जी न्यूज़, सहारा व हिंदुस्तान टाइम्स समेत कई बड़े मीडिया हाउस में अपनी सेवाएँ देने के बाद केपी मलिक ने अब आगरा के सी न्यूज़ उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड चैनल को बतौर राजनीतिक संपादक ज्वाइन कर लिया है। केपी मलिक सी न्यूज़ का काम दिल्ली ब्यूरो से देखेंगे। दिल्ली में बैठकर अब वे समूचे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की राजनीतिक गतिविधियों पर रखेंगे। ये उनके लिए बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि उनके मातहत सी न्यूज़ के सभी रिपोर्टर्स, कैमरामैन, इनपुट व आउटपुट हेड होंगे। अब उम्मीद जताई जा रही है कि वे अपनी टीम को भी सी न्यूज़ ज्वाइन कराएँगे। यानी सी न्यूज में एक उठापटक देखने को मिल सकती है।
Month: December 2012
होटल ने ‘अपमानजनक’ गानों के लिए हनी सिंह का कार्यक्रम रद्द किया
नई दिल्ली : गुड़गांव के एक होटल में नववर्ष के स्वागत के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में हनी सिंह के गाने को प्रोग्राम को रद्द कर दिया है। यह काम खुद होटल ने किया है। हनी सिंह के कार्यक्रम का यहां पर विरोध हो रहा था। दिल्ली में सामूहिक बलात्कार के खिलाफ जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक दल ने गायक हनी सिंह के एक कार्यक्रम के खिलाफ एक ऑनलाइन याचिका दाखिल की थी और आरोप लगाया कि उनके गीतों के बोल महिलाओं के प्रति अपमानजनक हैं। यह याचिका कल्पना मिश्रा ने चेंज डॉट कॉम के जरिये दायर की और अपील की थी कि आज गुड़गांव के एक होटल में नये साल की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम को रद्द किया जाए।
विज्ञापन फर्जीवाड़ा : हिंदुस्तान के साथ दैनिक जागरण और प्रभात खबर पर भी आ सकती है जांच की आंच
मुंगेर। पटना उच्च न्यायालय की याचिका संख्या क्रमशः क्रिमिनल मिससेलेनियस नं.-2951/2012 और क्रिमिनल मिससेलेनियस नं.-16763/2012 में न्यायमूर्ति माननीय अंजना प्रकाश के 17 दिसंबर के आदेश आ जाने के बाद बिहार पुलिस, खासकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई अब राज्य के 37 जिलों में पटना की निबंधन संख्या की आड़ में अवैध ढंग से मुद्रित, प्रकाशित और वितरित होने वाले हिन्दी दैनिक अखबार क्रमशः दैनिक हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण और दैनिक प्रभात खबर और पटना से ही अवैध ढंग से मुद्रित, प्रकाशित और वितरित उर्दू और अंग्रेजी दैनिकों के प्रबंधन और संपादकीय विभाग के प्रमुख, अवैध प्रकाशन और वितरण में सहयोग करनेवाली जिला स्तरीय पत्र-वितरण करनेवाली एजेंसियों के साथ-साथ अवैध प्रकाशन में समाचार आपूर्ति करनेवाली न्यूज एजेंसियों के प्रबंधन और संपादकों को किसी भी वक्त जांच के दायरे में ले सकती है। अवैध प्रकाशित अखबारों को जब्त कर सकती है और अवैध प्रकाशन से जुड़े किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी कर सकती है।
इंडियन एक्सप्रेस ने भी छापी गैंगरेप पीडिता की पहचान, मामला दर्ज
खबर आ रही है कि दिल्ली में मेल टुडे अखबार के बाद इंडियन एक्सप्रेस के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुआ है. इंडियन एक्सप्रेस ने भी दिल्ली गैंगरेप पीडिता तथा उसके परिवार के पहचान का खुलासा कर दिया, जिसके चलते यह मामला दर्ज हुआ है. मीडिया एथिक्स में रेप या यौन हिंसा की शिकार महिला का पहचान उजागर करने पर अघोषित मनाही रही है. कोर्ट भी कई बार पीडिता की पहचान का खुलासा किए जाने पर नाराजगी जता चुका है, इसके बाद भी अब तक इस तरह के मामले में अखबार को हड़काकर या धमकाकर छोड़ दिया जाता था. अब एफआईआर दर्ज करने का यह शायद नया मामला है.
सिटी न्यूज से हरीश फतेहचंदानी की विदाई
इंदौर। सिटी न्यूज के स्टेट न्यूज हेड हरीश फतेहचंदानी को सिटी न्यूज प्रबंधन ने बाय-बाय कर दिया है। फतेहचंदानी ने तीन माह पूर्व शुरू हुए सिटी न्यूज में दमदारी के साथ अपनी पारी की शुरुआत की थी। चर्चा है कि फतेहचंदानी की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए प्रबंधन ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया …
गैंगरेप पीड़िता की पहचान उजागर करने पर मेल टुडे अखबार के खिलाफ एफआईआर
खबर आ रही है कि दिल्ली में मेल टुडे अखबार के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है. ऐसा गैंगरेप पीड़िता की पहचान उजागर करने के कारण किया गया है. बताया जा रहा है कि अखबार ने गैंगरेप पीड़िता के साथ हुए घटनाक्रम और विरोध में हुए प्रदर्शनों को लेकर जो कवरेज किया, उसमें गैंगरेप पीड़िता की पहचान को उजागर कर दिया. उसके असली नाम व पहचान का खुलासा कर दिया.
बेहूदा गायक हनी पर आईपीएस अमिताभ गुस्साए, एफआईआर दर्ज, राइटर कल्पना ने दायर की याचिका
“मैं हूँ बलात्कारी” और “केंदे पेचायिया” जैसे अश्लीलता और भद्देपने की समस्त सीमाओं को पार करने वाले गानों को लिखने और गाने वाले पंजाबी और बॉलीवुड गायक हनी सिंह से आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर बेहद नाराज हैं. उन्होंने इस बेहूदा गायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है. आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने यह एफआईआर थाना गोमतीनगर, लखनऊ में दर्ज कराया है.
जाने-माने पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने जी न्यूज को अलविदा कहा
साल के आखिरी दिन मीडिया जगत में धमाके पर धमाका हो रहा है. ताजी सूचना जी न्यूज से है. अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक जी न्यूज से करीब चार वर्षों से ज्यादा समय के अपने जुड़ाव को खत्म करते हुए मशहूर पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने अपना इस्तीफा प्रबंधन को सौंप दिया है. समकालीन पत्रकारिता में पुण्य प्रसून बाजपेयी को खर बोलने और सरोकार पत्रकारिता के लिए अडिग रहने वाला पत्रकार माना जाता है.
साप्ताहिक अखबार के संपादक जावेद जाफरी एवं उसके पुत्र के खिलाफ रंगदारी का मुकदमा
मुरादाबाद से खबर है कि हिंदी साप्ताहिक जिगर की आवाज़ के बिहार संपादक जावेद जाफरी व उसके बेटे के खिलाफ मुरादाबाद के नागफनी थाने में रंगदारी मांगने के आरोप में मामला दर्ज हुआ है. यह मामला दर्ज कराया है कटघर थाना क्षेत्र के पीरजादा रोड पर रहने वाले राशन डीलर अकरम ने. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा इसकी जांच कर रही है. अकरम ने अपने शिकायत में आरोप लगाया है कि जावेद जाफरी व उसका पुत्र उससे काफी समय से अपने समाचार पत्र जिगर की आवाज़ के लिए विज्ञापन की मांग कर रहे थे.
बीटीवी से आउटपुट हेड आशीष मिश्रा का इस्तीफा
साल 2012 बीटीवी के लिए बहुत बुरा रहा। करीब 2 दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों ने चैनल को अलविदा कहा। कई तो ऐसे थे जो चैनल की शुरुआत से जुड़े हुए थे। खबर ये है कि डेढ़ साल पहले ईटीवी से बतौर आउटपुट हेड बीटीवी पहुंचे आशीष मिश्रा ने भी इस्तीफा दे दिया है। आशीष अपनी नई पारी की शुरूआत जी 24 घंटे छत्तीसगढ़ से कर रहे हैं।
पाठक नहीं मिलने से परेशान आई नेक्स्ट होगा रीलांच
तमाम कोशिशों के बावजूद कई शहरों में अमर उजाला के काम्पैक्ट से पार नहीं पा सकने वाल जागरण समूह के आई नेक्स्ट को नए साल पर रीलांच किया जा रहा है. बाइलिंगुअल टैबलाइड आई नेक्स्ट न केवल अपना लोगो चेंज कर रहा है बल्कि अपना लुक भी बदल कर रहा है. बताया जा रहा है कि जिस युवा वर्ग को टारगेट करके इस टैबलाइड को लांच किया गया था, वह इस वर्ग में अपनी पहचान नहीं बना पाया. स्थिति यह रही कि इसे जागरण के साथ क्लब करके कम्बो ऑफर मूल्य पर भी बेचने का जुगत लगाया गया, परन्तु सफलता नहीं मिली.
मशहूर टीवी जर्नलिस्ट दीपक चौरसिया ने एबीपी न्यूज से इस्तीफा दिया
अभी अभी सूचना मिली है कि दीपक चौरसिया ने एबीपी न्यूज से इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दीपक ने अपना इस्तीफा अपने चैनल हेड शाजी जमां को सौंपा है. दीपक के इस्तीफे से उन कयासों की पुष्टि हुई है जिसमें कहा जा रहा था कि दीपक चौरसिया एबीपी न्यूज से इस्तीफा देकर इंडिया न्यूज के हिस्से बनेंगे और मीडिया जगत में एक बड़े प्रयोग की शुरुआत करेंगे. इस्तीफे के बारे में दीपक ने कुछ भी कहने से इनकार किया पर एबीपी न्यूज से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दीपक चौरसिया ने आज इस्तीफा देने के बाद आफिस छोड़ दिया. माना जा रहा है कि कल नए साल के पहले दिन से वे अपने करियर के सबसे बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत कर देंगे.
दो चर्चाएं : दिल्ली में मैजिक टीवी बंद, देहरादून में नेटवर्क10 के बंद होने के आसार
न्यूज चैनलों की दुनिया से दो सूचनाएं आई हैं. पहली खबर दिल्ली से चलने वाले चैनल मैजिक टीवी को लेकर है. सूत्रों का कहना है कि यह चैनल बंद हो गया है. कई तरह की दिक्कतों और उठापटक से जूझ रहे इस चैनल की हालत कई महीनों से खराब थी. गिने चुने लड़के इस चैनल को चला रहा थे. ज्यादातर समय यह चैनल रिकार्डेड मोड पर ही रहता था. बाद में चैनल के मालिक ने चैनल में निवेश के लिहाज से कई प्रयोग व प्रयास किए पर उनका कोई दाव काम नहीं आया.
‘सत्ता-माफिया-पुलिस-मीडिया के धुरंधरों ने जबरन पंद्रह लाख का रंगदार बना कर जेल भिजवाया’
मुकेश भारतीय : आज साल-2012 का अंतिम दिन है। यह मेरे लिये आत्म-चिंतन का दिन है। 2012 मानसिक-शारीरिक तौर पर बड़ा पीड़ादायक रहा, फिर भी चेहरे पर मायूसी को फटकने न दिया। 2012 में व्यवस्था के प्रति मन में अविश्वास उत्पन्न हुआ। सत्ता-माफिया-पुलिस-मीडिया के धुरंधरों ने जबरन 15 लाख का रंगदार बना कर जेल भिजवाया। क्या ये लोग किसी को कभी भी कुछ भी बना सकते सकते हैं ? मलाल की बात है कि रांची की मीडिया ने अपना काम ईमानदारी से नहीं किया। उसने सच की परिभाषा ही बदल दी।
नए साल की पूर्व संध्या पर आत्मचिंतन में जुटे काटजू को यशवंत का जवाब
Markandey Katju : I have been described variously as a megalomaniac, a crank, a maverick, a publicity seeker, a wild man, a loose cannon, and even a dog (by a Chief Minister), who 'comments on everything under the sun'. What am I really ? What do I stand for ? Since the new year is approaching I think a clarification of my views is in order. I submit that my views are consistent, coherent, and directed to one single aim : To help my country become prosperous with its people having decent lives. My views are already in my articles and videos on my blog justicekatju.blogspot.in and on the website kgfindia.com, but let me summarize.
प्रेस क्लब नहीं मनाएगा नये साल का जश्न
नयी दिल्ली : बर्बर सामूहिक बलात्कार की शिकार 23 वर्षीय छात्रा की मौत के बाद पूरे देश में फैली शोक की लहर के बीच प्रेस क्लब आफ इंडिया ने नये साल का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। क्लब के महासचिव अनिल आनंद ने छात्रा के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा पत्रकार जगत संकट की इस घड़ी में युवती के परिजनों के साथ है और हमारी उनके साथ पूरी सहानुभूति है।
”देश को नरक में धकेलने के दोषी नेताओं का नाम और उनकी तस्वीर हम एक दिन अपने समाचार पत्र में नहीं छापेंगे”
आजादी के साढ़े छह दशक बाद भी हम कैसी सत्ता व्यवस्था में जी रहे हैं, इस पर और कुछ बोलने की क्या जरूरत रह गई है? राजनीति का धंधा करने वालों ने इस देश को दोजख बना डाला है। 'अनामिका' ने मृत्यु का वरण करने का हमारा आह्वान सुन लिया। लेकिन सच है कि 'अनामिका' मरी तो जैसे पूरे देश की आत्मा मर गई। घोर शोक और उद्वेलन के इस समय में हमने तय किया कि देश को नरक में धकेलने के दोषी नेताओं का नाम और उनकी तस्वीर हम एक दिन अपने समाचार पत्र में नहीं छापेंगे, चाहे वह नेता राष्ट्रपति हो या प्रधानमंत्री या कोई और।
एसएचओ दिनेश कुमार का कारनामा : आंदोलनकारी लड़की को बंधक बना झाड़ू-पोंछा लगवाया
Mayank Saxena : ख़ुदा-दाद एसएचओ दिनेश कुमार का एक और हिला देने वाला बदसलूकी का मामला सामने आया है…कल शाम जंतर मंतर पर पहुंची एक लड़की ने बताया कि उसे सुबह डीटेन कर के दिन भर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में रखा गया…वहां उस लड़की से न केवल महिला पुलिस के अलावा एसएचओ दिनेश कुमार ने भी मारपीट की…उसका दुपट्टा खींचा…बल्कि उस लड़की का, जिसके चश्मे की पावर 10 थी…उसका चश्मा छीन कर दिन भऱ अपने पास रखा…और फिर जैसे बेशर्मी और अमानवता का इतना ही सिलसिला काफ़ी न था…एसएचओ दिनेश कुमार के आदेश पर उससे थाने में झाड़ू पोंछा भी करवाया गया…
गैंगरेप के खिलाफ आनलाइन अभियान चलाने वाले बग्गा को पकड़ ले गई दिल्ली पुलिस
Raj Kamal : दिल्ली पुलिस अब कर रही है वेबसाइट युजरों के साथ बलात्कार। गैंगरेप कांड के बाद दिल्ली पुलिस ने ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। फेसबुक पर पुलिस व सरकार के खिलाफ इंडिया गेट पर प्रदर्शन करने के लिए अपील करने वाले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को तीन दिन पुलिस हिरासत में रखने के बाद नजरबंद कर दिया गया है। वह कुछ कर न कर सकें , इसके लिए घर के बाहर दो कांस्टेबल तैनात किए गए हैं।
पंकज मुकाती के डायरेक्टर एडिटोरियल बनते ही ‘दबंग दुनिया’ में दिखने लगा बदलाव
नई सोच और नई उर्जा से लबालब पंकज मुकाती के इंदौर से प्रकाशित होने वाले अखबार 'दबंग दुनिया' डायरेक्टर एडिटोरियल बनते ही अखबार में काफी बदलाव दिखने लगा है. गैंगरेप पीड़िता की मृत्यु के बाद इस अखबार का प्रथम पेज जिस तरह डिजाइन किया गया, उसकी काफी चर्चा हो रही है. नीचे वो फ्रंट पेज दिया जा रहा है.
वाह रे समाजवाद! इधर दर्द में पूरा देश, उधर सैफई में बिपाशा के ठुमके
खुद को राम मनोहर लोहिया के शिष्य और समाजवादी मानने वाले मुलायम सिंह यादव यानी नेताजी अब शायद समाजवाद भूलकर बाजारवाद या कहें कि अमरवाद में पूरी तरह रंग चुके हैं. अब उनके अंदर समाजवादियों की तरह संवेदनशीलता नहीं रह गई है. किसी समय अपने बात के पक्के माने जाने वाले नेताजी अब अपनी बातों को याद भी नहीं रखते. नेताजी समाजवाद से ज्यादा अब अमरवाद के नजदीक जा पहुंचे हैं. अमर सिंह भले ही मुलायम सिंह से अलग हो चुके हैं, पर उन्होंने जिस वाद का नेताजी को चस्का लगा दिया है, उसका पूरा असर देखने को मिल रहा है.
भुवनेश्वर में वरिष्ठ पत्रकार के घर से चेन की लूट
उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में लूटेरों का आतंक बढ़ गया है. ऐसा लग रहा है कि इन लुटेरों को पुलिस का कोई डर नहीं रह गए है. राजधानी में यूनिट दो के वीए 20/4 में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार प्रद्युम्न महान्ति के घर में घुसकर लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया. बताया जा रहा है कि शनिवार की शाम पत्रकार के घर के सामने उनकी सास, पत्नी तथा बेटी कहीं से लौट रही थीं तो एक लुटेरा उनकी सास का पीछा करते हुए उनके घर तक पहुंच गया.
रवि वर्मा एवं हिमांशु गुप्ता कल्पतरु एक्सप्रेस से जुड़े
कल्पतरु एक्सप्रेस औरैया से खबर है कि यहां आपसी घमासान चरम पर है. कल्पतरु एक्सप्रेस के ब्यूरोचीफ वेद प्रकाश आर्य ने योगेश जादौन द्वारा नया आफिस कानुपर रोड पर खोले जाने के बाद काम करना बंद कर दिया है. साथ ही उनकी टीम भी बॉयकाट कर रही है. वहीं बीते शुक्रवार से नए आफिस में …
अब दिखेगा सरकारी क्षेत्र की कंपनियों का हाल पीएसयू टीवी पर
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शीर्ष निकाय स्कोप ने ग्रामीण भारत सहित सभी क्षेत्रों में पहुंच बनाने के लिए पीएसयू टीवी चैनल शुरू करने की योजना बनाई है। इसके अलावा स्कोप ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के कर्मचारियों के लिए एक स्वतंत्र पीएसई प्रबंधन संस्थान खोलने के लिए दुनिया के बेहतरीन अकादमिक संस्थानों …
शर्लिन ने कहा – ”मैं रेप कराने को तैयार हूं”
: अगर इससे देश की बाकी लड़कियों की सुरक्षा की गारंटी मिलती हो : अभिनेत्री शर्लिन और विवाद का साथ चोली दामन का है. जहाँ शर्लिन होती हैं वहां विवाद होना तय है. हाल ही में एक मैग्ज़ीन के लिए नग्न तस्वीर खिंचवाने वाली शर्लिन ने अब एक नया धमाका किया है. शर्लिन ने ट्विटर पर लिखा है " मैं रेप के लिए तैयार हूँ". अगर आपको याद हो तो शर्लिन ने हाल के दिनों में ट्विटर पर अपनी कई आपत्तिजनक तस्वीरें पोस्ट की थीं. इस तरह के मामले में देखा जाता है कि यह सब करने से अक्सर फॉलोअर की बाढ़ आ जाती है. ऐसे ही शर्लिन के साथ भी हुआ. लेकिन दिल्ली में रेप के बाद बने माहौल ने शर्लिन का काम बिगाड़ दिया. शर्लिन के इस पोस्ट का विरोध हर कोई करने लगा है.
ब्लैक मास्ट हेड के साथ आज समाज ने दी छात्रा को श्रद्धांजलि
नई दिल्ली। दिल्ली में 16 दिसम्बर की रात चलती बस में गैंग रेप की शिकार हुई मेडिकल की छात्रा के निधन से पूरा देश मर्माहत है. मीडिया ने भी इस मामले को पूरा कवरेज दिया है. कुछ अखबारों ने 29 को ही खबर छापकर बाजी मार ली थी तो कुछ अखबारों ने आज इस संवेदनशील मुद्दे पर अलग-अलग हेडिंग और लेआउट के साथ श्रद्धांजलि देने की कोशिश की है. तमाम अखबारों में आज समाज ने लेआउट के मामले में बाजी मार ली है. इस अखबार ने अपना पहला पेज पूरी तरह से 'निर्भया' को समर्पित कर दिया है.
एक दशक में मार दिए गए 373 पत्रकार
इराक के संवाददाता संयुक्त संगठन द्वारा 29 दिसम्बर को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2003 में इराक युद्ध शुरू होने से लेकर अब तक कुल 373 संवाददाताओं की मौत हुई है। रिपोर्ट में कहा गया कि अब तक संवाददाता के खिलाफ हमला बंद नहीं हुआ है, जाहिर है कि इराक में मीडिया कर्मचारियों की …
पुष्प सवेरा अखबार के मालिक का बेटा पुनीत रंगरेलिया मनाते पकड़ा गया
आगरा : सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई दामिनी के अंतिम संस्कार को कुछ घंटे भी नहीं बीते थे कि आगरा से प्रकाशित हिंदी समाचार पत्र पुष्प सवेरा के मालिक बीडी अग्रवाल का पुत्र पुनीत अग्रवाल रंगरेलियां मनाते हुए रविवार को रंगे हाथ पकड़ा गया। पुनीत आगरा के सबसे बड़े बिल्डर कंपनी पुष्पांजलि कंस्ट्रक्शंस का निदेशक भी है। उसके लिए रंगरेलियों की महफिल शहर के सबसे प्रमुख बाजार संजय प्लेस स्थित विज्ञापन एजेंसी के दफ्तर में सजाई गयी थी। इसके रंगरेलियों में किसी प्रकार का व्यवधान न हो इसके लिए ऑफिस के बाहर ताला बंद कर दिया गया था।
महाकाल से सम्पादक चंद्रकात यादव एवं जागरण से राजकुमार एवं दीपक की छुट्टी
झांसी से प्रकाशित होने वाला सांध्य दैनिक अखबार के सम्पादक चंद्रकांत यादव को निकाल दिया गया है। उनकी जगह आशुतोष बनर्जी को नया सम्पादक बनाया गया है। इस अखबार के प्रिंट लाइन से चंद्रकांत यादव का नाम हटा दिया गया है। सूत्रों से पता चला है कि चंद्रकांत यादव को इलेक्ट्रानिक मीडिया में काम करने की वजह से हटाया गया है। क्योंकि एक सप्ताह पहले झांसी में इलेक्ट्रानिक मीडिया के चुनाव हुऐ थे, जिसमें शकील अली हाशमी को अध्यक्ष और अमित श्रीवास्तव को महासचिव बनाया गया था।
नवीन लाल, परिमल तथा मोहित समेत कई को पत्रकारिता सम्मान
बेहतर रिपोर्टिंग करने के लिए शनिवार को कई पत्रकारों को सम्मानित किया गया है. दिल्ली के कांस्टिट्यूशन क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री निनोंग इरिंग ने इन सभी पत्रकारों को सम्मानित किया. जिन पत्रकारों को सम्मानित किया गया उनमें सहारा समय के सीनियर क्राइम रिपोर्टर नवीन लाल सूरी, एनडीटीवी के परिमल कुमार, न्यूज24 के मोहित मलहोत्रा तथा जी के प्रकाश कुमार शामिल हैं. इन सभी लोगों को बेहतर काम के लिए पुरस्कृत किया गया.
31 दिसंबर की रात ”Occupy India Gate” अभियान
MCL यानि Movement for Civil Liberties नामक एक ग्रुप की तरफ से आह्वान किया गया है कि 31 दिसंबर की रात को इंडिया गेट पर कब्जा कर लो. ''Occupy India Gate'' नामक इस मुहिम के तहत फेसबुक पर लोगों को निमंत्रित किया जा रहा है. यह अभियान फेसबुक व ट्विटर पर सक्रिय ऐसे नौजवान चला रहे हैं जो पिछले कई रोज से इंडिया गेट व जंतर मंतर पर बेहद सक्रिय हैं.
