पत्रकार से फिल्मकार बने अविनाश दास पर फेक न्यूज फैलाने का मुकदमा दर्ज

Rakesh Tripathi : नीचे दो फोटो संलग्न है। पहली फोटो स्वयंभू वरिष्ठ पत्रकार और फिल्मकार अविनाश दास के किए गए ट्वीट का स्क्रीनशॉट है और दूसरी फोटो दैनिक भास्कर अखबार की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर का स्क्रीनशॉट है। दोनों स्क्रीनशॉट्स की फोटो ध्यान से देखिए और समझिए कि किस प्रकार से एजेंडा चलाकर चरित्र हनन …

अविनाश दास की ‘अनारकली’ यशवंत को नहीं आई पसंद, इंटरवल से पहले ही बाहर निकल आए

Yashwant Singh : अनारकली आफ आरा कल देख आया. नोएडा सिटी सेंटर के पास वाले मॉल के सिनेमा हॉल में. इंटरवल से पहले ही फिल्म छोड़कर निकल गया. मेरे साथ एक संपादक मित्र थे. फिल्म बहुत सतही थी. जैसे मीडिया वाले टीआरपी के लिए कुछ भी दिखा देते हैं, पढ़ा देते हैं, वैसे ही सिनेमा वाले बाक्स आफिस के चक्कर में कुछ भी बना देते हैं. याद करिए वो दौर, जब सेमी पोर्न सिनेमा रिक्शे वालों के लिए बना करती थी और वो अच्छी कमाई भी करती थी. इन सिनेमा के बीच बीच में रियल पोर्न क्लिप भी चला दिया जाता था ताकि काम कुंठित दर्शक पूरा पैसा वसूल वाला फील लेकर जाए.

‘अनारकली ऑफ़ आरा’ की फर्स्ट डे कमाई थी दस लाख, इन अखबारों ने छाप दिया दस करोड़ रुपये!

Ashwini Kumar Srivastava : दैनिक भास्कर जैसे हिंदी अख़बार में बड़े पद पर पत्रकार रह चुके अविनाश दास की पहली फिल्म ‘अनारकली ऑफ़ आरा’ बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप है या सुपर हिट, कुछ पता ही नहीं चल पा रहा है… पत्रकार से फ़िल्मकार बने अविनाश की फिल्म के बॉक्स ऑफिस आंकड़े न जाने कौन से सूत्रों से मीडिया को मिल रहे हैं कि दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, अमर उजाला जैसे अखबारों ने जहाँ उसी दिन रिलीज़ हुई अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘फिल्लौरी’ को ‘अनारकली ऑफ़ आरा’ के सामने फिसड्डी बता दिया, वहीँ बॉलीवुड में बॉक्स ऑफिस की विश्वसनीय रपट देने वाली वेबसाइट ‘अनारकली ऑफ़ आरा’ को बॉक्स ऑफिस पर सुपर फ्लॉप और ‘फिल्लौरी’ को औसत करार दे भी चुकी हैं।

अविनाश दास की ‘अनारकली ऑफ आरा’ : पहले दिन गिनती के दर्शक पहुंचे

ये है भोपाल से पत्रकार अमित पाठे का रिव्यू….

रिलीज़ के पहले दिन स्क्रीन ऑडिटोरियम में दर्शक कोई 15-20 ही थे

Amit Pathe : “ये रंडी की ‘ना’ है भिसी (वीसी) साब.” ये वो महत्वपूर्ण डायलॉग है जिसपे फिल्म अनारकली ऑफ आरा पूरी होती है। ये वो ‘ना’ है जो हमने ‘पिंक’ मूवी में मेट्रो सिटी की वर्किंग गर्ल्स का ‘ना’ देखा था। अस्मिता और इज्जत बचाने के लिए नारी का मर्द को कहा जाने ‘ना’। आरा की अनारकली का ‘ना’ भी वैसा ही है। लेकिन बस वो बिहार के आरा की है, ऑर्केस्ट्रा में नाचती-गाती है।

‘अनारकली आफ आरा’ का क्लाइमेक्स 28 बार री-राइट किया गया : अविनाश दास

(फिल्म ‘अनारकली आफ आरा’ की हीरोइन स्वरा भास्कर के साथ फिल्म लेखक और निर्देशक अविनाश दास. फाइल फोटो)

‘अनारकली आफ आरा’ देश भर में 24 मार्च को रीलीज़ हो रही है। ‘नील बटे सन्नाटा’ के बाद स्वरा भास्कर की यह महत्वाकांक्षी सोलो फिल्म है। प्रोमोडोम कम्युनिकेशन्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में उसने एक सड़कछाप गायिका का किरदार निभाया है। फिल्म का निर्देशन किया है अविनाश दास ने। अनारकली की कहानी भी उन्होंने ही लिखी है। इससे पहले अविनाश दास प्रिंट और टीवी के पत्रकार रहे हैं। उन्होंने आमिर ख़ान की ‘सत्यमेव जयते’ के लिए भी रिपोर्टिंग की है। ‘अनारकली’ में स्वरा भास्कर के अलावा संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी और इश्तियाक़ ख़ान महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। फिल्म का अनोखा संगीत रचा है रोहित शर्मा ने, जिन्होंने ‘शिप आफ थिसियस’ में भी संगीत दिया था।

अविनाश दास की फिल्म ‘आरा वाली अनारकली’ का प्रोमो / ट्रेलर रिलीज

Harsh Vardhan Tripathi : हम और अविनाश दास विचार के दो छोरों पर ज्यादातर खड़े रहे। वेबसाइट, ब्लॉगिंग के शुरुआती दिनों में जब हम मुंबई में थे और अविनाश दिल्ली में, तब हमारी जान-पहचान-झूमाझटकी हुई थी। हम सीएनबीसी आवाज मुंबई में थे और अविनाश एनडीटीवी दिल्ली में। अब अविनाश मुंबई में हैं और हम दिल्ली में। मुंबई जाकर अविनाश फिल्म निर्देशक हो गए हैं। उनकी फिल्म आ रही है, ये आरा वाली अनारकली की कहानी है। प्रोमो भर देख लीजिए, फिल्म देखने खुद जाइएगा। पत्रकार से फिल्म निर्देशक बने अविनाश की सफलता की ये शुरुआत है। प्रोमो देखते मुझे इस फिल्म पर कुछ-कुछ गैग्स ऑफ वासेपुर की छाप दिखी।

पत्रकार अविनाश दास की फिल्म ‘अनारकली’ 24 मार्च को रिलीज होगी

Avinash Das : आज से पंद्रह साल पहले राजेंद्र यादव के आग्रह पर मैंने एक छोटा सा नाॅविल लिखा था। वह एक एेसे लड़के की कहानी थी, जो जीवन में बहुत कुछ बनना चाहता है – लेकिन एक कॉमन मैन में बदल जाता है। हम अपनी आकांक्षाओं के साथ लंबी यात्रा नहीं कर पाते। बहरहाल, मेरे मन की एक बात पूरी हो रही है। जब मेरी फिल्म अनारकली नहीं बनी थी, दोस्त पूछते थे – फिल्म कब बनाओगे? जब फिल्म बन गयी, तो पूछने लगे – रीलीज़ कब होगी?