हिसार लाठीचार्ज में घायल पत्रकार मुआवजे के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे

नई दिल्ली: हिसार के बरवाला में सतलोक आश्रम से रामपाल की गिरफ्तारी से जुड़ी पुलिसिया कार्रवाई में घायल हुए पत्रकार विकास चंद्रा की हालत इतनी खराब हो गई है कि उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। इस घटना में घायल अन्य चार पत्रकार ने घटना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है। पत्रकारों ने मामले की जांच कराने और मुआवजे देने के लिए यह अपील की है।

मैनेज आपके मालिक होते हैं और आपको सैलरी उनके हिसाब से मैनेज होने के लिए मिलती है, जर्नलिज्म करने के लिए नहीं

Vineet Kumar : तमाम न्यूज चैनल और मीडिया संस्थान प्रधानसेवक के आगे बिछे हैं..उन्हें देश का प्रधानमंत्री कम, अवतारी पुरुष बताने में ज्यादा रमे हुए हैं लेकिन उनकी ही पार्टी की सरकार की शह पर मीडियाकर्मियों की जमकर पिटाई की जाती है. पुलिस उन पर डंडे बरसाती है..हमने तो जनतंत्र की उम्मीद कभी की ही नहीं लेकिन आपने जो चारण करके जनतंत्र के स्पेस को खत्म किया है, अब आपके लिए भी ऑक्सीजन नहीं बची है..

साथी की पिटाई के खिलाफ दिल्ली के पत्रकारों ने किया प्रदर्शन, थानेदार व अन्य आरोपियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

Habib Akhtar : वरिष्ठ पत्रकार राजेश सरोहा की विवेक विहार के थानेदार और पुलिस कर्मियों द्वारा बर्बर पिटाई के खिलाफ दिल्ली के पत्रकारों ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया… पुलिस आयुक्त खुद आकर पत्रकारों और सिरोहा से मिले… पत्रकारों ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त भीम सैन बस्सी को हमने ज्ञापन देकर आरोपी एसएचओ राकेश सांगवान और अन्य पुलिस कर्मियों को डिमोशन के साथ निलंबित करने, एफआईआर दर्ज करने और निष्पक्ष जांच की मांग की.