सच में विज्ञापनों का धंधा कर रहे हैं टाइम्स समूह के जैन बंधु
Om Thanvi : जितने अखबार घर में आते हैं, आज अकेला टाइम्स ऑफ इंडिया है जिसमें पहला पन्ना अखबार का है ही नहीं। वह पूरा पन्ना विज्ञापन के लिए बेच दिया गया है। इसे आजकल जैकेट कहते हैं। इसे सभी 'पहनते' हैं। कभी-कभार हम भी। लेकिन राष्ट्र में छाए अपूर्व शोक की घड़ी में, जब ज्यादातर अखबारों में पहले पन्ने पर कोई दूसरी खबर ही न हो, एक पूरे अखबार का विज्ञापन के पन्ने के पीछे दुबक जाना क्या जाहिर करता है? अकारण नहीं है कि हाल में टाइम्स समूह के मालिक जैन बंधुओं में एक विनीत जैन ने अमेरिकी पत्रिका 'द न्यू योर्कर' को कहा था: " हम अखबारों का धंधा नहीं कर रहे हैं। हमें 90 फीसद आमदनी अगर विज्ञापनों से होती है, इसलिए हम विज्ञापनों के धंधे में हैं।"
मैं छोकरी और लौंडिया शब्द इस्तेमाल करने वाले पत्रकारों के बीच काम करने को मजबूर हूं
Swati Arjun : हर संवेदनशील व्यक्ति की तरह मैं भी इस घटना के असर से अछूती नहीं हूं, लेकिन मैं आपके माध्यम से और चूंकि आप संस्थागत तौर पर इस प्रोफेशन में हमारे अग्रज हैं इसलिए आपके सामने अपनी चिंता व्यक्त कर रही हूं. पिछले 15 दिनों में जो बात मुझे सबसे ज्य़ादा खली वो अपने आस-पास के लोगो में इस घटना के प्रति असहिष्णुता थी…जिन पत्रकारों पर इस पीड़ित ल़ड़की की ख़बर लाने की ज़िम्मेदारी थी मैंने उन्हें उसका मज़ाक उड़ाते, उसके लिए अपमानजनक शब्दों का इ्स्तेमाल करते और उसकी तकलीफ़ को अपनी fake intellectuality के दर्प में कुचलते और रौंधते देखा है..।
आकाशवाणी के कार्यक्रमों में बुलाए जाने वाले मेहमानों पर एक रोचक सर्वे (संपूर्ण रिपोर्ट)
देश में 23 भाषाओं और 146 बोलियों में अपने कार्यक्रम के जरिये देश जनसंख्या के 99.18% तक अपनी पंहुच रखने का दावा आकाशवाणी करता है लेकिन उसके कार्यक्रम कुछ खास विषयों और कुछ खास लोगों के विचारों को प्रसारित करने वाला एक लोक प्रसारक केन्द्र बन गया है। मीडिया शोध की मासिक पत्रिका जनमीडिया के नये अंक में प्रकाशित एक सर्वे में यह दावा किया गया है। पत्रकार अनिल चमड़िया के संपादन में हिन्दी में प्रकाशित जन मीडिया और अंग्रेजी में मास मीडिया के हर अंक में मीडिया पर आधारित एक सर्वे प्रस्तुत किया जाता है। मीडिया स्टडीज ग्रुप के लिए आकाशवाणी पर इस सर्वे का शोधार्थी वरूण शैलेश ने विश्लेषण तैयार किया है। यह सर्वे सूचना के अधिकार कानून के तहत प्राप्त जानकारी के आधार पर किया गया है।
सुन रहे हैं ना सीएम साहब, नोएडा पुलिस के डर से गैंगरेप पीडित परिवार ने छोड़ा गांव
यूपी के सीएम, उनके पिता-भाई सब के सब दिल्ली गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने की बात करते हैं लेकिन उनके अपने शासन वाले प्रदेश में क्या हो रहा है, इस पर किसी की नजर नहीं है. इसी को कहते हैं चिराग तले अंधेरा. नोएडा पुलिस गैंगरेप के एक मामले में पीड़िता व उसके परिवार वालों को ही धमका रही है जिसके कारण पीड़िता व परिवार के लोग गांव छोड़कर पलायन कर चुके हैं. मामला ग्रेटर नोएडा के जारचा कोतवाली क्षेत्र के गांव छायसा का है. पीड़ित परिवार ने दुष्कर्म की नामजद शिकायत की लेकिन पुलिस ने छेड़छाड़ आदि में मामला दर्ज किया.
मतंग सिंह के चैनलों में पैसे आए, हुई रीलांचिग, लेकिन पुराने कर्मियों का पीएफ अब भी बकाया
खबर है कि मतंग सिंह के फोकस टीवी और हमार टीवी की रीलांचिंग कर दी गयी है। कुछ ही दिनों पहले खबर आयी थी कि मतंग सिंह ने जिंदल ग्रुप के मुखिया नवीन जिंदल से अपने चैनलों में पैसा लगवाया है। हालांकि अभी किसका पैसा और कितना पैसा लगा है इस मामले में कोई भी पक्ष ठीक-ठीक जानकारी नहीं …
बनारस, इलाहाबाद, आगरा, मुरादाबाद, अलीगढ़ में अवैध प्रकाशन कर रहा है दैनिक जागरण!
: बनारस एवं इलाहाबाद के कर्ताधर्ताओं के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी : देश का नम्बर एक अखबार यूपी में चार सौ बीसी के साथ प्रेस रजिस्ट्रेशन ऑफ बुक्स एक्ट की कई धाराओं के खुले आम उल्लंघन में बुरी तरह फंसता दिख रहा है. इस अखबार के छह यूनिटों को छोड़कर बाकी सारे एडिशन किसी ना किसी तरीके से फर्जी हैं. यह बात सामने आई है आरटीआई से मिली सूचना के आधार पर. आरटीआई की सूचना से पता चला है कि दैनिक जागरण के बनारस, इलाहाबाद, मुरादाबाद, आगरा, अलीगढ़, नोएडा एडिशनों का प्रकाशन गलत नामों पर हो रहा है. क्योंकि आरएनआई की जानकारी में जागरण पब्लिकेशन के अंतर्गत इन एडिशनों का नाम नहीं है.
बड़ा घोटाला : केवल छह जगहों से रजिस्टर्ड दैनिक जागरण पूरे यूपी में कर रहा है प्रकाशन!
खुद को नम्बर एक अखबार कहने वाला दैनिक जागरण फर्जीवाड़ा में भी नम्बर एक के पायदान पर चढ़ता दिख रहा है. अगर आरएनआई की सूचना को सही माने तो यह अखबार यूपी में कई जगह से फर्जी तरीके से अखबार का प्रकाशन कर रहा है. फर्जी एडिशनों के जरिए यह अखबार करोड़ों का सरकारी विज्ञापन उगाह चुका है. जानकारियों में अब इस अखबार तथा इसके प्रबंधन की कलई लगातार खुलती जा रही है. जिस तरह से इस अखबार के फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है, उससे साफ लगता है कि देर सबेर इसके कर्ताधर्ताओं को जेल जाना ही पड़ेगा. धीरे धीरे खुलासा हो रहा है कि इस अखबार ने किस तरह से सबको धोखा देकर माल बटोरा है.
भोपाल में दैनिक भास्कर ने बाजी मारी
सिंगापुर में गैंगरेप पीडिता के दुखद निधन की खबर छाप पाना हर अखबार के वश की बात साबित नहीं हुई. दिल्ली में राष्ट्रीय सहारा, पानीपत और मेरठ में दैनिक जागरण के लोगों ने सिटी एडिशन में इस दुखद खबर को प्रकाशित करने में सफल रहे. जागरण के कुछेक और एडिशनों में छोटी खबर प्रकाशित हुई. पर भोपाल में दैनिक भास्कर ने बाजी मारी. भास्कर ने इस दुखद खबर को बैनर बनाया. भोपाल के लोगों को सुबह गैंगरेप की शिकार लड़की के निधन की खबर दैनिक भास्कर से मिली.
अपराधों में लिप्त पत्रकारों का संरक्षण नहीं करता संगठन : भदौरिया
सिंगरौली : पत्रकारिता के क्षेत्र में कई प्रकार के उतार चढ़ाव आते हैं। समाचारों को कवरेज करने के दौरान ही नहीं बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी कलमकारों को आपराधिक प्रवृत्तियॉ से बचना चाहिए। उन्हें भ्रष्टाचार और कई संज्ञेय अपराधों के शिकंजे में ले लिया जाता है जिससे उनका भविष्य बिगड़ जाता है। इसी प्रकार अपराधों में लिप्त पत्रकारों का संगठन संरक्षण नहीं करता। उक्त विचार श्रमजीवी पत्रकार संघ के संभागीय सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष शलभ भदौरिया ने व्यक्त किए।
गैंगरेप पीडित के अंतिम संस्कार एवं परिवार से दूर रहें न्यूज चैनल : बीईए
प्रसारक संपादक संघ (बीईए) ने न्यूज चैनलों को दिल्ली के सामूहिक बलात्कार कांड की पीड़िता के अंतिम संस्कार का कवरेज से दूर रहने को कहा है ताकि दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार की निजता का सम्मान हो. संघ ने यह सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं कि पीड़िता के परिवार की निजता का सम्मान हो. एबीपी न्यूज के संपादक शाजी जमां संघ के अध्यक्ष हैं और कई प्रमुख राष्ट्रीय टीवी खबरिया चैनलों के संपादक उसके सदस्य हैं.
मनमोहन सिंह के बाद अब शीला पर बरसा सोशल मीडिया
प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह 'अभी ठीक है' टिप्पणी कर सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचनाओं का शिकार बने ही थे कि अगली बारी दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की थी। सामूहिक बलात्कार की शिकार युवती की मौत पर अपने बयान के अंत में शीला ने भी प्रधानमंत्री जैसी टिप्पणी कर दी। सिंगापुर के एक अस्पताल में युवती के निधन पर शोक जताते हुए शीला ने संवाददाताओं के समक्ष बयान पढने के बाद कहा, (इट्स ओके) ठीक है। किसी रिकार्डिंग के बाद इस तरह की टिप्पणी आम बात है, लेकिन सोशल नेटवर्किंग साइट टि्वटर पर लोगों ने शीला की टिप्पणी पर आपत्ति की है।
क्या चैनल गंभीर घड़ी में ऐसे विज्ञापनों का रेला थाम नहीं सकते थे?
'छोटा-सा ब्रेक' : जब देश शोक में डूबा हो, टीवी चैनल हर दामिनी पर हुए दमन के खिलाफ मोमबत्तियों की रोशनी और बेहतर न्याय पर चर्चाएं हम तक पहुंचा रहे हों — क्या उस गंभीर घड़ी में उन विज्ञापनों का रेला वहां थोड़ी देर के लिए थम नहीं सकता, जिनमें औरत को सामान बेचने के लिए जिंस की तरह इस्तेमाल किया गया हो? ऐसे शोक की घड़ी में समूचा देश, एक समान जज्बे के साथ, रोज तो नहीं डूबा होता!!
दिल्ली में राष्ट्रीय सहारा और पानीपत व मेरठ में दैनिक जागरण ने सबको पछाड़ा
अखबारों के लिए परीक्षा की इस तरह की घड़ियां साल में चार-छह बार आ जाया करती है. देर रात गैंग रेप पीड़िता की मौत की खबर को छाप पाना हर अखबार के वश की बात नहीं साबित हुई. दिल्ली में राष्ट्रीय सहारा ने पूरे पहले पेज पर सिर्फ इसी खबर को डिस्प्ले कर सबको पछाड़ दिया है. दिल्ली में दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, जनसत्ता, टाइम्स आफ इंडिया समेत ढेरों अखबारों के पाठकों को सुबह गैंग रेप पीड़िता की मौत की खबर उनके अपने अखबार से नहीं बल्कि न्यूज चैनलों से मिली.
भावनाओं का धंधा करने वाले राजनेता, मीडिया और बाजार अक्सर शोक के समय समाज से तर्क गायब कर देता है
Rajen Todariya : इस मौत ने भी मुझे उतना ही दुखी किया जितना छत्तीसगढ़ या झारखंड में माओवादी करार देकर मारे गए किसी अनाम युवा या युवती क मौत किया करती है, उतना ही दुखी हूं मैं जितना मणिपुर में मारे गए किसी पत्रकार के गम में होता हूं, उतना ही स्तब्ध हूं मैं जितना भूख और बेरोजगारी से हारकर आत्महत्या करते जवान लड़के या कर्ज में डूबे किसान की आत्महत्या पर होता हूं। इस तरह की मौतें समाज में गुस्सा पैदा करती हैं।
न्यूज चैनलों का फैसला- पीड़िता के अंतिम संस्कार, परिवार, गांव की लाइव कवरेज नहीं दिखाएंगे
Deepak Choubey : सभी न्यूज चैनलों ने आपसी सहमति से ये फैसला किया है कि हम उस लड़की के परिवार, उसके गांव, उसके अंतिम संस्कार की तस्वीरें नहीं दिखाएंगे. हम नहीं चाहते कि जिस परिवार की बेटी के साथ इतना दर्दनाक हादसा हुआ है, उसकी निजता का उलंघन हो. न्यूज चैनलों की आपसी सहमति के बाद बीईए ने एक गाइडलाइंस तैयार की है …..
ऐसे बीमार समाज में बलात्कारी, यौन-शोषक और छेड़खानी करनेवालों के हौसले तो बुलन्द होंगे ही
Qamar Waheed Naqvi : उस अनाम शहीद को सलाम, जो इस देश की पुरुष-प्रणीत और पुरुष-नियंत्रित विकृत समाज व्यवस्था की बलि चढ़ गयी. उसके साथ जो कुछ हुआ, क्या उसके दोषी केवल वही बलात्कारी हैं? क्या उन बलात्कारियों को फाँसी पर चढ़ा देने भर से, क़ानून में बदलाव लाकर, फ़ास्ट ट्रैक अदालतें बना कर हम कुछ हासिल कर पायेंगे? बिलकुल नहीं. ये सब तो नितान्त सतही तरीक़े हैं जो इस पूरे मामले से उपजे जनाक्रोश को समय के साथ निपटा देंगे और नारी के शोषण और उत्पीड़न का घड़ियाली महाभोज यथावत चलता रहेगा.
बलात्कारी जब छूटता है तो फिर किसी लड़की की इज्जत तार-तार करता है
आखिरकार दिल्ली में गैंगरेप की शिकार लड़की ने इस बेरहम दुनिया को अलविदा कह दिया. सिंगापुर के डॉक्टर भी उसकी ज़िंदगी को बचा नहीं सके. आज पूरा देश रो रहा है. हर कोई व्यथित है. समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कोई इंसान इस तरह हैवान कैसे बन सकता है कि पहले एक लड़की की वहशियाने तरीके से अस्मत लूटे फिर उसे लोहे की रॉड से पीटकर चलती बस से नीचे मरने के लिए फेंक दे. इस गैंगरेप की वारदात ने दिल्ली के साथ पूरे देश में सनसनी फैला दी है. वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है जब चलती गाड़ी में किसी लड़की की अस्मत लूटी गई हो. आप कोई भी न्यूज चैनल या अखबार पर नज़र डालें तो रेप की खबरे पढ़ने को मिल ही जाती हैं. दूध पीती बच्ची या फिर बुढ़ापे की तरफ अग्रसर महिला कोई सुरक्षित नहीं है.
रहिए अब ऐसी जगह चलकर जहां कोई न हो… (सुनें)
रहिए अब ऐसी जगह चलकर जहां कोई न हो…
हम-सुख़न कोई न हो और हमज़बां कोई न हो…
पडि़ए गर बीमार तो कोई न हो तीमारदार…
और अगर मर जाइए तो नौहा-ख़्वां कोई न हो…
श्री मीडिया में पत्रकारिता का माहौल नहीं, क्या कर पाएंगे अजय उपाध्याय!
अजय उपाध्याय विद्वान पत्रकार माने जाते हैं. वे हिंदुस्तान, अमर उजाला समेत कई अखबारों में संपादक रहे हैं. वे कुछ महीनों से एक रीयल स्टेट कंपनी के मीडिया वेंचर श्री मीडिया समूह में बतौर प्रधान संपादक सक्रिय हैं. उन्हें वहां एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर भी बना दिया गया है. इस मीडिया कंपनी के मालिक मनोज द्विवेदी हैं. मनोज रीयल स्टेट कंपनी के भी मालिक हैं. श्री मीडिया का एक अखबार लखनऊ से निकलता है. चैनल नोएडा से चल रहा है.
शरद दत्त पर्ल्स मीडिया में डायरेक्टर बने
पी7न्यूज चैनल, मनी मंत्रा बिजनेस मैग्जीन, शुक्रवार पत्रिका समेत कई तरह के मीडिया माध्यम संचालित करने वाली कंपनी पर्ल्स मीडिया से खबर है कि यहां शरद दत्त को डायरेक्टर बना दिया गया है. अब तक सहजपाल और केसर सिंह, दो डायरेक्टर हुआ करते थे. शरद दत्त के आने से तीन डायरेक्टर हो गए हैं. शरद दत्त पी7न्यूज पर कई जानी-मानी हस्तियों से इंटरव्यू करते हैं. उनका यह इंटरव्यू शुक्रवार मैग्जीन में प्रकाशित होता है.
कोलकाता के मीडिया में एक सगाई और शादी के लड्डू की चर्चा
: कानाफूसी : कोलकाता और पटना के ठंड में इन दिनों गर्माहट है. क्योंकि जनवरी में बंगाल और का मेल बंधन कोलकाता में होने जा रहा है. चूंकि दौर शादी विवाह का है इसलिए चर्चा की गरमाहट शादी विवाह पर ही है. लोग एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि तुमको निमंत्रण कार्ड मिला क्या? पटना के लोग कोलकाता बारात लेकर आने की तैयारी में पूरे जोर शोर से लगे हैं. कुछ लोग अपना सूट टाई मोजा भी दुरस्त कर रहे हैं. लेकिन कोलकाता में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. आप भी सोच रहे हैं कि खबर देने की जगह ये क्या बकवास कर रहे हैं.
नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों ठगने वाला पत्रकार गिरफ्तार
गुवाहाटी। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कुछ लोगों से कथित तौर पर लाखों रुपये वसूलने वाले एक पूर्व पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि विभिन्न अखबारों और टीवी चैनल के लिए काम कर चुके मोनी कुंतल सैकिया को एक व्यक्ति द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि सैकिया ने उससे पैसा लिया था और बदले में नौकरी दिलाने का वादा किया था।
डीएवीपी की समाचार पत्रों पर हंटर चलाने की तैयारी!
देहरादून। भारत सरकार का विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) देश के समाचार पत्रों पर काफी पड़ताल के बाद रेट लिस्ट जारी करने में कंजूसी बरत रहा है। डीएवीपी ने कई ऐसे समाचार पत्रों का भी रेट लिस्ट जारी कर दिया है जो सिर्फ फाइलों में छपते हुए नजर आते हैं। देश भर के 1468 मामलों में महज 349 समाचार पत्रों को ही विज्ञापन की मान्यता प्रदान की गई है, जिसमें उत्तर प्रदेश राज्य से सबसे अधिक फिर दिल्ली व उसके बाद मध्यप्रदेश एवं उत्तराखण्ड शामिल हैं, जबकि 24 समाचार पत्रों को 3 महीने के अंक जमा करने पर मान्यता दिए जाने की बात कही गई है। दूसरी ओर 1095 समाचार पत्रों को मान्यता प्रदान नहीं की गई है।
रघु आदित्य, ओम गौड़, ईशमधु तलवार समेत कई को राजस्थान गौरव अवार्ड
जयपुर। संस्कृति युवा संस्था की ओर से राज्य की 31 प्रतिभाओं को राजस्थान गौरव सम्मान से नवाजा गया। विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली इन प्रतिभाओं को यहां एक होटल में आयोजित भव्य समारोह में पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा, राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष बी.डी.कल्ला और राजस्थान फाउंडेशन के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, राजस्थानी साफा पहनाकर राजस्थान गौरव के अलंकरण से विभूषित किया।
जनसंदेश टाइम्स, बनारस में सैलरी के लाले, दिख रहे तालाबंदी के आसार
: भाई-भतीजावाद ने बिगाड़ कर रख दी अखबार की स्थिति : जनसंदेश टाइम्स, बनारस में कर्मचारियों का नया साल बिगड़ने वाला है. यहां काम कर रहे लगभग सौ कर्मचारियों का नवम्बर नवम्बर महीने की ही सैलरी अब तक नहीं मिली है, जबकि दिसम्बर भी खतम होने वाला है. कर्मचारी परेशान हैं. अच्छे अच्छे बैनरों को छोड़कर जनसंदेश टाइम्स से जुड़ने वाले लोग अब परेशान हैं. उन्हें अपने फैसले पर कोफ्त हो रही है. बताया जा रहा है कि यहां से जुड़े नौ जिलों में भी पिछले पांच-छह महीने से कर्मचारियों को सैलरी और अन्य खर्च नहीं दिए गए हैं.
मुझे नंगा करके ज़मीन पर बिठाया जाता है : सोनी सोरी
सुप्रीम कोर्ट की दया का बदला सरकार सोनी सोरी से ले रही है. सोनी सोरी ने २७ जुलाई के अपने जेल से सुप्रीम कोर्ट के नाम भेजे गये पत्र में कहा है कि ‘आज जीवित हूं तो आपके आदेश की वजह से. आपने सही समय पर आदेश देकर मेरा दोबारा इलाज कराया. एम्स अस्पताल दिल्ली में इलाज के दौरान बहुत ही खुश थी कि मेरा इलाज इतने अच्छे से हो रहा है. पर जज साहब, आज उसकी कीमत चुकानी पड़ रही है. मुझ पर शर्मनाक अत्याचार प्रताड़ना की जा रही है. आपसे निवेदन है, मुझ पर दया कीजियेगा .. जज साहब इस वख्त मानसिक रूप से अत्यधिक पीड़ित हूं.
कांग्रेसियों की ज्ञान जांचने वाले आई नेक्स्ट ने खुद की गलती
इंदौर से निकले जागरण के अखबार 'आई-नेक्स्ट' को प्रबंधन ने जिस मकसद से निकला था, शायद अखबार उसे समझ नहीं पाया! गलतियों से भरपूर इस अखबार में आज (29 दिसम्बर) के अंक (पेज-6) में हुई गलती बेहद गंभीर है। कांग्रेस के नेताओं से अखबार के संवाददाताओं ने पार्टी की 127वीं वर्षगांठ पर कुछ सवाल पूछे थे। जाहिर है ज्यादातर नेता नहीं बता पाए की पार्टी की स्थापना कब, किसने और कहाँ की थी? इस एक पेज की खबर में नेताओं की खिल्ली उड़ाई गयी है।
यह जनता आज बलात्कारियों को मांग रही है, कल आप नेताओं को मांगेगी
: एक बेटी की विदा का शिलालेख! : सरकार का दूध अगर निरंतर काला न होता तो यह बेटी इस तरह अपमानित हो कर सिंगापुर की धरती से हम से विदा न हुई होती। उस की विदाई पर शिलालेख न लिखना पड़ता। बेटी का इस तरह विदा होना हम सब के मुंह पर करारा तमाचा है, जूता है, जाने क्या-क्या है। अगर सरकार समझती है कि सिंगापुर भेज कर उस बेटी के निधन पर उपजी आग पर वह पानी डाल लेगी तो सरकार की बुद्धि पर तरस आता है। सरकार भूल जाती है कि ब्रिटिश हुकूमत ने बहादुरशाह ज़फ़र को भी निर्वासन दे कर सिंगापुर भेजा था। उन्हें वहीं दफ़नाया भी गया था। ज़फ़र को लिखना पड़ा था :
गैंगरेप पीड़िता दामिनी तब बोली थी- मैं जीना चाहती हूं
नई दिल्ली : राजधानी में 16 दिसंबर की रात चलती बस में गैंगरेप और दरिंदगी की सारी सीमाओं को तोड़ देने वाली बर्बर वारदात की शिकार 23-वर्षीय लड़की ने जीने की इच्छा जताई थी और वह अपने जीवन को तार-तार करने वाले दोषियों को उनके किए की सजा दिलाना चाहती थी। घटना के तीन दिन बाद 19 दिसंबर को जब वह अपनी मां और भाई से पहली बार मिली, तो उसके शब्द थे 'मैं जीना चाहती हूं'… इलाज की पूरी प्रक्रिया के दौरान वह संकेतों में बात करती रही थी। उसकी ज्यादातर बातचीत उसके अभिभावकों के साथ हुई थी और उसने एक नहीं बल्कि दो-दो बार मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दिए थे।
गैंगरेप पीड़िता की मौत दिल्ली में ही हो गई थी : मेनका गांधी
Raj Kamal : भारतीय जनता पार्टी की नेता और सांसद मेनका गांधी ने गैंग रेप पीड़िता की मौत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि रेप पीड़िता की मौत दिल्ली में ही हो गई थी। उसे बोरे की तरह प्लेन में डालकर कर सिंगापुर भेज दिया गया। मेनका गांधी ने कहा कि जिन हालात से लड़की गुजर रही थी वैसे में बेहतर इलाज के नाम पर विदेश भेजना कहीं से भी तार्किक नहीं है। मेनका ने कहा, मैं मानती हूं कि लड़की का निधन दिल्ली में हो गया था।'
सरकारों को टीवी चैनल शुरू करने की अनुमति नहीं : ट्राई
नई दिल्ली : भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) ने कहा है कि केंद्र व राज्य सरकारों को प्रसारण के कारोबार में उतरने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। ट्राई की इस व्यवस्था का तमिलनाडु सहित विभिन्न राज्यों सरकारों पर तत्काल प्रभाव हो सकता है। नियामक ने इस संबंध में आज अपने सुझाव दिये। उसने कहा है कि सरकारें ही नहीं राजनीतिक दलों को भी प्रसारण क्षेत्र में उतरने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक के आफिस में बलात्कार
रेप के खिलाफ देभ भर में उबाल का असर प्रभावशाली लोगों पर नहीं पड़ता दिख रहा है. तभी तो एक के बाद एक कई घटनाएं लगातार घटित हो रही हैं. मध्य प्रदेश में तो भाजपा विधायक के आफिस में रेप किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. बलात्कारी कोई और नहीं बल्कि भाजपा विधायक का भतीजा है. पूरे मामले को विस्तार से जानने-समझने के लिए नीचे दी गई न्यूज कटिंग पर क्लिक कर दें…
नोएडा में चाचाओं और चचेरे भाइयों ने किया गैंगरेप, पुलिस ने पीड़िता पर ही बनाया कंप्रोमाइज के लिए दबाव!
