आपा खो बैठे कृष्णमाचारी श्रीकांत ने मीडियावालों से कहा- ‘शट अप’

मुंबई : एशिया कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा के बाद राष्ट्रीय चयनकर्ता प्रमुख कृष्णमाचारी श्रीकांत मीडिया के सवालों पर भड़ककर अपना आपा खो बैठे और बोल बैठे…'शट अप'। श्रीकांत पत्रकारों से बातचीत में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे में निराशाजनक प्रदर्शन का बचाव कर रहे थे जिससे उन पर एक के बाद एक सवालों का बाउंसर फेंके जा रहे थे। चयनकर्ता प्रमुख के सामने टीवी चैनलों के कैमरे और माइक्रोफोन लगे हुए थे। उनके चारों तरफ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडियाकर्मी खड़े थे।

एक चपरासी से तीन सौ करोड़ के मालिक कैसे बने कृपाशंकर?

मुंबई। मुंबई के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह पर कानूनी शिकंजा कसने लगा है। अवैध रूप से सम्पत्ति बनाने और लाखों करोड़ों रुपये की हेराफेरी के मामले में उनके व उनके कुनबे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि जब मुंबई पुलिस कृपाशंकर सिंह से पूछताछ करने उनके घर पहुंची तो वो गायब मिले। उनके घर के पीछे से धुआं जरूर निकलता नजर आया। आईबीएन7 ने जब पड़ताल की तो वहां कागजात जलते नजर आए। कई कागजात पर कृपाशंकर सिंह का नाम लिखा था।

आईपीएस अमिताभ को सरकारी कमरा मिला, वापस काम पर लौटे

लखनऊ : आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को आज रूल्स एंड मैनुअल कार्यालय में एक स्वतंत्र सरकारी कमरा आवंटित कर दिया गया. इसके बाद अमिताभ ने आज ही कार्यालय जा कर अपना कार्य करना प्रारम्भ भी कर दिया. उन्होंने 24 फरवरी को अतुल, डीजीपी, उत्तर प्रदेश तथा ओपी दीक्षित, डीजी, रूल्स एंड मैनुअल को बताया था कि वे कोई सरकारी कमरा नहीं होने के नाते 2 फरवरी से ही बाहर लान में बैठ कर काम कर रहे. अतः या तो उन्हें सरकारी कामकाज के लिए नियमानुसार एक स्वतंत्र कमरा दिया जाए अथवा 28 फरवरी से वे सरकारी कमरे की व्यवस्था होने तक अवकाश पर रहेंगे.

आईओबी का 52 करोड़ न चुकाने वाले मतंग सिंह और उनकी कंपनी को रिकवरी की नोटिस

अक्‍सर विवादों में रहने वाले मतंग सिंह और उनका चैनल एक बार फिर सुर्खियों में है. हमार टीवी एवं पॉजिटिव मीडिया ग्रुप द्वारा इंडियन ओवरसीज बैंक का करोड़ों रुपया का लोन न चुकाने पर बैंक ने रिकवरी नोटिस जारी किया है. नवभारत टाइम्‍स में बुधवार को प्रकाशित नोटिस में कंपनी पर 52,39,78,370 रुपये की देनदारी बताई गई है. नोटिस में बैंक ने स्‍पष्‍ट लिखा है कि अगर अस्‍सी दिनों के भीतर हमार टीवी और पॉजिटिव मीडिया ने उक्‍त पैसा बैंक को वापस नहीं किया तो उस की प्रॉपर्टी बैंक की हो जाएगी.

हिंदुस्‍तान के विज्ञापन घोटाले की गूंज विधान परिषद तक पहुंची, वकीलों पर खतरा बढ़ा

मुंगेर। हिन्दुस्तान मीडिया वेन्चर्स लिमिटेड के दौ सौ करोड़ के कथित विज्ञापन घोटाले के मामले की गूंज अब मुंगेर से पटना के विधान परिषद तक पहुंच गईं है। कांग्रेस की विधान परिषद सदस्या ज्योति ने बिहार विधान सभा के प्रथम दिन दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में महामहिम राज्यपाल देवानन्द कुंवर के अभिभाषण के समय मासिक पत्रिका डेमोक्रेटिक मिशन की प्रतियां लहराईं। कांग्रेस की विधान परिषद सदस्या ज्योति ने सदन से बाहर आने के बाद इस संवाददाता को मोबाइल पर बताया कि उन्होंने सदन में पत्रिका की प्रतियां लहराईं और सरकार से पूरे घोटाले में उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के विरुद्ध काररवाई की मांग की है।

मायावती को जिताने के लिए लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंकी

: बसपाई हराने में जुटे : मायावती को तीसरी बार विधान सभा में पहुंचाने के लिए इस बार कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। राहुल गांधी, जितिन प्रसाद, जफर अली नकवी सहित आधा दर्जन कांग्रेसी स्टार प्रचारक मायावती को जिताने के लिए रैली तक कर चुके हैं। मायावती का कड़ा मुकाबला भाजपा की मंजू त्यागी और सपा के राम शरण से है। मायावती इससे पूर्व पहली बार 1996 में और दूसरी बार 2002 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधान सभा में पहुंची थीं, लेकिन इस बार के चुनाव में वह कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। बसपा ने मायावती को हराने के लिए श्रीपाल को मैदान में उतारा है।

नईदुनिया, ग्‍वालियर से चंद्रवेश, अर्पण एवं गोपाल का इस्‍तीफा

नईदुनिया, ग्‍वालियर से खबर है कि यहां से तीन लोगों ने इस्‍तीफा का नोटिस दे दिया है. वे लोग लीव पर चल रहे हैं. नईदुनिया प्रबंधन जिस तरह से अस्‍पष्‍ट नीति के साथ अपने कर्मचारियों से व्‍यवहार कर रहा है उससे इस अखबार के सभी यूनिटों में नाराजगी है. दिल्‍ली में दस लोगों की छंटनी करने के बाद अखबार ग्‍वालियर से भी तीन लोगों का पत्‍ता साफ कर दिया है. हालांकि कहा जा रहा है कि तीनों लोगों ने प्रबंधन के चिरकुटई वाले रवैये के चलते खुद इस्‍तीफा दे दिया है.

नेटवर्क10 में बसंत निगम साइडलाइन, सारे अधिकार अशोक पांडेय को मिले

नेटवर्क10 से खबर है कि चैनल की लांचिंग को साकार रुप देने वाले सीईओ बसंत निगम को प्रबंधन ने साइड लाइन कर दिया है. उनके सारे अधिकार चैनल के एक्‍जीक्‍यू‍टिव एडिटर अशोक पाण्‍डेय को सौंप दिया गया है. अशोक पांडेय को बसंत निगम ही लेकर आए थे. पर अशोक पांडेय बसंत निगम पर भारी पड़ गए. इसके पहले भी बसंत निगम अपनों से धोखा खा चुके हैं. इसके चलते ही पिछली बार चैनल की लांचिंग लटक गई थी.

दैनिक प्रभात से मुकेश गुप्‍ता एवं जागरण से नीरज सिंह का इस्‍तीफा

दैनिक प्रभात, मेरठ से खबर है कि मुकेश गुप्‍ता ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर बिजनेस हेड के रूप में जिम्‍मेदारी संभाल रहे थे. सूत्र बताते हैं कि मूल रूप से संपादकीय के आदमी रहे मुकेश गुप्‍ता ने अंदरूनी राज‍नीति से परेशान होकर इस्‍तीफा दिया है. वे दस महीने पहले ही द ट्रिब्‍यून से दैनिक प्रभात आए थे. बताया जा रहा है कि संपादक के रवैये से कई लोग परेशान हैं. कई और लोग निकट भविष्‍य में इस्‍तीफा दे सकते हैं.

उदयपुर के वरिष्‍ठ पत्रकार सुखदेव प्रसाद मनेरिया का निधन

उदयपुर के वरिष्‍ठ पत्रकार एवं पॉलिटिक्‍स समाचार पत्र के संपादक सुखदेव प्रसाद मनेरिया का मंगलवार की रात निधन हो गया. वे 79 साल के थे. वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. उनकी पत्‍नी का निधन पहले ही हो गया था. वे अपने पीछे चार पुत्र एवं चार पुत्रियों का भरापूरा परिवार छोड़ …

मीडिया पर नियंत्रण चाहती है बिहार सरकार

बिहार में छह वर्षों से सुशासन के नाम पर सत्ता चला रही एनडीए पर इन दिनों मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर दबाव बन गया है। काटजू के बयान पर विधानसभा के दोनों सदनों में विपक्ष ने न सिर्फ जमकर हंगामा किया बल्कि बहिष्कार भी किया। सत्ता पक्ष को यह समझ नहीं आ रहा कि इस सवाल का जवाब कैसे दे? इसमें कोई दो राय नहीं कि राज्य में मीडिया अगर सत्ता पक्ष के अघोषित कर्फ्यू में भले न हो मगर बड़े घराने सत्ता का चरण वंदन करने में जी जान से लगे हैं।

पुलिस का काम अब कानून व्यवस्था ही होगा, जाँच और मुक़दमे कोई और चलाएगा

नई दिल्ली : अपराध की जांच और अभियुक्तों पर मुक़दमा चलाने की प्रक्रिया में बहुत बड़े परिवर्तन की संभावना है. केंद्र सरकार ने तय किया है कि अब अपराध की जांच करने वाले लोग जांच करके मामले को मुक़दमा चलाने वाले विभाग को सौंप देंगे. अब पुलिस वाले केवल कानून वयवस्था देखेंगे और अपराध की जांच और अभियोजन के लिए अलग विभाग बनाया जायेगा. राज्य सकारों से केंद्र सरकार इस सम्बन्ध में लगातार संपर्क में है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि इस सुधार के लिए विधि आयोग से अनुरोध किया किया गया है कि वह जल्द से जल्द  प्रक्रिया को दुरुस्त करने के लिए अपने सुझाव दे. सरकार का दावा है कि ऐसा होने के बाद इंसाफ़ मिलने में होने वाली देरी को बहुत ही कम किया जा सकेगा.

टीआरपी के लिए रचा गया पत्रकार की पिटाई का खेल : ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल में एक बांग्‍ला चैनल को तृणमूल कार्यर्ताओं द्वारा पीटे जाने को मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने सुनियोजित साजिश करार देते हुए टीआरपी के लिए रचा गया खेल करार दिया. सुश्री बनर्जी ने कहा कि यह सारा खेल सरकार और उनके कार्यकर्ताओं को बदनाम करने के लिए रचा गया है. उल्‍लेखनीय है कि एक चैनल के पत्रकार पार्थ प्रतिम घोष ने आरोप लगाया था कि एक समाचार कवरेज के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला किया तथा पीटा.

नीतीश के चम्‍मचे पत्रकारों को रास नहीं आया काटजू का बयान

पटना विश्वविद्यालय के सीनेट हाल में सेवानिवृत न्यायमूर्ति मार्कंडेय काटजू -जो भारतीय प्रेस परिषद् के प्रमुख भी हैं- के साथ शुक्रवार को जो हुआ, उससे एक बात सिद्ध हो गयी है कि बिहार अभी लाठी-तंत्र से मुक्त नहीं हो पाया है. अंतर इतना है कि पहले लोग लाठीवाले को दूर से पहचान लेते थे, पर अब लाठीवाले को पहचानना मुश्किल है -मसलन वे कभी शिक्षक के रूप में मिलेंगे, तो कभी फेसबुक जैसे साइटस पर प्रवचन… देते अपने मुंह मियां मिट्ठू बनते बुद्धिजीवी.

चैनल के संपादक ने लाइव प्रोग्राम में घोषित की अपनी सम्‍पत्ति और देनदारियां

हाल में लांच हुए कन्‍नड न्‍यूज चैनल पब्लिक टीवी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एचआर रंगनाथ ने अपनी सम्‍पत्ति की चैनल पर लाइव घोषणा करके तमाम संपादकों और बड़े पत्रकारों पर सवाल खड़ा कर दिया है. रंगनाथ की पहल ने तमाम वरिष्‍ठ पत्रकारों पर भी अपनी सम्‍पत्ति घोषणा करने का नैतिक दबाव बना दिया है. पब्लिक टीवी के एक लाइव प्रोग्राम में रंगनाथ के साथ बैठे उनके टैक्‍स कंसलटेंट विजय राजेश ने उनकी सम्‍पत्तियों की सूची पढ़ी.

नईदुनिया में छंटनी जारी, अब जेएनई कृष्‍णा सिंह, शाहीना नूर एवं लक्ष्‍मी नारायण की बारी

नईदुनिया, दिल्‍ली से खबर है कि तीन और लोगों को बलि का बकरा बनाया गया है. अब जिस तरह से छंटनी की जा रही है, उससे लोगों में खासी नाराजगी है. अब कर्मचारी आलोक मेहता के हिप्‍पोक्रेसी पर भी उंगली उठाने लगे हैं. इस बार जिन तीन लोगों को शिकार बनाया गया है. उसमें वरिष्‍ठ पत्रकार एवं ज्‍वाइनंट न्‍यूज एडिटर कृष्‍णा सिंह, सब एडिटर लक्ष्‍मीनारायण एवं सब एडिटर शाहीना नूर शामिल हैं. लक्ष्‍मी एवं शाहीना फीचर डेस्‍क पर कार्यरत थे.

महिलाकर्मी से छेड़खानी करने वाले माई एफएम के सीईओ हरीश भाटिया गिरफ्तार,‍ रिहा

भास्कर समूह से एक बड़ी खबर है. इस ग्रुप के सिनर्जी मीडिया इं‍टरटेनमेंट के रेडियो 94.3 माई एफएम के सीईओ हरीश भाटिया को पुलिस ने एक वरिष्‍ठ महिलाकर्मी के साथ छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार कर लिया. हालांकि बाद में उन्‍हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. उक्‍त महिला अधिकारी ने दिसम्‍बर महीने में नई दिल्‍ली के चितरंजन पार्क थाने में शिकायत दर्ज कराई  थी.

क्‍या इस चरण में सोलह की संख्‍या पार कर जाएंगे मुस्लिम विधायक?

लखनऊ। सातवें चरण के दस जिलों की 60 विधानसभा सीटों से क्या इस बार मुस्लिम विधायकों की संख्या बढ़ेगी? यह सवाल राजनीतिक हलके में इस समय चर्चा में है। 2007 के चुनाव में इन दस जिलों से 16 मुस्लिम विधायक चुनकर आये थे। इनमें सर्वाधिक चार मुरादाबाद से थे। पीलीभीत और बिजनौर से तीन-तीन, रामपुर और बरेली से दो-दो, बदायूं और खीरी से एक-एक मुस्लिम उम्मीदवार चुने गये थे। इस बार 16 की संख्या को बढ़ाने के लिए बसपा ने 24, सपा ने 25, कांग्रेस ने 18, रालोद ने तीन मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। और तो और भाजपा भी बदायूं की सहसवान सीट से शकील अहमद सैफी को मजबूती से लड़ा रही है।

जस्टिस काटजू के अपमान से बिहारी पत्रकार नाराज, घटना को शर्मनाक बताया

२४ फरवरी २०१२ को बिहार के पटना विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित सेमिनार में भारतीय प्रेस परिषद के माननीय अध्यक्ष न्‍यायमूर्ति मार्कंडेय काटजू के वक्तव्य के दौरान सत्तारूढ़ दल की विधायक के प्राचार्य-पति के द्वारा असभ्य तरीके से रोकने की कोशिश गौरवशाली बिहार की गरिमा के विरुद्ध है. पटना विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई पटना कॉलेज के प्राचार्य लालकेश्वर सिंह के द्वारा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति-राज्यपाल, कुलपति की उपस्थिति में न्यायमूर्ति काटजू को जोर आवाज़ में रोकने से मना करने की कोशिश लोकतान्त्रिक और संवैधानिक गरिमा के विरुद्ध है.

स्टार सीजे चैनल ने मुझे लूट लिया, उदय शंकर जी कुछ करो

स्टार सीजे अलाइव चैनल लोगों के साथ ठगी का खेल खेल रहा है और इस बात का गवाह मैं खुद बना हूं। मैंने स्टार सीजे अलाइव चैनल से एक कैनन का प्रिंटर मंगाया था और प्रिंटर बाकायदा आ भी गया, लेकिन मैंने जब प्रिंटर का डिब्बा खोल कर देखा तो ना तो उसमें डाटा केबल निकली, ना ही पॉवर कोर्ड और ना ही कार्टरेज, मेरे होश उड़े तो मैंने तुरंत चैनल के हेल्पलाइन नंबर पर फोन लगाया और वहां फोन उठाने वाले भाई साहब ने मुझसे कहा कि सर बस आप दो दिन इंतज़ार कर लीजिये आपकी पूरी मदद की जाएगी और कंपलेन रजिस्टर कर ली गई है। आपके पास जल्द से जल्द फोन आ जाएगा।

द ट्रिब्‍यून के पत्रकार सुभाष शर्मा के निधन पर प्रो. धूमल ने जताया शोक

शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कुल्लू से द ट्रिब्यून के संवाददाता सुभाष शर्मा के असामायिक एवं दुःखद निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री सुभाष शर्मा का संक्षिप्त बीमारी के बाद चंडीगढ़ में निधन हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री सुभाष शर्मा काफी लम्बे समय से पत्रकारिता के व्यवसाय से जुड़े थे और वे सही मायनों में सच्चे पत्रकार थे। प्रो. धूमल ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

बिना जांच रिपोर्ट के किसी निष्‍कर्ष पर न पहुंचे जस्टिस काटजू : रविशंकर

नई दिल्ली। भाजपा ने प्रेस परिषद के अध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू की बिहार सरकार के खिलाफ टिप्पणियों पर आपत्तिजताते हुए उन्हें संयमित भाषा इस्तेमाल करने और पद की मर्यादा बनाए रखने की सलाह दी है। काटजू ने हाल में बिहार में प्रेस की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े किए थे। पार्टी महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि काटजू को नतीजे पर पहुंचने से पहले अपनी टीम की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।

आखिर उत्‍तराखंड के सीएम खंडूड़ी इतने संवेदनहीन कैसे हो सकते हैं!

दिल्ली में उत्तराखंड की एक बेटी के साथ एक ऐसा हादसा हुआ जो अपनी जमीन से उखड़े लोगों की त्रासदी है. कुछ दिन पूर्व 18 साल की किरण नेगी को उसके आफिस से लौटते समय  कुछ गुंडों ने अगवा कर लिया और चार दिन बाद उसकी लाश पड़ी मिली. किरण का दोष सिर्फ इतना था कि उसने मोहल्ले के एक गुंडे को कुछ दिन पूर्व उस पर फब्ती कसने पर डपट दिया था. बस गुंडे ने यही गांठ बाँध लिया और होनहार किरण की दुराचार के बाद हत्या कर डाली.

रवींद्र शाह से जुड़ी यादों की यात्रा : इंदौर-दिल्ली वाया हरसूद

: स्मृति-शेष : कुदरत को ही मंजूर नहीं था कि यह शख्स चैन से बैठे! : उत्तर प्रदेश के चुनावी कवरेज में उस दिन मैं मैनपुरी में था। शिवरात्रि का दिन था। व्रत रखा था। मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई से लौटते हुए ड्राइवर से मैंने कहा कि किसी शिव मंदिर ले चले। प्राचीन भीमसेन मंदिर में गया। लौटकर गाड़ी में बैठा ही था कि इंदौर से एक मित्र का फोन आया। शाम करीब साढ़े पांच का वक्त था। सूचना दी कि रवींद्र शाह का एक्सीडेंट हो गया है। जरा पता करो मामला क्या है? मैंने दिल्ली में धीरेंद्र पुंडीर को फोन लगाया। बिजी मिला। दूसरा नंबर डायल करता इसके पहले ही दो एसएमएस आ गए। इससे बुरी खबर कोई हो नहीं सकती थी कि रवींद्र शाह इंदौर से भोपाल के बीच एक सड़क हादसे में दुर्घटना स्थल पर ही मौत की नींद सो गए। यह लिखते हुए अब तक भी यकीन नहीं आ रहा है कि रवींद्रजी नहीं रहे।

मीडिया महिलाओं के मामले में रिपोर्टिंग करते समय संयम बरते : काटजू

चेन्नई : भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने मंगलवार को मीडिया को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध खासकर बलात्कार की रिपोर्टिंग करते समय संयम बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यदि पीडि़ता का नाम प्रकाशित होता है, तो उसकी शादी की संभावना प्रभावित होगी। काटजू ने कहा, 'बलात्कार के मामले में महिला का नाम प्रकाशित नहीं करना चाहिए, खासकर तब जब वह अविवाहित हैं क्योंकि ऐसे में उसकी शादी की संभावना पर बुरा असर पड़ता है। मीडिया को उसकी शादी की संभावना को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।'

विधानसभा स्पीकर बोलता है- मीडिया मेरे कंट्रोल में है… कश्मीर में पत्रकारों की ‘आज़ादी’ की लड़ाई

भारत प्रशासित कश्मीर में पत्रकारों ने उन पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों के खिलाफ एक विरोध मुहिम जारी की है. उनका कहना है कि उन्हें मंत्रियों के भ्रष्टाचार से जुड़ी ख़बरें सामने लाने से रोका जा रहा है. इस बीच भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष ने इस मामले में जांच की मांग की है. सैंकड़ों पत्रकारों ने विधानसभा के बाहर एक धरना दिया. दरअसल स्पीकर मुहम्मद अकबर लोन के एक ‘आपत्तिजनक’ बयान दिए जाने से घाटी के पत्रकार काफी नाराज़ हैं.

जाना तो हमको पहले था रवि

: स्मृति शेष : रवि (रवि पंत) से मेरी पहली मुलाकात तब हुई थी, जब हिंदुस्तान मेरठ से नया संस्करण निकलने जा रहा था। उनका परिचय मुझे अपने एक विश्वस्त सहयोगी द्वारा एक होनहार विनम्र और मेहनती ‘लड़के’ के बतौर दिया गया था, जो सही ब्रेक मिलने पर काफी आगे जा सकता था। दरमियाने कद और दुबली पतली काठी के उस युवा के चेहरे पर, जो मुझसे मिलने आया, एक सौम्य आत्मविश्वास था। उसकी छोटी छोटी आंखों में बुद्धि की दीप्ति थी। बिना किसी ज्वालामुखी जोश, या ‘मैंने आपको या शिवानी जी को बचपन से सराहा है’ सरीखा वाक्य बोले, उन्होंने अपना परिचय नपे तुले शब्दों में दिया।

मीडिया हेड पद से स्वतंत्र मिश्रा की विदाई, वंदना भार्गव को मिला चार्ज

सहारा मीडिया के मीडिया हेड पद से स्वतंत्र मिश्रा की विदाई हो गई है. तमाम तरह के विवादों, आरोपों से घिरे रहे स्वतंत्र मिश्रा की जगह वंदना भार्गव को चार्ज दिया गया है. इस तरह से उपेंद्र राय को फ्रंट फुट पर फिर खेलने की संभावनाओं का फिलहाल अंत हो गया है. इस बड़े बदलाव के बारे में सहारा में आदेश जारी हो चुका है और महत्वपूर्ण सेंटरों पर चस्पा कर दिया गया है. स्वतंत्र मिश्रा सहारा मीडिया में बने रहेंगे लेकिन निर्णय लेने का सारा काम उनसे छीन लिया गया है.

टीवी टुडे ग्रुप के साथ तीन वरिष्‍ठ लोग जुड़े

टीवी टुडे से खबर है कि तीन वरिष्‍ठ लोगों ने इस ग्रुप को ज्‍वाइन किया है. विक्रम दास जीएम के रूप में टीवी टुडे ज्‍वाइन किया है. ये ग्रुप के चैनलों का इंटरनेशनल डिस्‍ट्रीब्‍यूशन का काम देखेंगे. राहुल कुमार शा टीवी टुडे समूह के अंग्रेजी चैनल हेडलाइंस टुडे से जुड़े हैं. इन्‍हें वाइस प्रेसिडेंट (एड …

फर्जीवाड़ा : कहां से निकलता है उत्‍कल मेल का रांची संस्‍करण

रांची : झारखंड में अंधेरगर्दी है. समाचार पत्र-पत्रिकाओं के नाम पर यहां कागजों पर करोडों का वारा-न्यारा किया जा रहा है. यहां एक मामले की चर्चा की जा रही है. जो इस संदर्भ की एक कड़ी मात्र है. ओडिसा राज्य में एक समाचार पत्र है. इस पत्र का नाम है उत्कल-मेल. उत्कल मेल के सर्वेसर्वा हैं- पीतवास मिश्र. इस समाचार पत्र का मूल निवास राऊरकेला बताया जाता है. वैसे इस पत्र का प्रकाशन ओडिसा के राऊरकेला सहित भुवनेश्वर, छत्‍तीसगढ में रायपुर, झारखंड में रांची और जमशेदपुर तथा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से करने का दावा किया जाता है.

फोटो जर्नलिस्‍ट सुबीर दा ने बंद कर दी बड़बोले दिग्विजय सिंह की बोलती

लखनऊ। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह के बोल के आगे सबके बोल बेकार हैं, अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आपका नजरिया सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में उनकी प्रेसवार्ता में जो कुछ हुआ, उसका हाल जानने के बाद बदल जाएगा। चुनावी मौसम में पत्रकारों की जिस तरह संख्या बढ़ जाती है, उसी तरह आज टीवी चैनलों की तादाद में कई गुना इजाफा हो जाता है।

जनसंदेश टाइम्‍स के सेंट्रलाइज संचालन के लिए एमडी सेक्रेट्रिएट गठित

जनसंदेश टाइम्‍स से खबर है कि अब यहां पूरा कारपोरेट कल्‍चर लागू होने जा रहा है. अखबार का हेड ऑफिस लखनऊ होगा. यहीं से सारी चीजें नियंत्रित की जाएंगी. इसके लिए एक एमडी सेक्रेट्रिएट का गठन किया गया है. अखबार के समस्‍त ऑपरेशन के लिए एमडी सेक्रेट्रिएट ही जिम्‍मेदार होगा. इस टीम में एमडी अनुज पोद्दार, सीजीएम अनिल पाण्‍डेय, कारपोरेट एडिटर संजय तिवारी और एचआर हेड रिया चक्रवर्ती शामिल हैं.

राष्‍ट्रीय सहारा के वरिष्‍ठ पत्रकार दीपचंद पाण्‍डेय का निधन

कानपुर। राष्ट्रीय सहारा के वरिष्ठ पत्रकार दीपचंद पाण्डेय का सोमवार की शाम लखनऊ में निधन हो गया. श्री पाण्डेय ने संवाददाता के रूप में अपना कैरियर वर्ष 1992 में राष्ट्रीय सहारा कानपुर संस्करण के आरम्भ होने के साथ शुरू किया था. तब से इसी अखबार के साथ जुड़े रहे. पिछले दो सालों से वह मुंह के कैंसर से पीडि़त थे. इस दौरान उनका इलाज मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल कैंसर हास्‍पीटल में भी चला.

नईदुनिया से भाषा सिंह, दिनेश अग्रहरि और अमित का इस्‍तीफा

नईदुनिया, दिल्‍ली में इस समय हलचल मची हुई है. छंटनी के चलते कार्यालय के तनाव फैला हुआ है. खबर है कि तीन और लोगों ने इस्‍तीफा दे दिया है. दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि प्रबंधन ने छंटनी के तहत इन लोगों से इस्‍तीफा मांग लिया है. जिन लोगों के संबंध नईदुनिया से समाप्‍त हुए हैं, उनमें रोविंग एडिटर भाषा सिंह, वरिष्‍ठ पत्रकार दिनेश अग्रहरि तथा स्‍पोर्टस डेस्‍क पर कार्यरत अमित शामिल हैं. बताया जा रहा है कि इन लोगों के अलावा भी कई अन्‍य लोगों से जल्‍द ही इस्‍तीफा मांगा जा सकता है.

