मीडिया जगत में फजीहत झेल रहा दैनिक श्री टाइम्स न्यूज पेपर का प्रबंधन कर्मचारियों को वेतन देने में एक फिर अपने को असमर्थ बताते हुए एक हफ्ते का समय मांगा है। बताते चलें कि कर्मचारियों का अक्टूबर महीने से वेतन पेडिंग है। पैसा मांगने पर प्रबंधन द्वारा फटकार मिली और बगैर सूचित किए तानाशाही दिखाते हुए दफ्तर से बाहर कर दिया। तब कर्मचारियों ने श्रम विभाग में जाकर वेतन के लिए गुहार लगाई।
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श्री ग्रुप चेयरमैन मनोज द्विवेदी मेरा पैसा दबाए है, मैंने खुद नोटिस देकर इस्तीफा दिया : पंकज वर्मा
Dear Yashwant ji, Apropos our telecon of date I am forwarding you the copy of my E-mail dt 12.02.15 addressed to Mr Manoj Dwivedi, Chairman-Shri Group indicating my willingness to part from the Orgn on my own due to non-payment of salary and other expeses for over 6 months. The news carried by you quoting a so called letter dt 20.02.15 of Mr Umesh Azad, ED regarding my termination from the Orgn is totally wrong as no such letter whatsoever has been either served on me or intimated to me so far.
श्रीन्यूज : ‘चेहरा पहचानो’ जैसे विज्ञापन से दर्शकों को ठग रहा, सेलरी के लिए एमसीआर वालों ने हड़ताल कर दी
पिछले कई महीनों से अपनी माली हालत खराब होने की दुहाई दे रहा श्री न्यूज चैनल इन दिनों धड़ल्ले से विज्ञापनों को दिखा रहा है. श्री न्यूज अब विज्ञापन चैनल बन गया है. विज्ञापन भी बहुत घटिया और ठगी करने वाले दिखाए जा रहे हैं. ‘चेहरा पहचानो’ जैसे विज्ञापन के जरिए चैनल के दर्शकों को ठगा जा रहा है. ‘चेहरा पहचानो’ के जरिए ठगी के शिकार होने की आए दिन लोग शिकायत करते रहते हैं.
श्री टाईम्स, लखनऊ के 30 पत्रकारों का दिपावली में निकला दिवाला
: लखनऊ के सैकड़ों पत्रकारों को पड़े वेतन के लाले : लखनऊ। राजधानी लखनऊ में हिंदी अखबार श्री टाईम्स के पत्रकारों का दिपावली का दिवाला निकल गया है। यह श्री टाइम्स अखबार की ही हालत नहीं बल्कि श्री न्यूज चैनल की भी दुर्दशा है। पत्रकारों का पिछले तीन से चार माह तक की तनख्वाह बकाया है। मगर अफसोस की बात कि उन्हें दिपावली के शुभ अवसर पर भी उनकी खुशियों को प्रबंधन द्वारा फीका करने का काम किया गया है। श्री टाईम्स अखबार की हालत यह कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिला ब्यूरो कार्यालय पर ताला लग गया है।
श्री न्यूज के सीओओ बोले- आफिस आओ या मत आओ, हमारे पास सैलरी देने को पैसे नहीं हैं
श्री न्यूज़ के हालात बेहद खराब हैं… पिछले 8 महीनों में हिचकोले भर रहा श्री न्यूज़ का जहाज अब डूबने की तैयारी कर रहा है. तैयारी कहना इसलिए ठीक है क्यूंकि उसके तेवर उसके ऐसे हालातों को पूरी तरह ज़ाहिर करता है. श्री न्यूज़ में अक्टूबर से सैलरी कुछ इस कदर से लेट हुई की सिलसिला अब तक जारी है. धन्य है भड़ास4मीडिया जिसने हम मीडिया के सताए लोगों की आवाज को ताकतवर मंच प्रदान किया. दिसंबर 2013 में भड़ास पर श्री न्यूज़ के चर्चों के बाद सैलरी कुछ हद तक ठीक हुई लेकिन फिर से डूबता जहाज डगमगाया और मार्च के बाद सैलरी देना बंद कर दी और शुरू किया तारीखों का सिलसिला. फिर भड़ास पर श्री न्यूज़ के चर्चे हुए तो भड़ास की खबर का असर हुआ और 20 मई को सैलरी मिली लेकिन फिर से हालात ख़राब हुए और जारी रहा तारीखों का सिलसिला …