एंकर अर्चना शर्मा के निष्कासन पर स्पीकर सुमित्रा महाजन की खामोशी चिंताजनक

जी हाँ, ये सच है कि पिछले एक अरसे से लोक सभा टीवी की एंकर अर्चना शर्मा चैनल में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर अपनी बात रखती रही हैं। कभी चैनल की मुख्य कार्यकारी एवं मुख्य  संपादक सीमा गुप्ता के समकक्ष तो कभी उनके उच्चाधिकारी लोक सभा सचिव श्रीमान भल्ला जी  के समक्ष, लेकिन इस समस्या को बताने के बाद भी जमीन पर कुछ नहीं बदला,  बदस्तूर लोक सभा टीवी में महिलाकर्मियों की ड्यूटी देर रात तक बिना किसी सुरक्षा के लगाईं जा रही थी और इस अहम मुद्दे की लिखित शिकायत करने का खामियाज़ा अर्चना शर्मा को भुगतना पड़ा। उन्हें 28 जुलाई को बुलाकर कहा गया कि आप कल से ऑफिस न आयें। सीमा जी ने आपका कार्यकाल नहीं बढ़ाया है। 

ये है जागरण के पत्रकार की राजनीतिक समझ का तकाजा

दैनिक जागरण के दिल्ली ब्यूरो का ज्ञान भी अजीब है. चा अगस्त के अंक में ‘पी एम ने विपक्ष की ओर बढ़ाया हाथ’ न्यूज़ में एक छोटी न्यूज़ लगी है.”पुराना रहा है निलंबन का इतिहास”. इसमें 1989 में लोक सभा का स्पीकर एच के एल भगत को बताया गया है.

मीडियाकर्मियों पर पद की अवमानना का आरोप, स्पीकर ने सदन में आने पर रोक लगाई

पश्चिम बंगाल विधानसभा में मीडियाकर्मियों को सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद सदन की पत्रकार दीर्घा में प्रवेश नहीं करने के स्पीकर के आदेश के मामले ने तूल पकड़ लिया। विपक्ष ने एक सुर से स्पीकर विमान बनर्जी के फैसले पर सवाल उठाए। 

आज के युग में मीडिया की अहम भूमिका : विधानसभा अध्यक्ष

शिमला : विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने कहा कि मीडिया कर्मियों से निष्पक्ष व निडर बनकर कार्य करने की जरूरत है। आज के युग में मीडिया की अहम भूमिका है। निर्भीक कार्य करते हुए मीडिया को जनता के समक्ष सच्चाई लानी चाहिए।