चैनल के पत्रकार को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने पीटा

कोलकाता। कोलकाता के जाधवपुर क्षेत्र में सतारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कथित तौर पर बंगाल के एक प्रमुख समाचार चैनल के एक पत्रकार की पिटाई कर दी। पत्रकार पार्थ प्रतिम घोष ने कहा कि उसे उस वक्त पीटा गया जब वह मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक स्थानीय दफ्तर में तोड़फोड़ का वीडियो बनाने की कोशिश कर रहा था।

गीताश्री के “सपनों की मंडी” का पुस्तक मेले में लोकार्पण

"सपनों की मंडी" ये किताब महज यातनाओं की कहानी न होकर एक ऐसी सच्ची किताब है जो उम्मीद जगाती है, इस किताब को हालांकि अभी मैं पूरी तरह से नहीं पढ़ पायी हूँ, पर मैं  इसके सृजन की प्रक्रिया को जानती हूँ इसलिए मुझे विश्वास है कि मानव तस्करी के विषय पर शोध करने वालों के लिए ये किताब भविष्य में वरदान साबित होगी।" इन शब्दों के साथ बीएजी नेटवर्क की प्रबंध निदेशक और वरिष्ठ पत्रकार अनुराधा प्रसाद ने गीताश्री लिखित पुस्तक, 'सपनों की मंडी' का लोकार्पण किया।

यूपी चुनावों में भारी मतदान से सभी दलों में घबराहट

उत्तर प्रदेश में अभी तक पांच चरणों के संम्पन्न हुए चुनावों में भारी मतदान के समाचारों से न केवल सभी आश्चर्यचकित हैं बल्कि राजनैतिक दलों में भीतरखाने हड़कंप सा मच गया है. विशेषकर बसपा और कांग्रेस में, जिन्हें यहाँ होने वाली पराजय पर वर्तमान और भविष्य में बहुत कुछ खोना पड़ेगा. एक और जहाँ बसपा की मायावती को चुनाव हारने पर राज्य की सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा वहीँ कांग्रेस के महासचिव की प्रतिष्ठा व भविष्य भी दांव पर है. इतना ही नहीं प्रदेश के विधान सभा के चुनावोंपरांत यही विधायक राज्यसभा के होने वाले द्विवार्षिक चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के सदस्यों का निर्वाचन करेंगे.

अगले महीने लांच होगा श्रीएस7 न्‍यूज चैनल

रीजनल चैनलों की भीड़ में जल्‍द ही एक रीजनल चैनल लांच होने जा रहा है. फिलहाल चैनल के लांचिंग की डेट तय नहीं की गई है, परन्‍तु माना जा रहा है कि यह चैनल अगले महीने के पहले सप्‍ताह तक लांच हो सकता है. चैनल टेस्‍ट रन पर चल रहा है. इसका मुख्‍य फोकस यूपी होगा. प्रबंधन बाद में इसका विस्‍तान करने की योजना पर काम करेगा. इस चैनल के हेड की जिम्‍मेदारी सच्चिदानंद द्विवेदी को सौंपी गई है.

सरकारी कमरा नहीं मिलने पर आईपीएस अमिताभ आज से अवकाश पर

आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने 24 फरवरी को अतुल, डीजीपी, उत्तर प्रदेश तथा ओपी दीक्षित, डीजी, रूल्स एंड मैनुअल को बताया था कि वे 02 फरवरी से ही कोई सरकारी कमरा नहीं होने के नाते बाहर लान में बैठ कर काम कर रहे हैं. अतः या तो उन्हें सरकारी कामकाज के लिए नियमानुसार एक स्वतंत्र कमरा दिया जाए अथवा 28 फरवरी से वे सरकारी कमरे की व्यवस्था होने तक अवकाश पर रहेंगे.

सड़क हादसे में मरने वाली फरदीन खान की मौसी हैं या बहन?

पता नहीं आज कल के पत्रकारों को क्या हो गया है। खबरों पर पूरा काम नहीं करते हैं। कल हुए सड़क हादसे में मरने वाली फरदीन खान की मौसी हैं या बहन? इसको लेकर आम पाठक कन्‍फ्यूज है। कोई अख़बार फरदीन की मौसी बता रहा है तो कोई बहन। विश्व का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला हिंदी अख़बार दैनिक जागरण इस खबर में मृतका को फरदीन खान की बहन बता रहा है, जबकि हिंदुस्तान और दैनिक भास्कर उसे फरदीन की मौसी बता रहे हैं। वहीं नवभारत टाइम्स भी उसे बहन बता रहा है। अब पाठक किस पर यकीन करे, उसे समझ में नहीं आ रहा है।

अमर उजाला ने अपने पांच मैनेजरों को कलस्‍टर हेड बनाया

अमर उजाला प्रबंधन ने ग्रुप के बिजनेस मोर्चे के और मजबूत बनाने के लिए कलस्‍टर हेड का नया पद सृजित किया है. अभी पांच मैनेजरों की नियुक्ति कलस्‍टर हेड के रूप में की गई है. इन कलस्‍टर हेडों के जिम्‍मे एक से अधिक यूनिट की जिम्‍मेदारी होगी. सूत्रों का कहना है कि जिन पांच लोगों को कलस्‍टर हेड बनाया गया है इसके लिए आतंरिक मेल जारी कर दिया गया है. मेल में इन यूनिटों और मैनेजरों को इसके बारे में सूचना दी गई है.

SP Govt. will not dismantle parks created by BSP: Akhilesh Yadav

: We will not require the support of Cong to form the Govt : New Delhi: Samajwadi Party leader Akhilesh Yadav made it clear that Netaji ( read Mulayam Singh Yadav) to be the Chief Minister of Uttar Pradesh as his party is getting clear cut majority in the forthcoming UP assembly elections. In an interview with Ms. Anurradha Prasad, Editor-in-chief of News 24 channel for her weekly show 'Aamne Samne', SP leader expressed his confidence that they will form the government at their own. SP will not require the support of any part to form the government.

हिंदू बनकर अपनी जान बचाई थी बीबीसी पत्रकार रेहान फजल ने

दस साल पहले गोधरा में ट्रेन जलाए जाने की घटना को कवर करने गए बीबीसी संवाददाता रेहान फज़ल को किस तरह दंगाईयों की भीड़ का सामना करना पड़ा और किस तरह उन्होंने अपनी जान बचाई। सुनिए उनकी ज़ुबानी। 27 फ़रवरी 2002 की अलसाई दोपहर। मेरी छुट्टी है और मैं घर पर अधलेटा एक किताब पढ़ रहा हूँ। अचानक दफ़्तर से एक फ़ोन आता है। मेरी संपादक लाइन पर हैं। 'अहमदाबाद से 150 किलोमीटर दूर गोधरा में कुछ लोगों ने एक ट्रेन जला दी है और करीब 55 लोग जल कर मर गए हैं।' मुझे निर्देश मिलता है कि मुझे तुरंत वहाँ के लिए निकलना है। मैं अपना सामान रखता हूँ और टैक्सी से हवाई अड्डे के लिए निकल पड़ता हूँ।

आज से इंदौर में नहीं दिखेंगे रीजनल एवं नेशनल न्‍यूज चैनल

आज यानी मंगलवार से इंदौर के लोग अपने केबल नेटवर्क पर न्‍यूज चैनल नहीं देख पाएंगे. क्‍योंकि इंदौर के केबल ऑपरेटर सांकेतिक हड़ताल करने जा रहे हैं. ये सांकेतिक हड़ताल सरकार के लिए चेतावनी है. इसके बाद भी अगर सरकार ने केबल ऑपरेटरों की मांग पर ध्‍यान नहीं दिया तो पांच मार्च से केबल टीवी का प्रसारण पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा और छह मार्च से केबल ऑपरेटर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. यह सारा बवाल राज्‍य सरकार द्वारा टैक्‍स बढ़ाए जाने के चलते हो रहा है.

जीएनएन में हड़ताल स्‍थगित, कर्मचारियों ने तीन दिन का समय दिया

चिटफंडिया चैनल जीएनएन न्‍यूज से खबर है कि पीसीआर तथा कैमरा सेक्‍शन का हड़ताल खतम हो गया है. प्रबंधन के सेलरी तीन दिन के अंदर देने के आश्‍वासन के बाद इन कर्मचारियों ने सोमवार की रात लगभग नौ बजे से काम करना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि चैनल प्रबंधन अपने कर्मचारियों को सेलरी दो तरीकों से देता है. कुछ लोगों की सेलरी उनके एकाउंट में आती है तो कुछ लोगों को कैश दिया जाता है.

जम्‍मू कश्‍मीर की मीडिया पर है स्‍पीकर का कंट्रोल!

जम्मू : विधानसभा स्पीकर मोहम्मद अकबर लोन ने कहा कि ‘मीडिया मेरे कंट्रोल में है। समाचार पत्रों में छपी स्टोरी के सूत्रों की जानकारी सदन को देनी होगी। स्पीकर द्वारा यह बात कहने पर प्रेस गैलरी में मौजूद मीडिया कर्मियों ने सोमवार को सदन की कार्यवाही की रिपोर्टिग का बहिष्कार किया। सेंट्रल हाल के बाहर धरने पर बैठे मीडिया कर्मियों ने मांग की कि जब तक स्पीकर अपने ये शब्द वापस नहीं लेते तब तक बहिष्कार जारी रहेगा। विपक्ष की नेता महबूबा मुफ्ती भी मीडिया के समर्थन में आ गई। महबूबा ने कहा कि जब तक मीडिया का बहिष्कार समाप्त नहीं होगा तब तक पीडीपी भी सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करेगी।

अपनी आखें दान कर गए बनारस के वरिष्‍ठ पत्रकार लक्ष्‍मीनाथ संड

वाराणसी। बनारस के वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मीनाथ संड का सोमवार की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 69 साल के थे. 24 फरवरी को संड को सीने में तकलीफ के बाद अलईपुर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. तबीयत में कुछ सुधार होने के बाद उन्‍हें अगले दिन घर वापस लाया गया था. रविवार की रात फिर से उन्‍हें दिल का दौरा पड़ा. अभी लोग उन्‍हें इलाज के लिए ले जाने की तैयारी ही कर रहे थे कि उनका निधन हो गया.

काटजू के बयान पर बिहार विधानसभा में हंगामा, तीन सदस्‍यीय कमेटी गठित

बिहार में प्रेस की आजादी पर प्रेस कांउसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष मार्केडेय काटजू की तीखी टिप्पणी के मामले पर सोमवार को विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। प्रश्नकाल आरंभ होते ही विपक्ष ने इस मुद्दे पर सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी के बाद विपक्ष ने सदन का बहिष्कार भी कर दिया। इस मसले पर विपक्ष ने कार्यस्थगन का प्रस्ताव भी दिया जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने अवैधानिक बताते हुए नामंजूर कर दिया। शून्यकाल में भी इस मसले पर जमकर शोर हुआ।

विकीलीक्‍स ने खोला स्‍ट्राटफॉर का पोल, भोपाल कांड की दोषी डाउ से बताए संबंध

लंदन : सनसनीखेज रहस्योद्घाटन करने वाली स्वीडिश वेबसाइट विकिलीक्स ने अमेरिका स्थित निजी खुफिया एजेंसी स्ट्राटफॉर के पचास लाख से अधिक गोपनीय ई-मेल को सार्वजनिक करना प्रारंभ कर दिया है। मेल में भारत में भोपाल गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदार कंपनी डाउ केमिकल्स के एजेंसी से संबंध बताए गए हैं। विकिलीक्स द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, ये ई-मेल जुलाई, 2004 से दिसंबर, 2011 के बीच के हैं। इससे इस खुफिया एजेंसी के मुखबिरों, वेतन भुगतान के तरीकों, काले धन को सफेद बनाने के तरीकों समेत कई जानकारियों का पता चल सकेगा।

ना‍बालिक छात्रा से रेप करने वाले में मॉस काम का छात्र भी शामिल

: पांचों को 14 दिन के हिरासत में भेजा गया : नई दिल्ली : नोएडा में एक स्कूली छात्रा के साथ गैंग रेप के मामले में सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन आरोपियों में से एक मास कॉम का छात्र भी है. पुलिस ने चार आरोपियों को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. सोमवार को पांचवां आरोपी भी पुलिस के हत्‍थे चढ़ गया. पांचों को कोर्ट में पेश कियो गया, जहां न्‍यायालय ने सभी को 14 दिन के रिमांड पर भेज दिया. दूसरी ओर सोमवार को महिला आयोग ने पुलिस के जरिए पीड़ित लड़की का नाम उजागर करने पर नोएडा के पुलिस, इलाके के आईजी और उत्तर प्रदेश के गृह सचिव को नोटिस भेजा है.

इंडिया न्‍यूज को मिला फास्‍टेस्‍ट ग्रोइंग मीडिया वर्टिकल अवार्ड

एमिटी इंटरनेशनल स्‍कूल और एमिटी ग्‍लोबल बिजनेस स्‍कूल आयोजित एक कार्यक्रम में इंडिया न्‍यूज ग्रुप को फास्‍टेस्‍ट ग्रोइंग मीडिया वर्टिकल अवार्ड से सम्‍मानित किया गया. इंडिया न्‍यूज की तरफ से यह अवार्ड ग्रुप सीईओ राकेश शर्मा ने ग्रहण किया. एमिटी इंटरनेशनल की ओर से हर साल आयोजित होने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम में अपने अपने क्षेत्रों में बेहतर करने वाले ग्रुपों को सम्‍मानित किया जाता है.

मैगजीन एनसीआर लुक लांच, रामवीर सिंह बने संपादक

हरियाणा के पलवल जिले से एक नई मैगजीन लांच की गई है. एनसीआर लुक नामक इस मैगजीन के संपादक रामवीर सिंह हैं. इनपुट हेड उदय शंकर खावरे को बनाया गया है. फीचर हेड शिखा शर्मा हैं जबकि बिजनेस की जिम्‍मेदारी दीपक सिंह देखेंगे. मैगजीन को जल्‍द ही बड़े पैमाने पर विस्‍तारित किया जाएगा.

गोण्‍डा में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्‍यक्ष बने कैलाश वर्मा, जानकी शरण महामंत्री

गोण्डा। उप्र0 श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिला तथा तहसील कार्यकारिणी का द्विवार्षिक चुनाव सिंचाई विभाग सभागार में सम्पन्न हुआ, जिसमें भारी मतों के अन्तर से कैलाश वर्मा जिलाध्यक्ष तथा जानकी शरण द्विवेदी महामंत्री निर्वाचित घोषित किए गए। चुनाव अधिकारी कमर अब्बास ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यूनियन के जिला कार्यकारिणी तथा सभी चार तहसील इकाइयों के लिए चुनाव सम्पन्न हुआ। जिला कार्यकारिणी के लिए 159 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। गुप्त मतदान प्रक्रिया के तहत कराए गए मतदान में जिलाध्यक्ष पद के प्रत्याशी कैलाश वर्मा (प्रसार भारती/पायनियर) को 124 मत मिले। उनके निकटतम प्रतिद्वन्दी शिव प्रताप शुक्ला (राष्ट्रीय सहारा) को 28 तथा अम्बिकेश्वर पाण्डेय (जी न्यूज) को 06 मत मिले। एक मत अवैध पाया गया।

दैनिक जागरण से धानिश का इस्‍तीफा, मुकुल लोकमत से जुड़े

दैनिक जागरण, सिलीगुड़ी से खबर है कि धानिश श्रीवास्‍तव ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर सिटी डेस्‍क प्रभारी थे. मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले धानिश ने प्रबंधन को दिए गए इस्‍तीफे का कारण व्‍यक्तिगत बताया है. वे अपनी नई पारी कहां से शुरू करेंगे इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. धानिश इसके पहले डेली न्‍यूज एक्टिविस्‍ट, बीओटू न्‍यूज चैनल, राहत टाइम्‍स, लखनऊ लीड समेत कई अखबारों और चैनलों में काम कर चुके हैं.

पहली बार ऐसा लग रहा कि सबसे बेकार और घटिया फील्ड है मीडिया

तीन सालों में पहली बार ऐसा लगा कि सबसे बेकार और सबसे घटिया फील्ड मीडिया है. करियर के लिहाज से, क्या मैं सही हूं? कैमरों की चकाचौंध और ग्लैमर के पीछे की सच्चाई अगर मीडिया में आने से पहले लोग जान जाए तो मेरा दावा हैं कि 95 फीसदी छात्र जो मीडिया इंडस्ट्री में करियर बनाना चाहते हैं, वह अपना इरादा बदल लेंगे. सिर्फ वही आएंगे जिनका कोई गॉडफादर पहले से इस क्षेत्र में किसी बड़े ओहदे पर है.

अमर उजाला, देहरादून से राजीव, सरोज एवं अरविंद का तबादला, जितेंद्र भी लिस्‍ट में

अमर उजाला, देहरादून से खबर है कि तीन लोगों का तबादला दूसरे यूनिटों में कर दिया गया है, जबकि चीफ रिपोर्टर रहे जितेंद्र अंथवार का तबादला भी जल्‍द ही किया जाने वाला है. बताया जा रहा है कि देहरादून में सीनियर सब एडिटर के पोस्‍ट पर तैनात राजीव रंजन को तथा रिपोर्टर सरोज कुमार को प्रबंधन ने गोरखपुर भेज दिया है. वहीं हरिद्वार में तैनात सीनियर रिपोर्टर अरविंद सिंह को बरेली भेज दिया गया है. पिछले दिन चीफ रिपोर्टर के पद से हटाए गए जितेंद्र अंथवार का भी शीघ्र तबादला किया जाने वाला है.

वेतन के लिए जीएनएन न्‍यूज में हड़ताल, नहीं रोल हुआ पांच बजे का बुलेटिन

जीएनएन न्‍यूज से खबर है कि वहां स्‍ट्राइक हो गया है. चिटफंडियों की इस कंपनी में कर्मचारियों को जनवरी माह का वेतन नहीं मिला है. वेतन कब तक आएगा इसकी भी जानकारी देने वाला कोई नहीं लिहाजा नाराज पीसीआर तथा कैमरा सेक्‍शन के लोग स्‍ट्राइक पर चले गए हैं, जिसके चलते पांच बजे का बुलेटिन रोल नहीं हुआ. चैनल लूप पर चल रहा है. राजस्‍थान में कई चिटफंड कंपनियों पर छापेमारी के बाद से ही जीएनएन न्‍यूज एवं जीएनएन भक्ति की हालत खराब चल रही है. जीएम जगजीत सिंह अरोड़ा भी बुलेटिन को रोल नहीं करा सके.

दिल्‍ली पुलिस ने एनबीएसए से टीवी चैनलों के खिलाफ शिकायत की

नयी दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में एक इस्राइली राजनयिक की कार पर हुए आतंकवादी हमले की मीडिया कवरेज से परेशान दिल्ली पुलिस ने ‘समाचार प्रसारण मानक प्राधिकरण’ एनबीएसए से शिकायत कर टीवी चैनलों को ‘असत्यापित और अपुष्ट’ सूचना प्रसारित करने से रोकने को कहा है. पुलिस ने किसी विशेष समाचार का जिक्र तो नहीं किया लेकिन उस वक्त और दोबारा इलेक्टानिक मीडिया के संवाददाताओं से अनुरोध किया कि वे आतंकवादी घटनाओं से जुड़े ममाले में कोई असत्यापित और अपुष्ट खबर प्रसारित नहीं करें.

हाथरस में एएसपी ने सिपाही को थप्‍पड़ मारा, पुलिसवालों ने एएसपी को पीटा, बवाल

: खबर दिए जाने तक हालात बेकाबू : हाथरस में एक पुलिसकर्मी के साथ पुलिसिया व्‍यवहार दिखाना एएसपी को महंगा पड़ गया. एएसपी की थप्‍पड़ से गुस्‍साएं पुलिसकर्मियों ने एएसपी को भी पीट दिया. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने जमकर बवाल काटा, तोड़फोड़ की तथा डीएम-एसपी पर कुर्सी फेंका. कई पत्रकार व प्रेस फोटोग्राफर भी पीटे गए. कैमरे भी टूटे. डीएम के आश्‍वासन के बाद भी पुलिस वाले शांत होने को तैयार नहीं थे. उन्‍होंने आगरा रोड पर जाम लगा दिया था. दोपहर तक हालात बेकाबू थे.

एनजीओ संचालिका से उगाही करने वाले दो फर्जी पत्रकार गिरफ्तार

पूर्वी दिल्ली। करावलनगर इलाके में खुद को क्राइम रिपोर्टर बताकर एक महिला से जबरन उगाही करने के मामले में पुलिस ने महिला समेत दो फर्जी पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के दौरान फर्जी पत्रकारों के पास से उगाही के दस हजार रुपए, मिनी लैपटाप, एक हाथ घड़ी, राष्ट्र की आवाज-आज तक का आईडी कार्ड, विजिटिंग कार्ड, मोबाइल व सरकारी विभाग की टेलीफोन डायरी भी बरामद हुई है।

वरिष्‍ठ पत्रकार तथा आईएएनएस के राजनीतिक संपादक जार्ज जोसेफ का निधन

नई दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार एवं समाचार एजेंसी आईएएनएस के राजनीतिक सम्पादक जार्ज जोसेफ का दिल का दौरा पड़ने से सोमवार को निधन हो गया। वह 57 वर्ष के थे। रविवार रात को दिल का दौरा पड़ने पर उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन के बाद उनकी हालत में कुछ सुधार भी हुआ। लेकिन रात में उनकी स्थिति खराब हो गई। जोसेफ के परिवार में पत्नी एवं एक पुत्री हैं। इनकी पत्‍नी आशा खोसा भी सीनियर जर्नलिस्‍ट हैं।

टीवी टुडे से इस्‍तीफा देकर लाइफ ओके में क्रिएटिव हेड बनेंगे शैलेंद्र झा

टीवी टुडे से खबर है कि टुडे मीडिया इंस्‍टीट्यूट के हेड के रूप में कार्यरत शैलेंद्र झा अब नई पारी शुरू करने जा रहे हैं. शैलेंद्र किएटिव हेड के रूप में लाइफ ओके चैनल ज्‍वाइन करने जा रहे हैं. शैलेंद्र को इंटरटेनमेंट चैनलों में काम करने का लम्‍बा अनुभव रहा है. डीयू से स्‍नातक शैलेंद्र जनरल इंटरटेनमेंट में यूटीवी, बी4यू, स्‍टार प्‍लस तथा अधिकारी ब्रदर्स के इंटरटेनमेंट चैनलों के साथ काम कर चुके हैं. करियर के शुरुआत कई साल शैलेंद्र इंटरटेनमेंट चैनलों से ही जुड़े रहे.

योगी आदित्‍यनाथ ने मंदिर में बुलाकर जितेंद्र पाण्‍डेय की ऐसी की तैसी की

: कानाफूसी : गोरखपुर जनसंदेश टाइम्‍स से दो खबरें हैं. पहली यह कि पिछले दिनों योगी आदित्‍य नाथ के खिलाफ खबर लिखने वाले स्‍टेट करेस्‍पांडेंट जितेंद्र पाण्‍डेय अब डरे हुए हैं. बताया जा रहा है कि यह खबर कुछ प्रायोजित किस्‍म की थी. समाचार प्रकाशित होने के बाद योगी ने जितेंद्र को मंदिर बुलाया था. मंदिर में योगी ने जितेंद्र की जमकर ऐसी की तैसी की. अनुज पोद्दार के बारे भी जमकर अपशब्‍द कहे. खबर लिखने का प्रमाण भी मांगा. बेचारे जितेंद्र कुछ बोल नहीं पाए बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से जितेंद्र सहमे हुए हैं. 

पत्रकार देवेश समेत कई लोगों राजधानी रत्‍न पुरस्‍कार

खबरों का सफर और नेशन केयर की ओर से स्वामी रामकृष्ण परमहंस जयंती के अवसर पर दिल्ली के गोल मार्केट में स्थित मुक्तधारा ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक संध्या और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व चुनाव आयुक्त जीवीजी कृष्णमूर्ति, सात राज्यों में राज्यपाल रह चुके भीष्म नारायण सिंह और मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल डॉ. भाई महावीर ने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए चिकित्सक, शिक्षक, पत्रकार और समाज सेवियों को राजधानी रत्न पुरस्कारों से सम्मानित किया।

पीपुल्‍स समाचार के ब्‍यूरोचीफ खुद कमाए-खाएं और प्रबंधन को भी खिलाएं

: कानाफूसी : ग्‍वालियर से खबर है महंगाई की मार में पिस रहे पीपुल्स समाचार की। यहां की मालकिन तीन दिनों के लिए ग्वालियर में थीं। ग्वालियर यात्रा के दौरान उन्होंने जो फैसले लिए और सुनाए वह साफ कर गए कि पीपुल्स प्रबंधन में अब और अधिक घाटा सहने की ताकत नहीं है। जो फैसला उन्होंने सुनाया है उसके अनुसार पीपुल्स के ग्वालियर संस्करण से जुड़े सभी ब्‍यूरो को अब सेलरी मोड से निकालकर कमीशन मोड में डाल दिया गया है। यानी ब्‍यूरो चलाने के लिए प्रबंधन कुछ नहीं देगा। आप कमाओ-आप खाओ और पीपुल्स का पेट भरो।

यूपी में कहीं उल्‍टी न पड़ जाए कांग्रेस की राष्‍ट्रपति शासन वाली चाल

उत्‍तर प्रदेश में पांचवें चरण के मतदान के बाद केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने राष्ट्रपति शासन सम्बन्धी जो बयान दिया, उसको सिर्फ कोरी धमकी मानना बुद्धिमत्‍ता नहीं कही जा सकती। इसके पीछे अवश्य एक गहरी राजनैतिक साजिश है। अगर कांग्रेस पार्टी की कार्यप्रणाली पर आप नज़र डाले तो साफ़ तौर पर पाएंगे कि राहुल गाँधी जो कहना चाहते हैं वो खुद न कह कर किसी दूसरे बड़े नेता से कहलवा कर जनता का मूड मिजाज़ भापने की कोशिश करते हैं। बाटला हाउस पर दिग्विजय सिंह से एक बयान दिलवाते हैं और जब विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया देखते हैं तो चिदंबरम से दूसरा बयान दिलवा देते हैं। अल्पसंख्यक आरक्षण को मुस्लिम आरक्षण बता कर सलमान खुर्शीद के माध्यम से प्रचार करवाते हैं। चुनाव आयोग से मोर्चा  खुलवाते हैं और मामला तूल पकड़ता देख उनसे माफ़ी मंगवाकर दूसरे मंत्री को आगे करके वही बयान दिलवा देते हैं।

धन्य है जागरण, कीड़े मारने की दवा खाने से बेहोशी आएगी या होश आएगा?

देश का नंबर एक अखबार का तगमा रखने वाला दैनिक जागरण भले ही ख़बरों के चुस्त और दुरस्त परोसने के दंभ भरता है, लेकिन अखबार के दफ्तर के भीतर बैठे पत्रकार इस दंभ को चकनाचूर करने में तनिक भी देर नहीं लगाते हैं. जागरण डॉट कॉम अब नए कलेवर में लांच हुआ है तो गलतियां भी नए कलेवर की ही हो रही हैं. ऐसा ही हाल 23 फरवरी की सुबह देखने को मिला, जब दैनिक जागरण लोगों के हाथ में गया और लोगों ने देखा कि कीड़ों की दवाई से भी तबीयत दुरस्त हो जाती है यानी होश आ जाता है. तो लोग भी एक बारगी सोचने पर मजबूर हो गए कि रिपोर्टर ने क्या एक्सक्लूसिव स्टोरी निकाली है.

रवींद्र शाह के कारण मैं पत्रकारिता में हूं : दीपक चौरसिया

: रवींद्र शाह श्रद्धांजलि सभा : नोएडा के अग्रवाल सभा भवन में रवींद्र शाह जी को श्रद्धांजलि देने के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कई गणमान्य पत्रकारों ने शाह साहब के साथ अपने निजी अनुभवों को साझा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। सबसे पहले डॉ प्रवीण तिवारी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी… अपने निजी अनुभवों को साझा किया और इस भवन में मौजूद तमाम पत्रकारों को शाह साहब की असली विरासत और व्यक्तित्व का अहम हिस्सा बनाया। यहां मौजूद हर शख्स को ये एक निजी क्षति महसूस हो रही थी।

छठे चरण में कम से कम आधा दर्जन विधायकों की हार निश्चित

पांचवें चरण का मतदान सम्पन्न होने के साथ ही विभिन्न दलों के सेनापतियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना ‘लंगर’ डाल दिया है। छठे चरण में 13 जिलों के दो करोड़ दस लाख मतदाता अपने लिए 68 विधायक चुनेंगे। इसके साथ ही 49 उन विधायकों का ‘रिपोर्ट कार्ड’ भी पुनः लिखा जाएगा, जिन्होंने 2007 के विधान सभा चुनाव में जीत का परचम फहराया था। इसमें से कितने पास और कितने फेल होते हैं इसका पता 6 मार्च को मतगणना वाले दिन चलेगा, लेकिन इतना तय हो गया है कि कम से कम करीब आधा दर्जन विधायकों को हर हाल में हार का सामना करना पडे़गा। ऐसा कई विधान सभा क्षेत्रों में दो-दो विधायकों के आमने-सामने आने से हुआ है। यह हालात परिसीमन के बाद बने हैं। अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कई विधायकों ने अपना विधानसभा क्षेत्र बदल दिया है। विधायकों के आमने-सामने होने से कई सीटों पर मुकाबला काफी रोचक हो गया है।

असम में सरकार रिपोर्टरों को देगी लोगो, गैर पत्रकार वाहनों पर नहीं लिख सकेंगे प्रेस

गुवाहाटी : असम से प्रकाशित होने वाले अखबारों के मालिक, संपादक और मीडिया हाऊसों में काम करने वाले गैर पत्रकार अब अपनी गाड़ियों पर प्रेस नहीं लिख पाएंगे। गत विधानसभा चुनाव से पहले कुछ वरिष्ठ पत्रकारों को लैपटाप का तोहफा देने वाली असम की सरकार अब रिपोर्टरों को लोगो देने जा रही है ताकि उस लोगो को वे अपनी गाड़ी पर चिपका कर रिपोर्टर होने की पहचान आसानी से दे सकें और सुरक्षा कर्मी उन्हें असली रिपोर्टर जान कर जांच-पड़ताल न करे अथवा सुरक्षित जगहों में प्रवेश करने दे।

गोवा में अपनी ही बिछाई जाल में फंसी कांग्रेस, साख दांव पर

गोवा को भगवान परशुराम की धरती कहा गया है. पौराणिक कथाओं के अनुसार परशुराम ने समुद्र में तीर मार कर इस जगह को अलग कर दिया था. कालांतर में ये शिलाहर, कदम्बा, बहमनी, आदिलशाह और उसके बाद करीब ४५० वर्षों तक पुर्तगालिओं  के अधीन रहा. सन १९६३ में गोवा, दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जाना गया. यहाँ पर पहली बार विधान सभा चुनाव उसी साल हुआ. महाराष्ट्र गोमान्तक पार्टी के दयानंद बंदोड़कर राज्य के पहले मुख्य मंत्री बने और उनकी अगुआई में पार्टी ने सन १९६४, १९६७ और १९७२ का चुनाव जीता. बंदोड़कर अपने मृत्यु पर्यंत यहाँ के मुख्यय मंत्री बने रहे. उनका देहांत १९७३ में हुआ और फिर उनकी पुत्री शशिकला काकोडकर मुख्यमंत्री बनी और सन १९७९ तक उनका शासन रहा.

