगरा यूनिट में 11 मीडिया कर्मचारियों ने मजीठिया वेतन की सिफारिशें लागू करने की मांग की तो कंपनी ने कुछ को बाहर का रास्ता दिखाया तो कई के खिलाफ शोषण और प्रताड़ना का अभियान-सा छेड़ दिया। इससे दुखी कर्मचारियों ने श्रम विभाग की ओर रुख किया तो उन्हें बुधवार को बड़ी राहत मिली।
पत्रकार से लेकर संपादक तक अपने मालिकों के धंधों की रक्षा में लगे रहते हैं (संदर्भ : शरद यादव का रास में मीडिया पर भाषण)
Deshpal Singh Panwar : शरद यादव मीडिया को लेकर संसद में बोले और सच बोले। मीडिया मालिकों के हालात बेहतर से बेहतर और पत्रकारों की हालत बदतर। केवल 10 फीसदी ही बेहतर हालत में। आखिर मीडिया पूंजीपतियों का गुलाम कैसे हो गया.. इसका जवाब वही नेता दे सकते हैं जो इस समय सत्ता में हैं। याद करिए 2003 का दौर। मीडिया को गुलाम बनाने की नींव रखने वाले महाजन, जेटली और सुषमा ने विदेशी पूंजी निवेश के नाम पर मीडिया के दरवाजों पर कालिख पोत डाली थी।
एयर इंडिया वाले लतखोर होते ही हैं!
Yashwant Singh : उपराष्ट्रपति के साथ वेनेजुएला जा रहा था तो एक मेरे पत्रकार मित्र एआई वन के मेल फीमेल एयरहोस्टेस की विनम्रता देख दंग थे. कहते थे यशवंत जी पहली बार इन्हें इतना विनम्र देखा हूं. जरूर इन्हें प्रायश्चित पोस्टिंग मिली है ये. वे कहते रहे कि ये ऐसे बात-बिहैव करते हैं जैसे ये खुदा हों. पत्रकार मित्र आने-जाने के दौरान एयर होस्टेस और एयर इंडिया स्टाफ की विनम्रता देख-देख आंखे फाड़ रहे थे.
TOI MUST APOLOGISE FOR FALSE NAJEEB STORY
The Delhi Union of Journalists is shocked that a leading daily like the Times of India should have discredited itself by publishing a malicious and misleading report on the missing JNU student Najeeb. The DUJ demands that the TOI issue an immediate apology for maligning a boy who is ‘missing and unable to defend his reputation.
Vastu Vihar Scam (1) : भाजपा सांसद मनोज तिवारी के ‘संरक्षण’ में एक ठग कंपनी ने जनता से की अरबों की लूट
Yashwant Singh : बीजेपी दिल्ली के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने किस तरह अपने खास लोगों को वास्तुविहार कंस्ट्रक्शन कंपनी के जरिए जनता को लूटने की छूट दी, किस तरह वे लूट के इस खेल में अप्रत्यक्ष तौर पर शामिल रहे, इसका खुलासा जल्द भड़ास पर होगा. मनोज तिवारी द्वारा ‘संरक्षित’ वास्तुविहार कंस्ट्रक्शन कंपनी के जाल में लोग मनोज तिवारी का चेहरा देखकर फंस रहे हैं और ठग कंपनी मालामाल होती जा रही है.
मजीठिया वेज बोर्ड पर शरद यादव के जोरदार भाषण का मीडिया ने किया बहिष्कार, राज्यसभा में मीडिया को जमकर दुत्कार
शरद यादव द्वारा कल राज्यसभा में मजीठिया वेज बोर्ड, मीडिया की आजादी और मीडिया मालिकों की धंधेबाजी पर दिए गए जोरदार भाषण को न किसी चैनल न दिखाया और न किसी अखबार ने छापा… आज राज्यसभा में मीडिया की इस हरकत की जमकर की गई निंदा
जदयू नेता शरद यादव द्वारा बुधवार को राज्यसभा में उठाये गये जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड के क्रियान्वयन के मुद्दे को आज देश भर के किसी भी बड़े समाचार पत्र ने एक लाईन नहीं प्रकाशित किया। मीडिया मालिकों की इस हरकत से राज्यसभा में आज विपक्ष का तेवर तल्ख दिखा। विपक्ष ने गुरुवार को राज्यसभा में यह मुद्दा उठाया और कहा कि मीडिया ने उच्च सदन में कल चुनाव सुधारों पर हुई चर्चा के दौरान संपन्न रचनात्मक बहसों तथा सुझावों का प्रकाशन नहीं किया।
नीरज पटेल बनाम प्रिंस कुशवाहा : पढ़िए इन दोनों के पत्र
पहले नीरज पटेल द्वारा भड़ास को भेजा गया पत्र पढ़ें… खुद को पत्रकार बता रहे प्रिंस पर लूट का दूसरा मुकदमा दर्ज… दलालों की साजिश नाकाम… खुद को पत्रकार बताने वाले होटल संचालक पर लूट का मुकदमा दर्ज… खुद को पत्रकार बताकर नीरज पटेल के खिलाफ साजिश रचने वाले होटल संचालक प्रिन्स कुशवाहा और उसका …
संजय ब्रागटा, रवीन ठुकराल, अश्विनी शर्मा, ज़रीन सिद्दीकी के बारे में सूचनाएं
संजय बरागटा ने नई पारी की शुरुआत जी मीडिया ग्रुप के साथ की है. उन्हें एडिटर (इंट्रीग्रेटेड मल्टीमीडिया न्यूजरूम) बनाया गया है. वे इससे पहले ‘आजतक’ चैनल में इनपुट इंचार्ज थे. संजय बीबीसी, इंडिया टीवी, सहारा समय आदि के साथ वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके हैं.
ईटीवी एमपी से कई लोगों की छंटनी कर सकते हैं सीनियर एडिटर प्रवीण दुबे, सबको दी चेतावनी
ईटीवी एमपी से सूचना है कि नए सीनियर एडिटर प्रवीण दुबे ने अपना चाबुक चलाना शुरू कर दिया है। 31 मार्च के पहले कई लोग प्रवीण दुबे के निशाने पर हैं और प्रवीण दुबे ने रिपोर्टर्स के ग्रुप में खुलेआम सबको चेतावनी दे डाली है कि अगले कुछ दिनों में कई रिपोर्टर्स और एडिटोरियल के लोगों को बहार का रास्ता दिखाया जा सकता है। कहा जा रहा है कि उपर से हरी झंडी मिलने के बाद प्रवीण दुबे ने भोपाल ऑफिस में छंटनी करने का मन बना लिया है। प्रवीण के आते ही कई लोग खुद ही छोड़ गए थे क्योंकि उन्हें डर था कि उनको निशाना बनाकर परेशान किया जा सकता है. खासतौर से जो लोग जगदीश चंद्र की टीम के रहे हैं वे निशाने पर हैं.