यूपी की पुलिस सुधरने वाली नहीं. बात नोएडा की है. दादरी में चलती कार में एक लड़की से गैंग रेप हुआ. रेप करने वाले उसके चाचा और चचेरे भाई निकले. सबसे पीड़ादायी यह रहा कि पीड़िता व उसके परिजनों पर ही पुलिस ने दबाव बना दिया कि वह आरोपियों से समझौत करके चुप हो जाए. गैंगरेप के इस घटनाक्रम को नोएडा से प्रकाशित हिंदी अखबारों में भी अंडरप्ले कराए जाने की तैयारी है. कहा जा रहा है कि ऐसा नोएडा पुलिस से रिश्ते अच्छे बनाए रखने के नाम पर किया जा रहा है. टाइम्स आफ इंडिया ने पूरे मामले को सच्चाई के साथ अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया है.
बिपाशा बसु को घूर कर देखने से मुंबई हो गयी ‘असुरक्षित’
मीडिया की महानता देखिये.. अगर दिनरात बॉडीगार्ड्स से घिरी रहने वाली बिपाशा बसु को कोई जिम में घूर कर देख लेता है तो मुंबई 'असुरक्षित' घोषित हो जाती है। फिल्मी सितारों और आइटम गर्ल्स के पीआर में जुटी मीडिया को ये भी समझ नहीं आया कि ये खबर छाप कर वो अपनी खिल्ली ही उड़ा …
मैं तो बच गयी, क्योंकि चीखना मुझे आता था, लेकिन…
बात तब की है, जब मैं सिर्फ आठ साल की थी. खेलते-खेलते गेंद जब अंकल के घर में चली जाया करती थी, तो मैं भीतर से कांप जाती थी कि अब गेंद मुझे ही लेने जानी पड़ेगी. अंदर जाने का मन नहीं करता था. वो अंकल नहीं थे, बुरे अंकल थे, बहुत बुरे. जब वो मुझे छूते थे, तो उनका छूना मुझे अच्छा नहीं लगता था. मैं जानती नहीं थी कि वो मुझे क्यों छू रहे हैं, क्योंकि आठ साल की बच्ची अच्छा और बुरा नहीं जानती. लेकिन भीतर से शायद कुछ होता है, जो अच्छे और बुरे का भेद समझा देता है. पिता का स्पर्श बुरा नहीं होता जब वह अपनी बच्ची को प्रेम से चूमता है. लेकिन उसी उम्र का आदमी जब गलत मंशा से छूता है-चूमता है, तब एक मासूम बच्चा भी जान जाता है कि ये जो भी है अच्छा तो नहीं ही है.
डा. वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल ने दैनिक जागरण, देहरादून से इस्तीफा दिया
वरिठ पत्रकार डा. वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल ने दैनिक जागरण, देहरादून से इस्तीफा दे दिया है। वे सात साल से यहां सेवाएं दे रहे थे और वर्तमान में वरिष्ठ उपसंपादक के पद पर कार्यरत थे। पता चला है कि वे अब हिंदी भाषा पर कुछ कार्य करने वाले हैं। हिंदी प्रिंट मीडिया में करीब डेढ़ दशक तक पत्रकारिता कर चुके डा. बर्त्वाल ने मसूरी में पर्वत इप्टा समाचार साप्ताहिक अखबार निकालकार करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने मसूरी टाइम्स, दैनिक हिंदुस्तान में मसूरी से ही बतौर संवाददाता कार्य किया और फिर चंडीगढ़ में दैनिक भास्कर से जुड़े।
बर्मा उर्फ म्यांमार में निजी अखबारों के प्रकाशन को अनुमति मिली
फौजियों के बूटों तले जिस बर्मा उर्फ म्यांमार देश में लोकतंत्र कई दशकों से स्लीप मोड में है, वहां से धीरे धीरे अच्छी खबरें आने लगी हैं. वहां की शानदार नेता सू की अभी भारत आईं. बहुत कुछ कह कर गईं. ताजी सूचना है कि म्यांमार में निजी अखबार भी छप सकेंगे. म्यांमार की फौजी सरकार धीरे धीरे दुनिया की मुख्यधारा का हिस्सा बनने की तैयारी में है, इसलिए नियंत्रित तौर पर ही सही, लोकतांत्रिक संस्थाओं को एक एक कर पुनर्जीवित करने की शुरुआत कर दी है. हालांकि यह कह पाना मुश्किल है कि वहां निजी अखबार कितने आजाद रह सकेंगे. पूरी खबर यूं है…
इलेक्ट्रानिक मीडिया जज से लेकर पुलिस, सब कुछ हो गया है : दिग्विजय सिंह
अपने बयानों के लिए चर्चित कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने इलेक्ट्रानिक मीडिया को निशाने पर लिया है. उनके बयान के आधार पर खबर बनाते हुए समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट आफ इंडिया ने भोपाल डेटलाइन से Electronic media has become police, prosecution & judge: Digvijay शीर्षक से एक खबर रिलीज की है, जो इस प्रकार है…
संदीप वाधवा सहारा मीडिया में विदेशी पूंजी लाएंगे, अंग्रेजी व बिजनेस चैनल के लिए विदेशी पार्टनर की तलाश
: कानाफूसी : इन दिनों सहारा मीडिया के नए नए साहब और सर्वेसर्वा बनकर आए संदीप बाधवा की सहाराइटों में खूब चर्चा है. उनके बारे में बताया जा रहा है कि वे सहाराश्री सुब्रत राय सहारा के पुत्र सुशांतो राय की पत्नी के सगे या दूर के भाई हैं. यानि मामला घर का है. दूसरे, बाधवा विदेशों में कारोबार और विदेशी पूंजी के मामले के अच्छे एक्सपर्ट भी है. सहाराश्री की प्रियारिटी इन दिनों ज्यादा से ज्यादा बाहरी पैसा अपने समूह में लगवाने की है ताकि कई तरह के संकटों से निपटा जा सके.
शंभूनाथ शुक्ला का मेरठ से नोएडा ट्रांसफर, फरवरी में रिटायर होंगे
वरिष्ठ पत्रकार और अमर उजाला, मेरठ में एक्जीक्यूटिव एडिटर के बतौर तैनात शंभूनाथ शुक्ला का तत्काल प्रभाव से तबादला मेरठ से नोएडा कर दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक उनका रिटायरमेंट अगले साल फरवरी में है. प्रबंधन उन्हें एक्सटेंशन देने के मूड में नहीं है. इस कारण उन्हें बाकी समय के लिए नोएडा अटैच कर दिया गया है.
इस क्रांतिकारी पत्रकार मयंक सक्सेना को सलाम कीजिए
Yashwant Singh : आज के समय में भी सच्चे पत्रकार हैं, जो न सिर्फ सच लिखते हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर सच के पक्ष में पूरे ताव से सड़क पर उतरते हैं… लव यू Mayank. और, मयंक जिंदाबाद. मुझे गर्व है आप पर. बड़े-बड़े नामधारी संपादकों-पत्रकारों से ज्यादा इज्जत मैं मयंक की करता हूं क्योंकि मयंक आज की मुर्दा पत्रकारिता और मुर्दा पत्रकारों के बीच में रहते हुए भी पूरी तरह जिंदा है.
मैं व्यर्थ ही ‘कई सम्मान से सम्मानित महान साहित्यकार विभूति नारायण राय’ के खिलाफ लिखता-बोलता हूं
Sanjeev Chandan : कभी-कभी लगता है कि मैं व्यर्थ ही "कई सम्मान से सम्मानित महान साहित्यकार विभूति नारायण राय' के खिलाफ लिखता -बोलता हूँ। सूत्रों की माने तो तब जबकि युवाओं की बेरोजगारी चरम पर है उन्होंने अपने वि वि के सहायक कुलसचिव पद पर होने वाला साक्षात्कार इसलिए टलवा दिया कि आगे उसे पुनः विज्ञापित कर वे एक बेरोजगार युवा को नियुक्त कर सकें और उसकी शादी के मार्ग में आने वाली बाधा दूर कर सकें।
आवारा फक्कड़ घुमक्कड़ सेवा साधु संत महंत उर्फ रामेश्वर पुरी से एक मुलाकात (वीडियो इंटरव्यू)
गया था गाजीपुर. अपने गांव. लौटते वक्त एक दिन बनारस में रुका. महंत रामेश्वर पुरी से मुलाकात हुई. एक मित्र ले गए थे मिलाने. मैंने पहले ही बता दिया था कि मैं नास्तिक हूं. आडंबर, पाखंड, दर्शन आदि से दूर रहता हूं. हां, स्प्रिचुवल जरूर हूं. उस सुपर कंप्यूटर में भरोसा करता हूं जो यूनीवर्स, स्पेस, गाड पार्टिकल्स आदि इत्यादि को मैनेज करता है और जिस तक पहुंचने की कोशिश तन-मनधारी मानुष लोग कर रहे हैं. बनारस में काशी विश्वनाथ वाली पतली-पतली गलियों के मुंह पर ढेर सारे पुलिसवाले तैनात रहते हैं.
”बलात्कार कभी रुक नहीं सकता… और यही इसकी तार्किक परिणति है”
: एक अनाम बलात्कृता का बयान : बलात्कार इसलिए होते हैं क्योंकि अधिकतर लोगों को इसके बारे में कुछ पता ही नहीं होता। ऐसा कहना कि बलात्कार की शिकार औरतें इसे समझती हैं, उनके बारे में कुछ ज्यादा ही बड़ी राय बना लेने जैसा होगा। इसका तात्कालिक असर बस एक गहरा और अदृश्य घाव है। सालों तक काउंसलिंग के बावजूद जो दर्द देता है। एक हदस सी बनी रहती है। इसके आगे दुनिया की सब ताकतें, इंसानी हों या रूहानी, छोटी पड़ जाती हैं। शायद ही कभी इस अपराध की शिकायत दर्ज होती होगी। औरतों को मजबूत बनाने के बजाय हमारा कानूनी तंत्र इतने कम मामलों में सज़ा सुनाता है कि वह खुद सबसे बड़ा अपराधी बन जाता है।
इस सड़ी व्यवस्था को चाहिए ढाई किलो का घूंसा
एक फिल्म में सनी दियोल का डायलॉग खूब चला था 'तारीख पर तारीख'… यह संवाद देश के लोगों ने इसलिए पसंद किया था क्योंकि यह संवाद आम भारतीयों के जीवन का हिस्सा बन गया है। देश की न्याय व्यवस्था बस 'तारीख पर तारीख' है। ऐसी व्यवस्था पर सनी दियोल का ढाई किलो का घूंसा भी अच्छा लगेगा, क्योंकि हम सब देश की सडिय़ल व्यवस्था से आक्रांत हैं और इस सडिय़ल व्यवस्था पर घूंसा चलाने की हमारी औकात नहीं है। आप देखिए न, दिल्ली की सड़कों पर चलती हुई बस में वीभत्स तरीके से किसी लड़की के साथ दुराचार किया जाता रहा और हम इस व्यवस्था का एक बाल भी बांका नहीं कर पाए। एक सिपाही मारा गया तो इतना हल्ला मचा। जबकि सिपाही अपनी शारीरिक वजहों से मारा गया, लेकिन इस पर मचाया गया बावेला देश का मौलिक चरित्र है।
एबीपी समूह लांच करेगा पंजाबी न्यूज चैनल
एबीपी न्यूज समेत तीन चैनलों का संचालन करने वाला आनंद बाजार पत्रिका समूह अब एक और चैनल लांच करने जा रहा है. एबीपी अब पंजाबी समूह में रीजनल चैनल लांच करने जा रहा है. यह इस समूह का तीसरा रीजनल चैनल होगा. इसके पहले एबीपी समूह एबीपी आंनदा नाम से बंगाली तथा एबीपी माझा नाम से मराठी चैनल का संचालन कर रहा है. जबकि एबीपी न्यूज इस समूह का नेशनल चैनल है. बताया जा रहा है कि यह समूह के विस्तार योजना की रणनीति का हिस्सा है.
जनसंदेश टाइम्स, लखनऊ के हालात खराब, सैलरी को लेकर कर्मचारी भी नाराज
: पिछले पांच महीनों से कटी है बिजली : बसपा शासन काल में बसपा मुखपत्र माना जाने वाला जनसंदेश टाइम्स अखबार के हालात बहुत ही खराब हैं. हालात तो सभी यूनिटों के खराब हैं लेकिन ताजा खबर लखनऊ से है. बताया जा रहा है कि यहां पिछले कई महीने की सैलरी अब तक कर्मचारियों को नहीं मिली. उन्हें एडवांस के तौर पर कुछ कुछ करके पैसे दिए जा रहे हैं. नवम्बर महीने की सैलरी का इंतजार करते करते कर्मचारियों का सब्र भी टूटने लगा है. कारण अगर उन्हें नवम्बर माह की सैलरी नहीं मिली तो नया साल निश्चित रूप से बिगड़ने का अंदेशा जताने लगा है.
प्रेस क्लब रिपोर्टर्स कप चैम्पियन बनी प्रभात वार्ता की टीम
कोलकाता। प्रभात वार्ता की टीम ने गत दो वर्षों की चैम्पियन टीम प्रतिदिन को हराकर प्रेस क्लब रिपोर्टर्स 2012-13 कप पर कब्जा कर लिया। कलकत्ता रेफरीज एसोसिएशन ग्राउंड पर शुक्रवार को आयोजित इस फुटबाल प्रतियोगिता में विभिन्न मीडिया समूहों की 16 टीमों ने भाग लिया। प्रभात वार्ता की टीम ने इस प्रतियोगिता में पहली बार भाग लिया और अपनी खेल प्रतिभा से सभी को चकित करते हुए विजेता के रूप में उभरी।
हिंदुस्तान के नोएडा ब्यूरो में फिर घमासान
एक खबर मेल के जरिए भड़ास के पास आई है. इसकी सत्यता को लेकर कोई दावा नहीं किया जा सकता क्योंकि अंदरखाने चलने वाले वाद-विवाद की सच्चाई के संबंध में प्रमाण कम ही मिल पाते हैं. पर यह भी सच है कि आग वहीं है जहां धुआं है. अगर संबंधित पक्षों को कुछ कहना या बताना हो तो वे मेल कर सकते हैं या नीचे दिए गए कमेंट बाक्स का सहारा ले सकते हैं. -एडिटर, भड़ास4मीडिया
दैनिक ट्रिब्यून के नए संपादक संतोष तिवारी के बारे में कुछ बातें
चार एडीशन वाले देश के सर्वाधिक पुराने अखबार दैनिक ट्रिब्यून में अब रिपोर्टिंग की तूती बजेगी। हालांकि नये सम्पादक संतोष तिवारी अपना कामधाम पहली जनवरी-13 से सम्भालेंगे, लेकिन उन्होंने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। ट्रस्ट–स्वामित्व से निकलने वाले देश के प्रमुख तीन अखबारों में ट्रिब्यून का नाम दैनिक हिन्दू के बाद है। खालिस पत्रकारिता के झंडाबरदार इस अखबार ने हमेशा आंचलिकता, भाषा और आम आदमी के प्रति अपने सरोकारों के साथ ही खबरों का समर्थन किया, पाठकों को जबरिया सनसनीखेज खबरें पहुंचाने के बजाय।
आम लोगों में भी दिखा पुलिस के खिलाफ आक्रोश, पत्रकारों का रायबरेली बंद सफल
रायबरेली में पत्रकारों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में गुरुवार को पूरा शहर बंद रहा. इस बंद से लोगों के मन में पुलिस एवं प्रशासन के खिलाफ पनप रहा गुस्सा साफ नजर आया. पत्रकारों के समर्थन में आयोजित यह बंद लगभग पूरी तरह सफल रहा. पुलिस की असंवेदनशीलता ने आग में घी का काम किया और लोग स्वर्स्फूत तरीके से बंद में शामिल होकर पत्रकारों को अपना समर्थन दिया. पत्रकारों की मांग थी कि जिले के एसपी तथा कोतवाल को हटाया जाए.
श्री मीडिया में बदलाव : पुराने पद खतम, पांच लोग सीओओ बनाए गए
समूह संपादक के रूप में अजय उपाध्याय के जुड़ने के बाद ब्रांड के रूप में तब्दील होते जा रहा श्री मीडिया वेंचर ने अपने अंदरूनी स्ट्रक्चर में कई बदलाव किए हैं. कई लोगों की जिम्मेदारियां बदली गई हैं. कई पद समाप्त कर दिए गए हैं. संस्थान में नए सिरे से जिम्मेदारियों को परिभाषित किया जा रहा है. खबर है कि कंपनी ने मीडिया डिविजन को अब अलग कर लिया है. कंपनी अब तक श्री मीडिया समूह के नाम से कंपनी का संचालन कर रही थी. अब सूचना है कि इसका नाम बदलकर श्री समूह (आर्गेनाइजेशन) कर दिया गया है.
गैस एजेंसी के कर्मचारियों ने दी पत्रकार राजीव को जान से मारने की धमकी, मामला दर्ज
यूपी में पत्रकारों के साथ लगातार बदतमीजी, धमकी देने तथा मारपीट करने की घटनाएं आम हो गई हैं. यूपी के चंदौली जिले के मुगलसराय से खबर है कि दी रेलवे मेन्स कोऑपरेटिव इंडेन गैस एजेंसी में केवाईसी फार्म जमा करने गए पत्रकार राजीव गुप्ता के साथ एजेंसीकर्मियों ने न सिर्फ अभद्रता एवं गाली ग्लौज की बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी. जिसके बाद भयभीत पत्रकार ने कोतवाली में आवेदन देकर जानमाल के रक्षा की गुहार लगाई. पुलिस ने एनसीआर में मामला दर्ज कर लिया है.
वरिष्ठ पत्रकार चैतन्य भट्ट को हीरालाल गुप्त पत्रकारिता सम्मान
जबलपुर : जबलपुर के वरिष्ठ पत्रकार तथा दैनिक हरिभूमि के संपादक चैतन्य भट्ट को स्व. हीरालाल गुप्त पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया गया. श्री भट्ट के अलावा इस आयोजन में सृजन सम्मान से साहित्यकार अमरेन्द्र नारायण तथा सव्यसाची प्रमिला बिल्लोरे सम्मान से राजेश पाठक प्रवीण को सम्मनित किया गया. जबलपुर में हुये एक गरिमामय आयोजन में मुख्य अतिथि कालीदास अकादमी के पूर्व निदेशक आचार्य कृष्णकांत चतुर्वेदी ने कहा कि समाज और राष्ट्र की मूलधारा से जुड़ी होती है पत्रकारिता. पत्रकारिता एक साधना है और जिसने इसे साध लिया उसका स्मरण पीढियां करती हैं.
देश में बढ़ रही है हिंदी भाषी प्रकाशनों की ताकत (पढ़े रिपोर्ट)
देश में हिंदी अखबारों का बाजार लगातार बढ़ रहा है. पिछले दो दशक में हिंदी अखबारों की प्रगति ने इसे साबित भी किया है. इन सालों में अंग्रेजी मीडिया का वर्चस्व भी कम हुआ है. तमाम बड़े हिंदी मीडिया ब्रांडों के रीजनल स्तर पर पहुंच जाने से यह मार्केट और बड़ा होता जा रहा है. तमाम विसंगतियों के बीच हिंदी की ताकत बढ़ रही है. इसी हिंदी की ताकत थी कि जी न्यूज को संचालित करने वाले एस्सल ग्रुप ने अमर उजाला में बड़ा स्टेट खरीदने की कोशिश की थी. इसके पहले नईदुनिया अखबार को खरीदकर जागरण प्रकाशन ने अपनी ताकत बढ़ाई.
पत्रिका से इस्तीफा देकर गंगेश एवं रवींद्र नईदुनिया पहुंचे
पत्रिका, रायपुर से खबर है कि गंगेश द्विवेदी ने इस्तीफा दे दिया है. वे रिपोर्टिंग कर रहे थे और नगर निगम बीट के माहिर माने जाते थे. गंगेश ने अपनी नई पारी रायपुर में ही नईदुनिया के साथ शुरू की है. इन्हें यहां भी रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी दी गई है. गंगेश का इस्तीफा पत्रिका के लिए झटका माना जा रहा है. गंगेश इसके पहले भी कई संस्थानों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
ना कानून बेबस है ना लाचार, लचर है तो ढीला और डरपोक सिस्टम
राजधानी की बस में सामूहिक दुराचार और उसकी प्रतिक्रया में उपजे युवा आंदोलन की एक परिणीति सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधिपति जेएस वर्मा की अध्यक्षता में बने आयोग के रूप में सामने आई है। आयोग महिलाओं पर अत्याचार रोकने के लिए कानून में संशोधन के सुझावों के लिए गठित हुआ है। आयोग ने 5 जनवरी 2013 तक सुझाव मांगे हैं ताकि एक महीने की तय समयावधि में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर सके।
‘बलात्कारी’ हनी सिंह को प्रमोट कर रहे अनुराग कश्यप को शेम-शेम कहें
घटिया, गाली-गलौज वाले और महिला विरोधी गीत गाने वाले थर्ड ग्रेड सिंगर हनी सिंह को चर्चित फिल्मकार अनुराग कश्यप का कंधा मिल गया है. जिन दिनों महिलाएं अपनी अस्मिता और अधिकार के लिए सड़कों पर लड़ रही हैं, उन्हीं दिनों में अनुराग कश्यप जैसा संवेदनशील फिल्मकार बलात्कार और महिला हिंसा को प्रमोट करने वाले घटिया गायक हनी सिंह को प्रमोट कर रहा था. दोनों की तस्वीर नीचे है. दोनों ने एक साथ स्टेज शेयर किया.
राजस्थान पत्रिका में जिनेश जैन, संदीप राठौड़, जयप्रकाश सिंह के दायित्व में फेरबदल
राजस्थान पत्रिका में काफी फेरबदल हुए हैं। पत्रिका कोटा में संपादक जिनेश जैन को हटा कर भोपाल में लगाया गया है। कोटा में संदीप राठौड़ को लगाया गया है। वहीं कोटा में चीफ रिपोर्टर रहे जयप्रकाश सिंह को अब भीलवाडा में संपादक बना दिया गया है। जयप्रकाश सिंह बेहद कर्मठ और इमानदार पत्रकार रहे हैं।
किशोर चौधरी की किताब ”चौराहे पर सीढि़यां” वर्ष 2012 की बेस्ट सेलर
पिछले दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में हमारे प्रकाशन की 4 पुस्तकों के साझे-लोकार्पण के दौरान जब भड़ास4मीडिया के मॉडरेटर यशवंत सिंह ने यह कहा था कि देखिएगा, एक दिन हिंदी का बेस्ट-सेलर यहीं से पैदा होगा, तो कम से कम मुझे ऐसा बिलकुल नहीं लगा था कि उनकी भविष्यवाणी को सच होने में इतना कम समय लगेगा।
संसद मार्ग पुलिस स्टेशन के एसएचओ दिनेश कुमार ने फिर एक लड़की से की बदसलूकी
संसद मार्ग पुलिस स्टेशन के एसएचओ दिनेश कुमार ने फिर एक लड़की से बदसलूकी की है. पहले उसे गैर कानूनी ढंग से डिटेन किया गया फिर इस बारे में ट्वीट करने पर धमकाया गया और माफी मांगने के लिए कहा गया. एसएचओ दिनेश कुमार पहले भी वहाँ मौजूद प्रदर्शनकारियों से बदसलूकी करते रहे हैं. 24 दिसंबर की रात हमारे साथी आलोक दीक्षित को भी इसी तरह डिटेन किया गया था. और जब हम छुडाने पहुचे तो हमसे भी बदतमीजी की और धमकियां दीं. साथ ही बड़बोलेपन के साथ बयान दिया कि जब चाहेंगे तुम लोगों को कुचल देंगे जैसे इंडिया गेट पर हुआ था. ऐसे धूर्त पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्यवाही होने की ज़रूरत है, जो आम जनता को कीड़े मकौड़े की तरह समझते हैं. मेरे हिसाब से तो उनके खिलाफ हमें संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में ही एफ आई आर लिखानी चाहिए. बताइये दोस्तों क्या किया जाए. ये है द हिंदू अखबार में प्रकाशित एक खबर…
खबर रुकवाने के लिए पैसा मांग रहा है टीवी100 का पत्रकार
देहरादून : पत्रकारिता की आड़ में दलाली की चादर ओढ़कर उत्तराखण्ड में पत्रकारिता को शर्मसार किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि यह वाकया पहली बार अंजाम दिया जा रहा हो। मीडिया के नाम पर दलाली व भांड़गिरी करने वाले कई इलेक्ट्रानिक चैनल व प्रिंट मीडिया के दलाल लोगों से वसूली कर पत्रकारिता को बदनाम कर चुके हैं और अभी भी कई लोग इस गोरखधंधे को मोटी रकम वसूल कर अंजाम दे रहे हैं।
”क्या इससे पत्नी की इच्छा के विरुद्ध शारीरिक संबंध स्थापित करने वालों की संख्या में कमी आएगी?”
