New Delhi : HT Media Ltd (HTML) today said it has concluded the transaction of selling its entire 51 per cent stake in joint venture HT Burda Media Ltd to its partner Burda Druck Gmbh, Germany, for Rs 60 crore.
Month: September 2013
एमपी-सीजी के लिए एक और न्यूज चैनल की चर्चा, अनिल सौमित्र जुड़ेंगे
: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में ५ अक्टूबर से शुरू होगा स्टेट न्यूज चैनल : मीडिया एक्टिविस्ट अनिल सौमित्र के जुडऩे की खबर : मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 24 घंटे का सैटेलाइट चैनल 'स्टेट न्यूज' के 5 अक्टूबर से लॉन्च होने की खबर है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इसका हेडऑफिस रहेगा। बीते छह माह से इसकी तैयारी चल रही है। विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि मीडिया एक्टिविस्ट और चरैवेति के पूर्व सम्पादक अनिल सौमित्र बतौर सलाहकार संपादक स्टेट न्यूज से जुड़ सकते हैं।
रायसेन जिले के वरिष्ठ पत्रकार कल्याण सिंह भद्रेटिया पंचतत्व में विलीन
रायसेन : रायसेन जिले के वरिष्ठ पत्रकार कल्याण सिंह भद्रेटिया का कल उनके गृह नगर देवनगर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके अंतिम संस्कार में जिला पंचायत अध्यक्ष भंबर लाल पटेल बीर सिंह पटेल छतर सिंह पटेल प्रमोद कांकर इकबाल अहमद सिद्दीकी प्रशांत साहू राजेश व्यास रायसेन से पत्रकार गण दीपक कांकर राजकिशोर सोनी प्रवीण श्रीवास्तव बारेलाल सूर्यवंशी मौजूद समेत देवनगर के गणमानय नागरिक मौजूद थे।
पत्रकार लिंगाराम और शिक्षिका सोनी सोरी की जमानत याचिका पर छत्तीसगढ़ सरकार को नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकार लिंगाराम कोडोपी और आदिवासी शिक्षिका सोनी सोरी की जमानत याचिका पर छत्तीसगढ़ सरकार को नोटिस जारी किये. ये दोनों माओवादियों से कथित संपर्क के आरोप में जेल में हैं. न्यायमूर्ति सुरिन्दर सिंह निज्जर और न्यायमूर्ति एफ एम इब्राहिम कलीफुल्ला ने सोरी और कोडोपी की जमानत याचिका पर छत्तीसगढ सरकार से जवाब तलब किये हैं. राज्य सरकार को 28 अक्तूबर तक अपना जवाब दाखिल करना है.
पत्रकार उत्पीड़न पर यूपी सरकार से जवाब तलब
संत रविदास नगर भदोही के पत्रकार सुरेश गांधी को उच्चाधिकारियों के इशारे पर पुलिस द्वारा उत्पीड़न किए जाने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार से जवाब-तलब किया है। हाईकोर्ट के जस्टिस वीके शुक्ला व राकेश श्रीवास्तव की बेंच ने प्रमुख सचिव गृह, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भदोही को एक माह के अंदर जवाब देने को कहा है।
मरजलिस-ए-आमला की बैठक में पत्रकारों से अभद्रता
देवबंद (सहारनपुर) : दारुल उलूम के अतिथि गृह में आयोजित एक दिवसीय मजलिस- ए- आमला (वर्किंग कमेटी) की बैठक में पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। सोमवार को मेहमानखाने में आयोजित बैठक में संस्था की शैक्षिक रिपोर्ट पेश करने के साथ ही तीन नए शिक्षकों की नियुक्ति पर फैसला लिया जाना था। दोपहर तक चली बैठक के बाद पत्रकार कवरेज करने जब मेहमानखाने में पहुंचे तो वहां के इंचार्ज ने मीडिया पर पाबंदी लगाए जाने की बात कहते हुए पत्रकारों से अभद्रता करते हुए बाहर निकाल दिया। इससे पत्रकारों में रोष है।
और जब पत्रकारों पर तमतमा उठे बाराबंकी के सपा जिलाध्यक्ष मौलाना मेराज
: कार्यक्रम में मिला मनी, माफिया, मीडिया से दूर रहने का ज्ञान : बाराबंकी। जिले में लैपटॉप वितरण का अभियान जोरों पर है। लेकिन सपा के कुछ नेताओं के दिलों में पत्रकारों के बारे में भी वैचारिक अभियान उससे जोरों पर है। ऐसे में जब सपा जिलाध्यक्ष तमतमाकर सच्चाई जानो व सच्चाई लिखो का उपदेश दे और सदर विधायक मनी, माफिया, मीडिया से दूर रहने का ज्ञान दे तो यह स्थिति चौकाती तो जरूर है। लेकिन कुछ ऐसा ही हुआ आज पटेल महाविद्यालय के लैपटॉप वितरण कार्यक्रम में।
उस दिन पुण्य प्रसून और आजतक को भला-बुरा कहते हुए लालू बाहर निकल गए
Vineet Kumar : रेल बजट का दिन था और रेल म्यूजियम में सभी चैनलों के सेट लगे थे. तब आजतक पर पुण्य प्रसून वाजपेयी की सांसें अटक गयी थी. लालू हेडलाइंस टुडे पर जुझार सिंह को बुरी तरह लताड़कर, ''लंदन से पढ़के आए हो, अंगरेजी से पुटपुटियाने से काबिल हो जाओगे'' जैसी बातें करने और लगभग एक मिनट में ही सेट से उठकर चले जाने के बाद आजतक पहुंचे थे. आते ही उन्होंने जोर से झल्लाते हुए कहा था- आपलोग हम पर चुटकुला चला रहे हो.. प्रसूनजी लगातार कह रहे थे- ''नहीं लालूजी, ऐसा नहीं है''.
दैनिक जागरण, मेरठ फिर दंगाछाप पत्रकारिता पर उतर आया है
Wasim Akram Tyagi : दैनिक जागरण, मेरठ फिर उसी पुराने ढर्रे पर लौट आया है… लगभग आधे सप्ताह तक इसकी दंगाछाप पत्रकारिता पर विराम लग गया था। लेकिन पिछले दो तीन दिन से फिर उसी तर्ज पर पत्रकारिता हो रही है जैसी पत्रकारिता मुजफ्फरनगर दंगे से पहले करके वहां के लोगों के दिलों में नफरत भरी थी। धीरे धीरे अप्रत्यक्ष रूप से बहुसंख्यक समुदाय को एक विशेष समुदाय के खिलाफ भड़काया था। वही काम जागरण ने फिर से शुरू कर दिया है। जिन पर दंगों के आरोप हैं, और जिन को गिरफ्तारी के लिये पुलिस दबिश देना चाहती है, मगर उनका विरोध महिलाएं कर रही हैं जिनका आरोप है कि पुलिस फर्जी गिरफ्तारी करना चाहती है। उनका कहना है कि जिन लोगों पर आरोप हैं, वे निर्दोष हैं।
लालू यादव की गिरफ्तारी व उनका राजनीतिक अवसान लोकतंत्र के लिए कोई सुखद खबर नहीं है
Ambarish Rai : लालू यादव का भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाना… लालू प्रसाद जेल गए. जेपी आन्दोलन से उभरे तथा सामाजिक न्याय के लिए आवाज उठाने वाले नेता का इस तरह भ्रष्टाचार के आरोप के साथ पटाक्षेप होना, कल्पना से परे और दुखद है. सत्तर व अस्सी के दशक में देश ने प्रभावशाली आन्दोलनों व कद्दावर नेतृत्व को उभरते हुए देखा है. ऐसे नेता पिछड़ों और दलित समुदाय से उभरे और उन्होंने सदियों से विषमता झेल रहे करोड़ों लोगों को न केवल जगाया, बल्कि उन्हें आंदोलित किया और अधिकारों को हासिल करने के लिए संगठित किया.
इंडिया टुडे ने कांग्रेस रैली की फोटो को मोदी रैली का बता दिया, बाद में माफीनामा छापा
Abhishek Srivastava : नीचे दी गई तस्वीर ''इंडिया टुडे'' की नरेंद्र मोदी की दिल्ली रैली की है (लिंक: http://indiatoday.intoday.in/story/narendra-modi-delhi-rally-bjp-pm-candidate-gujarat-cm-japanese-park/1/312260.html) जिसका कैप्शन हिंदी में है: ''जापानी पार्क, रोहिणी का विहंगम दृश्य, जहां नरेंद्र मोदी की विकास रैली का स्थल था''।
होटल पर बवाल करने वाला एक पत्रकार अरेस्ट, दो फरार
अमृतसर : जंडियाला बाईपास स्थित होटल में तीन पत्रकारों ने शुक्रवार की रात मैनेजर को धमकाया. खाने में छूट देने को लेकर तीनों जमकर हुड़दंग मचाया. मैनेजर ने पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया. पुलिस ने लोकल केबल में काम करने वाले एक पत्रकार को अरेस्ट कर लिया है, जबकि दो अन्य निजी चैनल के पत्रकार भागने में सफल रहे. पुलिस दोनों की तलाश कर रही है.
भारतीय पत्रकार रविशंकर चीन में सम्मानित
बीजिंग : एक प्रमुख सरकारी अंग्रेजी दैनिक के साथ काम करने वाले एक भारतीय पत्रकार रवि शंकर को देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान के लिए विदेशी विशेषज्ञ के नाते चीन के सर्वोच्च सम्मान ‘फ्रैंडशिप अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। चाइना डेली के अंतरराष्ट्रीय संस्करण के कार्यकारी संपादक शंकर 20 देशों के उन 50 विदेशी मामलों के विशेषज्ञ पत्रकारों में शामिल हैं जिन्हें कल यह सम्मान प्रदान किया गया।
नलिन मेहता बने हेडलाइंस टुडे के मैनेजिंग एडिटर, राहुल कंवल एडिटर एट लार्ज बनाए गए
टीवी टुडे समूह ने नलिन मेहता को अपने अंग्रेजी चैनल हेडलाइंस टुडे का मैनेजिंग एडिटर नियुक्त किया है. उन्होंने अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है. वे दिल्ली में बैठेंगे. उन्हें राहुल कंवल की जगह लाया गया है. राहुल को प्रमोट करके एडिटर एट लार्ज बना दिया गया है. वे हेडलाइंस टुडे के साथ हिंदी चैनल आजतक की जिम्मेदारी भी एडिटर एट लार्ज के रूप में देखेंगे.
हमारी कोआर्डिनेटर महोदया मुझसे अंग्रेजी में सवाल पूछकर मेरी योग्यता पर सवालिया निशान लगाती रहती हैं
: नस्लभेद जैसा भाषायी भेदभाव : पराई भाषा की कठिनाई को समझिए। अभी हाल में ही मैंने एनसीआर की टॉप वन यूनिवर्सिटी होने का दावा करने वाले एक विश्वविद्यालय में पत्रकारिता एवं जनसंचार में पीएचडी हेतु एडमिशन लिया है, हमने सोचा था कि अच्छे विश्वविद्यालय में उच्च स्तरीय ज्ञान मिलेगा, कुछ नया शोध करेंगे। ज्ञान का तो अभी पता नहीं क्योंकि अभी तक केवल एक-दो कक्षा ही अटैंड की है। लेकिन, अंग्रेजी भाषा ने सिर में दर्द कर रखा है। मेरी कोर्स वर्क की क्लास में करीब दर्जन भर से अधिक छात्र हैं। अधिकांश नौकरी पेशा वाले है। कुछेक भारत सरकार के महकमों में उच्च पदस्थ अधिकारी हैं। मुझे छोड़कर सभी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते है।
जदयू, मधुबनी के जिलाध्यक्ष का अहंकार बिलकुल नितीश कुमार जैसा
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की तरह ही अब उनके सहयोगियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी अहंकार हो गया है। आज मधुबनी में जदयू का कार्यकर्ता सम्मलेन था। पर पार्टी के द्वारा इसकी जानकारी किसी भी इलेक्ट्रोनिक मीडिया को नहीं दिया गया।
हेमलता अग्रवाल ला रही हैं ‘भास्कर न्यूज’ नाम से चैनल और समाचार एजेंसी!
चर्चा है कि भास्कर समाचार समूह के संस्थापक स्वर्गीय श्री डी.पी. अग्रवाल की पुत्री श्रीमती हेमलता अग्रवाल अब 'भास्कर न्यूज़' के नाम से समाचार एजेन्सी की शुरुआत करने जा रही हैं। ये एजेन्सी प्रिन्ट और इलेक्ट्रानिक मीडिया क्षेत्र में काम शुरू कर रही है। कहा जा रहा है कि एजेन्सी शुरू होने के कुछ माह बाद 'भास्कर न्यूज़ चैनल' भी लांच किए जाने की तैयारी है।
पत्रकार रवि शंकर को चीन ने ‘भारतीय फ्रेंडशिप अवार्ड’ से सम्मानित किया
बीजिंग : एक प्रमुख सरकारी अंग्रेजी दैनिक के साथ काम करने वाले एक भारतीय पत्रकार रवि शंकर को देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान के लिए विदेशी विशेषज्ञ के नाते चीन के सर्वोच्च सम्मान ‘फ्रैंडशिप अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। चाइना डेली के अंतरराष्ट्रीय संस्करण के कार्यकारी संपादक शंकर 20 देशों के उन 50 विदेशी मामलों के विशेषज्ञ पत्रकारों में शामिल हैं जिन्हें कल यह सम्मान प्रदान किया गया।
मैंने मनमोहन सिंह के बारे में कुछ ‘अपमानजनक’ नहीं सुना : बरखा दत्त
नई दिल्ली: एनडीटीवी की पत्रकार बरखा दत्त ने साफ कहा है कि जिस बात का जिक्र यहां (नरेंद्र मोदी के भाषण में) हुआ, मैं इसके बारे में नहीं जानती। दत्त ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से इंटरव्यू के सिलसिले में मिलने गई थी, वह इंटरव्यू जो उन्होंने एनडीटीवी को दिया। इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को शरीफ ने 'एक अच्छा आदमी' करार दिया और कहा कि वह मनमोहन सिंह का पाकिस्तान में स्वागत करना चाहते हैं। बरखा ने बताया कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इंटरव्यू से पहले चाय नाश्ते पर कुछ लोगों से मुलाकात की जिनमें, कुछ अधिकारी और पाकिस्तानी पत्रकार शामिल थे। शरीफ ने मुझे भी चाय के लिए बुलाया, क्योंकि मैं वहां पर इंटरव्यू के लिए इंतजार कर रही थी।
Naresh Mohan, Satish Mishra cease to be Jagran Prakashan directors
Jagran Prakashan said that Naresh Mohan, an independent director of the company since Nov. 18, 2005 has retired by rotation at the 37th annual general meeting of the company held on Sept. 25, 2013 and hence, he cease to be director.
सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ आईपीएस नजरुल पहुंचे कोर्ट, खुद करेंगे अपने मुकदमे की पैरवी
आईपीएस अधिकारी नजरुल इसलाम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार के सीनियर अफसरों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है और अपने मुकदमे की पैरवी भी वे खुद करेंगे। आईपीएस अधिकारी नजरुल इसलाम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार के सीनियर अफसरों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है। अपनी याचिका में उन्होंने दावा किया कि सरकार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे पर उनकी वरिष्ठता के अनुरुप प्रमोशन देने से इनकार कर दिया। नजरुल इसलाम के वकील गुलाम मुस्तफा ने बताया कि इस सिलसिले में एक याचिका बंकशाल कोर्ट के मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष दायर की गयी है।
‘नेशनल दुनिया’ अखबार के कई लोग पहुंचे ‘लाइव इंडिया’ अखबार में
दिल्ली-एनसीआर में 'नेशनल दुनिया' अखबार का बाजा बज चुका है. अखबार का न सर्कुलेशन है और न ही कंटेंट लेवल पर कुछ खास कर पा रहा है. छंटनी और कटौती के कारण बची-खुची साख भी जा चुकी है. यहां कार्यरत लोग बहुत तेजी से नौकरियां खोज रहे हैं. सूचना है कि नेशनल दुनिया के दुष्यंत ने लाइव इंडिया न्यूजपेपर में बतौर डिप्टी फीचर एडिटर ज्वाइन किया है.
राजनीति में जो हो रहा है, दुर्भाग्य से वैसा ही कुछ साहित्य में भी हो रहा है : काशीनाथ सिंह
: उदयपुर के साहित्यकार पल्लव को डॉ घासीराम वर्मा साहित्य पुरस्कार, प्रयास संस्थान की ओर से सूचना केंद्र में हुआ समारोह, दिग्गज कथाकार काशीनाथ सिंह, डॉ आशुतोष मोहन, पुखराज जांगिड़, डॉ घासीराम वर्मा सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार व साहित्यप्रेमी रहे मौजूद : चूरू : हिंदी के बहुचर्चित वरिष्ठ साहित्यकार काशीनाथ सिंह ने कहा है कि राजनीति में जो हो रहा है, दुर्भाग्य से वैसा ही कुछ साहित्य में भी हो रहा है और आज आलोचना में रचना की बजाय रचनाकार को ध्यान में रखा जाता है, पल्लव इस मायने में सबसे भिन्न हैं कि उनकी नजर हमेशा रचना पर ही रहती है।
कोलकाता में काशीनाथ सिंह ने अपने अप्रकाशित उपन्यास ‘उपसंहार’ के अंतिम अंश का पाठ किया
अपनी हर रचना में अपने ही रूप का खंडन करने के लिए मशहूर हिंदी के प्रसिद्ध कथाकार काशीनाथ सिंह ने महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्विद्यालय के कोलकाता केंद्र में 23 सितम्बर, 2013 को अपने अप्रकाशित उपन्यास 'उपसंहार' के अंतिम अंश का पाठ किया | इस उपन्यास में काशीनाथ जी ने अपने उस हर अंदाज और शिल्प को तोडा है, जिसके लिए उन्हें जाना जाता है | पहली बात तो यह कि यह पहला मौका था जब काशीनाथ जी ने प्रकाशन से पूर्व अपनी किसी रचना का सार्वजनिक रूप से पाठ किया |
हाई कोर्ट ने ‘राम लीला’ फिल्म के लिए वर्तमान में कोई निर्देश देने से मना किया
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा 'राम लीला' फिल्म के विरुद्ध दायर पीआईएल में इलाहाबाद हार्इ कोर्ट की लखनऊ बेंच ने कहा कि वर्तमान में सेंसर बोर्ड को कोई निर्देश दिया जाना उचित नहीं है क्योंकि बोर्ड ने अभी इस मामले में कोई भी निर्णय नहीं लिया है. जस्टिस इम्तियाज़ मुर्तजा और जस्टिस देवेन्द्र कुमार उपाध्याय की बेंच ने कहा कि इस फिल्म को अभी सिनेमेटोग्राफर एक्ट 1952 की धारा 4 के अधीन प्रदर्शित किये जाने हेतु अनुमति नहीं मिली है और सर्टिफिकेट जारी किये जाने की प्रक्रिया अभी पूर्ण नहीं हुई है.
सुभाष चंद्रा ने जी न्यूज के क्राइम शो एडिटर नवीन कुमार की हवा निकाल दी, पढ़ें पत्र
नवीन कुमार जी न्यूज के क्राइम शो के एडिटर व एंकर हैं और कहा जा रहा है कि वो जी ग्रुप के आने वाले क्राइम चैनल के हेड हैं. उनको लेकर एक मेल जी के मालिक सुभाष चंद्रा ने जारी किया है. सुभाष चंद्रा के बिहाफ पर यह मेल जी के एचआर ने सभी लोगों के मेल पर फारवर्ड किया है. इस मेल में नवीन कुमार को अपने काम पर ध्यान देने, अपने क्राइम शो की गुणवत्ता को बढ़ाने और रिजल्ट देने की बात कही गई है. माना जा रहा है कि यह मेल बड़बोले नवीन कुमार की हवा निकालने के लिए कुछ दिन के लिए पर्याप्त है. पढ़ें सुभाष चंद्रा का पूरा पत्र…
पहली बार किसी दोस्त ने मेरे जन्मदिन को यूं यादगार बनाया : राणा यशवंत
Rana Yashwant : अर्से बाद फुर्सत और तसल्ली का ऐसा दिन गुजरा । और पहली बार किसी दोस्त ने मेरे जन्मदिन को यूं यादगार बनाया कि उम्र भर पीछे मुड़ मुड़कर याद करना अच्छा लगेगा। दीपक औऱ उनकी पत्नी अनूसुईया ने मेरे जन्मदिन की दावत रखी और दोस्ती की ऐसी तस्वीर रखी जिसको जब भी याद करो नाज सा होगा। मेरे और दीपक के बीच एक अजीब सी डोर है जो ना कभी ज्यादा तनती है और ना कभी ढीली पड़ती है । गहरी दोस्ती के बावजूद हम दोनों जरुरत भर की बात ही कर पाते हैं लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी मसले पर दोनों की राय अलग रही हो। अनूसुईया का जुड़ाव यूं भी दिखता है। कुछ ऐसा अधिकार उनके पास जो शायद उनके पास होना भी चाहिए।
कल्पतरु एक्सप्रेस अखबार से स्थानीय संपादक अरुण कुमार त्रिपाठी की विदाई की चर्चाएं
कई अखबारों में विभिन्न पदों पर काम कर चुके और इन दिनों आगरा से प्रकाशित हिंदी दैनिक कल्पतरु एक्सप्रेस के स्थानीय संपादक अरुण कुमार त्रिपाठी के बारे में चर्चा है कि उनकी कल्पतरु ग्रुप से विदाई हो गई है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है. अरुण त्रिपाठी पर कई तरह के आरोप हैं. उनकी कार्यशैली को लेकर काम करने वाले पत्रकारों में खासा रोष है. उन पर आरोप है कि उन्होंने एक पत्रकार को अपने घर पर कामकाज करने में लगा रखा था. साथ ही उन्होंने कल्पतरु ग्रुप की लाइब्रेरी के लिए आई दर्जनों महंगी किताबें हड़प कर अपने घर ले गए.
सुपरवाइजर ने पत्रकार को पीटा, एफआईआर दर्ज
पश्चिम बंगाल में मनरेगा योजना की रिपोर्टिग करने पहुंचे एक पत्रकार की जॉब सुपरवाइजर ने पिटाई कर दी। घायल पत्रकार ने नारायणपुर इंवेस्टीगेशन सेंटर में सुपरवाइजर के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है। आसनसोल जिले के आछड़ा ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत काम चल रहा था। स्थानीय पत्रकार काजल मित्र ने जब कार्य की प्रगति के बारे में सुपरवाइजर बाबी मजि से पूछताछ शुरू की तो उसने पत्रकार को उसे पीट दिया। उसका कैमरा भी तोड़ दिया।
Hindustan Advertisement Scandal : Sharma files his counter-affidavit in Supreme Court
New Delhi : Mr.Mantoo Sharma, Respondent No.-02 in the Special Leave Petition (Criminal) No. 1603 of 2013, filed by the Shobhana Bhartia, the chairperson of M/S Hindustan Media Ventures Limited (New Delhi), has filed his counter-affidavit in 315 pages in the Supreme Court on Sept, 16 recently. Mr.Mantoo Sharma is the informant in the Munger Kotwali P.S Case No. 445/2011 in Bihar.
फगवाड़ा में पत्रकार से लूट, होशियारपुर के पत्रकार को मातृ शोक
फगवाड़ा : शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे आधा दर्जन लुटेरों ने पत्रकार छवि भास्कर को लूट लिया। पुलिस को दी शिकायत में छवि ने बताया कि वह सैर करते जा रहे थे कि मॉडल टाउन रोड पर स्थित चावला वाच कंपनी से कुछ कदम आगे दो मोटरसाइकिलों पर सवार ६ लुटेरों ने घेर लिया। विरोध करने पर उन्होंने हाथापाई की तथा दातर के बल पर एप्पल आईफोन ४एस तथा नोकिया ई५१ तथा एक हजार रुपए तथा आईकार्ड निकाल लिए। इसके अलावा दो हीरे तथा एक पन्ने की अंगूठी भी छीन ली।
भड़ास को जिंदा रखने में आपका सक्रिय योगदान चाहिए
भड़ास यानि भड़ास4मीडिया.
भड़ास यानि भारत में वेब मीडिया का प्रचंड नाम.
भड़ास यानि भारत में न्यू मीडिया का अग्रदूत.
भड़ास यानि भारतीय मीडिया के करप्शन और शोषण के खिलाफ संघर्ष का सबसे बड़ा नाम.
भड़ास यानि संगठति भ्रष्टाचार और लूट के खिलाफ बेबाकी और बेखौफ का दूसरा नाम…
ईरान में पुरुष अपनी गोद ली हुई तेरह साल की बेटी से शादी कर सकेगा!
Balendu Swami : 'द गार्जियन' अखबार ने खबर दी है कि पिछले रविवार को ईरान की संसद ने एक बिल पास किया है जिससे की पुरुष अपनी गोद ली हुई 13 साल की बेटी से शादी कर सकेगा! लन्दन की मानवाधिकार वकील शादी सदर ने कहा है कि इसके फलस्वरूप बच्चों से शादी करने के लिए उनके गोद लेने की संख्या में बढ़ोत्तरी हो जायेगी! बोलो क्या कहोगे अब? क्या कोई शब्द हैं आपके पास?
गांधी शांति प्रतिष्ठान, दिल्ली में 10 दिनी पत्रकारिता एवं लेखन कार्यशाला 19 अक्टूबर से
गांधी शांति प्रतिष्ठान (नई दिल्ली) की ओर से एक दस दिवसीय पत्रकारिता एवं लेखन कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला प्रतिदिन दो घंटे (संध्या 5:30 से 7:30 तक) चलेगी. 19 अक्तूबर से 28 अक्तूबर 2013 तक चलने वाली यह कार्यशाला उन नवजवानों के लिए है जो पत्रकारिता या लेखन की दुनिया में कदम रखने वाले हैं या कदम रखने की सोच रहे हैं. यह उन नवजवानों के लिए भी है जो पत्रकारिता या लेखन को अपना कैरियर तो नहीं बनाना चाहते लेकिन किसी न किसी रूप में इस क्षेत्र से जुड़े रहना चाहते हैं.
