पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव तो अदभुत गायक निकले (देखें वीडियो)

उत्तर प्रदेश में जौनपुर के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव ने रविवार को विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन में हारमोनियम बजा कर ऐसा लोकगीत गाया कि विद्यार्थियों की तालियां रुकने का नाम ही नहीं ले रही थीं. विश्वविद्यालय के कुलपति ने संगीत को अपने मन से जोड़ने की बात की। प्रोफ़ेसर यादव बचपन से ही संगीत से जुड़े रहे हैं और कई देशों में उन्होंने अपनी प्रस्तुतियां दी है। भारतीय परिधान धोती कुर्ता पहनकर प्रोफ़ेसर यादव विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन स्थित मंच पर चढ़े तो किसी ने इस बात की उम्मीद भी नहीं की थी कि भौतिकी का प्रोफेसर ऐसा गीत गा सकता है.

इन दो शानदार लोक गीतों और एक जानदार लोक कविता को अब तक नहीं सुना तो फिर क्या सुना… (देखें वीडियो)

जनता के बीच से जो गीत-संगीत निकल कर आता है, उसका आनंद ही कुछ और होता है. अवधी हो या भोजपुरी. इन देसज बोलियों की लोक रंग से डूबी रचनाओं में जो मस्ती-मजा है, वह अन्यत्र नहीं मिलता. नीचे तीन वीडियोज हैं. सबसे आखिर में जाने माने कवि स्व. कैलाश गौतम की रचना है, उन्हीं की जुबानी- ‘अमउवसा का मेला’. जो लोग इलाहाबाद में कुंभ-महाकुंभ के मेलों में जाते रहे हैं, उन्हें इस कविता में खूब आनंद आएगा.

…चिक्कन भारत क बापू के सपना पुरावल जाई हो… (सुनें)

पूर्वी उत्तर प्रदेश के जाने-माने गीतकार डा. एमडी सिंह ने स्वच्छता अभियान को लेकर भोजपुरी में एक गीत की रचना की है. गाजीपुर के जाने माने होम्यो चिकित्सक डा. एमडी सिंह की इस भोजपुरी रचना को स्वर दिया है डा. अरविंद पांडेय ने.

अजराड़ा घराने के उस्ताद को संतूर शिरोमणि भजन सोपोरी ने यूं दी श्रद्धांजलि (देखें वीडियोज)

Yashwant Singh : क्या ग़ज़ब बजाते हैं भजन सोपोरी. इस संतूर उस्ताद को पहली बार लाइव देखा सुना. मेरठ के आरजी कालेज आडिटोरियम में आयोजित एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शिरकत करने आए पंडित भजन सोपोरी को देखकर लग नहीं रहा था कि यह शख्स सन 1948 की पैदाइश है. वही चेहरा मोहरा और अंदाज जो उन्हें हम लोग तस्वीरों-वीडियोज में देखते-सुनते आए हैं. इस आयोजन में मैं अपने सीनियर रहे आदरणीय Shrikant Asthana सर के साथ पहुंचा था.

चला सखी रोप आईँ खेतवन में धानी…. (सुनें)

Yashwant Singh :  भोजपुरी में सावन का एक गीत… चला सखी रोप आईँ खेतवन में धानी…. गाजीपुर के जाने माने होम्यो चिकित्सक डा. एमडी सिंह की एक भोजपुरी रचना को स्वर दिया है डा. अरविंद पांडेय जी ने. दोनों लोग वीडियो पर तस्वीर में दिख रहे हैं. टोपी वाले डा. एमडी सिंह हैं और दाएं वाले अरविंद पांडेय.