दिल्ली पुलिस के जवानों ने आगरा में कैदी को कराई शापिंग, देखें वीडियो

दिल्ली पुलिस वैसे तो छोटे-मोटे मामलों में किसी को जेल भेजकर अपनी पीठ थपथपा सकती है, लेकिन जब खुद के गुनाहों की बारी आती है तो चुप्पी साध जाती है. इन दिनों भाजपा नेताओं के इशारे पर चलने वाली दिल्ली पुलिस के लिए आम आदमी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता सबसे बड़े दुश्मन हैं. थोड़ा भी आरोप लगा तो जांच शुरू और फौरन गिरफ्तारी. लेकिन यही दिल्ली पुलिस पेशेवर अपराधियों के साथ बेहद दोस्ताना व्यवहार करती है. इन अपराधियों को नियम-कानून तोड़कर शापिंग कराती फिरती है.

क्राइम रिपोर्टर का मोहताज़ बना प्रभात खबर

भागलपुर : बिहार के भागलपुर में प्रभात खबर में क्राइम रिपोर्टर की सीट सूनी हो गयी है। भास्कर की लॉन्चिंग से पत्रकारों की आवाजाही तो जारी थी ही, चर्चित क्राइम रिपोर्टर राकेश पुरोहितवार के भास्कर ज्वाइन करने के बाद प्रभात खबर में क्राइम रिपोर्टिंग के लिए कोई अन्य रिपोर्टर तैयार नहीं हो रहा है।

मुस्लिम होना गुनाह है क्या?

विकिपीडिया पर जवाहर लाल नेहरू को मुस्लिम लिख देने से कांग्रेसी भड़के हुए नजर आ रहे हैं। हंगामे के चलते नेहरू-गांधी खानदान के अतीत को जानने की लोगों में एक बार फिर उत्सुकता नजर आ रही है, इसलिए इस खानदान के अतीत पर एक नजर डालते हैं। लोकप्रियता एक सीमा लांघ जाये, तो फिर लोकप्रिय व्यक्ति के जीवन में व्यक्तिगत कुछ नहीं रहता। जनता सब कुछ जानना चाहती है और अगर, जनता को सटीक जानकारी न दी जाये, तो तमाम तरह की भ्रांतियां जन्म ले लेती हैं। नेहरू-गांधी खानदान के संबंध में भी ऐसा ही कुछ है। इस खानदान के व्यक्तियों से जुड़ी घटनायें सार्वजनिक न होने से कई तरह की अफवाहें हमेशा उड़ती रहती हैं। चूँकि भारतीय राजनीति में यह खानदान आज़ादी के समय से ही महत्वपूर्ण भूमिका में रहा है और लगातार बना हुआ है, इसलिए अफवाहें भी लगातार बनी रहती हैं। अफवाहों के आधार पर एक वर्ग इस खानदान के व्यक्तियों को त्यागी और महापुरुष सिद्ध करता रहा है, तो दूसरा पक्ष ऐसी अफवाहें फैलाता रहता है, जिससे इस खानदान के व्यक्तियों का सम्मान क्षीण हो जाये।

अपराध करा रहे दैनिक जागरण के कई अधिकारी, कर्मचारियों के विरोध पर लौट गए पुलिस वाले

दैनिक जागरण प्रबंधन एक ऐसी आग को हवा दे रहा है, जिससे आमतौर पर इतिहास बदल जाया करते हैं। हम आपको बता चुके हैं कि सोमवार को सर्बर बैठने के बाद हड़ताल की आशंका से दैनिक जागरण की नोएडा यूनिट के परिसर में पुलिस बुला ली गई थी। इसका कर्मचारियों ने कड़ा विरोध किया और …

भारत की पहली महिला आईपीएस प्रकरण, ‘गूगल’ और खुद के ‘अल्प-ज्ञान’ पर शर्मिंदा हूं

: ‘गूगल’ भी हमारे ‘ज्ञान’ के रहम-ओ-करम पर हंसता-सिसकता है साहब! :

सवाल- भारत की पहली महिला आईपीएस कौन थी?

जबाब- ‘किरन बेदी’…..भारत सहित दुनिया भर में अबतक खिंचा चला आ रहा था…..

‘बिलकुल सही जबाब….’

लेकिन अब इस सवाल का सही जबाब ‘किरन बेदी’ गलत साबित होगा। सही जबाब होगा…मरहूम सुरजीत कौर।

हां, शर्मिंदा हूं मैं….

लखनऊ के पत्रकार असद उल्ला सिद्दीकी का 16 साल से फरार हत्यारा मंदिर में शंख बजाता मिला

लखनऊ। जिस कातिल को पुलिस 16 साल से लापता मान रही थी वह मंदिर में पुजारी बना मिला। इस हिस्ट्रीशीटर ने 33 साल पहले विधानसभा मार्ग स्थित एक अखबार के दफ्तर में घुसकर पत्रकार की चाकू से नृशंस हत्या कर दी थी। इसमें उसे कोर्ट से उम्रकैद की सजा हुई थी। शुक्रवार को हनुमान सेतु पर शिवजी के मंदिर में पुजारी के रूप में इसके होने की जानकारी मिली। लापता अपराधियों की तलाश को लेकर एसएसपी यशस्वी यादव ने मातहतों के पेंच कसे तो नाका पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर चमनलाल को ढूंढ निकाला।

ग्वालियर में लघुशंका करने कार से उतरी महिला पत्रकार को लूटा

ग्वालियर। मेला प्राधिकरण ऑफिस के पास लघुशंका करने कार से उतरी महिला पत्रकार का अज्ञात बदमाश बैग लूटकर भाग गया। बैग में छह हजार रुपए नकद, चांदी की पायल और दस्तावेज रखे थे। पुलिस ने बदमाशों को आस-पास के इलाकों में तलाश किया, लेकिन वह हाथ नहीं लगे। गोला का मंदिर थाना पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कर लिया है।

उत्तराखंड का हाल : क्राइम रिपोर्टर बन कर रहा था ड्रग्स का धंधा, प्रेस ल‌िखी कार में ले जा रहा था चरस

कपकोट (बागेश्वर) :  बागेश्वर पुलिस ने मंगलवार देर रात कर्मी मार्ग के बेलंग पुल के पास एक कार से चार किलो अवैध चरस के साथ कथित पत्रकार और उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया है। जिस कार से चरस के साथ गिरफ्तार किया गया उस पर प्रेस लिखा हुआ था। पुलिस के अनुसार पकड़ी गई चरस की कीमत चार लाख रुपए है। कार को सीज कर दिया गया है। दोनों को सीजेएम चंद्रमणि राय की अदालत में पेश करने के बाद अदालत के आदेश पर उन्हें अल्मोड़ा भेज दिया गया।