गाजीपुर के गजानन्द की याद और रायफल क्लब का निर्माण
उन्नीसवी सदी में प्रकाशित कोई भी पुस्तक, जिसमें गाजीपुर जिले की चर्चा हो, और उसमें गजानन्द मारवाडी या गजानन्द सेठ की चर्चा न हो, खोज पाना र्दुलभ होगा। विभिन्न पुस्तकों, लेखों और जनश्रुति के आधार पर यह स्पष्ट है कि इस निराले व्यक्तित्व की सोच भी निराली थी। इनका मानना था कि सोचो वही जो लोकहित में हो। समझो वही जो लोकहित में हो और करो भी वही जो लोक हित में हो। निश्चित रूप से यह सर्वोत्तम सोच ही वह कारण था कि तत्समय में कोई भी कार्यक्रम चाहे वह सामाजिक हो धार्मिक हो या राजनैतिक, उसमें इनकी सक्रिय सहभागिता आवश्यक होती थी।
रही-सही कसर टैम के टीआरपी पैमाने ने पूरी कर दी जिसके आगे दूरदर्शन निस्तेज दिखने लगा
: सार्वजनिक प्रसारक की चुनौती और दायित्व : देश में जितनी तेजी से टेलीविजन चैनलों और एफएम रेडियो का विस्तार हुआ है, उतनी ही तेजी से इन पर प्रसारित हो रहे कंटेंट को लेकर सवाल भी उठ खड़े हुए हैं। बेशक बाजार में चमक-दमक भरी दुनिया वाले निजी चैनलों का दबदबा कायम है। क्षेत्रीय भाषाओं के साथ मिलकर कुल मिलाकर पांच सौ से ज्यादा टेलीविजन चैनलों की भारतीय दुनिया से सकारात्कम कंटेंट की विदाई या तो हो चुकी है या फिर प्रक्रिया में है।
मेरठी महापंचायत में महाभारत के दौरान मीडिया भी निशाने पर, काफी नुकसान
मेरठ : सरधना के भाजपा विधायक संगीत सोम की गिरफ्तारी और उन पर रासुका लगाए जाने के विरोध में आज रविवार को खेड़ा गांव में ठाकुर चौबीसी व हिंदू संगठनों द्वारा बुलाई गई महापंचायत में पुलिस-प्रशासन की मनमानी के चलते एक बार फिर हालात बिगड़ गए. पुलिस और महापंचायत में शामिल लोगों के बीच जमकर पथराव हुआ. पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. इस दौरान उग्र लोगों ने मीडिया को भी निशाना बनाया और एनडीटीवी की ओबी वैन पर पथराव किया. एक महिला पत्रकार की स्कूटी को भी फूंक दिया. अन्य कई नुकसान भी होने की सूचना है.
मोदी और मीडिया का मैजिक
Brahmaveer Singh : मीडिया को खुराक चाहिए। हर वक्त नए जायके के साथ। उसकी खुराक कम नहीं होती। सुरसा के मुंह की तरह बढ़ती ही जाती है। खुराक के लिए वह हर वक्त, बदल-बदलकर वह प्रतीक गढ़ती है। हर तरफ से लुटी-पिटी मायूस आवाम को उज्जवल भविष्य के प्रतिमान दिखाकर अपने लिए दर्शक बटोरती है। उनके प्रतिमानों को पनीर की तरह निचोड़ती है फिर बचे पानी की तरह उन्हें दरवाजे के बाहर नाली में फेंक देती है। और फिर नया प्रतिमान तलाशती है, निचोड़कर फेंक देने के लिए।
‘तहलका’ के पत्रकार शिरीष खरे की किताब ‘तहकीकात’ का इंदौर में हुआ विमोचन
इंदौर. युवा पत्रकार और मध्य प्रदेश में तहलका के वरिष्ठ संवाददाता शिरीष खरे की खोजी पत्रकारिता पर आधारित पहली पुस्तक ‘तहकीकात’ का विमोचन किया गया. इस दौरान देश के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई, दूरदर्शन के महाप्रबंधक त्रिपुरारी शरण, जाने-माने न्यूज एंकर आषुतोष, एक्सचेंज फॉर मीडिया के संपादक अनुराग बत्रा, सकाल (मराठी) के सलाहकार संपादक विजय नायक, नई दुनिया के समूह संपादक श्रवण गर्ग, अजय उपाध्याय, सुरेश बाफना और सीमा मुस्तफा जैसी हस्तियां मौजूद थीं.
मोदी की दिल्ली रैली की असल हकीकत बयान कर रहे हैं पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव
हाल ही में एक बुजुर्ग पत्रकार मित्र ने मशहूर शायर मीर की लखनऊ यात्रा पर एक किस्सा सुनाया था। हुआ यों कि मीर चारबाग स्टेशन पर उतरे, तो उन्हें पान की तलब लगी हुई थी। वे एक ठीहे पर गए और बोले, ''ज़रा एक पान लगाइएगा।'' पनवाड़ी ने उन्हें ऊपर से नीचे तक ग़ौर से देखा, फिर बोला, ''हमारे यहां तो जूते लगाए जाते हैं हुज़ूर।'' दरअसल, यह बोलचाल की भाषा का फ़र्क था। लखनऊ में पान बनाया जाता है।
Modi’s statement against Indian media objectionable : BEA
New Delhi, 29.09.2013 : The Broadcast Editors' Association finds Gujarat Chief Minister Mr. Narendra Modi's statement against Indian media at a public rally in New Delhi today as objectionable. The BEA believes that such statement aims at demeaning Indian media, which is a key institution of democracy.
जी टीवी पर प्रसारित कार्यक्रम ‘फियर फाइल्स’ को बंद कराने के लिए पत्र
सेवा में, श्रीमान अध्यक्ष महोदय जी, I.B.F. Delhi, विषय:- जी टीवी पर प्रसारित कार्यक्रम 'फियर फाईल्स' (डर की सच्ची तस्वीरें) के प्रसारण पर रोक हेतु प्राथना पत्र… श्री मान जी, निवेदन यह है कि जी टीवी पर शनिवार व रविवार को समय 22:30 – 23:30 बजे एक कार्यक्रम प्रसारित होता है जिसका नाम फियर फाईल्स (डर की सच्ची तस्वीरें) है. इसमें झूठी डरावनी कहानियां दिखाई जाती हैं जिसके कारण दर्शकों में अंधविश्वास बढ़ता है और आज के विज्ञान युग में ऐसे कार्यक्रमों को देखकर पढ़े-लिखे नौजवानों, बच्चों व बूढों में अंधविश्वास बढ़ता है और ढोंगी बाबा, तांत्रिकों को बढ़ावा मिलता है और वो दर्शकों को भूत, प्रेत, जिन, डायन, चुड़ैल आदि का डर दिखा कर आम जनता से मन चाहे रुपये वसूलते हैं.
नईदुनिया बनाम नईदुनिया
एक संस्थान था जिसका नाम नईदुनिया था। वहां काम करने वाले उसे जन्नत मानते थे और उसके बाहर तो मानो उनके लिए कुछ था ही नहीं। हालांकि दूसरे संस्थानों की तरह वहां भी सेटिंग, अपनों को उपकृत करना और कामचोरों का अस्तित्व था। रोमांटिक किस्म के किस्से कहानियां भी थीं वहां। काम चलाउ अफेयर से परा-वैवाहिक संबंध तक यहां पाए जाते थे। वक्त ने करवट बदली और नईदुनिया में सबकुछ बदल गया। कई लोगों ने आनन फानन में अपनी निष्ठाएं बदल डालीं। कई मक्कारों ने किसी न किसी ऐसी गाय की पूछ पकड ली जो श्रवण रूपी वैतरणी पार करा दे। किसी ने व्यास को सांटा तो किसी ने मिश्र को मक्कखन लगाया। कुछ तो सीधे श्रवण तक पहुंच गए।
भदोही के पत्रकार सुरेश के उत्पीड़न मामले में डीएम-एसपी और कोतवाल को कोर्ट ने किया तलब
भदोही । पुलिसिया उत्पीड़न से त्रस्त जनसंदेश टाइम्स के पत्रकार अपने हक की लडायी लडने में लगे हुए हैं। इसमें उनको सफलता भी मिल रही है। कुछ माह पहले ही पत्रकार सुरेश गांधी के उपर गुण्डा एक्ट के तहत कर्रवाई कर जिला बदर घोषित कर दिया गया था। इसके बाद कोर्ट ने सुरेश गांधी के जिला बदर पर रोक लगा दी।
जागरण का ‘गुरुकुल’ के साथ वफादारी निभाना जारी
बिहार के समस्तीपुर जिले में तीसरे पायदान पर जा पहुंचे ‘दैनिक जागरण’ एवं शैक्षिक संस्थान ‘गुरुकुल’ के रहस्यमय संबंध की विस्तृत जानकारी भड़ास के माध्यम से जागरण प्रबंधन सहित देश एवं दुनिया को दी गई. भड़ास पर ‘दैनिक जागरण विज्ञापन और पैसे के लिए ऐसे करता है किसी संस्थान को ब्लैकमेल’ शीर्षक से खबर प्रसारित होने के बाद से जागरण का मुजफ्फरपुर यूनिट एवं समस्तीपुर कार्यालय हतप्रभ रह गया. उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि आम पाठक इतनी बारीकी से उनकी हरकतों को वाच करते होंगे. उस रिपोर्ट में प्रकाशित सभी बातें जागरण के लिए ‘कड़वा सच’ के समान था.
पाकिस्तान में खुलेगा दाउद का न्यूज चैनल
पाकिस्तान में दहशत की जड़ें अब मीडिया को भी निगलने पर आमादा हैं। खबर है कि डी-कंपनी और आईएसआई अब मिलकर वहां न्यूज़ चैनल खोलने की तैयारी कर रहे हैं। दाऊद ने अपने खज़ाने इस चैनल के लिए खोल दिए हैं। इसमें काम करने वाले पाकिस्तानी पत्रकारों को महंगी गाड़ियां और सैलेरी ऑफर की जा रही है।
‘हिन्दुस्तान’ अखबार ने पप्पू की चमचागिरी में पत्रकारिता की अर्थी निकाल दी है
आपने 'हिन्दुस्तान' अखबार पढ़ा कि नहीं? हिन्दुस्तान अखबार ने पप्पू की चमचागिरी में पत्रकारिता की अर्थी निकाल दी है। राहुल गांधी द्वारा सांसदों-विधायकों को संरक्षण देने वाले अध्यादेश के खिलाफ व्यक्त किये गये बयानों पर हिन्दुस्तान अखबार ने कल एक पेज विशेष तौर पर दिया है और संपादकीय भी लिखा है जिसमें राहुल गांधी की चमचागिरी की हद हुई है। इसके पूर्व कई विपक्षी नेता अध्यादेश के खिलाफ बोले पर हिन्दुस्तान ने न तो विशेष संपादकीय लिखा और न ही कोई विशेष पेज निकाला।
दीपक चौरसिया ने एक बड़ा काम कर दिया है…. क्या और कैसे? इसे पढ़ें
Yashwant Singh : दीपक चौरसिया ने एक बड़ा काम कर दिया है. शायद इस काम का अंदाजा उन्हें भी न होगा. कितना बड़ा काम किया है, यह बताने से पहले एक कहानी बताना चाहूंगा. एक बार इंडिया टीवी में कार्यरत एक बंदे ने जी न्यूज में तत्कालीन संपादक रहे सतीश के. सिंह को एसएमएस किया. यह एसएमएस नौकरी मांगने के लिए एक मुलाकात करने के लिए था, मुलाकात के लिए टाइम मांगने के लिए था. कहा जाता है कि सतीश के. सिंह ने उस एसएमएस को विनोद कापड़ी को फारवर्ड कर दिया, उस विनोद कापड़ी को जो तब और अब भी इंडिया टीवी के मैनेजिंग एडिटर हुआ करते हैं. कापड़ी ने उस बंदे का अपने यहां क्या हश्र किया होगा, यह बताने की जरूरत नहीं है.
दैनिक जागरण के स्टेट एडिटर्स का नाम प्रिंट लाइन में जाएगा
दैनिक जागरण प्रबंधन ने लंबे समय बाद मालिकों के अलावा किसी अन्य पत्रकार का नाम प्रिंट लाइन में डालना स्वीकार कर लिया है. स्टेट एडिटर्स का नाम प्रत्येक प्रदेश में दैनिक जागरण प्रिंट लाइन में प्रकाशित करने का फैसला प्रबंधन ने लिया है. मीनाक्षी शर्मा को हरियाणा और पंजाब का स्टेट एडिटर बनाया गया है. इन प्रदेशों में मीनाक्षी का नाम स्टेट एडिटर के रूप में प्रिंट लाइन में जाएगा.
सड़क हादसे में हिंदुस्तान, मुजफ्फरपुर के पत्रकार राकेश मिश्रा घायल
बिहार के मुजफ्फरपुर से खबर है कि हिंदुस्तान अखबार के पत्रकार राकेश मिश्रा सड़क हादसे में घायल हो गए हैं. उनका पैर टूट गया है. राकेश हिंदुस्तान में जनरल डेस्क इंचार्ज हैं. शुक्रवार को आफिस आते वक्त उनकी बाइक एक ट्रक से टकरा गई. आगे चल रहे ट्रक के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिया जिससे उनकी बाइक जा भिड़ी. उनका इलाज मुजफ्फरपुर के मां जानकी हास्पिटल में चल रहा है. उनका दाया पैर टूटा है. उनकी स्थिति खतरे से बाहर है.
अमिताभ अग्निहोत्री के दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रार्थना सभा तीस को
समाचार प्लस न्यूज चैनल में मैनेजिंग एडिटर के रूप में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री के पिता डा. जेपी अग्निहोत्री का 18 सितंबर को निधन हो गया. उनकी स्मृति में और श्रद्धांजलि देने के लिए एक प्रार्थना सभा का आयोजन तीस सितंबर को किया जा रहा है. आयोजन स्थल है गाजियाबाद में वसुंधरा के सेक्टर 5 में उत्सव पार्टी लान (बुद्धा चौक के नजदीक). समय दिन में बारह बजे.
देखो पत्रकारों, ये नमो तुम्हें गद्दार बताकर चला गया!
Vineet Kumar : देखो पत्रकार, तुम तो दिन-रात घुसकर मारो पाकिस्तान को, पाकिस्तान पर हल्ला बोल टाइप के पैकेज और स्टोरी चलाते हो लेकिन ये नमो तुम्हें गद्दार बताकर चला गया. कहा- इस देश के पत्रकार नवाज शरीफ की बैठकर मिठाइयां खा रहे थे, मनमोहन सिंह को देहाती औरत कहा और तुमने कुछ नहीं कहा..तुम एक बार भी नरेन्द्र मोदी से असहमत होकर स्टोरी करोगे कि पत्रकार अगर नवाज शरीफ या किसी दूसरे देश के प्रधानमंत्री या लोगों से बात करता है तो वो गद्दार नही हो जाता. तुम्हें शर्म नहीं आती, लगातार उनके चारण में पैकेज दर पैकेज ठेले जा रहे हो.
ये चुनाव पेड न्यूज से आगे बढ़कर पेड विजुअल की तरफ शिफ्ट हो गया
Vineet Kumar : 2013-14 का चुनावी कवरेज पेड न्यूज से आगे बढ़कर पेड विजुअल की तरफ शिफ्ट हो गया है. दिल्ली में मोदी और बीजेपी की चल रही रैली में ये बहुत साफ दिखाई दे रहा है..आखिर ये कैसे संभव है कि लगभग सारे चैनलों की फुटेज के कैमरा एंगिल एक तरह से हैं.
मेरी एक छोटी सी चुहल से वीरेंद्र यादव प्रश्नाहत हो गए
Dayanand Pandey : मेरी एक छोटी सी चुहुल से वीरेंद्र यादव आप इस तरह प्रश्नाहत हो गए और ऐसा लगा जैसे आप यादवों के प्रवक्ता हो गए हों। और किसी ने आप की दुखती रग को बेदर्दी से दबा दिया हो। जब हिंदी संस्थान के पुरस्कारों की घोषणा हुई तब मैं ने आप को व्यक्तिगत रुप से फ़ोन कर के बधाई दी थी, समारोह में भी। यह भी आप भूल गए? हां, मैं ने इस टिप्पणी में चौथीराम यादव को ज़रुर याद करने की कोशिश की। रचनाकार को याद उस की शक्लोसूरत से नहीं किया जाता, उस की रचनाएं उस की याद दिलाती हैं।
‘प्रतिरोध का सिनेमा’ के बहाने संगठित होते युवा : झीलों की नगरी उदयपुर में दो दिवसीय फ़िल्मोत्सव संपन्न
उदयपुर। द ग्रुप, जन संस्कृति मंच और उदयपुर फ़िल्म सोसायटी के सयुंक्त तत्वावधान में आज आरएनटी मेडिकल कॉलेज के सभागार में प्रतिरोध का सिनेमा के पहले उदयपुर फ़िल्म उत्सव का आगाज हुआ। फिल्मोत्सव का आगाज ‘उदयपुर फ़िल्म सोसायटी’ की प्रग्न्या, संगम और पंखुड़ी के गाये ‘तू ज़िंदा है, तू ज़िंदगी की जीत पे यकीन कर’ गाने के साथ हुआ।
मुजफ्फरनगर के फसादियों को मुस्लिम छात्राओं का करारा जवाब
बाराबंकी। मुजफ्फरनगर में फिरकेवाराना फसाद कराने वालों के मुंह पर आज करारा तमाचा मारकर यह पैगाम दिया असन्द्रा के मलका तालीम गाह डिग्री कालेज की मुस्लिम छात्राओं ने। लैपटॉप वितरण समारोह में ईरान में तालीम हासिल कर रहे अल्लामा रजा हैदर और ग्राम्य विकास मंत्री अरविन्द सिंह गोप की मौजूदगी में मां की वन्दना कर सब को आश्चर्यचकित कर दिलों को एकता का बंधन बांधने का पैगाम दे डाला।
भास्कर ने इंदौर में बर्बाद कर दिया पच्चीस लाख रुपये का स्कूली ग्राउंड
इंदौर : स्कीम-54 स्थित गुजराती स्कूल का जो मैदान समाज के खैरख्वाहों ने निजी राजनीतिक स्वार्थ के कारण गरबे के लिए दैनिक भास्कर समूह को नि:शुल्क दिया है उसे 25 लाख रुपए से ज्यादा खर्च करके समाज ने सालभर पहले ही स्टेडियम की तरह संवारा था। इसमें 150 से ज्यादा पौधे और लाखों की विलायती घास लगाई गई थी जिसे रविवार को साधारण सभा में मिली मंजूरी से पांच दिन पहले ही भास्कर समूह ने उखाड़कर फेंकना शुरू कर दिया। हालात यह है कि पांच दिन पहले तक जहां बच्चे चौके-छक्के लगा रहे थे उसी मैदान की छाती पर आज घास-पेव्हर उखाड़कर तंबू के लिए कीलें ठोके जा रहे हैं।
इंदौर में राजदीप सरदेसाई ने भारतीय समाज को मुफ्तखोर कहा
इंदौर। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और इंदौर प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में ‘पत्रकारिता का नया दौर और चुनौतियां’ विषय पर होटल फार्च्यून लैंडमार्क में आयोजित राष्ट्रीय परिसंवाद में वक्ताओं ने कहा कि वक्त के साथ पत्रकारिता का दौर भी बदल रहा है। इस नए दौर में साथ चलने के लिए पत्रकार और पाठक दोनों को बदलना होगा। श्री त्रिपुरारि शरण, महानिदेशक, दूरदर्शन ने कहा कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में फर्क है। प्रिंट वाले जो लिखते हैं वे बहुत सोच-समझकर अपनी बात कहते हैं, लेकिन जो बोलते हैं जरूरी नहीं कि वह पहले उस पर सोचते हैं। आज पत्रकारिता में विश्लेषण करने की क्षमता कम होती जा रही है। दूरदर्शन पर आज चाणक्य, बुनियाद, हम लोग और व्योमकेश बक्क्षी जैसे ऐतिहासिक सीरियल इसलिए दोबारा दिखाए जा रहे हैं ताकि नई पीढ़ी के लोग हमारी संस्कृति को करीब से जान सके।
राहुल गांधी ने सिर्फ अपनी मां सोनिया और अपने पीएम मनमोहन का नाम बदनाम किया
Kanwal Bharti : अगर राहुल गाँधी जनता को यह दिखाना चाहते हैं कि वह राजनैतिक क्रान्ति लाना चाहते हैं, तो वह गलतफहमी में हैं. अध्यादेश बकवास है, उसे फाड़ कर रद्दी की टोकरी में डाल दो, यह कहने से क्रान्ति नहीं होती है. यह ड्रामा है, और जनता इसे अच्छी तरह जानती है. क्या यह संभव है कि सरकार कोई अध्यादेश लाये और सोनिया-राहुल को उसकी खबर तक न हो? पूरा देश जान रहा था कि सरकार दाग़ी नेताओं को बचाने के लिए बिल ला रही है, उसे राहुल न जानते हों, कौन यकीन करेगा?
जिसके साथ सात लोगों ने गैंग रेप किया, उसे दो सौ कोड़े मारे जाने की सजा मिली
Balendu Swami : सउदी अरब में एक 19 साल की लड़की के साथ 7 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया, और उसे इस्लामिक कानून के अनुसार 200 कोड़े मारने तथा 6 महीने जेल की सज़ा मिली. उसका जुर्म ये था कि वो कार में जिनके साथ बैठी थी वो उसके रिश्तेदार नहीं थे. पहले उसे 90 कोड़े मारने की सज़ा मिली थी परन्तु उसके वकील ने सज़ा पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करी और इस सम्बन्ध में मीडिया से बात करी इसलिए उसकी सज़ा 90 की जगह बढाकर 200 कोड़े कर दी गई और उसके वकील का वकालत करने का लाइसेंस भी छीन लिया गया.
लड़कों की बजाय, लड़कियों का आना अच्छा लगता है
Manisha Pandey : बहुत सारे लड़के मेरे दोस्त हैं और बहुत प्यारे दोस्त हैं। एकदम यारबाश। लेकिन फिर भी घर आकर पार्टीबाजी करें तो मजे के साथ-साथ बहुत गुस्सा आता है। जबकि लड़कियों का आना, रहना, पार्टी करना, दारू पीकर लोटना सब अच्छा लगता है।
कारण?
जब जेब काटने के बाद जेबकतरा भाई ने मेरी मां को पैसा भेजा!
Nitin Sharma : बस से उतरकर.. जेब में हाथ डाला, मैं चौंक पड़ा.., जेब कट चुकी थी..। जेब में था भी क्या..? कुल 150 रुपए और एक खत..!! जो मैंने अपनी माँ को लिखा था कि – ''मेरी नौकरी छूट गई है; अभी पैसे नहीं भेज पाऊँगा…।'' तीन दिनों से वह पोस्टकार्ड मेरी जेब में पड़ा था। पोस्ट करने को मन ही नहीं कर रहा था। 150 रुपए जा चुके थे..। यूँ 150 रुपए ..कोई बड़ी रकम नहीं थी., लेकिन जिसकी नौकरी छूट चुकी हो, उसके लिए 150 रुपए 1500 सौ से कम नहीं होते..!!
भगत सिंह के जन्मदिन पर भारत सरकार ‘युवा दिवस’ क्यों नहीं मनाती?
Manish Sisodia : शहीदे आज़म भगत सिंह की एक और जयंती पर एक सवाल – पूरा देश भगत सिंह का अगाध सम्मान करता है, फिर भी उनके जन्मदिन पर भारत सरकार 'युवा दिवस' क्यों नहीं मनाती. सरकारी युवा दिवस स्वामी विवेकानंद की जन्मतिथि पर मनाया जाता है. इसका कारण क्या हो सकता है? अपूर्वानंद ने एक शानदार लेख जनसत्ता में लिखा है. जो लोग भगत सिंह में थोडी भी आस्था रखते हैं उन्हें यह लेख ज़रूर पढ़ना चाहिए. तमाम तरह के विवाद का खतरा उठाते हुए अपूर्वानंद का कहना है कि 'डिफाल्ट सेटिंग' में हिन्दू मानसिकता का नुकसान भगत सिंह को पहुंचा है. इसीलिए छदम राष्ट्रवादियों की सरकारों के दौर में भी भगत सिंह को वह सम्मान नहीं मिल सका.
शहीद भगत सिंह के मायने
Ambarish Rai : आज शहीदे आज़म भगत सिंह का जन्म दिन है.वे आज भी देश के नौजवानों के लिए बदलाव के संघर्ष में प्रेरणास्रोत एवं नायक बने हुए हैं. उपभोक्तावादी संस्कृति एवं बाज़ार की ताकतें तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें इस मुकाम से बेदखल नहीं कर सकीं हैं. इसलिए वे अब भगत सिंह के मायने ही बदल देना चाहती हैं.
मुंबई इमारत दुर्घटना में पत्रकार योगेश पवार का निधन
मुंबई। यहाँ के डाकयार्ड में शुक्रवार को हुई एक इमारत दुर्घटना में मराठी दैनिक सकाळ के संवाददाता योगेश पवार का निधन हो गया. योगेश के पिता मुंबई मनपा विभाग में कार्यरत हैं. दुर्घटना में उनके पिता के घायल होने की खबर है. खबर लिखे जाने तक इस दुर्घटना में 50 से अधिक लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली है.
प्रिंट मीडिया ने सरकार से कहा, एफडीआई की सीमा बढ़ाकर 49 प्रतिशत की जाये
बेंगलूर : इंडिया न्यूजपेपर सोसायटी (आईएनएस) ने प्रिंट मीडिया क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाकर 49 फीसदी करने पर जोर दिया है. आईएनएस ने कहा कि मीडिया कंपनियों को विस्तार के लिए धन के प्रवाह की जरूरत है, क्योंकि और वृद्धि की संभावनाएं व्यापक हैं.
आईआईएमसी फर्स्ट बैच के दो छात्रों की पच्चीस साल बाद हुई यशवंत के घर पर मुलाकात
Yashwant Singh : आईआईएमसी के पहले बैच के दो विद्यार्थी करीब पच्चीस साल बाद आज मिले.. वो भी मेरे घर पर… मुंबई से सीनियर बिजनेस जर्नलिस्ट कमल शर्मा दिल्ली आए हुए हैं. उनसे परिचय, जान-पहचान हिंदी ब्लागिंग के शुरुआती दौर से है. तब उनका एक ब्लाग 'वाह मनी' हुआ करता था. अपन लोग 'भड़ास' ब्लाग चलाते थे. हम सारे हिंदी ब्लागरों की फीड 'ब्लागवाणी' डाट काम पर आया करती और वहां हम सब अपने अपने ब्लाग की रेटिंग, हिट्स आदि देख-देख कर खुश हुआ करते.
कौटिल्य ने अब दीपक चौरसिया के स्टूडियो में बैठे-बैठे छींकना शुरू कर दिया है
Vineet Kumar : कौटिल्य ने अब स्टूडियो में बैठे-बैठे छींकना शुरु कर दिया है, दीपक चौरसिया ने कहा- आपको कोल्ड हो रहा है. कौटिल्य का जवाब है- नहीं, दरअसल मेरे घर में एसी नहीं है न और यहां है इसलिए.मैंने तो कभी एसी भी नहीं देखा. दीपक चौरसिया का जवाब होता है- लेकिन ये स्टूडियो तो बिना एसी के चलेंगे नहीं. मैं आपको एसी दिखाउंगा.