लगातार फांसी और castration की मांग करने वालों से मेरे कुछ सवाल हैं : बलात्कार के दोषियों के लिए अगर फांसी जैसा एक कड़ा कानून बना भी दिया जाए तो क्या उसके बाद बंद दरवाजों के पीछे हुए वो मामले जिनकी लोक लाज की वजह से रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कराई जाती, जिसमे एक पति का अपनी पत्नी की इच्छा के विरूद्ध उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करना भी आता है, क्या इनकी संख्या में कमी आएगी?
जी समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार
The Delhi police crime branch is busy finalising an elaborate questionnaire for the proposed polygraph test on Zee Group chairman Subhash Chandra, an accused in the case involving alleged extortion of `100 crores from the Jindal group. Crime branch sources said their probe was progressing rapidly and they were confident of a foolproof case.
”छह बलात्कारियों से घिर गई तो समर्पण क्यों नहीं कर दिया?”
खरगोन : दिल्ली में हुए गैंगरेप से जहां राजधानी समेत पूरा देश नाराज है. लोग गुस्से में हैं, वहीं मध्यप्रदेश में एक महिला कृषि वैज्ञानिक के बयान ने सबको हतप्रभ और स्तब्ध कर दिया है. मध्य प्रदेश के खरगौर जिले में पुलिस विभाग द्वारा महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता पर एक सेमीनार रख गया था. इसमें एक महिला कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनीता शुक्ला, जो लायंस क्लब की अध्यक्ष भी हैं, को भी निमंत्रित किया गया था. पर उन्होंने इस सेमीनार में बोलते हुए दिल्ली गैंगरेप मामले में पीडि़ता को ही जिम्मेदार ठहरा दिया. उन्होंने कहा छह लोगों से घिरने पर लड़की ने चुपचाप समर्पण क्यों नहीं कर दिया? कम से कम उसकी आंतें निकालने की नौबत तो न आती. अनीता शुक्ला इतने पर ही नहीं रुकीं उन्हों ने कहा कि महिलाएं ही पुरुषों को उकसाती हैं.
ये रहा न्यूजवीक का पहला और आखिरी एडिशन
मीडिया में समय चक्र तेजी से घूम रहा है. नई तकनीक पुराने दौर पर हावी होता जा रहा है. प्रिंट मीडिया के अगले पांच दशकों में क्या भविष्य होगा, इस पर चर्चाएं चल रही हैं. कुछ लोगों का कहना है कि प्रिंट मीडिया पर कोई आंच नहीं आए वहीं कुछ लोग नई तकनीकों के लगातार अपग्रेडेशन को देखते हुए प्रिंट मीडिया के भविष्य के प्रति खतरा जता रहे हैं. इन चर्चाओं को और अधिक मुखर किया है 'न्यूजवीक' के बंद हो जाने की खबर ने. न्यूज वीके ने इस साल के आखिरी सप्ताह में अपना आखिरी एडिशन प्रकाशित किया है.
द हिंदू के सुरेंद्र ने दिखाया देश का हालात ‘ठीक है’
दिल्ली में गैंगरेप में पूरे देश में उबाल के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ी. तमाम चैनलों पर उनके रिकार्डेड बयान चलाए गए, पर लास्ट में एक गड़बड़ी हो गई कि वे बोल गए 'ठीक है'. ये ठीक है ने मीडिया-सोशल मीडिया हर जगह उनकी इज्जत खराब कर रखी है. लोग अपने अपने तरीके से चुटकियां ले रहे हैं. इसी क्रम में कार्टूनिस्ट भी पीएम के 'ठीक है' पर अपनी कूंची चला रहे हैं. द हिंदू के कार्टूनिस्ट सुरेंद्र ने भी अपनी कूंची 'ठीक है' तरीके से उकेरा है.
ऋषि का नोएडा तबादला, मंगल कलश टीवी से चार का इस्तीफा
अमर उजाला, शाहजहांपुर से खबर है कि ऋषि श्रीवास्तव का तबादला नोएडा के लिए कर दिया गया है. वे रिपोर्टर के रूप में अखबार को अपनी सेवाएं दे रहे थे. उन्हें नोएडा में प्रमोशन करके भेजा गया है. वे शाहजहांपुर में पांच सालों से काम कर रहे थे तथा प्रशासन बीट देख रहे थे. इसके पहले ऋषि अमर उजाला के लखीमपुर खीरी के ब्यूरोचीफ की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. अमर उजाला से पहले वे दैनिक जागरण को अपनी सेवाएं दे रहे थे.
अभिसार शर्मा आजतक से गए
अभिसार शर्मा अब आज तक पर नहीं दिखेंगे. उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. वे डिप्टी एडिटर के पद पर कार्यरत थे. वे प्रतिभाशाली और चर्चित एंकरों में शुमार किए जाते हैं. अभिसार के मुताबिक वे किताब लिख रहे हैं. अभिसार के इस्तीफे को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं. अभिसार 17 वर्षों से मीडिया में हैं और रामनाथ गोयनका पुरस्कार भी पा चुके हैं.
भड़ास जांच दल की रिपोर्ट : पुलिस की हेकड़ी से रायबरेली में भड़का पत्रकारों का गुस्सा
: रायबरेली के पत्रकार लाठीचार्ज प्रकरण की जांच के लिए कुमार सौवीर के नेतृत्व में दो सदस्यीय भड़ास जांच दल की रिपोर्ट : भड़ास4मीडिया के कंटेंट एडिटर अनिल सिंह भी थे जांच दल में : रायबरेली में पत्रकारों पर लाठीचार्ज के प्रकरण का सच जानने के लिए भड़ास4मीडिया का एक जांच दल वरिष्ठ पत्रकार कुमार सौवीर के नेतृत्व में रायबरेली गया। वहां पुलिस और पत्रकार, दोनों पक्षों से बात कर मामले की जानकारी प्राप्त की। वहां पर साफ नजर आया कि पत्रकारों में गुस्सा पुलिस की असंवेदनशीलता के कारण है। इसी असंवेदनशीलता का असर है कि पत्रकार तो पत्रकार अब आम आदमी भी पुलिस से नाराज है। अगर पुलिस ने तनिक भी दूरदर्शिता दिखाई होती तो शायद इस तरह की नौबत नहीं आ पाती।
‘ठीक है’ : गलती एएनआई की और सजा दूरदर्शन कर्मी को!
: कानाफूसी : गैंगरेप के बाद दिल्ली और पूरे देश में आठ दिनों तक जारी हंगामे के बाद जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चुप्पी तोड़ी तो उस पर और ज्यादा बवाल मच गया। प्रधानमंत्री ने अपने रिकार्डेड स्पीच में गैंगरेप पीड़िता के प्रति सहानुभूति जताते हुए लोगों के गुस्से को जायज ठहराया। लेकिन उसी स्पीच के रिकार्डेड आखिरी दो शब्द ‘ठीक है’ टेलीकास्ट होने के बाद प्रधानमंत्री का भाषण ही उनके लिए गले की हड्डी बन गया है। सोशल मीडिया, फेसबुक से लेकर ट्विटर पर और समाचार पत्रों में मनमोहन सिंह की तीखी आलोचना हुयी है।
IWPC PANEL DISCUSSION : REPORTING ON RAPE
Was the media insensitive or irresponsible while reporting the brutal rape of a 23 year-old on December 16; did excessive coverage fuel a mass frenzy or did it force the government to address the issue? To discuss this and other issues related to the media coverage of the rape, the Indian Women's Press Corps is organising a discussion.
पत्रकार योगराज ने सेव गर्ल चाइल्ड विषय पर आठ मिनट की फिल्म बनाई
नई दिल्ली। ए2जेड न्यूज चैनल के डिप्टी न्यूज हेड व आज की दिल्ली मैग्जीन के संपादक योगराज शर्मा ने सेव गर्ल चाइल्ड विषय पर 8 मिनट की एक शार्ट फिल्म बनाई है। नाम है- 'परी की पुकार'। इसे यूट्यूब व फेसबुक लांच कर दिया गया है। बेटी बचाओ का संदेश देती इस फिल्म को काफी मार्मिक तरीके से लिखा व फिल्माया गया है।
बेटियों का बाप हूं, शहर में डर लगता है
काले शीशे के पीछे
जब कोई हरकत होती है
तब डर लगता है,
इस शहर का हर चेहरा
अब बर्बर लगता है।
न्यूज चैनलों के लिए 9 जनवरी को जारी होंगे टैम के आंकड़े
टेलीविजन के दर्शकों की संख्या की निगरानी करने वाली एकमात्र भारतीय एजेंसी टैम मीडिया समाचार चैनलों के व्यूअरशिप के आंकड़े 9 जनवरी को जारी करेगी। इससे पहले सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने रेटिंग एजेंसी से समाचार चैनलों के व्यूअरशिप आंकड़ों को जारी नहीं करने के लिए कहा था। एजेंसी इससे पहले 7 अक्टूबर 2012 के बाद से सभी प्रकार के कार्यक्रमों से जुड़े व्यूअरशिप आंकड़ों को जारी करने वाली थी।
मीडिया अपनी हद को समझे : मनीष तिवारी
नई दिल्ली। वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने जहां बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में राजमार्ग पर हुई मीडिया के प्रति पुलिसिया कार्रवाई की निंदा करते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से माफी मांगी। वहीँ, सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने घटना की आलोचना के साथ ही साथ मीडिया पर भी निशाना साधा और मीडिया को गाइड लाइन तक याद दिला डाली। मनीष तिवारी ने कहा कि मीडिया को विरोध प्रदर्शन के दौरान पैदा हुई हिंसा की स्थिति की संवेदनशीलता को समझना चाहिए था। साथ ही इस पर भी विचार करना चाहिए था कि इण्डिया गेट और राजमार्ग का आलम क्या था और वहां की परिस्थितियां कैसी हो गई थीं।
न्यूजवीक का आखिरी प्रिंट एडिशन प्रकाशित
वाशिंगटन : अमेरिकी साप्ताहिक समाचार पत्रिका `न्यूजवीक` ने सोमवार को अपना अंतिम मुद्रित अंक जारी किया। पत्रिका के मुखपृष्ठ पर मिडटाउन मैनहट्टन में स्थित न्यूजवीक की पुरानी इमारत की श्वेत-श्याम तस्वीर प्रकाशित की गई है। साथ ही मुखपृष्ठ पर लिखा है, `लास्ट प्रिंट इशु`। पत्रिका की प्रधान सम्पादक टीना ब्राउन ने सोमवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा था, ‘आपके हाथों में यह `न्यूजवीक` का अंतिम मुद्रित अंक होगा।’
पुलिसिया आतंक के खिलाफ पत्रकार एवं आमजन लामबंद, 27 दिसम्बर को बंद रहेगा रायबरेली
रायबरेली : रायबरेली में जनता के खिलाफ पुलिस लामबंद हो गयी है। पुलिस की लाठियों की करतूतों के खिलाफ रायबरेली में गुरुवार को हड़ताल रहेगी। पेट्रोल पंपों, दवाखानों और अस्पतालों में तो सांकेतिक बंदी का ऐलान हुआ है, जबकि खुदरा बाजारों में शटर-दरवाजे बंद रहेंगे। बंदी में आटो मोबाइल्स विक्रताओं और आटो-चालकों ने अपने चक्के जाम रखने का ऐलान किया है। अदालतों में तो पहले से ही हड़ताल चल रही है। जिले में अब तक करीब 55 संगठनों ने पूर्ण हड़ताल की घोषणा कर दी है। लेकिन तदर्थवाद पर खड़ा जिला प्रशासन और पुलिस अब तक लगातार अपने अडि़यल रवैये पर है। पुलिस अधीक्षक ने साफ तौर पर कह दिया है कि यह आंदोलन स्थानीय चंद साजिशों का नतीजा है और ऐसी हालत में उसके सामने झुकने का कोई औचित्य नहीं।
हवाला आरोपों में अपने उत्तर से संतुष्ट नहीं कर सका एचएसबीसी, आरबीआई से दुबारा शिकायत
एचएसबीसी बैंक ने आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर द्वारा ‘आप’ कन्वेनर अरविन्द केजरीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों के सन्दर्भ में प्रेषित शिकयतों को पूरी तरह गलत बताया है. इन आरोपों में एचएसबीसी द्वारा स्विस बैंकों में काला धन जमा करने में मदद करना, देश में हवाला रैकेट चला कर टैक्स चोरी कराना शामिल हैं. यह भी आरोपित किया गया कि एचएसबीसी, दुबई और जिनेवा के पास भारत में बैंकिंग कार्य करने के लाइसेंस नहीं हैं और उनके भारतीय ऑपरेशन अवैध हैं.
खिलाफ गवाही देने पर शिबू की विधायक बहू सीता ने अपने पीए का अपहरण कराया!
रांची से खबर है कि शिबू सोरेन की विधायक बहू सीता सोरेन ने अपने पीए विकास पांडेय का अपहरण करा दिया. बाद में पुलिस ने विकास को आधी रात के समय मुक्त कराया. विकास के परिवार ने सीता के खिलाफ एफआईआर लिखा दी है. रांची की मीडिया पर दबाव डाला गया है कि यह प्रकरण प्रचारित प्रसारित न हो. पूरा वाकया यूं है…
दामिनी के जीवन-मौत को लेकर फेसबुक पर चर्चा शुरू
Ashish Kumar 'Anshu' : दिल घबरा रहा है, ''दामिनी नहीं रही.'' लेकिन यह आधिकारिक जानकारी नहीं है. हे! ईश्वर दामिनी को कुछ हुआ ना हो. क्या मीडिया की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल को एक बार दामिनी से मिलने नहीं जाना चाहिए? क्योंकि आम आदमी का विश्वास सरकार या सरकारी दलालों से उठ गया है.
दिल्ली में पत्रकारों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में कैथल में रोष मार्च
कैथल। दिल्ली में दामिनी दुष्कर्म मामले में कवरेज कर रहे पत्रकारों पर पुलिस द्वारा किये लाठीचार्ज के विरोध में कैथल में पत्रकारों ने मीडिया सेन्टर पर प्रदर्शन किया और पुलिस द्वारा पत्रकारों पर किए गए लाठीचार्ज की घोर निंदा की। इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हुए पत्रकारों ने दिल्ली के उपराज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी फैक्स से भेजा है। इससे पूर्व मीडिया क्लब के सदस्यों ने रोष स्वरूप दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता मीडिया क्लब कैथल के अध्यक्ष पंकज आत्रेय ने की।
पुलिस ने जब मुझ पर लाठियां चलाईं तो बिजली की तेज़ी से वो घूमी और मेरे ऊपर आ कर लेट गई
Mayank Saxena : उस सुबह को भूलना मुश्किल है…और उस चेहरे को भी…वो हमारे साथ शाम से थी…राष्ट्रपति भवन पर हमारा अकेला 100 लोगों का ग्रुप बचा था…रात भर 5 डिग्री पारे के बीच हम कभी कागज़ तो कभी मोमबत्तियां जला कर बैठे थे…मेरे हर गाने पर सबसे आगे आगे वो गाती थी…हां अलबत्ता हिंदी और उर्दू उसकी ज़ुबान तो न थीं…पर वो भोजपुरी गीत पर भी झूम कर गाती थी…फिर उससे बातचीत होने लगी…वो बोली, "नॉर्थ ईस्ट के लोग भी इसी देश के लोग हैं…मैं यहां इसलिए हूं क्योंकि मैं ये बताना चाहती हूं कि हम लोग भी आपके भाई बहन हैं…दिल्ली में पूर्वोत्तर की लड़कियों के साथ जिस तरह का व्यवहार होता है…जिस नज़र से उनको देखा जाता है…उसके खिलाफ़ मैं यहां आई हूं…" मैं सुन रहा था और शर्मिंदा था…
डीएनए से एडिटर आदित्य सिन्हा का इस्तीफा, रवि जोशी मुंबई के आरई बनाए गए
अंग्रेजी अखबार 'डीएनए' से खबर है कि आदित्य सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया है. वे अखबार के एडिटर इन चीफ थे. वे पिछले दो सालों से डीएनए के साथ जुड़े हुए थे. इसके पहले वे संडे हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक थे. उनके इस्तीफे के बाद रवि जोशी को डीएनए, मुंबई का आरई बना दिया गया है. इसके पहले वे बंगलूरु में अखबार के आरई की भूमिका निभा रहे थे. खबर आ रही है कि आदित्य अभी किसी संस्थान से जुड़ने के इच्छुक नहीं हैं और लेखन में कुछ समय देना चाहते हैं. आदित्य सिन्हा ने अपने पत्रकारीय करियर की शुरुआत 1987 में की थी. उन्होंने देश-विदेश में भी रिपोर्टिंग की.
सीएनईबी न्यूज के नाम पर यूपी में ‘ठग’ चला रहे हैं भर्ती अभियान!
जो चैनल बंद हो चुका है. उसका नामोनिशान मिट चुका है, उसे रि-लांच करने की बात कहते हुए कुछ लोग उत्तर प्रदेश में भर्ती अभियान चलाए हुए हैं. दरअसल आजकल लोगों को चैनलों से जोड़ना मुनाफे का धंधा हो चुका है. अगर आपको किसी जिले में किसी चैनल का प्रतिनिधि बनना है तो आपको अपनी जेब से दस हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक देना पड़ेगा. एक तरह से जिलेवार ढंग से चैनल की माइकआइडी की नीलामी होती है.
उपेंद्र राय के भाई की शादी में सहाराश्री ने करोड़ों रुपये बहाए!
कानाफूसी ये है कि भले ही उपेंद्र राय से मीडिया का काम छीन लिया गया हो लेकिन सहारा समूह में उनकी हैसियत कम नहीं हुई है. कुछ रोज पहले उपेंद्र राय के सगे भाई की शादी हुई. इस शादी में सहाराश्री सुब्रत राय सहारा ने करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए. शादी का आयोजन बनारस के ताज होटल में किया गया. बनारस का एक और स्टार होटल बुक था. गांव के लोग फाइव स्टार होटलों में रुकवाए गए. जमकर आवभगत की गई.
पहली जनवरी को इंडिया न्यूज समूह ज्वाइन करेंगे दीपक चौरसिया और पुण्य प्रसून बाजपेयी
इंडिया न्यूज से जुड़े सूत्रों पर भरोसा करें तो खबर सौ फीसदी सच है. इंडिया न्यूज समूह में दीपक चौरसिया और पुण्य प्रसून बाजपेयी ज्वाइन करने जा रहे हैं. दिन तय किया गया है पहली जनवरी सन 2013. दीपक की हैसियत मालिकों वाली होगी. उन्हें इंडिया न्यूज समूह के कई चैनलों में हिस्सेदारी मिल रही है. पुण्य प्रसून भी अच्छे खासे पैकेज व पद पर ज्वाइन करने जा रहे हैं.
इंडिया न्यूज में दीपक चौरसिया के नजदीकियों के जुड़ने का सिलसिला जारी
इंडिया न्यूज में बदलाव की सुगबुगाहट तेज होती जा रही है. दीपक चौरसिया के आने की चर्चाओं के बीच उनके कई लोग इंडिया न्यूज से जुड़ते जा रहे हैं. जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि नए साल पर कोई बड़ा धमाका जरूर हो सकता है. इंडिया न्यूज एमपी-सीजी में पहले ही दीप्ति चौरसिया के रूप में दीपक की बहन मौजूद हैं. दीप्ति एमपी की ब्यूरोचीफ हैं. इसके अलावा दीपक की नजदीकी माने जाने वाली निधि कौशिक भी इनपुट हेड के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं.
आंदोलन में शामिल होने से खफा सरकार ने जनरल वीके सिंह की जेड प्लस सुरक्षा हटा दी
खबर आ रही है कि इंडिया गेट आंदोलन में शरीक होने के कारण जनरल वीके सिंह को मिली सुरक्षा केंद्र सरकार ने हटा दी है. पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है. वीके सिंह दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ हुए आंदोलन में शामिल हुए थे. आदेश मिलने के बाद आर्मी हेडक्वार्टर के लोग जेड प्लस सुरक्षा कवर हटाने की कवायद में जुट गए हैं.
चतरा में लैपटॉप और स्कूटर देकर पटाए जा रहे हैं पत्रकार!
चतरा के मीडियाजगत में एक खबर बड़ी तेजी से चर्चा में बनी हुई है. स्थानीय नक्सल संगठन से जुड़े रहे गंगेश गंजू और सुधांशु सुमन की खबर हिंदुस्तान और प्रभात खबर अखबार में हर दिन छप रही है. हालांकि खबर का छपना कोई बड़ी घटना नहीं है, पर जो आरोप लग रहे हैं वे सचमुच गंभीर हैं. हिंदुस्तान के ब्यूरोचीफ ठाकुर धीरेंद्र प्रसाद एवं प्रभात खबर के ब्यूरोचीफ दीनबंधु पर आरोप लगा है कि इन लोगों को उपहार और पैसे देकर ओबेलाइज किया गया है, जिसके चलते इन दोनों लोगों के प्रत्येक छोटे-बड़े कार्यक्रम को व्यापक कवरेज मिल रहा है.
सैलरी न मिलने से प्लानमैन मीडिया के पत्रकारों की हालत खराब, अरिंदम नए साल के जश्न की तैयारी में
मैनेजमेंट के बड़े बड़े गुण सिखाने वाले तथा टीवी चैनलों तथा अखबारों में विज्ञापन के साथ छपने के शौकीन अरिंदम चौधरी अपने खुद की मीडिया कंपनी प्लानमैन मीडिया का ही मैनेजमेंट नहीं संभाल पा रहे हैं. पिछले दो सालों से प्लानमैन मीडिया के कर्मचारी अरिंदम चौधरी के आश्वासनों से परेशान हैं. संडे इंडियन समेत कई अंग्रेजी मैगजीन प्रकाशित करने वाली अरिंदम की प्लानमैन मीडिया के लगभग पांच सौ कर्मचारी सैलरी ना मिलने से मुश्किलों में हैं.
ए2जेड पहुंची अर्चना यादव, प्रवीण अमर उजाला से बाहर
लखनऊ से खबर है कि अर्चना यादव ने ए2जेड न्यूज चैनल ज्वाइन कर लिया है. उन्हें यहां रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अर्चना इसके पहले लाइव टुडे को अपनी सेवाएं दे रही थीं, जहां उन्होंने इस्तीफा दे दिया. यहां भी वे रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी निभा रही थीं. अपने छोटे से करियर में ही अर्चना ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है. लाइव टुडे से पहले वे कई समाचार पत्रों को भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं.
साधना चैनल में चीफ न्यूज कोआर्डिनेटर बने दिनेश आनंद
सीएनईबी के ब्यूरोचीफ रहे दिनेश आनंद के बारे में खबर है कि उन्होंने अपनी नई पारी साधना न्यूज के साथ शुरू की है. दिनेश को प्रबंधन ने चीफ न्यूज कोआर्डिनेटर कम एडमिनिट्रेटर की जिम्मेदारी सौंपी है. वे पटना में ही अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे. दिनेश पिछले एक दशक से ज्यादा समय से बिहार की पत्रकारिता में …
एनडीटीवी पर चश्मदीद का खुलासा : दौड़ते समय खुद ही गिर पड़े थे सुभाष तोमर!
