आईएएस रमा रमण करप्शन के खेल में जा सकते हैं जेल में!

Hemant Krishna : आईएएस रमारमण फिर विवादों में हैं. उनके खिलाफ करप्शन का केस दर्ज हुआ है. इस बार रमा रमण की गिरफ्तारी भी संभव है. ग्रेटर नोएडा आथॉरिटी के पूर्व सीईओ एवं चेयरमैन रमारमण समेत पांच के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है. इनमें एक बिल्डर भी शामिल है. पुलिस ने …

CM योगी जी, आप इस दागी और जालसाज IAS सदाकांत से सावधान रहें

लखनऊ, 15 अप्रैल 2017 :  साल 2011 में भारत की सुरक्षा से सम्बंधित दस्तावेज लीक कर किये गये 200 करोड़ के घूसकांड के मास्टरमाइंड भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तत्कालीन संयुक्त सचिव IAS सदाकांत की प्रतिनियुक्ति को रद्द करते हुए तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार  ने यूपी को वापस भेज दिया थाl यूपी की मायावती सरकार और अखिलेश सरकार में अपनी रीढ़विहीनता और भ्रष्टाचारी होने के गुणों के चलते दागी सदाकांत मलाईदार विभागों के मुखिया बने रहेl इधर सूबे में सत्ता परिवर्तन होते ही दागी सदाकांत ने योगी सरकार में भी मलाईदार पद पर बने रहने के लिए एक बार फिर अपनी रीढ़विहीनता के गुण का भौंडा प्रदर्शन करते हुए ऐसे-ऐसे आदेश जारी किये मानो कि अब तक सदाकांत के आवास विभाग और लोक निर्माण विभाग में अब तक गुंडे-मवालियों के मार्फत लूट हो रही थी और अब सदाकांत सब कुछ सही करने के लिए कमर कास चुके हैं।

जालसाज है यूपी का अपर मुख्य सचिव सदाकांत शुक्ला!

लखनऊ की आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने आरटीआई के माध्यम से प्राप्त रिकॉर्ड के आधार पर यूपी के लोक निर्माण विभाग तथा आवास एवं शहरी नियोजन जैसे दो महत्वपूर्ण महकमों में अपर मुख्य सचिव के पद पर काम कर रहे आईएएस सदाकांत शुक्ल पर जालसाजी कर सरकारी आवास हथियाने का आरोप लगाते हुए सदाकांत के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी की धाराओं में एफ़.आई.आर. दर्ज कराने की तहरीर बीते 9 अप्रैल को थाना हज़रतगंज में दी है.

यादव सिंह को बहाल कर प्रमोशन देने वाले भ्रष्टाचारी आईएएस रमा रमण का बाल भी बांका नहीं हुआ

Surya Pratap Singh :   ‘भ्रष्टाचारों’ पर मज़े की बात… नॉएडा/ग्रेटर नॉएडा/यमुना इक्स्प्रेस्वे अथॉरिटिज़…. वर्तमान सरकार द्वारा भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए किए जा रहे ‘अश्वमेघ यज्ञ’ के असली (भ्रष्ट) घोड़ों को कौन पकड़ेगा… इन घोड़ों ने प्रदेश की अस्मिता को रौंदा है…. जेल की ऊँची दीवारें व बेड़ियाँ प्रतिक्षरत हैं…… सीबीआइ की गिरफ्त में भ्रष्ट इंजीनियर यादव सिंह इन दिनों सीबीआइ का मुजरिम हैं और जेल में निरुद्ध हैं। जिस रमा रमण आईएएस ने यादव सिंह का निलम्बन बहाल किया और प्बिना डिग्री प्रोन्नति देकर तीनों नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस अथारिटी में इंजीनियर-इन-चीफ़ बनाया, उसका बाल भी बाँका नहीं।