राहुल गांधी आज भसड़ मीडिया के एंटीवायरस साबित हुए
Vineet Kumar : हम राहुल का शुक्रिया अदा करते हैं. ये आज कांग्रेस के लल्ला नहीं बल्कि भसड़ मीडिया के एंटीवायरस साबित हुए हैं. आज अगर उन्होंने ये बयान नहीं दिया होता तो जापानी पार्क में तो भाजपा का शेर कल गरजता लेकिन चैनल में ये काम आज शाम से ही प्राइम टाइम में शुरु हो जाता. क्रॉस कटिंग की तर्ज पर इसे क्रॉसटाइमिंग कह सकते हैं. आपको राहुल की स्मार्टनेस का कायल होना चाहिए कि उन्होंने वीकएंड को शेर के खाते में जाने के बजाय आज से ही झाम कर दिया.
Print media to govt: raise FDI ceiling to 49 pc
Bangalore : The Indian Newspaper Society today made a pitch for enhancing the FDI ceiling in print media to 49 per cent, saying media companies need inflow of funds to expand as there are significant prospects for more growth. In his Presidential address at the 74th Annual General Meeting of the INS here, K N Tilak Kumar said that at a time when the print media in the western world was on a path of rapid decline in the last few years, in India it had grown exponentially in the last few decades and there are significant prospects for more growth in the coming years.
लखीमपुर में पत्रकार से अभद्रता मामले में चौकी इंचार्ज हटे
लखीमपुर : लखनऊ से प्रकाशित हिंदी दैनिक समाचार पत्र के स्थानीय फोटो पत्रकार से महिला थाने में अभद्रता करने वाले चौकी इंचार्ज को पुलिस अधीक्षक ने हटा दिया है। एसपी ने सीओ सिटी की जांच के बाद यह कार्रवाई की है। इस मामले में संलिप्त एएसपी के गनर पर अभी तक कार्रवाई तय नहीं हुई है। महिला थाने में महिला पुलिस से एक सपा नेता द्वारा कथित अभद्रता की सूचना पाकर कवरेज करने गए पत्रकार मोहम्मद साजिद से अभद्रता करने वाले जेल गेट चौकी इंचार्ज शिव चरन लाल को वहां से हटा दिया गया है।
पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारु ने दी पीएम को त्यागपत्र देने की सलाह
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारु ने आज उन्हें सलाह दी है कि अध्यादेश के मुद्दे पर राहुल गांधी ने उनपर हमला कर उनके ‘अधिकारों की जो अवज्ञा ’ की है उसे देखते हुए उन्हें त्याग पत्र दे देना चाहिए.
चोरी करते क्राईम रिपोर्टर ही कैद हो गया सीसीटीवी कैमरे में!
मुंबई। अब तक दूसरे लोगों के सीसीटीवी कैमरे में कैद होने की खबर प्रसारित करने वाला एक रिपोर्टर ही कलयुगी सीसीटीवी की नजरों कैद हो गया. इस सीसीटीवी कैमरे ने बॉस यानि न्यूज़ चैनल के एचआर हेड को सारी घटना का उल्लेख भी कर दिया. मामला मुंबई स्थित एक नेशनल चैनल के कार्यालय का है, जहाँ नाईट ड्यूटी के दौरान सीसीटीवी कैमरे ने अपने क्राईम रिपोर्टर को कंप्यूटर का माउस व अन्य सामान चुराते कैमरे में कैद कर लिया.
मीडिया घरानों को धमकी देने के आरोप में इंजीनियर गिरफ्तार
इंफाल : मणिपुर में पत्रकारों, मीडिया घरानों और अखबार वितरकों को कथित तौर पर धमकी देने के आरोप में एक निजी कंपनी के 30 वर्षीय इंजीनियर को गिरफ्तार किया गया है। गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे, उपमुख्यमंत्री गैखानगम ने बताया कि इंफ्राटेल कंपनी में काम करने वाले थोकचोम प्रियोकुमार को कल थोबल जिले के काकचिंग इलाके से गिरफ्तार किया गया। (भाषा)
अवधेश बच्चन प्रमोट, प्रदीप श्रीवास्तव कार्यमुक्त
खबर है कि दैनिक जागरण, पानीपत के सीनियर न्यूज एडिटर अवधेश कुमार बच्चन को प्रमोट करके एसोसिएट एडिटर बनाया गया है. उनके काम से खुश होकर संजय गुप्ता ने तीन साल में तीन प्रमोशन दिए हैं. डीएनई से एनई, फिर सीनियर एनई और अब एसोसिएट एडिटर.
नवीन जोशी ने इस सूरमा पत्रकार को उल्टे पांव लौटा दिया था
लखनऊ। राजधानी में खुद को सूरमा पत्रकार समझने वालों की कोई कमी नहीं हैं। गलत सही सारे धंधे करते हैं, लेकिन दिखावा ऐसा करते हैं कि इनसे ईमानदार कोई नहीं है। यहां से प्रकाशित एक अंग्रेजी के हिंदी दैनिक संस्करण के एक ऐसे ही तथाकथित ईमानदार और डेस्क पर काम करने वाले एक अखबार कर्मी अपनी इसी स्वनिर्मित छवि की बदौलत नई पारी शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि जब तक वो स्वतंत्र भारत और वायस आफ लखनऊ में रहे तब अपने काम की कोई छाप नहीं छोड़ नहीं पाए। लेकिन उन्हें लगता है कि वे ईमानदारी की बात लिखकर टॉप के तीन में से किसी अखबार में जाकर अपने फन का लोहा मनवा लेंगे।
एसओ को ओबलाइज करने के लिए दैनिक जागरण ने दो बार छाप दी खबर
दैनिक जागरण में अधिकारियों को ओबलाइज करने का धंधा पुराना है. मैनेजमेंट और पत्रकार अपने उल्टे सीधे काम करवाने के लिए अधिकारियों की छोटी-छोटी उपलब्धियों को तो तानकर छापते हैं, लेकिन कोई पीडि़त ऐसे लोगों के खिलाफ खबरें देता है तो उस खबरों को कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है. जागरण में सबसे ज्यादा पुलिसवालों को ओबलाइज किया जाता है ताकि समय आने पर उनका गलत इस्तेमाल किया जा सके. ऐसा ही मामला शाहजहांपुर में सामने आया है.
भगत सिंह जन्म दिवस पर : हम कहेंगे इन्कलाब जिन्दाबाद
: 28 सितंबर पर विशेष : भगत सिंह को जानने का सबसे बेहतर तरीका होगा कि भगत सिंह के विचारों की उर्जा की कड़ी से हम जुड़ें जिससे जुड़ कर खुद भगत सिंह ने एक नए हिन्दुस्तान का सपना देखा था। 28 सितंबर लायलपुर बंगा में जन्म लेने वाले भगत सिंह ने शोषण विहीन समाज का सपना देख इंकलाब-जिन्दाबाद का नारा बुलंद करते हुए कहा कि हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक कि हमें लूटने वाले रहेंगे, फिर वो गोरे अंग्रेज हो या फिर विशुद्ध भारतीय। मानवीय संवेदना, मानवीय गरिमा और बराबरी का सपना लिए इन्कलाब-जिन्दाबाद का नारा बुलंद करने वाले मात्र 23 वर्षीय भगत सिंह और उनके साथियों ने आजादी की लड़ाई को एक नया रास्ता दिखाया और कहा कि इस क्रांति का इस शताब्दी में सिर्फ एक मतलब हो सकता है, वो है जनता के लिए जनता की राजनीतिक शक्ति हासिल करना!
मोदी के पीएम बनने संबंधी सवाल पर अमिताभ ने पत्रकारों से कहा- आप बेहतर जानते होंगे
मुंबई: अमिताभ बच्चन गुजरात राज्य के ब्रांड एंबेसडर हैं। टीवी पर उन्हें गुजरात में पर्यटन को बढ़ावा देने संबंधी विज्ञापनों में देखा जाता है। लेकिन जब भी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में उनसे प्रश्न पूछा जाता है तो वे जवाब दने में कतराते दिखते हैं। हाल ही में मुंबई में हुए एक समारोह में जब उनसे पूछा गया कि क्या वह नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए उपयुक्त मानते हैं, तो वह बड़ी सफाई से इसका जवाब टाल गए।
मनजीत सिंह आईबीएफ के अध्यक्ष पुनर्निर्वाचित, पुनीत गोयनका और रजत शर्मा उपाध्यक्ष बने रहेंगे
मुंबई : इंडियन ब्राडकास्टिंग फाउंडेशन (आईबीएफ) में मल्टी स्क्रीन मीडिया के मनजीत सिंह 2013-14 के लिए अध्यक्ष पुनर्निर्वाचित हुए हैं। मल्टी स्क्रीन मीडिया सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन एवं सेट मैक्स जैसे चैनल चलाता हैं। आईबीएफ बोर्ड की कल मुंबई में हुई बैठक में राहुल जौहरी (डिस्कवरी) को उपाध्यक्ष चुना गया।
भास्कर डाट काम वाले शांत हो चुके मुजफ्फरनगर दंगे से हिट्स बटोरने में जुटे!
मीडिया का धंधा कितना गंदा है, इसे जब गहराई से समझेंगे तो उबकाई आने लगेगी. मुजफ्फरनगर में दंगा शांत हो चुका है. लोग अपने सामान्य जीवन की तरफ लौट चुके हैं. पर मीडिया का एक हिस्सा इसे जिलाए हुए है. कई वजहों से बदनाम भास्कर डाट काम वालों ने मुजफ्फरनगर के स्थानीय अखबारों की रिपोर्टिंग की कतरनों को इकट्ठा कर उसे पिक्चर स्लाइड बना चुके हैं और भड़कीले शीर्षकों से पाठकों के सामने परोस चुके हैं. इन शीर्षकों और स्थानीय अखबारों में छपी खबरों को पढ़कर मन अशांत हो जाता है.
पंडित आयुष की नई पारी, चंद्रमोहन ठाकुर जागरण से हटाए गए, कुछ अन्य इधर-उधर
न्यूज एक्सप्रेस चैनल में क्राइम और स्पेशल इनवेस्टीगेशन बीट देख रहे पंडित आयुष के बारे में सूचना है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नई पारी की शुरुआत लाइव इंडिया न्यूज चैनल के साथ एसआईटी (स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम) हेड के रूप में की है. पंडित आयुष कई चैनलों में क्राइम बीट देख चुके हैं.
मजीठिया वेजबोर्ड पर आखिरी सुनवाई इसी एक अक्टूबर से
पत्रकारों और गैर-पत्रकारों के वेतन रिवीजन के लिए गठित मजीठिया वेज बोर्ड मामले की आखिरी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में इसी एक अक्टूबर से की जाएगी. इस मसले पर सुनवाई काफी समय से लटकी है और टल रही है. अब सुप्रीम कोर्ट ने फाइनल हियरिंग के लिए एक अक्टूबर 2013 की तारीख तय कर दी है.
यौन उत्पीड़न के आरोपी राजशेखर व्यास दूरदर्शन से हटाकर एआईआर में भेजे गए
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद पर कार्यरत आभा शुक्ला ने प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार को लिए एक पत्र लिखकर कहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रसार भारती के तहत संचालित दूरदर्शन के अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल राज शेखर व्यास के खिलाफ लिए गए एक्शन के संबंध में मंत्रालय को जानकारी दी जाए. छेड़छाड़ और उत्पीड़न के आरोपी व्यास अब ऑल इंडिया रेडियो में शिफ्ट किए जा चुके हैं. प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जवाहर सरकार का कहना है कि वे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के हिसाब से कदम उठा रहे हैं.
Prasar Bharati chief denies taking ‘lenient’ view of DD sexual harassment case
Prasar Bharati CEO Jawhar Sircar has maintained that "appropriate action" under the Central Civil Services (Conduct) Rules and relevant legal guidelines was taken against a top Doordarshan official in a sexual harassment case, saying suggestions that he had parried on the issue were "mischievous".
मजदूर नेता पर सेवक ने लगाया दुराचार का आरोप, सीडी पुलिस को दी (देखें वीडियो)
सोनभद्र : रेणुकूट नगर में एक कामगार यूनियन के महामंत्री द्वारा अपने ही सेवक के साथ अप्राकृतिक दुराचार का मामला सामने आया है. भुक्तभोगी ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाने के बाद उसकी सीडी तैयार करवाया और पुलिस के हवाले कर दिया। इसके खुलासे के बाद सभी हैरत में पड़ गए। निजी कंपनी में काम करने वाले एक यूनियन के महामंत्री का सेवक शुक्रवार को पिपरी थाने पहुंचा। उसने थानाध्यक्ष को एक सीडी दी और आपबीती बताई। उसका कहना था कि उसके साथ 72 वर्षीय कामगार नेता पिछले पांच वर्षों से अप्राकृतिक दुराचार कर रहा है।
‘राइट टू रिजेक्ट’ का हाल दरअसल दूर के ढोल सुहावने जैसा है.
: 'राइट टू रिजेक्ट' कानून 1857 का गदर है जो 1947 में जाकर असर दिखा पाया था : सुप्रीम कोर्ट ने राइट टू रिजेक्ट को कानून सम्मत मानते हुए अगले चुनावों में इसे अमली जामा पहनाने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश 'पीपल्स यूनियन फार सिविल लिबर्टीज' (PUCL) नामक संगठन की याचिका पर दिया है. इसे आने वाले विधानसभा चुनावों में प्रभावी रूप से लागू करने का आदेश भी दिया गया है. इस आदेश के ऐसे समय में आने पर कुछ सवाल मन में जरूर उठते हैं.
टाइम्स आफ इंडिया पर अपनी किताब 13 वर्षों में पूरी कर पाईं संगीता, पढ़िए कुछ अंश
संगीता पी. मेनन मल्हान ने 'टीओआई' पर एक किताब लिखा है. यह प्रोजेक्ट 13 वर्षों बाद पूरा हुआ. किताब को हार्पर कालिंस ने प्रकाशित किया है. किताब के कुछ अंश यहां प्रकाशित किए जा रहे हैं, साथ ही लेखिका के बारे में भी कुछ जानकारी दी जा रही है…
भाजपा को सत्ता मिली तो दशकों तक कीमत चुकानी होगी!
भारतीय जनता पार्टी का हर एक कार्यकर्ता और राजनेता बार-बार इस बात को नकारता आया है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का भाजपा के राजनैतिक मामलों में किसी प्रकार का हस्तक्षेप रहता है। लेकिन पहले नितिन गडकरी की और अब नरेन्द्र मोदी की ताजपोशी को लेकर जिस प्रकार संघ ने खुलकर भाजपा को निर्देश दिये हैं, उससे ये बात निर्विवाद रूप से साफ हो गयी है कि संघ एक ऐसा संगठन है, जिसके पास किसी भी प्रकार की लोकतान्त्रिक ताकत नहीं है, फिर भी वह भाजपा को संचालित करता रहा है।
आसाराम के आदमी बचाव में बंटवा रहे पर्चे, पढ़िए क्या लिखा है
आसाराम मामले को लेकर मीडिया ट्रायल के बाद अब आसाराम के आदमी खुद आसाराम के बचाव में निकल पड़े हैं और इसके लिए बाकायदा पर्चे छपवा कर आसाराम समर्थकों के बीच बंटवाया जा रहा है. आसाराम खेमे की कोशिश है कि यौन शोषण प्रकरण के बाद आसाराम के भक्तों की संख्या में कमी न आए और आसाराम का बचाव समुचित तरीके से किया जाए. इसके लिए पर्चे पर पूरी बात आसाराम के फेवर में लिखकर बंटवाने की रणनीति अपनाई गई है. नीचे वो पर्चे हैं जो आसाराम समर्थक आसाराम के भक्तों के बीच वितरित करा रहे… पढ़ने के लिए नीचे दिए गए पर्चों के ठीक उपर क्लिक कर दें…
चिटफंड कंपनी से पैसे लेकर चुप रहे पर 1500 करोड़ लेकर संचालक भाग गए तो अखबार वाले भी छापने लगे
प्रिय यशवंत जी, बहुत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला के मुसाबनी प्रखंड के जादूगोड़ा (जहां यूसिल का माइंस है) इलाके में अवैध चिट-फंड संचालक कमल सिंह एवं दीपक सिंह द्वारा राज-कॉम कंपनी खोलकर निवेशकों का लगभग पन्द्रह सो करोड़ रुपये हड़प लिया गया. अब दोनों भाई फरार हो गए हैं. यह सब कुछ गोरखधंधा जादूगोड़ा थाना से मात्र कुछ गज की दूरी पर हो रहा था.
‘के न्यूज’ चैनल के दुर्दिन
कानपुर से चलने वाले 'के न्यूज' में मालिकों की खींचातानी और आपसी तालमेल में कमी के चलते जोशोखरोश से शुरू हुआ चैनल दम तोड़ता नजर आ रहा है.. लगातार पुराने लोगों के छोड़ने और नए व कम पैसे में काम करने वाले लोगों के जुड़ने से चैनल में तालमेल गड़बड़ होने लगा है.. एमडी के रूप में काम संभाल रहे यश अग्रवाल सब कुछ देखने का दावा करते हैं.. पर उनके पास निर्णय का कोई अधिकार नहीं है.. छोटी से छोटी बात के लिए वे धर्मेश चतुर्वेदी और अंशुल गुप्ता से बात करते हैं.. फिर भी फैसला होने में कई दिन लग जाते हैं..
क्या खुद को टीवी न्यूज़ का अमिताभ समझने लगे हैं दीपक चौरसिया?
इंडिया न्यूज़ पर 'जीनियस का टेस्ट लाइव' नाम से शो लेकर आए हैं देश के 'नं.4' न्यूज़ चैनल के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया। मौका खुशी का था तो कौटिल्य पंडित (इंडिया का गूगल ब्वाय) और उसके दादा से केक कटाया। साथ ही ऐलान किया, न्यूज़ टीवी के अनोखे शो 'जीनियस का टेस्ट लाइव' का। इस शो के दौरान दीपक ने कौटिल्य से सवाल पूछे। एक सवाल की कीमत होगी दो हज़ार रुपये रखी गई।
मुजफ्फरनगर के हत्यारों की तरफ से मुंह मोड़े बैठी है यूपी सरकार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश शांत हो गया है। दंगों के दर्द को पीछे छोड़कर जनता अपने काम धंधे में लग गई है। वह लोग भी अपने गमों को भुलाने की कोशिश में हैं जिनके परिवार को जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा था। उन्हें इस बात की चिंता जरूर सता रही है कि दंगों का राजनीतिकरण होने के कारण कहीं असली गुनाहगार जिन्होंने खुल कर हत्याओं, हिंसक वारदातों और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया था, बच न जायें। क्योंकि अभी तक कथित रूप से दंगा भड़काने वाले कुछ नेताओं और छुटपुट लोगों के अलावा दंगे में शामिल रहने वालों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। कई बेगुनाह और तमाशबीन ही नहीं रिक्शा चलाने और मजदूरी करने वालों को भी गुड वर्क दिखाने के चक्कर में पुलिस ने सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। वहीं असली गुनाहगार खुलेआम अपने आकाओं के संरक्षण में घूम रहे हैं।
कोई कार्यक्रम-सेमीनार टाइप होता तो राहुल जी सबको डांट ही देते…
Abhishek Srivastava : खालीपन से ऊब कर अभी टीवी चैनल बदल रहा था। अचानक ज़ी बिज़नेस पर राहुल देव जी नरेंद्र मोदी पर बोलते दिखे। दो सेकंड ठिठका और सुनने की कोशिश करने लगा कि वे क्या कह रहे हैं। जितने में संदर्भ आदि समझ में आता, एक हिलते-डुलते पगलाए एंकर ने उनका मुंह ही नोंच लिया। राहुल जी बोलते रहे और उनकी आवाज़ को म्यूट कर के एंकर उनका एक वाक्य लेकर ऐसे उछलने लगा जैसे किसी ने पीछे से पेट्रोल डाल दिया हो।
लोकतंत्र का असली मंदिर संसद भवन नहीं बल्कि हमारा सुप्रीम कोर्ट है : असीम त्रिवेदी
Aseem Trivedi : दागी नेताओं के खिलाफ ऐतिहासिक निर्णय और फिर राईट टू रिजेक्ट के बाद तो लगने लगा है की लोकतंत्र का असली मंदिर संसद भवन नहीं बल्कि हमारा सुप्रीम कोर्ट है. सुप्रीम कोर्ट ने वो सभी काम सम्हाल लिए हैं जिसकी जिम्मेदारी सही अर्थों मे हमारी संसद की थी. देखकर आश्चर्य होता है की सुप्रीम कोर्ट जनता की लड़ाई लड़ रहा है और जनता घर मे बैठकर टी वी पर खबरें देख रही है. दागियों के पक्ष मे सरकार के अध्यादेश के बाद कहीं भी कोई प्रोटेस्ट देखने मे नहीं आया. क्या प्रतिरोध की सारी धाराएं थम चुकी हैं.
हिंदी में अमर उजाला के उदय कुमार ह्वाइट हाउस जाने के लिए चुने गए
Udai Kumar Sinha : मैं उन 5 खुशकिस्मत पत्रकारों में हूं जिनका चयन कल व्हाइट हाउस जाने के लिए हुआ है। हिंदी अखबार से एकमात्र मुझे लिया गया है। 2 अंग्रेजी, एक क्षेत्रीय भाषा और एक न्यूज चैनल के पत्रकार हैं।
दैनिक ट्रिब्यून के संपादक संतोष तिवारी को मातृ शोक
दैनिक ट्रिब्यून के संपादक श्री संतोष तिवारी की माता जी श्रीमती विमला देवी का कानपुर में निधन हो गया है। वे अंत तक स्वस्थ और सक्रिय थीं। उनकी उम्र 75 वर्ष के आसपास थी. वे अपने पीछे दो पुत्र और चार पुत्रियां छोड़कर गई हैं। उनकी एक पौत्री, साक्षी, जो श्री संतोष तिवारी की पुत्री हैं, 92.7 बिग एफएम रेडियो में लोकप्रिय आरजे हैं। आप संतोष तिवारी से 08283844664 पर संपर्क कर सकते हैं।
बिनोद सिन्हा पांकी विधानसभा क्षेत्र में अभी से बहा रहा पैसा!
उसके पास रातों रात कमाया हुआ अपार सफेद-काला पैसा है। वह हाल ही में करीब 44 माह बाद जमानत पर जेल से छूटा है। उस पर अरबों-खरबों के घपले-घोटालों के कई मामले चल रहे हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री एवं चाईबासा के वर्तमान सांसद मधु कोड़ा का लंगोटिया यार रहा है। उसे अरबों रुपये के घोटाले के आरोपी कोड़ा एंड कंपनी का मुख्य सूत्रधार भी माना जाता है। आज कल दवा घोटाले के मुख्य आरोपी मधु कोड़ा मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री रहे भानु प्रताप शाही की गलबहियां डाल रखा है। वह किसी किमत पर कहीं से विधान सभा चुनाव जीतना चाहता है।
देह-मुक्ति का सवाल दलित स्त्रीवाद का सवाल नहीं है : अनिता भारती
‘दलित स्त्रीवाद का सभी मुक्तिकामी आन्दोलनों की उपलब्धियों पर दावा है, सबके साथ अलायंस है, सबकी सीमाओं को अहसास कराते हुए..’ …यह निष्कर्ष पिछले २४ सितम्बर को 'दलित स्त्रीवाद : चुनौतियां और लक्ष्य' विषय पर हुए परिचर्चा का था, जिसे 'स्त्रीकाल' (स्त्री का समय और सच) पत्रिका के 'दलित स्त्रीवाद अंक' के प्रकाशन के अवसर पर 'स्त्रीकाल' और 'आल इण्डिया बैकवर्ड स्टूडेंट्स फोरम' के द्वारा आयोजित किया गया था.
वीके सिंह को फंसाने के लिए जो रपट उछाली गई, वह केंद्र के गले की फांस बनी
जनरल वी.के. सिंह को बदनाम करने के लिए सरकार ने जब एक गोपनीय रपट को अखबारों में उछलवाया था तो पिछले हफ्ते मैंने लिखा था कि यह सरकार का देशद्रोहपूर्ण कार्य है। उस समय सरकार के बारे में मेरी यह राय कुछ लोगों को काफी कठोर मालूम पड़ रही थी लेकिन अब जबकि सरकार की पोल अपने आप खुलती जा रही है तो वह और उसके नेता हाय-तौबा मचाने लगे हैं। वी.के. सिंह को फंसाने के लिए जो रपट उछाली गई थी, वही अब केंद्र सरकार के गले का हार बन गई है। सरकार को अब पता चल रहा है कि इस रपट को सार्वजनिक करने के दुष्परिणाम क्या होंगे।
समझदारों का पागलखाना
कभी-कभी ऐसा होता है जब हम किसी ऐसे व्यक्ति से मिलें और उन्हें कभी भूल न पाएं। यह जरूरी नहीं कि हम उनका नाम जानें और वे बहुत प्रसिद्ध व्यक्ति हों। उनका इनसान होना भी जरूरी नहीं है। जैसा कि वे चार उल्लू, जो रात को घर आते वक्त मुझे रास्ते में मिलते थे। वे किसी सैनिक की तरह लाइन बनाकर एक दीवार पर बैठते थे। उनमें से जो सबसे मोटा था, शायद वह उनका कमांडर था। एक दिन मैंने उनकी गिनती की तो उनमें से एक उल्लू गायब मिला। मुझे बहुत फिक्र हुई। बाद में मैंने अनुमान लगाया कि शायद उल्लुओं के बीच साप्ताहिक अवकाश का कोई समझौता हो गया है। उल्लू मुझे बहुत पसंद हैं। खासतौर से उनका चेहरा। वे स्वभाव से ही मुझे जिज्ञासु लगते हैं। उनके काम का तरीका पूरी दुनिया से अलग है।
दागी ‘माननीयों’ के लिए कवच
विवादित हो चले नए अध्यादेश से मनमोहन सरकार एक बार फिर अपने हाथ जला बैठी है। लेकिन, किसी ‘पवित्र हवन’ के चक्कर में सरकार के हाथ नहीं झुलसे हैं। यदि दो टूक अंदाज में कहा जाए, तो सरकार को अपनी राजनीतिक गोटें बैठाने की कुछ कीमत देनी पड़ रही है। पिछले तीन-चार सालों से सरकार हर छोटे बड़े फैसले पर आलोचनाओं के ऐसे तीर झेलती आ रही है।
श्रेष्ठता का संघर्ष है ब्राह्मणवाद
अपने पैतृक गांव डिहरा (औरंगाबाद, बिहार) से बाहर निकलने के बाद ‘ब्राह्मणवाद’ शब्द से लगातार पाला पड़ता रहा। भाषणों से लेकर सामाजिक चर्चाओं में हावी रहा यह शब्द। एक बार मैंने एक गोष्ठी में कहा कि हम ब्राह्मणवाद के समर्थक हैं। हम चाहते इतना हैं कि इस व्यवस्था में जो श्रेष्ठता ब्राह्मणों की है, वह यादवों को प्राप्त हो। इसके बाद हमारे दूसरे साथियों ने इसका विरोध भी किया। लेकिन आखिर ब्राह्मणवाद है क्या श्रेष्ठता के संघर्ष के अलावा।
फोटो जर्नलिस्ट गैंगरेप के एक आरोपी को लेकर खोया-पाया का खेल
मुंबई : मुंबई में एक महिला फोटो पत्रकार के साथ गैंगरेप के पांच आरोपियों में से एक के बारे में बताया गया कि वह 'लापता' है, लेकिन बाद में ठाणे के अतिरिक्त महानिदेशक (कारागार) ने बताया कि वह जेल में है। सिराज रहमान खान नामक इस आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया जाना था, लेकिन उसे पेश नहीं किया जा सका और मामला शुक्रवार तक के लिए टल गया।
खबर छपने से नाराज विधायक समर्थकों ने राष्ट्रीय सहारा, पटना के संपादक को पीटा
पटना से खबर है कि राष्ट्रीय सहारा के संपादक दयाशंकर राय के साथ जदयू विधायक सतीश कुमार यादव के समर्थकों ने मारपीट की है. समर्थक एक अखबार में विधायक को अपराधियों का संरक्षक बताए जाने से नाराज थे. संपादक की परेशानी यह थी कि वे अपना बचाव भी नहीं कर सकते थे, क्योंकि वे उसी विधायक के आवास में रहते थे, जिसके खिलाफ उनके अखबार में खबर प्रकाशित हुई थी. इस मामले की जांच करने नोएडा से एडमिनिस्ट्रेशन हेड सीबी सिंह जाने वाले हैं. 2 अक्टूबर को समूह संपादक रणविजय सिंह के भी जाने की योजना है.
