मंत्री प्रजापति के खिलाफ एफआईआर के लिए डीजीपी दफ्तर के सामने प्रदर्शन

आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने आज मंत्री गायत्री प्रजापति द्वारा महिला आयोग अध्यक्षा जरीना उस्मानी, सदस्य अशोक पाण्डेय और कुछ पुलिसवालों के साथ कूटरचना कर और फर्जी महिला खड़ी कर उन दोनों को बलात्कार और मारपीट जैसी गंभीर मामलों में फंसाए जाने के सम्बन्ध में एफआईआर नहीं दर्ज करने के सम्बन्ध में डीजीपी कार्यालय के सामने अपना विरोध प्रदर्शन किया.  

लखनऊ में डीजीपी दफ्तर के सामने विरोध प्रकट करते आईपीएस अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यर्ता डॉ.नूतन ठाकुर

यूपी के दो परम भ्रष्टाचारियों यादव और प्रजापति को गुस्सा क्यों आता है?

Amitabh Thakur : मेरी पत्नी नूतन ठाकुर ने पिछले दिनों कई गलत काम किये हैं लेकिन उनमे सबसे गलत काम निश्चित रूप से नॉएडा के भले शेर अभियंता और देश के पूर्व युवराज के जिले के खनन बाबा के खिलाफ शिकायतें हैं. ये दोनों ऐसे लोग हैं जिनके सम्बन्ध में बच्चा-बच्चा यह मानता है कि उन पर साक्षात् लक्ष्मी की कृपा है, साथ ही यह भी मान्यता है कि इन दोनों ने तंत्र का मन्त्र पूरी तरह समझ लिया है और ऊपर से नीचे तक सभी जगह इनके पत्ते फिट हैं, और जो व्यवस्था में फिट है, जाहिर है वह हिट है. इसीलिए यादव प्रजापति बंधू पूरी तरह और बुरी तरह हिट हैं, सुपरहिट. इस तरह हिट कि इनके लिए स्वयं व्यवस्था खड़ी हो जाती है यह कहते हुए कि ये भोले हैं और भले भी.

लोकायुक्त की आपत्ति के जवाब में यूपी के मंत्री प्रजापति की 74 संपत्तियों की सूची पेश

लखनऊ : खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ दायर परिवाद में लोकायुक्त जस्टिस एन के मल्होत्रा ने 17 मार्च 2015 को शिकायतकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर को विभिन्न बिन्दुओं पर आपत्ति भेजते हुए 27 मार्च तक जवाब देने को कहा था. इनमें विशेषकर शपथपत्र पर परिवाद देने और परिवाद को सीपीसी के अनुसार सत्यापित करने के निर्देश शामिल थे. डॉ ठाकुर ने इस सम्बन्ध में सभी आपत्तियों का निस्तारण करते हुए अपना शपथपत्र कल ही प्रस्तुत कर दिया. उसमें उन्होंने प्रकरण में व्यापक जनहित में अवैध खनन से लूट-खसोट पर रोक के लिए शीघ्र जांच सम्पादित करने का अनुरोध किया है. साथ ही अमेठी निवासी महेंद्र कुमार से प्राप्त प्रजापति के वर्ष 2012 में मंत्री बनने के बाद उनके नाम पर अर्जित 74 कथित संपत्तियों की सूची भी सौंप दी है. पढ़िए लोकायुक्त को भेजा गया पत्र….