मीडिया की मदद से गरीब महिला के आंसू पहुंचे योगी तक, एसपी को पड़ी फटकार…देखें वीडियो

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सिद्धार्थ नगर पहुंचे. जनसभा को सम्बोधित करने के दौरान पंडाल की भीड़ में बैठी एक गरीब महिला लगातार तख्ती लहराती रही. मीडिया के कैमरे जब महिला के इर्दगिर्द नजर आने लगे तो धीरे धीरे अफरातफरी सी मचने लगी. अव्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री को …

योगी राज में युवा उद्यमी के संघर्ष को मिली जीत, करप्ट अफसरों का गिरोह हारा

Ashwini Kumar Srivastava : योगी राज में देर तो है….अंधेर नहीं! क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ मेरे जीवन का अब तक का सबसे बेहतरीन तोहफा लेकर आये हैं…और वह है, सरकारी तंत्र के भ्रष्टाचार में फंसकर ढाई बरस की भयंकर देरी से तकरीबन दम ही तोड़ चुके हमारे आवासीय प्रोजेक्ट की मंजूरी। ईश्वर की कॄपा से …

रिश्वत के लिए फाइल पर कुंडली मार कर बैठ जाता है ये अफसर, कंप्लेन पर पीएमओ भी सक्रिय

Ashwini Kumar Srivastava : 2018 की तरफ बढ़ते हुए मुझे एक बेहद बड़ी खुशखबरी यह मिल रही है कि भ्रष्टाचार और एक भ्रष्टाचारी अफसर एसपी सिंह के खिलाफ चल रही मेरी लड़ाई को खुद प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान में ले लिया है। दोनों ही जगहों से बाकायदा मेरी शिकायत पर न सिर्फ …

एफआईआर दर्ज न होने से परेशान यूपी के एक मान्यता प्राप्त पत्रकार ने भेजी भड़ास को चिट्ठी

अर्जुन द्विवेदी ने भड़ास4मीडिया को एक पत्र भेजकर एक एफआईआर दर्ज कराने के बाबत किए जा रहे अपने संघर्ष का उल्लेख किया है और अपनी जान-माल के नुकसान की आशंका जाहिर की है. अर्जुन द्विवेदी यूपी के राज्य मुख्यालय से मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं. अर्जुन से संपर्क editorsristimail@gmail.com के जरिए किया जा सकता है. पढ़िए भड़ास के नाम आई अर्जुन की चिट्ठी…

लो जी, सुदर्शन न्यूज वाले सुरेश चह्वाणके भी कर आए योगीजी का इंटरव्यू!

Ashwini Sharma : योगी जी आपसे ये उम्मीद नहीं थी… आप इस बात का तो ख्याल रखें कि आपका साक्षात्कार कौन कर रहा है… क्या आप नहीं जानते कि सुदर्शन न्यूज चैनल के मालिक सुरेश चव्हाण पर रेप का आरोप है… महिलाओं को जाल में फांसने वाले और खुद को देशभक्त बताने वाले सुरेश ने …

अपराधी को हिरासत से भगाने वाली गाजीपुर पुलिस ने निर्दोष बुजुर्ग का मोबाइल फोन छीन लिया!

Yashwant Singh : ग़ज़ब है यूपी का हाल। अपराधी भाग गया हिरासत से तो खिसियानी पुलिस अब बुजुर्ग और निर्दोष को कर रही परेशान। मेरे बुजुर्ग चाचा रामजी सिंह का फोन ग़ाज़ीपुर की नन्दगंज थाने की पुलिस ने छीना। बिना कोई लिखा पढ़ी किए ले गए। अब बोल रहे फोन हिरासत में लिया है। शर्मनाम …

गोरखपुर मेडिकल कालेज में 30 बच्चों की मौत नहीं हुई है, ये साफ-साफ हत्या की श्रेणी में है!