आईपीएस प्रवीण कुमार एम्स में भर्ती, आंख में दिक्कत
पहले नोएडा के एसएसपी रहे और इन दिनों मुजफ्फरनगर के एसएसपी के रूप में कार्यरत प्रवीन कुमार के बारे में सूचना मिली है कि आंख में दिक्कत के कारण उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती होना पड़ा है. बताया जा रहा है कि मुजफ्फरनगर के एसएसपी पद पर तैनाती के ठीक पहले उनका आंख का कोई आपरेशन हुआ था, जिसमें अब कोई दिक्कत आ गई है. इसी कारण से उन्हें एडमिट होना पड़ा है.
‘जी न्यूज’ से काफी आगे निकल गए, अब अगले की बारी है : रवि शर्मा
'इंडिया न्यूज' चैनल के एडिटर क्राइम रवि शर्मा ने अपने फेसबुक वॉल पर इंडिया न्यूज में जश्न के माहौल की एक तस्वीर शेयर की है. एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया और मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत बुके पकड़े हुए. दोनों के चेहरे खिले हुए. रवि शर्मा ने स्टेटस में लिखा है कि जी न्यूज से हम लोग काफी आगे निकल गए हैं और अब नेक्स्ट की बारी है… यानि उनका इशारा साफ है कि अब इंडिया टीवी को निगलने की तैयारी है.. रवि शर्मा के वॉल से तस्वीर व स्टेटस का प्रकाशन किया जा रहा है..
क्या सेक्सुअली कुंठित हैं आजतक की वेबसाइट चलाने वाले!
Kamal K. Jain : अपने आप को पिछले बारह साल से सर्वश्रेष्ठ बताने वाले इस न्यूज चैनल की वेबसाइट पर पिछले पांच छ: दिन से इस एक खबर का लिंक बार-बार दिया जा रहा है, इस लिंक में जो स्टोरी खुल रही है उसमें किसी कपल के हाईवे पर चलती गाड़ी में सेक्स करने का ब्यौरा दिया गया है. कुछ अस्पष्ट सी तस्वीरे भी है… मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि चैनल वालों को इसमें क्या महत्वपूर्ण नज़र आ रहा है जो लगातार इसी खबर का लिंक शेयर किये जा रहे हैं… ये जो गाड़ी में सवार थे, उनमें कोई इनका रिश्तेदार सवार था क्या…
सेना कश्मीर के मंत्रियों को फंड उपलब्ध कराने में लगेगी तो ऐसे हमले कैसे रुकेंगे!
Manish Sisodia : जम्मू कश्मीर में फिर आतंकी हमला…. ये महज आतंकी हमला है या अमेरिका यात्रा पर गए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओबामा से मुलाकात से पहले एक कूटनीतिक संदेश? क्या किसी के पास सूचना है कि हमारे देश के किन किन नेताओं या उनके दामाद, मामा-भांजे आदि, पाकिस्तान के किस नेता या उसके रिश्तेदार के साथ व्यापारिक रिश्ते रखते हैं और उनकी कमाई कितनी तेजी से बढी है?
‘लव जेहाद’ की हकीकत
संघ परिवार का 'थिंक टैंक' नए-नए मिथक गढ़ता में बहुत माहिर है। मुसलमानों के बारे में संघ परिवार ऐसे-ऐसे मिथक गढ़ता है कि कभी हंसी आती तो कभी उस पर तरस आता है। बहुत पहले से संघ परिवार ने 'लव जेहाद' का मिथक गढ़ रखा है। शुरू में तो यही पता नहीं चल पाया कि यह 'लव जेहाद' बला क्या है। धीरे-धीरे पता चला कि संघ परिवार ने एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत यह अफवाह फैलाई कि मुस्लिम लड़के अपनी पहचान छिपाकर भोली और मासूम हिंदू लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाकर उनसे शादी करते हैं और बाद में उनका धर्म-परिवर्तन कराते हैं।
शेखर गुप्ता यूपीए सरकार की कठपुतली : जनरल वीके सिंह
इन दिनों इन्डियन एक्सप्रेस और जनरल वीके सिंह दोनों सुर्खियों में हैं. पिछले 18 महीने में इन्डियन एक्सप्रेस में दूसरी बार अपने खिलाफ खबर छपने से वीके सिंह बहुत गुस्से मे हैं. रिटायर्ड जनरल ने खुद के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट को दुर्भावना से प्रेरित बताया है. उन्होंने अपने ट्विटर एकाउन्ट पर इन्डियन एक्सप्रेस के सम्पादक के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है.
समृद्ध जीवन परिवार के दैनिक अखबार ‘लाइव इंडिया’ का प्रकाशन शुरू
समृद्ध जीवन समूह ने मीडिया क्षेत्र में एक कदम और आगे बढ़ाया है। कंपनी ने अब दैनिक अखबार प्रकाशित करना शुरू किया है। 'लाइव इंडिया' नाम से ये अखबार फिलहाल दिल्ली से प्रकाशित किया जा रहा है। बारह पेज के इस अखबार में सप्ताहांत के दौरान दो विशेष परिशिष्ट भी प्रकाशित किए जाएंगे। इस अखबार के प्रमुख संपादक एनके सिंह हैं। वहीं संपादकीय दायित्व डॉ. प्रवीण तिवारी को दिया गया है।
एडीजी लॉ एंड आर्डर अरुण कुमार का तबादला, मुकुल गोयल को जिम्मेदारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार का तबादला कर दिया गया है। उन्हें पुलिस हेडक्वार्टर से अटैच कर दिया गया है। अरुण कुमार की जगह मुकुल गोयल को नया एडीजी लॉ एंड आर्डर बनाया गया है। इससे पहले मुकुल जीआरपी में तैनात थे।
जम्मू में पुलिस और सेना कैंप पर आतंकी हमला, लेफ्टिनेंट कर्नल समेत 12 की मौत
श्रीनगर : जम्मू के कठुआ और सांबा में आतंकियों ने दोहरा हमला कर पुलिसकर्मियों और सैनिकों समेत 12 लोगों की हत्या कर दी है। सूत्रों के मुताबिक मारे गए लोगों में सेना का एक लेफ्टिनेंट कर्नल भी शामिल है। इन हमलों में कई लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें सेना के कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल हैं। सेना ने जवाबी कार्रवाई जारी रखी है। सेना की वर्दी पहनकर आए चार में से दो आतंकी भी मारे गए हैं।
भाजपा के इस प्रवक्ता का जवाब नहीं, पत्रकार मित्रों से कराते हैं विरोधियों की हजामत
लखनऊ : कहते हैं कि कोई मरे, कोई मौजै गावें। अखबारों में छपने की भूख और टीवी चैनलों पर दिखने की अतृप्त लालसा ने उत्तर प्रदेश भाजपा के एक प्रदेश प्रवक्ता को इस कदर दीवाना बना दिया है कि उनके अपने गाडफादर तो मेडिकल कालेज में डेंगू से जूझ रहे हैं, लेकिन यह प्रवक्ता महोदय कलफ लगा कुर्ता और पायजामा पहनकर भाजपा मुख्यालय में आकर डंट जाते हैं। जबकि गॉडफादर की बदौलत ही उन्होंने नाम और दाम दोनों बनाया।
वीरेंद्र यादव का यादव हो जाना!
: लाभ (सम्मान) जब थूकता है तो उसे हथेली पर लेना पड़ता है -परसाई : बहुत पहले यह पढ़ा था, अब साक्षात देख रहा हूं। आप भी ज़रा इस का ज़ायका और ज़ायज़ा दोनों लेना चाहें तो गौर फ़रमाइए। और आनंद लीजिए परसाई के इस कथन के आलोक में।
दीपक चौरसिया चबा जाएगा विनोद कापड़ी को! इंडिया न्यूज की टीआरपी में फिर उछाल
दीपक चौरसिया ने हिंदी टीवी न्यूज इंडस्ट्री के ठेकेदार संपादकों को धूल चटा दिया है. जो संपादक लोग टीआरपी को माई-बाप बताकर इसके लिए दिन भर लोटते-फेंकते-लपेटते रहते थे, अब उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है दीपक चौरसिया ने. इस हफ्ते फिर इंडिया न्यूज की टीआरपी बढ़ गई है. अब यह न्यूज चैनल इंडिया टीवी के गर्दन तक पहुंच गया है. हिंदी न्यूज इंडस्ट्री के विश्लेषकों का कहना है कि इंडिया न्यूज और किसी को नहीं बल्कि इंडिया टीवी का नंबर दो का स्थान लेगा.
यूपी में लांच होगा नेटवर्क10, मुकुल त्रिपाठी एवं ज्ञान स्वामी समेत कई जुड़े
देहरादून से संचालित होने वाला न्यूज चैनल नेटवर्क10 जल्द ही यूपी में भी अपना पांव पसारने जा रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले नेटवर्क10 को यूपी में लांच करने की तैयारी है. गोमती नगर में चैनल का ऑफिस बनकर तैयार है. चैनल का स्टेट हेड मुकुल त्रिपाठी को बनाया गया है. मुकुल इसके पहले अमर उजाला और लोकमत में लंबे समय तक कार्य कर चुके हैं.
गाजीपुर के तत्कालीन सांसद विश्वनाथ सिंह गहमरी की बात सुनकर जब रो पड़े थे नेहरू जी
कभी अनावृष्टि तो कभी अतिवृष्टि का शिकार, कभी गंगा नदी की बाढ़ तो कभी प्राशासनिक / राजनैतिक स्तर से आयी भ्रष्टाचार की बाढ़ में बह रहे पूर्वांचल की बेचारगी पर जब दृष्टि पड़ती है तब याद आती है वह घटना। हमें विश्वास है कि आप सब महानुभाव इस बात को भूल भी गये होंगे कि उत्तर-प्रदेश, पूर्वाचल की लोकसभा सीट गाजीपुर से चुने गये सांसद विश्वनाथ सिंह गहमरी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के प्रधानमंत्रित्व काल में पूर्वांचल में व्याप्त गरीबी की सच्ची तस्वीर दिखाने की गरज से संसद में बैलों के गोबर को घोल कर उसमें से अनाज छान कर निकाला और बताया कि पूर्वांचल में गरीबी व भुखमरी की यह स्थिति है कि आमजन के भोजन का यह गोबर से निकला हुआ अनाज ही एक मात्र सहारा है।
अलीगढ़ में हुए विराट पत्रकार सम्मेलन और पत्रकार सम्मान समारोह को लेकर कुछ बातें
यशवन्त भाई नमस्कार, गत 15 सितम्बर को अलीगढ़ के खैरेश्वर धाम स्थित स्वामी हरिदास नाट्यशाला परिसर में चल रहे विराट देवछठ मेले में एक विराट पत्रकार सम्मेलन और पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. मंडलीय स्तर पर हुये इस आयोजन में हाथरस, मथुरा, एटा और अलीगढ़ के पत्रकारों का सम्मान किया गया. इस समाराह के आयोजक के रूप में अलीगढ़ में पंजाब केसरी समाचार पत्र के मंडल प्रभारी पंकज धीरज और दैनिक जागरण अलीगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र मोहन जी का बोलबाला रहा. इस समारोह के दौरान हुई 2 -3 चीजें मैं आपसे बताना चाहता हूँ, आप चाहें तो अपने स्तर से इसे प्रकाशित भी कर सकते हैं.
पीटीआई के पूर्व पत्रकार पी एन लक्ष्मण नहीं रहे
नयी दिल्ली : प्रेस ट्रस्ट आफ इंडिया के पूर्व वरिष्ठ पत्रकार पीएन लक्ष्मण का लंबी बीमारी के बाद कल रात निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। लक्ष्मण के परिवार में उनकी पत्नी और बेटा रमेश है। लक्ष्मण सोवियत संघ के जमाने में मास्को और काठमांडो में प्रेस ट्रस्ट के प्रतिनिधि रहे थे। (भाषा)
तीसरी दुनिया के लोगों को कीड़े-मकोड़ों की तरह समझने वाले अमेरिका को ब्राजील ने यूं किया नंगा
: जैसे को तैसा- अमेरिका और यूरोप के आप्रवासन प्रक्रिया के संदर्भ में : जान स्मिथ ब्राज़ील का रहने वाला था. वो हर सप्ताह अमेरिका अपने बिज़नस के लिए आता जाता था. अक्टूबर 2001 में वो न्यूयार्क एयरपोर्ट पर उतरा और जब आप्रवासन प्रक्रिया के लिए काउंटर पर गया तो ऑफिसर ने उसे शूज, टाई, कैप, कोट उतारने को कहा उसने ये आदेश मानने से इंकार कर दिया, ऑफिसर ने उससे उसका पासपोर्ट ले कर वापस जाने का हुक्म दिया, जान स्मिथ अगली फ्लाइट से ब्राज़ील वापस आ गया.
शशिशेखर फिर बने प्रधान संपादक और प्रताप सोमवंशी वरिष्ठ स्थानीय संपादक!
हिंदुस्तान अखबार में गजब खेल चल रहा है. जैसे कोई राष्ट्रीय अखबार न होकर किसी कस्बे का होली-दिवाली निकलने वाले टुंटपूंजिया अखबार हो. कभी प्रधान संपादक का पद और इसे ओढ़ने वाले का नाम गायब हो जाता है तो कभी वरिष्ठ स्थानीय संपादक को प्रमोट कर संपादक बनाकर नाम छाप दिया जाता है. फिर कभी प्रधान संपादक का नाम आने लगता है. आजकल फिर से हिंदुस्तान में प्रधान संपादक के रूप में शशि शेखर का नाम जाने लगा है. प्रताप सोमवंशी फिर से संपादक से वरिष्ठ स्थानीय संपादक के रूप में डिमोट कर दिए गए हैं.
नए संपादकों के आने के बाद लाइव इंडिया में कानाफूसी का माहौल गरम
जैसा हर किसी मीडिया संस्थान में होता है, अगर टॉप लेवल पर बदलाव हो जाए और नए मैनेजिंग एडिटर और एडिटर इन चीफ आ जाएं तो हर कर्मी दहशत से भर जाता है. सबको ये पहली आशंका होती है कि कहीं उन्हें बाहर का रास्ता न दिखा दिया जाए. आमतौर पर देखा गया है कि नए बासेज जाते हैं तो अपने पीछे अपनी टीम लाते हैं और पुराने समय से कार्यरत लोगों को ऐन-केन प्रकारेण बाहर का रास्ता दिखाते हैं. हालांकि अभी तक लाइव इंडिया में किसी पर गाज तो नहीं गिरी है लेकिन बैठक मीटिंग डांट डपट कसने रगड़ने का दौर शुरू हो चुका है.
ट्रांसफर से डरे हुए हैं जी न्यूज के रीजनल चैनलों के कर्मी
जी न्यूज मुख्यालय में कार्यरत वो मीडियाकर्मी जो जी के रीजनल न्यूज चैनलों में सेवा दे रहे हैं, इन दिनों ट्रांसफर के डर से परेशान हैं. हाल में ही जी न्यूज का राजस्थान चैनल लांच हुआ. इसमें काफी लोगों की भर्ती हुई. अब कई लोगों का नोएडा से जयपुर ट्रांसफर किया जा रहा है. ऐसे ही जी के अन्य रीजनल न्यूज चैनलों में काम करने वालों के सिर पर तलवार लटक रही है.
अवैध गिरफ्तारी व हिरासत में रखना आईएएस, तहसीलदार और पुलिस अधिकारी को भारी पड़ा
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने सुरेश कुमार शर्मा को अवैध हिरासत में रखने के प्रकरण में राज्य सरकार को 2 लाख रुपये मुआवजा देने और घटना में संलिप्त आईएएस अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही को 3 माह की अवधि में निपटाने के निर्देश दिए हैं. न्यायाधिपति राजीव शर्मा ने रिट याचिका सुरेश कुमार शर्मा बनाम हिमाचल राज्य का दिनांक 2.9.13 को निपटान देते हुए यह आदेश दिया है. |
मेरे और संजय में कई समानताएं, हम दोनों के नाम के आगे ‘किशोर’ है
Amarendra Kishore : गाँव में बड़े बुजुर्गों के मुह से सुना करता था कि 'किस्मत स्वयं कुछ नहीं देता, उसे भी पुरुषार्थ की जरुरत पड़ती है' और यही बात संस्कृत के अपने गुरूजी पंडित रामलखन मिश्र जी कहा करते थे। चाणक्य ने भी लिखा है कि 'भाग्य पुरुषार्थ का अनुसरण करती है'। सच कहिये तो इन तमाम बातों को साबित किया है संस्थान के संगी संजय किशोर ने। संजय हिन्दी पत्रकारिता का विद्यार्थी नहीं था बल्कि वह तो विज्ञापन के संसार में अपना वजूद तलाशने के मकसद से भारतीय जन संचार संस्थान आया। उसके जीवन का उद्देश्य ही था चलते रहो, चलते रहो. और आज संजय एनडी टीवी में चीफ कोरेस्पोंडेंट है. संजय मेरी बधाई कबूल कीजिये!
चोर पकड़ने में जुटे ब्यूरो चीफ को पुलिस वालों ने पीटकर हवालात में बंद किया
: दैनिक पुष्प सवेरा के हाथरस ब्यूरो चीफ पर टूटा पुलिस का कहर : सुरक्षा गार्ड सहित साथी कर्मचारी की जमकर की धुनाई : रात भर रखा हवालात में बंद : हाथरस। वह कहता रहा कि कि मेरा कसूर क्या है लेकिन खाकी धारियों ने एक ना सुनी। आगरा से प्रकाशित समाचार पत्र पुष्प सवेरा के ब्यूरो चीफ, उसके गनर और कर्मचारी के साथ हुई हाटटॉक के बाद खाकी धारियों ने तीनों की जमकर पिटाई कर दी। वहीं चोर की सूचना पर फोर्स सहित पहुंचे एसआई ने ब्यूरो चीफ की एक न सुनी और मारपीट कर थाने ले जाकर हवालात में डाल दिया।
‘न्यूज एक्सप्रेस’ पर आज से एसएन विनोद का ‘बेबाक’ कार्यक्रम शुरू
देश के पहले हाई डेफिनिशन न्यूज़ चैनल 'न्यूज एक्सप्रेस' पर आज रात साढे सात बजे से 'बेबाक' कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है. इस कार्यक्रम को देश के जाने माने पत्रकार और न्यूज़ एक्सप्रेस के एडिटर (महा.) एसएन विनोद होस्ट कर रहे हैं. कार्यक्रम के पहले एपिसोड में एसएन विनोद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी की बेबाक नोकझोक देखने को मिलेगी. एसएन विनोद से बातचीत में नितिन गडकरी ने बीजेपी और देश की राजनीति से जुड़े अहम सवालों पर बेबाकी से अपनी राय जाहिर की.
नई दुनिया, इंदौर से एक चिट्ठी : हर जगह मारकाट का आलम
नईदुनिया, इंदौर में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. श्रवण गर्ग के रवैये से कई लोग परेशान हैं. भड़ास4मीडिया को भेजे गए एक पत्र में बताया गया है कि अंदर कुछ भी ठीक नहीं है. हर जगह मारकाट का आलम है. काम के लोगों को निपटाने का खेल चल रहा है. इंदौर से फ्रंट पेज बनकर पूरे ग्रुप में जाता है. यहां सबसे अधिक अंधेर है. श्रवण को अंधेरे में रख गंगेश मिश्र निपटाओ खेल खेल रहा है. यहां के काबिल न्यूज एडिटर जयेंद्र गोस्वामी को जमकर प्रताड़ित किया गया. सुना है भास्कर ने हाथोंहाथ उन्हें ले लिया. यहां से जल्द ही दो-तीन और तैयारी में हैं.
मुंबई में पत्रकारों का नि:शुल्क हार्ट चेकअप
: Free cardiac check-up for the Fourth Estate of democracy : Heart diseases have become number one killer not only in India but Worldwide. It is no more a disease associated with old age, but of late many in their early 30’s have breathed their last due to heart ailments. There are many reasons which cause heart diseases, and stress in one of them. Today’s work culture, pressure of meeting, deadlines has distributed our lifestyle due to which majority of the working class are stressed out.
मनीष तिवारी को सोशल मीडिया सबसे बड़ा बिना कायदे कानून वाला स्थान नजर आता है!
शिलांग : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सोशल मीडिया धरती पर ‘सबसे बड़े बिना कायदे कानून वाले स्थान’ का प्रतिनिधित्व करता है और उसके नियमन के लिए कुछ संस्थागत नियम जरूरी हैं। तिवारी ने कहा कि मानवजाति के इतिहास में ढेर सारे स्थानों पर स्थित इतने लोगों के हाथों में कभी भी इतनी अधिक ताकत नहीं रही।
आईजी तनूजा को दूसरी बार आयोग से जुर्माना
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा मांगी गयी सूचना नहीं देने के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सूचना आयोग ने आईजी कार्मिक तनूजा श्रीवास्तव पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया है. ठाकुर ने स्वयं को जातिविहीन कहे जाने से सम्बंधित मामले में पत्रावली के नोटशीट की प्रतियां मांगी थीं.
पत्रकारों की परीक्षा लेनी है तो बीबीसी वालों से कुछ सीखिए
Nadim S. Akhter : ये देखकर वाकई में बहद दुख होता है कि कुछ संपादक लोग पत्रकारों की पहचान सामान्य ज्ञान (General knowledge) के कीड़े के रूप में करना चाहते हैं. नौकरी देनी है तो सामने वाले के सामान्य ज्ञान का टेस्ट लेना जरूरी समझते हैं. मेरी समझ से किसी पत्रकार की पहचान उसकी सोच-समझ-संवेदनशीलता और किसी खबर के बारे में उसके दृष्टिकोण को लेकर होनी चाहिए. ऐसे ही और भी कई मापदंड बनाए जा सकते हैं लेकिन सामान्य ज्ञान के टेस्ट को मैं बहुत ही गैरवाजिब मानता हूं.
ट्रिब्यून के एक पत्रकार ने जसदीप मल्होत्रा और एसके कालिया पर उंगली उठाई
Naresh Arora : ट्रिब्यून के एक पत्रकार भाई ने जसदीप मल्होत्रा जी के निधन के तुरंत बाद एक खबर लिखी है …इस खबर में मल्होत्रा जी और एसके कालिया पर ऊँगली उठाई गयी है ..हो सकता है इस पत्रकार को मल्होत्रा जी से किसी प्रकार की जलन हो लेकिन कौन सा तरीका हुआ …
Doordarshan official faces sex offence charge
An internal probe at Prasar Bharati, India’s public broadcaster, has found that a top official sexually harassed a junior employee, prompting the information and ministry to issue an order to book him under relevant laws. This has now snowballed into a turf war. The ministry wants the matter to be handed to the police at once under “The Sexual Harassment of Women at Workplace (Prevention, Prohibition and Redressal) Act, 2013”.
विजय प्रकाश की छुट्टी, जागरण नोएडा से जुड़े कई युवा पत्रकार, जिया न्यूज मुंबई संग मनोज, कई अन्य इधर-उधर
दिल्ली से प्रकाशित होने वाले दैनिक अखबार नेशनल दुनिया के फीचर विभाग में कार्यरत विजय प्रकाश भी छंटनी के शिकार हो गए हैं. वे पांच महीने पहले ही इस अखबार से जुड़े थे. इसके पहले वे दैनिक जनवाणी, मेरठ और दैनिक जागरण, नोएडा में कार्यरत रह चुके हैं.
दिल्ली विस चुनाव : समय न्यूज नेटवर्क और हब पल्स के सर्वे में भी ‘आप’ को झमाझम वोट
दिल्ली विधान सभा चुनाव के परिणामों के लिए हब पल्स ‘समय’ पार्टनर ने मिलकर एक मीडिया सर्वे कराया. जिसमें मतदाताओं से उनकी राय लेनी की कोशिश की गयी. इनमें 99 प्रतिशत लोगों को तो चुनाव के बारे में पता था लेकिन 1 प्रतिशत लोग अब भी इस चुनाव के बारे में अनभिज्ञ हैं कि विधान सभा चुनाव होने भी हैं या नहीं. अगर दिल्ली में कल विधान सभा चुनाव हो जाएं तो किस पार्टी को जनता कितने प्रतिशत वोट करेगी?
शैलेंद्र मणि के जाने के बाद जनसंदेश टाइम्स, गोरखपुर को कइयों ने गुडबॉय कहा
शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी के जनसंदेश गोरखपुर से जाने के अटकलों के बीच कुछ अन्य महत्वपूर्ण लोगों के और इस अखबार से जाने की चर्चाएँ जोरो पर हैं। खबर है कि अभी हाल ही में हिंदुस्तान से आये सर्कुलेशन मैनेजर प्रेम श्रीवास्तव एक महीने की नौकरी कर के जनसंदेश को गुडबाय कर गए। काफी ताम-झाम और योजनाओ के साथ अख़बार की संख्या बढ़ाने की बातें करने वाले प्रेम जनसंदेश गोरखपुर की पांच लोगों की कमेटी और अपने वेतन के मुद्दे में उलझ कर रह गए थे। पिछले कई महीनो से सर्कुलेशन विभाग मनीष पाण्डे और सूरज सिंह के जाने के बाद बिना किसी मुखिया के संचालित हो रहा था, प्रेम के जाने से एक बार फिर सर्कुलेशन विभाग खाली हो गया।
राजस्थान हाईकोर्ट में बैक डोर एंट्री से नौकरी : कोर्ट से जुड़े कइयों पर आरोप
जयपुर : राजस्थान हाईकोर्ट में बैक डोर एंट्री से नौकरी हथियाने के खिलाफ दायर याचिका पर आज मंगलवार को राजस्थान हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस की खंडपीठ में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस अमिताभ राय और जस्टिस वी एस सिराधना की खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई के लिए जस्टिस अजय रस्तोगी की खंडपीठ के समक्ष भेज दिया है। इससे पहले आज वरिष्ठ अधिवक्ता पूनम चंद्र भंडारी ने अदालत में प्रार्थना पत्र पेश किया और व्यक्तिगत रूप से पक्षकार बनने की गुहार लगाई। अदालत ने इस मामले को दूसरी बैंच के समक्ष लगाने के आदेश दिए हैं इससे पहले सीजे खुद के समक्ष इस मामले को लगाने के आदेश दिए थे।
एनसीआर इंडिया अखबार के संपादक निर्मेश त्यागी पर जानलेवा हमला, आईसीयू में एडमिट
नोएडा : सूचना है कि एनसीआर इंडिया अखबार के संपादक निर्मेश त्यागी पर कुछ लोगों ने आफिस में घुसकर जानलेवा हमला किया है. उनका आफिस नोएडा के सेक्टर 12 में है. निर्मेश को बुरी तरह जख्मी अवस्था में नोएडा के मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वे आईसीयू में एडमिट हैं.