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल सुभाष तोमर की मौत कैसे हुई इसपर अब विवाद गहराता जा रहा है। अब एक लड़का सामने आया है जिसका कहना है कि उसने सुभाष तोमर गिरते को देखा था। इसके बाद उसने पुलिस की मदद से उन्हें अस्पताल भी पहुंचाया। योगेंद्र नाम के इस लड़के के मुताबिक सुभाष तोमर को किसी प्रदशर्नकारी ने पीटा नहीं था जबकि दिल्ली पुलिस के सीपी का कहना था कि सुभाष तोमर को गर्दन छाती और पेट पर चोट के निशान थे। इस बीच इंतज़ार है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का जिससे तस्वीर साफ होगी।
सोशल मीडिया के जरिए खड़े आंदोलन क्या वास्तव में जन आंदोलन है?
सोशल मीडिया अपनी बात लोगों तक पहुंचाने का एक अच्छा माध्यम है। इसमें अपनी बात कहने के लिए न तो धन या संसाधन की जरूरत है, न ही स्थापित मीडिया संस्थानों की सेवा लेने की। लोकतंत्र में मुद्दे पहचानना, उन पर जन-मानस को शिक्षित करना व इस प्रक्रिया से उभरी जन-भावना के जरिये सिस्टम पर दबाव डालना लोकतंत्र की गुणवत्ता के लिए बेहद जरूरी होता है। सोशल मीडिया इस काम को ज्यादा बेहतर ढंग से कर सकता है, फिर मुनाफा कमाने के लिए चल रहे मीडिया को लेकर कुछ आशंकाएं भी बनी रहती हैं।
आपकी बेटियों को दिल्ली की बसों से कब साबका पड़ता है!
देश का तर्कशास्त्र कितना पोच हो गया है! पुलिस कमिश्नर, गृहमंत्री और अब प्रधानमंत्री भी कहते हैं कि वे दर्द समझते हैं क्योंकि उनके भी बेटियां हैं। तो जिनके बेटियां नहीं हैं, वे? और कोई पूछे कि आपकी बेटियों को दिल्ली की बसों से कब साबका पड़ता है! "दर्द" समझते हैं, तो राजपथ पर पूस की शाम ठंडे पानी से पिटते लड़के-लड़कियों को देख क्यों दर्द नहीं उमड़ा? पुलिस आपा खोकर लाठी-गोले उठा ले, हाथ-पाँव तोड़ दे, कैमरे फोड़ दे तो फर्ज; प्रदर्शनकारी नियंत्रण खोकर पत्थर उठा लें तो असामाजिक-अराजक तत्त्व, उपद्रवकारी, यहाँ तक कि hoolingans अर्थात गुण्डे! इसलिए, विरोध के रास्ते भी करो बंद! न्याय माँगा था, लो दिया न्याय! …. चाहे बलात्कार का हादसा हो, चाहे राजपथ का पुलिस राज — दोनों से एक ही सन्देश मिलता है: विफल शासन, विफल प्रशासन।
मथुरा में फर्जी पत्रकारों की बाढ़, पुलिस ने शुरू की जांच
: फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एसएसपी से मिले मीडियाकर्मी : मथुरा में पत्रकारों की बाढ़ ने जहाँ प्रशासन की नाक में दम कर दिया है वहीं मीडिया से जुड़े लोग भी खासे परेशान हैं. ये लोग कुछ न होते हुए भी मथुरा में धड़ल्ले से पत्रकार बन कर अपने छोटे-बड़े वाहनों पर प्रेस लिख कर चल रहे हैं. पुलिस चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मियों को अपने अर्दब में लेकर अपने मकसद में कामयाब हो जाते हैं. ये लोग खबर लिखने में भले ही कहीं नजर ना आते हों लेकिन ये थाना और चौकियों में दलालों की तरह बराबर सक्रिय रहते हैं. जिसके चलते आम आदमी को जहां न्याय मिलने में कठिनाई होती है वहीं सही मायने वाले पत्रकार बदनाम होते हैं.
न्यूज11 से सेल्स हेड रवींद्र सहाय का इस्तीफा
न्यूज11, रांची से खबर है कि रवींद्र सहाय ने इस्तीफा दे दिया है. वे यहां पर सेल्स एवं मार्केटिंग हेड थे. रवींद्र पिछले तीन सालों से न्यूज11 को अपनी सेवाएं दे रहे थे. बताया जा रहा है कि वे चैनल की आंतरिक स्थितियों से खुश नहीं थे, जिसके चलते उन्होंने बाय कर दिया. रवींद जल्द …
वरिष्ठ पत्रकार डा. श्याम निर्मम का निधन
वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार, कवि, नवगीत के प्रतिष्ठित हस्ताक्षर डा. श्याम निर्मम का सोमवार को निधन हो गया। वे 62 वर्ष के थे। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनका दिल्ली के एक अस्पताल में पिछले एक महीने से इलाज चल रहा था। गाजियाबाद में हिण्डन नदी के किनारे उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार के समय ख्यातिनाम साहित्यकार, पत्रकार, कवि, समाजसेवी, उद्यमी तथा विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी मौजूद थे। वे लम्बे समय तक पालिका समाचार के संपादक भी रहे। देश के सभी प्रतिष्ठित मंचों, आकाशवाणी और दूरदर्शन से काव्यपाठ करने वाले डा. निर्मम ने नवगीत को एक नई पहचान दी। वे अपने पीछे तीन पुत्र और धर्मपत्नी छोड़ गये हैं।
इंटरव्यू : निशांत चतुर्वेदी (चैनल हेड, न्यूज एक्सप्रेस टीवी)
वे ट्रांसपैरेंसी के प्रबल पक्षधर हैं. साफ बोलना और साफ सुनना उन्हें बहुत अच्छा लगता है. चापलूसी, दिखावा और आडंबर से चिढ़ है. काम है तो वे पूरी रात और पूरे दिन जुटे रहेंगे. किसी वक्त काम नहीं हुआ तो वे पढ़ने और महसूस करने में खुद को झोंक देते हैं. उनके अंदर अपार उर्जा है. वे इसे आध्यात्मिकता से कनेक्ट करते हैं और वहीं से हासिल कर अपनी टीम के सदस्यों में थोड़ा थोड़ा बांट देते हैं. ये हैं निशांत चतुर्वेदी. न्यूज एक्सप्रेस चैनल के हेड.
प्रेस क्लब आफ इंडिया में पत्रकारों की बैठक और विरोध प्रदर्शन की कुछ तस्वीरें
पत्रकारों पर बर्बर लाठीचार्ज और प्रेस क्लब में घुसकर पत्रकारों को पीटने जैसी घटनाओं के खिलाफ कल सोमवार को प्रेस क्लब आफ इंडिया में पत्रकारों ने मीटिंग की और फिर विरोध प्रदर्शन निकाला. इस मौके की कुछ तस्वीरें–
65 सालों का दर्द और गुस्सा!
‘दिल्ली’ घिर रही है. दिल्ली यानी देश के सत्ता प्रवाह-प्रतिष्ठान का मूल केंद्र- नाभि. ‘दिल्ली’ झुक रही है, अनाम छात्रों (न आंदोलनकारी छात्र अपना नाम बता रहे हैं न देश जानना चाहता है) से गृह मंत्री बात करते हैं. सोनिया जी दो-दो बार बुला कर बात करती हैं, देर रात और अति सुबह. इससे सत्ता प्रतिष्ठान की बेचैनी झलकती है. राहुल जी मौजूद रहते हैं. छोटे-मोटे मंत्रियों की बात छोड़िए. देश की सत्ता की कुंजी जिस नेहरू परिवार के पास है, वह इन अनाम गुमनाम छात्रों को बुला कर पुचकार रहा है, बतिया रहा है, आम बातें सुन रहा है, पर गुस्साये लोग (छात्र, छात्राएं समेत सभी प्रदर्शनकारी) बातचीत के झांसे में नहीं आ रहे. वे देख चुके हैं पिछले 65 वर्षों से ऐसी अनगिनत बातचीत होती रही है, पर परिणाम क्या निकला? बद से बदतर.
पांच दूरदर्शन मुलाजिम निलंबित.. सब ठीक है!!
सरकार ने उन पांच दूरदर्शन मुलाजिमों को निलंबित कर दिया है, जिनकी वजह से कल प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन में अंत में तुरंत बोले गए दो शब्द टीवी पर चले गए जो कि भाषण का हिस्सा नहीं थे। अंगरेजी संबोधन के बाद प्रधानमंत्री ने हिंदी में कहा था — "ठीक है?" जो हो, इस भूल-चूक लेनी-देनी से देश की बड़ी सेवा हुई है। एक तो पता चला कि प्रधानमंत्री बगैर लिखकर दिए हुए भी कुछ बोल सकते हैं। वह भी सहज होकर, राष्ट्र की राजभाषा में। फिर देश के ठीक-बेठीक हालात पर बोलने में तो उन्हें एक हफ्ता लगा; पर भाषण कैसा रहा, यह उन्होंने उसी सांस में जानना चाहा। यानी सजग भी हैं। और फिर गलत प्रसारण पर फौरन एक्शन भी ले लिया। कर्मठ हैं। ठीक है, सर, सब ठीक है। भाषण ठीक, देश भी ठीक। बादल सरकार के एक नाटक में लाठी की ठक-ठक के साथ चौकीदार की अनवरत पुकार याद आती है — किसी का खून नहीं हुआ … कोई बलात्कार नहीं हुआ … सब ठीक है!!
चंदौली में हिंदी की ऐसी की तैसी कर दी है राष्ट्रीय सहारा ने
चंदौली में राष्ट्रीय सहारा समाचार पत्र को पढ़कर कोई भी सहज अन्दाजा लगा सकता है कि अखबार को स्वयं सहारे की आवश्यकता है। लगभग चार माह से राष्ट्रीय सहारा समाचार पत्र के चंदौली पृष्ठ पर लगातार हो रही त्रुटियों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह दिन दूर नही जब त्रुटियों के लिए राष्ट्रीय सहारा गिनीज बुक की सुर्खियों पर होगा। हिन्दी समाचार पत्र में हो रही अशुद्धियों की वजह से चंदौली के पाठकों की हिन्दी भी खराब हो रही है।
पत्रकारिता के लिए महमूद, पवन, आकाश, मुन्ना, उमेश, माधवी, उस्मान, जितेंद्र एवं एनबी सुधीर सम्मानित
मेवाड़ संस्थान, वसुन्धरा, गाजियाबाद के विवेकानन्द सभागार में सोमवार को अपराह्न 2:30 महामना पं. मदन मोहन मालवीय जयन्ती के अवसर पर ’’आठवां पत्रकार प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह’’ का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम सरस्वती माँ के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण मुख्य अतिथि श्री शिव कुमार गोयल, प्रखर राष्ट्रवादी पत्रकार ने किया तत्पश्चात् महामना पं. मदन मोहन मालवीय जयन्ती का कार्यक्रम विधिवत् प्रारम्भ हुआ।
नईदुनिया, ग्वालियर से हरीश उपाध्याय एवं राहुल आदित्य का इस्तीफा
नईदुनिया, ग्वालियर से थोड़ी देर से मिली सूचना के अनुसार यहां से दो वरिष्ठ लोगों ने इस्तीफा दे दिया है. नईदुनिया से लम्बे समय तक जुड़े वरिष्ठ पत्रकार हरीश उपाध्याय ने संस्थान को बाय कर दिया है. वे यहां पर सिटी डेस्क इंचार्ज थे. बताया जा रहा है कि हरीश जी ने अब खुद का …
रेप रोकने के लिए ‘रेपेक्स’ नामक दक्षिण अफ्रीकी यह हथियार कितना कारगर… एफबी पर बहस जारी
Feminist India : Rape has become a pandemic in South Africa, so a medical technician named Sonette Ehlers developed a product that immediately got national attention there. Ehlers had never forgotten a rape victim telling her formerly, " If only i had teeth down there."
शोभना भरतिया, शशि शेखर समेत एचटी ग्रुप के कइयों को अरेस्ट करने की मांग उठी
बिहार के चर्चित आरटीआई एक्टिविस्ट, वरीय अधिवक्ता और पत्रकार काशी प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और पुलिस महानिदेशक अभ्यानन्द से मुंगेर कोतवाली कांड संख्या- 445। 2011 के सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी और उनकी चल-अचल सम्पत्तियों की जब्ती की मांग कर दी है। उनका कहना है कि 200 करोड़ का दैनिक हिन्दुस्तान विज्ञापन फर्जीवाड़ा कांड बड़ा आर्थिक अपराध है। मुंगेर पुलिस ने भी अपनी पर्यवेक्षण-टिप्पणी में इस कांड को एक बड़ा आर्थिक अपराध घोषित किया है ।
डिप्रेशन के शिकार हो चुके हैं राहुल गांधी!
वो सुब्रत राय और अम्बानियों से दूर रहते हैं. राजीव शुक्ल और अहमद पटेल जैसों को वो भीतर से पसंद नहीं करते. उनके दरबार में रसूख और रइसजादों की वाकई अहमियत नहीं. प्रधानमंत्री हो या वित्तमंत्री …हर बड़े को उनसे मिलने या बात करने के लिए समय लेना होता है. और हर बड़ा फैसला उनके बिना लेने की आज देश में किसी की हैसियत नहीं है. वो निहायत शरीफ हैं और चकाचौंध छोड़कर सादगी से जीते हैं. लेकिन वो परेशान हैं. वो सहमे हैं, खुद के भविष्य से. उनका आत्मविश्वास उन्हें छल रहा है. और अगर मेरी खबर सही है तो वो एक तरह के मनोवैज्ञानिक दबाव की स्थिति से गुजर रहे हैं. अगर हिम्मत करके लिखूं तो वो एक तरह के डिप्रेशन से घिरते जा रहे हैं.
मीडिया वालों पर हमले के खिलाफ दिल्ली के पत्रकारों ने किया जोरदार प्रदर्शन, पुलिस ने भांजी लाठियां
नई दिल्ली : बलात्कार के खिलाफ प्रदर्शन को रोकने के लिए जगह-जगह अवरोधक खड़े किए पुलिस वालों ने सोमवार को पत्रकारों को भी खूब मारा-पीटा था। जगह-जगह उन पर लाठी चार्ज किया गया। ये पत्रकार रविवार को अपने सहयोगी पत्रकारों से हुई मारपीट का विरोध करने के लिए प्रेस क्लब आफ इंडिया के लॉन में इकट्ठे हुए। यहां पिटाई के शिकार हुए पत्रकारों ने अपनी पीड़ा बयान की। इसके बाद पत्रकारों का हुजूम प्रेस क्लब से नारेबाजी करता हुआ सड़कों पर निकल पड़ा। रेल भवन के निकट करीब दो-ढाई सौ पत्रकार एकत्र हुए। उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें एक-दो पत्रकारों को कुछ चोट भी आई।
मीडिया पर हमला करने वाले पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई हो : काटजू
भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने दिल्ली पुलिस द्वारा मीडियाकर्मियों पर कल की गई कार्रवाई को लोकतंत्र पर निंदनीय हमला बताया। काटजू ने उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जो इसके लिये जिम्मेदार थे। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश काटजू ने कहा कि वह सामूहिक बलात्कार के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा पत्रकारों पर की गयी पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी को महामना पत्रकारिता पुरस्कार
नई दिल्ली। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार और बलिया निवासी उमेश चतुर्वेदी को यहां महामना पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके तहत उन्हें पांच हजार एक रुपए की राशि के साथ ही अभिनंदन पत्र और शाल से सम्मानित किया गया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक और महान स्वतंत्रता सेनानी महामना मदन मोहन मालवीय के जन्मदिवस के मौके पर उमेश चतुर्वेदी को उनके ओजस्वी लेखन के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सहारा मामले में वेरिफिकेशन की नीलामी डेडलाइन बढ़ी
नई दिल्ली। मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने सहारा के हाई-प्रोफाइल मामले में इन्वेस्टर्स की आमने-सामने की पहचान (इन-पर्सन वेरिफिकेशन) करने के लिए पब्लिक सेक्टर बैंकों और केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसियों यानी केआरए से बोली मंगाने की समय-सीमा दूसरी बार बढ़ाई है। सेबी ने नोटिस जारी करके कहा है कि जो बैंक और एजेंसियां वेरिफिकेशन का काम करने में इंटरेस्टेड हैं, वो अपनी बिड अब 15 जनवरी तक जमा करा सकते हैं।
अश्लीलता के लिए कथित मीडियाकर्मियों ने किया विधायक के नाम का इस्तेमाल
मुरादाबाद : कथित मीडिया कर्मियों ने अश्लीलता के लिए सपा विधायक के नाम का इस्तेमाल कर लिया। उनके नाम पर किसी अन्य की बात कराकर लोक निर्माण विभाग का गेस्ट हाउस खुलवा लिया और महिलाओं को लाकर अश्लीलता शुरू कर दी। मंशा भांपकर गेस्ट हाउस कर्मियों ने विरोध किया तो सभी भाग गए। उनकी एक बाइक रोक ली गई है।
रायबरेली में पत्रकारों का धरना पांचवें दिन भी जारी, पुलिस के खिलाफ आक्रोश
रायबरेली। पत्रकारों पर किये गये लाठीचार्ज के विरोध में शहीद चौक पर अनवरत जारी सांकेतिक धरने के पांचवें दिन भी सामाजिक संगठनों, राजनैतिक नेताओं व महिलाओं के समर्थन के बीच धरना जारी रहा। आज के धरने में सत्ताधारी पार्टी के नेता आरपी यादव के आश्वासन पर धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाईं और उनके आश्वासन पर भरोसा किया। सपा नेता आरपी यादव ने पत्रकारों पर किए गये लाठीचार्ज को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जो कुछ भी पत्रकारों के साथ हुआ वह कतई नहीं होना चाहिए था। जिन लोगों के द्वारा यह कृत्य किया गया है उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी से मिलकर करवाने का प्रयास करूंगा।
टाटा स्टील प्लांट में फायरिंग, प्रेस फोटोग्राफर समेत छह घायल
जमशेदपुर। इस्पात उत्पादक कंपनी टाटा स्टील के झारखंड के जमशेदपुर में स्थित संयंत्र के एक गेट से मजदूरों की साइकिल के प्रवेश पर लगी रोक के बाद हुए हंगामे और तोड़फोड़ के बीच कंपनी के निजी सुरक्षागार्ड द्वारा की गई फायरिंग में एक प्रेस फोटोग्राफर समेत छह लोग घायल हो गए। घायलों में पांच ठेका मजदूर शामिल हैं। उग्र भीड़ ने छह मोटरसाइकिलों को आग लगा दी और कंपनी पर पथराव किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश झा ने बताया कि कंपनी के बर्मामाइंस गेट से मजदूरों की साइकिल के प्रवेश पर रोक के विरोध में सुबह की पाली में प्रदर्शन के दौरान उग्र भीड़ ने पथराव कर दिया।
मीडियाकर्मियों पर हमले के विरुद्ध अमृतसर में भी रोष रैली निकली
दिल्ली में गैंगरेप के विरोध में प्रदर्शन का कवरेज कर रहे मीडिया पर भी पुलिसिया हमले के विरोध में अमृतसर में प्रदर्शन किया गया. पत्रकारों ने पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ रैली निकाली. मीडियाकर्मी दी प्रेस क्लब आफ अमृतसर (पीसीए) के नेतृत्व में हाल बाजार के बाहर रोष रैली निकाली. रोष रैली में मीडियाकर्मी हाथों तथा सिर पर काली पट्टियां बांध रखी थीं. रैली को अखिल भारतीय ह्यूमन राइट्स आर्गनाइजेशन के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भी अपना समर्थन दिया.
दिल्ली गैंगरेप : मीडिया को निशाना बनाए जाने से एनबीए नाराज
देश के प्रमुख समाचार चैनलों की सदस्यता वाले न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने सोमवार को कहा है कि रविवार को हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान दिल्ली पुलिस ने मीडियाकर्मियों पर पानी की बौछारें करके पत्रकारों को अपना निशाना बनाया है। एनबीए की ओर से जारी बयान में रविवार को हुई कार्रवाई पर स्तब्धता जाहिर करते हुए पत्रकारों, कैमराकर्मियों और समाचार चैनलों के अन्य मीडियाकर्मियों के घायल होने और महंगे प्रसारक उपकरणों के नष्ट होने के प्रति चिंता जाहिर की है।
सबा एवं मोहित ने हिंदुस्तान तथा सुमीत ने पत्रिका ज्वाइन किया
दैनिक जागरण, बरेली से खबर है कि सबा जैदी ने इस्तीफा दे दिया है. सबा ने अपनी नई पारी हिंदुस्तान के साथ शुरू की है. उनके साथ ही मोहित ने भी हिंदूस्तान का दामन थाम लिया है. मोहित की हिंदुस्तान के साथ यह दूसरी पारी है. वे इसके पहले भी यहां काम कर चुके हैं. दोनों लोग एडिटोरियल में अपनी सेवाएं देंगे.
अमर उजाला ने लगाया सुधाकर की ख़बरों पर प्रतिबंध
जनपद बदायूं की तहसील बिसौली से अमर उजाला के लिए रिपोर्टिंग करने वाले सुधाकर शर्मा की ख़बरों पर प्रतिबंध लगा दिया है. सूत्रों के अनुसार सुधाकर पर जातिवाद के आधीन होकर रिपोर्टिंग करने, राजनीति में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के साथ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, जिसकी प्रबंधन जांच करा रहा है. जांच के बाद …
कौशांबी जिले में बदमाशों ने पत्रकार को तमंचे के बल पर लूटा
यूपी के कौशाम्बी जिले से खबर है कि किसी काम से रसूलपुर काजी जा रहे एक पत्रकार को सरेराह बाइक सवार बदमाशों ने तमंचा दिखाकर लूट लिया. विरोध करने पर बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया, जिसमें वह घायल हो गया. पत्रकार की तहरीर पर एक बदमाश को नामजद किया गया है. मामला दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दैनिक द ट्रिब्यून के समूह संपादक बने संतोष तिवारी
दैनिक जागरण से खबर है कि संतोष तिवारी ने इस्तीफा दे दिया है. वे नोएडा फीचर एडिटर के पद पर कार्यरत थे. संतोष अब द ट्रिब्यून से जुड़ गए हैं. उन्हें समूह संपादक बनाया गया है. संतोष तिवारी पिछले तीन दशक से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं. मूल रूप से कानपुर के रहने वाले …
प्रधानमंत्री के दफ्तर में वीडियो एडिटिंग का ये हाल है… ‘ठीक है’
प्रधानमंत्री के 'ठीक है' शब्दों ने उन्हें मजाक का पात्र बना दिया है. दिल्ली में गैंग रेप मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आखिरकार बयान तो दिया लेकिन बयान के दो शब्दों ने उन्हें सोशल मीडिया ट्विटर पर मजाक का पात्र बना दिया है. असल में हुआ यूं कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन के अंत में कहा…'ठीक है'. शायद प्रधानमंत्री भाषण की रिकार्डिंग के बारे में पूछ रहे थे कि ठीक है या नहीं…..लेकिन ट्विटर पर लोगों ने इन दो शब्दों को पकड़ लिया. अब ये दो शब्द यानी Theekhai सबसे ऊपर ट्रेंड कर रहा है और लोगों के ट्विट्स पढ़ने लायक हैं.
एडवाइजरी भेज केंद्र ने चैनलों को हड़काया (ताकि फिर जनसैलाब उमड़े तो लगातार लाइव न दिखाएं)
From – Government of India, Ministry of Information & Broadcasting, “A” Wing Shastri Bhawan, New Delhi-110001, 23rd December, 2012 : To- All News and Current Affairs satellite Television Channels : Subject- ADVISORY : Whereas a number of private satellite news TV channels have been showing programmes covering round-the-clock direct telecast of the events relating to public demonstration being held in New Delhi in the wake of the unfortunate and tragic incident of gang rape of a young girl on 16th December, 2012 in a moving bus. The channels have been covering the agitation and the efforts of the law enforcing authorities to maintain law & order, as well as the commentaries of the channel reporters to portray the incidents from their own perspectives.