रोमियो स्क्वाड वाले इशू पर अतिरेक में आकर न लिखें, यह भी सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी टाइप मुद्दा है : यशवंत सिंह
Yashwant Singh : रोमियो स्क्वाड वाले इशू पर अतिरेक में आकर मत लिखिए. यह भी सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी टाइप का ही मुद्दा है. जमीन पर लोग इसे बहुत जरूरी बता रहे हैं. कई लोगों की बात सुन कर और कई लोगों से बात करने के बाद लिख रहा हूं. आप आजादी, स्वतंत्रता, प्रेम आदि का राग अलापते रहिए लेकिन जमीन पर लोग शोहदों के आतंक से त्रस्त थे. मैं भी आप की ही तरह सोच रहा था कि रोमियो स्क्वाड के जरिए यूपी पुलिस बच्चों को परेशान कर रही है.
आयरलैंड में प्रोफेसर ने भारतीय छात्र को जबरन मनोरोगी बता बंधक बनवाया
आयरलैंड में एक भारतीय पीएच डी छात्र का कहना है कि उसे अपने गाइड के गलत बातों का विरोध करने की सजा मिल रही है. लखनऊ निवासी आईआईटी कानपुर के बी टेक स्नातक गोकरण शुक्ला ट्रिनिटी कॉलेज, डबलिन (आयरलैंड) में डॉ स्तेफानो संवितोस के अन्दर फिजिक्स में टनेलिंग मैग्नेटो रेजिस्टेंस (टीएमआर) विषय पर पीएच डी कर रहे हैं, जहाँ वे ज़िरकोनियम ऑक्साइड, कैल्शियम नाइट्राइड, एल्युमीनियम नाइट्राइड जैसी वस्तुओं पर असर का अध्ययन कर रहे हैं.
संसद में दहाड़े शरद यादव- ‘पत्रकारिता छोड़ बाकी सभी धंधा कर रहे मीडिया मालिक, लागू हो मजीठिया वेज बोर्ड’ (देखें वीडियो)
शरद यादव ने राज्यसभा में बोलते हुए पत्रकारिता को राह से भटक जाने का मुद्दा उठाया…. इसके लिए मडिया मालिकों पर जमकर भड़ास निकाली….
लोेकसभा और राज्यसभा में उठी मजीठिया वेज बोर्ड लागू करने की मांग (देखें वीडियो)
देश भर के अखबार मालिकों द्वारा अपने कर्मचारियों का किए जा रहा शोषण और मजीठिया वेज बोर्ड लागू किए जाने की मांग आज संसद में उठी। २४ घंटे के अंदर मीडियाकर्मियों के साथ अन्याय और वेज बोर्ड न लागू कर मीडिया मालिकों द्वारा की जा रही मनमानी का मसला राज्यसभा और लोकसभा दोनों जगहों में उठाया गया। बुधवार को राज्यसभा में जहां जाने माने नेता जदयू के शरद यादव ने जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश अभी तक लागू ना किए जाने का सवाल जोरशोर से उठाया वहीं मंगलवार को कोडरमा के सांसद डाक्टर रविंद्र कुमार राय ने इस मुद्दे को लोकसभा में जमकर उठाया।
MOU signed between Doordarshan and Centre for Media Studies
Doordarshan today signed an MOU with Centre for Media Studies to partner for the9th CMS VATAVARAN Environment & Wildlife International Film Festival and Forum, to be held from 2 to 6 November, 2017 in New Delhi. Doordarshan will be the Broadcast partner for this bi-annual film festival and forum which will address contemporary environment and wildlife issues through the medium of films, forums, workshops, field visits, food festival, nature bazaar, etc. The 9th edition will once again delve into the issues of climate change and water, under the theme:‘Conservation4Water’.Films entering the film festival will compete for 22 awards in Indian section and 21 awards in International section.
‘न्यू इंडिया’ के लिए राष्ट्रपति कौन… ये, वो या फिर कोई और?
निरंजन परिहार
राजनीति की रपटीली राहों पर राष्ट्रपति चुनाव की बिसात बिछनी शुरू हो गई है। पांच राज्यों में चुनाव हो गए। चार राज्यों में बीजेपी की सरकारें बन गई। दो में जोड़ तोड़ से, तो दो में ऐतिहासिक बहुमत से। यूपी में बीजेपी को मिला भारी बहुमत उसके लिए राष्ट्रपति चुनाव की राह आसान करने का साधन साबित हो गया है। लेकिन कौन बनेगा राष्ट्रपति, यह सबसे बड़ा सवाल है। दुनिया के सबसे बड़े गणतंत्र के इस सर्वोच्च सर्वशक्तिमान बीजेपी में बहुत सारे दावेदार हैं। सूची लंबी है। बहुत लंबी। कई केंद्रीय मंत्री भी कतार में हैं। पार्टी के बुजुर्ग नेता तो पहले से ही अपने भाग्य का छींका टूटने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ जाने माने और प्रतिष्ठित गैर राजनीतिक लोग भी लुटियन के टीले में अपना बुढ़ापा काटने के मंसूबे पाले हुए हैं। इस सबके बावजूद, कोई नहीं जानता कि राष्ट्रपति के पद के लिए अंतिम रूप से किसके नाम पर मोहर लगेगी। मगर, इतना तय है कि राष्ट्रपति के संदर्भ में ही उपराष्ट्रपति का नाम भी लगभग निश्चित हो जाएगा।
गाजीपुर के पत्रकार ने धमकी देने वाले पूर्व मंत्री विजय मिश्रा के खिलाफ की पुलिस में शिकायत
गाजीपुर के वेब जर्नलिस्ट सुनील कुमार सिंह ने आधी रात के बाद फोन कर धमकी देने वाले पूर्व मंत्री विजय मिश्र के खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत दी है. इस शिकायत में उन्होंने पूर्व मंत्री के कुछ खास लोगों का भी जिक्र किया है जो फोन करके धमकियां दे रहे हैं. पुलिस को दी गई शिकायत की एक कापी भड़ास के पास भी है जिसे नीचे प्रकाशित किया जा रहा है…
भारतीय वैज्ञानिक अशोक सेन की खोज- यह दुनिया बहुत ही महीन छोटे धागों से बनी है!
