चेन्नई यानि सजा-ए-काला’पानी’ : जानिए कैसे एक स्त्री के लिए जल बन गया आतंक!

सुलोचना आजकल “जलोपाख्यानम” लिख रही हैं। चेन्नई के जल संकट से धीरे धीरे पूरी दुनिया वाकिफ हो चुकी है। आईटी फील्ड की सुलोचना को नौकरी के चलते हाल ही में चेन्नई में बसेरा बनाना पड़ा। वहां एक नवागंतुक को पानी के लिए क्या क्या झेलना पड़ रहा है, सुलोचना इसको तफसील से लिख रही हैं। …

घोगल में 23 जल सत्याग्रहियों की हालत गंभीर, पत्रकारों और बुद्धिजीवियों में जबर्दस्त गुस्सा

खंडवा (म. प्र.) : ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाने के विरोध में यहां जारी जल सत्याग्रह आज बुधवार को 26वें दिन भी कायम रहा। आज 23 सत्याग्रहियों की हालत गंभीर हो गई। इससे देश के जागरूक पत्रकारों और जनपक्षधर बुद्धिजीवियों में भारी गुस्सा पनप रहा है। मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) मप्र राज्य समिति के सचिव बादल सरोज ने कहा है कि जल सत्याग्रह के 25 दिन हो गए हैं। केंद्र या प्रदेश सरकार ने मुआवजे और पुनर्वास सहित आंदोलनकारियों की मांगों पर पर बात तक करने की मंशा नहीं जताई है। उल्टे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जो बयान आए हैं, वे पीड़ित नागरिकों का अपमान करने वाले हैं।

‘न्यूज एक्सप्रेस’ पर जहरीले पानी के खिलाफ मुहिम- ‘जल नहीं जहर’

नोएडा : देश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल ‘न्यूज एक्सप्रेस’ ने जहरीले पानी के खिलाफ बड़ी मुहिम छेड़ी है। न्यूज एक्स्प्रेस की टीम देश के हर उस गांव, मोहल्ले, कस्बे और मोहल्ले तक पहुंच रही है जहां पानी जहरीला है। न्यूज एक्सप्रेस की टीम जहरीले पानी से परेशान लोगों से ही नहीं मिल रही, बल्कि पानी के जहरीले होने की वजहें भी तलाश रही है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बागपत, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और बलिया जैसे शहरों में न्यूज एक्सप्रेस की टीम ने जहरीले पानी की पड़ताल की। ये पड़ताल बिहार, उड़ीसा, और पंजाब के मालवा इलाके में भी चल रही है और ये जानने की कोशिश की जा रही है कि पानी में जहर घुल कहां से रहा है और इसके लिए जिम्मेदार कौन है। न्यूज एक्सप्रेस दिल्ली में बैठे हुक्मरानों की नब्ज भी टटोल रहा है और ये जानने की कोशिश कर रहा है पानी में जहर घोलने वालों को रोकने में और उनके खिलाफ कार्रवाई करने में सरकार नाकाम क्यों रही है।