Sanjay Sharma : कल मेरे दफ़्तर पर जो हुआ उसका सपने में भी अंदाज़ा नहीं था मुझे.. गोमती नगर जैसे पॉश इलाके में दिन के साढ़े तीन बजे दो गाड़ियों मे भरकर लोग अख़बार के दफ़्तर पर भी हमला कर सकते हैं, इसका अंदाज़ा किसी को नहीं था. जिस समय हमला हुआ आम तौर पर उस समय दफ़्तर पर ही रहता हूँ पर कल सीएम को बोलना था तो मैं विधानसभा में था. मगर सूचना मिलते ही जिस तरह पत्रकार साथी मेरे साथ आये, उसने मेरे हौसलों को और बढ़ा दिया..