हम अपराधियों की हरकतों के खिलाफ युद्ध करें, उनके धंधे में भागीदारी क्यों
लखनऊ : यह कोई 13 साल पहले का हादसा है। मैं जौनपुर में हिन्दुस्तान अखबार का ब्यूरो प्रमुख था। खबर को लेकर दो बार मेरी मुठभेड़ मुख्तार अंसारी से हो गयी। एक बार एक ट्रैक्टर व्यवसायी आईबी सिंह के घर और दूसरी बार मोहम्मद हसन कालेज के प्रिंसिपल के यहां। तब मुख्तार अंसारी समाजवादी पार्टी के चहेते हुए करते थे। दोनों ही बार आयोजकों ने मुख्तार से मेरा परिचय कराया और मैंने सवाल पूछने शुरू किये।