‘हिंदी खबर’ चैनल झूठ बोल रहा है, मेरा पास है काल रिकार्डिंग, सुनें टेप : ललित पंडित

मेरे पास हिंदी खबर के ब्यूरो की कॉल रिकॉर्डिंग है. उन्होंने ही मुझे कॉल किया था. इसमें साफ-साफ पैसे के लेन-देन की बात हो रही है. रही बात मेरे भाई की तो मेरा कोई भी भाई इस दुनिया में नहीं है, मेरा कोई रिश्तेदार तक मीडिया क्षेत्र में नहीं है. मेरे चाचा जी (महेश वत्स) …

मेरे पर आरोप लगाने वाले हमीरपुर के पत्रकार दोहरे और उन्हें समर्थन दे रहे पत्रकारों की असलियत जानिए : राजेश सोनी

आदरणीय भाई यशवंत जी,

विषय : मेरे खिलाफ साजिश रचकर भड़ास में खबर प्रकाशित करवाने के सम्बन्ध में

मैं आपके भड़ास4मीडिया का नियमित पाठक हूँ। आप बहुत अच्छा लिखते हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है लेकिन भाई ये जो खबर आपने लगाई है, उसकी सत्यता को आपको जरूर जांचना चाहिए था। मैं आपकी कार्यशैली पर कोई प्रश्नचिन्ह नहीं लगा रहा हूँ लेकिन ऐसा लेख और किसी का आरोप प्रकाशित करने से पहले आपको एक बार इसकी सत्यता जरूर मालूम करना चाहिए था। इस लिंक https://www.bhadas4media.com/tv/10873-hindi-khabar-ke-reporter-ki-kahani की खबर मेरे बारे में प्रकाशित की गयी है।

‘हिंदी खबर’ के रिपोर्टर की दुःख भरी कहानी…

सेवा में
श्रीमान यशवंत सिंह जी
संपादक, भड़ास4 मीडिया।

विषय- हिंदी खबर के रिपोर्टर की दुःख भरी कहानी।

कई चैनलों में काम करने के बाद अतुल अग्रवाल ने अब हिंदी खबर में काम शुरू किया है। इस चैनल में पहली बार कई ब्यूरो बनाने की प्रथा की शुरुवात की गई है। चैनल अभी यूट्यूब पर ही चल रहा है, लेकिन यूपी के अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपनी जरूरतों को पूरा करने का खेल शुरू कर दिया गया है। कभी यह बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने खबर चलने के बाद संज्ञान लिया और कार्यवाही कर दी मगर कहीं भी यह चैनल दिखाई नहीं दे रहा है।

सब कुछ ठीक नहीं चल रहा ‘हिंदी खबर’ चैनल में! पढ़िए, अंदर से आई एक चिट्ठी

आज से पाँच महीने पहले ‘हिंदी खबर’ चैनल की शुरुवात हुई. चैनल के असली मालिक संगम लाल बांग्लादेश की किसी कंपनी के कर्मचारी हैं और हिंदी खबर के फाइनेंसर थे. दूसरे असली मालिक मनीष अग्रवाल हैं जो कि ग़ज़िआबाद में एक व्यपारी हैं. तीसरे मालिक एंकर अतुल अग्रवाल हैं जिनने हिंदी खबर के सभी कर्मचारियों को बड़े बड़े सपने दिखाए. सभी लोगों ने दिलो जान से मेहनत करना शुरू कर दिया. चैनल तीन से चार महीने मे लांच हो गया. लेकिन अंदरखाने झूठ, फरेब और छल का राज बद से बदतर होता गया. गलत दबावों के आगे न झुकने वाली कई लड़कियों को हिंदी खबर से निकाल दिया गया. इस तरह की घटनाएं हिंदी खबर में रोज होने लगी. ऐसी ही एक घटना के कारण एक एफ.आई.आर. भी दर्ज हुई है.

‘हिन्दी खबर’ चैनल को पत्रकार नहीं, दलाल चाहिए!

चैनल ‘हिंदी खबर’ के प्रबंधन को एक स्ट्रिंगर ने लिखा करारा पत्र

डिअर टीम ‘हिन्दी खबर’

मेरा नाम सैय्यद शकील है. मैं आपके कुछ दिन पहले पैदा हुए चैनल के लिए आगरा से 18 दिन में 86 से ज्यादा खबर भेज चुका हूँ. कई खबरों पर फोनो भी हुए हैं. आपकी टीम के कई अधिकारियों की तरफ से फोन पर अच्छे काम को लेकर बधाई भी मिली है, और आप की टीम के जो हेड हैं उन्होंने कई बार फोन पर बातचीत के दौरान छोटा भाई कहकर संबोधित किया और कहा कि तुम्हारा काम अच्छा है, तुम काम करो.