आखिर दीपक शर्मा का कसूर क्या है?
Rajat Amarnath : "आजतक के दीपक शर्मा सघीं हैं''….. ''दीपक शर्मा भ्रष्ट हैं'' ….. ''दीपक शर्मा दाऊद इब्राहिम के प्रवक्ता हैं'' …. ''दीपक शर्मा पेड न्यूज़ करते हैं'' …. ''दीपक शर्मा ने करोड़ों कमाए हैं'' …. ''दीपक शर्मा का फ़ार्म हाउस है'' …. ''दीपक शर्मा बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं'' …. ''दीपक शर्मा ये हैं'' … ''दीपक शर्मा वो हैं" … आख़िर दीपक शर्मा का कसूर क्या है? सिर्फ इतना कि वो अच्छी खोजी पत्रकारिता कर रहे हैं…. सिर्फ इसलिए कि वो मंत्रियों को उनकी गलतियों पर उन्हें अच्छे से रगड़ देता है…. सिर्फ इसलिये कि उसे टी.वी की अच्छी जानकारी है और ख़बरों पर पैनी नज़र रखता है?
खबर को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया के जरिए उन्माद फैलाने की साजिश
भरोसे के भयानक संकट के समय में हैं हम. ऐसे में कथित समर्थकों द्वारा ही हिन्दू धर्म और राष्ट्र को बदनाम करने की परिपाटी सी भी चल पडी है. वेब मीडिया पर सक्रिय कुछ ऐसे तत्व हैं जो फोटो को विकृत कर, किसी अखबारी क्लिप को एडिट कर मुसलामानों के खिलाफ उन्माद फैलाने के काम में लगे हैं. वे अगर ऐसा सोच-समझ कर कर रहे हैं ताकि भाजपा को बदनाम किया जा सके तो उसकी जाँच होनी चाहिए. लेकिन अगर वे ये सोच कर ऐसा कर रहे हैं की इससे किसी पार्टी या व्यक्ति का भला होगा तो ऐसे मुर्ख मित्रों से बुद्धिमान दुश्मन ज्यादा अच्छे.
आसाराम प्रकरण की रिपोर्टिंग पर रोक लगाने का अनुरोध खारिज
जोधपुर : एक स्थानीय अदालत ने 16 साल की लड़की से कथित बलात्कार के आरोप में जेल में बंद आसाराम के उस अनुरोध को मंगलवार को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने इस मुद्दे की रिपोर्टिंग नहीं करने का मीडिया को निर्देश देने को कहा था। जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त की मध्य रात्रि को आसाराम को उनके इंदौर स्थित आश्रम से गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में जोधपुर जेल में बंद हैं। जिला एवं सत्र अदालत (जोधपुर) ने 20 सितंबर को याचिका पर सुनवाई पूरी कर ली थी तथा आज के लिए अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था।
सफेदपोश नटवरलाल की ढाल और दुधारू गाय बना स्वतंत्र भारत
लखनऊ। गौरवशाली अतीत वाला दैनिक समाचार पत्र स्वतंत्र भारत सफेदपोश नटरवर लाल केके श्रीवास्तव के लिए दुधारू गाय बन गया है। स्वतंत्र भारत के सेन्ट्रल बैंक का खाता नम्बर 1233701786 के स्टेटमेंट से यही संकेत मिल रहे हैं। खाते में प्रतिमाह लगभग तीस लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हो रहा है। इसके बावजूद जहां सरकारी और गैरसरकारी संस्थाओं करोड़ों रुपए का ऋण बकाया है वहीं स्वतंत्र भारत के कर्मचारियों को छह माह से वेतन नहीं मिला है। कर्मचारियों की बदहाली पर मीडिया के स्वंयभू नेता और सरकार चुप्पी साधे हुए हैं।
सपा के गूंगे-बहरे दलित प्रतिनिधि
क्या कारण है कि समाजवादी पार्टी के दलित वर्ग के प्रतिनिधि दलित सवालों पर न सदन में बोलते हैं और न सदन के बाहर । क्या वे समाज से कट गये हैं अथवा भयवश कुछ बोलने या करने से डरते हैं ? ये वही काम करते हैं जो मुलायम करने को कहते हैं । यदि ऐसा है तो यह न केवल लोकतंत्र बल्कि देश और समाज के लिए खतरनाक है ।
तरुण कला संगम के पत्रकार रत्न से सम्मानित हुए राघवेंद्र द्विवेदी
मुंबई। फोटो पत्रकार के साथ गैंगरेप की घटना के बाद मुंबई को रेप सिटी बताने पर मुंबई पुलिस आयुक्त डॉ. सत्यपाल सिंह ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मीडिया की यह भूमिका ठीक नहीं है। महानगर में अच्छी सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियां भी होती हैं। लेकिन मीडिया का पूरा ध्यान सिर्फ अपराध की खबरों पर होता है। सिंह तरुण कला संगम की तरफ से आयोजित पत्रकारिता पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे। इस मौके पर सिंह ने हमारा महानगर के कार्यकारी संपादक राघवेंद्र नाथ द्विवेदी को तरुण कला संगम पुरस्कार प्रदान किया।
नित्यानंद से माफी मांगी ‘आजतक’ और ‘टीवीटुडे’ ग्रुप ने
नीचे एक माफीनामा है, जिसे आजतक समेत कई न्यूज चैनल संचालित करने वाले टीवीटुडे ग्रुप ने स्वामी नित्यानंद के वकील के पास भेजा है. इसमें आजतक वालों ने अपनी गल्ती स्वीकार की है और कहा है कि उन्होंने बिना सच को जाने खबर का प्रसारण किया. यह माफीनामा नित्यानंद के वकील द्वारा भेजे गए नोटिस के जवाब में आया है…
पैतृक गांव में नदी किनारे मोहन सिंह का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन
देवरिया : समाजवादी चिंतक व सपा सांसद मोहन सिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार को बरहज में उनके पैतृक गांव जयनगर के निकट प्रवाहित हो रही पतित पावनी सरयू नदी के पावन तट पर पंच तत्व में विलीन हो गया. स्व. सिंह की पुत्री कनकलता सिंह के ज्येष्ठ पुत्र प्रतीक सिंह ने विलक्षण प्रतिभा के धनी व सर्वश्रेष्ठ सांसद अपने नाना को दिन के करीब पौन एक बजे मुखाग्नि दी.
‘सामना’ के संपादक प्रेम शुक्ला को एक पत्र
प्रेम शुक्ला जी, आप 'सामना' के संपादक हैं। उत्तर भारतीय हैं, मगर शिवसेना के सेवक हैं इसीलिए उत्तर भारतियों के खेलाफ शिवसैनिकों की किसी करवाई के खिलाफ ना कभी कुछ लिखते हैं ना कभी कुछ बोलते हैं। आजकल किसी न किसी न टीवी चैनल पर रोज़ नज़र आ जाते हैं। कभी कभी ऐसी बातें करते हैं जैसे सपने में हों। एक दिन आप कहने लगे हिन्दुस्तान के मुल्लाओं को सऊदी अरब और दूसरे अरब देशों से रिश्ता तोड़ लेना चाहिए। प्रेम शुक्ला जी, यहाँ के मुल्लाओं ने कौन सा राजनयिक संबंध स्थापित कर रखा है अरब देशों के साथ?
स्खलित चैनलों की शाम (6 से 11) : पासपोर्ट साइज मनुष्य… जुबान हिलाते… दिमाग का दही बनाते…
टीवी न्यूज़ चैनल बुरे दौर से गुजर रहे हैं… खर्च कटौती के दौर में खबरें गायब हो गयी हैं.. न्यूज़ चैनल खबरिया चैनल से बहसिया चैनल में तब्दील हो गए हैं.. बेअसर बहस से चैनल का स्तर लगातार गिर रहा है.. एक वक्त ऐसा भी था जब दिल्ली से न्यूज़ चैनल पर खबर चलती थी तो खबर की खनक से सोये मुख्यमंत्री भी जग जाते थे.. अब खबर का कोई असर नहीं.. मुख्यमंत्री भी सीधे चैनल मालिक या संपादक से बात कर रहा है.. रिपोर्टर की औकात भी ख़त्म हो गयी है…
हमवतन से बीपेंद्र टर्मिनेट, ललितपुर के पत्रकारों की जान खतरे में, दीपक सैनी पर ठगी का आरोप
हमवतन अखबार मैनेजमेंट ने नागपुर के प्रतिनिधि बीपेंद्र कुमार सिंह को टर्मिेनेट कर दिया है. हमवतन के आरंभ से ही बीपेंद्र इससे जुड़े हुए थे. उन्हें ना तो नोटिस दिया गया और ना ही कोई जवाब-तलाब किया गया. उनके मेल पर सीधे टर्मिनेशन का लेटर भेज दिया गया. वे नागपुर से पूरे विदर्भ की रिपोर्टिंग, मार्केटिंग, सर्कुलेशन आदि कार्य देख रहे थे. चर्चा है कि नागपुर से एसएन विनोद के साईं प्रसाद मीडिया में आने से उनके द्वारा अपना आदमी लाए जाने की संभावना है.
इंदौर, बरेली, नोएडा में मीडिया से जुड़ी कुछ सूचनाएं-चर्चाएं
हिंदुस्तान, बरेली से सूचना है कि लखीमपुर डेस्क इंचार्ज निर्मलकांत शुक्ला को शाहजहांपुर, बदायूं डेस्क इंचार्ज पंकज मिश्रा को लखीमपुर और शाहजहांपुर के डेस्क इंचार्ज मनोज शर्मा को बदायूं एडिशन की जिम्मेदारी दी गई है. दृगराज मद्धेशिया पीलीभीत के डेस्क इंचार्ज बने रहेंगे. आगरा से ट्रांसफर लेकर आए चीफ कापी एडिटर दीपक अग्रवाल के बारे में सूचना है कि कंपनी इनके कांट्रैक्ट का रीन्यूवल नहीं कर रही है. चर्चा है कि 9 अक्टूवर से उनका हिंदुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड (एचएमवीएल) से नाता टूट जाएगा.
मुरादाबाद में फालोवरों की पिटाई : ना मेडिकल, ना एफआईआर
एसएसपी मुरादाबाद द्वारा तीन फालोवरों को बुरी तरह मारने-पीटने के मामले में आज फालोवर सुंदर ने मुझे फोन करके बताया कि उन तीनों को अब तक ना तो मेडिकल और न एफआइआर नहीं करने दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें पुलिस लाइन में लगभग नज़रबंद स्थिति में रखा गया है. यह मानवाधिकार हनन का अत्यंत गंभीर मामला होने के कारण मैंने इस बातचीत से अवगत कराते हुए डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को पत्र लिख कर इन तीनों का तत्काल मेडिकल करा कर एफआइआर दर्ज कराये जाने और इन्हें किसी भी प्रकार की अग्रिम प्रताड़ना से रोके जाने का अनुरोध किया है.
सपा सरकार की नीतियों में खोट की वजह से हो रहे दंगे : अफजाल
सुलतानपुर : सपा सरकार की नीतियां साफ नहीं हैं। अयोध्या में चाहे चौरासी कोसी परिक्रमा हो या फिर मुजफ्फरनगर के दंगे। सब में सपा-भाजपा का मैच फिक्स था। जो भी दंगे हुए उनमें इन पार्टियों ने अपना अहम रोल निभाया है। साम्प्रदायिक दंगों से भले ही भारी जनहानि हो, लेकिन सपा भाजपा अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने से बाज नहीं आ रही है। इन्हें अच्छी तरह पता है कि ऐसे हालात पैदा होने से हिन्दू मुस्लिम बंट जाएंगे और उन्हें राजनैतिक फायदा मिल जाएगा। अखिलेश सरकार यदि सच में यदि हर धर्म की हितैषी है तो वह दंगाइयों के खिलाफ सख्ती से पेश आए। खुलेआम दंगाइयों को संरक्षण देने वाले व उनका हौसला बढ़ाने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करें। यह बातें कौमी एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने कही।
जनपद गाजीपुर के प्रथम कवि सूफी कवि उस्मान
गाजीपुर नगर निवासी शेख हुसैन के पांच पुत्रों मे एक, शेख उस्मान जो ‘‘चित्रावली’’ के रचयिता थे, उनका उप नाम ‘‘मान‘‘ था। इस कवि ने चित्रावली की रचना 1020 हिजरी अर्थात सन् 1613 ईसवीं में किया। इसके पूर्व का जनपद के किसी कवि की कोई काव्य रचना उपलब्ध नहीं है, इसलिए इन्हें जनपद के आदि कवि के रूप में माना जाता है। नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी ने अपनी जिन ग्रंथ मालाओं के प्रकाशन द्वारा हिन्दी को श्री सम्पन्न करने का प्रयत्न किया है उसमें यह ग्रन्थ 88वॉ पुष्प है और तभी से यह ग्रंथ सर्व सुलभ भी हुआ है।
सीएम के निर्देश पर ‘सुलतानपुर दलित-मुस्लिम संघर्ष’ की सीबीसीआईडी जांच शुरू
सुलतानपुर : देहली मुबारकपुर में हुए साम्प्रदायिक बवाल प्रकरण में आखिरकार खद्दरधारियों ने बाजी मार ली। राजनैतिक तिकड़ी भिड़ा मुख्यमंत्री के पास पहुंचे नेताओं ने घटना को गंभीर बता सीबीसीआईडी जांच के आदेश करवा लिए। आदेश मिलते ही सीबीसीआईडी टीम ने गांव पहुंचकर घटना की जांच फिर से शुरू कर दी है। जांच टीम के गांव पहुंचने के बाद अब घर से भागे परिवारीजनों के चेहरे पर से वर्दीधारियों का खौफ उतर आया है। हालॉकि इस प्रकरण में अब राजनैतिक रोटियां सेकने वालों ने भी चुप्पी साध ली है।
मिड डे डील के भरोसे प्रदेश टुडे का स्टॉफ!
पहले तो यह चर्चा भर थी कि प्रदेश टुडे अखबार मिड डे मील के भरोसे है पर यह चर्चा सही साबित हो रही है। ग्वालियर में डेढ़ माह पहले शुरू हुए प्रदेश टुडे का स्टॉफ मिड डे डील के भरोसे है। यहां काम करने वाले लोग बताते हैं कि जब भी स्टॉफ निर्धारित समय से ज्यादा समय आफिस में काम के लिए रुकता है, उसके लिए मिड डे डील के पैकेट का बंदोबस्त अखबार के संपादक करते हैं। वे कहीं पर टेलीफोन करते हैं और कुछ ही देर में मिड ड़े डील के जरूरत के अनुसार पैकेट आ जाते हैं। इन पैकेट से स्टॉफ अपना पेट भरता है और फिर काम पर जुट जाता है।
यशवंत में परिपक्वता और सूझ-बूझ का स्पष्ट अभाव झलकता है
पिछले दिनों टी.वी. चैनल की दुनिया के एक पूर्व "ताक़तवर" सम्पादक के यहाँ बैठा था. कुछ नामचीन चेहरे भी थे. अपने 16-17 साल की टी.वी. पत्रकारिता को मैं उन लोगों के सामने नतमस्तक पा रहा था. मेरे ब्लॉग (लीक से हटकर) की कठोरता की सराहनीय चर्चा हुई. मगर नामचीन ना होने चलते कोना पकड़ा दिया गया. हालांकि बीच-बीच में मेरे होने का एहसास मुझे कराया जा रहा था. चर्चा, चाय की चुस्कियों के साथ, हो रही थी. सम्पादक महोदय के साथ नाम वाले कुछ टी.वी. वाले बंधू भी बैठे थे. ये लोग काम की ताक़त की बजाय, नाम की महिमा से अभिभूत थे. चर्चा के दौरान इस बात का ज़िक्र बार-बार आ रहा था कि जब कोई इंसान कुर्सी पर बैठा हो और आप को जॉब दिला सकता हो तो उस कुर्सी वाले की बेहूदगी को भी नफ़ासत मान लेना चाहिए और अपनी हलकी सी प्रतिक्रिया को गुनाह मान लेना चाहिए.
राजस्थान पत्रकार संघ के कार्यालय में पूर्व पदाधिकारियों ने डाली डकैती!
राजस्थान पत्रकार संघ के प्रदेश कार्यालय (13, गवर्नमेन्ट हास्टल) में डकैती के मामले में पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष उमेंन्द्र दाधीच और महामंत्री सुरेन्द्र शर्मा ने स्थानीय अदालत में इस्तगासे के द्वारा जयपुर के विधायकपुरी थाने में मामला दर्ज करवाया है। राजस्थान पत्रकार संघ के प्रदेश स्तर पर होने वाली अनेकों गतिविधियों के संचालन और नियंत्रण के लिये यह कार्यालय 1992 से केन्द्र था और समस्त राजस्थान से आने वाले पत्रकारों के लिये यहां निशुल्क खाने-पीने और रहने की व्यवस्था थी।
खालिद-कासिमी को क्लीन चिट मामला : निमेष आयोग के ‘फैसले’ से गद्गद सपा सरकार
संकट से जुझ रही समाजवादी सरकार के आकाओं के हाथों में निमेष आयोग ने एक नया हथियार थमा दिया है। सपा की बल्ले-बल्ले हो गई है। निमेष आयोग ने अपनी जांच रिपोर्ट में खुलासा किया है कि सीरियल बम ब्लास्ट में पकड़े गये दो आतंकी निर्दोष थे। उन्हें साजिशन फंसाया गया था। रिपोर्ट आने के बाद सपाई ताल ठोंक कर कर कहने लगे हैं कि जेल में बंद बेगुनाह अल्पसंख्यक युवाओं को जल्द से जल्द बाहर निकाला जायेगा। सपा खुश होकर अपनी पीठ जरूर थपथपा रही है, लेकिन राजनैतिक पंडितों का कहना है कि समाजवादी पार्टी के नेताओं को इसके लिये बसपा सुप्रीमों और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का शुक्रगुजार होना चाहिए क्योंकि माया राज में गठित इस एक सदस्यीय आयोग ने आतंकी खालिद और कासिमी को क्लीन चिट देकर सपा के पंखों को उड़ान दे दी है तो बसपा शासनकाल में गठित किये गये निमेष आयोग की रिपोर्ट ने आतंकवाद पर नई बहस और राजनीति छेड दी है।
अखबार के नाम पर वसूली का व्यवसाय
जैसलमेर जिला मुख्यालय पर अखबार के नाम पर वसूली का धंधा इन दिनों जोरों पर चल रहा है, एक राज्य स्तरीय अखबार जो अपने आप को भास्कर, पत्रिका के बाद राज्य में तीसरे स्थान पर मानता है के स्थानीय ब्यूराचीफ की दबंगाई का आलम यह है कि ये खबरों के नाम पर शहर भर के सभी कार्यालयों से वसूली करते दिखाई देते हैं, नगर परिषद से लेकर, पंचायत समिति, जलदाय विभाग सहित कई ऐसे विभाग हैं जो दबी जुबान में इनकी दबंगाई का विरोध करते हैं लेकिन चूंकि अखबार वाले का विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.
आगरा, गोरखपुर और देहरादून से मीडिया की कुछ खबरें
आगरा से सूचना है कि दो वर्ष पहले आरंभ हुआ द सी एक्सप्रेस के समाचार सम्पादक राजीव दधीच ने अब नए अखबार की लांचिंग कराने का जिम्मा अपने कंधों पर लिया है. वह अब हेथवे और गायत्री बिल्डर के संयुक्त ग्रुप से जुड़ गए हैं. दधीच यहां पर संभवत: सम्पादक के रूप में ज्वाइन कर चुके हैं. अब वह एक मिडडे अखबार लांच करने की तैयारी कर रहे हैं. अखबार का नाम टुडे एक्सप्रेस रखने की चर्चा है. उन्हें हेथवे के सीएमडी पवन सिंह और गायत्री बिल्डर के हरिओम दीक्षित ने न्यूज चैनल ताज न्यूज का भी जिम्मा दे दिया है. इधर, सी एक्सप्रेस में अकेले समाचार सम्पादक भानु प्रताप सिंह रह गए हैं. दुबारा वापसी करने वाले डॉ. हर्षदेव ने भी इस ग्रुप को बॉय-बॉय कह दिया है.
दो पत्रकार भाइयों पर अत्याचार करने वाले थाना प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
: मामला छत्तीसगढ़ के जादूगोड़ा का : जादूगोड़ा में दो पत्रकार भाइयों के उत्पीड़न मामले में जादूगोड़ा के पूर्व थाना प्रभारी नयन सुख दाडेल, तत्कालीन सहायक अवर निरीक्षक सुशिल डांगा, सिपाही संजय राम एवं मौभंडार आउट-पोस्ट के सहायक अवर निरीक्षक सीताराम सिंह पर संतोष कुमार अग्रवाल ने घाटशिला न्यायालय में मामला दर्ज करवाया है जो u/s 307 / 325 / 147 / 149 / 452 / 387 / 365 / 500/ 34 ipc. के अंतर्गत किया गया है.
वो गुलाबी हैंकी वाली लड़की ‘दिव्या’ जाने कहां होगी?
हमारी ज़िंदगी में जो कुछ भी घटित होता है, उनमें अधिकांश पर हमारा नियंत्रण नहीं होता. स्वेच्छा से या जबरिया हम परिस्थिति का दास बन, बस साक्षी भाव से उन लम्हों के झेलते चले जाते हैं. लेकिन यादों के गलियारे में जब कभी गुजरे ज़माने के खुशनुमा पल दस्तक देते हैं. हमारा मन बिना रुमानी हुए नहीं रह पाता. खासकर टीन एज के उन दिनों को याद कर कभी खुद की बेवकूफी पर हंसी आती है. तो काफी इसे उम्र का तकाजा मान नजर अंदाज कर देता हूं. क्योंकि ये उम्र ही ऐसी होती है.
उमाकांत मिश्रा, शरद त्रिपाठी समेत नफरत के सभी सौदागरों के खिलाफ मैं कठोर कार्रवाई की मांग करता हूं
सेवा में, सचिव, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली – ११०००१, विषय : सोशल मीडिया पर नफरत फैलाते धर्म के ठेकेदार, महाशय, मुज़फ़्फ़र नगर में दंगा भड़काने के लिए कुछ संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों ने पाकिस्तान का वीडियो, सरिया की तस्वीरों और भारत के हिंदी और अंग्रेज़ी के अख़बारों की सुर्खियाँ/हेडलाइंस को 'फोटोशाप' की मदद से विकृत कर 'फेसबुक' के विभिन्न धार्मिक 'पेज' जैसे शंखनाद धर्म और राजनीति, एक ही विकल्प मोदी, हिंदुत्व इत्यादि जैसे पेज पर 'अपलोड' किया जा रहे हैं और लोग इसे शेयर कर रहे हैं जिससे ग़लत खबर का प्रचार हो रहा है.
‘बापू’ शब्द महात्मा गांधी के लिए है, आसाराम के साथ कतई इस्तेमाल न करें
सेवा में, सचिव, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली – ११०००१ : विषय : राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के नाम 'बापू' को अपमानित करने के सन्दर्भ में, महाशय, ('मुझे अच्छा नहीं लगता कोई हम नाम तेरा, कोई तुझ सा हो तो नाम भी तुझ सा रखे" — 'फ़राज़') आसाराम कौन है? क्या है? मुझे इस से कोई सरोकार नहीं। आसाराम के नाम के साथ आदर सूचक शब्द लगे या ना लगे, बुद्धिजीवियों और मीडिया से जुड़े लोगों में इस बात को लेकर काफी उठा पटक भी चल रही है। अंग्रेज़ी अख़बारों ने तो आदर सूचक शब्द लिखना लगभग बंद कर दिया है, पर हिंदी अख़बार अभी तक 'बापू' शब्द का मोह आसाराम के लिए नहीं छोड़ पाए हैं और लगातार लिख रहे हैं जिस पर मुझे घोर आपत्ति है।
दिल्ली पुलिस ने शुरू की ‘नकली सोनिया’ की तालाश
नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय में चल रहे कुछ महत्वपूर्ण मामलों को लेकर किसी महिला द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की आवाज बनाकर एटार्नी जनरल जी ई वाहनवती को फोन करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि दिल्ली पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और आरंभिक जांच शुरू कर दी है. उसके बाद प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
खबर को शिकायत मान चुनाव आयोग करेगा कार्रवाई
नई दिल्ली : चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अब अखबार में प्रकाशित खबर ही पर्याप्त होगी, क्योंकि इसे चुनाव आयोग शिकायत मान लेगा। यह जानकारी भारतीय चुनाव आयोग के महानिदेशक अक्षय राउत ने सोमवार को नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के कनवेंशन हॉल में मीडिया के लिए आयोजित कार्यशाला में दी।
जेपी दीवान की कार चोरी, मदन बंसल को धमकी, भारतीय मूल की पत्रकार की मौत
गाजियाबाद : वरिष्ठ पत्रकार जे.पी. दीवान की कार चोरी हो गई. आईबीएन7 समेत कई चैनलों में काम कर चुके दीवान रविवार की शाम किसी से मिलने गाजियाबाद के इंद्रापुरम इलाके गए. कुछ देर बाद ही उनकी कार गायब हो गई. जेपी दीवान के मुताबिक वक्त करीब शाम साढ़े आठ बजे का था. वे इंद्रापुरम स्थित एटीएस टावर में एक परिचित के यहां से लौट कर नीचे आए, तो उन्होंने पाया कि उनकी एस्टीम कार डीएल9सी 6349 निर्धारित जगह पर नहीं थी. कार आसपास ढूंढने के बाद उन्होंने इंद्रापुरम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई.
