यूपी की इकलौती आईटी सिटी नोएडा अपराधियों के निशाने पर है

Rajendra Tripathi : आईटी सिटी नोएडा में ठक-ठक गैंग ….. सावधान- यूपी की इकलौती आईटी सिटी नोएडा अपराधियों के निशाने पर है। अपराधियों का दुसाहस और नौकरशाहों की लापरवाही का अगर यही हाल रहा तो आईटी इंडस्ट्री में काम करने वाले लोग पलायन करने लगेगें। कम से कम प्रतीक तिवारी के साथ हुई घटना तो यही बताती है। साथ में यह भी बताती है कि पुलिस के कामकाज के रवैये में कोई फर्क नहीं आने वाला चाहे उनकों कितनी सुविधाएं दे दी जाएं।

सेक्स रैकेट में पत्रकारों के लिप्त होने की जांच कराएंगे एसएसपी

रविवार को ग्रेटर नोएडा के चाई सेक्टर में चल रहे सेक्स रैकेट मामले में पुलिस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कुछ पत्रकारों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। जिन दो इलेकट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों का नाम लिया जा रहा है, दलालों द्वारा दी गयी पूरी बाइट में कहीं भी उन पत्रकारों के रैकेट में शामिल होने की पुष्टि नहीं की गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई गाइड लाइंस के अनुसार पुलिस कभी भी किसी आरोपी की बाइट थाने में नहीं कराती, फिर भी पुलिस ने उनकी बाइट करायी, जिसमें पत्रकारों द्वारा बार-बार पूछे जाने पर भी दलालों ने पत्रकारों द्वारा संरक्षण की बात कहीं नहीं बोली। उसके बावजूद पुलिस ने दो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों के नाम फर्द में डाल दिये। जबकि पुलिस को पहले जांच करनी चाहिए थी। 

सहारा नोएडा की हड़ताल देहरादून पहुंची, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, पटना में भी कार्य बहिष्कार, लखनऊ में झड़प

राष्ट्रीय सहारा मीडिया समूह के हेड ऑफिस नोएडा में विक्षुब्ध मीडिया कर्मियों की अंगड़ाई और उससे पहले दैनिक जागरण नोएडा में काली पट्टियां बांधकर हठी प्रबंधन की मनमानियों को खुलेआम चैलेंज देना पूरे मीडिया जगत के लिए साफ संकेत है कि आने वाले दिन अब उनके लिए पहले की तरह आसान नहीं होंगे। लखनऊ सहारा में संपादक और जनरल डेस्क इंचार्ज की आपस में झड़प हो गई। देहरादून के सहारा कर्मी भी शनिवार को हड़ताल पर चले गए। वाराणसी, गोरखपुर, पटना से भी सूचनाएं मिल रही हैं कि मीडिया कर्मी काम काज छोड़कर किनारे बैठ गए हैं। कमोबेश सभी यूनिटों में शनिवार शाम तक संपादकीय प्रबंधन के हाथ-पांव फूल चुके थे। चिंता थी कि कल तो अमर उजाला में पेपर छपवा लिया, आज अखबार कैसे निकलेगा। 

दैनिक जागरण के कर्मचारी अब आरपार की लड़ाई के मूड में, काली पट्टियां बांधी, 17 को हड़ताल

दैनिक जागरण प्रबंधन की कर्मचारी विरोधी नीतियों, दंडात्मक कार्रवाइयों, मजीठिया वेतनमान पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को न मानने आदि से नाराज कर्मचारी अब आमने सामने की लड़ाई में उतर चुके हैं। जागरण कर्मचारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीधे टकराव की लामबंदी के साथ नोएडा और दिल्ली में जागरण कर्मचारी आज पहली जुलाई को काली पट्टियां बांधकर काम कर रहे हैं। वह 17 जुलाई को 24 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे। उसके बाद आगे के संघर्ष की रूपरेखा लागू की जाएगी। 

काली पट्टियां बांधकर दैनिक जागरण के नोएडा मुख्यालय पर आंदोलन की राह पर चल पड़े जुझारू कर्मचारी