Anand Sharma : सरकार ने लखनऊ से पूरा फण्ड भेजा फिर ऑक्सीजन का भुगतान क्यों नही हुआ? कमीशन का खेल है, दवाओं का स्टॉक भी चेक कर लें योगीजी… उनके आने के बाद रिश्वतें और कमीशन बढ़ गया है। अधिकारी और कर्मचारी उन्हें बालक समझते हैं जो कॉस्मेटिक बदलाव में खुश है। विधायकों को नकारा बना दिया गया है कार्यकर्ता की कोई सुनता नही। सच्चाई की ज़मीन से कतई कटी हुई है योगी सरकार। गिरफ्तार कीजिये मेडिकल कॉलेज प्रशासन को और इरादतन हत्या की धाराएं लगाइए, कठोरतम कदम न उठा सकें तो सार्वजनिक जीवन से हट जाएं योगीजी।

एवार्ड लेते समय यशवंत ने योगी के कान में क्या कहा, देखें वीडियो

योगी के हाथों पुरस्कार लेने पर वामपंथी खेमे के कुछ पत्रकारों द्वारा विरोध किए जाने का यशवंत ने कुछ यूं दिया विस्तार से जवाब…

Yashwant Singh : लोकमत अखबार के यूपी के संपादक आनंदवर्द्धन जी का एक दिन फोन आया. बोले- ”हर साल की तरह इस बार भी लोकमत सम्मान का आयोजन करने जा रहे हैं हम लोग. हमारी जूरी ने ‘जनक सम्मान’ के लिए आपको चुना है क्योंकि भड़ास4मीडिया एक बिलकुल अनोखा प्रयोग है, मीडिया वालों की खबर लेने-देने के वास्ते जो भड़ास4मीडिया की शुरुआत हुई है, उसके लिए आप सम्मान योग्य हैं.”

मुख्यमंत्री योगी ने भड़ास संपादक यशवंत समेत 18 विभूतियों को किया सम्मानित (देखें तस्वीरें)

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगीत नाटक अकादमी में एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ अपरान्ह 3 बजे गोमती नगर, विपिन खण्ड स्थित संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे प्रेक्षागृह में दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने 15 विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट …

धर्मपथ से राजपथ पर हठयोगी

पंचूर से गोरक्षपीठ तक का सफर अजय कुमार विष्ट का योगी आदित्यनाथ में कायांतर और परिवर्तन का सफर है। एक गृहस्थोन्मुख जीवन का, संन्यासी जीवन पथ का वरण, और इस वरण के साथ ही, जीवन की कठोरतम और असाध्य जीवन शैली और साधना पद्धति का भी वरण। नाथ पंथियों के आदि अराध्य गुरू शिव और उनकी शिष्य परंपरा में मत्स्येंद्रनाथ और गुरू गोरखनाथ (गोरक्षनाथ) सरीखे महायोगी हुए हैं। जिन्होंने अपने तप,जप,योग और हठयोग की कठोर साधना से जीवन के यथार्थ और गूढ़ता के मर्म को समझा है, और जीवन के उद्देश्य व उसके सारभूत तत्वों की विशद मीमांसा की है। गुरू गोरखनाथ से गोरक्षपीठ, गोरखपुर जिला और इसी परंपरा से जुडा नेपाल का गोरखा जिला, देश और दुनिया के नाथपंथियों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है। शस्त्र और शास्त्र में निपुण संतों की यह परंपरा मानव जन्म और मृत्यु ही नहीं, बल्कि संपूर्ण ब्रहमाण्ड के शाश्वत सत्य और तत्वज्ञान के गहरे रहस्यों का भी भेद किया है।

नाथ योगी संप्रदाय के प्रवर्तक गुरु गोरखनाथ के बारे में ओशो क्या कहते हैं, जानिए

ओपिनियन पोस्ट मैग्जीन ने इस बार गुरु गोरखनाथ के बारे में ओशो के विचार को प्रकाशित किया है. असल में योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश का सीएम बन जाने के बाद से अचानक नाथ संप्रदाय और गोरखनाथ चर्चा में आ गए हैं. गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर के महंत योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बहाने …

योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने से होने वाले एक बड़े फायदे के बारे में बता रहे यशवंत

