भारतीय अर्थव्यवस्था का तीस साल में सबसे ख़राब प्रदर्शन

Ravish Kumar : भारतीय अर्थव्यवस्था का तीस साल में सबसे ख़राब प्रदर्शन…. हिन्दू मुस्लिम डिबेट प्रोजेक्ट का स्वर्ण युग…  इंडियन एक्सप्रेस में अर्थशास्त्री कौशिक बसु का लेख पढ़िए। बता रहे हैं कि भारत की जीडीपी का तीस साल का औसत निकालने पर 6.6 प्रतिशत आता है। इस वक्त भारत इस औसत से नीचे प्रदर्शन कर रहा है। पहली दो तिमाही में ग्रोथ 5.7 प्रतिशत और 6.3 प्रतिशत रहा है। सरकार का ही अनुमान है कि 2017-18 में ग्रोथ रेट 6.5 प्रतिसत रहेगा।

टीवी वाले अकल से बिलकुल पैदल हैं क्या.. देखिए क्या चला रहे न्यूज फ्लैश

Ravish Kumar : 26 जनवरी के मौके पर 10 एशियाई मुल्कों के प्रधान हमारे मेहमान हैं। उनके आने पर न्यूज़ चैनलों पर फ्लैश चल रहा है कि इन पर आतंकी हमले का ख़तरा है। कई बार लगता है कि आई बी को पता नहीं कि अपना फ़र्ज़ीवाड़ा कब रोक देना चाहिए। बताइये मेहमानों के परिवार वाले फोन न करने लगें कि आप लोग भारत गए हैं, वहां तो न्यूज़ फ्लैश हो रहा है कि आप पर आतंकी हमले का ख़तरा है।

तीन सौ मुकदमों में गवाह है यह एक शख्स!

Ravish Kumar : 300 मामले में गवाह बना सोमेश आपके हर भरोसे पर सवाल है…. क्या ऐसा संभव है कि कोई एक बंदा 250-300 केस में चश्मदीद गवाह हो? उसके 300 केस में फर्ज़ी गवाह होने के क्या मायने हैं? क्या इतना आसान है कि किसी के ख़िलाफ़ फर्ज़ी मामले बनाकर, फ़र्ज़ी गवाब जुटा कर अदालतों के चक्कर लगवा देना और कई मामलों में सज़ा भी दिलवा देना? आसान नहीं होता तो छत्तीसगढ़ का सोमेश पाणिग्रही 250-300 मामलों में गवाह कैसे बन जाता?