क्यू शाप के जरिए फ्राड (3) : चालबाज सहारा समूह इन पांच सवालों का क्या देगा जवाब
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर व अन्य की शिकायत पर कंपनी रजिस्ट्रार, कानपुर ने सहारा रियल एस्टेट से पांच प्रश्न पूछे हैं. ये पांच सवाल क्या है, उसे नीचे प्रकाशित किए गए उस पत्र में पढ़ा जा सकता है जिसे कंपनी रजिस्ट्रार की तरफ से पूरे मामले पर जवाब देने के लिए सहारा को भेजा गया है. माना जा रहा है कि अपने फ्राड में खुद फंसते जा रहे और संकटों से घिरे सहारा समूह के लिए यह मामला तगड़ा झटका देने वाला साबित होगा. फिलहाल वह पत्र पढ़ें जिसका जवाब देना सहारा को काफी भारी पड़ेगा…
क्यू शाप के जरिए फ्राड (2) : सहारा के खिलाफ सेबी को भेजे गए आईपीएस अमिताभ के पत्र को पढ़ें
अपने जाल में सहारा लगातार फंसता जा रहा है. अपने फ्राड के कारण ढेर सारे जांचों में घिरे सहारा समूह को अब लपेटा है एक आईपीएस अधिकारी ने. यूपी कैडर के अमिताभ ठाकुर ने सेबी के चेयरमैन को पत्र लिखकर सहारा के एक नए फ्राड का खुलासा किया है और इसकी जांच कराने की मांग की है. अमिताभ ने अपने पत्र की प्रति कई सरकारी विभागों-मंत्रालयों के पास भी फारवर्ड किया. उनकी शिकायत को संज्ञान में लेकर जांच शुरू हो चुकी है. ये वो पत्र है जिसमें अमिताभ ने सहारा समूह द्वारा क्यू शाप के जरिए किए जा रहे गोलमाल के बारे में लिखकर सेबी चेयरमैन समेत कइयों को भेजा है…
क्यू शाप के जरिए फ्राड (1) : सहारा इंडिया रियल एस्टेट के विरुद्ध कंपनी रजिस्ट्रार की जांच शुरू
कंपनी रजिस्ट्रार, कानपुर द्वारा सहारा इंडिया रियल एस्टेट कोर्पोरेशन लिमिटेड के खिलाफ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर तथा एक भुक्तभोगी आशीष वर्मा की तरफ से दायर शिकायत में जांच शुरू कर दी गयी है. अमिताभ और नूतन को यह ज्ञात हुआ था कि सहारा इंडिया एक कथित उपभोक्ता सामग्री नेटवर्क सहारा क्यू के नाम पर सेबी के नियंत्रण से बच कर पैसे एकत्र कर रहा है. अतः इन दोनों ने एक-एक हज़ार रुपये के दो बांड ख़रीदे.
मध्य प्रदेश : 14 करोड़ रुपये के बकायादार 210 पत्रकार, देखें सभी के नामों की लिस्ट
इंदौर। बात- बात में नियम और कायदों की दुहाई देने वाले मीडिया के कई लोग नियम विरूद्ध सरकारी आवासों पर अवैध कब्जा जमाए बैठे हैं। भोपाल में अवैध कब्जाधारी और करोड़ो रूपये के सरकारी बकायादार पत्रकारों की संख्या एक दो नहीं 210 है। एक से तीन साल के लिए आवंटित मकानों में कुछ पत्रकार तो पिछले 37 सालों से अनाधिकृत रह रहे हैं। गैरकानूनी तरीके से सरकारी मकानों का मजा ले रहे हैं इन पत्रकारों और मीडिया संस्थानों पर 14 करोड़ रूपये से अधिक की किराया राशि सरकार को नहीं दी। हाल ही में जनसंपर्क विभाग से रिटायर्ड अधिकारी एसपी दीक्षित द्वारा हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका के साथ लगे दस्तावेज यह जानकारी बयान कर रहे हैं।
इंफाल में पुलिस फायरिंग के दौरान पत्रकार की मौत की जांच हो : जेएफए
गुवाहाटी : इंफाल में मणिपुरी हीरोइन से छेड़छाड़ मामले पर हड़ताल के दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस की फायरिंग से पत्रकार की मौत पर जर्नलिस्ट फोरम असम ने गहरी संवेदना व्यक्त की। जर्नलिस्ट फोरम असम ने ओ इबोबी सिंह सरकार से अनुरोध किया है कि वह पुलिस फायरिंग में पत्रकार की मौत की घटना की जांच करें। जेएफए ने यहां एक बयान जारी कर मणिपुर सरकार से पत्रकार थांगजाम ननाओ सिंह के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
नब्बे फीसदी लोगों के प्रमुख हैं काटजू
90 फीसदी लोगों के प्रमुख है काटजू. भोपाल में साहब फरमाते हैं कि एक गैंगरेप पर इतना बखेड़ा क्यों? न्याय की परमप्रतिमा ने नहीं बताया कि कितने सौ या हज़ार या लाख गैंगरेप हों तब बखेड़ा करें? रिटायर होते ही मूढ़ता की सिद्धि पा चुके ज्ञानमूर्ति ने यह भी फरमाया –" बेकारी, ग़रीबी, महँगाई पर बखेड़ा क्यों नहीं?"…..यानी ग़रीबी, बेकारी या महँगाई हो तो गैंगरेप होते रहने चाहिए?
ऋषिकेश को अमर उजाला से बाहर का रास्ता दिखाने में सफल हुए ब्यूरोचीफ
अमर उजाला के पत्रकार ऋषिकेश तिवारी को बाहर का रास्ता दिखाने में अमर उजाला के ब्यूरोचीफ अवधेश मल्ल और श्यामनारायण मिश्र तथा विज्ञापन के गिरिजेश मिश्र कामयाब हुए। बताया जा रहा है कि इसकी खुशी में शुक्रवार की रात दावत हुआ और जश्न मनाया गया, जिसमें हिन्दुस्तान के लोग भी शामिल रहे। गोरखपुर यूनिट के लांचिग के समय से अखबार के लिए अपना कीमती समय समर्पित करने वाले ऋषिकेश तिवारी इन दिनों अखबार से बाहर कर दिये गये हैं। जिसको लेकर अमर उजाला के देवरिया कार्यालय में काफी खुशी है और हिन्दुस्तान अखबार के भी कई लोगों का उठना-बैठना शुरू हो गया है।
सार्थक भूमिका निभाने में नाकाम रही है दिल्ली पुलिस
चाहे अपराध हो, या आंदोलन. पिछले कुछ अनुभव यही बताते हैं कि दिल्ली पुलिस अपनी सार्थक भूमिका निभाने में नाकाम रही है. दुखद है कि वह अपनी नाकामी को स्वीकारना तो दूर पहचान भी नहीं पा रही है. आला अधिकारी मामूली सफलताओं पर अपनी पीठ थपथपाने का कोई मौका नहीं छोड़ते. पूरी संभावना है कि गैंगरेप के दोषियों को मौत की सजा मिलेगी. लेकिन पिछले सप्ताह भर से उबल रही दिल्ली सहित समूचे देश से हर तरह के अपराध को अगर मिटाना है तो सबसे पहले भारतीय पुलिस व्यवस्था को सुधारने की जरुरत है. इसकी शुरुआत पुलिस में भर्ती की प्रक्रिया से होनी चाहिए.
”उत्तराखंड देश का अकेला राज्य, जहां प्रेस एवं विज्ञापन मान्यता समिति का गठन नहीं”
उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने उत्तराखंड अलग राज्य के रूप में वजूद में आने के बाद प्रदेश में प्रेस मान्यता और विज्ञापन मान्यता समितियों का आजतक विधिवत गठन नहीं होने पर गुस्से का इजहार किया है। यूनियन ने कहा है कि उत्तराखंड सम्भवत: देश का ऐसा अकेला राज्य है, जहाँ प्रेस मान्यता और विज्ञापन मान्यता समितियों का विधिवत गठन नहीं हो सका है। सरकारी अफसरान पत्रकारों को मनमाने तरीके से प्रेस मान्यता और राज्य के अख़बारों को विज्ञापन मान्यता बाँट रहे हैं। यूनियन ने प्रदेश में तत्काल पारदर्शी सूचना नीति लागू करने और मीडिया परिषद् का गठन करने की मांग की है।
ये दिल्ली पुलिस क्या बलात्कारियों से कम है..?
मित्रों, यह समय कोई जातीय, राजनीतिक व सोशल एजंडा लागू करने का नहीं है। यह समय है जब सभी को एकजुट होकर दिल्ली के इंडिया गेट पर जुटे युवाओं के अंतर्मन को पहचान कर कुछ नए कानून लागू कराने के प्रयास करने चाहिए। जो लड़की दुष्कर्म का शिकार होकर जीवन और मृत्यु से लड़ रही है उसके लिए एकजुट होने का। ऐसे समय पर फेसबुक में कुछ लोग समझा रहे हैं कि आखिर आंदोलन अभी क्यों हुआ?
पत्रकार सलीम सैफी की कार में आग लगी, परिवार समेत बाल बाल बचे
देहरादून से खबर है कि पत्रकार सलीम सैफी और उनका परिवार एक हादसे में बाल बाल बच गया. हादसे में उनकी कार जल गई. गनीमत रही कि कोई और कार चपेट में नहीं आई नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया जा सका. दैनिक न्यूज वायरस के संपादक सलीम सैफी अपने परिवार के साथ शापिंग करने गए थे. उन्होंने देहरादून स्थित सदर तहसील में अपनी सेंट्रो कार र्पाक कर दी. जब वे शाम को लगभग पौने आठ बजे अपने परिवार के साथ वापस आए तो उन्हें कार से पेट्रोल की बू आ रही थी.
जल्द ही पीजीआई में नि:शुल्क इलाज करा सकेंगे मान्यता प्राप्त पत्रकार
लखनऊ : प्रदेश के पत्रकारों को अब पीजीआई में नि:शुल्क चिकित्सा की सहूलियत बस चंद दिनों के भीतर मिल जाएगी। तय किया गया है कि इससे सम्बन्धी एक प्रस्ताव को अगली ही कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस बारे में रविवार की सुबह मुख्यसचिव को साफ तौर पर शब्दों में निर्देश दे दिया। मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद से इस मामले में प्रशासनिक अड़चनें हमेशा के लिए खत्म होने जा रही हैं।
पुलिस ने मीडियाकर्मियों को भी बनाया निशाना, कैमरों पर पानी की बौछार
नई दिल्ली : दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने पानी की बौछार के बीच जमकर लाठियां बरसाईं। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा गया। पर इस दौरान मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा गया। न्यूज एक्स की पत्रकार रिद्धिमा तोमर तो घायल हुई हीं, पुलिस ने मीडिया वालों के कैमरों पर जानबूझकर पानी की बौछार की ताकि कैमरे बंद हो जाएं। जब पानी के चलते मीडिया वालों ने कैमरे बंद कर लिए तो लाठीचार्ज शुरू हो गया। महिलाओं और युवतियों को भी नहीं बख्शा गया।
इंफाल में पुलिस गोलीबारी में एक पत्रकार की मौत
एक अभिनेत्री के साथ कथित छेड़छाड़ करने पर एक नगा उग्रवादी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक फिल्मी निकाय की अनिश्चितकालीन हड़ताल के दूसरे दिन रविवार को पुलिस गोलीबारी में एक पत्रकार मारा गया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इंफाल पश्चिमी जिले में थांगीबांद इलाके में प्रदर्शनकारियों के हिंसा पर उतर जाने के बाद पुलिस ने गोलियां चलाईं, जिसमें एक पत्रकार नानाओ सिंह (29) की मौत हो गयी. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन में आग लगा दी और सार्वजनिक एवं सुरक्षा वाहनों का रास्ता रोक दिया था.
टीवी पत्रकारिता छोड़ पूरी तरह बॉलीवुड में रम गए विजय पाण्डेय
कभी ईटीवी, दूरदर्शन, हमार टीवी और महुआ टीवी जैसे चैनलों के साथ काम कर चुके विजय पांडेय अब पूरी तरह एक्टिंग में रम गए हैं. पत्रकारिता को कभी सीने से लगाए रखने वाले विजय का इस विधा से ऐसा मोह भंग हुआ कि उन्होंने इस क्षेत्र को ही अलविदा कह दिया. अपनी जिंदादिली और हाजिर जवाबी में माहिर विजय धीरे धीरे नई पहचान बनाते जा रहे हैं. कई चैनलों पर चलने वाले क्राइम शो के साथ अब वो फिल्मों में भी नजर आने लगे हैं. आज यानी रविवार को कलर्स पर भी रात दस बजे शैतान नामक धारावाहिक में अभिनय करते दिखेंगे.
आंसू गैस के गोले से न्यूज एक्स की पत्रकार रिद्धिमा तोमर घायल
दिल्ली पुलिस बुरी तरह बौखलाई हुई है. आम लोगों के साथ पत्रकारों को भी नहीं बख्श रही है. खबर है कि पुलिस ने पत्रकारों पर भी लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले बरसाए. इस हंगामे में अंग्रेजी चैनल न्यूज एक्स की पत्रकार रिद्धिमा तोमर भी गंभीर रूप से घायल हो गई हैं.
झांसी में इलेक्ट्रानिक मीडिया का गठन, शकील अध्यक्ष, अमित महासचिव बने
झांसी में इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारों की एक बैठक सर्किट हाऊस में आयोजित हुई, जिसमें इस बात का निर्णय लिया गया कि इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारों को एकजुट होकर अपनी समस्याओं की लड़ाई लड़नी होगी। इस बैठक में समस्त पत्रकारों की सहमति से इलेक्ट्रानिक मीडिया क्लब का गठन किया गया तथा वरिष्ठ पत्रकार शकील अली हाशमी को सर्वसम्मति से क्लब का अध्यक्ष चुना गया। अमित श्रीवास्तव को नए क्लब का महासचिव निर्वाचित किया गया।
दैनिक प्रभात से विजय, अश्वनी, दानिश एवं सतीश का इस्तीफा
दैनिक प्रभात, मेरठ से खबर है कि पुराने रिपोर्टर अखबार को बाय बाय करते जा रहे हैं. पिछले दस साल से दैनिक प्रभात में रिपोर्टिंग कर रहे विजय गोयल ने इस्तीफा दे दिया है. इनके अलावा अश्वनी जौहरी एवं दानिश खान भी अखबार को बाय कर गए हैं. बताया जा रहा है कि प्रबंधन ने …
तो व्यवस्था ही उखाड़ फेंकते हैं प्रदर्शनकारी (राणा यशवंत की दो कविताएं)
राणा यशवंत वरिष्ठ पत्रकार हैं. वे आजतक न्यूज चैनल में लम्बे समय तक वरिष्ठ पद पर रहे हैं. इन दिनों महुआ समूह में ग्रुप एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. समय समय वे कविताएं गीत, गजल के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते रहते हैं. दिल्ली गैंगरेप को लेकर पूरा देश गुस्से में है, सरकार सकते में हैं और पुलिस निहायत बेचारगी और लाचारगी में, क्योंकि शासन-प्रशासन, सत्ता-सरकारों से उब चुका आम आदमी, युवा वर्ग अब प्रदर्शनकारी की शक्ल में सड़कों पर उतर गया है. बिना किसी बात की परवाह किए. राणा यशवंत ने भी ऐसे ही प्रदर्शनकारियों पर कविता लिखी है, जिसका शीर्षक है 'प्रदर्शनकारी' और 'बलात्कार'. आप भी पढिए दोनों कविता.
तो व्यवस्था ही उखाड़ फेंकते हैं प्रदर्शनकारी (राणा यशवंत की कविता)
राणा यशवंत वरिष्ठ पत्रकार हैं. वे आजतक न्यूज चैनल में लम्बे समय तक वरिष्ठ पद पर रहे हैं. इन दिनों महुआ समूह में ग्रुप एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. समय समय वे कविताएं गीत, गजल के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते रहते हैं. दिल्ली गैंगरेप को लेकर पूरा देश गुस्से में है, सरकार सकते में हैं और पुलिस निहायत बेचारगी और लाचारगी में, क्योंकि शासन-प्रशासन, सत्ता-सरकारों से उब चुके आम लोग, युवा वर्ग अब प्रदर्शनकारी की शक्ल में सड़कों पर उतर गया है. बिना किसी बात की परवाह किए. राणा यशवंत ने भी ऐसे ही प्रदर्शनकारियों पर एक कविता लिखी है, जिसका शीर्षक है 'प्रदर्शनकारी'. आप भी पढिए यह कविता.
जन टीवी से जुड़े भूपेन्द्र दूबे, बिहार-झारखण्ड की जिम्मेदारी मिली
जयपुर से संचालित हो रहे नेशनल न्यूज चैनल जन टीवी एवं जन टीवी प्लस के बिहार झारखण्ड में ब्यूरो कार्यालय की शुरुआत की गयी है। इन दोनों राज्यों की जिम्मेदारी भूपेन्द्र दूबे को मिली है। चैनल का प्रसरण जयपुर से हो रहा है। भूपेन्द्र दूबे ने इस चैनल में विशेष संवाददाता के रूप में अपना योगदान दिया है साथ ही उन्हें बिहार और झारखण्ड का ब्यूरो की जिम्मेदारी मिली है। चैनल का प्रसारण पटना में मौर्य केबुल के साथ बिग टीवी पर भी हो रहा है।
तो क्या आजतक की एंकरों को रोते हुए फोटो खिंचवाना चाहिए था?
दिल्ली गैंगरेप मामले में आजतक की महिला रिपोर्टरों ने रात में रिपोर्टिंग करके पुलिस की तत्परता की पोल खोला, जिसके लिए इन लोगों को सराहना भी मिली. चैनल पर भी इन लोगों ने इंसानियत और संवेदनशीलता की भी दुहाई दी. इसके देखते हुए एक पाठक ने इनलोगों की एक तस्वीर भेजते हुए लिखा है, ''यशवंत जी, आज तक ने बड़े जोर शोर से दिल्ली गैंग रेप मामला उठाया. इंसानियत और संवेदनशीलता जैसे बड़े बड़े शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन जरा देखिए उनके खुद के रिपोर्टर और एंकर कितने संवेदनशील है. ये फोटो आज तक की ही एक रिपोर्टर गीता जोशी के फेसबुक वॉल से ली गई है. जब दुनिया के सामने ये रिपोर्टर छाती पीट पीटकर इंसानियत की दुहाइयां दे रही थीं उसी रात जेएनयू कैंटीन में किस तरह मौज मस्ती कर रही थीं और दांत निपोर कर फोटो खिंचवा रही थीं. जरा देखिए और समझिए कि आज तक के लिए ये पूरा कवरेज किसी तमाशे से कम नहीं था. टीआरपी बटोरने के लिए इंसानियत झूठी और नकली दुहाईयां दी जा रही थी.''
आलोक मेहता को भी सताने लगी है मीडिया की गिरती साख
एक पुरानी कहावत है कि सौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. यही स्थिति इस समय नईदुनिया से नेशनल दुनिया में तब्दील हुए अखबार के प्रधान संपादक आलोक मेहता की है, जो आजकल मीडिया पर भी लिख रहे हैं, जबकि आलोक मेहता की पत्रकारिता जगजाहिर है. यहां तक कि उनकी ऐसी पत्रकारिता के चलते उन्हें एक खास पार्टी का अघोषित प्रवक्ता माना जाता है. यही आलोक मेहता को मीडिया की वर्तमान स्थिति से घृणा हो रही है.
दुष्कर्म पीडिता को इंसाफ दिलाने के लिए ट्राई सिटी के पत्रकारों ने ली शपथ
ट्राई सिटी प्रेस क्लब (चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली) ने दिल्ली में चलती बस मेडिकल छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घोर भर्त्सना की है। बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि जब तक पीडि़ता को इंसाफ नहीं मिल जाता उसके समर्थन में चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में प्रदर्शन जारी रखे जाएं। क्लब के सदस्यों ने कैंडल जला संकल्प लिया कि इंसाफ की इस लड़ाई में पत्रकार अपनी भूमिका से पीछे नहीं हटेंगे। ढकौली (जीरकपुर) के कंफोर्ट बेक्वट हाल में शनिवार को हुई बैठक में दो दर्जन से ज्यादा पत्रकारों ने हिस्सा लिया। बैठक ट्राईसिटी प्रेस क्लब की अध्यक्ष संतोष गुप्ता की अध्यक्षता में हुई।
तुम मर क्यों नहीं जाती अनामिका!
तुम मर क्यों नहीं जाती अनामिका! इस देश का कानून कहता है कि बलात्कार का शिकार जो हुई उसका नाम नहीं लिया जाए। उसकी पहचान नहीं होने पाए। उसकी शिनाख्त पर परदा पड़ा रहे। कोई तुम्हारा चेहरा न देख पाए। तो तुम्हें अनाम कहने से अच्छा है तुम्हें एक नाम दे देना अनामिका। अब तो तुम्हीं को संबोधन है, अब तो तुम्हीं से आह्वान है, अब तो तुम्हीं से उम्मीद है अनामिका। तुमने भींगे हुए गिलगिलाते देश को गर्मी दे दी है अनामिका। …कि राजपथ पर सत्तासेवकों की तरफ से जब शासनिक उपेक्षा की ठंडी-नपुंसक बौछारें गुस्साए लोगों पर बरसाई जा रही थीं तब भी तन-बदन में लगी आग बुझने का नाम नहीं ले रही थी।
जयपुर के पत्रकारों ने किया प्रेस क्लब अध्यक्ष की सदबुद्धि के लिये यज्ञ
जयपुर में पिंकसिटी प्रेस क्लब अध्यक्ष किशोर शर्मा द्वारा पत्रकार आवास योजना और खुलने वाली प्रस्तावित पत्रकार यूनिवर्सिटी को एक ही स्थान पर रखने के लिए मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र के विरोध में शनिवार को पत्रकारों ने प्रेस क्लब के बाहर स्थित कल्पवृक्ष के नीचे सदबुद्धि यज्ञ किया। प्रेस क्लब अध्यक्ष की इस कारगुजारी …
चंदा वसूल कर घर की छत बचाते हैं अरिंदम चौधरी के संस्थान में मीडियाकर्मी
मैनेजमेंट गुरु श्री श्री 1001 अरिंदम जी महाराज जी की कृपा से उनकी मीडिया कंपनी प्लानमैन में सबकुछ बहुत कुशल मंगल से चल रहा है। माफ़ कीजिएगा ये दरअसल हम नहीं बल्कि ऐसा खुद चाचा चौधरी और उनके चमचे सोचते है। उनके अनुसार जो टुकड़े वो उनके कर्मचारियों के आगे 2-3 महीनों में फेंकते …
गलत खबर के लिए आईबीएन7 को चैनल पर पांच दिन तक खेद प्रकट करना होगा
चंडीगढ़। समाचार प्रसारण मानक प्राधिकरण (एनबीएसए) ने राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को गांव उल्लावास, जिला गुडग़ांव में आवंटित भूमि को लेकर पहली अगस्त, 2011 को प्रसारित समाचार के मामले में टीवी-18 ब्रॉडकास्ट लिमिटेड को समाचार प्रसारण मानक आचार संहिता तथा प्रसारण मानकों के उल्लंघन का दोषी माना है और प्रसारक पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। टीवी-18 ब्रॉडकास्ट लिमिटेड द्वारा सीएनएन-आईबीएन और हिंदी न्यूज चैनल आईबीएन 7 का संचालन किया जाता है।
चैनलों पर संजय निरुपम का बहिष्कार करेगी बीजेपी
नई दिल्ली: एबीपी न्यूज़ पर गुजरात चुनावों को लेकर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद संजय निरुपम के जरिए बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी पर लगाए गए व्यक्तिगत आरोपों पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है. बीजेपी प्रवक्ता ने रविशंकर ने शुक्रवार को कहा, "बहस के दौरान कांग्रेस सांसद ने गरिमा, मर्यादा और शालीनता की सारी सीमाएं लाँघ दी और जिस तरह से मर्यादाविहीन, दुर्भाग्यपूर्ण और नारी सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणियां कीं, उसकी बीजेपी निंदा करती है."
चित्रा त्रिपाठी ने इंडिया न्यूज एवं मनिंदर ने जनसंदेश टाइम्स ज्वाइन किया
चर्चित ऐंकर चित्रा त्रिपाठी ने इंडिया न्यूज ज्वाइन कर लिया है। यहां पर उन्हे ऐंकर और सीनियर प्रोड्यूसर की जिम्मेदारी दी गई है। इसके पहले वो सहारा समय नेशनल में प्राइम टाइम न्यूज़ ऐंकर के तौर पर कार्यरत थीं और रात्रि 9 बजे का प्राइम नाइन पैनल डिस्कशन शो की ऐंकरिंग करती थीं। सहारा के पहले वो न्यूज-24 और ईटीवी में भी काम कर चुकी हैं। उन्हे मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बेस्ट न्यूज कास्टर का पुरस्कार भी दिया था। चित्रा गोरखपुर विश्वविद्यालय से डिफेंस स्टडीज में गोल्ड-मेडलिस्ट हैं और उनका पिछले साढ़े 8 वर्षों का टीवी ऐंकरिग तथा रिपोर्टिंग का करियर किसी भी विवाद से परे रहा है।
क्या आजतक वाले अपनी महिला स्टाफ की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं?
