ऑल इंडिया रेडियो यानि आकाशवाणी के समाचार सेवा प्रभाग के तहत काम कर रहे भाषाई समाचर यूनिटों को संबधित राज्यों में भेजे जाने के प्रस्ताव का विरोध तेज हो गया है। दरअसल आकाशवाणी समाचार सेवा प्रभाग, नई दिल्ली के अंतर्गत हिन्दी और अंग्रेजी सहित 14 भारतीय भाषाओं में समाचारों का प्रसारण किया जाता है। इनमें असमिया, अरुणाचली, बंगाली, डोगरी, कश्मीरी, मराठी, पंजाबी, नेपाली, तमिल, मलयालम, उड़िया, गुजराती, उर्दू और संस्कृत भाषा शामिल है।
Tag: akashvani
ऑल इंडिया रेडियो में भी अखबारों की तरह अंडरटेकिंग प्रावधान से मची अंधेरगर्दी
नई दिल्ली : केंद्र सरकार भी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया, हिन्दुरस्तान टाइम्स और दैनिक हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण और दैनिक भास्कार द्वारा अपनाए गए अवैध और असंवैधानिक तरीके से ऑल इंडिया रेडियो को चलाने का ठेका यहां के कुछ अधिकारियों को दे दिया है। पिछले बीस-बीस सालों से काम कर रहे आकस्मिक (कैजुअल्स) उदघोषकों और प्रस्तोताओं से इन अखबारों की तरह ही अवैध अंडरटेकिंग लेने के आदेश जारी किए गए हैं।
आकाशवाणी इलाहाबाद के पदाधिकारियों तुम्हें श्रोताओं के हितों का ध्यान नहीं, डूब मरो
बेहद घटिया नीति और नीयत का परिचय देता हुआ आकाशवाणी इलाहाबाद। ‘विविधभारती-सेवा’ के अन्तर्गत जितने भी कार्यक्रम इलाहाबाद से प्रसारित किये जाते हैं, उन सभी में कार्यक्रमों को जारी रखते हुए विज्ञापनों का प्रसारण किया जाता है | इससे यहाँ के ‘मरे हुए लोग’ (आवाज़ नहीं उठा सकते |) न तो कोई पूरा गीत सुन पाते हैं और न आवश्यक जानकारी प्राप्त कर पाते हैं |
दूरदर्शन, आकाशवाणी के 3067 पद बहाल
मुंबई : सरकार ने दूरदर्शन (डीडी) और ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) में आवश्यक श्रेणी के 3067 पदों को बहाल कर दिया है। सूचना व प्रसारण मंत्री का भी प्रभार संभाल रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।