प्रवीण झा
Praveen Jha : भारत से विज्ञान का नोबेल अगर मेरे जीते-जी किसी को मिला, तो वो इलाहाबाद में अपना जीवन बिताने वाले मनुष्य को मिलेगा। भविष्यवाणी है, लिख कर रख लीजिए। दरअसल यह बात मुझे एक नोबेल विजेता ने ही कही। अब इसे भाग्य कहिए या इत्तेफाक, भौतिकी के नोबेल विजेता ऐंथॉनी लिगेट के साथ एक डिनर मैनें भी किया। मुझसे कोई लेना-देना नहीं था, पर मेरे रूममेट घोष बाबू के गाइड थे। तो उन्हें हमारे घर भोजन पर बुलाया था। लिगेट साहब ने कहा कि भारत के अशोक सेन को नॉबेल जरूर मिलेगा, बशर्तें की उनकी थ्योरी प्रूव हो जाए।
सीएम आदित्यनाथ योगी के इस फैसले का वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने किया स्वागत
Om Thanvi : लाल बत्ती से परहेज़ के बाद योगी आदित्यनाथ का पान मसाले, सुरती-ज़र्दा थूक कर दीवारें रंगने के ख़िलाफ़ किया गया फ़ैसला मुझे सही लगा। हालाँकि इस क़िस्म के शौक़ दफ़्तर में पूरे न करने का निर्देश उन्होंने शास्त्री भवन (एनेक्सी) के मामले में ही दिया है, जहाँ मुख्यमंत्री का अपना कार्यालय है। पर यह मुमानियत – धूम्रपान निषेध की तरह – प्रदेश के तमाम सरकारी दफ़्तरों, सार्वजनिक स्थलों पर भी लागू हो जानी चाहिए।
अखिलेश राज में मंत्री रहे विजय मिश्र ने धमकाया तो पत्रकार ने दिया खाने भर जवाब (सुनें टेप)
गाजीपुर जिले से सपा राज में एक मंत्री हुआ करते थे, धर्मार्थ कार्य मंत्री, विजय मिश्रा. जब अखिलेश यादव ने इनका टिकट काट दिया तो ये बसपा में भाग खड़े हुए लेकिन वहां भी टिकट नहीं मिला और न ही अपनी सीट से बसपा के प्रत्याशी को जिता पाए. एक रोज आधी रात को ये पूर्व मंत्री विजय मिश्रा ने पूरे मूड में आकर गाजीपुर जिले के एक पत्रकार को फोन लगा दिया. ये पत्रकार कभी विजय मिश्र को चुनाव जिताने में जोरशोर से आगे थे. बाद में चुनाव जीतने और मंत्री बनने के बाद विजय मिश्र ने अपने हर उस गैर-ब्राह्मण कार्यकर्ता / करीबी के साथ जो किया, वही सुनील सिंह उर्फ सुनील कुशवाहा के साथ भी किया यानि अपमानित कर किनारे कर दिया.
राजदीप सरदेसाई को अपमानित कर मुकेश अंबानी ने पूरे चौथे खंभे की औकात बता दी (देखें वीडियो)
Yashwant Singh : देश के सबसे धनी आदमी मुकेश अंबानी का देश के सबसे वरिष्ठ पत्रकारों में से एक राजदीप सरदेसाई ने इंटरव्यू किया. राजदीप बातचीत की शुरुआत मुकेश को देश के सबसे प्रभावशाली / ताकतवर शख्स के रूप में बताते हुए करते हैं और इस पर प्रतिक्रिया मांगते हैं तो इसका जवाब मुकेश अंबानी बहुत घटिया और अहंकारी तरीके से देता है. मुकेश अंबानी का जवाब और उसका अहंकार देख सुन कर एक समझदार आदमी सिर्फ स्तब्ध ही हो सकता है.
भारतीय रेल के लिए मोदी राज है ‘नर्क काल’, ताजा अनुभव सुना रहे वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला
Shambhunath Nath : कहीं रेलवे को बेचने की तैयारी तो नहीं!… आज रेलवे की भयानक अराजकता और रेल कर्मचारियों की लापरवाही के साक्षात दर्शन हुए। सुबह मुझे कानपुर शताब्दी (12033) पकड़कर वापस गाजियाबाद आना था। कानपुर स्टेशन से यह गाड़ी सुबह छह बजे खुलती है। कानपुर में मैं वहां जहां रुका था, वह जूही कलाँ दो के विवेक विहार डब्लू-टू का इलाका स्टेशन से करीब सात किमी होगा। सुबह पहले तो बुकिंग के बावजूद ओला ने धोखा दे दिया। वह कैब आई ही नहीं और ड्राइवर ने फोन तक नहीं रिसीव किया। तब मेरे बहनोई स्वयं मुझे छोडऩे आए। इस तरह दो लोगों की नींद में खलल पड़ा।
सुप्रीम कोर्ट हुआ सख्त- पैसे न दिए तो एंबी वैली नीलाम कर देंगे
सुप्रीम कोर्ट ने सहारा मामले में अपने फरवरी के आदेश को संशोधित कर दिया है… सहारा को अब सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री के मुकाबले सेबी-सहारा खाते में रकम जमा करानी होगी.. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा को चेताते हुए कहा अगर उसने पैसे नहीं जमा कराए तो एंबी वैली को नीलाम कर देंगे… सहारा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फरवरी के आदेश को संशोधित करते हुए समूह के न्यूयॉर्क स्थित होटल की नीलामी से मिलने वाली रकम को सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री में जमा कराए जाने के बदले सेबी-सहारा के संयुक्त खाते में जमा कराने का आदेश दिया है…
नवोदय टाइम्स : मेहनत करे पत्रकार, हक खाए दलाल
दूसरों को नियम कानून और नैतिकता का उपदेश देने वाले मीडिया संस्थान इन्ही उपदेशों का किस तरह नंगा नाच करते हैं यह किसी से छुपा नहीं है। एक ऐसी ही शिकायत है नवोदय टाइम्स के कर्मचारियों की जहां कर्मचारियों से मशीन की तरह काम लिया जाता है, लेकिन उसके बदले मालिक और संपादक की नजर कर्मचरियों के वेतन काटने में रहती है। किसी को मेडिकल कार्ड नहीं, अवकाश कार्ड नहीं, पीएफ का पैसा कहा जाता है, पता नहीं लेकिन मुंह खोले तो निकालने की धमकी पहले दी जाती है। यहां साप्ताहिक अवकाश या अवकाश के बारे में सोचो ही मत। जान पर आफत हो तो क्या, दवाई खाकर आओ और काम करो। जान से ज्यादा यहां काम कीमती है।
महाराष्ट्र के कामगार आयुक्त की हो सकती है गिरफ्तारी!