‘हिंद युग्म’ आज करेगा चार पुस्तकों का विमोचन और लगेगा ब्लॉगरों का मेला

हिंद-युग्म विगत छः वर्षों से इंटरनेट के माध्यम से हिंदी भाषा-साहित्य का प्रचार-प्रसार कर रहा है। समय-समय पर हिंद-युग्म ने अपनी यात्रा में कई मील के पत्थर गाड़े हैं। 2008 से हिंद-युग्म नई दिल्ली में आयोजित होने वाले विश्व पुस्तक मेला में भी शिरकत करता रहा है। 2010 के विश्व पुस्तक मेला से हिंद-युग्म ने अपने प्रकाशन की शुरुआत की थी जो कि अब बहुत विस्तार पा चुका है। हिंद-युग्म से प्रत्येक माह कई सारी पुस्तकें प्रकाशित होती हैं। हिंद-युग्म अपनी प्रकाशन की गुणवत्ता के लिए भी विख्यात है।

राजनाथ सिंह सूर्य और दयानंद पाण्‍डेय का एक दूसरे को आईना दिखाने का काम अंजाम तक पहुंचना चाहिए

इन दिनों भड़ास को दयानंद पाण्डेय के उद्वेलित उद्वेलनों ने बहुत आप्लावित कर रखा है. इसका प्रारम्भ एक साक्षात्कार से हुआ जो डॉ. मुकेश मिश्रा ने इसी भड़ास के लिए किया. “सीएम के दबाव में मैनेजमेंट ने ट्रांसफर किया तो इस्तीफा दे मारा” शीर्षक से छपा यह साक्षात्कार अच्छा था, सुरुचिपूर्ण और प्यारा. कहीं से भी उसमे कड़वाहट, गर्माहट, आहट, तिक्तता या रिक्तता नज़र नहीं आ रहा था. तब तक जब तक उसमें दयानन्द पाण्डेय नहीं कूदे. मैं “कूदना” शब्द का प्रयोग इसीलिए कर रहा हूँ क्योंकि कई लोग यह मान सकते हैं और शायद सोचते हों कि जब इंटरव्यू राजनाथ सिंह ‘सूर्य’ का था तो इस प्रसंग में दयानंद पाण्डेय का भला क्या काम था?

हादसे में जागरण के पत्रकार के भाई की मौत

 जालंधर : 'दैनिक जागरण' के पत्रकार जगदीश कुमार के छोटे भाई हरीश कुमार उर्फ काला की शनिवार रात सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। हरीश कुमार अपने पड़ोसी के किसी विवाद में उनकी मदद करने के लिए छोटा अली मोहल्ला स्थित घर से गांव लिद्दड़ा को रवाना हुए थे। वह एक्टिवा पर अभी गांव के गेट के करीब पहुंचे ही थे कि एक टेंपो के साथ एक्टिवा की भिडंत हो गई। हादसे में उनके सिर पर गंभीर चोटें आई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

न्‍यूज इंटरनेशनल ने लांच किया ‘द सन ऑन सनडे’

दुनिया के सबसे बड़े मीडिया उद्योगपतियों में से एक रूपर्ट मर्डोक की कंपनी न्यूज़ इंटरनेशनल ने रविवार को ब्रिटेन में एक नया अखबार 'द सन ऑन सनडे' प्रकाशित करना शुरु किया है. इससे पहले यही कंपनी न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड नाम से रविवार को एक अखबार प्रकाशित करती थी लेकिन फोन टैप करने के मामले में फंसने के बाद इस अखबार को बंद करने की घोषणा कर दी गई थी.

बिना मेरी राय लिए उस छद्म पत्रकार के पत्र को आपने कैसे छाप दिया

आदरणीय यशवंत जी…. आपको लेकर मेरे दिमाग में एक अच्छी तस्वीर हैं…. ऐसी तस्वीर जिस पर कोई दाग नहीं है…. ऐसा इंसान जिसपर मीडिया मानुषों के बारे में सही गलत लिखने की हिम्मत है….. एक ऐसा मंच जिस पर दुखी आत्मा अपनी भड़ास निकालता है…. इन्हीं खासियतों की वजह से मैं भड़ास फार मीडिया का बहुत बड़ा फैन हूँ……. इस नाते मेरा आपकी साइट पर टिपण्णी करने का हक है…… और ये हक तब और हो जाता है जब आपकी साइट पर लिखे एक लेख में मुझे भी एक किरदार बना दिया जाता है…… बगैर मेरा पक्ष जाने……..

फ़तेह बहादुर पर जज नियुक्ति पत्र देने के लिए लाखों रुपये घूस मांगने का आरोप

: जज बनने के लिए मैं भ्रष्टाचार का सहारा नहीं लूंगी – गगनगीत कौर :  नियुक्ति विभाग के प्रमुख सचिव कुंवर फ़तेह बहादुर पर उच्च न्यायिक सेवा चयन प्रक्रिया में एक महिला अभ्यर्थी से परीक्षा परिणाम के बाद लाखों रुपये घूस मांगे जाने के गंभीर आरोप लगे हैं. इस पर पारदर्शिता के क्षेत्र में कार्यरत लखनऊ स्थित नेशनल आरटीआई फोरम द्वारा प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है. पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की सहायक महाधिवक्ता रह चुकीं गगन गीत कौर के अनुसार वर्ष 2009 में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश के पद के सामान्य वर्ग की कुल 24 सीटों की रिक्ति निकली.

पत्रिका प्रबंधन की तानाशाही, दिल्ली ब्यूरो के रिपोर्टरों को बर्खास्त किया

पत्रिका प्रबंधन की तानाशाही का एक अनोखा मामला सामने आया है. अखबार ने अपने दिल्ली ब्यूरो में कार्य कर रहे पत्रकार अजयभान, राकेश शुक्ला और मनोज कुमार को आनन-फानन में बर्खास्त कर दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों पत्रिका के युवा मालिक निहार कोठारी ने एक मीटिंग कर इन रिपोर्टरों से दो टूक यह कहा कि वह मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार को ‘अस्थिर’ करें. उससे संबंधित ऐसे-ऐसे मुद्दे खोज कर लायें जिससे वह दोनों सरकार हिल जाये.

काटजू के बयान पर बिहार में बवाल, नीतीश चुप, पत्रकार आपस में बंटे

पटना। भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू ने कहा है कि बिहार में नीतीश सरकार द्वारा प्रेस की आजादी पर अंकुश और स्वतंत्रता के उल्लंघन मामलों की जाच तीन सदस्यीय समिति करेगी। काटजू ने कहा कि पत्रकार राजीव रंजन नाग, अरुण कुमार और कल्याण बरुआ की सदस्यता वाली एक उपसमिति बिहार आकर जांच करेगी। यह समिति सरकार के खिलाफ लिखी जा रही खबरों के बाद अखबारों और पत्रिकाओं के पत्रकारों की प्रताड़ना और उन पर हमले के आरोपों की जाच करेगी।

चीफ रिपोर्टर ने पैंट उतार कर चीफ सब एडिटर को दिखाया, दोनों सस्‍पेंड

: घटना दैनिक भास्‍कर, रांची कार्यालय की : दैनिक भास्‍कर, रांची से खबर है कि चीफ सब एडिटर मारूति पाण्‍डेय तथा चीफ रिपोर्टर अमरकांत को क्रमश: आठ एवं दस दिन के लिए सस्‍पेंड कर दिया गया है. ये लोग कार्यालय तो आएंगे लेकिन ना तो इनसे काम लिया जाएगा और ना ही इनकी हाजिरी बनेगी. हालांकि जिस तरह की हरकत न्‍यूज रूम में हुई है वह बहुत ही शर्मनाक है. तारीफ करनी होगी स्‍टेट हेड ओम गौड़ की जिन्‍होंने इतनी गलत हरकत के बाद भी संवेदनशीलता दिखाते हुए इन लोगों को सस्‍पेंड किया. अन्‍यथा इनलोगों का कारनामा बर्खास्‍त किए जाने योग्‍य है.

नतिनी पूछे नानी से नानी चलबू गौने!

: लिखने की चाह ने कितना मुझे रुलाया है! : मेरे बारे में जो भी कुछ बटोरा है, मनोज जी, प्लीज़ उसे सार्वजनिक करें! : यशवंत जी, यह मनोज दुबे कौन हैं? या तो वह बहुत नादान हैं, या बहुत मासूम! या फिर बहुत बडे टट्टू! जो राजनाथ सिंह सूर्य और उन के जैसों दलालों भडुओं की पैरोकारी पर उतर आए हैं! और मुझे बिन मांगे ढेर सारी सलाह दिए जा रहे हैं। न सिर्फ़ सलाह दिए जा रहे हैं मुझे बल्कि मेरे बारे में ऐसी कई बातों को जानने का दावा भी किए जा रहे हैं और बता रहे हैं कि वह बातें यहां लिखने लायक नहीं हैं। लगे हाथ फ़तवा भी जारी किए जा रहे हैं कि मैं और मेरी भड़ास भावी पीढ़ी के लिए नासूर भी बन सकती हैं। राखी सावंत स्टाइल का नासूर बता रहे हैं। अजब है!

नई दुनिया से केएन सिंह, अनूप भटनागर, संजय त्रिपाठी समेत चार लोग देंगे इस्‍तीफा

नईदुनिया, दिल्‍ली से खबर है कि चार लोगों को इस्‍तीफा देने का फरमान सुना दिया गया है. प्रबंधन इस कदर बौखलाहट में है कि उसे कुछ सूझ नहीं रहा है. प्रबंधन के इस फैसले से पत्रकारों पर क्‍या बितेगी उससे उसका कोई सरोकार नहीं है. शायद ऐसे ही नासमझ और असंवेदनशील मैनेजमेंट के चलते कंपनी इस हाल में पहुंची है. बताया जा रहा है कि डिप्‍टी आरई केएन सिंह, सीनियर लीगल रिपोर्टर अनूप भटनागर, सब एडिटर संजय त्रिपाठी एवं फोटोग्राफर एम यादव को इस्‍तीफा देने के लिए कहा गया है.

अश्लीलता के बाजार को बढ़ावा दे रहे हैं एमजे अकबर और दिलीप मंडल

: दबे पांव नहीं, खुलेआम घुसाया घरों में पोर्न : ‘केवल वयस्कों के लिए’’ घोषित करो पत्रिका : ‘‘दबे पांव आपके घर में घुसा पोर्न’’ आवरण कथा और तस्वीर छापकर ( इंडिया टुडे, 23-29 फरवरी 2012) पत्रिका ने यह साबित कर दिया है कि इसका मकसद सिर्फ और सिर्फ अश्लीलता परोसकर बाजार में अपने को कायम रखना भर है। एमजे अकबर जैसे संपादक और हाल ही में दिलीप मंडल द्वारा पत्रिका का संपादक बनने के बावजूद यह स्पष्ट है कि सब अश्लीलता को ही बाजार और पाठकों की पसंद (जबरदस्ती) मानते हुए खामोश हैं। शायद यह पत्रिका के दिवालियेपन की निशानी भी झलकाती है।

कमलेश कसोटे एवं राजेंद्र नायक दैनिक भास्‍कर से जुड़े

कमलेश कसोटे के बारे में खबर है कि उन्‍होंने एक बार फिर दैनिक भास्‍कर में वापसी कर ली है. उन्‍होंने अजमेर संस्‍करण में सीनियर करेस्‍पांडेंट के पद पर ज्‍वाइन किया है. कमलेश इसके पहले भी भास्‍कर को अपनी सेवाएं दे चुके हैं. पिछले दिनों वो दैनिक नवज्‍योति को अपनी सेवाएं दे रहे थे. कमलेश इसके पहले पत्रिका और इंडिया टुडे को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

आई नेक्‍स्‍ट से शमिष्‍ठा शर्मा का इस्‍तीफा

आई नेक्‍स्‍ट, लखनऊ से खबर है कि संपादक शर्मिष्‍ठा शर्मा ने इस्‍तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि आई नेक्‍स्‍ट के सीओओ आलोक सांवल से कुछ विवाद हो जाने के बाद उन्‍होंने इस्‍तीफा दिया है. शर्मिष्‍ठा के पास लखनऊ के अलावा आई नेक्‍स्‍ट के सभी एडिशनों के सुपरविजन का दायित्‍व था. बताया जा …

आखिर हम क्‍यों करें अपने मत का प्रयोग?

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के दौरान नेताओं के भाषणों और अपने-अपने वादों तथा उनके समीकरणों से ज्यादा शोर अगर किसी बात का था तो वह शोर मतदान करने के लिए होने वाली जागरूकता का ही था. तमाम होर्डिंग्स, बैनर-पोस्टर, टीवी चैनलों तथा जिलों-जिलों, कस्बों-कस्बों में मतदान जागरूकता रैलियां और अभियान चलाये गए. सरकारी गैर सरकारी तथा प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के हर समूहों द्वारा इस मतदान में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा था. लगातार चल रहे इन कार्यक्रमों के द्वारा ऐसा महसूस कराया जा रहा था, जैसे अगर आपने मतदान नहीं किया तो कोई बहुत बड़ा पाप कर देंगे या अपना अधिकार खो देंगे.

राजस्‍थान पत्रिका में संपादक की डांट-फटकार से बेहोश हुआ रिपोर्टर

राजस्थान पत्रिका, कोटा में स्थानीय संपादक जिनेश जैन की डांट-फटकार से एक वरिष्ठ रिपोर्टर बेहोश हो गया। उसे कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां गुरुवार को भी वह भर्ती है। राजस्थान पत्रिका में मंगलवार रात को संपादक जिनेश जैन ने वरिष्ठ रिपोर्टर जग्गोसिंह धाकड़ को बुरी तरह से फटकारा और रात को साढे़ तीन बजे तक घर नहीं जाने दिया। बुधवार सुबह दुबारा फोन पर डांट फटकार के बाद जब जग्गोसिंह बुधवार सुबह कार्यालय में आया तो डर के कारण उसके हाथ पैर थर-थर कांप रहे थे।

चुनावी बयार : शुरू हुए दर्जनों अखबार, कंटेट भगवान भरोसे, आप भी देखिए गलती

उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के एक वर्ष पहले से लेकर अब तक पूरे प्रदेश में दर्जनों की संख्या में समाचार पत्र व खबरिया चैनलों की शुरुआत हुई है। इनमें क्या लिखा जा रहा है या क्या दिखाया जा रहा है, इससे न तो रिर्पोटिंग टीम से मतलब है न ही संपादकीय टीम से मतलब है। मतलब सिर्फ चुनाव के समय नेताजी के या फिर पार्टी के विज्ञापनों से है। यदि हम प्रदेश की राजधानी लखनऊ की बात करें तो इस चुनावी माहौल में लगभग आधा दर्जन समाचार पत्र या तो नये शुरू हुये या साप्ताहिक से दैनिक हुये हैं।

गैस एजेंसी संचालक ने कर डाली आईबीएन7 के जयशंकर की शिकायत

रांची : एक बात नये राज्य झारखंड के बारे में बड़ी शिद्दत से कही जाती है और वह बात है पूर्ववर्ती बिहार (झारखंड जिसका एक हिस्सा था, अब अलग राज्य) के कतिपय लोगों ने इस इलाके को बड़े घाव दिये हैं। यह अब नासूर बन गया है। बिहार में पटना के श्रीकांत प्रत्युष एक बड़े मीडिया मानुस हैं। जी न्यूज से अपनी पहचान बनाने वाले श्रीकांत प्रत्युष को झारखंड की राजधानी रांची से दैनिक हिन्दी समाचार पत्र सन्मार्ग का प्रकाशन प्रारम्भ कराने का श्रेय जाता है।

कुछ पैसे ज्यादा दीजिए और पंजाब केसरी के ब्यूरो चीफ बनिए

आगरा: सेवा में संपादक जी आप को एक मेल भेज रहा हूँ. मैं चाहूँगा कि आप उसे अपने पोर्टल पर अवश्य प्रकाशित करें. पंजाब केसरी, दिल्ली और बाजारू लोगों की इमेज में कोई ज्‍यादा फर्क नहीं है. यही कारण हैं कि आयेदिन पंजाब केसरी के ब्यूरो आगरा में बदल दिए जाते हैं. हालात यह हैं कि जिस तरह से पैसे के बल पर कुछ लोग कोई काम करने को तैयार हो जाते हैं ठीक उसी तरह से पंजाब केसरी, दिल्ली भी चंद रुपयों की खातिर आगरा का ब्यूरो किसी को भी बना देता हैं, फिर चांहे वह पत्रकारिता से जुड़ा हो या नहीं.

Gagging Katju only confirms situation in Bihar

Patna : What happened in the Wheeler Senate Hall of Patna University on Friday morning only confirmed how intolerant those close to powers that be in Bihar are. That the Principal of one of the most premier colleges of the state, which entered its 150th year only last month behaved like this before an esteemed chief guest just because he is the husband of a ruling Janata Dal (United) MLA only speaks how bad the situation is in Bihar.

वरिष्‍ठ पत्रकार विनोद भारद्वाज मामले में हाई कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया

आगरा। डेढ़ साल की जाद्दोजहद के बाद दैनिक जागरण के पूर्व डिप्टी न्यूज एडिटर विनोद भारद्वाज को हाईकोर्ट की दखलंदाजी और स्पष्ट दिशा-निर्देशों के बाद न्याय पाने का रास्ता प्रशस्त हो गया है। दैनिक जागरण कार्यालय में दवा के नाम पर उन्हें खतरनाक नारकोटिक्स पिलाने की साजिश में अदालत ने हत्या के प्रयास, मेंटल डिस आर्डर में पहुंचाने और आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा दर्ज करने के थाना छत्ता को ओदश जारी कर दिये हैं।

आजम खान ने मीडिया के बारे में क्या कहा, देखें वीडियो

आजम खान मीडिया के बारे में क्या राय रखते हैं, इस वीडियो को देखकर जाना जा सकता है. चुनावी दौर में एक जगह अपने भाषण में आजम ने मीडिया पर भड़ास निकाली. वीडियो देखने के लिए क्लिक करें नीचे दिए गए लिंक पर… http://bhadas4media.com/video/viewvideo/577/–media-world/azam-ne-kaha-ki-mulk-ki-ghatiya-media.html

”भाई को बहुत मारा और मुझे जनता टीवी की शिकायत वापस लेने को कहा”

दोस्तों नमस्कार, आप सभी के आशीर्वाद से मैं बच गया. अब मैं आप को अपनी आप बीती बताता हूं कि जनता टीवी ने मेरे साथ क्या-क्या खेल खेला. दोस्तों मैंने सिर्फ जनता टीवी से अपने काम के पैसे मांगे, मगर जनता टीवी के मालिक गुरबिंदर व उनके तेजतर्रार इंप्लाई थानेश्वर ने मुझे इतना मजबूर कर दिया कि मैं आत्‍म हत्या कर लूं. जनता टीवी के मालिक गुरबिंदर ने १ जनवरी को सीआईए २ को मेरे घर भेजा, जो मेरे भाई पवन जोगी को जबरदस्‍ती उठा कर ले गए और ३ जनवरी को मेरे भाई के खिलाफ चोरी का मुकदमा कर दिया.

‘हिमाचल आजकल’ न्यूज बुलेटिन का आज से आगाज़

'हिमाचल आजकल'' न्यूज़ बुलेटिन का आज से आगाज़ हो रहा है। आज 25 फरवरी से दिशा चैनल पर रात 9 बजे हिमाचल की खबरों का पहला प्रसारण होगा। ''हिमाचल आजकल' में हिमाचल की हर वो छोटी बड़ी खबर दिखाई जाएगी जिसका सरोकार आमजन से है। खबरों पर पकड़ मजबूत करने के लिए हिमाचल के चप्पे-चप्पे पर संवाददाताओं का नेटवर्क खड़ा किया जा चुका है जो राज्य के हर इलाके की खबर पहुंचा रहे हैं। पहली मार्च से इसी चैनल पर खबरों की कवरेज को और बढ़ाकर दो न्यूज़ बुलेटिन किए जाएंगे।

महिला आईपीएस का थप्पड़ और सरेआम इज्जत उतारने वाली व्यवस्था

सवाल थप्पड़ का नहीं है, सवाल उस व्यवस्था का है जिसमें एक संभ्रांत महिला या पुरूष की सरेआम इज्जत उतार ली जाती है. वैसे ये काम अपराधी और असामाजिक तबका तो गाहे-ब-गाहे करता ही रहता है लेकिन कानून व्यवस्था की लगाम जिन हाथों में हो वही बहक जाए तो फिर आम जनता क्या करे? जी हां आप ठीक समझ रहे हैं, यहां बात हो रही है पटना के सिटी एसपी किम की. इस नौजवान महिला एसपी ने पटना के कंकड़बाग की एक महिला को जो थप्पड़ जड़ा उसने इन दिनों बिहार का सियासी माहौल गर्मा दिया है.

भास्‍कर से इस्‍तीफा देकर आठ लोग नया सवेरा से जुड़े

दैनिक भास्‍कर, लुधियाना से खबर है कि कई लोगों ने इस्‍तीफा देकर अपनी नई पारी दैनिक सवेरा के साथ शुरू की है. चीफ रिपोर्टर नीरज मैनरा, क्राइम रिपोर्टर तरसेम दियोगण, राजेश भट्ट, दीपक सैलोपाल, चीफ फोटोग्राफर कुलदीप काला एवं फोटोग्राफर रमेश वर्मा शामिल हैं. इन सभी लोगों ने नया सवेरा ज्‍वाइन किया है. बिजनेस भास्‍कर, पटियाला में कार्यरत सीनियर रिपोर्टर नरेश बातिश ने भी इस्‍तीफा दे दिया है. इन्‍होंने भी अपनी नई पारी नया सवेरा के साथ शुरू की है. नरेश बातिश सीनियर रिपोर्टर के रूप में नया सवेरा से जुड़े हैं.

रवींद्र शाह को श्रद्धांजलि देने के लिए कल एक बजे नोएडा सेक्‍टर 24 पहुंचे

वरिष्‍ठ पत्रकार एवं आउटलुक हिंदी के एसोसिएट एडिटर रहे रवींद्र शाह श्रद्धांजलि देने के लिए नोएडा में एक सभा का आयोजन किया गया है. गौरतलब है कि एमपी में हुए एक सड़क हादसे में रवींद्र शाह की मौत हो गई थी. उनका अंतिम संस्‍कार भोपाल के मालवा क्षेत्र में स्थित मुक्तिधाम में किया गया था. …

एनआरएचएम घोटाला : सीबीआई का छापा जारी, दैनिक जागरण के निदेशक वीरेंद्र कुमार के पुत्र के यहां भी छापेमारी

लखनऊ। एनआरएचएम घोटाले में शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी सीबीआई की छापेमारी जारी है. शनिवार को सीबीआई ने बनारस, मेरठ और लखनऊ सहित 12 शहरों में संबंधित विभाग के दफ्तरों और अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की जो अब भी जारी है. गौरतलब है कि शुक्रवार को भी सीबीआई ने इस घोटाले में एक साथ 22 जिलों के 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी। एनआरएचएम से जुड़े छह हत्‍या, आत्‍महत्‍या तथा दुर्घटनाओं की भेंट चढ़ चुके हैं.

उपजा के परिचय पत्र के नाम पर देवरिया में धोखाधड़ी का खेल

देवरिया। देवरिया में कुछ पत्रकारों ने उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन, लखनऊ के नाम पर परिचय पत्र जारी कर धन उगाही करने का खेल धड़ल्ले से शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार विमल त्रिपाठी पुत्र श्री सत्येन्द्र नाथ तिवारी निवासी निकट मुख्य डाकघर, सिविल लाईन्स, कचहरी रोड देवरिया, जो खुद को उक्त जर्नलिस्ट एसोसियेशन का जिला अध्यक्ष/महामंत्री बताते हैं, ने एक ऐसे व्यक्ति, जिसका पत्रकारिता से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है, को उक्त पत्रकार संगठन का सदस्य बनाकर परिचय पत्र जारी करने के सम्बन्ध में एक बड़ा षणयन्त्र रच डाला है।

कांग्रेस प्रत्‍याशी ने नगमा से की छेड़खानी, मंच छोड़ कर गईं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजनौर के बरहापुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ने अभिनेत्री और पार्टी की स्टार प्रचारक नगमा के साथ आपत्तिजनक हरकतें की जिससे वे नाराज होकर मंच छोड़कर चली गयीं। घटना पिछले बुधवार की है। बरहापुर से कांग्रेस प्रत्याशी हुसैन अहमद अंसारी ने सुश्री नगमा को माला पहनाते वक्त उनके कंधे पर हाथ रखने की कोशिश की। नगमा ने उनका हाथ झटक दिया। हुसैन अंसारी यहीं नहीं रुके और नगमा की आंख और जुल्फों की तारीफ में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिये।

निर्दलीयों के लिए अब आसान नहीं है यूपी विधान सभा की राह

लखनऊ: अपनी शख्सियत के दम पर कभी 74 निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनावी बाजी मारकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में रिकॉर्ड कायम किया था, लेकिन मौजूदा विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों की बढ़ती पैठ के चलते बदली परिस्थितियों में निर्दलीय सूरमाओं के लिए जीत दर्ज करना आसान नहीं रह गया है. अपने दम पर मैदान जीतना आसान न होता देख इस चुनाव में निर्दलीय सूरमाओं में से कुछ बड़े राजनीतिक दलों में शामिल होने या उनका समर्थन पाने में सफल रहे तो कुछ ने किसी छोटे राजनीतिक दल का दामन थाम लिया.

जगजीत सिंह बने जीएनएन चैनल में जीएम, चिटफंड कंपनी जीएन गोल्‍ड पर छापेमारी

जीएन ग्रुप से खबर है कि इस ग्रुप के चैनल जीएनएन में जगजीत सिंह ने जनरल मैनेजर के पद पर ज्‍वाइन किया है. बताया जा रहा है कि जगजीत सिंह को चैनल को परेशानियों से निकालने के लिए लाया गया है. चैनल ट्रेनियों के सहारे संचालित हो रहा है. सीईओ राघवेश अस्‍थाना, एचआर हेड वेंकट शर्मा तथा चैनल हेड अमिताभ भट्टाचार्या के छोड़ जाने के बाद कोई भी वरिष्‍ठ पत्रकार इस चैनल से नहीं जुड़ा. बताया जा रहा है कि चिटफंडियों के इस चैनल से सीनियर पत्रकार जुड़ने में दिलचस्‍पी नहीं दिखा रहे हैं.

आजतक नम्‍बर एक पर कायम, स्‍टार न्‍यूज ने इंडिया टीवी को नीचे ढकेला

टैम ने सातवें सप्‍ताह की टीआरपी घोषित कर दी है. इस सप्‍ताह कुछ बदलाव देखने को मिले हैं. आजतक लगातार नम्‍बर एक की पायदान पर मजबूती से खड़ा है, लेकिन सांप-बिच्‍छुओं वाला टीवी दूसरे स्‍थान से खिसक कर तीसरे स्‍थान पर पहुंच गया है. उसे यह झटका स्‍टार न्‍यूज ने दिया है. स्‍टार अब दूसरे स्‍थान पर आ गया है. सबसे बुरी स्थिति एनडीटीवी की हुई है. एनडीटीवी खिसक कर आठवें स्‍थान पर पहुंच गया है.

