आइडिया चोरी करने और धमकाने के मामले में दैनिक जागरण पर हुआ मुकदमा

दैनिक जागरण वाले चोरी और सीनाजोरी के लिए कुख्यात हैं. ताजा मामला पटना का है. मानस कुमार उर्फ राजीव दुबे अपनी कंपनी चलाते हैं. उन्होंने बिल्डरों और आर्किटेक्ट्स पर आधारित ‘बिल्डकान’ नामक एक प्रोग्राम करने का इरादा बनाया. इसके लिए गल्ती से उन्होंने एक ऐसे आर्किटेक्ट (नाम- विष्णु कुमार चौधरी) की मदद ली जो दैनिक जागरण से भी जुड़ा हुआ था. उस आर्किटेक्ट ने सारा आइडिया दैनिक जागरण वालों को बता दिया.

लूटने का व्हाट ए आइडिया सर जी!

आइडिया मोबाइल वालों ने अपनी टेक्निकल चाल चल कर एक सीनियर सिटिज़न को लूट लिया। किस्सा मेरे मोबाइल नंबर 09221232130 से जुड़ा हुआ है। मैंने 6 तारीख को मोबाइल में 103 रुपये का इंटरनेट पैक डलवाया था। मुझे बाहर घूमने जाना था।  इंटरनेट पैक डलवाने के बाद इंटरनेट तो चालू हो गया पर उसमे बार–बार कंपनी से संदेश आ रहे थे। ये कर वालो तो ऐसा होगा, वगैरह। मैं तो इतना अँग्रेजी पढ़ा–लिखा नहीं हूं। जो भी संदेश आता था उसे ओके कर देता था। इसमें देखा तो मेरे बैलेन्स में से 200 रुपया निकाल लिया गया।

‘आप’ ने ढूंढ़ा बिकाऊ मीडिया पर खर्च का पूरा लाभ पाने का तरीका

 

Sanjaya Kumar Singh : आम आदमी पार्टी ने ढूंढ़ा बिकाऊ मीडिया पर खर्च का पूरा लाभ पाने का तरीका। फर्जी सर्वेक्षणों का बाप है यह तरीका। इसे कहते हैं आईडिया। यह विज्ञापन इस तरह आ रहा है जैसे रेडियो चैनल खुद सर्वेक्षण कर रहा हो। इसमें किसी व्यक्ति से पूछा जाता है पिछली बार आपने किसे वोट दिया था। वह चाहे जो कहे दूसरा सवाल होता है इस बार किसे देंगे– आम आदमी पार्टी को। और क्यों में, आम आदमी के पक्ष में कारण बताया जाता है।