
((यशवंत सिंह, एडिटर, भड़ास4मीडिया))
Yashwant Singh : ‘आप’ वालों की कमीनपंथी के बाद अब तो जो भी जनता की या आम आदमी की बात करता है तो जाने क्यों डर-सा लगता है बाबूजी. सोच रहा था इस चैनल के मसले पर चुप ही रहूंगा. जो भी लोग इससे जुड़े हैं या जुड़ रहे हैं सब किसी न किसी तरीके से आनलाइन-आफलाइन मित्र ही हैं. पर भाई Abhishek Srivastava ने जब ‘हुआं हुआं’ का आग़ाज़ किया है तो मेरे भी पेट में मरोड़ उठने लगी, सोचा दबा कर क्यों रखूं, निकाल ही दूं, मौका भी है और दस्तूर भी. तो, मेरी तरफ से भी थोड़ी-सी हुआं हुआं सुन लीजिए. वैसे, ‘हुआं हुआं’ को लोग गंभीरता से नहीं लेते, ‘हवा-हवाई’ टाइप ही मानते हैं और तदनुसार सुनकर भी अनसुना कर देते हैं… तो चलिए आप सभी अभी ऐसा ही मान लीजिएग क्योंकि मैं चाहता हूं कि उपर वाला उन-उन दावों को जो ये लोग कर-करा रहे हैं, बता रहे हैं, सुना रहे हैं, भुना रहे हैं, प्रचारित करा रहे हैं… सच साबित करे.