जनसंदेश टाइम्‍स, गोरखपुर में तबादले के जरिए छंटनी की तैयारी

जनसंदेश टाइम्‍स, गोरखपुर में हंगामा ही हंगामा है. अभी चौथाई सेलरी रोके जाने का मामला ठण्‍डा नहीं पड़ा है कि पत्रकारों को निकाले जाने और तबादला किए जाने की योजनाएं तैयार की जाने लगी हैं. मामला यहां भी काम का कम इगो का ज्‍यादा है. शैलेंद्र मणि त्रिपाठी और एमडी अनुज पोद्दार के बीच इगो का मामला फंस गया है. जिस हनक के साथ शैलेंद्र मणि जागरण छोड़कर आए थे, उतनी ही मुश्किल अब उनके सामने आने लगी है. पर इस लड़ाई के बीच फंस गए हैं बेचारे छोटे-मोटे कर्मचारी.

प्रज्ञा में हंगामा खतम, कर्मियों को चेक मिलने के साथ चैनल भी खतम

सेंचुरी कम्‍युनिकेशन ने फाइनली प्रज्ञा चैनल पर ताला लगा दिया है. कल दिन भर चले हाइपर ड्राम में साम-दाम-दंड-भेद सबका इस्‍तेमाल कर प्रबंधन ने अपने तरीके से मामले को सुलटा लिया. सभी कर्मचारियों को एक महीने सत्रह दिन का पोस्‍ट डेट का चेक देकर विदा कर दिया गया. हालांकि इस दौरान काफी हंगामा हुआ पर कर्मचारियों में मौजूद विभीषणों के बल पर प्रबंधन के लोग मामला सलटाने में सफल रहे.

हिंदुस्‍तान ने मुरादाबाद में अपना एडिशन लांच किया

एचएमवीएल ने हिंदुस्‍तान के मुरादाबाद संस्‍करण की लांचिंग कर दी. यह यूपी में हिंदुस्‍तान का दसवां तथा देश का 18वां संस्‍करण है. दिल्‍ली रोड स्थिति मधुरम हेरिटेज के मैदान में अखबार का लांचिंग समारोह हुआ. अखबार की लांचिंग किसी नेता या नामचीन व्‍यक्ति से नहीं कराया गया बल्कि हर बार की तरह इस बार भी कई क्षेत्रों में अव्‍वल एवं मेघावी छात्र अवनीश कुमार, शिवम वार्ष्‍णेय, मयंक कुमार, रूचिका, नैंसी व हर्षित ने अखबार की लांचिंग की.

राजस्थान उर्दू अकादमी के अध्यक्ष ने अपने पिता को सर्वोच्च सम्मान दिलाया!

Prem Chand Gandhi : अगर आप किसी अकदमी के अध्‍यक्ष हैं तो अपने पिताजी को सर्वोच्‍च सम्‍मान दिला सकते हैं। यह कमाल किया है राजस्‍थान उर्दू अकादमी के अध्‍यक्ष हबीबुर्रहमान नियाजी ने। उनके पिता महबूबुर्रहमान नियाजी को उनकी मजहबी किताब के लिए अकादमी का प्रतिष्ठित महमूद शिरानी अवार्ड देने की घोषणा की गई है। राजस्‍थान में साहित्‍य-संस्‍कृति का ऐसा बेहाल इतिहास में कभी देखने को नहीं मिला…

यूपी की रहने वाली आईपीएस किम के चांटे के कारण बिहार के सीएम हैं चर्चा में

ये हैं बिहार की राजधानी पटना में तैनात एसपी सिटी किम. इन्होंने एक ऐसा झन्नाटेदार चांटा मारा कि मुख्यमंत्री को उनकी तरफ से माफी मांगनी पड़ी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यंग हैं, गलती हो जाती है. किम के चांटे के चलते बिहार में लगातार दूसरे दिन विधानमंडल में इस प्रकरण की गूंज सुनाई दी. बुधवार को विधान परिषद में मुख्यमंत्री द्वारा माफी मांगने के बाद गुरुवार को विधान सभा में विपक्षी राजद सदस्यों ने मुख्यमंत्री के इस कदम की कड़ी निंदा की. शून्यकाल में राजद सदस्यों ने खड़े होकर अपना विरोध प्रदर्शित करते हुए शोर-शराबा भी किया.

काटजू ने मीडिया की खराब हालत पर बिहार सरकार को चेताया

जस्टिस काटजू ने बिहार सरकार की पोल खोल दी. उन्होंने दो टूक शब्दों में बता दिया कि बिहार में मीडिया आजाद नहीं है. प्रेस कौंसिल का अध्यक्ष बनने के बाद जस्टिस काटजू अपने बयानों के कारण लगातार सुर्ख़ियों में रहे है. कभी उन्हें पत्रकारीय ठसक का विरोधी माना गया तो कभी उन्हें नन मीडिया फ्रेंडली भी कहा गया. मगर जस्टिस काटजू अपने खिलाफ कही गई हर बातों को बेफिक्री से लेते रहे. बिलकुल अपने धुन में. अभी दो दिन पहले उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा, पत्र क्या लिखा बल्कि ये भी पूछ लिया कि सरकार की बर्खास्तगी के लिए क्यों ना राज्यपाल को सिफारिश कर दी जाय.

बिहार में मीडिया स्‍वतंत्र नहीं : जस्टिस काटजू

पटना: प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने कहा है कि बिहार में मीडिया आजाद नहीं है। जस्टिस काटजू ने शुक्रवार को पटना विश्वविद्यालय में एक सेमिनार में कहा कि बिहार में भले ही कानून-व्यवस्था की हालत सुधर गई हो, लेकिन जहां तक मीडिया की आजादी का सवाल है, उस पर सरकार का काफी दबाव है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि उनके पास इसका कोई ठोस आधार नहीं है और वह सुनी-सुनाई बातों के आधार पर बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि मीडिया पर दबाव के आरोपों की जांच कराई जाए।

चंद्रिका की हत्‍या की गुत्‍थी उलझी : उमरिया पुलिस एवं डीजीपी के बयानों में विरोधाभास

: पुलिस अपनी बात पर कायम नहीं- पहले अपहरण का साजिशकर्ता बताया अब ब्‍लैकमेलर करार दे रही  :  भोपाल। उमरिया के पत्रकार चंद्रिका राय हत्याकांड रहस्य बन गया है। इस मामले में उमरिया पुलिस और डीजीपी के बयानों में हो रहे विरोधाभास ने इस रहस्य को और गहरा दिया है। उमरिया में पुलिस अधीक्षक मनोहरसिंह जामरा ने शुक्रवार सुबह 11.15 बजे एक प्रेसवार्ता बुलाई थी, लेकिन वे पत्रकारों से रूबरू नहीं हुए। उन्होंने एक प्रेस रिलीज जारी कर दिया। प्रेस रिलीज के मुताबिक पत्रकार चंद्रिका राय व उनके परिवार की हत्या के तार 15 फरवरी को हुए सब-इंजीनियर के बेटे अन्नत झारिया के अपहरण कांड से जोड़े गए हैं।

भाजपा पहुंच सकती है सत्‍ता के नजदीक, पर बागियों ने पैदा की बेचैनी

: गोवा चुनाव – भाग अंतिम : विगत पांच वर्षों तक विपक्ष में रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से पूरे जोश-खरोश के साथ गोवा में कांग्रेस को मात देने के मंसूबे बना रही है. इसके लिए कई तिकड़म और महत्वपूर्ण बदलाव किये गए हैं. भाजपा को लगता है कि इस बार गोवा की जनता उसे वापस सत्ता में ला खड़ा करेगी. इस दिशा में पार्टी ने सबसे पहले महाराष्ट्र गोमंका पार्टी को अपने खेमे में मिलाया. इस बार भाजपा और एमजीपी गठबंधन कांग्रेस की तुलना में कुछ मजबूत दिखाई दे रहा है. एमजीपी ८ सीटों पर चुनाव लड़ रही है और कहा जा रहा है कि उसे कम से कम ५ सीटों पर जीत हासिल होगी.

प्रायोजित खबर के लिए विंदेश्‍वर पाठक ने नवदुनिया को दिए पांच लाख रुपये

बैतूल : पेड न्यूज की तरह आजकल स्टिंग आपरेशन एवं प्रायोजित खबरों को परोसने के चक्कर में भोपाल के एक दैनिक समाचार पत्र को पांच लाख रुपए इस बात के लिए दिए गए कि उसने वह प्रायोजित खबर को छापी थी। अपनी ससुराल में तथाकथित शौचालय न होने के कारण शादी के तीसरे ही दिन ही एक महिला मायके चली गई और शौचालय बनने के बाद ही ससुराल लौटी। झीटूढाना की इस आदिवासी महिला अनीता नर्रे को दिल्ली से आए सुलभ इंटरनेशनल के मुखिया विंदेश्वर पाठक ने प्रायोजित सम्मान किया। इस अवसर पर उसे दो लाख रुपए की सम्मान राशि दी गई, इसके अलावा दो लाख रुपए मकान और अन्य निर्माण के लिए दिए गए।

आज समाज, अंबाला से सिद्धार्थ एवं शिखा का इस्‍तीफा

आज समाज, अंबाला से खबर है कि सिद्धार्थ प्रताप सिंह ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे जनरल डेस्‍क पर कार्यरत थे. सिद्धार्थ के बारे में खबर है कि उन्‍होंने अपनी नई पारी चंडीगढ़ में दैनिक भास्‍कर के साथ शुरू की है. बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ का जाना आज समाज के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. वे इंक्रीमेंट न होने से नाराज थे.

छठे चरण में अजीत सिंह, अनुराधा चौधरी व मायावती की ताकत का होगा फैसला

  : भट्टा-परसौल, हरित प्रदेश जैसे मुद्दे गायब, नसीमुद्दीन का भ्रष्‍टाचार चर्चा में : गंगा-यमुना के दोआब वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 13 जिलों सहारनपुर, प्रबुद्धनगर (शामली), मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, पंचशीलनगर (हापुड़), गौतमबुद्धनगर (नोयडा), बुलंदशहर, अलीगढ़, महामायानगर (हाथरस), मथुरा और आगरा की 68 सीटों पर छठे चरण का मतदान 28 फरवरी को है। इस चरण में कांग्रेस की राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) से दोस्ती के अलावा रालोद के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह, उनके पुत्र जयंत चौधरी, लोकदल से बगावत करके समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाली अनुराधा चौधरी, समाजवादी पार्टी को ठेंगा दिखाकर कांग्रेस के पक्ष में खड़े रसीद मसूद, बसपा के ब्राहमण चेहरे सतीश मिश्र और मंत्री रामवीर उपाध्याय की ताकत और भाग्य का फैसला भी होना हैं।

अनपढ़ से लेकर डाक्‍टर तक मैदान में, सभी दलों की निगाह मुस्लिम वोटरों पर

छठे चरण के लिए उत्तर प्रदेश के चुनाव में इन दिनों गहमागहमी मची है। हर दल ने जिताऊ और फर्राटेदार हिन्दी और अंग्रेजी बोलने वालों को ज्यादा तरजीह दी है। लेकिन उनमें कुछ ऐसे भी प्रत्याशी शामिल हैं जो डाक्टरेट तक की शिक्षा ग्रहण कर चुके है। सपा में साक्षर प्रत्याशी 88 हैं। जिनमें 27 स्नातक और 15 परास्नातक तथा 2 डाक्टरेट पास हैं। बसपा 19 स्नातक  और 12 स्नातकोत्तर 2 डाक्टरेट की डिग्री लिये हुए हैं। भाजपा में 26 स्नातक 11 स्नातकोत्तर और 2 डाक्टरेट हैं। पीस पार्टी में 6 स्नातक, 4 परास्नातक तथा 1 एक प्रत्याशी डाक्टरेट की डिग्री धारण किये हुए है। कांग्रेस में 10 स्नातक, 9 परास्नातक तथा एक डाक्टरेट डिग्री वाला प्रत्याशी है। भाजपा को छोड़ सपा, बसपा और कांग्रेस में कक्षा पांच पास 15 उम्मीदवार हैं।

छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने ‘द हिंदू’ को नोटिस जारी किया.

अंग्रेजी दैनिक ‘द हिंदू’ की एक स्टोरी पर छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने अखबार को नोटिस जारी करते हुए लेखिका से जबाव-तलब किया है. अखबार के 17 फरवरी को प्रकाशित http://www.thehindu.com/life-and-style/travel/article2903512.ece?homepage=true लेख में कृष्णा शरथ ने प्रदेश की महिलाओं के लिए अपमानजनक बात लिखते हुए प्रदेश की महिलाओं के ढेर सारे पति को होना उद्धृत किया है. लेख में कहा गया है- The local women saw Sita with two men and exclaimed she had two husbands. “Sita immediately retorted that each of these women will have Chattison (36) husbands,” says Mumtaj as we break into laughter. Toppoji and Mumtaj continue to discuss how most women in Chhattisgarh do have multiple husbands, although Mumtaj adds hurriedly: “Not everybody though.

केडीएम इंस्‍टीट्यूट के पांच छात्रों को ठगी का शिकार बना डाला उनके ही फैकल्‍टी ने

जिस तरह से हर रोज नए चैनल और अखबार जगह-जगह लांच हो रहे हैं, ठीक वैसे ही मीडिया के विभिन्‍न कोर्सों के लिए कुकुरमुत्‍तों की तरह संस्‍थान भी खुल रहे हैं. ऐसे ही एक संस्‍थान केडीएम इंस्‍टीट्यूट ने पांच छात्रों को ठगी का शिकार बनाया. ठगी करने वाले तो जीवन का आनंद ले रहे हैं, पर ठगे गए युवक बेचारे परेशान हैं. कहानी शुरू होती है साधना इंस्‍टीट्यूट से. झंडेवालान स्थित साधना के मीडिया संस्‍थान में नरेंद्र, पुनीत, विकास, मोहित एवं छात्रा मीडिया के कोर्स कर रहे थे.

बनारस क्लब भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है, सुनें कहानी

यदि आप एक पूर्व अपराधी या फिर कोई सफेदपोश हैं, तो एक माननीय का ठप्पा लगाने के लिए आपको बनारस क्लब की सदस्यता अति शीघ्र ले लेनी चाहिए. यदि सुबह के समय आप बनारस क्लब के परिसर में एक चक्कर लगाये तो वहा का नज़ारा देख कर आकी आँखे फटी की फटी रह जाएँगी. आपको पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियो और अपराधियों का अद्भुत संगम देखने को मिल जायेगा.  अंदर के मैदान में कई प्रसासनिक अधिकारी ऐसे लोगो के साथ टहलते नज़र आयेंगे जिन पर घोटालो के गंभीर आरोप है. उनमे से प्रमुख हैं डॉक्टर एस पी यादव, डॉक्टर अश्वनी टंडन जिन पर पिछले वर्ष ही 'बी प एल' कार्ड धारको के नाम पर धोखाधडी के आरोप लगे थे.

सी एक्सप्रेस से राजीव दधीच और भानु की छुट्टी संभव, अखबार में छपी गालियां

: कानाफूसी : आगरा से प्रकाशित सी एक्सप्रेस अखबार से राजीव दधीच और भानु प्रताप सिंह की छुट्टी तय मानी जा रही है। होली बाद दोनों को विदा किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि इन लोगों ने अखबार के लिए विज्ञापन लाने की भी जिम्मेदारी ली थी। लेकिन ये लोग अखबार के लिए विज्ञापन नहीं ला पा रहे हैं। सुनते हैं कि अखबार के लाला को किसी ने विज्ञापन लाने का झुनझुना दिखाया है, इसी कारण इन्हें हटाया जा रहा है। वैसे भी दोनों से प्रशासनिक अधिकार वापस ले लिए गए हैं। सारा काम डा. हर्षदेव और अमी आधार निडर को सौंप दिया गया है। जब अमी आधार की एंट्री सी एक्सप्रेस में हुई, तभी लगने लगा था कि दधीच और भानु की विदाई देर-सबेर हो जाएगी। चूंकि लाला को इनसे अखबार बुक करवाना था, इसलिए झेला जा रहा था।

अभिसार शर्मा, शम्स ताहिर खान और अमिताभ अग्निहोत्री के बारे में अजीत अंजुम कहिन

Ajit Anjum : आजतक के एंकर अभिसार शर्मा हिन्दी न्यूज चैनल के उन युवा चेहरों में से एक हैं , जो अपनी छाप छोड़ते हैं . साफ और सधी हुई आवाज , सीधे सवाल और बेहद Confident…..हिन्दी मीडिया के एक समझदार और भरोसेमंद एंकर ….आवाज के मामले में अभिसार बहुतों से अलग और आगे हैं …. डाक्यूमेंट्री जैसे कार्यक्रम में अभिसार की आवाज हो तो क्या कहने…अभिसार को मैंने तब से देखा है , जब वो लगभग ट्रेनी थे …अभिसार ने अपनी पहचान बनाते हुए लंबा सफर तय किया है ...

फोटोग्राफरों की संवेदनहीनता की वजह से मुझे काफी दिक्कत हुई : अमिताभ बच्चन

मुंबई : हिंदी सिने जगत के प्रख्यात अभिनेता अमिताभ बच्चन को यहां सेवन हिल्स अस्पताल में 12 दिन बिताने के बाद गुरुवार को घर जाने की छुट्टी मिल गई लेकिन उनका अस्पताल से घर तक का सफर बहुत खराब रहा। अमिताभ ने कहा है कि उन्हें फोटोग्राफरों की संवेदनहीनता की वजह से काफी दिक्कत हुई। अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा कि फोटोग्राफरों को अस्पताल परिसर से दूर रखा गया था लेकिन वे वहां द्वार और घर तक के पूरे रास्ते में मौजूद थे। उनकी वजह से कार चलाने में दिक्कत हो रही थी, वे सामने व वाहन के ऊपर खड़े हुए थे। इस वजह से परेशानी हो रही थी।

कांग्रेस को यूपी में पहले से 20 फीसदी ज्यादा सीटें मिलेंगी : संजय दत्त

: नेता जी बड़े नेता, अखिलेश छोटे भाई जैसा : राजनीति से तौबा, पर राज्य सभा जाने के लिए राजी : नई दिल्ली- अपने घर (कांग्रेस) वापस लौटने के बाद संजय दत्त खासी राहत महसूस कर रहे हैं। उन्हें कहीं न कहीं लग रहा है कि उनके ऊपर से मानों किसी ने बोझ हटा दिया हो। जब वे कहते हैं, “मैं नेता जी (मुलायम सिंह) का बहुत आदर करता हूं और अखिलेश तो मेरे छोटे भाई जैसा है”। संजू बाबा यह भी संकेत देते चलते हैं कि उन्होंने अपने पुराने घर (कांग्रेस पार्टी) की भी कुछ खिड़कियों को खोलकर रखा हुआ है।

चौथी दुनिया का हाल : रिपोर्टरों की नियुक्ति होती है विज्ञापन लाने के लिए!

देश के पहले साप्ताहिक अखबार चौथी दुनिया की दूसरी पारी अच्छी नहीं है. इस अखबार का मकसद खासकर बिहार में भटक चुका है. बिहार संस्करण में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. बिहार के सर्वेसर्वा सहायक संपादक सरोज कुमार सिंह अखबार एवं आदरणीय संतोष भारतीय जी की पैनी धार को भोथरा बनाकर अपनी स्वार्थसिद्धि का एक सूत्री अभियान चला चुके हैं. अखबार की दूसरी पारी के शुरू होते ही प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने बिहार पर विशेष ध्यान देते हुए बिहार में अपने हाथ-पांव फैलाये. उन्होने कई बार स्वयं पटना आकर सरोज सिंह द्वारा बनाई गई टीम को प्रबंधन के उद्देश्यों की जानकारी दी और उनकी हौसलाफजाई की.

चिदंबरम इज फादर आफ ब्लैकमनी : रामजेठमलानी

राम जेठमलानी जब बोलते हैं तो बिना लाग लपेट के बोलते हैं और हमलावर होकर बोलते हैं. इस नामी गिरामी वकील ने गृह मंत्री चिदंबरम को खूब लताड़ा है. चिदंबरम को ब्लैकमनी का पिता तक करार दिया. जेठमलानी की पूरी बात इस लिंक पर क्लिक करके सुन सकते हैं.. http://www.bhadas4media.com/video/viewvideo/576/–society-concern/ramjethmalani-says-chidambram-is-father-of-black-moneysee-vedio.html

सरोज सिंह से खफा विकास कुमार ने चौथी दुनिया को कहा अलविदा

साप्ताहिक अखबार चौथी दुनिया को बिहार में झटका लगा है. बिहार-झारखंड संस्करण की शुरुआत करने में, अखबार को उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में लोकप्रिय बनाने और विज्ञापन की व्यवस्था करने में अहम भूमिका निभाने वाले विकास कुमार ने चौथी दुनिया को अलविदा कह दिया है. विकास ने आरोप लगाया है कि बिहार संस्करण के सहायक संपादक सरोज कुमार सिंह उन पर अनावश्यक दबाव बना रहे थे और प्रताड़ित कर रहे थे. इसी से तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया है. पिछले अक्टूबर माह से ही सरोज सिंह और विकास कुमार के बीच अनबन की शुरुआत हो गई थी और धीरे-धीरे वैचारिक मतभेद गहराते चले गये.

क्या ‘हिन्दुस्तान’ में शर्म अभी बाकी है!

मुझे लगता है, हिन्दुस्तान ने ‘आओ राजनीति करें‘ नाम का कैंपेन नहीं किया होता तो पेड न्यूज के अधिक आरोप उस पर नहीं लगते। अखबार ने इस कैंपेन को खबरों से पहले विज्ञापन में डाल कर छापा। लेकिन उसने कोई उत्कंठा पैदा नहीं की। यह मोबाइल कंपनियों या टीवी धारावाहिकों आदि बाजारू उत्पादों के विज्ञापन जैसा ही प्रतीत हुआ। कैंपेन में बड़ी गलती इसके शीर्षक वाक्य की मुझे लगती है। नीति शब्द क्रियावाचक नहीं है। इसलिये राजनीति को करने वाली चीज नहीं कहा जा सकता। नीति तो एक मार्ग है, जिस पर चलने का काम किया जाता है।

भड़ास पर खबर छपवाने के शक में सीएनईबी प्रबंधन ने ली पांच पत्रकारों की बलि

सीएनईबी न्यूज चैनल से खबर है कि प्रबंधन ने एक झटके में पांच मीडियाकर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इन पांचों पर आरोप लगाया गया कि इन्हीं में से किसी ने भड़ास4मीडिया के पास सीएनईबी से जुड़ी आंतरिक सूचनाएं प्रकाशन के लिए भेजी. निकाले गए लोगों में एक शिफ्ट इंचार्ज हैं, दूसरे सज्जन रन डाउन प्रोड्यूसर हैं, तीसरा कर्मी प्रोड्यूसर के पद पर है, चौथे व पांचवें सज्जन असिस्टेंट प्रोड्यूसर के रूप में कार्यरत है. इन लोगों को तत्काल प्रभाव से टर्मिनेट कर दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक चैनल हेड के रूप में कार्यरत रजनीश ने पांचों लोगों पर शक जताते हुए इन्हें चैनल से बर्खास्त किए जाने की सिफारिश चैनल के चेयरमैन अमनदीप सरान से की और सरान ने इसे मंजूर भी कर लिया.

प्रभात खबर से अजय कुमार एवं सुरजीत सिंह का इस्‍तीफा

: आनंद मोहन प्रभात खबर के नए ब्‍यूरोचीफ : दैनिक भास्‍कर ने मुकेश चौहान को कार्यमुक्‍त किया : झारखंड से कई सूचनाएं हैं. शुरुआत करते हैं प्रभात खबर, रांची से. प्रभात खबर से अजय कुमार ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां ब्‍यूरोचीफ के पद पर कार्यरत थे. अजय ने अपनी नई पारी हिंदुस्‍तान के साथ रांची में ही शुरू की है. बताया जा रहा है कि वे बेहतर पद और सेलरी पर हिंदुस्‍तान गए हैं. खबर है कि रांची के जाने-माने क्राइम रिपोर्टर सुरजीत सिंह ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे अपनी नई पारी कहां से शुरू करने जा रहे हैं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है.

देश के सौ शक्तिशाली भारतीयों में समीर जैन, संजय गुप्‍ता, शोभना भरतिया के साथ जस्टिस काटजू भी

: अरुण शौरी को भी मिली जगह : इंडियन एक्‍सप्रेस ने वर्ष 2012 में देश के सौ सबसे शक्तिशाली एवं प्रभावशाली लोगों की सूची जारी की है. इस सूची में राजनेताओं, बिजनेसमैनों और ब्‍यूरोक्रेटस की तो भरमार है पर पत्रकारिता में गिने चुने नाम ही इस लिस्‍ट में शामिल हैं. अगर बात सिर्फ पत्रकार की हो तो इसमें केवल अरुण शौरी का नाम शामिल हैं. बाकी लोग लोग अखबार के मालिक हैं. जस्टिस मार्कंडेय काटजू भी सौ प्रभावशाली भारतीयों में शामिल हैं.

जनसंदेश टाइम्‍स, गोरखपुर में कर्मचारियों की चौथाई सेलरी रोकी गई

: प्रबंधन ने सुनाया पूर्व कंपनी का पे स्लिप जमा करने का फरमान : जनसंदेश टाइम्‍स, गोरखपुर में कार्यालय का माहौल गरम है. खबर है कि कर्मचारी बेहद गुस्‍से में हैं. बताया जा रहा है कि सभी लोगों की 25 प्रतिशत सेलरी प्रबंधन ने रोक ली है. जिसके चलते पत्रकार तथा गैर पत्रकार कर्मचारियों में असंतोष व्‍याप्‍त है. बताया जा रहा है कि प्रबंधन ने कहा है कि जब तक सभी लोग पे स्लिप और अपने डाक्‍युमेंटस नहीं जमा कराते हैं तब तक सेलरी नहीं दिया जा सकता. सभी लोगों से जल्‍द से जल्‍द सभी कागजात जमा करने के फरमान सुनाए गए हैं.

एनआरएचएम घोटाला : 22 जिलों के 30 ठिकानों पर छापेमारी

: कई बड़े दवा सप्‍लायर सीबीआई के निशाने पर : लखनऊ : एनआरएचम घोटाले में सीबीआई ने यूपी में शुक्रवार को 22 जिलों के 30 स्‍थानों पर छापेमारी की है. सीबीआई ने एनआरएचएम घोटाले के तहत दवाओं की आपूर्ति के संबंध में चार नए मामले दर्ज किए. आरोप है कि एनआरएचएम के तहत ठेका देने में फर्जी दस्‍तावेज बनाए गए और इसके जरिए जमकर धांधली की गई. तकरीबन सभी ठेकों में घटिया सामान की आपूर्ति की गई और इसका इस्‍तेमाल किया गया. सरजीकोइन नाम की कंपनी को ठेका देने की आड़ में बड़े स्‍तर पर घोटाले को अंजाम दिया गया.

प्रज्ञा चैनल पर लगेगा ताला, सेलरी की मांग लेकर कर्मचारी धरने पर

महुआ ग्रुप की खस्‍ताहाली का असर प्रज्ञा चैनल पर पड़ गया है. मैनेजमेंट ने प्रज्ञा का ऑपरेशन पूरी तरह बंद करने का ऐलान कर दिया है. कर्मचारियों को भी रिजाइन करने का फरमान सुना दिया गया है, जिसको लेकर मामला पूरी तरह से तनावपूर्ण हो गया है. कर्मचारी इस्‍तीफा देने से पहले फरवरी महीने की सेलरी और अगले तीन महीने का कंपनसेशन की मांग कर रहे हैं, पर प्रबंधन की तरफ से जवाब देने या उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.

तो क्या बदल जाएँगी कानपुर की सभी विधानसभा सीटें?

कानपुर के सभी दस सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. विगत विधानसभा चुनाओं में यहाँ लगभग चवालीस प्रतिशत मतदान रहा था, इसकी अपेक्षा आज 57 प्रतिशत मतदान हुआ. प्रदेश में हो रहे चुनाव के पूर्व के चरणों की भांति कानपुर में भी मतदान का प्रतिशत बढ़ने के साथ पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण संपन्न हुयी. कहीं किसी प्रकार कि अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली. एक दो जगहों पर मशीन कि गड़बड़ी के कारण कुछ समय के लिए मतदान प्रक्रिया बाधित रही पर कोई खास विरोध आदि नहीं हुआ. मतदाता सूची में काफी मतदाताओं के नाम कटे हुए थे जिस वजह से हजारों मतदाता वोटर कार्ड धारक होने के बावजूद बिना वोट डालने रह गए.

