अभिषेक कांत पाण्डेय भड्डरी
आजादी का मतलब जब तक देश के असहाय, गरीब व हर तबके के लाोगों को उनका हक नहीं मिलेगा तब तक हमारी आजादी अधूरी है। भ्रष्ट राजनीति, सरकारी अस्पतालों की जमीनों पर कहराते मरीज, जर्जर स्कूल की छत की से टपकने वाली बूंदों के नीचे पढ़नेवाले गरीबों के बच्चे, रोजगार की तलाश में महानगरों की खाक छानता हुआ युवा, बाहर काम करनेवाली महिलाओं की सुरक्षा न कर पाने वाले सरकारों के मंत्री का आपत्तिजनक बयान, जातिवाद के आधार पर वोट मांगते नेता, धर्म के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण करने वाले नेता तो वहीं देश के टुकड़े करने की बात करनेवाले देश के गद्दारों से अभी आजादी पाना बाकी है।