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Shashi Bhooshan Dwivedi : पता नहीं क्यों मृत्यु के बाद किसी की लाश या चिता की फोटो लगाना मुझे अच्छा नहीं लगता। शायद दिक्कत...
एक बेतकल्लुफ-सी मुलाकात थी वो। दिल्ली में औपचारिक तौर पर काम संभालने के बाद एक पुराने वरिष्ठ सहयोगी के इसरार पर मैं अजित राय...
Om Thanvi : परसों की ही बात है। आइआइसी मेन के लाउंज में सुपरवाइजर की मेज के गिर्द हम दोनों अगल-बगल आ खड़े हुए...
Pankaj Singh : भाषा के बारे में लापरवाह सा नज़रिया फ़ेसबुक के बहुत सारे मित्रों में आम है। उनमें यश:प्रार्थी कवि-लेखकों से लेकर बढ़ती...
Pankaj Singh : मेरे मित्र कवि श्री विष्णु नागर पर कल रात के अँधेरे में हमला हुआ। सिर में चोट है। पट़पड़गंज के मैक्स...
पब्लिक एजेंडा, दिल्ली के संपादक घनश्याम श्रीवास्तव झारखंड चले गए हैं. उनका घर-परिवार रांची में है, इसलिए वापस अपने घर लौट रहे हैं. घनश्याम...
Pankaj Singh : The sudden death of Ajay N. Jha, a media person and much admired human being, has left me speechless. He was...