एसएन विनोद के कारण मीडियाकर्मी लड़ने को बाध्य हुए और जीते

एक छोटी लड़ाई तो हम जीत गए। ठीक एक माह पहले जब जिया इंडिया के कर्मियों ने तीन महीने का बकाया वेतन मांगा तो देश के महान अवसरवादी संपादक एसएन विनोद ने कहा था- ‘मैं एक पैसा नहीं दूंगा, तुम लोग कोर्ट में जाओ।’ उनका ये अति प्रेरक वाक्य सुन कर हम कोर्ट में चले गए. तब विनोद जी ने कुछ कर्मियों को फोन कर के ये कहा कि – ‘कई लोग क्लेम वापस ले रहे हैं, तुम भी ले लो तो कल ही तुम्हारा पेमेन्ट कर दिया जायेगा।’

‘जिया इंडिया’ मैग्जीन के बुरे दिन, मीडियाकर्मियों को तीन महीने से वेतन नहीं

पिछले दिनों पत्रकार एसएन विनोद के नेतृत्व में ‘जिया इंडिया’ नामक एक राष्ट्रीय हिंदी मैग्जीन लांच हुई थी. इस मैग्जीन को लांच करने से पहले जिया न्यूज नामक चैनल को बंद कर सैकड़ों मीडियाकर्मियों को पैदल कर दिया गया था. उन्हीं विवादों और आरोपों के बीच जिया इंडिया नामक मैग्जीन लांच हुई थी. अब खबर है कि जिया न्यूज की तरह हाल जिया इंडिया का भी होने जा रहा है. तीन-तीन महीने से यहां सेलरी नहीं मिली है. पत्रकारों का हाल बेहाल है.

‘जिया न्यूज’ चैनल में हड़ताल, एसएन विनोद बता रहे मालिक को महान

जिया न्यूज़ में पिछले काफी समय से बड़े संपादकों और मालिक के चाटुकारों ने इस चैनल से जमकर मलाई खाई… और निकल लिये… पर जब चैनल के नोएडा आफिस बंद कर कर्मचारियों की सेटलमेंट की बात आई तो उंट के मुंह में जीरा आया….. ये चैनल न्यूज चैनल कम, मज़ाक ज्यादा था… हर बार आए नए अधिकारियों ने इसे जमकर लूटा और बेचारे कर्मचारी हाथ मलते रह गये…. पहले जाय सेबस्टियन फिर एसएन विनोद फिर जेपी दीवान फिर एसएन विनोद और आखिर में चैनल का बंटाधार… बस यही कहानी है इस चैनल की….