असिस्टेंट प्रोफेसर-प्रिंट मीडिया की नियुक्ति में मनमानी पर मंत्रालय ने किया जवाब तलब

भड़ास पर छपी खबर का असर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान नई दिल्ली नई में गत 25 जून को हुए सहायक आचार्य प्रिंट मीडिया के चयन में मनमानी पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यहां के निदेशक से जवाब तलब किया है। इस पद के लिए इंटरनल कैंडिडेट को विशेष लाभ देते हुए उसे स्क्रीनिंग एवं चयन सूची में प्रथम स्थान पर रखने एवं नियुक्ति सूची में प्रथम रैंक पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव ने स्पष्टीकरण मांगा है। इस पद के लिए पहले से ही संभावना जताई जा रही है कि संस्थान के निदेशक ने निजी लाभ के लिए ऐसे अभ्यर्थी का चयन कराया है जो ओबीसी श्रेणी की अर्हता पूरी नहीं करता है और उसकी शैक्षिक योग्यता भी संदिग्ध है।

लोकायुक्त नियुक्ति के राजनीतीकरण के प्रयास विरोध

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लोकायुक्त नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव और शिकायतकर्ता पर अंकुश लगाने के प्रयासों को तत्काल बंद करने की मांग की है. 

इंटरव्यू सिर्फ बहाना था, लोकसभा में पहले से काम कर रहे धीरज सिंह की नियुक्ति तय थी

अमर उजाला और स्टार न्यूज जैसे मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके व कई वर्षों से मुंबई में रहकर अर्थकाम डाट काम का संचालन कर रहे वरिष्ठ पत्रकार अनिल सिंह 10 से 13 अक्टूबर तक दिल्ली में थे. वे लोकसभा टीवी के लिए निकली वैकेंसी के लिए इंटरव्यू देने आए थे. इस पद के लिए कई जेनुइन जर्नलिस्टों ने इंटरव्यू दिया लेकिन यह पद पहले से फिक्स था. अनिल सिंह ने इंटरव्यू के अनुभव और सवाल जवाब को अपने फेसबुक वॉल पर डाला है. वे लिखते हैं-

केंद्र सरकार ने भाजपा किसान मोर्चा के नेता नरेश सिरोही को ‘किसान चैनल’ का एडवाइजर बनाया

जिसकी लाठी उसकी भैंस. इसी तर्ज पर जिसकी सरकार, उसका आदमी. केंद्र में भाजपा की सरकार सत्तासीन है तो सरकारी नियुक्तियों में भाजपा व संघ के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है. लोकसभा टीवी का सीईओ और एडिटर इन चीफ पद पर पीएमओ के अघोषित आदेश के तहत संघ के बैकग्राउंड वाली अनाम-सी महिला पत्रकार सीमा गुप्ता को बिठा दिया गया. इसी क्रम में नए आने वाले सरकारी ‘किसान चैनल’ में भाजपा किसान मोर्चा के महामंत्री नरेश सिरोही को एडवाइजर बनाकर बिठा दिया गया है. देश में किसान नेताओं की पूरी कतार है लेकिन सत्ताधारी भाजपा सरकार को सिर्फ अपने नेता और अपने लोग ही प्रिय हैं.

रुबी अरुण के बाद अलका सक्सेना भी न्यूज एक्सप्रेस से जुड़ीं, मैनेजिंग एडिटर बनाई गईं

न्यूज एक्सप्रेस चैनल में दो बड़े पदों पर महिला पत्रकारों की तैनाती हो गई है. रुबी अरुण के बाद अलका सक्सेना भी चैनल का हिस्सा बन गई हैं. वरिष्ठ पत्रकार अलका सक्सेना को न्यूज एक्सप्रेस में मैनेजिंग एडिटर बनाया गया है. अलका एक नवंबर से आफिस ज्वाइन कर चुकी हैं. वे एडीटर इन चीफ प्रसून शुक्ला को रिपोर्ट करेंगी. अलका सक्सेना कई दशकों से प्रिंट और टेलीविजन पत्रकारिता में सक्रिय हैं. उन्होंने अपने करियर का काफी बड़ा हिस्सा जी न्यूज के साथ प्रमुख एंकर के रूप में गुजारा है.

वनस्थली विद्यापीठ में चल रहा फर्जी नियुक्तियों का गोरखधंधा, शिकायतकर्ता प्रोफेसर को अहित की आशंका

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श्रीमान् न्यायप्रिय सुधीजनों,

विषय: ‘वनस्थली विद्यापीठ में फर्जी नियुक्तियों के सन्दर्भ में पत्राचार’

विनम्रतापूर्वक निवेदन है कि 48 केन्द्रीय, 322 राज्य, 128 डीम्ड, 192 प्राइवेट, राष्टपति भवन, प्रधानमन्त्री कार्यालय, मानव संसाधन मंत्रालय, श्रीमती स्मृति जुबी इरानी, सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इण्डिया, राजस्थान उच्च न्यायालय, राजस्थान सरकार (श्रीमती वसुंधरा राजे एवं महामिहम श्री कल्याण सिंह), UGC, NAAC, जमशेदपुर सिविल कोर्ट एवं थाना, जयपुर सिटी पुलिस कमिशनर सहित देश के कई नामी न्यूज चैनलों एवं नेशनल मीडिया तक बात मेरी बात पहुंचे इसीलिए पत्राचार कर रहा हूँ.

खंडूड़ी साहब, लोगों के घर वोट मांगने क्या आप अपॉइंटमेंट लेकर जाते हैं?

रविवार, 28 सितम्बर को एक मित्र के आग्रह पर कार्यक्रम के लिए उत्तराखंड के सांसदों को न्योतने का प्रोग्राम बना। कुल जमा सात लोग थे। विश्वस्त सूत्रों से मालूम हुआ कि फिलहाल दिल्ली में सिर्फ एक सांसद माननीय बीसी खंडूड़ी मौजूद हैं। लिहाजा तय हुआ कि पहले उन्हीं से मिल लिया जाए।