क्रशर माफिया से जूझ रहे उत्तरांचल के ग्रामीणों पर लाठीचार्ज हुआ। सीता देवी, हेमंती देवी, दस-दस दिनों तक भूख हड़ताल पर बैठीं, लेकिन अपने को जनता का हितैषी बाताने वाले श्रीनगर, गढ़वाल, उतराखंड के इलैक्ट्रानिक मीडिया ने अपने कैमरे कभी भी इन पीड़ित ग्रामीणों की ओर नहीं घुमाये। घुमाये भी तो उसे प्रसारण के लिए नहीं भेजा। भेजें भी कैसे, नगर के अधिकांश इलैक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार क्रशर माफिया के मित्र जो ठहरे। जी हां श्रीनगर से लगे टिहरी जिले के मलेथा गांव में जल-जगंल-जमीन के खिलाफ पिछले आठ महीने से एक आन्दोलन चल रहा है।
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राजभवन में वो शख्स कौन है, जो प्रो महावीर अग्रवाल को बचा रहा
देहरादून : राजभवन उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय,हरिद्वार के कुलपति प्रो महावीर अग्रवाल से संबधित जानकारियां उपलब्ध कराने में जिस तरह से लेट लटीफी कर रहा है उससे राजभवन सचिवालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। बडा सवाल उभरकर यह आ रहा है कि राजभवन में आखिर वो सख्श कौन है जो कुलपति के शैक्षणिक अभिलेखों को अपीलकर्ता को उपलब्ध नहीं कराना चाहता है। यहां यह समझना जरूरी है कि राज्यपाल संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं और राजभवन सचिवालय से ही कुलपति की नियुक्ति की जाती है। फिर क्यों प्रो महावीर अग्रवाल के दस्तावेजों को उपलब्ध कराने के लिए उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव को बार बार लिख कर समय वर्बाद कराया जा रहा है। क्या राजभवन में कुलपति के दस्तावेज नहीं हैं या फिर अपनी गर्दन बचाने के लिए गेंद कुलसचिव के पाले में डाली जा रही है। इस पूरे प्रकरण में कुलपति प्रो महावीर अग्रवाल की चुप्पी संदेह को और भी गहरा रही हैं।
श्रम विभाग से खूब सजग रहें पत्रकार, आरटीआई में खुला उत्तरांचल के सूचना विभाग का झूठ
आज सूचना क्रांति के दौर में भी उत्तराखंड का सूचना विभाग कितना चुस्त-दुरुस्त है, इसका अंदाजा इस बात से ही लग जाता है कि श्रम विभाग की नजर में देहरादून से प्रकाशित तीन अखबार अमर उजाला , दैनिक जागरण और हिंदुस्तान ने मजीठिया वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू कर दिया है। झूठ की भी एक हद होती है।
उम्मीद है राजीव नयन बहुगुणा अब भी आदतन सच को सच ही कहेंगे
उत्तराखंड से एक बहुत अच्छी खबर यह है कि सुंदर लाल बहुगुणा के सुपुत्र और हमारे बड़े भाई फक्कड़ यायावरी पत्रकार संगीतकार राजीव नयन बहुगुणा उत्तराखंड के नये मुख्य सूचना आयुक्त बनाये गये हैं। हम उन्हें निजी तौर पर बधाई कह सकते हैं। हम पिछले जाडो़ं में सिर्फ उनसे मिलने देहरादून गये थे और तभी बीजापुर गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री हरीश रावत के बगल के कमरे में राजीव दाज्यू ने मुझे वहां ठहराया था।
संपादक सुनील साह के निधन से उत्तरांचल और हिंदी पत्रकारिता की अपूरणीय क्षति
गैरसैंण (उत्तरांचल) : अमर उजाला नैनीताल यूनिट के स्थानीय संपादक सुनील साह के निधन से उत्तराखण्ड के पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है। पत्रकारिता और उत्तराखण्ड की समझ रखने वाले स्व. साह इस समूह में अकेले ऐसे संपादक थे, जिनसे उत्तराखण्डी हितों पर बात -विचार किया जा सकता था और जो उत्तराखण्ड को समझते थे।
चारधाम यात्रा का आगाज अच्छा, लेकिन फूल के कुप्पा न हो उत्तरांचल सरकार
21 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के बाद केदारनाथ धाम के कपाट खुले तो पिछले दो वर्षों से यात्रा पर छाये संकट के बादल छंटने के संकेत दिख रहे हैं। 26 अपैल को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ चार धाम यात्रा पूरी तरह प्रारम्भ हो जायेगी। गंगोत्री व यमुनोत्री धामों में पहले दो दिनों में डेढ़-दो हजार यात्रियों की आवक अच्छे संकेत दे रही है। केदारनाथ धाम में भी अच्छी संख्या में यात्रियों का आना पिछले भय के कम होने के संकेत हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की केदार नाथ यात्रा के राजनैतिक अर्थ भले ही हों लेकिन यात्रा को प्रचार मिला है। पिछले दो वर्षों में आपदा के चलते यात्रा जिस प्रकार प्रभावित हुई, उससे उत्तराखण्ड का आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। ट्रांसपोर्ट या होटल-रेस्टोरेंन्ट, घोडा-खच्चर या पालकी के लोग सबकी रोजी रोटी संकट में थी। एक हिसाब से आपदा से निबटना और यात्रा को सुचारु करना कितनी बड़ी चुनौती थी। इसे आपदा के प्रभावितों और आपदा की विभिषिका से एकाकार हुए बिना नहीं समझा जा सकता था।