Yashwant Singh : योगी आदित्यनाथ के सीएम बन जाने से एक बड़ा फायदा ये है कि यूपी के सीएम को अब अपने परिवार के लोगों के लिए सांसदी, मंत्रालय, ठेका, उगाही आदि के लिए प्रयास नहीं करना होगा. मुलायम और अखिलेश के सीएम वाले कार्यकाल में इनके कुनबे के जितने लोग सांसद विधायक बने, जितने लोग मंत्री बने, जितने लोग ठेका पट्टी से जमकर लूटे, जितने लोग ट्रांसफर पोस्टिंग से ठूंस कर कमाए यानि इन लोगों ने अपने कार्यकाल में अपने और अपने कुनबे के जरिए जितना माल दूहा, इकट्ठा किया-कराया है, अगर वो सब जब्त कर मेरे पूर्वी उत्तर प्रदेश इलाके के हर घर के प्रत्येक सदस्य के बीच वितरित कर दिया जाए तो हर एक को कम से कम एक-एक लाख रुपया मिल जाएगा…

सीएम योगी ने आईपीएस हिमांशु कुमार को निलंबित कर दिया

यूपी के युवा आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार को पुलिस विभाग के अंदर की पोल खोलना महंगा पड़ गया. उन्हें मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने निलंबित कर दिया है. कहा जा रहा है कि इस कदम के बाद यूपी को एक नया अमिताभ ठाकुर मिल गया है, हिमांशु कुमार के रूप में, बशर्ते हिमांशु कुमार अपनी लड़ाई पूरे जोश और दम के साथ लड़ सकें. संभव ये भी है कि वे मामले को रफादफा करा कर फिर से बहाल हो सकते हैं. हालांकि हिमांशु ने सस्पेंड होेने के बाद ट्विटर पर लिखा है कि सत्य की जीत होती है. यानि उन्होंने इरादे जता दिए हैं कि वे झुकेंगे नहीं.

लक्ष्मीकांत वाजपेयी चुनाव भले हार गये हों लेकिन वह भी लाल बत्ती के हकदार थे

योगी मंत्रिमंडल गठन में कुछ ऐसे चेहरे छूट भी गये जिनके पास किसी बड़े नेता की सिफारिश नहीं थी

अजय कुमार, लखनऊ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अपने मंत्रियों को विभाग बांट कर पहला पड़ाव पार कर लिया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि विभाग बंटने के बाद योगी के मंत्रियों को अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के अलावा न तो कुछं दिखाई देगा और न कुछ सुनाई। योगी सरकार के पास न तो ‘हनीमून’ मनाने का समय है और न ही अपने कर्तव्यों को सच्ची निष्ठा के साथ निर्वाहन न करने की कोई गुंजाइश शेष है। सीएम योगी से लेकर पीएम मोदी तक की निगांहबानी में इन मंत्रियों को जनता की कसौटी पर खरा उतरना होगा। दो वर्षो के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव के समयं उनके (यूपी के मंत्रियों) काम से ही मोदी की जीत-हार का फैसला होना है।

रोमियो स्क्वाड वाले इशू पर अतिरेक में आकर न लिखें, यह भी सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी टाइप मुद्दा है : यशवंत सिंह

Yashwant Singh : रोमियो स्क्वाड वाले इशू पर अतिरेक में आकर मत लिखिए. यह भी सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी टाइप का ही मुद्दा है. जमीन पर लोग इसे बहुत जरूरी बता रहे हैं. कई लोगों की बात सुन कर और कई लोगों से बात करने के बाद लिख रहा हूं. आप आजादी, स्वतंत्रता, प्रेम आदि का राग अलापते रहिए लेकिन जमीन पर लोग शोहदों के आतंक से त्रस्त थे. मैं भी आप की ही तरह सोच रहा था कि रोमियो स्क्वाड के जरिए यूपी पुलिस बच्चों को परेशान कर रही है.