अंजना कश्यप के साथ छेड़छाड़ की घटना की जितनी निंदा की जाये, कम है, लेकिन आजतक और हेडलाइंस टुडे का ये शोर ढकोसला ही लग रहा है। टीवीटुडे प्रबंधन अपने स्टाफ को भगवान भरोसे छोड़ने पर आमादा है। इन दिनों कॉस्ट कटिंग के नाम पर टीवीटुडे ने मॉर्निंग पिकअप बंद करवा दिया है। मॉर्निंग …
‘हे अजीत अंजुम, क्षमा मांग, बड़ों से माफी मांगने में हेठी नहीं होती’
मित्रों, जब फ़ेसबुक पर भड़ास4मीडिया डॉट कॉम की ख़बर साझा की गई तो हमें एकाएक विश्वास नहीं हुआ। किन्तु आज की जनसत्ता की ख़बर से हम बुरी तरह से हिल गये हैं। हम राजेन्द्र यादव की उम्र और वरष्ठिता का आदर करते हैं। वहीं अजित अंजुम एक मर्यादित एवं लोकप्रिय टी.वी. समाचार संपादक एवं वाचक हैं। उन दोनों को लेकर जनसत्ता में प्रकाशित समाचार मन को बहुत दुःख देता है।
अजीत अंजुम द्वारा राजेंद्र यादव को गाली दिए जाने का प्रकरण : ‘जनसत्ता’ अखबार में प्रकाशित खबर पढ़िए
जाने-माने साहित्यकार राजेंद्र यादव से पत्रकार अजीत अंजुम द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने की खबर जब भड़ास4मीडिया डाट काम पर प्रकाशित हुई थी तो तब हर कोई इस खबर को शक की नजर से देख रहा था कि पता नहीं इसमें कितनी सच्चाई है. पर अब सबको पता चल चुका है कि वह प्रकरण सही था. लेखकों ने राजेंद्र यादव के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के मामले पर वक्तव्य जारी कर उनसे माफी मांगने को कहा है. लेखकों के बयान पर आधारित खबर को जनसत्ता अखबार ने भी प्रकाशित किया है. अखबार की कटिंग यूं है..
सपाराज में पत्रकारों पर पुलिसिया आतंक : रायबरेली में हुए लाठीचार्ज की तस्वीरें देखें
यूपी में पत्रकारों का उत्पीड़न का कोई अंत नहीं दिख रहा है. समाजवादी सरकार में कलम की स्वतंत्रता को बाधित करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. कहीं पत्रकारों को पुलिस फर्जी तरीके से फंसा रही है तो कहीं उन्हें फंसाने की धमकी दी जा रही है. पत्रकारों की बेइज्जती तो इस सरकार में आम होती जा रही है. दो-तीन दिन पहले रायबरेली में यूपी पुलिस की गुंडागर्दी का विरोध करने वाले पत्रकारों को पुलिस ना सिर्फ गांलियां दी बल्कि जमकर लाठियां भी भांजी. अपनी ही वर्दी खुद फाड़कर पत्रकारों को फंसाने की धमकी दी गई. वो इसलिए कि कोतवाल प्रदेश सरकार में किसी बड़े आदमी का चहेता है. एसपी ने भी पत्रकारों पर लाठियां भांजने का आदेश देकर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे पत्रकारों का मुंह बंद करवाने की कोशिश की.
नारायण परगईं ने राजेंद्र जोशी के लिखे समाचार को चोरी कर अपने नाम से छपवाया!
आदरणीय यशवंत जी, यह समाचार मेरे द्वारा लिखा गया और 17 दिसम्बर को देश के कई समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए हैं, जिनमें से एक की क्लीपिंग आपको ई-मेल से भेज रहा हूँ. यही समाचार बिलकुल उसी शीर्षक से किसी नारायण परगईं ने अपने नाम से आपकी वेबसाईट पर प्रकाशित कराया है, जो कि बहुत गलत बात है और पत्रकारिता के सिद्धांतों के विरुद्ध भी.
बीएसएफ के जनार्दन यादव की तरफ से रंगदारी टैक्स : दारू की बोतल और हजार रुपये
Yashwant Singh : बार्डर सेक्युरिटी फोर्स उर्फ बीएसएफ में कार्यरत जनार्दन जी एक दिन मुझसे मिलने आए और भड़ास रंगदारी टैक्स थमा बैठे. मैंने कहा- रुक जाइए, फोटो खींच लू ताकि दुनिया को बता सकूं कि भड़ास को चाहने वाले किस किस फील्ड के लोग हैं और क्या क्या रंगदारी टैक्स देते हैं… दारू की एक बोतल और हजार रुपये का लिफाफा… जय हो …
इससे सबक लेंगे अपने अधीनस्थ लड़कियों का यौन शोषण करने वाले
बलात्कारियों और स्त्री का यौन शोषण के खिलाफ दिल्ली और दूसरे महानगरों में चल रहा गुस्से का इजहार काबिले तारीफ है। मुझे पक्का यकीन है कि इससे वे लोग भी सबक लेंगे जो दफ्तरों में अपने पद का फायदा उठाकर काम करने वाली अधीनस्थ लड़कियों का यौन शोषण करते हैं। इससे वे लोग भी सबक लेंगे जो स्त्री शरीर के प्राप्ति के बिना कोई वह काम नहीं करते जिसे पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है।
जेट एयरवेज की घोर लापरवाही का शिकार हुए दो वरिष्ठ पत्रकार
इंदौर। जेट एयरवेज की घोर लापरवाही की वजह से शुक्रवार को नई दिल्ली से भोपाल आने वाले दो वरिष्ठ पत्रकार विमान यात्रा करने से वंचित रह गए। नवभारत टाइम्स के पूर्व संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकार मधुसूदन आनंद और एनडीटीवी की पूर्व विशेष संवाददाता और मीडिया यात्री डॉ. वर्तिका नंदा शुक्वार को सुबह १०.३० बजे नई दिल्ली से लखनऊ होते हुए भोपाल आने वाले जेट एयरवेज के विमान से यात्रा के लिए निर्धारित समय से पहले नई दिल्ली विमानतल पहुंचे विमानतल पर जेट एयरवेज के स्टाफ ने यह कहकर उन्हें बोर्डिंग कार्ड देने से इंकार कर दिया कि फ्लाइट ओवर बुक्ड है।
राहुल देव को यह संजय निरूपम कत्तई पसंद नहीं था
आमतौर पर देश दुनिया में यह कहा जाता है कि सामना की भाषा आपत्तिजनक होती है। सामना की भाषा को लेकर अक्सर बौद्धिक वर्ग में शिकायतें होती रहती हैं लेकिन भाई संजय निरुपम की भाषा ऐसी कि मुंबई का बौद्धिक समाज ही शर्मसार नहीं होता था, सामनावाले बाल ठाकरे भी थर्रा जाते थे। अति तो तब हो गई जब सामना के संपादकीय में भाई संजय निरुपम ने बेनजीर का घाघरा उठाकर उनसे सवाल पूछने की मांग कर डाली थी। कहते हैं तब खुद शिवसेना प्रमुख ने भाई संजय निरुपम को फोन करके कहा था कि अब ऐसी भाषा जिस अखबार में छपती हो उसका संपादक रहने का अधिकारी मैं नहीं रह जाता। तू ऐसा कर मेरा नाम निकालकर अब अपने ही नाम से अखबार चला।
इंदौर प्रेस क्लब की वेबसाइट का सीएम ने किया लोकार्पण, दिया भाषण
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शोध से सच ज्ञात किया जा सकता है। इसलिये शोध की पत्रकारिता सच के नजदीक होती है। देश और समाज के विकास और कल्याण में शोध आधारित पत्रकारिता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। श्री चौहान इन्दौर प्रेस क्लब द्वारा शोध आधारित पत्रकारिता विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बृजकिशोर कुठियाला, जनसंपर्क आयुक्त राकेश श्रीवास्तव, इन्दौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल सहित वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे।
देश के गुस्से को आंसू गैस, लाठी-गोली से नहीं दबाया जा सकता
गैंग-रेप के खिलाफ दिल्ली के राजपथ से लेकर पूरे देश भर में उमड़े गुस्से को आंसूगैस, लाठी और गोली से नहीं दबाया जा सकता है और न दबाने दिया जाना चाहिए. यह गुस्सा और विरोध ही भारतीय लोकतंत्र की जान है. इससे ही इन्साफ मिलेगा. इससे ही समाज-देश बदलेगा और बेहतर राजनीति निकलेगी.
जाने-माने 9 साहित्यकारों की मांग – अजीत अंजुम नामक पत्रकार माफी मांगें राजेंद्र यादव से
: ये है 9 जाने-माने साहित्यकारों द्वारा जारी किया गया संयुक्त वक्तव्य : विभिन्न माध्यमों से पता चला है कि पिछले दिनों हिंदी के वयोवृद्ध लेखक राजेन्द्र यादव के साथ उनके घर जाकर अजित अंजुम नाम के व्यक्ति ने, जो टीवी का पत्रकार बतलाया जाता है, बदसलूकी और गाली-गलौज किया। यह अत्यंत शर्मनाक और खेदजनक घटना है।
अब दक्षिणी दिल्ली में विदेशी लड़की से गैंगरेप
नई दिल्ली : चलती बस में गैंग रेप पर अभी हो हल्ला खतम भी नहीं हुआ है कि देश की राजधानी में एक बार फिर गैंगरेप से शर्मसार होई है. इस बार गैंग रेप की शिकार एक विदेशी लड़की बनी है. पीड़ित लड़की अफ्रीकी मूल की बताई जाती है. गैंग रेप की वारदात शुक्रवार की रात साउथ दिल्ली में मालवीय नगर इलाके के हौजरानी में हुई. खबर मिलते ही दिल्ली पुलिस के आला अफसरों में हड़कंप मच गया.
अखबार विक्रेता उठाईगीरी का शिकार बना
यूपी में हत्या, लूट, राहजनी और बलात्कार की घटनाएं आम होती जा रही हैं. आम आदमी के साथ मीडिया से जुड़े लोग भी इसके शिकायर हो रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले एक बदायूं में एक अखबार में सर्कुलेशन का काम देखने वाले सर्वेश गुप्ता की हीरो होंडा सीडी बाइक और दस हजार की नकदी …
ट्रिब्यून ट्रस्ट के गुडग़ांव प्रिंटिंग प्रेस से दो बड़े विकेट गिरे
द ट्रिब्यून ट्रस्ट के गुडग़ांव ऑफिस से दो बड़े विकेट गिराने में मैनेजर साहब एक बार फिर कामयाब हो गए हैं। मैनेजमेंट आंख मूंदकर मैनेजर साहब की बातों पर अमल किए जा रहा है। शायद एचटी में साथी रहे अधिकारी के आजकल ट्रिब्यून में आ जाने से मैनेजर साहब की दादागिरी और बढ़ गई है। मैनेजर प्लांट के एक प्रोडेक्शन अफसर अरुण वत्स और एक इलेक्ट्रिकल इंचार्ज पुष्पेंद्र का पत्ता साफ करवाने में कामयाब हो गए हैं।
पिंकसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष ने खोया कार्यकारिणी का विश्वास
: लल्लू चला रहे हैं क्लब : देश के जाने-माने पिंकसिटी प्रेस क्लब जयपुर के वर्तमान अध्यक्ष किशोर शर्मा ने कार्यकारिणी का विश्वास खो दिया है। पता चला है कि कार्यकारिणी के 15 में से 9 सदस्यों ने अध्यक्ष किशोर शर्मा और महासचिव राधारमण शर्मा के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव देते हुए साधारण सभा बुलाकर चुनाव कराने की मांग की है। 9 में एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष भी शामिल बताए जा रहे हैं।
संपादक नियुक्ति मामला : कोर्ट ने कहा चयनित उम्मीदवार को नियुक्त नहीं करना गैर-न्यायोचित
नयी दिल्ली. दिल्ली उच्च न्यायालय ने व्यवस्था दी है कि किसी संस्था में खाली पद पर भर्ती के लिए चयन मंडल द्वारा चयनित उम्मीदवार को संबंधित पद पर नियुक्त नहीं किया जाना अनुचित है। न्यायमूर्ति सुरेश कैत की एकल पीठ ने सुधीर हिलसायन बनाम डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन एवं अन्य के मामले में याचिकाकर्ता की रिट याचिका का निपटारा करते हुए कहा कि बगैर किसी वैध कारण के किसी चयनित उम्मीदवार को संबंधित पद पर नियुक्त नहीं किया जाना न्यायोचित नहीं है।
ब्लैकमेल करने आए फर्जी पत्रकार को वनकर्मियों ने घेरा
लुधियाना के जगराओं में एक इलेक्ट्रानिक चैनल का पत्रकार बताकर ब्लैकमेल करने आए व्यक्ति को जंगलात विभाग के स्टाफ ने घेर लिया। जंगलात अधिकारी ने मौके पर इलाके के पत्रकारों को बुलाकर जाली पत्रकार द्वारा ब्लैकमेल करने की जानकारी दी। जाली पत्रकार ने अधिकारियों को ब्लैकमेल करने के लिए एक इलेक्ट्रानिक चैनल के पत्रकार द्वारा भेजने का दावा भी किया।
संजय-स्मृति विवाद पर एबीपी न्यूज ने खेद जताया
नई दिल्ली : एबीपी न्यूज़ ने गुरुवार रात लाइव प्रोग्राम में राजनीतिक बहस के दौरान कांग्रेस सांसद संजय निरुपम के जरिए बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी पर लगाए गए व्यक्तिगत आरोपों की कड़ी निंदा की है. ग़ौरतलब है कि गुरुवार रात लाइव प्रोग्राम के दौरान कांग्रेस सांसद संजय निरुपम और बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी के बीच नोकझोंक शुरू हुई और फिर इसी दौरान संजय निरुपम ने स्मृति ईरानी पर व्यक्तिगत आरोप लगा डाले. जैसे ही दोनों नेताओं के बीच बहस मर्यादा को लाँघी, एबीपी न्यूज़ ने ब्रेक ले लिया.
सुषमा जी, लड़की पर भगवा ब्रिगेड के उस हमले और पत्रकार को जेल के बारे में भाषण दे दीजिए, प्लीज…
मानवाधिकार कार्यकर्ता हिमांशु कुमार की जुबानी – "दिल्ली में हुए बलात्कार पर भाजपा की नेता सुषमा स्वराज के संसद में भाषण से हम बड़े प्रभावित हुए हैं . हमे भाजपा के बारे में अब तक जो भी गलत फहमियां थीं वो सभी अब दूर हो गयी हैं . बस सुषमा जी हमारे विश्वास की रक्षा के लिये एक काम कर दीजिए . आपकी पार्टी द्वारा शाषित कर्नाटक के मैंगलूर में भगवा ब्रिगेड के गुंडों ने लड़कियों पर हमला किया था और सार्वजनिक रूप से उनके कपडे फाड़ दिये थे . जिस पत्रकार ने इस भयानक घटना का वीडियो बनाया था और पुलिस को दिया था . पुलिस ने उस पत्रकार को ही जेल में डाल दिया है . सुषमा जी उस पत्रकार को छुडवाने के लिये भी एक ज़ोरदार भाषण हो जाए प्लीज़ "
क्या अंजना कश्यप के साथ छेड़छाड़ से सबक लेगा इंडिया टुडे?
आजतक की महिला संवाददाता अजंना ओम कश्यप के साथ दिल्ली की एक सड़क पर छेड़छाड़ हुई । क्या India today group और आजतक ने इससे कोई सबक लिया है ? कुछ ही दिनों पहले ये ही मीडिया ग्रुप वाले अपनी मैग्जीन पर अश्लील पोस्टर लगाकर नारी देह की भद्दी नुमाइश कर रहे थे …
राजस्थान पत्रिका में सोम पारीक बने बाड़मेर के ब्यूरोचीफ
राजस्थान पत्रिका, श्रीगंगानगर के डेस्क प्रभारी सोम पारीक का तबादला बाड़मेर में ब्यूरो चीफ के पद कर दिया गया है। राजस्थान पत्रिका प्रबंधन के आदेश के अनुसार उन्हें एक सप्ताह में कार्यभार संभालने के लिए कहा गया है। सोम पारीक करीब सोलह साल से श्रीगंगानगर संस्करण में काम कर रहे थे। पारीक दो साल पहले तक हनुमानगढ़़ में पत्रिका के ब्यूरो चीफ थे। तत्कालीन शाखा प्रबंधक अरविंद पांडे से मतभेदों के चलते उन्हें यहां से करीब तेरह साल बाद हटाकर श्रीगंगानगर स्थानांतरित कर ठंडे बस्ते में लगा दिया गया। अब उन्हें फिर से ब्यूरो चीफ बना दिया गया है।
गैंगरेप के विरोध में सोशल मीडिया ने अपना चेहरा काला किया!
नई दिल्ली। साउथ दिल्ली में चलती बस से गैंग रेप की घटना से देश के सिस्टम पर कालिख पुती हो या न पुती हो, लेकिन इस शर्मनाक घटना के चलते सोशल मीडिया ने अपना चेहरा काला कर लिया है। इस गैंग रेप की घटना के विरोध में फेसबुक के सैकड़ों युवाओं ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर को हटा कर एक काले धब्बे को अपना प्रोफाइल पिक्चर बना लिया है। आज राजधानी में लोग एसएमएस भेज कर काला कपड़ा पहन बाहर निकलने की मुहिम बढ़ते अपराध और उसे रोकने में असमर्थ पुलिस और प्रशासन के विरोध में लोगों को गुस्सा देखने लायक है।
गोपनीय दस्तावेजों से एक बार फिर खलबली मचाएगा विकिलीक्स
लंदन : अमेरिका के गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक कर विश्व भर में खलबली मचाने वाली वेबसाइट विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने कहा है कि विकिलीक्स अगले साल 10 लाख दस्तावेज जारी करेगी जिससे विश्व के सभी देश प्रभावित होंगे। असांजे ने गुरुवार को लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास की बालकनी से जारी अपने ‘क्रिसमस संदेश’ में यह घोषणा की। गौरतलब है कि असांजे ने स्वीडन प्रत्यर्पन से बचने के लिए पिछले छह महीने से इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली हुई है।
किरण बेदी के शो में आ चुका है बलात्कारी
नई दिल्ली। दिल्ली में मेडिकल छात्रा से गैंग रेप का आरोपी राम सिंह सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व आईपीएस किरण बेदी के टीवी शो "आप की कचहरी"में आ चुका है। एक समाचार पत्र के मुताबिक शो में राम सिंह ने अपने नियोक्ता से हर्जाना मांगा था।
निरुपम जैसे लोग घटिया बयानबाजी से चर्चा में रहना जानते हैं
आज जो संजय निरुपम स्मृति ईरानी को ठुमके लगाने वाली कह रहे हैं, उनकी औक़ात ठुमके लगाने की भी नहीं है। याद कीजिए, बिग बॉस में संजय निरुपम लोकप्रियता की चाह में गए और पहले-दूसरे हफ्ते में ही दर्शकों ने उन्हें निकाल फेंका। मुझे परेशानी यह भी है कि संजय निरुपम ने अपना करियर बतौर पत्रकार शुरु किया था, लेकिन ओछी राजनीति करते करते मानसिक दिवालियापन इस कदर हो लिया कि पेशे से बौद्धिक क्षमता को जोड़ लिया। भाई, यही बात थी तो गोविंदा को कांग्रेस ने टिकट क्यों दिय़ा था? वो भी तुम्हारे ही शहर से? दरअसल, निरुपम जैसे लोग घटिया बयानबाजी से ही चर्चा में रहने का गुर जानते हैं। मेरी माँग है कि कांग्रेस को फौरन अपने इस प्रवक्ता को पद से हटाना चाहिए। आपकी है?
सुधीर चौधरी ने नवीन जिंदल पर ठोंका मानहानि का मुकदमा
नई दिल्ली : ज़ी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी ने शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में न्यायाधीश जय थरेजा की अदालत में नवीन जिंदल एवं 16 अन्य के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया। अदालत ने शिकायत पर विचार करने के लिए तीन जनवरी की तिथि मुकर्रर की है। मानहानि की यह शिकायत 100 करोड़ रुपए वसूले जाने के कथित प्रयास के संबंध में दर्ज प्राथमिकी और यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में लगाए गए आरोपों को लेकर की गयी है। चौधरी ने अदालत से कहा कि वसूली के कथित प्रयास संबंधी मामले में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि लाइव इंडिया चैनल के सीईओ के रूप में उन्होंने एक फर्जी स्टिंग आपरेशन किया था
फिर किस तरह और क्यों ये शहर महिलाओं के लिए महफ़ूज़ नहीं रहा?
देर रात, इंडिया गेट से आया हूं. कल वहां दिल्ली के उन छह दरिंदों के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन था, जिनके वहशीपन की वजह से एक मासूम अस्पताल में ज़िंदगी और मौत से जूझ रही है. हम इंडिया गेट पर अपनी और अपने चैनल की मौजूदगी दर्ज करा रहे थे. आवाज़ लगा रहे थे और वहां से उठने वाली एक-एक आवाज़ को घर-घर तक पहुंचा रहे थे. इस भरोसे के साथ कि तब नहीं तो अब, हालात बदलेंगे. अब सब जागेंगे. शाम से देर रात तक इंडिया गेट एक दर्द का गवाह बनता रहा. विरोध के स्वर उठते रहे और एक आश्वस्ति बनती रही, कि सड़क से उठने वाली ये गूंज संसद तक ज़रूर पहुंचेगी. अंधेरे के ख़िलाफ़ कुछ ही सही मगर चिराग़ टिमटिमाएंगे. रौशनी जगाएंगे.
सहारा के अतुल ने दर्ज कराया फर्जी पत्रकार के खिलाफ मामला
मुरादाबाद से खबर है कि सहारा समय के पत्रकार अतुल सिन्हा ने एक फर्जी पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जो सहारा की फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर रहा था. पुलिस ने अतुल की शिकायत दर्ज कर ली है तथा मामले की जांच कर रही है. हालांकि अभी इस मामले में फर्जी पत्रकार को पुलिस ने अरेस्ट नहीं किया है. अतुल का बयान दर्ज होना अभी बाकी है. इसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पांच जिलों में प्रयाण सवेरा बंद
हिन्दी दैनिक समाचार पत्र प्रयाण सवेरा बंद हो गया है। अगस्त माह 2012 में प्रयाण सवेरा का विस्तार हरिद्वार, मुजफ्फरनगर और मेरठ में हुआ था। इससे पहले यह समाचार पत्र बिजनौर और मुरादाबाद में प्रसारित हो रहा था। नजीबाबाद से प्रकाशित यह समाचार पत्र अब पूरी तरह बंद हो गया है। केवल फाइलों में इसका …
फिर सामने आया इलाहाबाद में मीडिया का झूठ!
आज एक बार फिर मीडिया की खबरों पर सवाल उठा है। इलाहाबाद की मीडिया में छाई खबर आखिर गलत साबित हो गई। मीडिया को एक बार फिर शर्मिंदा होना पड़ा। इलाहाबाद के कुम्भ मेले में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर के तौर पर आने का राधे माँ का सपना टूटता दिख रहा है। जूना अखाड़े ने कल होने वाली पेशवाई के लिये प्रशासन को जिन 161 महामंडलेश्वर की सूची सौंपी गई है, उसमें से राधे माँ का नाम गायब है। गौरतलब है कि जूना अखाड़े ने राधे माँ को गृहस्थ होने के चलते महामंडलेश्वर पद से हटा कर एक पांच सदस्यीय जांच कमेटी से जांच शुरू करवा दी थी।
चाटुकार ना बनें पत्रकार : करणीदान सिंह राजपूत
हनुमानगढ़। वरिष्ठ पत्रकार करणीदान सिंह राजपूत ने आम आदमी के लिए पत्रकारिता किए जाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि चंद प्रभावी लोगों की चाटुकारिता के बजाय अगर आम आदमी के हित में काम होगा तो इसके बहुत अच्छे नतीजे सामने आएंगे। आम आदमी का भला होगा और मीडिया को भी इसका फायदा पहुंचेगा। वे आज यहां नवज्योति मूक-बधिर स्कूल में दैनिक तेज के संस्थापक डॉ. तेजनारायण शर्मा की पुण्यतिथि के अवसर पर 'बदलते परिदृश्य में प्रिंट मीडिया की भूमिका' विषयक व्याख्यान माला को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।
हरिदत्त जोशी, नितिन सिंगला एवं जब्बार की नई पारी
पंजाब के बठिंडा से खबर है। पंजाब की शक्ति की नैय्या डूबने के बाद उसमें मालवा चीफ रहे हरिदत्त जोशी ने बठिंडा में दैनिक सवेरा ज्वाइन कर लिया है। जोशी को बतौर स्पेशल कारेसपोंडेंट नियुक्त किया गया है। दिलचस्प यह है कि जोशी बठिंडा इंचार्ज रितेश श्रीवास्तव को रिपोर्ट करेंगे। एक वक्त था जब जोशी बठिंडा में अमर उजाला के जिला इंचार्ज थे और रितेश उनके अंडर काम करते थे।
उत्तराखंड के सूचना विभाग में हजारों की टीवी फिल्में लाखों में बनाने का खेल!
