गजेंद्र की हत्या पर एनयूजे, यूजेए ने केंद्र सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग बुलंद की

लखनऊ : नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स(इंण्डिया) व यूपी जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन से जुडे सभी पत्रकारों ने शाहजहांपुर के सोशल मीडिया के पत्रकार जोगेन्द्र की हत्या की कडी निंदा की है। नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स (इंण्डिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उप्पाला लक्ष्मण व महासचिव प्रसन्ना मोहंती ने घटना की कडी भर्त्सना करते हुए केन्द्र सरकार से मांग की कि पत्रकार सुरक्षा कानून बनाकर इसे लागू किया जाय। 

पत्रकार जगेंद्र की मौत के बाद मंत्री के खिलाफ आक्रोश की लहर

सोशल मीडिया पर बेबाक और निष्पक्ष खबरें लिखने वाले जुझारू पत्रकार जागेन्द्र सिंह का पिछले कुछ दिनों से सत्ताधारी नेताओ द्वारा लगातार उत्पीड़न किया जा रहा था, जिसकी शिकायत जागेन्द्र सिंह ने स्थानीय थाने में की थी लेकिन पुलिस उल्टे जागेंद्र को ही गिरफ्तार करने पहुँच गई। जगेंद्र सिंह की मौत के बाद मंत्री राममूर्ति वर्मा के खिलाफ पूरे प्रदेश के पत्रकारों में रोष फैल गया है। सोशल मीडिया पर तो आक्रोश की लहर सी आ गई है।

पत्रकार जगेंद्र सिंह का उत्पीड़न कराने वाला मंत्री राममूर्ति वर्मा और उसका चहेता कोतवाली प्रभारी, जिसके षडयंत्र से गजेंद्र जिंदा जले

गजेंद्र की मौत : खुदकुशी कैसे?

दिल्ली के सीएम केजरीवाल का यह कहना है- ‘‘रैली बंद न करके भूल की।’’ और आशुतोष के पहले के कथन – ‘‘अब कभी होगा, तो केजरीवाल को पेड़ पर चढ़ने को कहेंगे।’’ इन दोनों में कतई अपराध बोध नहीं झलकता, बल्कि सियासत के पुट स्पष्टतः दिखाई देते हैं। 

गजेंद्र की बेटी मेघा से बात कर फफक पड़े आशुतोष, मेघा ने कहा- मीडिया गलत आरोप न उछाले

नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर मंतर पर फांसी लगाने वाले राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह कल्याणवत की बेटी मेघा से बात करते हुए आप नेता आशुतोष आज फूट-फूट कर रो पड़े। उन्होंने ‘आजतक’ न्यूज चैनल पर गजेंद्र की बेटी मेघा से बात करते हुए कहा कि मैं तुम्हारा गुनहगार हूं। मैं राजनाथ सिंह, अजय माकन, संबित पात्रा से गुजारिश करता हूं कि ऐसी राजनीति मत करिए। पार्टियां ऐसी राजनीति न करें। हम पर साजिश के आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस को इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। मीडिया भी इस तरह का जर्नलिज्म न करे। मैं कुसूरवार हूं तो मुझे फांसी पर चढ़ा दे। जब आशुतोष रो रहे थे, चैनल पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा, कांग्रेस के नेता राजीव त्यागी भी बातचीत में शामिल थे।

जंतर मंतर पर जान दे बैठे गजेंद्र ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तक को पगड़ी बांधी थी

राजधानी दिल्ली में बुधवार को जंतर मंतर पर रैली के दौरान आत्महत्या कर लेने वाले दौसा (राजस्थान) के गांव नांगल झाबरवाड़ा में 8 नवंबर 1973 को पैदा हुए गजेंद्र सिंह कल्याणवत के दादाजी 10 पैरा मिलिट्री में कार्यरत थे। दादा ठाकुर भंवर सिंह बड़ी अच्छी पगड़ी बांधते थे। दादाजी को पगड़ी बांधते देखकर गजेंद्र को भी वही शौक हो गया। उन्होंने दादाजी से पगड़ी बांधना क्या सीखा, उन्हें भी उस काम में प्रसिद्धि मिलने लगी। 

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पगड़ी बांधते गजेंद्र सिंह कल्याणवत

जंतर मंतर पर किसान आत्महत्या से अधिग्रहण अध्यादेश तक

आज दिल्ली में जंतर मंतर पर केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान दौसा (राजस्थान) का किसान गजेंद्र सिंह पेड़ पर फांसी से झूल गया। अपने पीछे छोड़े एक सुसाइड नोट में वह लिख गया कि ‘दोस्तों, मैं किसान का बेटा हूं। मेरे पिताजी ने मुझे घर से निकाल दिया क्योंकि मेरी फसल बर्बाद हो गई। मेरे पास तीन बच्चे हैं….जय जवान, जय किसान, जय राजस्थान।’ घटना के समय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आप के नेता संजय सिंह, कुमार विश्‍वास मौके पर मौजूद थे। राममनोहर लोहिया अस्पताल के मुताबिक उसको मृत अवस्था में अस्पताल ले जाया गया था। 

जंतर मंतर पर आत्महत्या से पूर्व गजेंद्र सिंह