हरियाणा के भगाना नामक गांव में एक अजीबो-गरीब घटना घटी। इस गांव के लगभग डेढ़ सौ दलितों ने अपना धर्म-परिवर्तन कर लिया। वे हिंदू से मुसलमान बन गए। उन्होंने ऐसा इसलिए किया कि पिछले तीन साल से वे बहुत दुखी थे। उनके गांव की ऊंची जातियों के लोगों ने उनकी ज़मीनों पर कब्ज कर लिया था। उनकी बहू-बेटियों के साथ बलात्कार करते थे। उन्हें कुएं से पानी नहीं भरने देते थे और लगभग ढाई-सौ दलितों को गांव-निकाला दे दिया था।
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चावला कांड में फोकस आसाराम एंगल पर : एसपी पानीपत
आसाराम मामले के पानीपत निवासी गवाह महेंद्र चावला ने अपने ऊपर हुए हमले के बाद आज मुज़फ्फरनगर के गवाह अखिल गुप्ता की हत्या मामले में न्याय दिलाने में मदद कर रहे आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर से फोन पर संपर्क किया.
हरियाणा के पत्रकारों की मांग पर जल्द विचार करेंगे सीएम खट्टर
चंडीगढ़ : हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष संजय राठी के नेतृत्व में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को प्रदेश के पत्रकारों के शोषण तथा उनकी मांगों से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि पत्रकारों की मांगों पर जल्द ही कार्यवाही की जायेगी।
बिना धूप, बिना छाया के भास्कर की माया, झूठी खबर से हरियाणा में खूब भद्द पिटी
एक समय हरियाणा में दैनिक भास्कर की अपनी अलग पहचान थी। सच्ची व विश्वसनीय खबरों के लिए भास्कर का नाम लिया जाता था। परन्तु मीडिया संस्थानों से थोक के भाव निकले पत्रकारों के रूप में सस्ते मजदूर मिलने से भास्कर ने अपनी विश्वसनीयता भी खो दी है।
…और ये रही वो खबर
जर्नलिस्ट एसोसिएशन की बैठक में बीएस गुलियानी प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचित
हरियाणा के नवगठित प्रेस एसोसिएशन जर्नलिस्ट (पी एंड ई) की मीटिंग अंबाला शहर स्थित एसोसिएशन के मुख्यालय में प्रदेशाध्यक्ष बी एस गुलियानी की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग में एसोसिएशन की सात सदस्यीय कमेटी के अलावा अंबाला के प्रमुख समाचार पत्रों के पत्रकार एवं छायाकार मौजूद रहे।
मालदार, असरदार और सरकार का वफादार रेवाड़ी का मीडिया
मीडिया वही, घोटाले वही। कुछ नहीं बदला। बदला तो सिर्फ हरियाणा के रेवाड़ी जिले का मीडिया है, जिसे अचानक कथित घोटाले उजागर करने का जैसे ठेका ले लिया है। ये कथित घोटाले हैं सरकारी जमीन और रेवाड़ी नगर परिषद से जुड़े हुए। मीडिया इन्हें खुद उजागर नहीं कर रहा है। भाजपा के जिला अध्यक्ष सतीश खोला बधाई के पात्र हैं, जो इस काम में लीड कर रहे हैं। इसके पीछे मकसद क्या है यह तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा, लेकिन यह साफ नजर आ रहा है कि मीडिया उनकी ‘नेकनियती’ में खुलकर साथ दे रहा है।
हुड्डा राज में हरियाणा हरामखोर-भ्रष्ट नौकरशाहों और कालोनाइज़रों के लिए स्वर्ग बन गया
हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी सभाओं में बड़े गर्व से कहते हैं कि उनकी रगों में स्वतंत्रता सेनानी चौ. रणबीर सिंह का खून है इसलिए वे ईमानदारी से अपनी सरकार चला रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने से पहले एक बार हुड्डा हरिद्वार जाते हुए नदी में डूबते-डूबते बचे थे तब उनके समर्थकों ने उन्हें गंगापुत्र के नाम से नवाज़ा था। मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी सभाओं में भूपेंद्र हुड्डा कहते थे कि नदी में डूबने से बचा हूं और मैने मौत को करीब से देखा है, इंसान के साथ कुछ नहीं जाता, इसलिए मैंने फैसला लिया है कि मैं बिना किसी के दबाव के अपनी आत्मा की आवाज़ पर चलुंगा। लेकिन कथनी और करनी में दिन रात का फर्क वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए उनके सारे काम इसके उलट ही साबित हुए हैं।
चुनाव ख़त्म तो काम और धंधा ख़त्म, तैयारी साधना-हरियाणा न्यूज़ चैनल को बंद करने की
न्यूज़ चैनल मालिकों के लिए ये कोई नइ बात नहीं है। मन आया तो कभी भी न्यूज़ चैनल खोल लिया और जब मन हुआ चैनल बंद करके कर्मचारियों को रस्ते पर ला कर खड़ा कर दिया। जब साधना को जरुरत थी साधना-हरियाणा की तो साधना-बिहार बंद कर के रिपोर्टर्स को रस्ते पर ला खड़ा किया। …