जहीर अहमद ने वाशिंद्र मिश्र को भी लूट लिया!

एक जमाने में ‘चैनल वन’ नामक न्यूज चैनल संचालित करने वाले जहीर अहमद का नया कारनामा सामने आया है. इन महाशय ने वरिष्ठ पत्रकार वाशिंद्र मिश्र समेत तीन लोगों को सत्रह सत्रह लाख रुपये का चूना लगाया है. यूपी के डीजीपी के आदेश पर नोएडा के कोतवाली सेक्टर 20 में एफआईआर दर्ज हो गई है.

चैनल वन के एमडी मोहम्मद आरिफ और अवनि सिन्हा को देहरादून पुलिस ने किया गिरफ्तार (देखें वीडियो)

देहरादून : वर्ष 2013 में गृह विभाग में अपर सचिव जेपी जोशी की सेक्स सीडी बनाए जाने का मामला आया था. जोशी ने खुद को सेक्स सीडी के जरिए ब्लैकमेल किए जाने और पैसे न देने पर सेक्स सीडी का प्रसारण चैनल वन नामक न्यूज चैनल पर करके मानहानि किए जाने समेत कई धाराओं में पुलिस में मामला दर्ज कराया था. जोशी का अश्लील वीडियो बनाकर उसे प्रसारित करने के मामले में दो आरोपियों मोहम्मद आरिफ और अवनि सिन्हा लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से रहने में कामयाब रहे. पर अब इन्हें देहरादून की पुलिस ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है.

चैनल वन प्रबंधन ने सेलरी मांगने पर अपने मीडियाकर्मी की जमकर पिटाई की

चैनल वन नामक न्यूज चैनल से सूचना है कि यहां कार्यरत मीडियाकर्मी आयुष तिवारी ने जब दो महीने की रुकी हुई सेलरी की मांग की तो प्रबंधन ने बुरी तरह पिटाई करवा दी. Channel One का संचालन पिता-पुत्र जहीर अहमद और काशिफ अहमद करते हैं. इन दोनों पर पहले भी कई तरह के गंभीर आरोप लग चुके हैं. जानकारी के अनुसार करीब 2 महीनों से रुकी सेलरी की मांग करने पर चैनल प्रबंधन ने अचानक आयुष तिवारी को सभी दस्तावेज़ किसी नए कर्मचारी को सौंपने के लिए कह दिया. 

‘चैनल वन’ प्रबंधन के खिलाफ पीड़ित मीडियाकर्मियों ने की पीएम से शिकायत, जांच के आदेश

‘चैनल वन’ प्रबंधन से पीड़ित कुछ मीडियाकर्मियों ने प्रधानमंत्री से चैनल में चलरहे गड़बड़-घोटाले की लिखित शिकायत भेजी है. पीएमओ की तरफ से इन शिकायतों का संज्ञान लेकर जांच के आदेश कर दिए गए हैं. जांच का काम उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पीएमओ के सचिव को सौंपा गया है. पीएमओ में की गई शिकायत के बाद शिकायत पंजीकरण नंबर पीड़ितों को मुहैया करा दिया गया है जो इस प्रकार है- PMOPG/E/2016/0555871 , PMOPG/E/2016/0555857 और PMOPG/E/2016/0484154.

इन छोटी मानसिकता वाले चैनलों ने कई लोगों की ज़िंदगी तबाह कर दी है

किसी का बच्चा उसकी पत्नी की पेट में तकलीफ से पल रहा हो, किसी का मकान मालिक उसे घर से निकाल दे, किसी के पास ऑफिस आने तक का किराया ना हो, कोई दिन में एक टाइम खाना खाकर जी रहा हो, किसी का स्वाभिमान कर्ज मांगते-मांगते मिट गया हो, किसी की आत्मा रो रही हो, तो क्या आप उसे पत्रकार कहेंगे? चैनल वन न्यूज में काम करने वाले कर्मचारियों की दशा ऐसी ही हो चुकी है जैसी आत्महत्या करने से पहले जैसी हो जाती है। पत्रकारिता का दंड क्या होता है वो चैनल में काम करने के बाद पता चलता है। कहने को तो चैनल वन न्यूज़ नेशनल चैनलों की फेहरिस्त में शुमार है लेकिन यहां जिस तरीके से काम किया और करवाया जाता है उसकी स्थिति जल्लादों से कम नहीं है।

चैनल वन से बकाया सेलरी के लिए लड़ रहे एक मीडियाकर्मी का खुला पत्र

संपादक, भड़ास4मीडिया, सादर प्रणाम, मैं भड़ास4 मीडिया का एक नियमित पाठक हूं. आप लोगों ने ना जाने कितनी बार हम पत्रकार लोगों के साथ जो अन्याय कभी हुआ है उसके खिलाफ कदम से कदम मिला कर साथ दिया है, उसके लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. मैं आपको अपने साथ जो अन्याय हुआ है उसके बारे में अवगत कराना चाहूंगा. आशा करता हूं कि आप इसे प्रमुखता से छापकर मेरे जैसे ना जाने कितने लोगों को फर्जी स्टिंग, ब्लैकमेलिंग और कर्मचारियों का शोषण करने वाले इस बदनाम प्रवृति के न्यूज चैनल ‘चैनल वन’ से सावधान कर उनका सही दिशा में मार्ग दर्शन कर सकते हैं.