पूर्व पीएम टोनी ब्‍लेयर की पत्‍नी ने भी ठोंका रुपर्ट मर्डोक की कंपनी पर मुकदमा

ब्रिटिश सरकार को हिलाकर रख देने वाले मीडिया मुगल रूपर्ट मर्डोक की कंपनी द्वारा फोन हैंकिंग मामले में अब पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की वकील पत्नी चेरी ब्लेयर ने उनके निजी फोन संदेशों की हैंकिग का आरोप लगाकर इस कुख्यात प्रतिष्ठान को अदालत में घसीटा है। इस तरह से चेरी उन सेलीब्रिटी और अन्य लोगों में शामिल हो गई हैं जिन्होंने मीडिया जगत के दिग्गज रूपर्ट मर्डोक की कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की है।

घायल पत्रकार ने इं‍टरनेट वीडियो के जरिए मांगी चिकित्‍सकीय सहायता

सीरिया में बुधवार को राकेट के हमले में तीन पत्रकार घायल हुए थे.  जिसमें  एक फ्रांसिसी पत्रकार इडिथ बुआवर गंभीर रूप से घायल हैं. बुआवर ने कहा है कि उन्‍हें तुरंत मेडिकल सहायता की जरूरत है. सीरियाई विपक्षी कार्यकर्ताओं ने इंटरनेटर बुआवर का एक वीडियो संदेश जारी किया है. संदेश में महिला पत्रकार ने बताया है कि उनकी जांघ की हड्डी टूट गई है और उन्‍हें तुरंत मेडिकल हेल्‍प चाहिए. वे चाहती है कि उन्‍हें जल्‍द से जल्‍द लेबनान ले जाया जाए.

दुराचार के आरोपी जागरण के पत्रकार पर लूट का मामला भी दर्ज है

दैनिक जागरण, गोरखपुर में आखिर कैसे-कैसे लोग काम कर रहे हैं. विधवा के साथ बलात्‍कार में नामजद किए गए हाटा के पत्रकार शैलेंद्र दुबे पर गगहा थाना में लूट का मामला भी दर्ज है. गगहा थाना में इनके खिलाफ मुकदमा संख्‍या 533/2009 धारा 145,141, 283,504, 506 व 7 क्रिमनल एक्ट के तहत मामला दर्ज है. इस मामले मे पुलिस ने 26/9/2009 को चार्जशीट भी न्यायालय में दाखिल कर दिया है. दूसरा मामला चंदा देवी बनाम शैलेंद्र है जिसमें 354, 504, 506, 395 जैसे लूट का मामला न्यायालय में चल रहा है. ऐसे अपराधी प्रवृत्ति के युवक को दैनिक जागरण ने क्‍यों रखा है यह एक बड़ा सवाल है.

…और डिलीट हो जाएगा आपका फेसबुक एकाउंट

अगर आपसे पूछा जाए तो कि सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक से एकाउंट डिलीट करने का क्या तरीका है, तो यकीनन अधिकतर लोगों का जवाब यही होगा कि फेसबुक से एकाउंट तो डिलीट होता ही नहीं है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं, तो आप बिल्कुल गलत है।

पत्रकार हत्‍याकांड : एक आरोपी ने कहा चंद्रिका भी शामिल था अपहरण की साजिश में

भोपाल। प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने पत्रकार चंद्रिका राय हत्याकांड के चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इस जांच में परत दर परत नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हिरासत में आए चौथे आरोपी ने चौंकाने वाली जानकारी दी है। उसने एसटीएफ को बताया है कि चंद्रिका भी लोक निर्माण विभाग के एसडीओ के बेटे के अपहरण की साजिश में शामिल था। इस मामले में तीन आरोपियों तक एसटीएफ के पहुंचने एवं चंद्रिका के पड़ोस में रहने वाले होमगार्ड द्वारा हत्या की बात स्वीकारने की खबर सही साबित हुई है। चौथे आरोपी को पुलिस ने गुरुवार शाम को हिरासत में ले लिया है। पांचवां आरोपी फरार है।

हत्‍यारोपी ने प्रेस फोटोग्राफर पर हमला कर कैमरा तोड़ा, दूसरे को धमकाया

मोहाली : अदालत में बुधवार को पेशी के लिए आए हत्यारोपी ने एक प्रेस फोटोग्राफर पर हमला करके उसका कैमरा तोड़ दिया तथा दूसरे प्रेस फोटोग्राफर को जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद अदालत में हड़कंप मच गया, जबकि हत्यारोपी को लेकर आई पुलिस चुपचाप तमाशा देखती रही। उसने हमले के दौरान हत्‍यारोपियों को पकड़ने की भी कोशिश नहीं की। दोनों प्रेस फोटोग्राफरों ने हमलावर के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है।

आशुतोष महाराज के शिखंडी चेले को जवाबी पत्र

यशवंत भाई, मजा आ गया, आज किसी भड़ासी ने अपने दिल का गुब्‍बार आपके पोर्टल पर उड़ेल दिया। अच्छा ही किया आपने कि उसकी भड़ास मुझ तक यानी आलोक पाण्डेय तक पहुंचा दी, अन्यथा बेचारा क्या पता अपना फ्रस्टेशन कहां निकालता। ‘कई तीरंदाजों ने रची आशुतोष को आज समाज से हटाने की साजिश, फेल हुए’ इस शीर्षक के साथ प्रकाशित भड़ास प्रथम दृष्टया प्रतीत होती है कि आशुतोष महाराज ने खुद ही गढ़ी है। कारण कई हैं, जैसे लेखक महोदय घोषित करते हैं कि वह आज समाज के शुरुआती दिनों में आज समाज का हिस्सा थे और डेढ़ बरस तक बने रहे।

मुख्‍यमंत्री महादलित रेडियो योजना : राजनीति या जागरूक करने की तैयारी?

मीडिया का इस्तेमाल कैसे किया जाये इस फिराक में हर काई रहता है। चाहे वह, सरकार हो या राजीतिक दल या फिर नेता या आम-खास आदमी, हर कोई अपने जनसंपर्क के लिए मीडिया को किसी न किसी रूप में अपनाने की हर जी तोड़ कोशिश करता रहता है। इसके लिए खबर या विज्ञापन का सहारा लिया जाता है। ताकि लोगों तक उनकी बातें पहुंच सकें। अखबार को पढ़ने के लिए रोजाना पैसे देकर खरीदना पड़ता है और खबरिया चैनलों को देखने के लिए जनता को मासिक शुल्क देने पड़ते हैं। जबकि, सरकारी मीडिया रेडियो-दूरदर्शन को सुनने एवं देखने के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। अखबार ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे, इसके लिए अखबार पाठकों को समय-समय पर स्कीम निकाल कर प्रलोभित करता रहता हैं। वहीं, खबरिया चैनल अपनी टी.आर.पी. को बढ़ाने के लिए खबरों को मसालेदार बनाने से बाज नहीं आते। लेकिन रेडियो- दूरदर्शन अपनी चाल में चलते हैं, मामला सरकारी जो है।

राहुल और विक्रमादित्‍य में क्‍या अंतर है?

उत्तर प्रदेश में चरणबद्ध करवाए जा रहे विधान सभा के चुनावों के बहुकोणीय मुकाबलों में यूँ तो सभी दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं परन्तु कांग्रेस पार्टी पर जिस प्रकार से आदर्श चुनाव सहिंता के खुल्लम-खुल्ला क्रमिक उल्लंघन के आरोप लग रहे हैं, वह एक मिसाल है. इतना ही नहीं चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था के अधिकारों और शक्तियों को भी चुनौती देने का कार्य किया जा रहा है. यह दीगर बात है कि चुनाव आयोग के नर्म रवैये के चलते वह बाद में माफी मांग लेते हैं. क्या चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था से यह अपेक्षा करना गलत है कि उसे इस सब से बहुत ही सख्ती से पेश आना चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार से नियमों-कानूनों और आचार संहिता का उल्लंघन न कर सके.

गोवा चुनाव : खनन माफिया और परिवारवाद का बोलबाला

: भाग एक : देखन में छोटन लगे घाव करे गंभीर वाले कथन को अक्सर चरितार्थ करने वाला राज्य गोवा सिर्फ पानी प्राकृतिक छंटा और खूबसूरत समुद्री तटों, पर्यटन से लेकर ऐय्याशी के स्वर्ग से लेकर  शराब और काजू फेनी की नगरी के नाम से ही विख्यात नहीं है. यहाँ के लोग भले ही मस्त हों मगर यहाँ की राजनीति और राजनेतागण गिरगिट की तरह रंग बदलने में माहिर हैं और कब किस मंत्री की कुर्सी छीन जाये और कब किस सरकार का तख्ता पलट जाएँ, ये कहना राजनीतिक पंडितों के लिया भी कठिन है.

पंत जी ने जीवन में कभी दंद-फंद नहीं किया

रविशंकर पंत जी पत्रकारिता के बेहद विनम्र और भद्र पुरुष थे. बनारस में एक साल से अधिक समय उनके सहयोगी के रूप में काम करने का मौका मिला. बिल्‍कुल पत्रकार मित्र के रूप में दिखते थे. आज के दौर में कुछ एक सम्‍पादकों के दरोगई भूमिका से बिल्‍कुल अलग थे. पंत जी बनारस की संस्‍कृति में रच-बस गए थे. हिंदुस्‍तान से उनकी विदाई की पीड़ा उनके सहयोगियों को अखरती रही.

Why not make Arnab Goswami Prime Minister?

No, I am serious. I don’t watch his debates every day, but whenever I do, I am struck by his absolute and unimpeachable commitment to national interest, his love for the people of India, and his fearless examination of every issue to its last possible TRP. Nobody, not even the BCCI, which denies everything, can deny that Arnab Goswami is the only person in the country to whom every Indian is answerable.

टीवी पर तीन सौ करोड़ खर्च करने के बाद भी क्‍यों असफल हैं सरकारी कार्यक्रम!

क्यों असफल हो रही हैं ग्रामीणों को रोजगार, स्वास्थ्य या शिक्षा संबंधी मनरेगा, एन.आर.एच.एम या सर्वशिक्षा अभियान जैसी योजनाएं। अगर हम 1965 के भयंकर खाद्य संकट से उबर कर आज 251 मिलियन टन अनाज उपजाकर खाद्यान्न निर्यात करने की स्थिति में आ गए हैं, तब क्यों नहीं खत्म कर सकते इन कार्यक्रमों में व्याप्त भ्रष्टाचार? किसी प्रजातंत्र में सामूहिक चेतना विभिन्न स्वरूप में विकसित होती है। अगर अन्ना हजारे भ्रष्टाचार के खिलाफ इस चेतना के अगुआ बन सकते हैं, तब स्वयं भारत सरकार क्यों नहीं इन योजनाओं के प्रति जनचेतना को इतनी प्रबल बना सकती कि कोई भी सरकारी मशीनरी सही डिलीवरी करने को मजबूर हो? दरअसल दोष सरकार की सोच व समझ का है जो मीडिया का सही इस्तेमाल अपने अभिजात्यवर्गीय सोच की वजह से नहीं कर पा रही है।

राकेश ने मुंसिफ टीवी तथा देवेश ने हिंदुस्‍तान ज्‍वाइन किया

आर्यन टीवी, दिल्‍ली से खबर है कि राकेश रंजन पाण्‍डेय ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे दिल्‍ली ब्‍यूरो में रिपोर्टर के रूप में कार्यरत थे. राकेश ने अपनी नई पारी मुंसिफ टीवी के साथ शुरू की है. उन्‍हें ब्‍यूरो कोआर्डिनेटर बनाया गया है. राकेश आर्यन से पहले सुदर्शन न्‍यूज में भी काम कर चुके हैं. वे रन डाउन की जिम्‍मेदारी संभालते थे. 

दैनिक भास्‍कर से चंदन, जगमिंदर व संजीव का इस्‍तीफा

दैनिक भास्‍कर, बठिंडा से खबर है कि रिपोर्टर चंदन ठाकुर, सब एडिटर जगमिंदर राय और फोटो जर्नलिस्‍ट संजीव कुमार ने संस्‍थान को बाय कर दिया है. इसके पहले रिपोर्टर नितिन सिंगला भी इस्‍तीफा दे कर नया सवेरा ज्‍वाइन कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि ये लोग यूनिट के अंदर की परिस्थितियों से आहत थे. चंदन ठाकुर एवं फोटो जर्नलिस्‍ट संजीव कुमार ने अपनी नई पारी जालंधर से प्रकाशित दैनिक सवेरा के साथ शुरू की है. वहीं जगमिंदर राय राजस्‍थान पत्रिका, जयपुर के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है. उल्‍लेखनीय है कि इसके पहले भी तीन रिपोर्टर लता मिश्रा, शशिकांत शर्मा व राजेश नेगी ने भास्‍कर से एक साथ इस्‍तीफा दे दिया था. इन लोगों के जाने के चलते रिपोर्टरों का अभाव हो गया है. 

नामवर सिंह ने ‘प्रेरणा’ एवं ‘आपका तिस्‍ता हिमालय’ का लोकार्पण किया

हरियाणा साहित्य अकादमी तथा अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास के संयुक्त तत्वावधान में नई दिल्ली स्थित अणुव्रत सभागार में आयोजित लघु उपन्यास विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर समकालीन आलोचना के शिखर पुरुष तथा महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. नामवर सिंह ने भोपाल से अरुण तिवारी के संपादन में प्रकाशित होने वाली त्रैमासिक पत्रिका ‘‘प्रेरणा‘‘ के लघुउपन्यास अंक, हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित पत्रिका ‘‘हरिगंधा‘‘ तथा पूर्वोत्तर की लोक संस्कृति पर केन्द्रित डा. राजेन्द्र प्रसाद सिंह के संपादन में सिलीगुडी़ से छपने वाली मासिक पत्रिका ‘‘आपका तिस्ता हिमालय‘‘ का लोकार्पण किया।

अकूत संपत्ति का मालिक बन चुका है पत्रकार संदीप वर्मा

रांची : झारखंड को यहां के तथाकथित नेताओं और मीडिया प्रभुओं ने कई बार लहूलुहान और लांक्षित किया है। संबंधों का लाभ और जात-पात ने भी इस राज्य के सीने में खंजर भोंके हैं। इन दोनों वर्गो के तथाकथित कुछ लोगों की वजह से राज्य का अहित और अपमान हुआ है। ईश्‍वर की असीम कृपा है कि कुछ बड़े मामले खुद-ब-खुद उजागर होते गये हैं और नकाबपोशों के चेहरे नंगे भी। दुर्भाग्य है कि समय के साथ कुछ लोग जगह भी धर लेते हैं। मानों कुछ हुआ ही नहीं।

पत्रकारों पर हमले से नाराज जस्टिस काटजू ने महाराष्‍ट्र सरकार को कारण बताओ नोटिस दिया

: पत्रकार हल्‍ला विरोधी समिति का प्रतिनिधिमण्‍डल राष्‍ट्रपति से मिला : नई दिल्ली। भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष जस्टिस मार्कण्डेय काट्जू ने महाराष्ट्र में पत्रकारों पर हो रहे हमले के खिलाफ प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है. काटजू ने कहा है कि प्रदेश सरकार पत्रकारों की सुरक्षा करने में नाकाम रही है. उन्होंने तीन हफ्ते के अंदर इस नोटिस का जवाब देने को कहा है. इससे पहले महाराष्ट्र के 16 पत्रकार संगठनों के एक केंद्रीय संगठन पत्रकार हल्ला विरोधी समिति ने बुधवार को ही राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मिलकर इस संबंध में अपनी चिंता जाहिर की. 

पत्रकार आशीष शुक्‍ला को मातृशोक

(देवरीकलां)। महाकौशल क्षेत्र के प्रसिद्ध हिन्दी सांध्य दैनिक यशभारत के डायरेक्टर एवं ख्याति प्राप्त पत्रकार आशीष शुक्ला की माता श्रीमती सुशीला देवी शुक्ला के निधन पर स्थानीय पत्रकारों ने बैठक कर शोक व्यक्त किया। पत्रकार के परिजनों के प्रति संवेदना प्रगट कर मौन धारण कर शांति की प्रार्थना की। जबलपुर से प्रकाशित सांध्य दैनिक यशभारत के डायरेक्टर आशीष शुक्ला की माता श्रीमती सुशीला देवी का लंबी बीमारी के बाद रविवार देर रात्रि जबलपुर स्थित नेशनल चिकित्सालय में निधन हो गया। महिला बाल विकास विभाग में जिला कार्यक्रम अधिकारी के रूप में कार्यरत रही श्रीमती शुक्ला का जीवन संघर्षों से भरा रहा, उनके पति स्वर्गीय अरुण शुक्ला जबलपुर के ख्यातिप्राप्त पत्रकार रहे।

Ravindra Shah was my personal friend of last 20 years

Ravindra Shah was my personal friend of last 20 years. He worked with me in Daily Swantra Mat, Jabalpur as associate editor for some time. Later he joind Web Dunia, Indore and subsequently Joined Bhaskar, Udaipur. He kept me informed whenever he took major decisions about his carrier. For few years there was no information from him as how he is doing though he was frequently visiting in my memories.

सर्वेश का साधना से इस्‍तीफा, झारखंड में आर्यन टीवी के हेड बने

आर्यन टीवी से खबर है कि सर्वेश कुमार सिंह को झारखंड का स्‍टेट हेड बना दिया गया है. सर्वेश की आर्यन टीवी के साथ यह दूसरी पारी है. वे लांचिंग टीम के सदस्‍य रह चुके हैं. सर्वेश आर्यन टीवी ज्‍वाइन करने से पहले साधना न्‍यूज में बिहार के स्‍टेट हेड के रूप में काम देख रहे थे. साधना प्रबंधन ने नैयर आजाद को बिहार का नया स्‍टेट हेड बनाते हुए उनका तबादला छत्‍तीसगढ़ के लिए कर दिया था, जिसके बाद सर्वेश ने इस्‍तीफा दे दिया.

बसपा में जो अपराधी थे वे पिछली सरकार की विरासत थे : मायावती

ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क में आज उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री ने एक चुनावी सभा में स्वीकार किया कि पिछले पांच साल में उनकी पार्टी या सरकार में जो भी अपराधी या नेता थे वे पिछली सरकार की विरासत थे. उन्होंने पूरी कोशिश की कि उनको सुधारा जाये लेकिन जब वे सफल नहीं रहीं तो उन्होंने खराब छवि वालों को पार्टी का टिकट नहीं दिया. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि प्रदेश के विकास के लिए ज़रूरी अस्सी हज़ार करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने नहीं दिया, इसलिए वे प्रदेश का वैसा विकास नहीं कर पायीं जैसा वे करना चाहती थीं. इसके बावजूद उन्होंने अपील की कि गौतमबुद्ध नगर से चुनाव लड़ रहे उनके तीनों ही उम्मीदवारों को चुनाव में विजयी बनाया जाए. उनकी सभा में राज्य के मंत्री वेदराम भाटी, लोकसभा सदस्य सुरेन्द्र नागर, विधायक, सतवीर गुर्जर और सतीश अवाना के अलावा जिला पंचायत की अध्यक्ष जयवंती नागर भी मौजूद थीं.

कई तीरंदाजों ने रची आशुतोष को आज समाज से हटाने की साजिश, फेल हुए

आदरणीय संपादक,​ ​भड़ास4मीडिया पोर्टल, यूं तो जब से इंटरनेट क्रांति आई है, हर कोई तीरंदाज हो गया है। किसी के भी बारे में कुछ भी कहीं भी छप रहा है। संयोग से आप भी इसका फायदा उठा रहे हैं। हाल के दिनों में आज समाज अंबाला की कई खबरें इन पोर्टलों पर दिखीं। खासकर दिसंबर-जनवरी-फरवरी महीनों में। खबरें इससे पहले भी छपती थीं, आज समाज के बारे में और संपादक रवीन ठुकराल व डीएनई आशुतोष के बारे में। डेढ़ साल मैंने भी उस संस्थान में काम किया है।

बिना प्रिंटिंग यूनि‍ट के ही पत्रिका ने लांच किया रायगढ़ संस्‍करण

: भास्‍कर को टक्‍कर देने के लिए लिया फर्जीवाड़ा का सहारा : अपने को एक दूसरे से आगे रखने के लिए अखबार प्रबंधन अब झूठ और फर्जीवाड़ा का भी सहारा लेने लगे हैं. ऐसे ही एक फर्जीवाड़ा का सहारा गुलाब कोठारी का अखबार पत्रिका ने छत्‍तीसगढ़ में लिया है. छत्‍तीसगढ़ में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए दैनिक भास्‍कर ने रायगढ़ जिले में प्रिंटिंग यूनिट स्‍थापित की ताकि रायगढ़ तथा आसपास के जिलों के लिए यहीं से एडिशन निकाले जा सके. अब तक अखबार बिलासपुर से छपकर आता था, जिससे लोगों को देर शाम की खबरें नहीं मिल पाती थीं.

पत्रकार जगदीश नारायण शुक्‍ला ने बजाई नसीमुद्दीन सिद्दीकी की बैंड

: लोकायुक्‍त ने की सीबीआई या प्रवर्तन निदेशालय से जांच की सिफारिश : लखनऊ। सूबे में सीएम के बाद सबसे ताकतवर मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी की बैंड एक पत्रकार ने बजाई है. लोकायुक्‍त ने पत्रकार जगदीश नारायण शुक्‍ल की शिकायत पर ही नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनकी पत्‍नी हुस्‍ना सिद्दीकी के पास आय से अधिक सम्‍पति के मामले का खुलासा हुआ है. लोकायुक्‍त ने इस मामले में मुख्‍यमंत्री से इसकी जांच सीबीआई या प्रवर्तन निदेशालय से कराए जाने की सिफारिश की है.

जागरण के पत्रकार ने तीन साथियों के साथ मिलकर किया महिला से दुराचार, मामला दर्ज

गोरखपुर। एक पत्रकार. वह भी गोरखपुर मंडल के नम्‍बर एक अख़बार दैनिक जागरण का. दुनिया को नीति, नियम क़ानून की परिभाषा बताता था. अब अपने आचरण से कुचर्चा में आ गया है. उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर एक महिला की इज़्ज़त लूट ली. महिला कोई आवारा नहीं बल्कि मेहनत से रोटी कमाने वाली थी. इस विधवा से जबरिया करने में उस पत्रकार ने यह भी नहीं सोचा कि यह कैसा घृणित कार्य कर रहा हूं. अब जब कि पुलिस मे मामला दर्ज हो गया तो जागरण वाले उसे संस्‍थान से निकालने की बजाय बचाव में लगे हैं. मामला लगभग एक माह पुराना है.

नए कलेवर वाले जागरण डॉट कॉम की केक काटकर लांचिंग

नई दिल्ली : नई साज-सज्जा और कलेवर वाली जागरण डॉट कॉम की औपचारिक शुरुआत भी एक नए अंदाज में मंगलवार को वसंतकुंज स्थित एंबियंस मॉल के अंडरडॉग्स स्पो‌र्ट्स बार एंड ग्रिल में हुई। गीत-संगीत के बीच निदेशक शैलेश गुप्त, भरत गुप्त, ध्रुव गुप्त की मौजूदगी में दैनिक जागरण के संपादक एवं सीईओ संजय गुप्त ने केक काटकर जागरण डॉट कॉम के रूप में डिजिटल जागरण का नया अवतार पेश किया।

सीरिया में राकेट गिरने से दो पत्रकारों की मौत, तीन घायल

लंदन : सीरिया के हिंसाग्रस्त होम्स शहर में ब्रिटिश समाचार पत्र संडे टाइम्स के संवाददाता मैरी कोल्विन एवं फ्रांसीसी फोटोग्राफर रेमी ओचलिक की मौत हो गई। समाचार पत्र 'द सन' ने फ्रांसीसी सरकार के बयान के हवाले से बुधवार को बताया कि दोनों पश्चिमी पत्रकार जिस घर में ठहरे थे उसपर गोला गिर गया। बाबा अम्र जिले में दोनों मारे गए। इस घटना में तीन अन्य पत्रकार घायल भी हुए।

सेन्‍ट्रल क्रानिकल के संपादक अधीर सक्‍सेना का निधन

भोपाल : दैनिक सेन्ट्रल क्रानिकल के संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकार अधीर सक्सेना बुधवार की शाम भोपाल में निधन हो गया. वे 50 वर्ष के थे. सक्‍सेना की तबीयत बिगड़ने पर उन्‍हें मंगलवार की रात अक्षय अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार की शाम उनकी तबीयत ज्‍यादा बिगड़ गई. डाक्‍टरों के अथक प्रयास के बाद भी उन्‍हें बचाया नहीं जा सका. वे पिछले दो दशकों से पत्रकारिता से जुड़े हुए थे. वे अखबार फ्री प्रेस में भी कार्यरत रहे.

रवींद्र सर, ये मत समझिएगा कि मैंने आपको धोखा दिया है

रवींद्र शाह के निधन की खबर सुनकर पहले तो यकीन नहीं हुआ। मेरी उनसे आखिरी बात अगस्त 2010 में हुई थी। दिल्ली से टीवी की नौकरी छोड़कर दैनिक भास्कर में काम करने रांची आ रहा था। उन्हें फोन किया, सर दिल्ली को बाय कह रहा हूं। सारी बात सुनकर बोले, जाओ पर दिल्ली को भूलने में मुश्किल होगी। उसके बाद रवींद्र शाह से बात नहीं कर पाया था। आउटलुक में उनके जाने की जानकारी मिली। दिल्ली के एक समारोह में दोनों की नजर भी मिली पर बात नहीं हो पाई। रवींद्र शाह से मेरा परिचय नहीं था, रिश्ता था।

नेताओं के हठ से हारी कांग्रेस, लेकिन निशाने पर केवल कृपाशंकर

मुंबई : मुंबई महानगरपालिका चुनाव में कांग्रेस-राकांपा को मिली करारी हार के बाद पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. टिकट बंटवारे में कांग्रेस के सांसद व विधायकों की खूब चली थी, लेकिन अब हार का ठीकरा मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह पर फोडऩे की कोशिश हो रही है.

पड़ोसी ही निकला पत्रकार चंद्रिका राय और उनके परिवार का हत्‍यारा

 भोपाल। प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने उमरिया में पत्रकार चंद्रिका राय और उनके परिजनों की नृशंस हत्या की गुत्थी लगभग सुलझा ली है। हत्याकांड का मास्टर माइंड उनका पड़ोसी है, जिसने लोक निर्माण विभाग के एसडीओ के बेटे का भी अपहरण किया था। उसे फिरौती नहीं मिली तो वह और परेशान हो उठा था। इसके बाद उसने पत्रकार के घर से रुपये लूटने की साजिश रची एवं हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्याकांड में पांच आरोपी शामिल थे। सभी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस गुरुवार को इस पूरे मामले का खुलासा कर सकती है।

रवींद्र ने किसी की धौंस नहीं मानी तो किसी से खामखा पंगा भी नहीं लिया

रवीन्द्र का जाना एक वज्रपात है. कुछ देर पहले अजय उपाध्याय से पता लगा कि रवीन्द्र नहीं रहे. अजय भइया भी खबर पर विश्वास नहीं कर रहे थे. फिर अतुल से पूछा कि सही पता करो और अतुल सिन्हा ने बताया कि सर्वनाश हो चुका है. रवीन्द्र एक अच्छे साथी थे. पत्रकारिता में प्रयोग करने के शौक़ीन. उनसे मेरी मुलाक़ात दैनिक जागरण के मीडिया संस्थान में हुई थी. हम दोनों वहां पढ़ाते थे. रवीन्द्र की उम्र मुझसे कम थी इसलिए मुझे वे बड़ा भाई मानते थे. यह भी सच है कि ब्राडकास्ट पत्रकारिता के बारे में रवीन्द्र मुझसे ज्यादा जानते थे. लेकिन यह बात कभी ज़ाहिर नहीं होने देते थे या कोशिश करते थे कि सभी छात्र यही जानते रहें कि मैं ज्यादा जानता हूँ. बहुत लिहाज़ था रवीन्द्र में.