लेबर इंस्पेक्टर ने जागरण प्रबंधन को थमाया प्रतिकूल प्रविष्टि-पत्र

मजीठिया से बचने के लिए जागरण प्रबंधन द्वारा उठाया जा रहा अब हर पैंतरा उसी पर भारी पड़ रहा है। खबर है कि पूर्व में स्थानांतरित किए गए चार कर्मचारियों को ज्वाइन कराने पहुंचे लेबर इंस्पेक्टर को वहां के कर्मचारियों ने उस समय घेर लिया जब उन्हें पता चला कि कोई लेबर इंस्पेक्टर दफ्तर पहुंचा है। कर्मचारियों ने इंस्पेक्टर से ढेरों शिकायतें की। सूत्रों ने बताया कि यह सब सुन कर इंस्पेक्टर काफी नाराज हुआ और प्रतिकूल प्रविष्टि बनाकर जागरण प्रबंधन को थमा दिया है। अब विभिन्न मुद्दों पर लेकर जागरण प्रबंधन श्रमायुक्त के यहां चार तारीख को पेश होगा।

जागरण दफ्तर पहुंचे लेबर इंस्पेक्टर तो उमड़ पड़े फरियादी

नोएडा : मोदी जी, देखिए क्‍या सीन है…..आपके बल पर दैनिक जागरण अपने कर्मचारियों से दादागीरी कर रहा है। आप सिर्फ एक बार डपट दें तो उसकी क्‍या मजाल। जब जागरण कर्मचारियों का हुजूम भरी दोपहरी में कार्यालय परिसर से बाहर निकल आया। मौका था- 30 मई को लेबर इंस्‍पेक्‍टर के नोएडा के सेक्‍टर 63 स्थित दैनिक जागरण कार्यालय के दौरे का। 

दादागीरी पर उतरा दैनिक जागरण प्रबंधन, उपश्रमायुक्त का आदेश मानने से इनकार

नोएडा : दैनिक जागरण प्रबंधन ने मजीठिया वेज बोड की सिफारिशों को लागू करने की मांग करने वाले प्रताड़ित चार कर्मचारियों को काम देने और उनकी उपस्थिति दर्ज करने से इनकार कर दिया है। 

नोएडा में सहारा के पत्रकार के खाते से साढ़े चार हजार रुपए पार कर किए

नोएडा : राष्ट्रीय सहारा में कार्यरत आलोक कुमार निगम के एटीएम बैंक खाते से चोरों ने साढ़े चार हजार रुपये पार कर दिए। उन्होंने नोएडा के सेक्टर 24 स्थित थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज करा दी है। इस एटीएम से पहले भी इस तरह की वारदात हो चुकी है। 

चिटफंडिया ‘समृद्ध जीवन फाउंडेशन’ की मददगार बनी अखिलेश सरकार, निष्कासित मीडियाकर्मी संघर्ष की राह पर

पुणे से संचालित एवं पूरे देश में लूट का कारोबार फैला रखा ‘समृद्ध जीवन फाउंडेशन’ अब सेबी के डंडे से बचने के लिए राजनीतिक मदद तलबगार हो चुकी है। बताया जा रहा है कि राजनीति के घाट पर जुगाड़ बैठाने के लिए ही बसंत झा नामक प्राणी को संपादक की कुर्सी दी गई है। इस बीच समृद्ध जीवन फाउंडेशन से संचालित ‘मेसर्स प्रजातंत्र लाइव न्यूज पेपर, लाइव इंडिया’ (ब्रेनवर्क्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड) के खिलाफ नोएडा में डिप्टी लेबर कमिश्नर को पीड़ित-निष्कासित कर्मचारियों ने शिकायत पत्र दिया है। बताया गया है कि 30 अप्रैल 2015 से उनकी सेवाएं गैरकानूनी तरीके से समाप्त कर दी गई हैं। कंपनी ने उन्हें अप्रैल माह का अर्जित वेतन भी नहीं दिया है। 

माफ़िया की तरह काम कर रहे नोएडा एक्टेंशन के बिल्डर्स

नोएडा : कांग्रेस के शीर्ष नेता अजय मकान को प्रेषित एक विज्ञप्ति में नोएडा एस्टॆट फ़्लैट ऑनर्स मेन एसोसिएशन के अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया है कि राहुल गान्धी ने फ़्लैट बॉयर्स का दर्द समझा और हमारे साथ खड़े होने का आश्वासन दिया है। नोएडा एक्टेंशन के बिल्डर्स एक माफ़िया की तरह काम कर रहे हैं और उनकी मनमानी रोकने के लिये ऐसे व्यक्ति की सख्त आवश्यक्ता है।