मजीठिया वेज बोर्ड मामले में अखबार मालिकों के दबाव में काम करने वाले महाराष्ट्र के कामगार आयुक्त की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। उनके खिलाफ 2 करोड़ ४३ लाख रुपये के डेयरी मिल्क घोटाले में एफआईआर दर्ज हुयी थी मगर आज लगभग नौ महीने बाद भी उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस पूरे घोटाले का पर्दाफाश किया है मुंबई के निर्भीक पत्रकार और आरटीआई एक्सपर्ट शशिकांत सिंह ने।
मजीठिया मामले में सुप्रीम कोर्ट में दैनिक जागरण के वकील रहे अनिल दीवान का निधन
सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ वकील अनिल दीवान का आज निधन हो गया। वे ८६ साल के थे। वे एक तेजतर्रार वकील थे और कई मामलों में उनके द्वारा की गयी बहस को अदालती फैसलों में शामिल किया जाता रहा है। मजीठिया वेज बोर्ड मामले में वे दैनिक जागरण प्रबंधन की तरफ से वकील रहे। बीते साल हुयी सुनवाई में जागरण प्रकाशन लिमिटेड की ओर से सीनियर काउंसिल अनिल दीवान सुप्रीम कोर्ट में उपस्थित हुए।
ये योगी एक दिन प्रधानमंत्री बनेगा!
कल्याण सिंह और योगी आदित्यनाथ में गजब की समानता… दोनों कट्टर हिंदूवादी… दोनों देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री बने… मुझे लगता है कि नरेंद्र मोदी ने आदित्यनाथ योगी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनवाकर अपने ही पैरो में कुल्हाड़ी मार ली है। योगी आदित्यनाथ खांटी हिंदुत्ववादी चेहरा हैं और शायद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री कल्याण सिंह के बाद वे ही भारत के हिन्दू ह्रदय सम्राट बनते जा रहे हैं। इतिहास गवाह हैं कि बहुसंख्यक हिन्दुओं के इस देश में जब जब कोई नेता हिंदुत्ववादी लहर में उभर कर आया है तब तब उसने इस देश के शीर्ष सिंघासन यानि प्रधामनंत्री के पद को खतरा पैदा कर दिया है।
योगी आदित्यनाथ की फर्जी अश्लील तस्वीरें वायरल कराई जा रही (देखें वीडियो)
आगरा : आदित्यनाथ योगी के यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद शरारती तत्व हुए सक्रिय…. सोशल साइट पर डाली संत योगी की आपत्तिजनक तस्वीरें… विश्व हिन्दू परिषद में आक्रोश… सूबे में कई वर्षों के बाद भाजपा ने प्रचण्ड बहुमत में सरकार बनाई है। पहली बार यूपी का नेतृव संत करेगा। इसी से बौखलाए शरारती तत्व फर्जी तस्वीरें वायरल करा के योगी जी को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। मामला ताजनगरी आगरा का है।
लड़की के साथ फोटो छापने पर नवाजुद्दीन सिद्दकी ने फिल्मफेयर मैग्जीन पर मुकदमा कर दिया
चर्चित युवा एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने फिल्मफेयर मैग्जीन पर मुकदमा करने की तैयारी कर ली है. इसके तहत सबसे पहले मैग्जीन को लीगल नोटिस भेज दिया गया है. फिल्मफेयर मैग्जीन के इसी महीने के शुरुआती हफ्ते वाले अंक में प्रकाशित एक आर्टकिल में नवाज की एक लड़की के साथ दिखाया गया और लिखा गया है कि वे इस लड़की के साथ डेट कर रहे हैं.
राहुल इतने संजीदा और साफ दिल थे कि अगर किसी ने कुछ बोल दिया तो आंखों में आंसू आ जाते
Abhimanyu Shitole राहुल ने आत्महत्या कर ली… ! यह दुखद खबर जब से सुनी है मन उदास है। राहुल और मैं करीब साढ़े तीन-चार साल tv9 में एक साथ रहे। tv9 लॉन्च होने से पहले से वह मेरे साथ टीम में था। बेहद सौम्य, शालीन और अतंरमुखी लड़का। आंखों में हजार सपने पाले हुआ था। बोलता कम था, बस जो काम दो, वह पूरे मन से करता था। वह मेरे साथ प्रोडक्शन में था। कभी डे शिफ्ट, कभी नाइट शिफ्ट, कभी डे-नाइट दोनों एक साथ… नाराज होता था, लेकिन अपनी नाराजगी भी मन में ही दबा कर रखता था।
जी न्यूज के वरिष्ठ संवाददाता राहुल शुक्ला ने आत्महत्या के पहले फेसबुक पर लिखी थे ये कविता
Ashwini Sharma : बावरा मन देखने चला एक सपना… आखिर ऐसा कौन सा सपना था जिसे देखने की ख्वाहिश लिए जी न्यूज के वरिष्ठ संवाददाता राहुल शुक्ला ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया..उसने मुंबई के चांदिवली में फांसी लगाकर जान दे दी..
SAD DEMISE OF SENIOR JOURNALIST MANI D’MELLO
Dear Member,
We are extremely sorry to inform you that senior journalist and Mumbai Press Club member, Mani D’Mello, passed away this morning at Holy Family Hospital, Bandra, following a prolonged illness.