जब तक पत्रकार के हत्‍यारे गिरफ्तार नहीं होंगे बंधी रहेगी काली पट्टी

रीवा : उमरिया जिले के नवभारत के ब्यूरो चीफ चन्द्रिका राय समेत पत्नी, पुत्र-पुत्री की निर्मम हत्या पर म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ रीवा गहरा शोक व्यक्त किया है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ इस तरह घटना पर पत्रकारों ने कड़ी निन्दा व्यक्त करते हुए रीवा जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। पत्रकार इस जघन्‍य हत्‍याकांड से मर्माहत हैं।

‘सम्पूर्ण स्वास्थ्य पत्रिका’ में सम्पूर्ण मैटर चुराया हुआ

पालीवाल प्रकाशन के द्वारा निकाली गई सम्पूर्ण स्वास्थ्य पत्रिका का पूरा मैटर विभिन्न पत्रिकाओं और बेवसाइटों से चोरी किया हुआ है। ध्यान रहे कि अभी जनवरी-फरवरी तक दो डमी और आगामी माह मार्च के लिये कुछ पत्रिकायें ही आई हैं। उन्हें मार्केट में ले जाने से सर्कुलेशन हेड महेन्द्र सिंह जस ने पूरी तरह से इनकार कर दिया है। वहीं मुख्य संवाददाता महेश झा ने पूरी तरह पत्रिका से किनारा कर लिया है तथा कोई कानूनी कार्रवाई होने की दशा में कार्यकारी सम्पादक स्वामी शरण को दोषी बताया है। उन्होंने बताया कि स्वामी शरण को मार्केट की परख नही है न ही उन्होंने स्वास्थ्य पत्रिका के नाम पर पाठकों के लिये कुछ खास दिया है। बस शौकिया ही पत्रिका का प्रकाशन किया जा रहा है।

इनपुट हेड की मनमानी से जनता टीवी से कई ने दिया इस्‍तीफा

पिछले साल लॉंच हुआ जनता टीवी लगातार अपने कर्मचारियों क़े चैनल छोड़कर जाने से परेशान है. हाल ही में जनता टीवी क़े असाइनमेंट हेड तपन कुमार नीरज, क्राइम करेस्‍पांडेंट अविनाश कुमार सिंह, स्पोर्ट्स रिपोर्टर पुनीत, एडिटर रोहित एवं अंकित ने जनता टीवी से अपना इस्तीफा दे दिया है. असाइनमेंट डेस्क पर कार्यरत ऋषिकेश पाठक, ग्राफिक्स डिजायनर राज वर्मा क़े अलावा कई वीडियो एडिटर्स ने भी जनता टीवी का साथ छोड़ कर नए चैनलों क़े साथ अपनी पारी शुरू कर दी है.

विशेश्‍वर कुमार ने सवा लाख मतदाताओं को अयोग्‍य घोषित किया!

: चुनाव का मौसम है, समीक्षा में कुछ भी लिख मारो : आज कल प्रदेश में चुनावों और चुनाव समीक्षाओं का मौसम है. सभी जगह एक ही जैसी फगुनाई बयार चल रही है. सभी अखबार और चैनल लगातार राजनीतिक समीक्षा में व्यस्त हैं. इन अखबारों और चैनलों के बहुत सारे पत्रकार भी राजनीतिक समीक्षा लिखने में व्यस्त हैं. इसी क्रम में फेसबुकिया एक्टिविस्ट भी राजनीतिक भविष्यवाणी में व्यस्त हैं. उनकी व्यावहारिक राजनीतिक समझ का उनकी "समझदानी" की सामर्थ्य से आपसी सम्बन्ध का रिश्ता बहुत कमजोर है. इधर हाल में अख़बारों में भी समीक्षाएं "लाइव" के टैग के साथ लिखी जा रही हैं. घर बैठकर या अखबार के आफिस की डेस्क में लिखी जाने वाली इन समीक्षाओं में पाठकों और मतदाताओं को बरगलाने या फिर मत प्रभावित करने का काम चाहे-अनचाहे किया जा रहा है. चुनाव आयोग की तमाम बंदिशों के बाद भी ये खेल जारी है.

बदनाम हुए तो क्‍या नाम ना हुआ : प्रचार पाने के लिए निगेटिव पब्लिसिटी का सहारा

राजनेताओं में प्रचार पाने की जैसे होड़ सी लगी है. कम से कम मेरठ में तो कमोबेश यही आलम है. मेरठ में कुछ स्टार प्रचारक ऐसे भी है, जो प्रचार पाने के लिए अपने भाषणों में कुछ ऐसा बोलने से गुरेज नहीं करते फिर वो चाहे कितना ही नकारात्मक ही क्यों ना हो. अभी तक मेरठ के याकूब कुरैशी अपने निगेटिव बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते थे. चाहे वो डेनमार्क के कार्टूनिस्ट के सर पर इक्यावन करोड़ के इनाम को लेकर हो या फिर सिखों के ऊपर टिपण्णी करने को लेकर या फिर सिपाही को बीच चौक में थप्पड़ मारने का मामला हो, याकूब किसी ना किसी विवादस्पद मुद्दे या बयान को लेकर चर्चाओं में रहते हैं.

अनंत मित्‍तल से भूप्‍पी ने किया झगड़ा, महुआ में कभी गेस्‍ट बन के मत जइहो

महुआ न्‍यूज में ये क्‍या होने लगा है? लग रहा है कि कंपनी की आंतरिक परेशानियां यहां के वरिष्‍ठों के व्‍यवहार से शिष्‍टाचार भी खतम करती जा रही है. चैनल में बुलाए गए मेहमानों के साथ बदसलूकी, बदतमीजी की जाने लगी है. उसे उठवाकर बाहर फिकवाया जाने लगा है. अब ऐसे में अब कौन इस चैनल में मेहमान बनकर जाना चाहेगा? इस बार भी बदतमीजी करने में शामिल रहे चैनल के सीईओ भूपेंद्र नारायण सिंह भूप्‍पी. अब आइए आपको विस्‍तार से बताते हैं पूरा घटनाक्रम.

… अब वो कमरा नंबर 702 से बाहर नहीं आएंगे

पिछले 48 घंटों में एक यंत्रणा को बार-बार भोग रहा हूं और हर रोज भोगनी पड़ेगी… और वो है कमरा नंबर 702 को देखते हर सुबह हुए सीढ़ी उतरना और शाम को लौटते वक्त उसी दरवाजे पर नजर फेरना… कि क्या पता शाह साहब कब बाहर आ जाएं। हादसे की खबर सब जगह देखने के बावजूद अनायास ही उनके फ्लैट पर नजर चली जाती है और रवींद्र शाह जी को तलाशती है। अभी-अभी सीढ़ी चढ़कर कमरे में दाखिल हुआ हूं और उनसे आखिरी मुलाकात और आखिरी कॉल याद आ रहा है।

भावी पीढ़ी के लिए नासूर न बन जाए दयानंद पांडेय जैसे भड़ासियों का ‘राखी सावंत स्टाइल’

: …पहले स्व. विनोद शुक्ल जी…. फिर स्व. घनश्याम पंकज जी… उसके बाद सुभाष राय जी… और अब राजनाथ सिंह ‘सूर्य’ : ये वो नाम हैं जिनको आज की पत्रकारिता पीढ़ी में बड़े आदर व सम्मान के साथ जाना जाता है। बात चाहे इनके अतीत की करें या वर्तमान की, जो जहां भी रहे, उनकी ‘हैसियत’ के सामने अच्छे-अच्छे बौने दिखे। कोई पीठ पीछे चाहे जो भी कहे लेकिन सामने सिर झुकाकर आदर से ही बात किया, जितनी मेरी जानकारी में है। इन लोगों के सानिध्य में पत्रकारिता के क्षेत्र में पले-बढ़े ऐसे अनेक मूर्धन्य नाम हुए, जो आज इस क्षेत्र के ‘सिरमौर’ बन बैठे और कुछ ऐसे हुए जो ‘भड़ासी’ बन गये और एक ‘कपूत’ बेटे की तरह उन्हीं पर आज अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। वो भी इनमें से कई के मरने के बाद तो किसी के रिटायरमेंट की स्थिति में आने के बाद।

मर्डोक की कंपनी रविवार को लांच करेगी ‘द सन ऑन सनडे’

मीडिया मुगल रुपर्ट मर्डोक की कंपनी न्‍यूज इंटरनेशनल ने अगले रविवार से एक नया टैबलाइड 'द सन ऑन सनडे' का प्रकाशन शुरू करने की घोषणा की है. कंपनी इस अखबार को 'न्‍यूज आफ द वर्ल्‍ड' के विकल्‍प के तौर पर पेश करने जा रही है, जिसका प्रकाशन प्रत्‍येक रविवार को होता था. इस अखबार को फोन हैकिंग विवाद के बाद बंद करना पड़ा था. फोन हैकिंग विवाद के सामने आने के बाद मीडिया मुगल को आलोचना का सामना तो करना ही पड़ा था, उन्‍हें ब्रिटेन के 168 साल पुराने अखबार पर भी ताला लगाना पड़ा था.

चंद्रिका राय हत्‍याकांड : अनजान शख्‍स को तलाश रही है पुलिस

भोपाल : मध्य प्रदेश की पत्रकारिता तथा सरकार को हिला देने वाले चंद्रिका राय एवं उनके परिवार की हत्‍या के मामले में एसटीएफ अब उस अनजान शख्स की तलाश में जुट गई है, जिसके साथ चंद्रिका राय को आखिरी बार देखा गया था. इस अनजान शख्‍स के साथ चंद्रिका राय को उमरिया के एक ढाबे पर देखा गया था. ढाबे से मछली पैक कराने के बाद चंद्रिका राय उस अनजान चेहरे के साथ कहीं चले गए थे. इसी चेहरे को अब सामने लाने की चुनौती पुलिस के पास है.

चुनाव आयोग से विवाद कांग्रेसी मीडिया प्रबंधन की रणनीति है

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस बेताब हो गयी है. पार्टी की कोशिश है कि मीडिया में ज़्यादा से ज्यादा जगह घेर कर रखा जाए और खिलाफ पार्टियों को मीडिया से दूर रखा जाए. यह एक रणनीति का हिस्सा है. मुस्लिम आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस के आला मंत्रियों ने चुनाव आयोग पर वार पर वार करने की योजना पर काम बंद नहीं किया था कि राहुल गांधी ने कानपुर में ऐसा कुछ कर दिया जिस से मीडिया में पिछले 24 घंटों से छाये हुए हैं. मीडिया पर बने रहने के आदी हो चुके बीजेपी वाले कांग्रेस की इस कारस्तानी से बहुत खफा हैं लेकिन सच्चाई यह है कि चुनाव के इस मौके पर वे कुछ कर नहीं पा रहे हैं.

मीडिया में बड़ा निवेश करने वाले मुकेश अंबानी का इरादा क्‍या है?

भारतीय मीडिया और खासकर टी.वी उद्योग के लिए वर्ष 2012 की शुरुआत बहुत धमाकेदार रही. देश में शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों में बाजार पूंजीकरण के लिहाज से सबसे बड़ी कंपनी, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने टी.वी-18/नेटवर्क-18 (मनोरंजन चैनल कलर्स और न्यूज चैनल सी.एन.एन-आई.बी.एन, सी.एन.बी.सी आदि) में कोई 17 अरब रुपये के निवेश का एलान करके सबको चौंका दिया. इस डील के तहत रिलायंस के मालिकाने वाले इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट ने टी.वी-18/नेटवर्क-18 में 1700 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिसके बदले में  टी.वी-18/नेटवर्क-18 ने इनाडु टी.वी समूह के सभी क्षेत्रीय समाचार चैनलों को पूरी तरह और मनोरंजन चैनलों में बड़ी हिस्सेदारी खरीद ली है.

फेसबुक से ज्‍यादा ट्विटर पर होती हैं सेक्‍स की बातें

सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक और ट्विटर लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनते जा रहे हैं। अपनी बात कहने और दूसरों की बात सुनने का यह बेहतर माध्यम बनता जा रहा है। पर लोग अलग-अलग माध्यमों पर अलग व्यवहार करते हुए देखे जाते हैं। वेलेंटाइन डे के मौके पर लोगों के इसी व्यवहार का पता लगाने के लिए एक विदेशी मार्केटिंग कंपनी ने करीब एक हजार युवाओं के बीच सर्वे कराया। युवा किस सोशल प्लेटफार्म पर सबसे अधिक बिंदास होकर सेक्स और उसे जुड़ी बातें करते हैं, यह जानने के लिए इस सर्वे कंपनी ने लोगों के बीच 10 प्रश्न रखे।

पिछले साल 46 पत्रकार मारे गए, वेब पत्रकारों पर भी खतरा बढ़ा

बीते साल 2011 में दुनिया भर में कम से कम 46 पत्रकारों की हत्‍या हुई या वे मारे गए. पत्रकारों के लिए सबसे असुरक्षित देश पाकिस्‍तान रहा. यहां पत्रकारों की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती रही. यह कहना है पत्रकारों की सुरक्षा के लिए काम करने वाली न्यूयॉर्क की एक संस्था का. संस्‍था ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्‍तान में सबसे ज्‍यादा सात पत्रकारों की हत्‍या हुई. कमिटी टू प्रोटेक्‍ट जर्नलिस्‍ट (सीपीजे) ने जानकारी दी है कि इराक और लीबिया में पांच-पांच पत्रकार मारे गए.

सहारा को सहारा देने के लिए नीरा राडिया तैयार

काफी दिनों से गुमनामी के अँधेरे में रह रही कॉर्पोरेट दलाल नीरा राडिया की वापसी हो गयी है. टू-जी स्पेक्ट्रम घोटाले के समय से चर्चित नीरा राडिया अब सहारा ग्रुप को सहारा देने आ गई है. अब मामला चूँकि सहारा ग्रुप से जुड़ा है तो जाहिर है विवाद तो होना ही था. ताजा मामला न्यू दिल्ली म्युनिस्पल कारपोरेशन (एनडीएमसी) के तहत संचालित ताज मानसिंह होटल के लीज सम्बंधित मामले का है. सहारा ग्रुप अब इस लीज को लेकर उत्साहित है और अपने इस काम को अंजाम तक पहुँचाने के लिए सहारा ग्रुप ने नीरा राडिया की मदद लेने को सोची है.

रवींद्र शाह पंचतत्‍व में विलीन, पुत्र देवाशीष ने दी मुखाग्नि

वरिष्ठ पत्रकार और आउटलुक (हिन्दी) के एसोसिएट संपादक रवींद्र शाह के पार्थिव शरीर के इंदौर में पंचतत्व में विलीन हो गया. इसके साथ ही आधुनिक हिंदी पत्रकारिता के एक अध्याय का अंत हो गया.शाह का 20 फरवरी को भोपाल के पास सड़क हादसे में निधन हो गया था. उनका शहर के मालवा मिल क्षेत्र स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उनके बेटे देवाशीष ने उन्हें मुखाग्नि दी.

फ़तेह बहादुर एवं मंजीत सिंह के विरुद्ध अवमानना नोटिस जारी

आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा कैट, लखनऊ में दायर एक अवमानना याचिका में कुंवर फ़तेह बहादुर एवं मंजीत सिंह, पूर्व एवं वर्तमान प्रमुख सचिव (गृह) के विरुद्ध कैट, लखनऊ ने आज नोटिस जारी किया है. ठाकुर ने दिसंबर 2011 में अवमानना याचिका संख्या 42/2011 दायर किया था. यह याचिका कैट द्वारा वाद संख्या 177/2010 में 8 अगस्त 2011 को पारित आदेश के सम्बन्ध में दायर किया गया. कैट ने उक्त आदेश द्वारा ठाकुर के विरुद्ध लंबित विभागीय कार्रवाई को नियमविरुद्ध पाते हुए हुए निरस्त कर दिया था. इसके बाद ठाकुर के विरुद्ध कोई विभागीय कार्रवाई लंबित नहीं रह गयी थी.

राहुल गांधी के सिपहसालारों ने ही कर दी यूपी में राह मुश्किल

उत्तर प्रदेश चुनाव में अगर कोई सबसे चर्चित चेहरा है तो वो हैं कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी. बिना उनके कोई मीडिया रिपोर्ट पूरी नहीं होती. बिना उनके ज़िक्र के किसी विपक्षी पार्टी का भाषण और प्रचार अधूरा रहता है. कांग्रेस का कोई भी नेता उनका गुणगान करने का कोई मौका नहीं चूकता है तो गैर कांग्रेसी नेता उनपर निशाना साधने का मौका नहीं गंवाते. भले ही उल-जलूल वाकया या सन्दर्भ क्यों न हो, राहुल गाँधी के साथ मीडिया ने नाम उछाल तो दिया. मिसाल के तौर पर मायवती जी बिना राहुल का नाम लिए अपना खाना नहीं पचा पाती. यही हाल अखिलेश यादव का है. भारतीय जनता पार्टी के शीर्षस्थ नेतागण भी इसी फन का मुज़ाहरा करते दिखाई दे जाते हैं. नितिन गडकरी जी को तो नागपुरी नौटंकी स्टाइल में कुछ भड़ास निकाल ही देते हैं. आज कल राजनाथ सिंह तथा सुषमा स्वराज को भी राहुल गाँधी का गुस्सैल युवक वाला चेहरा नाटक लगने लगा है.

रवींद्र शाह की स्मृतियां : जहांपनाह… हम सब रंगमंच की कठपुतलियां हैं

मित्र दुर्गानाथ स्वर्णकार से कल शाम जब रवींद्र शाह के निधन की सूचना मिली तो पहले तो यकीन करना मुश्किल था. फिर जैसे-तैसे दिमाग स्थिर हुआ पर दिल तो बच्चा है जी, अबतक यही सवाल कर रहा है – अच्छे लोग आमतौर पर दीर्घायु क्यों नहीं होते? विवेकानंद और गुरुदत्त जैसे अल्पायु महानतम लोगों से रवींद्र जी की तुलना करने की मेरी कोई मंशा नहीं है… क्योंकि निजी तौर पर मैं रवींद्र जी को ही जानता हूं… इसलिए सिर्फ उनकी बात करता हूं।

अतीक ने ऐन मौके पर किया अपने ही दल के साथ ‘खेल’

: पार्टी परेशान कि कौन कसेगा इस माफिया पर नकेल : विधानसभा चुनाव के लोक उत्सव में आखिरकार बैलेट पर बुलेट हावी हो ही गया। चुनाव आयोग की लाख कोशिश के बावजूद पूर्वांचल के चर्चित माफिया अतीक अहमद की हनक वोटरों पर दिखी। प्रशासन को कानोंकान खबर न हुई। अतीक आठ लग्जरी गाड़ियों के काफिले के साथ गुर्गों समेत नवाबगंज थाने के गेट के सामने से होता हुआ थाने से दो किमी और आनापुर पुलिस चौकी से एक किमी दूर बेरावां गांव में अपना दरबार लगवाया। यहां करीब आधे घंटे रूकने के बाद एक मुस्लिम पूर्व प्रधान समेत तीन लोगों को अर्दब देकर अंसार अहमद के लिए वोट करने का दबाव बनाया।

चंद्रिका राय के पैतृक गांव पहुंचे सीएम, हत्‍यारों के पकड़े जाने का भरोसा दिलाया

: पत्रकार के परिजनों को एक लाख रुपये का अनुदान दिया : उमरिया जिले में 17 एवं 18 फरवरी की दरम्यानी रात पत्रकार चन्द्रिका राय एवं उनके परिवार की नृशंस हत्या के मामले में सोमवार की रात करीब नौ बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  मृतक पत्रकार के पैतृक गांव कछरवार पहुंचे. उमरिया कलेक्टर के मोबाइल फोन पर मृतक के छोटे भाई मिथिलेश राय से सीधे बात कर हत्यारों को शीघ्र पकड़ने का भरोसा दिलाया. मुख्यमंत्री ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुए कहा कि अपराधी चाहे कितना भी रसूखवाला हो उसे बख्शा नहीं जाएगा.

सीएम के जिले में ही बसपा की हालत खस्‍ता है

: तीनों सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला :  चार दौर के मतदान के बाद उत्तर प्रदेश विधान सभा का चुनावी कारवां पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है. दिल्ली से लगे यूपी के इलाकों में छठे दौर में वोट डाले जायेंगे. अब चुनाव अभियान जोर पकड़ गया है. शुरू में जो लोग विजेता लगते थे वे अब बहुत पीछे खिसक गए हैं और जिन उम्मीदवारों को कमज़ोर समझा जा रहा था वे मुकाबले में आ गए हैं. मेरठ कमिश्नरी का गौतमबुद्ध नगर जिला वैसे तो उत्तर प्रदेश का हिस्सा है लेकिन अब यह पूरी तरह से दिल्ली का एक उपनगर बन गया है. इसी जिले में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती का गाँव बादलपुर भी है. इस हिसाब से इसका राजनीतिक महत्व बहुत ज्यादा है. जिले में तीन सीटें हैं और सभी मुख्य पार्टियों के बीच मज़बूत मुकाबले में हैं. इसी हफ्ते यहाँ उत्तर प्रदेश में काम कर रहे सभी पार्टियों के स्टार प्रचारक यहाँ चुनावी सभा करने वाले हैं. मायवती, राहुल गाँधी, अखिलेश यादव और अजीत सिंह की सभाएं गौतमबुद्ध नगर में इसी हफ्ते होने वाली हैं.

चंद्रिका राय हत्‍याकांड : कोल माफिया की गिरफ्तारी के लिए पत्रकारों ने निकाला मौन जुलूस, ज्ञापन सौंपा

कोल माफिया के खिलाफ अपनी लेखनी का प्रभावशाली उपयोग करने वाले उमरिया जिले के पत्रकार चन्द्रिका राय की सपरिवार हत्या करने वाला माफिया क्या प्रजातंत्र से ज्यादा शक्तिशाली हो गया है? चार लोगों की नृशंस हत्या को बेपर्दा कर पाना शासन व पुलिस तंत्र के लिए पिछले 48 घंटों से चुनौती बना हुआ है? उक्त यक्ष प्रश्न सहित कटनी प्रेस क्लब ने गत सोमवार को महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसपी मनोज शर्मा के माध्यम से सौपा.

हिंदुस्‍तान से फर्जी प्रकाशन मामले में पूछताछ खतम, अब जागरण भी आ सकता है मुश्किलों में

मुंगेर। दैनिक हिन्दुस्तान प्रकाशन समूह की अध्यक्ष व देश की जानी-मानी कारपोरेट हस्ती शोभना भरतीया, प्रकाशक अमित चोपड़ा, प्रधान संपादक शशि शेखर, पटना के कार्यकारी संपादक अकु श्रीवास्तव और भागलपुर के पूर्व स्थानीय संपादक बिनोद बंधु के विरूद्ध मुंगेर (बिहार) कोतवाली थाना में जालसाजी, धोखाधड़ी और दो सौ करोड़ के विज्ञापन घोटाले की प्राथमिकी, जिसका कोतवाली केस नं0-445।2011 है, में किसी भी क्षण पुलिस अधीक्षक, मुंगेर पी0 कन्नन अपनी पर्यवेक्षण रिपोर्ट जारी कर सकते हैं। पर्यवेक्षण रिपोर्ट जारी होने के बाद ही पुलिस जांचकर्ता न्यायालय में आरोप-पत्र दाखिल कर सकेंगें और नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध न्यायालय में गिरफ्तारी के वारंट को प्राप्त करने की विधिवत कानूनी कार्रवाई कर सकेंगे।

राहुल चरित्रहीन और कांग्रेस बांझ : आजम खान

बदायूं। सपा नेता आजम खां ने आक्रामक भाषण देते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने राहुल को चरित्रहीन तक कह दिया। सपा प्रत्याशी के पक्ष में गांधी ग्राउंड में आयोजित जनसभा में सपा नेता आजम खां ने कहा कि मैं मानता हूं कि राहुल गांधी ने घोषणा पत्र ही फाड़ा था, आने वाले कल का प्रधानमंत्री इतना चरित्रहीन, इतना झूठा, इतना धोखेबाज, इतना चीटर, इतना बेइमान है, जो घोषणा पत्र के नाम पर अपने नेताओं के नाम फाड़ देता है, ऐसे लोगों को देश का प्रधानमंत्री तो दूर किसी सडक़ का चौकीदार बनने का भी हक नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का कहना है कि हम समर्थन न लेंगे और न देंगे, यह एक हिजड़े से औलाद पैदा करने का सपना है, जब आप समर्थन न लेंगे और न देंगे, तो उत्तर प्रदेश के लोग आपको समर्थन क्यूं देंगे?

सीवीबी न्‍यूज की रिपोर्टर प्रीति को स्‍वर्णिम भारत निर्माण पुरस्‍कार

स्वामी सहजानंद सरस्वती किसान सूचना केंद्र नई दिल्ली की पुरस्कार चयन समिति ने प्रीति श्रीवास्तव को उनके द्वारा किए गए पत्रकारिता संबंधी कार्यों के लिए प्रसारण पत्रकारिता सम्मान से नवाजा। प्रीति को स्‍वर्णिम भारत निर्माण पुरस्कार नई दिल्ली के मालवंकर भवन सभागार में एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया। इस पुरस्कार समारोह में कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं। समारोह में खासतौर पर नागालैंड के ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति प्रियरंजन द्विवेदी भी मौजूद रहे। 

क्‍या-क्‍या लिख रहा है दैनिक जागरण

दैनिक जागरण जैसा समाचार पत्र अपने पोर्टल पर क्‍या लिख रहा है, उसमें कितनी बातें सही हैं और कितनी गलत हैं इसका उदाहरण विधानसभा चुनावों की कवरेज में देखने को मिल रहा है. जागरण में “सांडी सीट पर दो सांसदों की प्रतिष्ठा दांव पर” शीर्षक से लगी खबर को पढ़िये, जिसमें दो सांसदों की बात कही गयी है. एक तो हरदोई लोकसभा क्षेत्र की सांसद ऊषा वर्मा के बारे में बताया गया है जबकि दूसरे सांसद के रूप में नरेश अग्रवाल का जिक्र किया गया है.

वायदा किया था कि फिर मिलेंगे, पर तोड़ गए दिल के साथ वायदा भी

पहली बार रवींद्र शाह के बारे में तब जाना जब 2001 में दिल्ली ब्यूरो में दैनिक भास्कर ज्वाइन किया. भास्कर से उनका जाना और मेरा आना हुआ, यही कारण रहे कि आपस में कभी हमारी तार्रुफ़ नहीं हुई. भास्कर के ही कुछ साथियों ने उनके बारे में कुछ अच्छी तो कुछ उनके अड़ियल स्वभाव की कहानी बयां की थी. दस साल के बाद रवींद्र शाह से पहली बार मिला. हम साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्कींइग प्रतियोगिता में शिरकत करने हिमालय की चोटी पर गए थे.

असम ट्रिब्‍यून के कर्मचारियों ने कहा- अखबार समूह न्‍यूनतम 27 हजार वेतन तय करें

गुवाहाटी। असम ट्रिब्यून कर्मचारी संघ ने देश के सभी अखबार समूहों के प्रबंधकों से पत्रकारों और गैर पत्रकार कर्मचारियों को अपनी जिविका चलाने के लिए एक न्यूनतम वेतनमान का निर्धारण करने के लिए गठित मजीठिया वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की अपील की है। साथ ही सिफारिशों को लागू न करने वाले समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग सरकार से की है।

जिग्‍ना वोरा के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने हत्‍या का आरोप पत्र दाखिल किया

मुम्बई : अंग्रेजी दैनिक मिड डे से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार ज्योतिर्मय डे की पिछले वर्ष जून में हुई हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार महिला पत्रकार जिग्ना वोरा के खिलाफ पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. मुंबई क्राइम ब्रांच ने मकोका कोर्ट में वोरा के खिलाफ पूरक चार्जशीट दाखिल की. जिग्ना के ऊपर आईपीसी की 302, 34, 301, 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले की अगली सुनवाई 12 मार्च को होगी.

दैनिक भास्‍कर के मैनेजिंग एडिटर यतीश राजावत से मारपीट

बिजनेस भास्‍कर के संपादक और मैनेजिंग एडिटर यतीश राजावत के साथ सोमवार को कुछ अवांछनीय तत्‍वों ने मारपीट की. मामला मामूली विवाद का है. यतीश प्रतिदिन की भांति सोमवार को भी हार्स राइडिंग कर रहे थे. इसी दौरान किसी बात को लेकर उनका कुछ लोगों से विवाद हो गया. बताया जा रहा है कि इन लोगों ने कहासुनी के बाद यतीश राजावत के साथ मारपीट की. उन्‍हें कुछ चोटें आईं हैं. खबर है कि मंगलवार को उनका मेडिकल कराया गया है तथा कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की जानकारी मिली है.

क्‍यों नहीं गिरफ्तार हो रहे पत्रकार चंद्रिका राय और उनके परिजनों के हत्‍यारे

नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स ने मध्यप्रदेश में पत्रकार चंद्रिका राय और उनके परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या की कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए सरकार से हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। शनिवार को हुए इस सामूहिक हत्याकांड के तीन दिन बाद भी पुलिस ने किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। एसटीएफ तीन दिन की जांच में कहां तक पहुंची है इसका उसने खुलासा नहीं किया है। नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय सचिव संजय राठी ने हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। राज्य सरकार सीबीआई की जांच से क्यों कतरा रही है इससे कई तरह के संदेह उठने लगे हैं।

रवींद्र शाह – तस्‍वीरों की जुबानी दर्दनाक हादसे की कहानी

वरिष्‍ठ पत्रकार रवींद्र शाह को काल के क्रूर हाथों ने असमय हमसे छीन लिया. सीहोर के पास हाइवे पर यह हादसा हुआ. लेखक पंकज सुबीर ने दुर्घटना स्‍थल की कुछ दर्दनाक तस्‍वीरें भड़ास को भेजी हैं. तस्‍वीरें बता रही हैं कि यह हादसा कितना गंभीर था. सीहोर से सात किमी आगे जताखेड़ा के पास हाई वे पर अम्‍बेसडर कार पलट गई. रवींद्र शाह गोविंद मालू की कार से इंदौर से भोपाल आ रहे थे. दुर्घटना की भयावहता को बयान करती कुछ तस्‍वीरें.