मजीठिया मुद्दे पर आरपार की लड़ाई शुरू, नोएडा में जुटे पत्रकार

नोएडा (उ.प्र.) : सेक्‍टर 22 स्थित बारातघर में गत दिनो इंडियन एक्‍सप्रेस, दैनिक भास्‍कर, दैनिक जागरण, राजस्‍थान पत्रिका, टाइम्‍स ऑफ इंडिया, दैनिक हिंदुस्‍तान आदि कई अखबारों की दिल्‍ली-एनसीआर यूनिटों के पत्रकार और कर्मचारी एकत्र हुए और मजीठिया वेतनमान के लिए आरपार की लड़ाई लड़ने का संकल्‍प लिया। सुप्रीम कोर्ट में चल रहे अवमानना के 51 मामलों के प्रतिनिधियों, कई यूनियनों के नेताओं और अधिवक्‍ताओं के एकमंच पर आने से जहां मजीठिया के लिए पत्रकारों और गैरपत्रकार कर्मचारियों की लड़ाई को बल मिला, वहीं लोगों का जुनून देखते ही बन रहा था। बारातघर परिसर में पत्रकारों के वाहन देखकर लोग यही कह रहे थे कि इतने वाहन इस परिसर में आज तक नहीं आए। 

नोएडा (उ.प्र.) के सेक्‍टर 22 में मजीठिया वेतनमान के लिए नए सिरे रणनीति बनाने में जुटे मीडिया योद्धा

चैनल वन से बकाया सेलरी के लिए लड़ रहे एक मीडियाकर्मी का खुला पत्र

संपादक, भड़ास4मीडिया, सादर प्रणाम, मैं भड़ास4 मीडिया का एक नियमित पाठक हूं. आप लोगों ने ना जाने कितनी बार हम पत्रकार लोगों के साथ जो अन्याय कभी हुआ है उसके खिलाफ कदम से कदम मिला कर साथ दिया है, उसके लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. मैं आपको अपने साथ जो अन्याय हुआ है उसके बारे में अवगत कराना चाहूंगा. आशा करता हूं कि आप इसे प्रमुखता से छापकर मेरे जैसे ना जाने कितने लोगों को फर्जी स्टिंग, ब्लैकमेलिंग और कर्मचारियों का शोषण करने वाले इस बदनाम प्रवृति के न्यूज चैनल ‘चैनल वन’ से सावधान कर उनका सही दिशा में मार्ग दर्शन कर सकते हैं. 

सर, सपा नेता हमारे खलियान पर कब्जा कर रहा है, हमारी ख़बर दैनिक जागरण में नहीं आती मगर उन लोगों की आ जाती है

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सर, मैं ग्राम सुल्तानपुर सेक्टर 128 नोएडा का मूल निवासी हूँ। हमारे अपने ग्राम की खलियान की जमीन का खसरा नं. 598 है। इस ज़मीन पर सपा का एक नेता उच्चाधिकारियों के साथ मिलकर अवैध कब्ज़ा कर रहा है। हमारी कहीं भी सुनवायी नहीं हो रही है। मीडिया वाले भी मेरी सुनवायी नहीं कर रहे हैं। अतः मैं आपको पत्र लिख सब कुछ बता रहा हूँ। हमारी खबर दैनिक जागरण पेपर में नहीं आती मगर उन लोगों की आ जाती है।

शशिशेखर की हिटलरशाही से परेशान है नोएडा का स्टाफ

हिन्दुस्तान को दिल्ली से नोएडा लाकर भी इस अखबार के मुख्य संपादक के दिल को चैन नहीं पड़ा। यहां लाकर उसने कर्मचारियों की जुबान पूरी तरह बंद कर दी। लगता नहीं कि ये लोग दिल्ली के अखबार हिन्दुस्तान से आए हैं या पूरे बंधुआ मजदूर हैं। यहां आकर मुख्य संपादक शशिशेखर का व्यवहार एकदम बदल गया है। वह पूरी तरह से हिटलर हो गए हैं। इनमें और रावण में कई समानताएं हैं। ये बहुत घमंडी हैं। अखबार की क्वालिटी सुधारने के बजाय फालतू चीजों में लोगों को परेशान करना, अचानक काम करते हुए कर्मचारी को पीछे से आकर डराना-धमकाना और बेइज्जत करना इनका रोज का काम हो गया है।