सीएम आदित्यनाथ योगी के इस फैसले का वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने किया स्वागत

Om Thanvi : लाल बत्ती से परहेज़ के बाद योगी आदित्यनाथ का पान मसाले, सुरती-ज़र्दा थूक कर दीवारें रंगने के ख़िलाफ़ किया गया फ़ैसला मुझे सही लगा। हालाँकि इस क़िस्म के शौक़ दफ़्तर में पूरे न करने का निर्देश उन्होंने शास्त्री भवन (एनेक्सी) के मामले में ही दिया है, जहाँ मुख्यमंत्री का अपना कार्यालय है। पर यह मुमानियत – धूम्रपान निषेध की तरह – प्रदेश के तमाम सरकारी दफ़्तरों, सार्वजनिक स्थलों पर भी लागू हो जानी चाहिए।

ये योगी एक दिन प्रधानमंत्री बनेगा!

कल्याण सिंह और योगी आदित्यनाथ में गजब की समानता… दोनों कट्टर हिंदूवादी… दोनों देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री बने… मुझे लगता है कि नरेंद्र मोदी ने आदित्यनाथ योगी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनवाकर अपने ही पैरो में कुल्हाड़ी मार ली है। योगी आदित्यनाथ खांटी हिंदुत्ववादी चेहरा हैं और शायद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री कल्याण सिंह के बाद वे ही भारत के हिन्दू ह्रदय सम्राट बनते जा रहे हैं। इतिहास गवाह हैं कि बहुसंख्यक हिन्दुओं के इस देश में जब जब कोई नेता हिंदुत्ववादी लहर में उभर कर आया है तब तब उसने इस देश के शीर्ष सिंघासन यानि प्रधामनंत्री के पद को खतरा पैदा कर दिया है।

योगी आदित्यनाथ की फर्जी अश्लील तस्वीरें वायरल कराई जा रही (देखें वीडियो)

आगरा : आदित्यनाथ योगी के यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद शरारती तत्व हुए सक्रिय…. सोशल साइट पर डाली संत योगी की आपत्तिजनक तस्वीरें… विश्व हिन्दू परिषद में आक्रोश… सूबे में कई वर्षों के बाद भाजपा ने प्रचण्ड बहुमत में सरकार बनाई है। पहली बार यूपी का नेतृव संत करेगा। इसी से बौखलाए शरारती तत्व फर्जी तस्वीरें वायरल करा के योगी जी को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। मामला ताजनगरी आगरा का है।

योगी के रूप में हिन्दू राज लौटने से कबीलाई नृत्य कर रहे सवर्णों, जरा ये भी सुनो

Ashwini Kumar Srivastava : हिन्दू राज की आड़ लेकर ऊंच-नीच, छुआ-छूत वाली वर्णव्यवस्था को लाकर भारत को तलवारों/तीरों और राजा-सामंतों के युग सरीखी मानसिकता में वापस ले जाने में लगे बुद्धिमानों… क्या तुम्हें यह भी पता है कि नासा के जरिये अमेरिका इन दिनों बहुत ही जोरों शोरों से इस संसार में सबसे तेज चलने वाले प्रकाश यानी लाइट से भी तेज गति से चलने वाले रॉकेट बनाने में जुटा हुआ है?

लखनऊ के पत्रकार कबाब और रोगन जोश खाते थे इसलिए पांच कालीदास मार्ग का शुद्धीकरण जरूरी!

Ambrish Kumar : लोगों को पता नहीं होगा अखिलेश यादव पांच कालीदास में नहीं रहते थे. मायावती रहती थीं. पर दोनों के दौर में पत्रकारों के चक्कर में प्रेस कांफ्रेंस के बाद खाने में कई बार कबाब से लेकर रोगन जोश तक परोसा जाता था. ऐसे में किसी संन्यासी के प्रवेश से पहले शुद्धिकरण तो जरूरी है. शम्भुनाथ शुक्ल का सुझाव भी ठीक है कि आसपास के सभी रिहाइसी इलाकों को गोबर और गोमूत्र से शुद्ध किया जाना चाहिए. वैसे सारे अतिथि गृह भी इसमें शामिल किये जाएं.