नवभारत टाइम्स में एक से बढ कर एक नमूने रहे हैं, सुनिए एक समाचार संपादक की दास्तान
नवभारत टाइम्स में एक से बढ कर एक नमूने रहे हैं। चीफ रिपोर्टर ने शराब के नशे में टुन्न होकर जहां आतंकी पेंटा के मारे जाने की झूठी खबर छाप दी वहीं समाचार संपादक ने फ्रांस के दिवंगत नेता ओलफ पालमे से राजीव गांधी को मिला दिया। राजीव गांधी फ्रांस की यात्रा पर जा रहे थे एजेंसी से समाचार आया था सब एडीटर ने समाचार का संपादन किया और शीर्षक लगाया- ओलफ पालमे के देश में राजीव गांधी। समाचार संपादक ने समाचार देखा तो उन्हें शीर्षक पसंद नही आया। उन्होंने संशोधन कर शीर्षक लगया- राजीव गांधी ओलफ पालमे से मिलेंगे। समाचार संपादक को पता ही नहीं था कि ओलफ पालमे की बरसों पहले हत्या हो चुकी थी। यह शीर्षक 40 पाइंट की हैडिंग में छपा तो कई लोगों का ध्यान इस पर गया।
भगवान को यार व मीडिया को गद्दार बताने वाला आसाराम
भगवान को यार व मीडिया को गद्दार बताने वाले आसाराम अब बैकुंठधाम में है। लेकिन प्रश्न यह है कि यार बड़ा होता है या गद्दार ? क्योंकि मीडिया ने उनके बारे में लगातार कवरेज किया और दिन रात एक कर प्रशासन पर ऐसा दबाब बनाया कि पुलिस उन्हें एक आम आदमी जैसे गिरफ्तार कर जेल ले गई। अब शायद उन्हें समझ में आ गया होगा कि जो जैसा करेगा वैसा भरेगा।
जागो आजतक जागो, दर्शक बेवकूफ नहीं हैं
आदरणीय यशवंत जी, मैंने सोमवार दोपहर में आजतक पर आशाराम बापू के बेटे नारायण स्वामी पर रिपोर्ट देखा. उससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि आजतक वाले जबरदस्ती इस न्यूज़ को दिखा रहे हैं, और नारायण स्वामी को दोषी साबित करने पर तुले हुए हैं. दस वर्ष पुरानी बात को जबरदस्ती तूल दिया जा रहा है और स्क्रीन पर लिखा जा रहा है कि नारायण स्वामी ने महिला से जबरदस्ती की. महिला ने भी कहीं नहीं कहा कि नारायण स्वामी ने उनसे जबरदस्ती की. आज-तक की रिपोर्टर जब महिला से पूछताछ कर रही थी तो महिला अपने पति पर पांच लाख रुपया मांगने का आरोप लगा रही थी.
एकतरफा खबर छापने पर जागरण के मालिक संजय गुप्ता को भी पत्रकार पुष्प शर्मा ने लिखा पत्र
Dear Mr Sanjay, I dont know who has written this offensive article about my expose on BJP. Its purely biased and a deliberate attempt to create confusion about my latest work. Hope you shall place my answer and prove your brand is away from "Paid news" journalism.
एचटी जर्नलिस्ट जसदीप मल्होत्रा का हत्यारा ट्रक ड्राइवर गिरफ्तार
: Joint Operation of Punjab and Himachal Police; Truck driver held : In a joint operation, the Pathankot and Himachal Pradesh police on Monday nabbed the driver from the adjoining Himachal area. Accused truck driver Harjit Singh who had sped off following the Sunday accident in which HT’s Jalandhar-based journalist Jasdeep Malhotra died near Mukerian on the Jalandhar-Pathankot highway. Pathankot SSP Surinder Kalia, his driver and gunman were injured in the mishap.
स्टिंग प्रकरण पर जागरण में छपी एकतरफा खबर से खफा पत्रकार पुष्प शर्मा ने जारी किया बयान
पत्रकार पुष्प शर्मा ने एक स्टिंग किया जिसके बाद भाजपा खेमे में खलबली मच गई. इस प्रकरण पर दैनिक जागरण में एक आर्टकिल प्रकाशित हुआ जिसके बाद पुष्प शर्मा ने अपना पक्ष लिखकर भड़ास4मीडिया को भेजा. पहले जागरण में प्रकाशित खबर पढ़ें फिर उसके ठीक नीचे पुष्प शर्मा का बयान.
नीतीश कुमार की चर्चा के बगैर हरिवंश जी का लेख कैसे पूरा हो सकता है!
इन दोनों हस्तियों का परिचय देने की जरूरत नहीं है। नीतीश जी बिहार के मुख्यमंत्री हैं और हरिवंश जी दैनिक प्रभात खबर के प्रधान संपादक। हरिवंश जी प्रभात खबर के पर्याय हैं। कल रात आफिस से घर पहुंचने के बाद प्रभात खबर (रविवार का अंक, 22 सितंबर) पढ़ने लगा। इसमें एक आलेख हरिवंश जी का था। शीर्षक था- कांग्रेस की देन हैं, मोदी!
न्यूज11 के मालिक अरुप चटर्जी की बदतमीजी से एक और ने दिया इस्तीफा
न्यूज11 नामक एक रीजनल न्यूज चैनल है, बिहार-झारखंड का. ब्लैक मनी की कोख से उपजे इस चैनल के एक मालिक अरुप चटर्जी भी हैं, जो पहले पत्रकार हुआ करते थे. वे आजकल बड़े लोगों का चारणगान कर पैसे उगाहने, पैसा बनाने और ब्लैक को ह्वाइट करने-कराने का काम करते हैं. साथ ही अपने चैनल में काम कर रहे लोगों को बेइज्जत करने, गरियाने और अपमानित करने का भी काम खूब करते हैं. इनके कारण ढेर सारे लोग समय-समय पर चैनल से जाते रहे हैं. ताजी सूचना है कि अरुप चटर्जी की बदतमीजी व बदजुबानी से नाराज होकर न्यूज11 के संपादक गंगेश सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया है.
जी बिजनेस में पवन कुमार एसाइनमेंट पर भेजे गए, राजेश सिंह नए ब्यूरो चीफ बने
ज़ी बिजनेस में हाल ही में बड़ा बदलाव हुआ है. पिछले छह सालों से ब्यूरो चीफ रहे पवन कुमार को असाइनमेंट पर भेज दिया गया है. उन पर रिपोटर्स को परेशान करने के आरोप काफी लंबे समय से लगते रहे हैं. पिछले दिनों सुप्रिया भारद्वाज इसी वजह से संस्थान छोड़ गई थीं और हाल ही में एबीपी न्यूज से आए संतोष भी इसी वजह से नौकरी छोड़ गए थे. उनकी जगह राजेश सिंह को नया ब्यूरो चीफ बनाया गया है. ज़ी बिजनेस के रिपोटर्स को इससे भारी राहत है. ये है वो ईमेल..
कई जागरण वालों के खिलाफ कानपुर के काकादेव थाने में एफआईआर
कानपुर के साथियों से अपील है कि वे जरा काकादेव थाने जाकर पता करें कि दैनिक जागरण के किस किस कर्मचारियों के खिलाफ एक महिला ने मुकदमा दर्ज कराया है. ये महिला भी पहले दैनिक जागरण में ही हुआ करती थीं. इन्होंने यौन शोषण का आरोप कई जागरणकर्मियों पर लगाया और कई जगह इसकी शिकायत की. पर जागरण के भौकाल के कारण कहीं कोई कार्रवाई नहीं हुई. आखिरकार उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया और कोर्ट के आदेश पर काकादेव थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है.
वरिष्ठ पत्रकार सीता शरण झा का निधन
पटना : वरिष्ठ पत्रकार और बिहार निवासी सीता शरण झा का बीती रात रांची स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया। 78 वर्षीय झा पिछले एक साल से गले के कैंसर से पीडित थे । उनके परिवार में पत्नी और तीन पुत्र एवं तीन पुत्रियां हैं। बिहार के मधुबनी जिले के मानपौर गांव निवासी सीता शरण झा ने अपने पत्रकारिता कैरियर की शुरूआत 1960 में सर्चलाईट अंग्रेजी दैनिक से की और उसके बाद उन्होंने अपनी सेवा इंडियन नेशन और बिजनेस एंड पॉलिटिकल आवजर्वर में दी। (भाषा)
दैनिक भास्कर पर भड़का इंदौर का गुजराती समाज
: समाज के स्कूल मैदान पर गरबे की अनुमति से बिफरे समाजजन : रविवार को हुई एजीएम में जताया विरोध : कहा- भास्कर से समाज को क्या मिला जो समाज ने भास्कर को नि:शुल्क मैदान दे दिया : आरोप- संस्था मानद मंत्री पंकज संघवी की मनमानी ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में मिले बड़े अखबार का साथ :
आईपीएस अमिताभ ठाकुर चले आजमगढ़, आप सभी को न्योता
साथियों, मेरा ट्रांसफर 27 अगस्त को रूल्स एवं मैनुअल्स, लखनऊ से सेनानायक, 20वीं वाहिनी पीएसी, आजमगढ़ के लिए हुआ था. वर्तमान में मेरी कई वाजिब समस्याएं हैं. छोटा लड़का आदित्य क्लास बारह में है, बाहर कोई ट्यूशन-कोचिंग लेता नहीं है. मैं और नूतन ही थोडा-बहुत गाइड करते हैं. साइंस तो मैं ही पढाता हूँ. जाहिर है मेरे इस मिड-सेशन ट्रांसफर पर वह साथ नहीं जा पायेगा और उसकी पढ़ाई पर असर होने की आशंका रहेगी. नूतन पिछले कुछ समय से कुछ स्त्रीरोग से अलग परेशान है, क्वीन मेरी में इलाज करा रही है. मेरे यहाँ से जाने से उसे भी दिक्कत होगी.
अखिलेश जी, क्या ईद पर घर जाएं?
मीडिया विश्लेषक और साहित्यकार तहसीन मुनव्वर का एक पठनीय लेख.. साल भर के भीतर ही समाजवादी पार्टी से किस तरह मोह भंग हो रहा है और कैसे आज यूपी बेहद असुरक्षित प्रदेशों में तब्दील हो चुका है… इसका बड़ा ही मार्मिक वर्णन किया है तहसीन मुनव्वर ने. एक पठनीय आलेख…
सीबीआई के निदेशकों को जिंदल देता है नौकरियां
: सीबीआई जांचों के फेल होने की वजहों का भयानक सच : नवीन जिंदल के प्रतिष्ठानों में शीर्ष नौकरशाह अवकाश के बाद पाते हैं ऊंचे ओहदे : सीबीआई के निदेशक रहे अश्वनी कुमार सीबीआई से रिटायर होने के बाद और नगालैंड के राज्यपाल बनाए जाने के पहले नवीन जिंदल के प्रतिष्ठान में नौकरी कर रहे थे। सीबीआई के कई पूर्व निदेशक व वरिष्ठ नौकरशाह जिंदल संगठन में अभी भी नौकरी कर रहे हैं।
बांग्लादेश में पत्रकार पिटाई की फोटो को मुजफ्फरनगर कांड का बताकर सोशल मीडिया पर नफरत फैला रहे सिरफिरे
हर आदमी पत्रकार है. यह सोशल मीडिया का नारा है. और, इस चक्कर में कुछ घनचक्कर ऐसी ऐसी हरकत कर रहे हैं कि आप अपना माथा पीट लें. बांग्लादेश में पिछले दिनों हिंसा और उपद्रव के दौरान एक टीवी पत्रकार को पीटने की तस्वीर रायटर एजेंसी ने रिलीज की. इस तस्वीर को कई वेबसाइट्स, अखबारों, चैनलों ने अपने यहां प्रचारित प्रसारित किया. बांग्लादेश में शांति स्थापना के बाद लोग इसे भूलने लगे. पर मुजफ्फरनगर कांड के बाद कुछ लोग मुस्लिमों के खिलाफ घृणा व नफरत का माहौल क्रिएट करने के लिए इसी तस्वीर का सहारा ले रहे हैं.
विष्णु त्रिपाठी और दिलीप अवस्थी का कद-पद बढ़ा
दैनिक जागरण, दिल्ली-एनसीआर के संपादक विष्णु त्रिपाठी को अब एक्जीक्यूटिव एडिटर (आउटपुट) बना दिया गया है. अभी तक वे आउटपुट हेड के रूप में कार्यरत थे. दैनिक जागरण, लखनऊ के संपादक दिलीप अवस्थी को उत्तर प्रदेश का संपादक घोषित कर दिया गया है.
अनिल यादव ने जब लेखक बनने के लिए लंबी छुट्टी की अर्जी अतुल माहेश्वरी को दी…
लखनऊ से प्रकाशित हिंदी दैनिक डेली न्यूज एक्टिविस्ट उर्फ डीएनए में एक स्तंभ प्रकाशित होता है, 'लेखकनामा' नाम से. इसमें इस बार अनिल यादव का 'लेखकनामा' छपा है. अनिल लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार हैं. कई अखबारों में और कई शहरों में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके हैं. इन दिनों नवभारत टाइम्स, लखनऊ के हिस्से हैं. अनिल का एक यात्रा वृत्तांत प्रकाशित हो चुका है जो काफी लोकप्रिय हुआ. अपने लिखने-पढ़ने को लेकर अनिल ने काफी रोचक तरीके से कई बातें बताई हैं.. हर पत्रकार और लेखक के पढ़ने योग्य…
देखें एनडी तिवारी का डांस वीडियो और यशवंत सिंह का इंटरव्यू
एनडी तिवारी अपने एक डांस के कारण चर्चा में हैं. लखनऊ में उन्होंने जबरन एक महिला को नचाने की कोशिश की. जीवन के आखिरी पड़ाव पर चल रहे एनडी तिवारी दिन प्रतिदिन रंगीले होते जा रहे हैं. जिस कार्यक्रम में एनडी तिवारी ने जबरन नाचने और नचाने की हरकत की, उसमें शामिल लड़कियों ने एनडी की हरकत देखकर शर्मसार होते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया.
महिलाओं को देखकर खुद से नियंत्रण खो बैठते हैं एनडी तिवारी (देखें तस्वीरें)
Neeraj Ambuj : शहीदों की स्मृति में ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने फिर हरकत कर डाली। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे एनडी तिवारी ने अपनी इस हरकत से वहां मौजूद सभी लोगों को भौचक्का कर दिया। दरअसल, उदय भारत संस्था की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में शहीदों को देशभक्ति गीतों, नाटक और नृत्य के जरिये श्रद्धांजलि दी जा रही थी। संत गाडगे प्रेक्षागृह में अभिषेक एंड ग्रुप के देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियां जैसे ही रुकी, एनडी तिवारी मंच पर आ गए और कहने लगे- उनकी शहादत को हमें भूलना नहीं चाहिए।
राष्ट्रीय सहारा में प्रबंधन ने कई लोगों को इधर-उधर किया
राष्ट्रीय सहारा, नोएडा से खबर आ रही है कि समूह में बड़े पैमाने पर तबादले किए जा रहे हैं. कई यूनिटों में कार्यरत लोगों को इधर से उधर किया जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि यह दबाव बनाने के लिए किए जा रहा है ताकि कर्मचारी सेलरी बढ़ाने की मांग न करें बल्कि अपनी नौकरी की चिंता करें. पिछले दो सालों से राष्ट्रीय सहारा के कर्मियों को इंक्रीमेंट नहीं मिला है. पहली खबर है कि नोएडा में तैनात इंजीनियर वीरेंद्र सिंह का तबादला पटना किया गया है. वे पटना से ही नोएडा बुलाए गए थे.
राहत कैंपों के मजलूम
मुजफ्फरनगर के राहत कैंपों में रहे लोगों के नाम कुछ भी हो सकते हैं, लेकिन उनमें एक बात समान हैं कि सब ‘मजलूम’ हैं। जिले में जगह-जगह राहत कैंप हैं। उनमें मौजूद हर आदमी की अपनी कहानी है। बस सुनने वाला चाहिए। मुजफ्फरनगर से लगभग 15 किलोमीटर दूर कस्बे शाहपुर को देखकर लगता है, जैसे सब कुछ सामान्य है, लेकिन शाहपुर से एक किलोमीटर दूर बसी कलां गांव के एक मदरसे में बने राहत कैंप में कुछ भी सामान्य नहीं है।
मोहन सिंह के निधन से समाजवादी पार्टी से ‘समाजवाद’ की अर्थी निकल गई
Vikas Mishra : 'जिस घर में अंधे रहते हों, वहां एक लाठी का होना बहुत जरूरी है।' ये डॉयलाग है फिल्म शराबी का। आज समाजवादी पार्टी के नेता मोहन सिंह के निधन पर बरबस ये डॉयलाग याद आ गया। पहले जनेश्वर मिश्रा गए, फिर मोहन सिंह। अब तो समाजवादी पार्टी से 'समाजवाद' की अर्थी ही निकल गई। (आजतक न्यूज चैनल के वरिष्ठ पत्रकार विकास मिश्र के फेसबुक वॉल से)
एचटी रिपोर्टर की मौत : घटनास्थल की एक तस्वीर
पंजाब के एक साथी विजय कुमार ने अपने फेसबुक वॉल पर एक तस्वीर अपलोड की है जो घटनास्थल की है. इस तस्वीर में साफ दिख रहा है कि हिंदुस्तान टाइम्स, जालंधर के एडिटोरियल हेड जसदीप मल्होत्रा की गाड़ी को पीछे से इतनी तेज किसी बड़ा गाड़ी ने टक्कर मारी है कि उनकी कार सीधे नीचे खड्ड में जा गिरी. पूरा शक रेत माफियाओं पर जा रहा है जिनके खिलाफ जसदीप अभियान चलाए हुए थे और लगातार खबरें प्रकाशित कर रहे थे. नीचे एक तस्वीर स्वर्गीय जसदीप मल्होत्रा की भी है.
एचटी, जालंधर के एडिटोरियल हेड जसदीप मल्होत्रा की मौत, रेत माफियाओं पर हत्या कराने का शक
पंजाब से एक बड़ी खबर आ रही है. रेत माफियाओं के खिलाफ स्टोरी और स्टिंग करने में जुटे हिंदुस्तान टाइम्स, जालंधर के संपादकीय प्रभारी जसदीप मल्होत्रा की एक सड़क हादसे में मौत हो गई. शक है कि रेत माफियाओं ने ही सड़क हादसे का रंग देकर जसदीप की जान ले ली.
उत्तराखंड में जैन टीवी के पत्रकार गौरव गुप्ता को भाजपा नेता ने दी जान से मारने की धमकी
सेवा में, श्री यशवंत सिंह जी, भड़ास फॉर मीडिया, दिल्ली। विषय- वरिष्ठ पत्रकार और जैन टीवी के कुमांउ ब्यूरोचीफ गौरव गुप्ता को खबर दिखाये जाने के बाद फोन पर और सामने आकर जान से मारने की धमकी के सम्बन्ध में। श्री मान जी, मैं गौरव गुप्ता वर्तमान में जैन टीवी में कुमांउ ब्यूरोचीफ के पद पर कार्यरत हूं।
पत्रकार था, फिर भी शादी आसानी से हो गई : राय तपन भारती
‘रांची एक्सप्रेस’ को मैं कभी नहीं भूल सकता। यहां की नौकरी छोड़े 29 साल हो चुके हैं, परन्तु वहां से पाठकों को निष्पक्ष सूचना देने की जो शपथ ली उससे अब तक नहीं डिगा। मध्य सितंबर में जब अपनी पत्नी की दिवंगत भाभी के श्राध्द में रांची गया तो ‘रांची एक्सप्रेस’ के संस्थापक संपादक बलबीर दत्तजी, जो पत्रकारिता में मेरे प्रथम गुरु हैं, से मिलने के लिए मन मचल उठा। समय लेकर शाम को पहुंच गया उनके दफ्तर।
बाजार में आइकन यानी नायक-नायिकाओं का भाव ठीक नहीं.. एक बची दुर्गा शक्ति ने भी माफी मांग ली
Dilip C Mandal : रामदेव भाजपा के साथ. जनरल वी के सिंह भाजपा के साथ, किरण बेदी वहीं कहीं आसपास. श्री-श्री आगे पीछे. चुनाव बाद केजरीवाल क्या करेंगे, किसी को मालूम नहीं. और एक बची दुर्गा शक्ति, तो उसने भी मांग ली माफी…बाजार में आइकन यानी नायक-नायिकाओं का बाजार भाव ठीक नहीं है. शहरी मिडिल क्लास की कोई तो परवाह करे. सारे आइकन कितने निर्दयी और निष्ठुर साबित हो रहे हैं… (वरिष्ठ पत्रकार और इंडिया टुडे के एडिटर दिलीप मंडल के फेसबुक वॉल से)
राजीव प्रताप सैनी कार्यमुक्त, नाहिद फातिमा बनी श्रीन्यूज़ मेरठ ब्यूरो चीफ
श्रीन्यूज़ द्वारा नाहिद फातिमा को मेरठ का नया ब्यूरो चीफ बनाया गया है. पिछले दो महीने से खाली पड़े मेरठ के ब्यूरो चीफ की पोस्ट पर बिजनौर से नाहिद फातिमा को नियुक्त किया गया है. सोमवार से नाहिद फातिमा मेरठ ब्यूरो चीफ का पद संभाल लेंगी. नाहिद फातिमा प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले 10 वर्षों से लगातार सक्रिय हैं.
श्रवण गर्ग के सताए पांच और पत्रकारों ने नईदुनिया, इंदौर को कहा अलविदा
नईदुनिया में प्रधान संपादक श्रवण गर्ग की प्रताड़ना और अपमानजनक रवैये से त्रस्त 5 और पत्रकार इस संस्थान को अलविदा कह चुके हैं। ये हैं- जयेंद्र पुरी गोस्वामी, जितेश चंद्रवंशी, शैली माहेश्वरी, अरुण त्रिपाठी और सचिन त्रिवेदी। ये सभी इंदौर संस्करण में कार्यरत थे। लंबे समय से नईदुनिया को सेवाएं दे रहे अनुभवी पत्रकार गोस्वामी न्यूज एडिटर थे और सेंट्रल डेस्क देख रहे थे। चंद्रवंशी इसी डेस्क पर सब एडिटर थे, जबकि शैली माहेश्वरी नईदुनिया के साथ दिए जाने वाले टेब्लाइड आई नेक्स्ट में थीं।
अपने फालोवर्स को पीटने वाला आईपीएस अफसर राजेश मोदक सस्पेंड
अपने फालोवर्स को पीटने वाले मुरादाबाद के एसएसपी राजेश मोदक को शासन ने सस्पेंड कर दिया है. इस आईपीएस अधिकारी ने सारे नियम-कायदे, कानून को तार-तार करते हुए अपने तीन फालोवरों यानि पुलिस के तीन सिपाहियों को इसलिए बुरी तरह से पीटा क्योंकि इन तीनों ने सपा के एक स्थानीय नेता को एसएसपी से मिलने के लिए वेट करा दिया.
राष्ट्रीय सहारा में सिफारिश से तीन को मिला इंक्रीमेंट, अन्य नाराज
सहारा समूह में प्रमोशन और इंक्रीमेंट पाने के लिए मेहतन करने की नहीं बल्कि किसी बड़े आदमी की सिफारिश कराने की जरूरत हैं. अगर सिफारिश ठीक ठाक आदमी ने कर दी तो यहां एक झटके में दस हजार रुपए तक का इंक्रीमेंट मिल सकता है. सूत्र बता रहे हैं कि कुछ दिन पहले तीन लोगों ने इसी जुगाड़ तंत्र का सहारा लेते हुए अपना इंक्रीमेंट तथा प्रमोशन करवाया है. इससे अन्य कर्मचारी प्रबंधन से नाराज हैं.
कांग्रेस ने केंद्र सरकार बचाने वाले मुलायम को तोहफे के रूप में ‘क्लीन चिट’ पकड़ाया!
जिस तरह से सी0बी0आई0 ने आय से अधिक सम्पत्ति के मामले मे श्री मुलायम जी को क्लीन चिट दिया है उससे साफ जाहिर होता है कि सी0बी0आई0 जैसी एजेंसी नाममात्र की एक सरकार के इशारे पर चलने वाली एजेंसी रह गई है। ये जो प्यार भरा तोहफा श्री मुलायम जी को दिया गया है ये पूर्व के वर्ष मे सरकार बचाने के लिए दिये गए समर्थन के एवज मे है, जिससे साफ जाहिर होता है कि हमारे देश की भोली-भाली जनता को ये चन्द नेता वोट की राजनीति मे कितनी आसानी से बेवकूफ बनाकर अपना सिन्हासन कायम रखे है और सत्ता सुख से लाभांवित हो रहे है और तरह-तरह की लाभकारी योजनाये लागू कर उसका उपयोग व उपभोग घोटालो व अन्य जरिये से कर रहे है और मालामाल हो रहे है।
वाईसी अग्रवाल को मिलेगी दैनिक भास्कर, बिहार की कमान!
‘दैनिक भास्कर’ को बिहार की राजधानी पटना से लांच किए जाने की संभावना और इस अखबार के बिहार झारखंड का हेड वाईसी अग्रवाल को बनाए जाने की चर्चा के बाद कई मीडिया घरानों की नींद उड गई है। गौरतलब है कि योगेश चंद्र अग्रवाल का संक्षिप्त नाम वाईसी अग्रवाल है जो पूर्व में एचटी मीडिया ग्रुप के वाईस प्रेसीडेंट ‘आपरेशन’ के रूप में बिहार झारखंड के हेड रह चुके हैं। उन्होंने प्रदीप की जगह पर 1986 में पटना से प्रकाशित हिन्दुस्तान को अपने अकेले दम से शिखर तक पहुंचाया पर 2010 में अखबार प्रबंधन ने उनकी उपेक्षा कर उन्हें तो दिल्ली बुला ही लिया उसके बाद एक-एक कर उनकी टीम के सदस्यों को भी शंटिंग में डाल दिया।
मतवाले अब जेल चले….
मुजफ्फरनगर के दंगे को लेकर जिन नेताओं पर आरोप है, वे सब शहीदाना अंदाज में नजर आ रहे हैं। गिरफ्तारी देने के लिए वे शायद इसी अंदाज में निकल रहे है, जैसे कोई रणबांकुरा युद्ध जीतने के बाद निकलता है। भाजपा विधायक संगीत सोम विधानसभा से इस हनक से चले, जैसे कोई बहुत बड़ा युद्ध जीत कर आये हो। स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन में आन्दोलनकारियों को माला पहना कर गिरफ्तारी के लिए विदा किया जाता था, पीछे पीछे नारा लगता था… “कहां चले भाई कहां चले, मतवाले अब जेल चले।”
क्या देश के सबसे बड़े हिंदी अखबार की ये हेडिंग सही और जायज है?