‘ईयर ऑफ विक्टिम्स’ और मजीठिया मामले में इंसाफ की आस
मजीठिया वेज अवॉर्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे अवमानना केसों की सुनवाई ठहर गई है। रुक गई है। एक तरह से विराम लग गया है। तारीख पड़नी बंद हो गई है। तारीख क्यों नहीं पड़ रही है, इस पर कुछ वक्त पहले अटकलें भी लगती थीं, अब वो भी बंद हैं। सन्नाटा पसर गया है। हर शोर, हर गरजती-गूंजती-दहाड़ती, हंगामेदार आवाज इन्हें निकालने वाले गलों में शायद कहीं फंस कर रह गई है। या हो सकता है कि इन्हें निकालने वाले गलों ने साइलेंसर धारण कर लिया हो। जो भी हो, यह स्थिति है आस छुड़ाने वाली, निराशा में डुबाने वाली, उम्मीद छुड़वाने वाली, नाउम्मीदी से सराबोर करने वाली, सारे किए-धरे पर पानी फिरवाने वाली।
योगी के रूप में हिन्दू राज लौटने से कबीलाई नृत्य कर रहे सवर्णों, जरा ये भी सुनो
Ashwini Kumar Srivastava : हिन्दू राज की आड़ लेकर ऊंच-नीच, छुआ-छूत वाली वर्णव्यवस्था को लाकर भारत को तलवारों/तीरों और राजा-सामंतों के युग सरीखी मानसिकता में वापस ले जाने में लगे बुद्धिमानों… क्या तुम्हें यह भी पता है कि नासा के जरिये अमेरिका इन दिनों बहुत ही जोरों शोरों से इस संसार में सबसे तेज चलने वाले प्रकाश यानी लाइट से भी तेज गति से चलने वाले रॉकेट बनाने में जुटा हुआ है?
चिंटू जी, पत्रकार बोलने के लिए नहीं, बुलवाने के लिए ही होता है!
Nitin Thakur : जब एक पत्रकार कोई सवाल करता है तो वो इस उम्मीद में नहीं करता कि सामनेवाला चुप हो जाए। वो वाकई चाहता है कि जवाब आए। जवाब आता है और अगर जवाब देनेवाला नेता हो तो बड़े जुमलों और भारी भाषा के साथ पूरी सफाई पेश करता है। इसके बाद पत्रकार अगले सवाल की तरफ बढ़ता है क्योंकि उसका काम हो चुका होता है। इसे कुछ चिंटू ये कह कर प्रचारित करते हैं कि वाह अमुक नेता ने पत्रकार की क्या बोलती बंद कर दी.. चिंटू जी, पत्रकार बोलने के लिए नहीं बुलवाने के लिए ही होता है।
लखनऊ के पत्रकार कबाब और रोगन जोश खाते थे इसलिए पांच कालीदास मार्ग का शुद्धीकरण जरूरी!
Ambrish Kumar : लोगों को पता नहीं होगा अखिलेश यादव पांच कालीदास में नहीं रहते थे. मायावती रहती थीं. पर दोनों के दौर में पत्रकारों के चक्कर में प्रेस कांफ्रेंस के बाद खाने में कई बार कबाब से लेकर रोगन जोश तक परोसा जाता था. ऐसे में किसी संन्यासी के प्रवेश से पहले शुद्धिकरण तो जरूरी है. शम्भुनाथ शुक्ल का सुझाव भी ठीक है कि आसपास के सभी रिहाइसी इलाकों को गोबर और गोमूत्र से शुद्ध किया जाना चाहिए. वैसे सारे अतिथि गृह भी इसमें शामिल किये जाएं.
यूपी के वरिष्ठ पत्रकार अंबरीश कुमार की एफबी वॉल से. उपरोक्त स्टेटस पर आए कुछ प्रमुख कमेंट्स इस प्रकार हैं…
आल इंडिया न्यूजपेपर इंप्लाइज फेडरेशन की बैठक में क्या क्या हुआ, पढ़ें
A meeting of the Central Working Committee of the All India Newspaper Employees Federation was held in New Delhi on March 19-20, 2017 in New Delhi. The Honourable Justice Jasti Chelameswar of the Supreme Court of India was the chief guest. Justice Chelameswar made an impassioned speech on the need for fostering democracy in the country and the role of a free press in defending it. He also called for better wages and pension for journalists. He said that employees of the state benefit from decent wages and periodic revision of wages but the needs of those in the private and unorganized sectors are not addressed by lawmakers. He urged the unions to unite all media workers to achieve their goals.
मुंबई में टीवी पत्रकार राहुल शुक्ला ने आत्महत्या कर ली
Hari Govind Vishwakarma : पत्रकार ने की ख़ुदकुशी… यक़ीन नहीं हो रहा है, लेकिन यह सच है कि टीवी9 में मेरे पूर्व सहकर्मी और बेहद प्रतिभासंपन्न पत्रकार राहुल शुक्ला ने आज अपने नेरुल के घर में ख़ुदकुशी कर ली।
पत्रकार राजीव रंजन नाग की सामंती मानसिकता और घटिया हरकत से नाराज विपिन धूलिया ने लिखा खुला पत्र, पढ़ें
Mr. Rajiv Ranjan Nag
President
Press Association, New Delhi
Lounge, P.I.B., Shastri Bhavan, New Delhi
Dear Friend
मजीठिया क्रांतिकारी मनोज शर्मा की कविता- …होठों को सी कर जीने से तो मरना ही अच्छा है!
मनोज शर्मा हिंदुस्तान बरेली के वरिष्ठ पत्रकार हैं. ये मजीठिया क्लेम पाने के लिए हिन्दुस्तान प्रबंधन से जंग लड़ रहे हैं. इन्होंने आज के वर्तमान परिस्थियों में अखबारों में कार्यरत साथियों की हालत को देखते हुए एक कविता लिखी है. कविता पढ़ें और पसंद आए तो मनोज शर्मा को उनके मोबाइल नंबर 9456870221 पर अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराएं….