रवींन्द्र शाह-एक बेहतरीन पत्रकार और एक शानदार इंसान

पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ा झटका है आउट लुक के एसोसिएट एडिटर रविन्द्र शाह का अचानक दुनिया को अलविदा कह देना। ये मेरे लिए एक निजी क्षति भी है क्योंकि उनके प्रिंट से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पदार्पण से लेकर उनके जीवन के अंतिम क्षणों तक में उनसे संपर्क में रहा। महाशिवरात्रि की शाम को मध्यप्रदेश के सीहोर में एक दुखद हादसे में उनकी मौत हो गई। इसी दिन हादसे से कुछ घंटे पहले उनसे लंबी बातचीत हुई। शाम को भोपाल से वो दिल्ली के लिए रवाना होने वाले थे और अगले दिन हम लोग मुलाकात करने वाले थे। सच कहुं तो ये सब लिखते हुए अब भी विश्वास नहीं हो रहा।

यादें : रवींद्र शाह – चौंकाना उनकी फितरत थी

1999 की बात है…संसद का मानसून सत्र चल रहा था…अचानक एक दिन दैनिक भास्कर के दिल्ली ब्यूरो के सभी लोगों को निर्देश मिला कि वे आइएनएस बिल्डिंग के दफ्तर की बजाय गोलमार्केट के क्लासिक हाउस वाले दफ्तर में दस बजे मिलें। सूचना ये भी थी कि दैनिक भास्कर के निदेशक गिरीश अग्रवाल सबसे मिलकर कोई जरूरी सूचना देंगे। तब इन पंक्तियों का लेखक भी दिल्ली ब्यूरो में संवाददाता के तौर पर कार्यरत था। नियत वक्त पर दफ्तर में पहुंचे ब्यूरो के संवाददाताओं से गिरीश अग्रवाल ने परिचय दाढ़ी वाली एक शख्सियत से कराया।

आज समाज अंबाला और दैनिक भास्कर बठिंडा से दो-दो गए

: आज समाज छोड़कर आलोक पांडेय जनसंदेश टाइम्स, कानपुर से जुड़े : आज समाज से ही इस्तीफा देने वाले मनोज पांडेय राजस्थान पत्रिका में सीनियर सब एडिटर बने : दैनिक भास्कर बठिंडा से चंदन सिंह और नीतिन सिंगला ने इस्तीफा देकर दैनिक सवेरा ज्वाइन किया : आलोक पाण्डेय ने आज समाज की अंबाला यूनिट  को अलविदा कह दिया है। उन्होंने जनसंदेश टाइम्स की कानपुर यूनिट में बतौर डिप्टी न्यूज एडिटर अपनी नई पारी शुरू की है। आलोक पाण्डेय आज समाज की अंबाला यूनिट में हिसार संस्करणों के प्रभारी थे। बीते 15 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय आलोक पाण्डेय अमर उजाला, दैनिक जागरण, हिंदुस्तान अखबार के लिए विभिन्न शहरों में काम कर चुके हैं।

अखबार-चैनल प्रत्याशियों की सच्चाई न छापने के पैसे ले रहे हैं!

Anand Pradhan : खबर है कि इस बार मीडिया में ‘पेड न्यूज’ नए रूप में चल रहा है. अखबार और चैनल इस बार उम्मीदवारों की प्रशंसा में छापने के बजाय उनकी असलियत/सच्चाई न छापने के पैसे ले रहे हैं. हैरानी की बात नहीं है कि उम्मीदवारों के बारे में सभी जानकारियां (उनकी कुल संपत्ति, शिक्षा और आपराधिक रिकार्ड) होने के बावजूद अख़बारों और चैनलों पर उनकी बारीकी से पड़ताल/छानबीन तो दूर है, उनकी तथ्यपूर्ण जानकारी भी नहीं दी जा रही है. माननीय विधायकों/मंत्रियों की संपत्तियों में न्यूनतम दस-पन्द्रह गुने से लेकर सौ गुने तक की वृद्धि के पीछे क्या राज है? उम्मीदवारों के अतीत और वर्तमान की स्वतंत्र खोजबीन तो बहुत दूर की बात है. क्या दर्शकों/पाठकों को यह जानने का अधिकार नहीं है? क्या यह सिर्फ चैनलों/अख़बारों और उनके पत्रकारों की उदासीनता और आलस है यह इसके पीछे कोई निश्चित पैटर्न है? यह वाचडाग मीडिया है या पालतू पेड मीडिया?

जिन लोगों ने कभी पांच लाख नहीं देखे वे करोड़ों के आंकड़े फेंक रहे

: काजी साहब को शहर का अंदेशा… : ओशो एक कहानी सुनाते हैं – बुद्ध अपने शिष्य आनंद के साथ कहीं से जा रहे थे। शाम का समय था और चरने गई भैंसे लौट रही थीं। एक आदमी बड़ी मेहनत से उन भैंसो को गिन रहा था। आनंद ने कहा कि देखिए भगवन ये आदमी किस लगन से भैंसे गिन रहा है। बुद्ध ने कहा आनंद तुम्हें ये जानकर अचरज होगा कि ये कंगाल है। इसके पास कुछ नहीं है। ये बस परायी भैंसों को गिनता रहता है। इसी से इसका समय कटता है। नईदुनिया के भविष्य को लेकर कयासआऱाई करने वाले भी उसी भैंस गिनने वाले जैसे हैं।

हादसा स्टेरिंग फेल होने से, शाह का शव भोपाल के चिरायु अस्पताल में

सड़क हादसे के बाद रवींद्र शाह के शव को भोपाल स्थित चिरायु हॉस्पिटल लाया गया है. वहीं पर शव रखा गया है. दुर्घटना में घायल हुए गोविंद मालू, उनकी पत्नी और बेटी अस्पताल में भर्ती हैं. मालू की बेटी माखनलाल से एमबीए कर रही हैं. कुछ ही घंटे में गोविंद मालू का परिवार भोपाल पहुंच रहा है. घटनाक्रम के मुताबिक करीब 4.30 बजे सीहोर जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर आगे जताखेड़ा के पास हाईवे पर इंदौर से भोपाल जा रही कार अचानक पलट गई.

टीओआई पटना में इंटरनेट सेंसरशिप, पत्रकारों का नेट कनेक्शन खत्म

: हू इज मजलिंग द मीडिया? सरकार या टाइम्स ऑफ़ इंडिया वाले! : अभी जब विश्व में इन्टरनेट सेंसरशिप के खिलाफ अभियान चल रहा है उस वक़्त पत्रकारों को वेज बोर्ड दिए जाने की कार्रवाई को मीडिया का गला घोंटने की कार्रवाई बताने वाले (मजलिंग द मीडिया) टाइम्स ऑफ़ इंडिया प्रबंधन ने अपने पटना दफ्तर में सम्पादकीय विभाग के कर्मियों का इन्टरनेट कनेक्शन काट दिया है. उनकी शिकायत यह है कि इन्टरनेट की वज़ह से उनकी तमाम कार्रवाइयां विभिन्न वेब-साइट्स के ज़रिये पूरे देश-दुनिया को मालूम हो जा रही हैं.

वाह रे शिव का राज, एक्टिविस्ट से लेकर पत्रकार तक को मिल रही है मौत

भोपाल : मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में सरेआम एक पत्रकार को उसके पूरे परिवार के साथ मौत के घाट उतार दिया जाता है। मुख्यमंत्री हरकत में आते हैं। पुलिस सक्रिय होती है लेकिन हाथ कुछ भी नहीं आता है। दूसरी ओर, राज्य गृहमंत्री इस हत्याकांड को जरा सी बात कह रहे हैं। उमरिया के वरिष्ठ पत्रकार चंद्रिका राय बरसों से खनन माफिया के निशाने पर थे। उनकी कलम से कई माफिया की तिजोरियां खाली हो चुकी थी और कईंयों की होने वाली थी। अवैध कोयला खनन को लेकर कई रिपरेटों ने न सिर्फ खनन माफियाओं को मुश्किल में डाला था, बल्कि स्थानीय प्रशासन के साथ सरकार भी कई बार मुसीबत में फंस चुकी थी।

रवींद्र शाह भोपाल से आज शाम दिल्ली के लिए ट्रेन पकड़ने वाले थे

रवींद्र शाह को आज दिल्ली के लिए भोपाल से ट्रेन पकड़ना था. इसीलिए वे इंदौर से भोपाल चले थे. पर रास्ते में कार पलट जाने से उनका निधन हो गया. बताया जाता है कि उन्होंने आउटलुक हिंदी के कुछ लोगों से बातचीत की थी. उन्होंने मैग्जीन के पेज फाइनल कराने को लेकर बात की थी और कहा था कि बस मैं कल आने वाला हूं, पेज फाइनल कर दिया जाएगा. आउटलुक में फाइव डे वीक होता है. रवींद्र शाह शुक्रवार की रात इंदौर के लिए गए. आज वे ट्रेन पकड़ने भोपाल जा रहे थे. कई लोगों से उनकी इस बीच में बातचीत होती रही.

आउटलुक हिंदी के एसोसिएट एडिटर रवींद्र शाह का निधन

रवींद्र शाह चले गए. सड़क हादसे ने उन्हें हमसे छीन लिया. इन दिनों वे आउटलुक हिंदी मैग्जीन में एसोसिएट एडिटर के पद पर कार्यरत थे. उसके पहले कई न्यूज चैनलों और अखबारों में वरिष्ठ पदों पर रहे. पता चला है कि रवींद्र शाह कार से इंदौर से भोपाल जा रहे थे. कार किसी अधिकारी की थी. उसमें अधिकारी के परिजन भी बैठे थे. सिहोर के करीब कार पलट गई. बाकी लोगों को हलकी फुलकी चोटें आईं लेकिन रवींद्र शाह का देहांत हो गया. दुर्घटना के बारे में ज्यादा डिटेल नहीं मिल सका है.

निष्ठा, नैतिकता, चरित्र, शुचिता… सब बातें हैं बातों का क्या !

राजनाथ सिंह सूर्य आप कभी शीशा भी नहीं देखते क्या? कभी देख लिया कीजिए। इस लिए भी कि दर्पण ही एक ऐसी चीज़ है कि अगर उसे सोने के फ़्रेम में भी मढवा लीजिए तो भी वह झूठ नहीं बोलता। आप लिख रहे हैं कि वर्तमान और भावी पत्रकारों की आप के प्रति जो आस्था है उसे आघात न लगे इस लिए कुछ तथ्य स्पष्ट कर रहे हैं। अरे, वो कौन पत्रकार हैं जो आप में कभी आस्था भी रखते रहे हैं? या रखेंगे? यह तो शेख चिल्ली वाली बात हो गई। कुछ-कुछ वैसी ही बात हो गई जैसे अमर सिंह कहें कि राजनीति में वह लोहिया के वारिस हैं। और कि आदर्शवादी राजनीति के लिए याद किए जाएंगे। और आप आघात की बात कर रहे हैं? अरे आघात ही आघात है।

तहलका की पांच वर्षों की पत्रकारिता पर तरुण तेजपाल का संपादकीय पढ़ें

: कितनी लंबी यात्रा : हर तरह के संघर्षों के बावजूद सरोकारी पत्रकारिता का एक विचार आज भी सांसें ले रहा है. हम जिस दौर में जी रहे हैं उसमें स्मरण करने की कोई अहमियत ही नहीं रही है. हमारे चारों ओर तमाम पुरस्कार समारोह, सालाना समारोह, गोष्ठियां और दूसरे किस्म के ‘इस या उस स्मृति में’ वाले आयोजन हो रहे हैं. सभी का दावा है कि ऐसा करके वो इतिहास के किसी-न-किसी हिस्से को समृद्ध करने का कार्य कर रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि मानो जानकारी की सूनामी में दबीं स्मृतियों को झड़ने-पोंछने के बाद इन आयोजनों की खूंटियों से टांगकर उन्हें थोड़ा जीने का मौका दिया जा रहा है.

अजीत अंजुम, दिलीप मंडल और गालियों का ज्ञान

Ambrish Kumar : कल प्रियंका की एक रचना अजीत अंजुम को याद दिलाने के साथ सोनी शोरी की पोस्ट पर आजतक के अमिताभ की प्रतिक्रिया जो दी उस पर कुछ ज्यादा ही गरमागरम बहस हो गई. दिलीप मंडल पर जब किसी ने निजी टिप्पणी की तो वह हमने हटा दी और अजीत अंजुम को यह लगा कि उनका कमेन्ट भी हटा सकता हूँ, यह धारणा कैसे बनी मुझे नहीं पता. हम लोग चन्द्रदत्त तिवारी के विचार केंद्र से लेकर छात्र युवा संघर्ष वाहिनी की बहसों के बीच से निकले हैं और बहस से कभी भागते नहीं पर बहस तर्क पर होनी चाहिए. अभी सुमंत ने कहा- कल की बहस बहुत ज्यादा निजी और व्यक्तिगत कुंठाओं का मंच बन गई थी… हिंदी पत्रकारिता में सबसे बड़ी कमी पॉलिसी की समझ की है। और शायद यही वह धरातल है जिस पर एक कदम आगे बढ़ा जा सकता है.. आज नहीं तो कल हिंदी के पाठकों की बढ़ती भूख इस बात के लिए पत्रकारों को बाध्य करेगी, तब तक शायद आज के पत्रकार कहीं बहुत पीछे छूट चुके होंगे।

अंबरीश कुमार के वॉल पर दिलीप मंडल को अजीत अंजुम ने दौड़ाया

फेसबुक-ट्विटर-ब्लाग-वेब ने इतना तो कर दिया है कि संपादकों को उनके-उनके मीडिया माध्यमों और उनके प्रबंधन के भय से इतर एक जगह गपियाने, बोलने-बतियाने, बहसियाने और लड़ने का मौका दे दिया है. हालांकि बहुत सारे पत्रकार व संपादक अब भी चुप्पी साधे रहते हैं, जुबान बंद किए रहते हैं, शायद इस भय से कि कुछ ऐसा न निकल जाए, लिख जाए जिससे उनकी नौकरी पर बन आए. तो नौकरी करने वाले क्लर्क टाइप के पत्रकार-संपादक भले सोशल नेटवर्किंग साइट्स व न्यू मीडिया से दूरी बनाए रखें, लेकिन जिन लोगों ने यहां सक्रियता दिखाई है, उनके जरिए बहुत ढेर सारे पत्रकारों को बहुत कुछ सीखने समझने का मौका मिल रहा है. कहा भी जाता है कि पत्रकार-संपादक जहां होंगे वहां बहस होगी, बातें होंगी, चर्चाएं होंगी. फेसबुक ठीकठाक चौपाल बनता जा रहा है जहां खूब बातचीत पत्रकारों के बीच हो रही है.

अमर उजाला, देहरादून के न्यूज एडिटर रवि पंत का कैंसर से लखनऊ में निधन

युवा पत्रकार रवि पंत को कैंसर ने हमसे छीन लिया. रवि अमर उजाला, देहरादून में न्यूज एडिटर के रूप में कार्यरत थे. उनका इलाज लखनऊ में पीजीआई में चल रहा था. वहां वे कीमियोथिरेपी के लिए गए हुए थे. तीन दिन पहले वे देहरादून के लिए चले तो तबियत बिगड़ गई. उन्हें फिर से लखनऊ में एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. बताया जाता है कि वहीं आज सुबह उनका देहांत हो गया. रवि पंत को काफी समय से गले का कैंसर था और उसका वे लगातार इलाज करा रहे थे. वे एम्स, दिल्ली से लेकर कई जगहों पर कैंसर की बीमारी का इलाज करा चुके थे.

पच्चीस लाख करोड़ रुपये : भारत को लूटते भारतीय लुटेरे

सीबीआई डायरेक्टर का बयान मामूली नहीं है. अगर आदर्श की राजनीति होती, सिद्धांत की राजनीति होती, मूल्यों की बात होती, 1971 का माहौल होता, तो राजनीतिक भू-चाल आ जाता. बवंडर खड़ा होता. क्योंकि सीबीआइ डायरेक्टर का बयान सच की अधिकारिक पुष्टि है. यथा राजा, तथा प्रजा कहने के लिए यह मुल्क उनका ऋणी रहेगा. क्योंकि बड़े पदों पर बैठे लोगों ने अब सच बोलना भी छोड़ दिया है. यह बयान प्रामाणिक पुष्टि है कि भारत लूटा गया है. लूटनेवाले कोई गैर नहीं हैं, बल्कि भारतीय संतानें हैं. काया (शरीर) में भारतीय. पर मन से, स्वभाव से और आचरण से ये मोहम्मद गोरी, मीर जाफ़र, तैमूरलंग, नादिर शाह से भी बर्बर क्रूर और भारतद्रोही हैं. ऐसे भारतीयों से करोड़ों गुना बेहतर तो अंगरेज थे.

नईदुनिया, ग्वालियर के रिपोर्टरों के कामकाज में बदलाव

जागरण द्वारा नईदुनिया को खरीदने की चर्चाओं के बीच ग्वालियर में नईदुनिया में रविवार को रिपोर्टरों के कामकाज में बदलाव हुआ है. सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन से पटरी न बैठा पाने वाले संपादक ने सभी रिपोर्टरों के कामकाज में बदलाव कर दिया है. कुछ लोग कह रहे हैं कि संपादक ने प्रबंधन को खुश करने के लिए घुटने टेकते हुए अपने ही लोगों को सूली पर लटका दिया है. संपादक की नाक का बाल कहे जाने वाले चंद्रवेश पांडे या यूं कहें अखबार में संपादक के लिए नाक-कान का काम करने वाले चंद्रवेश पांडे को पहली बार लूप लाइन में डालने की हिम्मत संपादक जुटा पाए हैं. वो अब सेंट्रल डेस्क संभालेंगे.

गाजीपुर में भूमाफिया ने पत्रकारों को बंदूक लेकर दौड़ाया, देखें तस्वीर

यूपी के गाजीपुर जिले में कल सुबह सदर कोतवाली क्षेत्र में जमीनी विवाद को लेकर एक स्थानीय भूमाफिया एवं दबंग ने जमकर बवाल काटा. आलम ये रहा कि वो दबंग काफी देर तक खुलेआम असलहा लहराते हुए लोगों को जान से मारने की धमकी भी देता रहा. घटना गाजीपुर के गोंड़ा देहाती क्षेत्र की है. बताया जा रहा है कि स्थानीय हिंदी दैनिक समाचार पत्र "सहारा" के फोटोग्राफर विजय यादव के पिता ने हाल में ही खरीदी जमीन पर कल निर्माण करा रहे थे.

मनीष पाण्डेय और राजनारायण ने शुरू किया FIRlive.com

पर्दाफाश डाट काम और जनमत न्यूज़ डाट काम के बाद लखनऊ के पत्रकार मनीष कुमार पाण्डेय एक नए न्यूज़ पोर्टल को शुरू कर रहे हैं जिसका नाम www.firlive.com है. इनका मानना है कि इधर से उधर नौकरी के लिए भटकने और मठाधीशों की चाटुकारिता करने से अच्छा है कि कोई पत्रकार खुद अपनी पहचान बनाये और इसके लिए वेब न्यूज़ पोर्टल से अच्छा कोई माध्यम नहीं है. इस पर उसके टिप्पणियों और विचारों को दबाने वाला कोई नहीं होता और इसके माध्यम से वो निरंतर अपना काम करता रहता है. हाँ, थोड़ी छोटी मोटी दिक्कतें जरूर आती हैं पर अगर शांति और धैर्य के साथ काम करें तो कोई समस्या नहीं आती है.

नवनीत सहगल बांट रहे हैं बहुजन समाज पार्टी का चुनावी विज्ञापन!

लखनऊ से खबर है कि बहुजन समाज पार्टी का चुनावी विज्ञापन बांटने का काम बसपा का कोई नेता नहीं बल्कि एक नौकरशाह कर रहा है. नवनीत सहगल नामक यह प्राणी मुख्यमंत्री मायावती का वित्त मैनेजर माना जाता है और मीडिया को घोषित-अघोषित तौर पर मैनेज करने का काम भी यही आईएएस करता है. जानकारी के मुताबिक शक्ति भवन स्थित नवनीत सहगल के आफिस से बसपा के चुनावी विज्ञापन का प्रबंधन किया जा रहा है. कहने को बसपा के कोई मित्तल जी बसपा के विज्ञापन वितरण का काम देख रहे हैं लेकिन फाइनली ओके करने का काम नवनीत सहगल ही कर रहे हैं. उसके बाद ही एड एजेंसी विज्ञापन रिलीज करती है.

सारे बड़े अखबारों का बिजनेस नीचे आया, हो सकती है छंटनी

इस बीत रहे वित्तीय वर्ष में सारे बड़े अखबारों का रेवेन्यू कलेक्शन नीचे गिरा है. बिजनेस कम होने से प्रबंधन अब छंटनी व खर्चे में कटौती की अन्य योजनाएं प्लान कर रहा है ताकि बिजनेस में गिरवाट की भरपाई अगले वित्तीय वर्ष में की जा सके. सूत्रों के मुताबिक इसकी शुरुआत भी कई मीडिया हाउसेज ने कर दी है. इंडिया टुडे मैग्जीन और इसी ग्रुप के अखबार का मार्केटिंग डिवीजन एक कर दिया गया है. पहले दोनों के लिए मार्केटिंग के दो अलग अलग डिवीजन थे.

टीवी टुडे नेटवर्क के सीईओ जॉय चक्रवर्ती ने स्ट्रिंगरों के पेट पर मारा लात

जिसके पास जितना पैसा है, वह उतना ही ज्यादा बचाने और कमाने के लिए परेशान है. जिनके पास सिर्फ इतने पैसे हैं कि वे दो जून का चूल्हा जला सकें और बच्चों को पढ़ा सकें, सिस्टम उनसे वह पैसा भी छीनने पर आमादा है. कहने को देश का नंबर वन न्यूज चैनल है आजतक. लेकिन इस चैनल से जुड़े स्ट्रिंगरों की हालत बेहद खस्ता है. इस चैनल के नए आए सीईओ जॉय चक्रवर्ती ने अपनी नौकरी पक्की करने के चक्कर में अपने सैकड़ों स्ट्रिंगरों को भुखमरी के कगार पर ला दिया है.

नई दुनिया – दैनिक जागरण डील का क्या हुआ? कई चर्चाएं

दैनिक जागरण वाले नई दुनिया को खरीद रहे हैं या नहीं, इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. कुछ लोगों का कहना है कि डील में पेंच आ गया है और जागरण वाले पीछे हट गए हैं. वहीं कुछ विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि डील पूरी तरह पक्की है.  9 मार्च को आफिसियल एनाउंस किया जाएगा. 9 अंक जागरण वाले अपने लिए बेहद शुभ मानते हैं. इसीलिए वे सारे बड़े काम व फैसले 9 अंक वाली तारीख के दिन ही करते हैं. अतीत में देखा जाए तो 9, 18 और 27 तारीख को ही जागरण वालों ने ज्यादातर बड़ी लांचिंग, एनाउंसमेंट व एग्रीमेंट किए हैं.

संकट में ‘महुआ’ ग्रुप, बैंकों से कर्ज लिया पैसा लौटाने से इनकार

मुंबई : बैंकों वाले पछता रहे हैं कि उन्होंने आखिर किस घड़ी में महुआ को पैसा देने का फैसला कर लिया. आधा दर्जन से ज्यादा बैंकों ने महुआ और इससे जुड़ी कंपनियों में 1800 करोड़ रुपये लगाए. बैंकों का करीब 700 करोड़ रुपये फंस गया है क्योंकि महुआ वाले इसे दे ही नहीं रहे हैं. महुआ वालों ने बैंकों से कह दिया है कि वे बैंकों का कर्ज व ब्याज देने में असमर्थ हैं. इसी कारण बैंकों के लिए महुआ में निवेश करना किसी बुरे सपने से कम नहीं है. भोजपुरी समाचार और मनोरंजन चैनल महुआ को चलाने वाली मीडिया कंपनी सेंचुरी कम्युनिकेशन में बैंकों का करीब 450 करोड़ रुपये का निवेश गैर निष्पादित परिसंपत्ति में तब्दील हो गया है.

पत्रकार की परिवार समेत हत्या कराने में कोयला माफिया या अपहरणकर्ता गैंग का हाथ

: हत्याकांड के विरोध में बंद रहा उमरिया, जांच एसटीएफ के हवाले : भोपाल : प्रदेश के उमरिया जिले में एक पत्रकार और उनके पूरे परिवार की हत्या की जांच स्पेशल टास्क फोर्स करेगी. इस हत्याकांड के विरोध में रविवार को उमरिया बंद रहा. जिले के प्रभारी मंत्री जय सिंह मरावी और पुलिस महानिदेशक एसके राउत ने घटनास्थल का दौरा किया. इस घटना से गुस्साए लोग कलेक्टर-एसपी को हटाने की मांग कर रहे हैं. हत्याकांड में दो दिन पहले एक बच्चे का अपहरण करने वाले गिरोह का हाथ होने की आशंका है.

एमपी के वरिष्ठ पत्रकार विष्णु वर्मा ‘विद्रोही’ का हार्ट अटैक से निधन

भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार विष्णु वर्मा विद्रोही का रविवार सुबह इंदौर में हृदयाघात से निधन हो गया. मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के महासचिव 'विद्रोही' 54 वर्ष के थे. वर्मा के पारिवारिक सदस्यों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्मा का अंतिम संस्कार इंदौर में ही किया जाएगा. प्रदेश के विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में कार्यरत रहे वर्मा के आकस्मिक निधन से पत्रकार जगत में शोक की लहर है.

फेसबुक के बाद अब ट्विटर पर भी सक्रिय होगा चुनाव आयोग

: आयोग में अलग से सोशल मीडिया विंग बनाने की तैयारी : नई दिल्ली : चुनाव आयोग में सोशल मीडिया विंग बनाने की तैयारी चल रही है. मतलब, चुनाव आयोग जल्द ही ट्विटर पर भी प्रकट होने वाला है. चुनाव सुधार या दूसरे अहम मसलों पर आम लोगों की राय जानने के लिए आयोग बहुत जल्द ट्विटर पर सक्रिय होगा. यूपी के विधानसभा चुनाव में फेसबुक का फार्मूला हिट होने के बाद चुनाव आयोग उत्साहित है. अब बड़े लेवल पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने की तैयारी की जा रही है.

गूगल ने एप्पल के वेब ब्राउजर ‘सफारी’ पर यूजर्स की प्राइवेसी भंग की

ह्यूस्टन : सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी गूगल यूजर्स की निजता के उल्लंघन के मामले में चारों ओर से मुश्किलों में घिर गई है. गूगल पर आरोप है कि उसने एप्पल के वेब ब्राउजर ‘सफारी’ पर यूजर्स की प्राइवेसी को भंग किया है. कंपनी को ऑनलाइन लोगों की निगरानी के लिए उपभोक्ता अधिकार संगठनों से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही गूगल को इस मामले में कानूनी परेशानियां भी झेलनी पड़ सकती हैं. सफारी के एक यूजर ने गूगल पर मुकदमा भी ठोक दिया है. साथ ही कुछ सांसदों ने संघीय व्यापार आयोग (एफटीसी) से इस मामले की पूरी जानकारी मांगी है.

पेड न्यूज के किसी भी मामले में शिकायत साबित नहीं हुई : चुनाव आयोग

नई दिल्ली : पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों के दौरान अपने पक्ष में खबर के प्रकाशन के लिये विभिन्न मीडिया संगठनों को भुगतान करने वाले उम्मीदवारों को चुनाव आयोग ने अब तक 167 नोटिस जारी किये हैं। सबसे ज्यादा 129 नोटिस पंजाब के उम्मीदवारों को जारी किये गये जबकि उत्तरप्रदेश में 38 नोटिस जारी किये गये। पंजाब में 30 जनवरी को चुनाव संपन्न हो गया जबकि उत्तरप्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। अधिकारियों ने कहा कि मणिपुर और उत्तराखंड में पेड न्यूज देने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है जहां क्रमश: 28 और 30 जनवरी को चुनाव हो गये।

विवेक ओबेराय ने मीडिया को दिखाई हैसियत, कहा- उड़ा ले जाऊंगा!

मथुरा/लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव जयंत चौधरी के प्रचार में आए फिल्म अभिनेता विवेक ओबेराय रविवार को संवाददाताओं से उलझ गए. उन्होंने अपनी हैसियत का अहसास कराते हुए कहा पता है आप किससे बात कर रहे हैं. अखबार वाले हैं तो क्या हुआ उड़ा ले जाऊंगा हेलीकाप्टर से. विवेक ओबराय के सुरक्षाकर्मियों और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और वह हेलीकाप्टर से चले गए. उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने कहा है कि अभिनेता विवेक ओबराय और पत्रकारों के बीच में हुई झड़प के मामले की रिपोर्ट मंगाई गई है. रिपोर्ट में यदि कुछ भी गड़बड़ी मिली तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी. मामले की पड़ताल के बाद विवेक के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है.