यूपी के वरिष्ठ पत्रकार अंबरीश कुमार की एफबी वॉल से. उपरोक्त स्टेटस पर आए कुछ प्रमुख कमेंट्स इस प्रकार हैं…

नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपने लिए एक भस्मासुर चुन लिया है : दयानंद पांडेय

Dayanand Pandey : जो लोग महंथ आदित्यनाथ को जानते हैं , वह जानते हैं कि नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपने लिए एक भस्मासुर चुन लिया है।

पत्रकार पुष्य मित्र ने योगी आदित्यनाथ की तुलना शहाबुद्दीन से कर डाली

Pushya Mitra : दिलचस्प है कि कुछ महीने पहले कुछ लोग शहाबुद्दीन की तारीफ जिस अंदाज में करते थे, आज कुछ दूसरे लोग योगी आदित्यनाथ की तारीफ उसी अंदाज में कर रहे हैं। गुंडई से किसी को परहेज नहीं है, बस गुंडा अपना होना चाहिये।

योगी आदित्यनाथ को उदय प्रकाश की कई कहानियां और कविताएं याद हैं!

Satyendra PS : महंत आदित्यनाथ। शपथ ग्रहण के बाद यूपी के मुख्यमंत्री हो जाएंगे। यूपी के मुख्यमंत्री से मतलब मिनी प्रधानमंत्री। नरेंद्र मोदी द्वारा महंत को मुख्यमंत्री बनाना वास्तव में बहुत साहसिक कार्य है। इस साहस के लिए कॉमरेड मोदी को लाल सलाम। आदित्यनाथ उस दौर के हैं जो पीढ़ी Uday Prakash की पीली छतरी वाली लड़की पढ़कर बढ़ रही थी। मेरे लिए तो खुशी की बात है कि आदित्यनाथ भी उदय प्रकाश के न सिर्फ अच्छे पाठक रहे हैं, बल्कि उनको कई कहानियां और कविताएं याद थीं। साथ ही यह भी खुशी है कि लंबे समय से शीर्ष राजनीति से वंचित गोरखपुर को फिर एक शीर्ष नेता मिला है। उम्मीद की जाए कि उस इलाके की तकदीर और तस्वीर बदलेगी।

योगी का आना हिंदुओं में लिबरल स्‍पेस का जाना है!

Abhishek Srivastava : अब योगी के बारे में कुछ बातें। मैं मानता हूं कि योगी आदित्‍यनाथ भाजपा के लिए बिलकुल सही चुनाव हैं। योगी को चुनकर भाजपा ने जनादेश को सम्‍मान दिया है। भाजपा के राजनीतिक एजेंडे के लिहाज से भी यह उपयुक्‍त चुनाव है। तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं योगी के चयन को लेकर आ रही हैं। कई जगह पढ़ा कि कुछ लोगों के मुताबिक वे भाजपा के लिए भस्‍मासुर साबित होंगे। ऐसे लोग योगी को जानने का दावा करते हैं। मुझे लगता है अभी वह वक्‍त नहीं आया कि हम योगी की तरफ़ खड़े होकर उनके चुनाव का विश्‍लेषण करें।

अनुशासन के मामले में लखनऊ का सचिवालय अब गोरखनाथ मठ की फ्रेंचाइज़ी बन जाएगा : अभिषेक श्रीवास्तव

Abhishek Srivastava : ‘उत्‍सव के नाम पर उपद्रव नहीं होना चाहिए’ – बतौर भावी मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का यह पहला निर्देश प्रशासन के लिए आया है। रामगोपाल वर्मा की फिल्‍म ‘रक्‍तचरित्र-1’ का आखिरी सीक्‍वेंस याद करिए जब मुख्‍यमंत्री बनने के बाद रवि ने सभी बाहुबलियों को अपने घर खाने पर बुलाकर ज्ञान दिया था कि जंगल का राजा केवल एक होता है और राजा चूंकि वो है, इसलिए बाकी जानवर अब हुंकारना बंद कर दें। इस हिसाब से सोचिए तो उम्‍मीद बनती है कि अगला निर्देश मुख्‍यमंत्री पद पर शपथ ग्रहण के बाद उन लोगों के लिए आएगा जो प्रशासन को अपनी जेब में रखने का शौक पालते हैं यानी गुंडे, बदमाश और माफिया।