अमिताभ ठाकुर के अच्छे दिन शुरू, पुलिस ने रेप के मुकदमे को झूठा मान लिया
Amitabh Thakur : 20 महीने बाद आज पुलिस ने हाई कोर्ट के सामने स्वीकार किया कि मुझ पर और मेरी पत्नी पर लगाया गया बलात्कार का मुक़दमा झूठा पाया गया और उसमे अंतिम रिपोर्ट लगाई जा रही है, लेकिन क्या पुलिस की इस अंतिम रिपोर्ट से 20 महीने तक बलात्कार का झूठा मुलजिम होने का …
न्यूज़ एंकर हमारे समय का थानेदार है, गुंडा है और बाहुबली है : रवीश कुमार
एक ऐसे वक्त में जब राजनीति तमाम मर्यादाओं को ध्वस्त कर रही है, सहनशीलता को कुचल रही है, अपमान का संस्कार स्थापित कर रही है, उसी वक्त में ख़ुद को सम्मानित होते देखना उस घड़ी को देखना है जो अभी भी टिक-टिक करती है। दशकों पहले दीवारों पर टिक टिक करने वाली घड़ियां ख़ामोश हो गई। हमने आहट से वक्त को पहचानना छोड़ दिया। इसलिए पता नहीं चलता कि कब कौन सा वक्त बगल में आकर बैठ गया है। हम सब आंधियों के उपभोक्ता है। लोग अब आंधियों से मुकाबला नहीं करते हैं। उनका उपभोग करते हैं। आंधियां बैरोमीटर हैं, जिससे पता चलता है कि सिस्टम और समाज में यथास्थिति बरकरार है। …
नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपने लिए एक भस्मासुर चुन लिया है : दयानंद पांडेय
Dayanand Pandey : जो लोग महंथ आदित्यनाथ को जानते हैं , वह जानते हैं कि नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपने लिए एक भस्मासुर चुन लिया है।
पत्रकार पुष्य मित्र ने योगी आदित्यनाथ की तुलना शहाबुद्दीन से कर डाली
Pushya Mitra : दिलचस्प है कि कुछ महीने पहले कुछ लोग शहाबुद्दीन की तारीफ जिस अंदाज में करते थे, आज कुछ दूसरे लोग योगी आदित्यनाथ की तारीफ उसी अंदाज में कर रहे हैं। गुंडई से किसी को परहेज नहीं है, बस गुंडा अपना होना चाहिये।
योगी आदित्यनाथ को उदय प्रकाश की कई कहानियां और कविताएं याद हैं!
Satyendra PS : महंत आदित्यनाथ। शपथ ग्रहण के बाद यूपी के मुख्यमंत्री हो जाएंगे। यूपी के मुख्यमंत्री से मतलब मिनी प्रधानमंत्री। नरेंद्र मोदी द्वारा महंत को मुख्यमंत्री बनाना वास्तव में बहुत साहसिक कार्य है। इस साहस के लिए कॉमरेड मोदी को लाल सलाम। आदित्यनाथ उस दौर के हैं जो पीढ़ी Uday Prakash की पीली छतरी वाली लड़की पढ़कर बढ़ रही थी। मेरे लिए तो खुशी की बात है कि आदित्यनाथ भी उदय प्रकाश के न सिर्फ अच्छे पाठक रहे हैं, बल्कि उनको कई कहानियां और कविताएं याद थीं। साथ ही यह भी खुशी है कि लंबे समय से शीर्ष राजनीति से वंचित गोरखपुर को फिर एक शीर्ष नेता मिला है। उम्मीद की जाए कि उस इलाके की तकदीर और तस्वीर बदलेगी।
योगी का आना हिंदुओं में लिबरल स्पेस का जाना है!
Abhishek Srivastava : अब योगी के बारे में कुछ बातें। मैं मानता हूं कि योगी आदित्यनाथ भाजपा के लिए बिलकुल सही चुनाव हैं। योगी को चुनकर भाजपा ने जनादेश को सम्मान दिया है। भाजपा के राजनीतिक एजेंडे के लिहाज से भी यह उपयुक्त चुनाव है। तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं योगी के चयन को लेकर आ रही हैं। कई जगह पढ़ा कि कुछ लोगों के मुताबिक वे भाजपा के लिए भस्मासुर साबित होंगे। ऐसे लोग योगी को जानने का दावा करते हैं। मुझे लगता है अभी वह वक्त नहीं आया कि हम योगी की तरफ़ खड़े होकर उनके चुनाव का विश्लेषण करें।
अनुशासन के मामले में लखनऊ का सचिवालय अब गोरखनाथ मठ की फ्रेंचाइज़ी बन जाएगा : अभिषेक श्रीवास्तव
Abhishek Srivastava : ‘उत्सव के नाम पर उपद्रव नहीं होना चाहिए’ – बतौर भावी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह पहला निर्देश प्रशासन के लिए आया है। रामगोपाल वर्मा की फिल्म ‘रक्तचरित्र-1’ का आखिरी सीक्वेंस याद करिए जब मुख्यमंत्री बनने के बाद रवि ने सभी बाहुबलियों को अपने घर खाने पर बुलाकर ज्ञान दिया था कि जंगल का राजा केवल एक होता है और राजा चूंकि वो है, इसलिए बाकी जानवर अब हुंकारना बंद कर दें। इस हिसाब से सोचिए तो उम्मीद बनती है कि अगला निर्देश मुख्यमंत्री पद पर शपथ ग्रहण के बाद उन लोगों के लिए आएगा जो प्रशासन को अपनी जेब में रखने का शौक पालते हैं यानी गुंडे, बदमाश और माफिया।
यूपी के नये सीएम के एलान के साथ कई थ्योरियों ने जन्म ले लिया है : पुण्य प्रसून बाजपेयी
Punya Prasun Bajpai : शाह को शह देकर योगी के आसरे संघ का राजनीतिक प्रयोग…. ये बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को संघ की शह-मात है। ये नरेन्द्र मोदी की कट्टर हिन्दुत्व को शह-मात है। ये मुस्लिम तुष्टीकरण राजनीति में फंसी सेक्यूलर राजनीति को संघ की सियासी समझ की शह-मात है। ये मोदी का हिन्दुत्व राजनीति के एसिड टेस्ट का एलान है। ये संघ का भगवा के आसरे विकास करने के एसिट टेस्ट का एलान है। ये हिन्दुत्व सोच तले कांग्रेस को शह मात का खेल है, जिसमें जिसमें योगी आदित्यनाथ के जरीये विकास और करप्शन फ्री हालात पैदा कर चुनौती देने का एलान है कि विपक्ष खुद को हिन्दू विरोधी माने या फिर संघ के हिन्दुत्व को मान्यता दे।
ये योगी जो आज यूपी के CM बने हुए हैं, ये ‘आपकी’ ही देन हैं, प्रभु! : अभिषेक उपाध्याय