दी पायोनिटर के कालमनिस्ट अनिल अमर का लंग कैंसर के कारण निधन

Chandigarh : Columnist of The Pioneer Anil Amar expired on Sunday at the Army Hospital here after experiencing the travails of lung cancer for three years. His column, ‘Talking Point’ published every Sunday in the Dehradun and Chandigarh editions of The Pioneer since 2009 had won him many admirers. He had recently started to write for the ‘Agenda’ supplement.

धुर विरोधियों ने भी मेरी निष्ठा, नैतिकता, चरित्र पर अंगुली नहीं उठाई : राजनाथ ‘सूर्य’

प्रिय यशवंत, आपके दो संवाददाताओं ने मेरा विस्तार से साक्षात्कार लिया था, जिसे मैंने प्रकाशित होने के बाद अभी तक देखा नहीं। आपने उसके बाद मुझे फोनकर इतना बताया कि दयानंद पाण्डेय ने उस पर कुछ टिप्पणी की है। उसके बाद आपने दयानंद पांडेय के बारे में मुझसे पूछा था, तब मैंने बताया कि उन पर अनुशासनहीनता के आरोप थे। मेरे द्वारा उन्हें निलंबित कर देने के बाद प्रबंधकों ने कानपुर संस्करण के स्थानीय संपादक की जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें स्वतंत्र भारत से निकाल दिया था। जिन लोगों ने आपका वेब पोर्टल देखा है उन्होंने मुझे बताया कि दयानंद पांडेय ने मेरे बारे में कुछ अनर्गल आरोप लगाये हैं।

आईपीएस अफसरों से सबक लेकर यूपी के लाखों पुलिसवाले देंगे इस्तीफा!

कोई सिपाही मीडिया में बयान देता है तो इसे विभागीय अनुशासनहीनता मानते हुए उस पर मुकदमा दर्ज करा दिया जाता है,  लेकिन जब कोई आईपीएस अफसर मीडिया में बयान देता है या सामूहिक इस्तीफे की बात कहकर दबाव बनाकर अपनी मांग मनवाता है तो उसे अनुशासनहीनता क्यों नहीं माना जाता, उसे गलत मानते हुए मुकदमा दर्ज क्यों नहीं कराया जाता. यह सवाल उठाया है पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन के नरेंद्र सिंह यादव ने.

पत्रकार को मिली धमकी, सपा प्रत्याशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

आजमगढ़ जनपद के मुबारकपुर थाना क्षेत्र में एक स्थानीय पत्रकार को जान से मारने की धमकी के मामले में सपा प्रत्याशी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार मुबारकपुर थाना क्षेत्र में उर्दू दैनिक समाचार पत्र राष्ट्रीय सहारा के स्थानीय संवाददाता गुलाम रसूल रिज़वी को कल दोपहर क्षेत्र के सठियाव कस्बे में वर्तमान चुनाव में सपा के प्रत्याशी रहे अखिलेश यादव ने धमकी दी. गुलाम रसूल रिज़वी पिछले बीस सालों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं. सपा नेता के धमकी भरे अंदाज ने यहाँ के पत्रकारों को आक्रोशित कर दिया है.

मुरादाबाद में हिंदुस्तान की लांचिंग से पहले ही विवाद शुरू

मुरादाबाद शहर से हिंदुस्तान अखबार की लांचिंग शीघ्र ही होने वाली है. कोई 20 फरवरी लांचिंग डेट बता रहा है तो कोई 24 फरवरी कह रहा है. लेकिन लांचिंग के पहले ही विवाद शुरू हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक पहला विवाद स्ट्रिंगरों को लेकर है. बताया जाता है कि मुरादाबाद यूनिट में हिंदुस्तान की दूसरी यूनिटों की अपेक्षा बहुत ज्यादा स्ट्रिंगर रखे गए हैं. एडिटोरियल हेड बनाए गए मनीष मिश्रा ने स्ट्रिंगरों का जो वेतन तय किया था, एचआर हेड शहबर ने उसे रोकते हुए स्ट्रिंगरों की संख्या और उनके वेतन में कटौती का मेल जारी कर दिया है. इस कारण मनीष के साथ ही रामपुर, जेपीनगर और भीमनगर के ब्यूरो इंचार्ज परेशान हैं.

हिंदुस्तान छोड़ संतोष वर्मा ने लखनऊ में ही नेटवर्क18 ग्रुप ज्वाइन किया

हिंदी दैनिक हिंदुस्तान, लखनऊ में कार्यरत संतोष वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है. संतोष हिंदुस्तान में अपकंट्री एडवर्टाइजिंग के हेड थे. उनका जाना विज्ञापन विभाग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. उन्होंने नई पारी की शुरुआत नेटवर्क18 ग्रुप में बतौर सीनियर मैनेजर के रूप में की है. वे लखनऊ में रहकर काम करेंगे. …

फेसबुकी प्रेम : ब्रिटेन की जोकोवा झारखंड के विशाल से शादी करने आईं

प्रभात खबर, रांची के स्थानीय संपादक विजय पाठक ने अपने फेसबुक वॉल पर एक तस्वीर अपलोड की है. इसमें विदेशी बाला के साथ देसी ब्वाय दिखाई दे रहा है. पाठक ने तस्वीर के बारे में बताया है- ''ब्रिटेन की जोकोवा को फेसबुक पर प्रेम हुआ और वह चली आयी रांची. मैकलुस्कीगंज में प्रेमी विशाल शर्मा से मिलीं और दोनों ने शादी के लिए आवेदन दिया. जोकोवा अब मैकलुस्कीगंज की ही बहू बन कर रहना चाहती हैं. अच्छा लगा ना….'' विजय पाठक के इस स्टेटस पर ढेरों कमेंट आए हैं.

छापे के बाद दो नंबर के पैसे की इनकमिंग बंद होने से अरूप को दुधारू गाय की जरूरत थी

: कानाफूसी : कितना महान है न्यूज चैनल 'न्यूज11' का सीएमडी अरूप चटर्जी : रांची : जिन्होंने भी ''हरि नारायण सिंह एवं बैजनाथ मिश्र : बुरे दिनों में अदला- बदली'' शीर्षक से जानकारी खबर भड़ास पर भेजी/छपवाई है, उनकी जानकारी बढाने के लिए और भड़ास के सुधि पाठकों तक मुकम्मल जानकारी पहुंचाने हेतु कुछ अतिरिक्त जानकारी दे रहा हूँ….. श्री हरि नारायण सिंह न्यूज़11 आने से पहले सन्मार्ग में ही सलाहकार सम्पादक थे….. विनोद सिन्हा एवं अरूप चटर्जी के यहाँ आयकर विभाग के छापा मारने के बाद दो नंबर के पैसों की इनकमिंग बंद होने के बाद अरूप चटर्जी को एक दुधारू गाय की जरूरत थी जो उसकी जरूरत को पूरा कर सके…..

पत्रकार ने युवती को नौकरी देने के लिए रात में गेस्ट हाउस में बुलाया!

: कानाफूसी : किस्सा हिमाचल प्रदेश के एक पत्रकार का है. इस प्रकरण की सबको खबर हो गई है. दरअसल एक नामी अखबार के एक पत्रकार ने उना के रेस्ट हाउस में कांगड़ा से ताल्लुक रखने वाली एक युवती को ठहराया तो कुछ स्थानीय पत्रकारों को इस बात की खबर लग गई. फिर तो मामला पेचीदा हो गया. जांच शुरू हुई तो पता चला कि रेस्ट हाउस में उस कमरे की बुकिंग एक दूसरे पत्रकार के नाम पर थी. लिहाजा मामला बिगड़ गया. मौके पर तमाम लोग जमा हुये तो युवती से भी लगे हाथ पूछताछ हुई.

जब बसपा के पक्ष में जज खरीदने गए थे सलमान खुर्शीद!

: चुनाव क्या, किसी भी आचार संहिता से है कांग्रेसियों को परहेज : देश के कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की आदत में शुमार है कानून का उल्लंघन करना और संवैधानिक मर्यादा की दहलीज लांघना। उनकी नकल पर कांग्रेस आलाकमान का खास बनने के भौंडे प्रयास में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा इस उम्र में भी नाबालिग हरकतें कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मतदाता कल जब अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने जा रहे होंगे, उनके सामने होगा कानून की अवहेलना करने वाले कानून मंत्री और संवैधानिक अवमानना के दोषी व्यक्ति को भारतीय लोकतंत्र पर थोपे रहने की असंवैधानिक जिद रखने वाली कांग्रेस पार्टी का अनैतिक अलोकतांत्रिक दंभ।

भारत लौटे पोंटी चड्ढा ने दी जोरदार पार्टी, लेकिन दारू नहीं पिलाई

: आयकर विभाग को तलाश पोंटी का साथ देने वाले ‘विभीषणों’ की : फरवरी 2012 के पहले हफ्ते में वाइन किंग पोंटी चड्ढा के दिल्ली, नोयडा, मुरादाबाद सहित 25 ठिकानों पर मारे गए आयकर विभाग के छापे में पोंटी तो नहीं फंसे लेकिन सीबीडीटी (आयकर विभाग की एक विंग) के कई अधिकारियों की गर्दन जरूर शूली पर लटक गई है। उनको मीडिया से लेकर ‘सरकार’ तक को जवाब देना मुश्किल हो रहा है। विभाग ‘घर’ के उस भेदी की तलाश जोर-शोर से कर रहा है जिसने अपने महकमें की जगह पोंटी के प्रति वफादारी निभाना ज्यादा मुफीद समझा, जिस कारण न केवल आयकर विभाग हाथ मलता रह गया बल्कि उसकी फजीहत भी चौतरफा हुई।

मध्य प्रदेश में नवभारत के ब्यूरो चीफ चंद्रिका राय और उनके पूरे परिवार की हत्या

इन दिनों मध्य प्रदेश के जिलों, कस्बों तथा ग्रामीण अंचलों के पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं. आये दिन पत्रकारों को अगवा किया जाना तथा उन्हें धमकी देना आम बात होती जा रही है. अब तो पत्रकारों की जान पर लोग खेलने लगे हैं. एक दर्दनाक घटना शहडोल संभाग के उमरिया जिले में शनिवार को घटित हुई. नगर के मध्य में जल संसाधन विभाग के रेस्ट हॉउस के बगल में स्थित एक मकान में चार लाशें पुलिस ने बरामद की. जानकारी के अनुसार नवभारत के ब्यूरो प्रमुख चंद्रिका राय (उम्र चालीस वर्ष) सहित उनके समूचे परिवार की लाश घर के अन्दर मिली. इसमें उनकी पत्नी दुर्गा राय 38, युवा पुत्र और पुत्री का शव बरामद किया गया है.

हरिनारायण सिंह और बैजनाथ मिश्र : बुरे दिनों में अदला-बदली

: कानाफूसी : रांची – खबर थोड़ी पुरानी है। राजधानी रांची के दो दिग्गज स्वनामधन्य पत्रकार (अच्छे ओहदे पर रहे, राजनीति गलियारे में अच्छी पकड़ वाले) संपादकद्वय हरिनारायण सिंह और बैजनाथ मिश्र के दिन अच्छे नहीं चल रहे। वैसे इन दोनों ने तो आसमान छुआ ही है। बैजनाथ मिश्र प्रभात खबर से उड़कर नये राज्य झारखंड में सूचना आयुक्त बने। अभी रिटायर ही हुए थे कि सन्मार्ग में संपादकी मिल गई। वैसे खबर है कि सूचना आयुक्त रहते मिश्र प्रभात खबर आते-जाते रहे, परंतु ज्यादा दिनों तक नहीं। उन्होंने उस दरम्यान हिन्दुस्तान को अपना ठिकाना बनाया और दूसरे नाम से कालम भी लिखना शुरू किया।

जो विनय है वह दानव हो जाए और जो अभय है वह कोने में दुबक जाए!

नई दुनिया और छजलानी परिवार से हमारे व्यावसायिक और पारिवारिक दोनों संबंध बहुत प्रगाढ़ रहे और यह संबंध 1959 से लेकर लगभग दो दशकों तक रहे. अब्बू जी [श्री अभय छजलानी जी] का स्नेहवत मार्गदर्शन भी तब तक मिलता रहा जब तक व्यावसायिक सम्बन्ध रहे. यहाँ तक कि उनहोंने अपने परम विश्वसनीय स्व. रामचंद्र नीमा को व्यवस्था सम्बन्धी मदद के लिए हमें दिया. सन 1974 में उज्जैन के एक अखबार द्वारा टेलीप्रिंटर सेवा ली थी, के उद्घाटन समारोह में मैंने उन्हें सुना भी था. तभी पता चला कि वे मात्र इंटर पास हैं लेकिन अखबार की क्या जरूरतें होती हैं और बेहतर अखबार कैसे निकाला जाता है, उन्हें भली भाँति पता है. स्व. प्रकाश चंद सेठी उस कार्यक्रम में उपस्थित थे.

सीएनईबी के चैनल हेड रजनीश को प्रमोशन, कर्मचारियों के हिस्से कुछ नहीं

: कानाफूसी : चिटफंड कंपनी द्वारा संचालित सीएनईबी न्यूज चैनल के चैनल हेड रजनीश के बारे में खबर है कि उन्हें प्रमोशन देकर एडिटर इन चीफ और सीईओ बना दिया गया है. उन्हें यह पदवी तीन फरवरी से दी गई है. इस बाबत नोटिस भी सीएनईबी आफिस के अंदर चस्पा कर दिया गया है. लेकिन चैनल में काम करने वाले बाकी कर्मचारी दुखी हैं. उन्हें कहा गया था कि उन्हें प्रमोशन फरवरी में दिया जाएगा लेकिन अभी तक किसी का कुछ नहीं हुआ. इनक्रीमेंट के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है कि कब मिलेगा और कितना मिलेगा.

रीतेश साहू व देशपाल पंवार की अगुवाई में रायपुर से प्रकाशित होगा ‘जनदखल’

सच तो एक परिंदा है, घायल है पर जिंदा है. लोकतंत्र यानि जनता का तंत्र पर वास्तव में क्या ऐसा है? क्या इस तंत्र में वोट देने के बाद जनता की कहीं कोई सुनवाई है? हर जगह हर पल उसे छला जाता है, दुत्कारा जाता है, एहसास कराया जाता है कि जनतंत्र सिर्फ कागज पर है, असली हुकुमत तो मनीमंत्र की है, इस राह पर चलने वाले नेताओं की है, अफसरों की है, सत्ताओं के दलालों की है, ठेकेदारों की है। ये सब एहसास कराते हैं और जनता तक जान चुकी है कि अपना वाजिब हक मांगने का भी उसे कोई हक नहीं। ऐसे में वो क्या करे-कहां जाए? माना कि रास्ते संकरे होते जा रहे हैं पर तस्वीर बदलने के वास्ते जरूरी है जनदखल।

दिल्ली के युवा पत्रकार अजय प्रकाश को पहला अनिल सिन्हा मेमोरियल अवॉर्ड

दिल्ली के युवा पत्रकार और 'जनज्वार' वेबसाइट के संचालक अजय प्रकाश को पहले अनिल सिन्हा मेमोरियल पुरस्कार के लिए चुना गया है। अजय प्रकाश जुलाई 2007 से राष्ट्रीय हिंदी पाक्षिक पत्रिका ‘द पब्लिक एजेंडा' में वरिष्ठ संवाददाता के पद पर कार्यरत हैं।  अनिल सिन्हा मेमोरियल फाउंडेशन ने अजय प्रकाश का चुनाव उनकी जनपक्षधर पत्रकारिता, हाशिये पर पड़े समाज के तबकों पर उनकी विशेष कवरेज, माओवादी आंदोलन, सिमी और कश्मीर में फर्जी इनकाउंटर जैसे ज्वलंत मुद्दों पर पर उनकी खोजी रिपोर्टिंग के लिए किया गया है।

नरेश मोहन ने पूछा था- अपने ही अखबार में संपादक के खिलाफ कैसे छपा?

Bipendra Kumar : अजीब संयोग है कि एक ओर जब ‘लखनऊ ब्वायज’ बेस्टसेलर की सूची में शामिल हो रहा है, तो दूसरी ओर लखनऊ का यह छोरा (विनोद मेहता) अपने जीवन की सफलतम कृति आउटलुक को विदा कहने जा रहा है। यह पंजाबी हिंदू छोरा लखनवी नजाकतों के बीच पला-बढ़ा और मुसलमान, ईसाई, पारसी सिख मित्रमंडली के साथ पढ़ाई के दिनों में मौजमस्ती करते हुए बीए थर्ड क्लास बन गया। इन्हीं समुदायों के बीच खेलते-कूदते, पढ़ते-लिखते उसके जेहन में धर्मनिरपेक्षता की जो भाव पैठी वह आज तक अडिग है। मतलब मेहता ने धर्मनिरपेक्षता किसी गांधी, मार्क्स या किसी और महान विचारक की किताब से नहीं, बल्कि जीवन के अपने गुजरे अनुभवों से धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ा। 

मैं मानता हूं कि आलोक मेहता एक निहायत गलत फैसला थे

: छिप कर पत्थर मारने वालों को प्रोत्साहित न करे भड़ास : चाय से ज्यादा गरम हैं केतलियां : 'भड़ास' पर ऐसा बहुत कुछ पढ़ा है, जिसमें लिखने वालों की पहली शर्त यह थी कि उनका नाम नहीं लिया जाए। मेरी पहली शर्त यह है कि मेरा नाम लिया जाए। नईदुनिया के ऐसे भी शुभचिंतक क्या हुए जो अपना नाम तक देने में घबराते हैं? तो पहली शर्त यही है कि नाम दिया जाए। मेरा नाम दीपक असीम है और मैं तीन बरसों से नईदुनिया में हूं। पहले प्रभात किरण में होता था। यहीं से विनय जी मुझे नईदुनिया लाए। मैं 'पर्दा-बेपर्दा' नाम का नियमित कॉलम लिखता हूं। तो जनाब ये तो हुआ संक्षिप्त परिचय।

‘दयानंद पांडेय और राजनाथ सिंह सूर्य के आपसी विवाद को तूल न दें’

भाईसाहब नमस्कार, श्री दयानंद पाण्डेय और श्री राजनाथ सिंह सूर्य के आपसी विवाद को हम अनावश्यक रूप से तूल दे रहे हैं. इसमें कोई शक नही कि टी. आर. प़ी. बढ़ रही है लेकिन मंच बदनाम हो रहा है. चूँकि मैं पत्रकारिता में बहुत कनिष्ठ हूं और सदैव कनिष्ठ ही बना रहना चाहता हूं, नही तो कभी कुछ नहीं सीख पाऊंगा लेकिन दोनों वरिष्ठों को अनुज की बिना मांगी सलाह है कि मतभेद हो जाते हैं, लेकिन इस तरह उनका सार्वजनिक प्रस्तुतीकरण ठीक नहीं है. जिस समय कल्याण सिंह अटल जी के विरुद्ध जहर उगल रहे थे और कोई बड़ा नेता यहां तक क़ि राजनाथ जी के नामराशि राजनाथ सिंह भी कुछ बोलने से कतरा रहे थे उस समय मैंने श्री सूर्य का साहस देखा था.

‘हिंदुस्तान’ पेड न्यूज कर रहा है, इसकी मान्यता निरस्त करें

हिंदुस्तान अखबार के प्रधान संपादक शशि शेखर ने पेड न्यूज को लेकर बड़ी बड़ी बातें की थीं. लेकिन उनके सारे दावे, घोषणाएं, वादे तार-तार हो चुके हैं. जगह जगह से हिंदुस्तान अखबार द्वारा पेड न्यूज किए जाने की खबरें मिल और प्रकाशित हो रही हैं. ताजा मामला बरेली का है. पूर्व विधायक मास्टर छोटे लाल गंगवार ने बरेली के जिला निर्वाचन अधिकारी / जिला मजिस्ट्रेट से शिकायत की है कि हिंदुस्तान अखबार पेड न्यूज छाप रहा है.

दैनिक जागरण के लोगों की काबिलियत देखिए

आज दैनिक जागरण के राजधानी संस्करण में पेज सात पर लीड खबर में अनाथालय मामले में "वालिया ने लिखा पुलिस आयुक्त को पत्र" खबर में दिल्ली के स्वास्थ्य व शहरी विकास मंत्री एके वालिया की तस्वीर छाप दी गई है, जबकि बयान महिला एवं बाल विकास व समाज कल्याण मंत्री प्रो. किरण वालिया का है। लोगों का कहना है कि जागरण के नोएडा और दिल्‍ली कार्यालय में बडे़ ही विद्वान लोग बैठे हैं, लेकिन मुझे तो लगता है वहां सिर्फ चापलूस लोग हैं, जो मालिकों की चापलूसी करके वहां काबिज हो गए हैं, जिन्‍हें ये तक नहीं मालूम की दिल्ली के स्वास्थ्य व शहरी विकास मंत्री एके वालिया कौन हैं? काटजू साहब ने अगर कुछ कहा था तो सोच समझ कर ही कहा था.

मेट्रो हलचल से रविकांत, धर्मेंद्र पाठक एवं अमन वर्मा जुड़े

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के युवा पत्रकार रविकांत शर्मा इस माह के अंत तक मेट्रो हलचल नामक मैग्जीन लॉन्च करने जा रहे हैं। 56 पृष्ठों की इस बहुरंगी मैग्जीन में पाठकों को राजनीति, करेंट अफेयर्स, अपराध, खेल, फैशन-ग्लैमर, धर्म-समाज, सिनेमा जगत के साथ-साथ अन्य कई रोचक विषयों पर पठनीय सामग्री उपलब्ध होगी। लंदन में बिजनेस कर रहे हैं प्रवासी भारतीय धर्मेन्द्र पाठक इस मैग्जीन में जुड़े हैं। साथ ही पत्रकार अमन वर्मा को इस मैग्जीन का सम्पादकीय प्रभारी बनाया गया है।

सरकार गठन के लिए सपा को समर्थन देने का सवाल ही नहीं : दिग्विजय सिंह

: राहुल ने कांग्रेस के हक में माहौल बनाया : उमा भारती अपनी सीट भी निकाल लें तो गनीमत होगी : नई दिल्ली- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह उत्तर प्रदेश को लेकर दो तरह की स्थितियां देख रहे हैं मतदान के बाद। पहली, कांग्रेस को पूर्ण बहुमत का मिलना। दूसरी, कांग्रेस का सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आना। इसी के साथ दिग्विजय सिंह ने न्यूज 24 की प्रधान सम्पादक सुश्री अनुऱाधा प्रसाद के साथ एक साक्षात्कार में यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी भी हालत में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लिए समाजवादी पार्टी को समर्थन नहीं देगी।

एक पत्रकार ने दूसरे पत्रकार पर लगाया पत्‍नी से अवैध संबंध के चलते मारपीट का आरोप

: पुलिस कर रही है मामले की जांच : दो पत्रकारों की पुरानी दोस्‍ती अब दुश्‍मनी में बदल गई है. कारण बनी है एक पत्रकार की पत्‍नी, जिस पर आरोप है कि उसने दूसरे पत्रकार के साथ अवैध संबंध बना लिए हैं. एक पत्रकार ने जब अपने दोस्‍त के साथ पत्‍नी के अवैध संबंध की सीडी बनाई तो दोस्‍त ने उसे सीडी न देने पर पीटा फिर जान से मारने की धमकी दी. भुक्‍तभोगी पत्रकार पुलिस को तहरीर देकर मामला दर्ज करने का निवेदन किया है. पुलिस जांच कर रही है.

आलोक दुबे के एचटी, भोपाल आने से तरह तरह के खेल तमाशे शुरू

हिंदुस्‍तान टाइम्‍स, भोपाल का अस्तित्‍व खतरे में है. आलोक दुबे, जो भास्‍कर भोपाल से एचटी में बिजनेस हेड बन के आए हैं, जमकर चूना लगा रहे हैं. विज्ञापन एजेंसियों से मिलकर बढिया खेल खेल रहे हैं. उनकी खास एजेंसियां हैं माध्‍या और महक. मजे की बात है माध्‍या विज्ञापन एजेंसी को बिजनेस एसोसिएट बनाकर सरकारी विज्ञापनों का एचटी में एक जोरदार खेल शुरू किया है. एचटी की मार्केटिंग टीम के कर्मचारी सब जानते हुए भी चुप हैं.

राजनाथ सिंह को खुली चुनौती दे रहा हूं कि मेरे खिलाफ़ आरोप सार्वजनिक करें!

अरे, राजनाथ सिंह सूर्य किस शुचिता की बात कर रहे हैं? मेरी समझ में नहीं आता। मेरी उन को खुली चुनौती है कि मेरे खिलाफ़ जो भी आरोप हों बताएं। मेरे चरित्र की चिंता करने के बजाय अपने चरित्र, अगर उस में कुछ बच-खुच गया हो तो उस की चिंता करें। और मेरे खिलाफ़ जो भी आरोप हो उस को सार्वजनिक करें। स्वागत है। और हां, मैं ने जो भी थोडे़ बहुत आरोप अभी उन पर लगाए हैं उन पर ज़रा रुक कर बात करें। और कि एक भी आरोप गलत साबित करें तो बहुत खुशी होगी। क्यों कि मेरा मानना है कि राजनाथ सिंह जैसों को ले कर, उन के कुकृत्यों को ले कर एक पूरी किताब लिखी जा सकती है। शायद मैं देर सवेर लिखूं भी। क्यों कि पत्रकारिता के नाम पर राजनाथ सिंह जैसे लोग दाग ही नहीं कोढ़ का काम कर गए हैं। लेकिन अपने ऊपर लगे आरोपों पर बात करने की बजाय मेरे निकाले जाने पर उन का ज़ोर कुछ ज़्यादा है।

पुलित्‍जर विजेता पत्रकार शादिद का निधन

न्यू यॉर्क टाइम्स के संवाददाता और दो बार पुलित्ज़र पुरस्कार से सम्मानित पत्रकार एंथनी शादिद का निधन हो गया है. वो 43 वर्ष के थे. शादिद ने पश्चिमी एशिया में काफ़ी काम किया था और फिलहाल सीरिया में रिपोर्टिंग कर रहे थे जब माना जा रहा है कि अस्थमा का दौरा पड़ने से उनकी मौत …

राजेश के सुंदरम, अजय वर्मा एवं मीनू नारंग ने अल्‍फा मीडिया ज्‍वाइन किया

अल्‍फा मीडिया से खबर है कि इस ग्रुप के आने वाले नेशनल चैनल के लिए भर्तियां शुरू हो गई हैं. इस अपकमिंग चैनल में राजेश के सुंदरम ने इनपुट हेड के रूप में ज्‍वाइन किया है. जबकि अजय वर्मा आउटपुट हेड बनकर चैनल से जुड़े हैं. ये दोनों लोग हेडलाइंस टुडे को अपनी सेवाएं दे रहे थे. ग्रा‍फिक्‍स हेड के रूप में मीनू नारंग ने ज्‍वाइन किया है. वे लाइव इंडिया से जुड़ी हुई थीं. इसके पहले वे वॉयस ऑफ इंडिया, आजतक और जी न्‍यूज को भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं.

जस्टिस काटजू ने पत्रकारों व मीडिया को परेशान करने पर यूपी के अफसरों को चेताया

: To, (1) The Chief Secretary, U.P.Government, Lucknow : (2) Secretary/Director, Information and, Public Relations, U.P.,Lucknow :  Freedom of Press is a guaranteed  fundamental right  under  Article (19) (1) (a) of the Constitution of India, and it is the duty of the Press Council of India to uphold this right in view of Section 13 of the Press Council Act. Many complaints have been coming from the State of Uttar Pradesh that press freedom is being violated in various ways e.g. denying Government advertisements or accreditation of journalists to the newspaper/journalist which is critical of the government.

अंजना कश्यप और स्मिता शर्मा की एंकरिंग के मुरीद हैं अजीत अंजुम

न्यूज24 के बॉस अजीत अंजुम अपनी पसंद और नापसंद फटाफट जगजाहिर करने के लिए जाने जाते हैं. पिछले दिनों उन्होंने फेसबुक पर लिखकर दीपक चौरसिया की रिपोर्टिंग व मेहनत की जमकर तारीफ की तो अब उन्होंने हाल के दिनों के महिला एंकरों में दो का नाम लेकर उनकी भरपूर सराहना की है. कमियां गिनाने और गरियाते रहने के इस दौर में सच्ची और अच्छी बातें साफ साफ कहना सुनना अच्छा लगता है. संभव है, इससे भी कई लोगों को दिक्कत पेश आए, लेकिन अगर अजीत अंजुम अपनी निजी राय जाहिर कर रहे हैं तो वे आप पर अपनी पसंद कतई नहीं थोप रहे. आपको अपनी धारणा बनाने और बताने का पूरा हक है. यह सब अजीत अंजुम के लिखे पर कमेंट के रूप में दिख भी रहा है. पढ़ें, पूरी बहस. -एडिटर, भड़ास4मीडिया