Zafar Irshad : क्या देश के सबसे बड़े हिंदी अखबार की ये हेडिंग सही और जाएज़ है.. दिल पर हाथ रखकर इमानदारी से निष्पक्ष जवाब दीजियेगा…पत्रकार बताये क्या यह हेडिंग भावनाओं को नहीं भड़काती है वरिष्ठ पत्रकार Qamar Waheed Naqvi, Pramod Joshi, Shashank Shekhar Tripathi, Dayanand Pandey से मुझे कमेंट की अपेक्षा है… क्योंकि उन्होंने अपनी पूरी ज़िन्दगी पत्रकारिता में गुजारी है, बाकी दोस्त भी अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं… स्वागत है उनका….
आईपीएस राजेश मोदक की हरकत के खिलाफ आईपीएस अमिताभ ने मोर्चा खोला
Amitabh Thakur : मैंने एसएसपी मुरादाबाद द्वारा अपने तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को झाड़ू, वाइपर आदि से पीटने के मामले में उनमे से दो गुमान सिंह और सुन्दर से फोन से बात की है. वे फोन पर एसएसपी की करतूत पर रो रहे थे. मैं इस मामले में डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को पत्र लिख रहा हूँ. किसी चीज़ की हद होती है.
एक नौकरशाह में ‘नायिका’ तलाशने का अंजाम
Nitin Thakur : एसडीएम मैडम ने अपने आईएएस मियां के साथ जाकर सीएम साहब से खुद से हुई 'चूक' के लिए माफी मांग ली। ये खबर टीवी पर देखते हुए मेरा हाथ सहसा ही अपना गाल सहलाने लगा। मुझे वैसी ही गर्मी भरी सरसराहट महसूस हुई जैसी गाल पर तमाचा लगने के बाद होती है।
भ्रमित करते भाषाई प्रयोग
एक वक्त था, जब अखबारों के लिए भाषा एक महत्वपूर्ण चीज हुआ करती थी…पत्रकारिता के पाठ्यक्रमों से समाचार डेस्क पर मिलने वाले गुरुज्ञान में खबरें बनाते हुए भाषा की इज्जत रखते हुए सही शब्दों का सही इस्तेमाल सिखाया जाता था. बताया जाता था कि चाकू भोंकने और चाकू घोंपने में क्या फर्क होता है, दुर्घटनाओं में कहाँ टक्कर लिखना है, कहाँ भिड़ंत और कहाँ मुठभेड़…फिर जैसे अचानक ही एक दौर बीत गया.
गांव से आया एक पत्र, जिसे डिलीट न कर सका…
Yashwant Singh : भड़ास के पास आए इस पत्र को जब पढ़ रहा था तो पहले तो सरसरी तौर पर लगा कि ये मीडिया का मसला नहीं है, इसलिए डिलीट मार दूं… पर जाने क्यों, कुछ अटक सा गया, कुछ टच सा कर गया… दुबारा पढ़ने लगा… और तब, इस पत्र की मासूमियत, सहजता, इस पत्र में दर्ज दुख को पेश करने का लहजा धीरे-धीरे दिल में उतरने लगा, अपने-से बांधने-सा लगा.. जोड़ने सा लगा… मैं उस पत्र और पात्र में खुद के अक्स को देखने लगा… पाने लगा… अपने गांव और गांव वाले याद आने लगे… कुछ कुछ प्रेमचंद, रेणु के पात्र और संवाद याद आने लगे.. 'राग-दरबारी' के दृश्य घूमने लगे..
हिम्मत और हुनर से मैं मसाले बेचकर भी मिसाल बन गया
जमाने में बंटवारा एक पुराना दस्तूर है। न जाने यह कब से चला आ रहा है और कोई नहीं जानता कि यह कब तक चलेगा। कोई घर बांटता है, तो कोई दुकान बांटता है। नए जमाने में मां-बाप को भी बांटने का रिवाज है। मैं ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं, इसीलिए नहीं जानता कि कौनसी चीज बंटवारे के लिए बनी है। अजीब लगता है यह सोचकर कि मुल्क का भी बंटवारा होता है।
आसाराम के साधकों को क्यों चाहिए पीड़िता का आयु प्रमाणपत्र? (देखें तस्वीरें)
: आसाराम के साधक लड़की का आयु प्रमाणपत्र बनवाने का कर रहे हैं प्रयास : नगर पालिका से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का किया प्रयास : स्कूल के प्रधानाचार्य से जबरदस्ती मांग रहे थे आयु प्रमाण-पत्र : प्रधानाचार्य को साधकों ने दी धमकी, महिला वकील साधक भी साथ : लखनऊ से थे आसाराम के साधक, लोगों ने की साधकों से मारपीट :
परमाणु उत्तरदायित्व कानून का उल्लंघन कर अमेरिकी कंपनी से करार की तैयारी!
: 22 रुपये प्रति यूनिट की परमाणु बिजली राष्ट्र हित में नहीं : आल इन्डिया पावर इन्जीनियर्स फेडरेशन ने चेतावनी दी है कि यदि परमाण उत्तदायित्व कानून का उल्लंघन कर अमेरिकी कम्पनी से परमाण बिजली रियक्टर का करार किया गया तो देश भर के 12 लाख से अधिक बिजली कर्मचारी इंजीनियर इसका पुरजोर विरोध करेंगे। फेडरेशन ने सम्भावित करार को जनविरोधी बताते हुए कहा कि इससे बनने वाली बिजली की लागत 22 रूपये प्रति यूनिट आयेगी, जो राष्ट्रहित में नहीं है।
इनसाईट टीवी न्यूज की दादागिरी, रिजायन स्वीकार करने के बाद लगाते हैं फर्जीगिरी का आरोप
इनसाइट टीवी न्यूज (न्यूज पोर्टल) की दादागिरी इन दिनों चरम पर है। पटना में पिछले साढे चार साल से काम करने वाले ब्यूरोचीफ अनिरूद्ध कुमार के द्वारा 20 अगस्त को त्याग पत्र देने के बाद (जिसे कम्पनी ने स्वीकार भी कर लिया) बर्खास्तगी की खबर प्रसारित कर उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल किया जा रहा है। खबर यह है कि 20 अगस्त 2009 से 20 अगस्त 2013 तक अनिरूद्ध कुमार उक्त कम्पनी में ब्यूरो चीफ के पद पर कार्य करता रहा, लेकिन कभी भी समय से उनका पेमेन्ट नही किया गया।
इससे साफ होता है कि उक्त चैनल मुसलमानों का दुश्मन है
मुजफ्फनगर। मुजफ्फरनगर में विगत ७ सितंबर से मुस्लमानों पर जो जुल्म और उनका कत्लेआम किया गया, उसकी जितनी भी निंदा की जाये उतनी कम है। साम्प्रदायिकता की इस भयंकर लड़ाई में मुजफ्फरनगर में सियासत का एक नंगा खेल खेला गया जिसको एक न्यूज चैनल ने दो स्टिंग आपरेशन कर यह सिद्ध करने का प्रयास किया कि इसके पीछे काबीना मंत्री आजम खां का भी हाथ है। इस न्यूज चैनल के स्टिंग में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन इस चैनल को केवल मुसलमानों के खिलाफ खबरें प्रसारित करने के लिये किसी राजनेतिक दल से पैकेज तो नहीं मिल गया, यह सवाल आजकल अनेक मुस्लिमों की जुबां पर है।
दैनिक जागरण विज्ञापन और पैसे के लिए ऐसे करता है किसी संस्थान को ब्लैकमेल
बिहार के समस्तीपुर जिले में दैनिक जागरण के पन्नों पर इन दिनों में बहुचर्चित शिक्षण संस्थान ‘गुरूकुल’ के प्रचार-प्रसार से संबंधित समाचारों को लगभग नियमित रूप से स्थान दिया जा रहा है। कुल मिलाकर प्रत्येक 1-2 दिन के अंतराल पर जागरण के 2-3 कॉलम में गुरूकुल का गुणगान किया जाता है। इस निजी संस्थान को जागरण इतना अधिक भाव एवं तरजीह दे रहे हैं जैसे वह कोई सरकारी या अर्द्धसरकारी संस्थान या विश्वविद्यालय हो। ऐसा नहीं है कि ‘गुरूकुल’ के गुणगान में सिर्फ जागरण ही लगा है। अन्य अखबार भी ऐसा करते हैं लेकिन जागरण वालों ने तो हद ही कर दी। अब यहां ‘गुरूकुल-जागरण’ के इस रिलेशनशिप की वजह पर चर्चा करते हैं।
हिंदुस्तान अखबार, मवाना (मेरठ) में फर्जी समाचार के खिलाफ संपादक को पत्र
सेवा में, श्रीमान संपादक महोदय, हिंदुस्तान अखबार, मेरठ, श्रीमान जी, कृपया अपने 18 सिंतबर 2013 के अखबार के पेज नंबर 4 का अवलोकन करें, जिसमें आपके मवाना के पत्रकार ने एक समाचार फोटो सहित लिखा है, ‘’छुटटी के बाद भी रजिस्ट्री कार्यालय पर रही भीड़’’ जो की पूरा समाचार फर्जी है। विश्वकर्मा दिवस पर रजिस्ट्री कार्यालय खुला ही नही। यह समाचार अमर उजाला में ‘’ रजिस्ट्री कार्यालय बंद रहने से परेशानी’’ शीर्षक से सही छपा है। जिसमें रजिस्ट्रार का ब्यान भी छपा हुआ है। आपके समाचार पत्र में भ्रामक और झूठा समाचार छपा है।
राजस्थान हाईकोर्ट में बैक डोर एंट्री से नौकरी हथियाने के खिलाफ हाईकोर्ट में ही याचिका
जयपुर : राजस्थान हाईकोर्ट में बैक डोर एंट्री से नौकरी हथियाने का मामला एक बार फिर से गरमा गया है। बैक डोर एंट्री के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट के एडवोकेट ललित शर्मा ने याचिका दायर कर दबे पडे जिन्न को फिर से बाहर ला दिया है। एडवोकेट ललित शर्मा ने याचिकाकर्ता त्रिलोक चंद सैनी की ओर से याचिका दायर कर न केवल याचिका कर्ता को भी बैक डोर एंट्री के जरिए नौकरी देने की कोर्ट से गुहार लगाई है जबकि बैक डोर एंट्री से आए चहेतों को चिंता में डाल दिया है। याचिकाकर्ता ने चहेतों को बैक डोर एंट्री के जरिए पहले नौकरी पर लेने और बाद मे परमानेंट करने को न केवल चुनौती दी है बल्कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जरनल विजय कुमार व्यास को पक्षकार बनाते हुए इस मामले का संपूर्ण रिकॉर्ड अदालत में तलब करने की गुहार लगाई है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके कि किस तरह से बिना विज्ञापनों को अपने चहेतों को नौकरियां नियमों को ताक पर रख कर बांटी गई।
सब इंस्पेक्टरों और इंस्पेक्टरों को राजपत्रित कर्मचारी क्यों नहीं घोषित किया गया
: यूपी पुलिस विभाग की समस्याओं पर याचिका : सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश पुलिस और उसके अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों की समस्याओं के बारे में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर किया है. याचिका के अनुसार वर्तमान में पुलिस विभाग में थाने स्तर पर कार्य करने में कई सारी समस्याएं हैं. एक थाने का खर्च पचास हज़ार से एक लाख तक है लेकिन इसके बदले उन्हें कोई भी धनराशी सरकार द्वारा इन सभी वाजिब खर्चों के लिए नहीं दी जाती है. इसी प्रकार से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने के बावजूद सब इंस्पेक्टरों और इंस्पेक्टरों को राजपत्रित कर्मचारी घोषित नहीं किया गया है.
बार-बार लूटो, हजार बार लूटो… क्योंकि मैं भारत हूं (देखें लिस्ट)
: भारत यानि बार-बार लुटा देश, अब बार-बार लूटा जा रहा देश.. : क्या लुटना भारत की नियति है? : प्राचीन और मध्य कालीन युग मे भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था क्योंकि उस समय भारत में अकूत धन-संपत्ति थी जिस कारण विदेशी मुल्क इस पर नज़रें गड़ाये रखते थे. अगर आप इतिहास देखें तो पता चलेगा कि भारत को विदेशी और अपनों ने इतना लूटा-खसोटा है कि ऐसा लगता है कि भारत की क़िस्मत में ही भगवान ने लूट-खसोट लिख दिया है कि जो भी चाहे लूटे और चला जाये.
अतः श्रीमान भड़ास जी से निवेदन है कि इस लेखपाल को सस्पेंड करवा दें
सेवा में, श्रीमान संपादक भड़ास4मीडिया, महोदय प्रार्थनी के भाई ने अपनी तहसील- माधौगढ़ जिला- जालौन उ. प्र. से एक आय प्रमाण पत्र बनवाया जिसमें मेरे पिता की वार्षिक आय ९६०००/- रुपये है। पिछले वर्ष में मेरी बहिन का आय प्रमाण पत्र बनवाया जिसमें मेरे पिता की वार्षिक आय १८०००/- रुपये है। अतः श्री मान मेरे भाई बहिन दोनों के पिता एक ही हैं और दोनों की आय अलग-२ कैसे हो सकती है जबकि न तो किसी की सरकारी नौकरी है और आय का साधन केवल कृषि है। एक वर्ष में फिर इतनी ज्यादा आय कैसे हो सकती है।
मुजफ्फरनगर दंगे सपा नेतृत्व के लिए दो-धारी तलवार
मुजफ्फरनगर के सांप्रदायिक दंगों को लेकर सियासी जेर-ए-बहस तेज हो गई है। प्रमुख राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे पर सपा को शिकंजे में कसने के लिए कवायद तेज कर दी है। इस मामले में जिस कदर प्रशासन की लापरवाही और नाइंसाफी के खिलाफ गुस्सा भड़का है, उससे सपा का शीर्ष नेतृत्व बेचैन हो उठा है। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आज (शुक्रवार) मुजफ्फरनगर और शामली के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। अब राजनीतिक मोर्चे की कमान सीधे तौर पर उन्होंने संभाल ली है। क्योंकि, सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को लेकर अल्पसंख्यकों की जमातें भी सरकार की कार्यशैली से काफी नाराज हो उठी हैं।
Pisharody elected chairman of Audit Bureau of Circulations
New Delhi: Ravindra Pisharody of Tata Motors has been unanimously elected chairman of the Audit Bureau of Circulations for the year 2013-14 while M Venkatesh of HT Media would serve as his deputy during the period. Besides Pisharody, who is Executive Director (Commercial Vehicles) of Tata Motors, Debabrata Mukherjee of Coca Cola India, Anil Dua of Hero MotoCorp and Hemant Malik of ITC would be advertisers' representatives on the Bureau's Council of Management, ABC said.
आज़म ख़ान हीरो या विलेन?
क्या मुज़़फ़्फ़रनगर दंगे से किसी राजनीतिक पार्टी को फायदा हुआ है ? क्या इस दंगे से किसी सियासी दल को नुक़सान हुआ है? क्या दंगे के बाद मुस्लिम वोटर की सोच बदली है? क्या दंगे ने जाट समुदाय को समाजवादी पार्टी और अजित सिंह से दूर किया है? क्या ये दंगा अचानक था या एक सोची समझी साज़िश ? क्या दंगा कराने में आज़म ख़ान या सपा सरकार को कोई रोल है ? इस दंगे में आज़म ख़ान की चर्चाओं से उनको सियासी फायदा होगा या नुक़ासान ? कहीं ऐसा तो नहीं इस दंगे को कराने के पीछे बीजेपी जैसी सोच या ख़ुद आज़म ख़ान का तो कोई रोल नहीं? क्या इस दंगे को कराने में धार्मिक उन्माद फैलाने वाले या सत्ता या फिर विपक्ष के किसी नेता का हाथ है? ये और ऐसी ही कई और सवाल ऐसे हैं कि जिनका जवाब पाने को देशवासी बेताब हैं?
पुलिन त्रिपाठी ने राजुल माहेश्वरी से मानवीय आधार पर तबादला रोकने का अनुरोध किया
पुलिन त्रिपाठी अमर उजाला में कार्यरत हैं और उनका तबादला हल्द्वानी कर दिया गया है. उन्होंने अखबार के मालिक राजुल माहेश्वरी और संपादक यशवंत व्यास को एक पत्र लिखकर मानवीय आधार पर तबादला रोकने का अनुरोध किया है. पुलिन की तरफ से जो पत्र राजुल माहेश्वरी, संपादक यशवंत व्यास को भेजा गया है, वह इस प्रकार है…
‘अंबानी पुत्रों’ से सवाल पूछने वाला कोई है? … मुझे यकीन है इंदौर की धरती वीरों से खाली नहीं
Yashwant Singh : इंदौर के मीडिया वालों… आ गया है वक्त अपनी ताकत दिखाने का.. राजदीप सरदेसाई और आशुतोष जा रहे हैं पत्रकारिता पर राष्ट्रीय परिसंवाद करने… 28 को इनका लेक्चर इंदौर में है. दुर्भाग्य से आयोजकों में से एक इंदौर प्रेस क्लब भी है. सैकड़ों मीडियाकर्मियों की छंटनी करने वाले राजदीप और आशुतोष किस मुंह से पत्रकारिता पर लेक्चर देंगे, ये सोचने की बात है. पर दलालों की एक खास पहचान होती है कि वो किसी भी मुद्दे पर कभी भी डंका बजा सकते हैं और यह सब करते हुए बड़े आराम से अंबानियों के इशारे पर दलाली, छंटनी, हुंकार, फुफकार आदि भाव-भंगिमा-क्रिया-प्रतिक्रिया अपना सकते हैं…
इंदौर प्रेस क्लब ने राजदीप और आशुतोष को बुलाकर पत्रकारों से धोखा किया है
जो इंदौर प्रेस क्लब कई अच्छी चीजों के लिए जाना जाता है, वह एक गलत काम करने जा रहा है. उसने सैकड़ों मीडिया वालों के घर का चूल्हा बुझाने वाले और बिना कारण सैकड़ों मीडियाकर्मियों के पेट पर लात मारने वाले दो कारपोरेट पत्रकारों राजदीप सरदेसाई और आशुतोष को इंदौर में पत्रकारिता पर बोलने के लिए बुलाया है. एडिटर्स गिल्ड और इंदौर प्रेस क्लब का ये संयुक्त आयोजन है. आखिर इंदौर प्रेस क्लब ने क्यों इस कार्यक्रम को कराने का ठेका लिया?
राजदीप और आशुतोष पहुंच रहे इंदौर लेक्चर देने… आप सब इनका विरोध करें, नारे लगाएं
धन्य हैं राजदीप सरदेसाई और आशुतोष. इन लोगों ने अपने चैनलों में काम करने वाले चार-पांच सौ लोगों को अभी कुछ ही रोज पहले निकाल बाहर किया और अब ये लोग 'पत्रकारिता का नया दौर और चुनौतियां' नामक विषय पर राष्ट्रीय परिसंवाद में लेक्चर देने जा रहे हैं. अंबानी के इन दोनों दलालों का भाषण इंदौर में 28 सितंबर को सुबह साढ़े दस बजे होगा, इंदौर के विजयनगर में स्थित होटल फार्च्यून लैंडमार्क में. इस कथित राष्ट्रीय परिसंवाद में वो राष्ट्रीय लायजनर भी है, जिसका नाम अनुराग बत्रा हुआ करता है.
जनरल वी के सिंह- यक रहैन ईर यक रहैन वीर
आदरणीय पूर्व सेनाध्यक्ष वी के सिंह जी, जैसा कि आप जानते हैं मैं बड़े लोगों को चिट्ठियाँ लिखता हूँ । दो दिनों से बोख़ार के कारण बेचैन मन के लिए समय व्यतीत करने का अच्छा तरीक़ा भी है । आप जानते ही हैं कि जब से पत्रकारिता शोरगुल वाली हो गई और दर्शक तू तू मैं मैं की चौपाल में टीवी से लेकर ट्वीटर तक पर मज़ा ले रहे हैं मैं घर पर समाचार माध्यमों से दूर रहता हूँ । आज जब इंडियन एक्सप्रेस में आपके बारे में ख़बरें पढ़ीं तो मैं गूगल करने लगा । कहाँ से शुरू करूँ । लिख रहा हूँ स्नेह निमंत्रण प्रियवर तुम्हें समझाने को, खत पढ़कर चल मत आना हमीं को उल्टा समझाने को !
‘मुजफ्फरनगर कांड’ पर आज रात साढ़े नौ बजे जीएसटीवी पर देखें यशवंत का इंटरव्यू
गुजरात समाचार टीवी यानि जीएसटीवी जो गुजरात का लीडिंग रीजनल न्यूज चैनल है, हर रोज रात साढ़े नौ बजे मुद्दा नामक एक कार्यक्रम प्रसारित करता है जो मीडिया से जुड़े लोगों के इंटरव्यू पर आधारित होता है. आज यानि 21 सितंबर रात साढ़े नौ बजे जीएसटीवी पर भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह का इंटरव्यू प्रसारित होगा. जीएसटीवी को आप टाटा स्काई पर 894 नंबर पर पा सकते हैं. तो जरूर देखिए सुनिए.
मेट्रो बना अय्याशी का अड्डा, जी न्यूज के ‘क्राइम रिपोर्टर’ शो में खुलासा, स्टिंग किया देवनाथ ने
जी न्यूज पर शुरू हुए अपराध पर आधारित प्रोग्राम 'क्राइम रिपोर्टर' का अभी पहला एपिसोड ही जनता के सामने आया और देश की राजधानी की शान 'मेट्रो' का एक ऐसा काला सच सामने आ गया, जिसे देख सबके होश फाख्ता हो गए। मेट्रो में हो रही अय्याशी के खेल को सामने लाकर इस शो ने बताया कि मेट्रो अब अय्याशी के लिए सबसे सेफ अड्डा बन गया है। जिन मेट्रो स्टेशनों पर चौबीसों घंटे सीसीटीवी कैमरे खुफिया आंख बन निगरानी करते हैं, उन्हीं आखों पर पट्टी बांध वहां के स्टाफ अय्याशी के लिए कमरे मुहैया कराते नजर आए। चंद रुपयों की खातिर कैसे मेट्रो के कर्मचारियों ने मेट्रो की शान के साथ साथ सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए।
‘रफ्तार’ न्यूज चैनल के उत्तराखंड न्यूज हेड बने एस.एस. तोमर
‘विज़न 2020’ राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के संपादक और सेटवेल मीडिया प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर एस.एस. तोमर को रफ्तार न्यूज चैनल में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। चैनल प्रबंधन ने उन्हें उत्तराखंड प्रदेश में बतौर न्यूज हेड नियुक्ति किया है।
यह पटकथा तो पहले ही तैयार कर चुके थे अरुण कुमार
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अरुण कुमार ने सरकार को अचानक ही मुसीबत में नहीं डाला। उन्होंने इसकी पटकथा पहले ही तैयार कर ली थी। बस मौके और समय का इंतजार था। वह शहीदाना अंदाज में दिल्ली जाना चाहते थे। मगर उनके इस अंदाज ने सरकार की बैंड बजा दी। वीकएंड टाइम्स ने कुछ दिन पहले ही छाप दिया था कि उनकी छुट्टी तय है। अब जब अरुण कुमार को भी इस बात का अंदाजा हो गया कि उनकी विदाई किसी भी समय हो सकती है तब उन्होंने इस पटकथा का आखिरी अध्याय लिख दिया।
हिंदी विवि वर्धा में शुरू हुई ब्लॉगरों की अड्डेबाजी, एक सुर में की सोशल मीडिया के सेल्फ रेगुलेशन की वकालत
सोशल मीडिया व ब्लागिंग लोगों से जुड़े लोगों की अड्डेबाजी हो और न्यू मीडिया के विविध आयामों पर बात न हो यह अपवाद स्वरूप ही होगा, और उस पर अगर सुधि श्रोता मिल जाएं तो संगोष्ठी करना सार्थक जान पड़ता है. महात्मा गांधी अंतराष्ट्रीय हिंदी विश्व विद्यऴाय में शुक्रवार को आगाज हुई सोशल मीडिया व ब्लागिंग संगोष्ठी का उद्घाटन व अंतिम सत्र इसी का प्रतीक रहा। विवि के कुलगीत से आरंभ हुई संगोष्ठी की शुरूआत ब्लागिंग के दस साला वीडियोनुमा सफरनामे से हुई।
धन्य है आजतक की रिपोर्टिंग, वयोवृद्ध पत्रकार सुनीता नाईक को ही दोषी करार दिया
आजतक वाले खुद को ईश्वर से कम नहीं मानते. इसीलिए वो सर्टिफिकेट बांटते फिरते हैं कि कौन सही है या कौन गलत. आपको सुनीता नाईक का नाम याद होगा. जो मुंबई में गुरुद्वारे के बाहर सड़क पर रहती हैं और वहीं खाती पीती सोती हैं. जब उन दिनों उनकी खबर छपी तो उन्हें एक परिवार अपने साथ ले गया. सुनीता की अपनी जीने का स्टाइल है. अगर उन्हें रोज मटन खाना है तो खाना है. अगर आप नहीं खिला पा रहे तो वह आपके घर से जाने को स्वतंत्र हैं, आजाद हैं.
अपने स्टाफ की छंटनी पर चुप रहने वाले आशुतोष ने दीपक शर्मा के बचाव में मुंह खोल दिया
दुनिया बड़ी निराली है. लोग अपने घरों के बड़े मुद्दों पर तो चुप्पी साध लेते हैं लेकिन दूसरों के घरों में होने वाले हाय-हाय-किच-किच पर तुरंत सलाह देने, बचाव करने चले आते हैं. उन्हीं में से एक आशुतोष भी हैं. ये प्राणी आईबीएन7 नामक अंबानी के स्वामित्व वाले चैनल को मैनेज करने वाले एडिटर हैं. इन्होंने अपने यहां के चैनलों से किए गए करीब चार-पांच सौ मीडियाकर्मियों की छंटनी पर तो एक शब्द नहीं कहा, तब भी जब कि लोग उनके आफिस के गेट के सामने जाकर नारे लगा आए और उन्हें गरिया आए, पर उन्होंने आजतक के दीपक शर्मा का बचाव करने और दीपक पर उठ रही उंगलियों को जवाब देने में तनिक देर नहीं की. देखिए, आशुतोष ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा है….
धरती की उम्र पौने दो अरब साल शेष
लंदन। धरती पर जीवन के कम से कम 1.75 अरब साल तक मौजूद रहने के आसार हैं। लेकिन 1.75 अरब से लेकर 3.5 अरब सालों के बीच ग्लोबल वार्मिग और विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के चलते जीवन खत्म होने लगेगा। और एक बार फिर पृथ्वी निर्जन हो जाएगी। चूंकि उस समय तक हमारा सूर्य इतना गर्म हो जाएगा कि पृथ्वी समेत उसके आसपास के ग्रहों पर जीवन असंभव हो जाएगा।
कौन यशवंत, भड़ास वाला?