Abhishek Upadhyay : योगी आदित्यनाथ को शपथ लेने से पहले इस देश के कथित सेक्युलरों का, कथित बुद्धिजीवियों का जमकर शुक्रिया अदा करना चाहिए। ये है प्रतिक्रियावाद की ताकत। योगी क्यों CM बने? पांच बार से गोरखपुर का सांसद होने के बावजूद गोरखपुर बुरी तरह खस्ताहाल है। गोरखपुर की सड़कें……. हे राम….। शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली….. सब का सब भगवान भरोसे। राप्ती की बाढ़ आज भी पूर्वांचल का काल है। हर साल सैकड़ों नौनिहाल इंसेफेलाइटिस यानि मस्तिष्क ज्वर के चलते अकाल मौत मर जाते हैं। हर साल……..। फिर भी, न कोई शोर। न कोई सुनवाई। न कोई इलाज।
‘हिंदुस्तान’ अखबार से 6 करोड़ वसूलने के लखनऊ के अतिरिक्त श्रमायुक्त के आदेश की कापी को पढ़िए
लखनऊ के पत्रकार अश्विनी कुमार श्रीवास्तव को लगा चूना, डिजिटल बैंकिंग से किया तौबा
Ashwini Kumar Srivastava : 16-17 बरसों से क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और ऑनलाइन बैंकिंग करते रहने के बाद कल जीवन में पहली बार किसी महापुरुष ने मुझे भी डिजिटल बैंकिंग के खतरों से रूबरू करा दिया। सिटीबैंक के मेरे क्रेडिट कार्ड से किसी ने बहुत ही काबिलियत के साथ रकम उड़ा दी और मैं कुछ भी नहीं कर पाया। हालाँकि रकम बहुत ही छोटी सी है और अब मैंने वह कार्ड ही बंद कर दिया है लेकिन उस घटना ने मेरे मन में भी डिजिटल बैंकिंग को लेकर खासी दहशत पैदा कर दी है।
यूपी में भ्रष्ट नौकरशाहों का गैंग भाजपा राज में भी मलाई चाटने-चटाने के लिए तैयार : सूर्य प्रताप सिंह
Surya Pratap Singh : उत्तर प्रदेश की ‘नौकरशाही के भ्रष्ट चेहरे’ अपनी पसंद के मुख्यमंत्री व मंत्री बनवाने में लगे! उत्तर प्रदेश में कुछ नौकरशाहों की ‘भ्रष्ट लेकिन धनाढ़्य’ गैंग (CAUCUS) की आज ये हिम्मत / हस्ती है कि दिल्ली से लेकर नागपुर तक अपने पसंद के मुख्यमंत्री व मंत्री बनवाने के किए पैरवी में लगे हैं…. पिछली दो सरकारों में जिस नौकरशाह गैंग की तूती बोलती थी वे ‘पैसे व रसूक़’ के बल पर ‘मलाई चाटने व चटाने’ के लिए फिर से तैयार हैं…
महिला शिक्षिका ने गाने की फरमाइश क्या की, बुरी तरह भड़क गया मनोज तिवारी
Ashwini Sharma : आप सांसद हैं. कम से कम अपने पद की गरिमा का तो ख्याल रखिए.. अरे वो शिक्षिका थीं.. आपसे गाने की फरमाइश ही तो कर रही थीं.. आप तो बुरी तरह भड़क गए.. शिक्षिका को भला बुरा सुनाकर मंच से ही उतार दिया.. आप भले मेरे 22 साल पुराने कॉलेज के दिनों के साथी हैं.. भले हम आपसे बहुत स्नेह करते हैं लेकिन आपके ताजा बर्ताव से बेहद आहत हैं.. अनुरोध है भाई थोड़ा संयमित होकर आपना कार्य करें ताकि जनता का दिल जीत सकें…
Zee न्यूज़ पर अगले 24 घंटे ये कार्यक्रम दिखाए जाएंगे :)
देखते रहें ZEE NEWS… Zee न्यूज़ का अगले 24 घंटे का प्रसारण शेड्यूल इस प्रकार है…
पत्रकार मनोज ने हरियाणा के कनफ्यूज्ड सीएम खट्टर को आइना दिखा दिया
जाट आरक्षण से निपटने को लेकर मुख्यमंत्री खट्टर कन्फ्यूज्ड हैं। लेकिन बिल्डरों को लाभ देने और करप्शन की शिकायतों को रद्दी की टोकरी में डालने के मामले में बिलकुल कन्फ्यूज्ड नहीं हैं। एक तेजतर्रार पत्रकार ने कन्फ्यूज्ड चीफ मिनिस्टर को समझा दिया कि सरकार कनफ्यूज़न से नहीं चलती। चंडीगढ़ में एक पत्रकार हैं मनोज ठाकुर। मैं कभी मिला नहीं। या कहिये की मिलने का सौभाग्य नहीं हुआ। फेसबुक पर मित्र बने। मैं उनकी पत्रकारिता को सलाम करता हूँ।
‘हिन्दुस्तान’ ने पत्रकारों को बना दिया मैनेजर, बिना जर्नलिस्ट छाप रहे अख़बार!
बरेली : हिन्दुस्तान समाचार पत्र में यदि आप पत्रकार हैं, तो किसी मुगालते में न रहें। हिन्दुस्तान प्रबन्धन आपको मैनेजर बना चुका होगा और आपको पता भी नहीं चलेगा। हिन्दुस्तान प्रबन्धन की इस करतूत का खुलासा शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में सहायक श्रम आयुक्त के सामने उनके प्रतिनिधि और एचआर प्रभारी सत्येन्द्र अवस्थी ने लिखित में कर दिया। मजीठिया वेज बोर्ड मामले में सुनवाई को लेकर श्रम न्यायालय में हिन्दुस्तान में वरिष्ठ उप संपादक निर्मल कान्त शुक्ला, वरिष्ठ उप संपादक मनोज शर्मा और मुख्य संवाददाता पंकज मिश्र पेश हुए थे।
पत्रकार शैलेंद्र कुमार शर्मा का ब्रेन हैमरेज के बाद निधन
गाजियाबाद से सूचना है कि न्यूज एजेंसी यूएनआई यानि यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया की हिन्दी सेवा यूनीवार्ता के पूर्व मुख्य उप संपादक शैलेंद्र कुमार शर्मा का निधन हो गया. उनका गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे अंतिम संस्कार किया गया। वह 60 वर्ष के थे। उनके बड़े पुत्र मयंक शर्मा ने अंतिम संस्कार की क्रिया …
अपनी कालेज फ्रेंड से शादी करेंगे कपिल शर्मा, ट्विटर पर की फोटो पोस्ट (देखें)
अब तक के सफलतम कामेडियन कपिल शर्मा ने आखिरकार अपनी होने वाली पत्नी के बारे में खुलासा कर दिया है. उन्होंने ट्वीटर पर अपनी होने वाली पत्नी की तस्वीर पोस्ट की है. उनकी गर्लफ्रेंड का नाम गिनी चतरथ उर्फ गिन्नी है. बताया जाता है कि गिन्नी जालंधर की हैं और कपिल की कॉलेज फ्रेंड हैं. गिन्नी की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि मैं इन्हें बहुत प्यार करता हूं.
