‘4पीएम’ में छपी भड़ास संपादक यशवंत सिंह के हमलावरों की गिरफ्तारी न होने की खबर

धोखे से यशवंत पर किया गया हमला, हमलावर भी पेशे से पत्रकार, खुलेआम घूम रहे हैं हमलावर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भड़ास फॉर मीडिया के संपादक यशवंत सिंह पर दिल्ली में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के गेट पर हमला होने के एक सप्ताह बाद भी हमलावर पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। वहीं हमलावरों की गिरफ्तारी न होने से पत्रकारों में रोष है। पत्रकारों का कहना है कि जब प्रेस क्लब जैसी जगह पर पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं तो और जगहों पर उनकी सुरक्षा भगवान भरोसे ही होगी। पत्रकारों ने हमलावरों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।

4पीएम पर हमले के विरोध में पत्रकार मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव सूचना और डीजीपी से मिले (देखें तस्वीरें)

लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार पहुंचे 4पीएम के दफ्तर, घटना की ली जानकारी

लखनऊ।  4पीएम अखबार के दफ्तर पर हुए हमले के विरोध में आज सैकड़ों पत्रकार प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी एवं डीजीपी सुलखान सिंह से मिले और रोष जताया। पत्रकारों का आरोप था कि अखबार के दफ्तर के अंदर घुसकर हमले जैसी गंभीर घटना को पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है। इन अफसरों से पत्रकारों के मिलने के बाद एसएसपी दीपक कुमार 4पीएम के दफ्तर पहुंचे और संपादक संजय शर्मा से घटना के बारे में जानकारी ली। साथ ही उन्होंने इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई से भी अवगत कराया।

4पीएम पर हमले के तुरंत बाद सक्रिय हो गए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के पत्रकार

Sanjay Sharma : कल मेरे दफ़्तर पर जो हुआ उसका सपने में भी अंदाज़ा नहीं था मुझे.. गोमती नगर जैसे पॉश इलाके में दिन के साढ़े तीन बजे दो गाड़ियों मे भरकर लोग अख़बार के दफ़्तर पर भी हमला कर सकते हैं, इसका अंदाज़ा किसी को नहीं था. जिस समय हमला हुआ आम तौर पर उस समय दफ़्तर पर ही रहता हूँ पर कल सीएम को बोलना था तो मैं विधानसभा में था. मगर सूचना मिलते ही जिस तरह पत्रकार साथी मेरे साथ आये, उसने मेरे हौसलों को और बढ़ा दिया..

पाक्षिक प्रतियोगी पत्रिका ‘नया लक्ष्य’ ने छह माह में चार राज्यों में ग़ज़ब की प्रसार संख्या हासिल कर ली

Sanjay Sharma : कभी कभी नए जोखिम लेना कितना फायदेमंद हो जाता है, आजकल इसको बखूबी महसूस कर रहा हूँ मैं. छह महीने पहले जब मैंने घोषणा की थी कि एक बहुत अच्छी प्रतियोगी पाक्षिक पत्रिका शुरू करने जा रहा हूँ तो कई साथी चौंक गए थे. सबने कहा- क्यों जोखिम ले रहे हो. बारह साल से वीकएंड टाइम्स ने देश के सबसे गंभीर वीकली के रूप में अपनी जगह बना ली है. 4PM की ब्रांडिंग और लोगों के उसके प्रति दीवानेपन से तो मेरे करीबी ही मुझसे जलन करने लगे हैं. ऐसी तमाम बातें मुझे समझायी जा रही थीं और मेरा जूनून बढ़ता जा रहा था.

अगर अराजक होने से सच सामने आता है तो मैं हूं अराजक : यशवंत

भड़ास4मीडिया के संस्थापक और संपादक यशवंत सिंह पिछले दिनों लखनऊ में थे. इस दौरान उनकी वीकेंड टाइम्स और 4पीएम अखबारों के संपादक संजय शर्मा से मुलाकात हुई. संजय ने यशवंत के लखनऊ में होने का फायदा उठाते हुए उनका विस्तृत इंटरव्यू कराया. 4पीएम की स्थानीय संपादक प्रीति सिंह ने यशवंत से ढेर सारे सवाल पूछे और यशवंत ने पूरी बेबाकी से जवाब दिया.