यशवंत होने का मतलब क्या है, यह जानने के लिए आपको यशवंत से मिलना पड़ेगा। भड़ास फॉर मीडिया पढ़कर आप यशवंत के क्रियाकलाप को तो जान सकते हैं, यशवंत को नहीं। छोटे से बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक कोई भी हो, अगर एक बार जिंदादिल इंसान यशवंत से मुलाकात कर ले तो जीवन भर याद रखेगा। नाम, पैसा और शोहरत तो कई पत्रकारों ने कमाए हैं।
सांप्रदायिकता एक सवर्ण मानसिकता है
सांप्रदायिकता एक मानसिकता है जिसमें रहने वाले लोग दूसरी तरफ़ की कमियों को नाजायज़ मानते हैं और अपनी तरफ़ की कमियों को जायज़ । सांप्रदायिकता हमेशा समूह में होने का अहसास कराती है । सत्ताखोर और रक्तपिपासु लोग राष्ट्रवाद की आड़ में मज़हबी राजनीति करते हैं और दूसरे तरफ़ को तुष्टीकरण कहते हैं । सांप्रदायिकता का घर एक होता है मगर उसके आँगन दो होते हैं । गोतिया युद्ध की तरह एक दूसरे का ख़ून पीते हैं और गिरती बूँदों को गिनते हैं । आपकी मानसिकता साम्प्रदायिक है तो आप उसका बचाव अंत अंत तक करते हैं । इस बचाव का सबसे सशक्त ढाल है दूसरी तरफ़ की ग़लतियाँ, कमियाँ और नाकामियां ।
दबंग दुनिया, इंदौर के दो और रिपोर्टरों ने चीफ रिपोर्टर से तंग आकर नौकरी छोड़ी
इंदौर दंबग दुनिया के दो और रिपोर्टरों ने दबंग के विनोद शर्मा से प्रताड़ित होकर नोकरी छोड़ दी है. दबंग के वरिष्ठ रिपोर्टर सुधीर शिंदे के नौकरी छोड़ने के बाद ही एक ओर सीनियर रिपोर्टर उमेश रावलिया और श्याम दांगी ने भी दबंग दुनिया को अलविदा कह दिया है.
गहलोत सरकार कांग्रेसी वकीलों को स्थायी सरकारी नौकरी देने को आतुर, नियम-कायदे ताक पर
अजमेर। राजस्थान की कांग्रेस सरकार बहुत जल्दी में है। इतनी जल्दी में कि कांग्रेस विचारधारा के वकीलों को स्थायी सरकारी नौकरी देने को आतुर हुए जा रही है। आतुरता-व्याकुलता के इस खेल में नियम-कायदों की औपचारिकता को भी ठेंगा दिखा दिया गया है। गहलोत के बेमिसाल कामों की यह एक बेहतरीन मिसाल कही जा सकती है। मामला नगर पालिकाओं में विधि अधिकारियों के पदों पर सीधी भर्ती का है।
विभूति, देवी और प्रतीक के बारे में नई सूचना
इंदौर। वरिष्ठ पत्रकार विभूति शर्मा पीपुल्स समाचार इंदौर संस्करण के स्थानीय संपादक बनाए गए हैं। लगभग तीन दशकों से नईदुनिया में कार्यरत शर्मा को जागरण प्रबंधन के आने के बाद अपने पद से हटा दिया गया था। शर्मा के आते ही संपादकीय प्रभारी देवी कुंडल ने पीपुल्स समाचार से इस्तीफा दे दिया। उधर, साधना न्यूज के ब्यूरोचीफ प्रो. प्रतीक श्रीवास्तव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
भारतीय राजनीति को बदल रहा है सोशल मीडिया
महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में दो दिन की राष्ट्रीय संगोष्ठी और कार्यशाला में पहले दिन का आखिरी सत्र सोशल मीडिया और राजनीति पर। इस सत्र के संचालन मुझे ही करना है तो बहुत सी बातें जो मेरे दिमाग में हैं वो शायद पूरी तरह से कहना संभव नहीं होगा। इस लिहाज से मैंने जो लेख तैयार किया था। उसे यहां चिपका रहा हूं।
बात मुद्दों से फिसल कर धर्म पर आ जाती है
डॉ. अजीत : बात मुद्दों से फिसल कर धर्म पर आ जाती है इसलिए देश में सेकुलर होना गोया गाली बन गई है.. खुद मुझ पर भी छ्द्म धर्मनिरपेक्ष होने का आरोप है.. आप कट्टर रहें.. चाहे जिस भी विचारधारा से ताल्लुक रखें.. यही आज के दौर मे आपकी वैचारिक प्रतिबद्धता और प्रखरता के पैमाने बन गए हैं… यदि आप शांति सदभाव और आपसी सोहार्द के साथ जीना चाहते हैं तब, क्या तो आप छ्द्म हैं या फिर डरपोक…
लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार सिद्धार्थ कलहंस ने आजतक वाले दीपक शर्मा को संघी न होने का सर्टिफिकेट जारी किया
Siddharth Kalhans : Deepak Sharma का मेरा साथ कोई 18 साल का है। पायनियर में वो मेरे सीनियर रहे। बड़े भाई का नाता है। लखनऊ में उनके दोस्तों की तादाद खासी है नवाब फौजान से लेकर नींबू की आढ़त वाले इरफान भाई, आमिर से लेकर पुराने कपड़ों का धंधा करने वाले कायम रजा तक। मैंने उनके दोस्तों की फेहरिस्त में किसी पंडित को नही पाया। आपसी बातचीत में हम एक दूसरे को पंडित जी और बाबू साहब (उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में ठाकुरों को इसी नाम से बुलाया जाता है) कहते रहते हैं। आज एक स्टिंग को लेकर लोग उन पर सवाल उठा रहे हैं। मैंने अपने इतने सालों के साथ में उन्हें कभी किसी संघी विचारधारा के साथ खड़ा नही देखा। पत्रकारिता में शुचिता की मिसाल हैं। हाकी खिलाड़ी सैयद अली उनके पिता पदमश्री जमनलाल शर्मा के दूसरे बेटे जैसे रहे।
इसी अखबार ने ये स्टोरी भी की थी कि दिल्ली में सेना सरकार को अपदस्थ करने वाली है, टैंक चल चुके हैं
Prabhat Shunglu : इसी अखबार ने ये स्टोरी भी की थी कि दिल्ली में सेना सरकार को अपदस्थ करने वाली है, टैंक चल चुके हैं। ब्लाह..ब्लाह।। उसका हश्र क्या हुआ सबको पता है। स्टोरी पिट गई। अखबार के संपादक की छवि धूमिल हुई सो अलग क्योंकि इस कहानी में उसने बड़ी शान और गर्व से अपना नाम चिपकाया था।
वीएन राय हिंदी ब्लागरों को ब्लाग एग्रीगेटर ‘चिट्ठा समय’ मुहैया कराएंगे
सुनीता भास्कर : वर्धा हिंदी विवि में आज से दो दिनी सोशल मीडिया व ब्लोगर्स संगोष्ठी का आगाज हुआ. उद्घाटन सत्र में चिट्ठा जगत की दस साला यात्रा से लेकर उसकी आचार संहिताओं पर बात हुई..कुछ ने कहा ब्लागिंग को नियंत्रण नहीं समर्थन की जरूरत है.. कुलपति विभूति नारायण राय ने कहा राज्य को खुद पे नियंत्रण रखने की जरूरत है. बजाय की वह हर न्यूनतम अभिव्यक्ति पर लोगों पे अंकुश लगाये.. साथ ही अंतराष्ट्रीय हिंदी विवि की दो बड़ी योजनाओं से सबका साक्षात्कार कराया.
भारतीय जनता इकहरी सोच वाले किसी व्यक्ति को पीएम बनने लायक जनादेश नहीं देगी
Priya Darshan : यूआर अनंतमूर्ति आश्वस्त रहें। उन्हें देश नहीं छोड़ना होगा। अभी भारतीय जनता के संस्कार ऐसे नहीं हुए हैं कि वह बहुत इकहरी सोच वाले किसी व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनने लायक जनादेश दे दे।
अनंतमूर्ति जी, ऐसी नौबत ही नहीं आने वाली, ये मोदियापा गुब्बारा 2014 में पिचक जाएगा
Swami Balendu : अनंतमूर्ति जी, सबसे बड़ी बात ये है कि ऐसी नौबत ही नहीं आने वाली, कार्पोरेट्स के द्वारा मीडिया के लिए अपनी तिजोरी खोल बनाई गई हवा से फूला ये गुब्बारा २०१४ में पिचक जाएगा, तब मोदी भक्तों से बात करी जायेगी. हाँ वो अम्बानी, अडानी और टाटा जैसे बड़े बड़े उद्योगपतियों और व्यापारियों के लिए और मीडिया कार्पोरेट्स के लिए बहुत अच्छे हैं पर इस देश में केवल पैसे वाले ही नहीं गरीब भी बसते हैं, और शायद उनकी संख्या अम्बानियों से जादा है.
रवीश कुमार यदि अनन्तमूर्ति का नाम बिगाड़ता है तो यह उसका कम पढ़ा-लिखा होना बतलाता है
Aflatoon Afloo : अनन्तमूर्ति के चर्चित उपन्यास 'संस्कार' में एक ब्राह्मण नारनप्पा खुले आम गोश्त खाता है और मंदिर के पवित्र कुंड में पड़ी मछली भी । चन्द्री नामक वेश्या के साथ रहता है , मुसलमानों से संगत करता है और 'शालिग्राम' को नदी में फेंकता है! मंगलोर विश्वविद्यालय के ६० सदस्यीय 'हिन्दी शिक्षक संघ' ने इसे पढ़ाने से इन्कार कर दिया। वि.वि ने फिलहाल मांग खारिज कर दी है।
मैं उमेश कुमार जी को एक बार फिर सत् सत् नमन करता हूं
Shyam Parmar : मैं उमेश कुमार जी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ कि आपने मेरठ के जरुरत मंद परिवार की मदद की है, और वो भी फेसबुक की एक अपील पर… मैंने कुछ दिन पहले फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी कि मेरठ में सलीम का परिवार रहता है, बच्चे होनहार है मगर हालातो ने बनाए इस गरीब परिवार पर बच्चो की फीस के पैसे नहीं है, एक बच्चा दिल्ली जामिया में ग्यारवीं में एडमिशन पा चुका है, दूसरा मेरठ में हाई स्कूल कर रहा है.
भारतीय मुसलमानों को किसी के सामने राष्ट्र प्रेम परिभाषित करने की ज़रूरत नहीं
Ayesha Zaidi : भारतीय मुसलमानों को किसी के सामने अपने राष्ट्र प्रेम को दिखाने या परिभाषित करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि सन 1857 से लेकर अब तक जब भी इस देश को ज़रूरत पड़ी है मुसलमानों ने इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है. चाहे वो 1857 की क्रांति हो (जिसमें मौलाना फ़ज़ले हक खैरा बादी, मोलवी लियाक़त अली, अह्मदुल्लाह शाह और हाजी इमदादुल्लाह आदि ने अँग्रेज़ों के दाँत खट्टे कर दिए थे. और ये भी बताने की ज़रूरत नहीं है कि ये जंग बहादुर शाह ज़फर की अगुआई में लड़ा गया था.) या उसके बाद देश की आज़ादी की लड़ाई (जिसमें मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, अब्बास तैयाबजी, रफ़ी अहमद किदवई, मौलाना हुसैन अहमद मदनी, मौलाना हिफज़ुररहमान आदि) और देश की आज़ादी के बाद की लड़ाइयाँ जो चीन और पाकिस्तान से लड़ी गयीं (उस में वीर अब्दुल हमीद, ब्रिगडियर उस्मान, ग्रेनिडियर अमिरूद्दीन, रिज़वान अली त्यागी, अब्दुल ख़ालिक़ आदि ने अपने प्राणों की आहुति दे दी).
मुज़फ्फरनगर दंगों की पृष्ठभूमि में अरुण कुमार अपना एक सोचा समझा “प्रोजेक्शन” कर रहे हैं
Abhishek Upadhyay : यूपी की निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के साथ वास्तविक हमदर्दी महसूस होती थी और होती है, पर यूपी के एडीजी लॉ एंड आर्डर आईपीएस अरूण कुमार के साथ………एक हजार किलोमीटर दूर तक भी नहीं…….। मुज़फ्फरनगर दंगों की पृष्ठभूमि में अरुण कुमार अपना एक सोचा समझा "प्रोजेक्शन" कर रहे हैं कि वो एक सताए हुए मगर तेज तर्रार अफसर हैं। उन्हें यूपी सरकार कानून व्यवस्था ठीक करने का मौका नहीं दे रही है। उनके हाथ बंधे हुए हैं….आदि आदि….पर इनमें से एक भी बात वास्तविकता के तराजू पर खरी साबित नहीं होती है। नवंबर 2012 में अरूण कुमार ने एडीजी लॉ एंड आर्डर के मलाइदार ओहदे को हासिल कर लिया। इतना ही नहीं, उन्हें एसटीएफ और एटीएस जैसे महत्वपूर्ण महकमों का जिम्मा भी सौंपा गया।
मनीषा को बहुत बड़ा सैल्यूट, पर क्या विजय राय और ज्यूरी क्षमा मांगेगी?
Dayanand Pandey : मनीषा जी, बहुत बड़ा सैल्यूट ! हर्ष की बात है मनीषा कुलश्रेष्ठ ने लमही सम्मान लौटा दिया है। उन्हों ने मुझे आज सुबह फ़ेसबुक पर ९ बज कर १२ मिनट पर यह संदेश भेजा है । जिसे मैंने अभी-अभी देखा है। उन्होंने लिखा है: ''मैंने लौटा दिया दयानंद जी, आपकी सलाह का आभार!''
IIMC में उर्दू पत्रकारिता की छात्राएं आख़िर कहां रहेंगी ?
भारतीय जनसंचार संस्थान के नीचे दिए गए इश्तेहार को ज़रा ग़ौर से पढ़िए। 19 सितंबर, 2013 को दैनिक हिंदुस्तान में यह प्रकाशित हुआ है. यह इश्तेहार उर्दू पत्रकारिता में डिप्लोमा पाठ्यक्रम से संबंधित है. इश्तेहार में पांचवा बिंदु छात्रावास का है, जिसमें भारतीय जनसंचार संस्थान के हाकिमों ने बेहद साफ़गोई से लिखा है कि " छात्रावास की सुविधा उपलब्ध नहीं है"
दैनिक जागरण में हल्द्वानी के फोटोग्राफर संजय कनेरा को बिना कारण बताए हटाया गया
13 वर्षों से दैनिक जागरण हल्द्वानी को अपनी सेवायें दे रहे फोटोग्राफर संजय कनेरा को दैनिक जागरण ने बिना कारण बताए निकाल दिया। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाही दैनिक जागरण सिटी इंचार्ज कंचन वर्मा के इशारों पर की गई। कुछ दिनों से सिटी इंचार्ज कंचन वर्मा की फोटोग्राफर से किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी। सिटी इंचार्ज के खिलाफ पूरे यूनिट में गुस्से का माहौल है।
4 रीयल न्यूज से अली अनवर ने कहा- ”मोदी सात जन्म में भी नहीं बन सकते पीएम”
‘मोदी 7 जन्म में भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं’ यह कहना है जेडीयू नेता अली अनवर का, यह सब कहा 4 रीयल न्यूज के खास कार्यक्रम आज की मुलाकात में…जो शनिवार रात 8:30 बजे आप देख सकते हैं. 4रीयल न्यूज़ लाया है एक खास कार्यक्रम जिसका नाम है ‘आज की मुलाकात’। 4रीयल न्यूज़ चैनल के CEO श्री यश के निर्देशन में तैयार इस कार्यक्रम के जरिये हर एपिसोड में किसी बड़ी राजनीतिक शख्सियत से खास बातचीत, उनके वादे और इरादों पर सवाल जवाब, तेज-तर्रार पत्रकार शिशितुषार शर्मा के अंगारों से दहकते सवालों का देश के जाने माने नेता देंगे जवाब। सवाल ऐसे कि जिनके वार से नेताओं का बचना होगा मुश्किल। आधे घंटे के इस कार्यक्रम पर होगी पूरे देश की नज़र।
नेताओं ने खरीद लिया न्यूज़ चैनल्स को
18 सितम्बर 2013 को देश के दो बड़े अंग्रेजी न्यूज़ चैनल्स पर दिल्ली विधान सभा की 70 सीटों को लेकर एक सर्वे दिखाया ! "टाइम्स-नाउ" औए "सी-वोटर" ने भाजपा-कांग्रेस को तक़रीबन बराबरी (30-29 सीट) पर दिखाया, और "आप" को महज़ 7 सीट जीतते बताया ! जबकि "सी.एन.एन-आई.बी.एन." और कांग्रेसी सांसद बिरला के "हिन्दुस्तान टाइम्स" के "खेल" में दिल्ली में, कांग्रेस को लगातार चौथी बार काबिज़ होते बताया गया, भाजपा को हरा दिया गया !
पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ प्रेस क्लब के बाहर डीजेए ने धरना दिया
दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (डीजेए) ने पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ आज 19 सितंबर, 2013 को प्रेस क्लब के बाहर एक धरने का आयोजन किया. सुबह 11 बजे से शुरु होकर दोपहर एक बजे तक चले इस धरने में राजधानी के दर्जनों पत्रकारों ने हिस्सा लिया. इसके बाद प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन सौंप कर उनसे इस संबंध में उचित कार्रवाई करने की मांग भी की गई. दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन लंबे समय से पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट और आर्थिक सुरक्षा के लिए छंटनी पर रोक लगाने व बेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू करने की मांग करता आ रहा है.
जनक सिंह चौधरी, मुकेश कुमार, प्रतीक श्रीवास्तव, हरीश तिवारी के बारे में नई सूचनाएं
प्रभात खबर, धनबाद से सूचना है कि यहां बोकारो डेस्क पर तैनात जनक सिंह चौधरी ने संस्थान से इस्तीफा दे दिया है. वे अच्छे पैकेज पर दैनिक भास्कर, धनबाद के हिस्से बने हैं. बताया जाता है कि राकेश पाठक ने भास्कर, धनबाद के आरई का पद संभालते ही पहला झटका प्रभात खबर को दिया है. जनक के बाद दो और लोगों के भास्कर ज्वाइन करने की चर्चाएं हैं. इनमें से एक डेस्क और एक रिपोर्टिंग का व्यक्ति हो सकता है. प्रभात खबर के कर्मी कम सेलरी के कारण दूसरे संस्थान की ओर रुख कर रहे हैं.
साधना के सभी चैनल फ्रेंचाइजी मोड में, दर्जनों की नौकरी गई
चर्चा है कि दलाली न मिलने से नाराज़ साधना प्रबंधन ने अपने सभी चैनलों को फ्रेंचाइजी मोड में कर दिया है. अभी साधना न्यूज़ यूपी/उत्तराखंड, बिहार/झारखंड और एमपी/छत्तीसगढ़ में चैनल चला रखा था. लेकिन माली हालत कमजोर होने के कारण प्रबंधन ने अपने सभी चैनलो की फ्रेंचाइजी कर चैनल में कार्यरत सभी को एक झटके से बेरोजगार कर दिया है. चैनल में कार्यरत एक वरिष्ठ अधिकारी को चैनलों को ठेके पर देने का जिम्मा पिछले कई महीनों से दिया गया है. बीते महीने जाकर प्रबंधन की मुराद पूरी हो सकी है.
DUJ CALLS FOR BLACK DAY AGAINST PRESS BASHING
The Delhi Union of Journalists (DUJ), and the Delhi Press Unity Centre 2013 condemns the Andhra Pradesh police for its attempts to browbeat the AP Resident Editor of The Hindu and some other news channels for carrying reports on a controversial meeting the AP DG of Police Dinesh Reddy had with a so-called Godman.
बस्तर का टार्ज़न हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो गया
छत्तीसगढ़ और बस्तर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले चेंदरू ज़हाने पानी से तो कूच कर गए लेकिन उनकी अमिट छाप को दुनियाँ शायद ही भुला पाए। महीने भर से बीमार चल रहे बस्तर के टार्जन कहे जाने वाले चेंदरू 13 अगस्त को पक्षाघात के बाद जगदलपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए थे,महीने भर जिंदगी और मौत से लड़ते हुए बस्तर के 78 वर्षीय टार्जन ने दुनियां को अलविदा कह दिया।
पाक्षिक पत्रिका ‘बिजनेस वर्ल्ड’ को अनुराग बत्रा और विक्रम झुनझुनवाला ने खरीदा
एबीपी न्यूज़ समेत बांग्ला अखबार आनंद बाजार पत्रिका और अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ चलाने वाली कंपनी आनंद बाज़ार समूह ने अपनी पाक्षिक बिजनस पत्रिका 'बिजनेस वर्ल्ड' बेच दिया है। ख़बरों के अनुसार पीआर कंपनी एक्सचेंज4 मीडिया के मालिक अनुराग बत्रा और उद्यमी विक्रम झुनझुनवाला ने इस पत्रिका को ख़रीदा है।
आजतक के पत्रकार दीपक शर्मा ने स्टिंग पर फिर दी सफाई
Deepak Sharma : सरकार मुलायम है.. मित्रों मुज़फ्फरनगर का स्टिंग आपरेशन एक मुश्किल असाईन्मेंट था. एक चुनौती हमारे सामने थी की NBSA की हिदायतों के दायरे में इसे कैसे कवर करें. अगर दोनों समुदायों के नेताओं या दंगा कराने वालों का स्टिंग करते हैं तो कंटेंट इतना उकसाने वाला होगा की शायद सच आरोप प्रत्यारोप में खो जायेगा. एक दिन के दौरे में हमारी टीम ये जान गयी थी की इस दंगे के दूसरे चरण में देहात इलाकों में अल्पसंख्यक बहुत तादाद में मारे गए थे .
एडीजी अरुण कुमार ने यूपी छोड़कर जाने के लिए आवेदन कर दिया!
Sanjay Sharma : एक बार फिर वीकएंड टाइम्स की खबर सही साबित हुई ..मैं खबर का लिंक लगा रहा हूँ सिर्फ हमने ही छापा था कि यूपी पुलिस की गुटबाजी के चलते डीजीपी और एडीजी दोनों की छुट्टी होगी ..आज विधानसभा में हुकुम सिंह ने एडीजी अरुण कुमार पर कमेन्ट किया और कुछ देर पहले अरुण कुमार ने यूपी छोड़ कर जाने के लिए आवेदन कर दिया ..पुलिस विभाग के आला अफसर को आपस में लड़ने से ही फुरसत नहीं जो कानून व्यवस्था देखें..
आजतक के स्टिंग पर उठ रहे सवालों का दीपक शर्मा ने फेसबुक पर दिया जवाब
Deepak Sharma : कुछ पत्रकार मित्र आपरेशन दंगा पार्ट 1-2 से बेहद खफा हैं. उनका मानना है कि ये आपरेशन प्रायोजित है. उन्हें शक नहीं, पक्का यकीन है कि स्टिंग के पीछे नरेन्द्र मोदी हैं. उन्हें यकीन है कि इस आपरेशन के ज़रिये मैं और पुण्य प्रसून या मेरे चैनल के कुछ वरिष्ठ साथी अपनी महत्वाकांक्षाएं पूरी करना चाहते हैं. कुछ खास मित्रों ने विरोध और आवेश में लिखा और कुछ मित्रों ने अपनी वेबसाइट पर छापा भी. पारदर्शिता इसी को कहते हैं. समाज में पारदर्शिता होनी ज़रूरी है.
हाथरस में ‘विशाल पत्रकार सम्मेलन’ में पत्रकारों को दिया गया सम्मान
हाथरस। मेला श्री दाऊजी महाराज के रिसीवर कैम्प में विशाल पत्रकार सम्मेलन सम्पन्न हुआ। इसकी अध्यक्षता जिला सूचना अधिकारी यतीश कुमार गुप्ता ने की। संचालन अतुल ऑधीबाल ने किया। विशाल पत्रकार सम्मेलन में कलम के नायक और उनका सहयोग करने वाले छायाकारों के साथ-साथ इलैक्ट्रोनिक चैनलों से जुड़े प्रतिनिधियों का प्रतीक चिन्ह देकर मंचासीन अतिथियों व संयोजक महेश चन्देल ने स्वागत और सम्मान किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि अच्छा पत्रकार बनने से पहले उसे अच्छा आदमी बनना चाहिये। पत्रकारिता मिशन के रूप में आज बदलाव हो चुका है।
Science and Media mix probed in Media Choupal
The Nawabi city of Bhopal witnessed two days of social media conclave, 'Media Chaupal' which concluded on 15 September 2013. Madhya Pradesh will be going to polls shortly and will be hub of media activity in the backdrop of towering rise of collegue from Gujrat and possible bastion of BJP under Shivraj. This bastion has now been taken head on by the person not less then stature of Jyotriaaditya Scindhia, youthful scintillation associated with this young leader may be the best bet by his party in its effort to dislodge Shivraj Government.
श्रीलंका में हमले के बाद संपादक ने सपरिवार देश छोड़ा
कोलंबो : सरकार विरोधी रुख के लिए जानी जाने वाली श्रीलंका की एक वरिष्ठ संपादक ने मौत की धमकी मिलने के बाद परिवार सहित देश छोड़ दिया है। उनके घर पर हथियारबंद हमला होने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। उन्हें संदेह था कि कुछ संवेदनशील दस्तावेजों को खोजने की नीयत से उन पर हमला हो सकता है। फ्री मीडिया मूवमेंट (एफएमएम) ने कहा कि 'संडे लीडर' अखबार की सह संपादक मंडाना इस्माइल अबेविकरेमा कल 'किसी उत्तर अमेरिकी देश' की तरफ रवाना हो गईं और वह उन 80 पत्रकारों में शामिल हो गईं जिन्होंने 2005 में राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के सत्ता में आने के बाद विदेशों में शरण ले रखी है।
सहारा इंडिया मीडिया के नए चैनल ‘समय राजस्थान’ का शुभारंभ
: प्रेस रिलीज : देश के सबसे बड़े मीडिया नेटवर्क सहारा इंडिया मीडिया में बुधवार से नए चैनल 'समय राजस्थान' का शुभारंभ हुआ है. इस चैनल के जरिए हम आप तक पहुंचाएंगे राजस्थान के गौरवशाली इतिहास, राजस्थान के सियासी उलट-फेर और सामाजिक सांस्कृति बदलाव के नए-नए रंग.
आसाराम के आतंकवादियों और डाकुओं से भी संबंध है!
आसाराम के सेवादार श्याम ने पीडित लड़की के पिता के सहयोगी को फोन पर बयान बदलने के लिए धमकी दी थी और जिस तरह से आतंकियों से सम्बंध होने की बात कबूली है, उसके बाद पीडित के पिता ने कहा कि आसाराम के आश्रम में आतंकी, डाकू और खूनियों का आना जाना है। आसाराम से उनके पूरे परिवार को जान का खतरा है। राम जेठमलानी के बयान पर पीड़ित के पिता ने कहा कि उनके बयान ने हमको मानसिक पीड़ा पहुंचाई। हमारा पूरा परिवार इस बयान के बाद से परेशान है। देश के प्रतिष्ठित वकील से इस तरह के बयान की किसी को उम्मीद नहीं थी।