सरकार बनी नहीं, हेमंत तिवारी मुख्य सचिव और डीजीपी बनवाने में जुट गया!
कुमार सौवीर
सरकार कहीं नही, पत्रकार लपके अफसरों की सेटिंग कराने… बेहद गहरी और अथाह कथा है सेटिंगबाज पत्रकारों की… मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका पता भाजपा को भी नहीं मगर मुख्य-सचिव और डीजीपी के लिए लामबन्दी स्टार्ट… मुख्यसचिव के लिए संजय अग्रवाल और डीजीपी के लिए सुलखान सिंह के लिए पेशबंदी शुरू…
उगाही करने गये टीवी पत्रकारों को बना दिया मुर्गा (देखें वीडियो)
उत्तर प्रदेश में रोज खुल रहे न्यूज चैनलों ने अब कई ऐसे लोगों को पत्रकार बना दिया जिनके पास न पत्रकारिता की डिग्री है और न ही पत्रकारिता का अनुभव। उनको केवल उगाही के लिये पत्रकार बना दिया गया है जिससे वह उगाही कर सकें और मालिकान तक माल पहुंचा सकें। ऐसा ही मामला जालौन में आया जहाँ पर कुछ न्यूज चैनल के पत्रकार होली के समय अपनी उगाही के लिये बालू घाट पर पहुंच गये।
किसानों की वायरल हुई ये दो तस्वीरें ‘मोदी गान’ में रत टीवी और अखबार वालों को न दिखेंगी न छपेंगी
Mahendra Mishra : ये तमिलनाडु के किसान हैं। दक्षिण भारत से दिल्ली पीएम मोदी के सामने अपनी फरियाद लेकर आये हैं। इनमें ज्यादातर के हाथों में ख़ुदकुशी कर चुके किसानों की खोपड़ियां हैं। बाकी ने हाथ में भीख का कटोरा ले रखा है। पुरुष नंगे बदन हैं और महिलाओं ने केवल पेटीकोट पहना हुआ है। इसके जरिये ये अपनी माली हालत बयान करना चाहते हैं। इन किसानों के इलाकों में 140 वर्षों बाद सबसे बड़ा सूखा पड़ा है।
पंडितों की फतवानुमा बातों पर चैनल वाले हांय हांय क्यों नहीं करते?
Mrinal Vallari : गाजियाबाद के जिस इलाके में मैं रहती हूं वहां बहुत से मंदिर हैं और बहुत से पंडी जी भी हैं। कभी-कभी इन पंडी जी की बातों को सुनने का मौका भी मिलता है। अगर लड़कियों और औरतों के बारे में इनकी बातों पर ध्यान देने लगें तब तो हो गया। जींस पहनीं मम्मियां भी मंदिर आती हैं पंडी जी की बात सुनती हैं, और जो मानना होता है उतना ही मानती हैं।
बहनजी हार का कारण खुद को बतातीं तो समर्थक टूट जाते, इसलिए EVM को दुश्मन बनाया!
मायावती के निशाने पर ईवीएम के मायने… राजनीति में अक्सर ईवीएम को मोहरा बना दिया जाता है… बीएसपी की हार से नाखुश दिख रहे दलित हितों को प्रमुखता से उठाने वाले एक संपादक ने मुझसे निजी बातचीत में बहन मायावती जी रवैये पर खासी नाराजगी जाहिर की. कहा, हार के कारणों की सही से समीक्षा नहीं होगी, तो ईवीएम को गलत ठहराने से बहुजन समाज पार्टी का कुछ भी भला नहीं होगा. बहन जी से मिलकर सबको सही बात बतानी चाहिए, भले ही उसमें अपना घाटा ही क्यों ना हो जाये. मैंने अपने संपादक मित्र से इस मामले पर एक घटना का जिक्र किया. जिसे आपके लिए भी लिख रहा हूं.
यूपी में इस वक्त प्रशासन नाम की चीज नहीं है, नकल माफिया कर रहे नंगा नाच : आईएएस सूर्यप्रताप सिंह
Surya Pratap Singh : उत्तर प्रदेश में नक़ल माफ़िया का नंगा नाँच…. नयी सरकार की ‘ट्रैंज़िशन-अवधि’ में उ० प्र० में प्रशासन नाम की चीज़ नहीं है…. भारी ‘जनादेश’ देकर भी नक़ल माफ़िया के सामने जनता बेबसी से ‘कौन होगा मुख्यमंत्री’ के खेल का मंचन देख रही है… नक़ल के लिए कुख्यात कौशाम्बी, इलाहाबाद में यूपी बोर्ड परीक्षा में धुंआधार नकल, यहां इमला बोलकर लिखाया गया एक-एक उत्तर… नीचे देख सकते हैं प्रमाण के तौर पर संबंधित वीडियो…
‘हिंदुस्तान’ अखबार के खिलाफ आरसी जारी, 6 करोड़ वसूल कर 16 पत्रकारों में बंटेगा
लखनऊ से बड़ी ख़बर है। मजीठिया वेतनमान प्रकरण में दैनिक समाचार पत्र हिंदुस्तान की अब तक की सबसे बड़ी हार हुई है। कम्पनी का झूठ भी सामने आ गया है। यह भी सामने आया है कि मजीठिया की सिफ़ारिश से बचने के लिए कम्पनी ने तरह तरह के षड्यंत्र किए। लखनऊ के श्रम विभाग ने हिंदुस्तान के 16 पत्रकारों व कर्मचारियों को क़रीब 6 करोड़ रुपए का भुगतान करने का आदेश दिया है। लखनऊ के एडिशनल कमिशनर बी.जे. सिंह व सक्षम अधिकारी डॉ. एम॰के॰ पाण्डेय ने ६ मार्च को हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ आरसी जारी कर दी और पैसा वसूलने के लिए ज़िलाधिकारी को अधिकृत कर दिया है।