यूपी के नये सीएम के एलान के साथ कई थ्योरियों ने जन्म ले लिया है : पुण्य प्रसून बाजपेयी

Punya Prasun Bajpai : शाह को शह देकर योगी के आसरे संघ का राजनीतिक प्रयोग…. ये बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को संघ की शह-मात है। ये नरेन्द्र मोदी की कट्टर हिन्दुत्व को शह-मात है। ये मुस्लिम तुष्टीकरण राजनीति में फंसी सेक्यूलर राजनीति को संघ की सियासी समझ की शह-मात है। ये मोदी का हिन्दुत्व राजनीति के एसिड टेस्ट का एलान है। ये संघ का भगवा के आसरे विकास करने के एसिट टेस्ट का एलान है। ये हिन्दुत्व सोच तले कांग्रेस को शह मात का खेल है, जिसमें जिसमें योगी आदित्यनाथ के जरीये विकास और करप्शन फ्री हालात पैदा कर चुनौती देने का एलान है कि विपक्ष खुद को हिन्दू विरोधी माने या फिर संघ के हिन्दुत्व को मान्यता दे।

ये योगी जो आज यूपी के CM बने हुए हैं, ये ‘आपकी’ ही देन हैं, प्रभु! : अभिषेक उपाध्याय

Abhishek Upadhyay : योगी आदित्यनाथ को शपथ लेने से पहले इस देश के कथित सेक्युलरों का, कथित बुद्धिजीवियों का जमकर शुक्रिया अदा करना चाहिए। ये है प्रतिक्रियावाद की ताकत। योगी क्यों CM बने? पांच बार से गोरखपुर का सांसद होने के बावजूद गोरखपुर बुरी तरह खस्ताहाल है। गोरखपुर की सड़कें……. हे राम….। शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली….. सब का सब भगवान भरोसे। राप्ती की बाढ़ आज भी पूर्वांचल का काल है। हर साल सैकड़ों नौनिहाल इंसेफेलाइटिस यानि मस्तिष्क ज्वर के चलते अकाल मौत मर जाते हैं। हर साल……..। फिर भी, न कोई शोर। न कोई सुनवाई। न कोई इलाज।

योग शरीर की यात्रा करके समाधि तक जाता है… (साक्षात्कार : योगी अरुण तिवारी)

यूं तो भारत और योग का संबंध हज़ारों साल से भी ज़्यादा पुराना है। लेकिन हाल के कुछ दशकों में इसकी लोकप्रियता तथा स्‍वीकार्यता तेज़ी से बढ़ी है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यही है कि पुरातन प्रयासों के समानान्तर आज भी भारतीय ज्ञान की वर्षा सम्पूर्ण विश्व-जगत में हो रही है, भले ही औसतन उसका प्रतिशत कम हो किन्तु निःसंदेह रूप से हमारे योगियों, ज्ञानियों, ऋषियों और महात्माओं के द्वारा आज भी उसके पोषण के प्रयास निरन्तर जारी रहते हैं। ऐसे ही प्रयासों में लगातार ख़ुद को समर्पित करने वाले हैं योग व समाज-सेवा के क्षेत्र में भारत के राष्ट्रपति व देश-विदेश की अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा सम्मानित योगी अरुण तिवारी जिन्होने भारत के अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ सहित दुनिया के अनेक देशों जैसे श्रीलंका, यूरोप, स्वीडन, नार्वे, डेनमार्क, फिनलैंड, लुथवेनिया, अमेरिका और कनाडा आदि में योग-सुधार कार्यक्रम के माध्यम से हज़ारों लोगों तक योग को सही रूप में पहुँचाया है। योग को लेकर दुनिया भर में उनके प्रयासों की पड़ताल कर रहे हैं अमित राजपूत