देहरादून। उत्तराखण्ड के सूचना निदेशालय में सरकार की विकास योजनाओं पर आधारित लघु फिल्मों एवं टीवी, वीडियो, स्पॉट, प्रायोजित कार्यक्रमों के निर्माण को लेकर हजारों की फिल्में लाखों में बनाने का खेल शुरू कर दिया गया है और इस खेल को अंजाम देकर बाहरी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की स्क्रिप्ट सूचना विभाग के शिखंडियों ने लिख डाली है। उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद यह पहला अवसर होगा जब सूचना निदेशालय में फिल्मों के निर्माण का काम बाहरी एजेंसियों को सौंपा जाएगा। इस काम के लिए लाखों रुपये घूस लिए जाने की जानकारियां भी हासिल हो रही हैं और बताया जा रहा है कि इन फिल्मों के निर्माण का काम एक ऐसे व्यक्ति को सौंपे जाने की तैयारी है, जिसने कुछ समय पूर्व ही उत्तराखण्ड में अपनी टीवी फिल्म कंपनी को डीएवीपी में सूचीबद्ध करवाया है।
अभिषेक एवं हरीश हिंदुस्तान से जुड़े, विजय बाहर
अमर उजाला, बदायूं से बर्खास्त किए गए क्राइम रिपोर्टर अभिषेक सक्सेना एवं फोटोग्राफर हरीश कुमार ने अपनी नई पारी शुरू कर दी है. दोनों लोगों ने बदायूं में ही हिंदुस्तान अखबार ज्वाइन किया है. ये लोग लम्बे समय से अमर उजाला को अपनी सेवाएं दे रह थे परन्तु कुछ शिकायतें मिलने के बाद प्रबंधन ने बदायूं के पूरे स्टाफ को बर्खास्त कर दिया था. ब्यूरोचीफ कंचन वर्मा के बारे में खबर है कि वे अभी तक कहीं ज्वाइन नहीं कर पाएं हैं.
पंजाब की शक्ति प्रबंधन की हेराफेरी से कर्मचारी-ग्राहक दोनों परेशान
मोटे वेतन पर एंप्लाई रखने और पांच सौ रुपये सालाना अखबार की बुकिंग करने वाले पंजाब की शक्ति अखबार की कलई खुलने लगी है। हजारों लोगों से अखबार बुकिंग के नाम पर लाखों रुपये बटोरने और एंप्लाइयों से मुफ्त में 4-5 महीने तक काम करवाने वाले पंजाब की शक्ति के मालिक राजेश शर्मा के हेराफेरी-टू की दास्तान सबको समझ आने लगी है। बताया जा रहा है कि पंजाब भर में इस अखबार के दफ्तर तो पहले ही तालाबंद हो चुके हैं और अब लुधियाना के भाई रणधीर सिंह (बीआरएस) नगर में खुला हेडक्वार्टर भी तालाबंदी की कगार पर है। 3-4 माह का वेतन न मिलने से सभी निचले दर्जे के एंप्लाई काम छोड़ गए।
ये है पटना हाईकोर्ट के आदेश की प्रति : प्रकरण- दो सौ करोड़ रुपये का दैनिक हिंदुस्तान द्वारा किया गया विज्ञापन घोटाला
मुंगेर (बिहार) के वरिष्ठ और जुझारू पत्रकार श्रीकृष्ण प्रसाद एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने हिंदुस्तान अखबार द्वारा बिहार में किए गए दो सौ करोड़ रुपये के विज्ञापन घोटाले का न सिर्फ भंडाफोड़ किया बल्कि इसे कानूनी और न्यायिक लड़ाई के जरिए एक मुकाम तक लेकर आए हैं. इस मामले में हिंदुस्तान प्रबंधन ने पटना हाईकोर्ट में एक याचिका डालकर विज्ञापन घोटाले की जांच को बंद करने का अनुरोध किया लेकिन कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया.
सहारा मीडिया की डूबती-उतराती नैया के खेवनहार होंगे राव वीरेंद्र सिंह?
सहारा मीडिया से खबर है कि राव वीरेंद्र सिंह को पूरे न्यूज मीडिया का हेड बनाया गया है। सिंह का नाम सहारा के लिये कोई नया नहीं है। सन् 2010 में यूपी-उत्तराखंड से एनसीआर के हेड बनाए गये राव वीरेंद्र सिंह को साल के आखिर तक उपेंद्र राय ने बंगलुरु भेजने का फैसला …
क्या देश को गुस्सा तभी आएगा जब दिल्ली में बलात्कार होगा?
: क्या अमीरों को दर्द कुछ ज्यादा होता है! : दिल्ली में चलती बस में हुए बलात्कार के बाद पूरे देश में गुस्सा है और लोग सार्वजनिक स्थानों पर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। तीन दिन से लगातार टीवी चैनल लगभग पूरे समय इसी बलात्कार कांड की आलोचना में जुटे हुए हैं। सही भी है। बलात्कार की इतनी ही निंदा और इतना ही तीखा विरोध होना चाहिए। मगर कुछ ऐसे सवाल हैं जिन्हें इस समय नहीं पूछा जाना चाहिए। मगर मैं फिर भी यह सवाल पूछनें की गुस्ताखी कर रहा हूं कि क्या देश को गुस्सा उसी समय आयेगा जब बलात्कार दिल्ली में होगा।
काश मेरे साथ भी बलात्कार होता!
दिल्ली में गैंगरेप की घटना से हर कोई आहत है… हर तरफ आक्रोश है… लोग गुस्से में हैं और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग उठ रही है। मैं खुद इस मांग से सहमत हूं… लेकिन 16-17 साल पहले की बात है… दिल्ली में जब मैं ग्रेजुएशन कर रहा था… एक बच्ची के साथ बलात्कार की खबर मैंने अखबार में पढ़ी थी। उस समय भी मुझे इतना ही गुस्सा आया था। लेकिन उस समय शायद बलात्कार जैसी घटनाओं के विरोध में धरना-प्रदर्शन या कैंडल मार्च की परंपरा नहीं थी। मीडिया भी इतना हावी नहीं था… या शायद मीडिया इतना संवेदनशील नहीं था… संसद में बैठे नेताओं पर मीडिया का इतना दबाव नहीं होता था… तब मैंने एक कहानी लिखी थी.
अतुल मिश्रा एवं सौरभ दीक्षित हिंदुस्तान से जुड़े
हिंदुस्तान, बरेली से खबर है कि अतुल मिश्रा यहां से अपनी नई पारी शुरू कर रहे हैं. वे यहां पर विज्ञापन मैनेजर होंगे. बरेली में यह पद खाली चल रहा था. अतुल वर्तमान में अमर उजाला को अलीगढ़ में अपनी सेवाएं दे रहे थे. वे लम्बे समय से अमर उजाला को अपनी सेवाएं दे रहे थे. अलीगढ़ से पहले वे झांसी में भी लम्बे समय तक रहे हैं. इसके अलावा भी वे कुछ संस्थानों में काम कर चुके हैं. माना जा रहा है कि उनके आने से बरेली में हिंदुस्तान को फायदा मिलेगा.
सुधीर चौधरी की याचिका पर सुनवाई अब 11 जनवरी को
साकेत कोर्ट ने जी न्यूज के खिलाफ कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल द्वारा दर्ज कथित उगाही प्रयास मामले की जांच की निगरानी करने संबंधी संपादक सुधीर चौधरी के अनुरोध पर अब सुनवाई 11 जनवरी को करेगी। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार ने पहले इस मामले की सुनवाई 20 दिसम्बर को तय की थी। सुधीर चौधरी ने अदालत में यह याचिका दायर की है कि जी-जिंदल मामले में दिल्ली पुलिस एकतरफा जांच कर रही है।
कोर्ट ने घायल पत्रकार मुकेश को 2.33 लाख देने का आदेश दिया
गोरखपुर : बनारस से गोरखपुर लौटते समय आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र के ग्राम जोकरहा पिपरही में हुई मार्ग दुर्घटना में घायल पत्रकार मुकेश पांडेय को 2.33 लाख रुपये क्षतिपूर्ति देने का आदेश अपर जिला जज जे.पी.सिंह ने नेशनल इंश्योरेंस कंपनी को दिया है। यह दुर्घटना 2008 में 10/11 जुलाई की रात साढ़े ग्यारह बजे के लगभग हुई थी। इस हादसे में पत्रकार कोमल यादव, प्रेस फोटोग्राफर वेद प्रकाश चौहान एवं सफारी वाहन के चालक की मौत हो गयी थी। वहीं पत्रकार टी.पी.शाही, विवेक पांडेय, योगेश्वर सिंह आदि गंभीर रुप से घायल हो गये थे।
दो दिन बाद अरूप चटर्जी लौटे, मीटिंग में बोले- आपकी पत्रकारिता जग गई…
दिल्ली में रेप हो तो देश उबलता है, देश में रेप हो तो दिल्ली नहीं उबलती। उबलती तो रेप की यह रफ़्तार नहीं होती जो है। मीडिया और राजनीति दोनों का दोमुंहापन देश को और तमाम औरतों को मुंह चिढाता है। 23 मई को रांची के हरमू रोड पर 45 साल की गरीब औरत गैंगरेप का शिकार हुई। शराब की फूटी बोतल से घायल की गई। अगली सुबह दस बजे तक कराहती रही। भीड़ देखती रही। एक बच्ची की पहल पर अस्पताल ले जाई गई। मर गई। रांची दो दिन सुगबुगाई फिर सो गई। चैनल एलेवेन के मालिक अरूप चटर्जी ने डेस्ककर्मी ज़फर साहब को हुकुम दिया कि रेप की वह खबर नहीं चलेगी। एसएसपी पुलिस की छवि बिगड़ने से नाराज़ थे।
गिरफ्तार करना हो तो सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका को दस दिन पहले बता दें : कोर्ट
पढ़िए यह खबर. पीटीआई ने रिलीज की है. इसे पढ़कर आपको हंसी आएगी. बड़े लोगों के लिए अदालतें किस कदर संवेदनशील और सतर्क हो जाती हैं ताकि बड़े लोगों के मानवाधिकार का हनन न हो. पर हमारे आपके लिए अदालतें कान में तेल डालकर बैठ जाती हैं. इन्हीं सब कारणों के चलते हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील अशोक पांडेय को 'जूडिशियल गुंडई' नामक किताब लिखना पड़ रहा है. फिलहाल जी ग्रुप के मालिक और उनके बेटे को मिली बड़ी राहत से संबंधित खबर पढ़िए. -यशवंत, एडिटर, भड़ास4मीडिया
जीएनएन न्यूज चैनल का शटर गिरा, कर्मचारी बवाल करने के मूड में
मीडियाकर्मियों के लिए दुखद खबर है. एक और न्यूज चैनल बंद हो गया है. जीएनएन न्यूज नामक यह चैनल कई तरह के उतार चढ़ाव व उठा पटक के बाद आखिरकार बंद हो गया है. चैनल वैसे तो काफी दिनों से ब्लैकआउट पर है लेकिन अब इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. चैनल से जुड़े कर्मचारी आक्रोशित हैं. सैकड़ों लोग सड़क पर आ चुके हैं.
आईएएस फ़तेह बहादुर प्रकरण में मुख्य सचिव की जांच को आईपीएस अमिताभ ने हाई कोर्ट में दी चुनौती
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने आज इलाहाबाद हाई कोर्ट, लखनऊ बेंच में पूर्व प्रमुख सचिव गृह कुंवर फ़तेह बहादुर और सचिव, मुख्यमंत्री विजय सिंह के खिलाफ मुख्यसचिव, उत्तर प्रदेश द्वारा किये गए जांच को चुनौती दी है. ठाकुर ने फ़तेह बहादुर तथा विजय सिंह पर स्वयं को उत्पीडित करने के आरोप लगाते हुए एक रिट याचिका नवंबर 2011 में दायर की थी. हाई कोर्ट ने अपने आदेश में मुख्य सचिव को ठाकुर के आरोपों के सम्बन्ध में चार माह में जांच करने को कहा था.
अखिलेश के नाम पर दस्तखत बना दे रही हैं अनीता, याचिका दायर
मेरे पति आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने आज इलाहाबाद हाई कोर्ट, लखनऊ बेंच में मुख्यमंत्री के सचिवों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम पर हस्ताक्षर करने की परंपरा को चुनौती दी है. उन्होंने कहा है कि 2007 तक उनकी समस्त फाइलों पर मुलायम सिंह यादव द्वारा मुख्यमंत्री के रूप में खुद हस्ताक्षर किये गए थे. इसके बाद मायावती के पास गई फ़ाइलों में खुद मायावती के द्वारा हस्ताक्षर नहीं किये गए. मायावती के नाम पर उनके सचिव, आईपीएस अधिकारी विजय सिंह द्वारा यह कहते इन फाइलों पर हस्ताक्षर किये गए कि ये मुख्यमंत्री द्वारा अनुमोदित किये जा रहे हैं. यह स्थिति आज भी बनी दिखती है क्योंकि उनके एक फ़ाइल पर मुख्यमंत्री के स्थान पर उनकी सचिव अनीता सिंह ने उनके नाम पर अनुमोदन किया है.
रेपिस्ट अक्षय के घर की महिलाएं रो रही हैं…
Tahira Hasan : कल तक मीडिया इस तरह चिल्ला रहा था जैसे वह TV स्क्रीन से निकल कर सारे बलात्कारियो को फांसी पर लटका देगा और नेत्रिया भी धुआधार बहस के ज़रिये दोषारोपण कर रही थी ……लेकिन जैसा मैंने कल ही कहा था ,,आज एलेक्शन रिज़ल्ट के आगे उनको इस खबर तक दिखाने में कोइ दिलचस्पी नहीं है ..पता नहीं पीड़ित बच्ची ज़िंदा भी है की नहीं ,,,कल बिहार के सहरसा में 8 साल की दलित बच्ची की बलात्कार के बाद ह्त्या कर दी गयी लेकिन किसी को भी शायद यह दिखाने लायक बड़ी खबर नहीं लगी …न किसी को रोना आया, न कोइ हिल गया ,न किसी को डर लगा ,न किसी को ज़िंदा लाश याद आयी ….संवेदनशीलता हमारे मीडिया और नेताओं के लिए कितना सेलेक्टिव सब्जेक्ट है
At the age of 64, I want to go back to my first love, says Om Puri
: The veteran actor to perform in the play, Teri Amrita marks his return to theatre after 25 years : The four day celebrated play to be organized as part of Punjabi Theatre Festival in the capital will take place from 19th to 22nd December : Bollywood actress Divya Dutta will play the lead role of Amrita Nigam, along with Om Puri : New Delhi : Enveloped with brilliant acting, remarkable storyline and heart wrenching dialogues ‘Punjabi Theatre Festival’ is all set to make a mark and woo the theatre lovers in the capital. This theatre festival will be treasured for the return of veteran actor Om Puri after a long hiatus of 25 years.
WOMAN – AM SHOCKED, AM IN PAIN
I " The Woman”, who is modern, who’z not modern, who’z educated and uneducated, who loves, who cares, who respects, who forgive, who live, who die, who eat and make others eat food, is pretty and not so pretty have no value today in our society. I can wear short skirts, and I have to wear Burqa, I can drink Vodka but at times I have to take poison too, By ma wish I can sleep with my boyfriend, but I get fucked by my husband, my brother-in-law, my father, my father in law and so on……What should I do? Shall I sleep, shall I close my eyes to ignore this or Shall I raise my voice to protest this. Because if I will raise my voice then no wonder some fuckers might come to fuck me – so called “GANG RAPE”.
साथी पत्रकार पर पिस्टल तानने के बाद ऋषिकेश ने दिया इस्तीफा
देवरिया। अमर उजाला ब्यूरो कार्यालय में इन दिनों जबर्दस्त तनाव देखने को मिल रहा है. पिछले दिनों आरोप लगा था कि रिपोर्टर ऋषिकेश तिवारी ने सरेआम मीटिंग में अपने सहयोगियों को गाली दी. ब्यूरोचीफ के सामने सबकुछ हुआ और वे मूकदर्शक बने रहे. अब खबर है कि ऋषिकेश पर ये आरोप लगाया गया कि वे अपने मित्र तथा रिश्तेदारों को सप्लाई विभाग से दबाव दिलवाकर कंट्रोल रेट पर गैस सिलेण्डर दिलवाते हैं, तो उन्होंने अपने सहकर्मी पर अपनी लाइसेंसी पिस्टल तान दी.
कुछ ही वक़्त में साफ़ हो जाएगा कि देशपाल सिंह पवार क्या कर पाते हैं?
मैं एसएमबीसी इनसाइट की लांच टीम का हिस्सा रहा हूं इसलिए इस खबर को पढ़कर इस पर कमेन्ट करना मुझे ज़रूरी लगा। सबसे पहले बात मनीष मिश्रा जी की, मनीष जी सिम्बायोसिस जैसे संस्थान के एमबीए है, फार्मा और मीडिया में काम करने का लम्बा अनुभव है। मैंने उनके साथ नईदुनिया में और एसएमबीसी में काम किया है और मेरा अनुभव बेहद अच्छा रहा है, हालाँकि कई लोगों को उनसे दिक्कत हो सकती है और होती रहे मेरी बला से। मेरा चैनल के मालिक प्रकाश शर्मा जी के साथ काम करने का अनुभव भी ठीक ही रहा हालांकि मेरी उनसे कई मुद्दों पर राय अलग रही और इसीके चलते मैं एसएमबीसी से अलग भी हो गया।
निजी एंबुलेंस की खबर छापने पर राकेश क्रांति पर हुआ था हमला
: मुख्य आरोपी समेत चार गिरफ्तार : चंडीगढ़ : हरियाणा पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए हिसार के पत्रकार राकेश क्रांति पर कातिलाना हमला करने के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों में मिलगेट स्थित शिवनगर निवासी अनिल पुत्र दयाकिशन, सिविल अस्पताल के सामने किराए पर रहने वाला मोठ निवासी प्रिंस उर्फ पन्नू पुत्र प्रेमकुमार, सूर्यनगर निवासी अंजन उर्फ बाबा पुत्र राधेश्याम तथा भारत नगर निवासी नरेन्द्र उर्फ सोनू पुत्र मोहनलाल शामिल है।
सहारा-सेबी मामला : सैट ने समय सीमा बढ़ाने की याचिका खारिज की
मुंबई : सहारा समूह की दो कंपनियों के बांडधारकों को पैसा लौटाने के चर्चित मामले में प्रतिभूति एवं अपीलीय न्यायाधिकरण (सैट) ने बाजार नियामक सेबी को निवेशकों से संबंधित दस्तावेज सौंपने की समय सीमा बढ़ाने संबंधी सहारा की याचिका खारिज कर दी। सहारा समूह की कंपनियों सहारा हाउसिंग इनवेस्टमेंट कारपोरेशन (एवएचआईसीएल) और सहारा इंडिया रियल एस्टेट कारपोरेशन (एसआईआरईसीएल) द्वारा एक महीने पहले 19 नवंबर को समय सीमा बढ़ाने की अपील की गई थी।
रायबरेली में पत्रकारों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, कई घायल
रायबरेली से खबर आ रही है कि यूपी की अराजक पुलिस ने पत्रकारों पर लाठी चार्ज करवाया है. बताया जा रहा है कि टीईटी का फार्म भरने के लिए अभ्यर्थियों की भारी भीड़ लगी थी. रायबरेली कोतवाली पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के नाम पर युवकों पर जमकर लाठियां चटकाईं. इस खबर की जानकारी होते ही कुछ पत्रकार मौके पर पहुंचे तथा खबर कवरेज के बाद कोतवाल की बाइट लेने गए. कोतवाल ने बदतमीजी की तथा कहा कि तुम सब लोगों को भी गिराकर यहीं पीटेंगे. उसने पत्रकारों को अपशब्द बोलते हुए कोतवाली से बाहर निकलने को कहा.
दिल्ली पुलिस के सामने पेश हुए सुभाष चंद्रा
जी न्यूज के प्रमुख सुभाष चंद्रा अपने दो संपादकों द्वारा 100 करोड़ रुपए की उगाही के प्रयास के मामले में दिल्ली पुलिस के समक्ष पेश हुए. आधे घंटे की पेशी के बाद चंद्रा ने संवाददाताओं से कहा कि वह अपनी इच्छा से आए थे न कि पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था. उन्होंने कहा, ‘मेरे लंदन के नंबर के बारे में कुछ संदेह था. उनकी राय थी कि मैंने लंदन के नंबर के बारे में चीजें छिपायी है. मैं यह स्पष्ट करने आया था कि मैंने ऐसा नहीं किया है.’
जागरुक टाइम्स के संपादक बने रोशनलाल, अमित व पंकज की नई पारी
जयपुर से खबर है कि वरिष्ठ पत्रकार रोशन लाल दैनिक जागरुक टाइम्स से जुड़ गए हैं. उन्हें जयपुर का स्थानीय संपादक बनाया गया है. रोशन इसके पहले बढ़ता राजस्थान का संपादन भी कर चुके हैं. वे दैनिक महका भारत, दैनिक नवज्योति और राजस्थान पत्रिका को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्हें अखबार को एक नई पहचान देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. गौरतलब है कि जागरुक टाइम्स जयपुर के अलावा मुंबई, सिरोही और उदयपुर से प्रकाशित होता है.
सीएम करेंगे समूह बीमा योजना एवं वेबसाइट का उद्घाटन
: शोध आधारित पत्रकारिता पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कल : भोपाल। इंदौर प्रेस क्लब शोध आधारित पत्रकारिता पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करने जा रहा है। जनसंपर्क एवं उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के मुख्य आतिथ्य में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर इंदौर प्रेस क्लब की समूह बीमा योजना एवं वेबसाइट का शुभारंभ भी होगा। संगोष्ठी संयोजक संजीव श्रीवास्तव, इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल एवं महासचिव अरविंद तिवारी ने बताया कि शुक्रवार 21 दिसंबर 2012 को होटल पलाश में आयोजित इस संगोष्ठी के तीन सत्रों में अपराह्न 11 बजे पत्रकारिता में शोध का महत्व, दोपहर 03 बजे पत्रकारिता में शोध की विधियां और शाम 06 बजे कैसा हो एक आदर्श शोध केंद्र विषय पर विमर्श होगा।
छत्तीसगढ़ पुलिस का अनोखा कारनामा: बलात्कारी पत्रकार का नाम छिपाया, पीड़िता को किया सरेआम बदनाम
सुधीर चौधरी की याचिका पर आज सुनवाई करेगा कोर्ट
नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत जी न्यूज के खिलाफ कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल द्वारा दर्ज कथित उगाही प्रयास मामले की जांच की निगरानी करने संबंधी संपादक सुधीर चौधरी के अनुरोध पर कल सुनवाई करेगी। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार ने कहा कि वह गुरुवार को इस मामले की सुनवाई करेंगे। अदालत ने कहा कि इस मामले पर कल गौर किया जाएगा। सुधीर चौधरी ने अदालत में यह याचिका दायर की है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस एकतरफा जांच कर रही है।
दिल्ली गैंगरेप : राज्यसभा में बेशर्मी से हंस रहे थे राजीव शुक्ला
देश की बेदिल राजधानी दिल्ली में एक मेडिकल छात्रा की अस्मत लूट ली गयी। छह लोगों ने चलती बस में इस दरिंदगी को अंजाम दिया। पूरा देश इस घटना से स्तब्ध और शर्मसार है। सड़क से लेकर संसद तक मामले की गूंज सुनाई दे रही है। हर पार्टी घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इतनी बड़ी घटना को लेकर शायद उतने संवेदनशील नहीं हैं। या कहें तो वे हद दर्जे के बेशर्म हैं। उन्हें इंसानियत की बोटियां नोचने वाले इस हैवानियत से तनिक भी फर्क नहीं पड़ता है। शायद उनका जमीर मर चुका है। ऐसा ही लगा संसद में राजीव शुक्ला को हंसते देखकर।
पत्रकार राकेश क्रांति पर हमला करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार
हिसार : हिसार पुलिस ने 16 दिसंबर की रात दैनिक भास्कर के ब्यूरोचीफ राकेश क्रांति पर हमला करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों को गुरुवार को अदालत में पेश किए जाएगा। पुलिस का कहना है कि वह अदालत से मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने की मांग करेगी। हिसार के एसपी बी सतीश बालन ने बुधवार शाम अपने निवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस आरोपियों को रिमांड पर भी लेगी।
सुबह गैंगरेप करने वालों को भूल कहीं और जुट जाएगा मीडिया
संसद से लेकर सड़क तक लोग तुमसे हमदर्दी जता रहे हैं… अस्पताल आकर खुद यूपीए चेयरपर्सन ने तुम्हारा हालचाल जाना…टीवी, रेडियो, अखबार सब तुम्हारी ही बातें कर रहे हैं… फेसबुक तो तुम्हारे हमदर्दों के आंसुओं से बुरी तरह से भीग गया है… लेकिन ये बताते हुए मुझे दुख हो रहा है कि तुम्हारे ये …
बीबीसी की महिला पत्रकारों से भी हुई है छेड़छाड़ की घटनाएं
भारत की राजधानी दिल्ली में लड़कियों से छेड़छाड़ आम बात हो गई है. यहां तक कि चलती बस में बलात्कार हो रहे हैं. हमने अपने दफ्तर की महिलाओं से बात की तो उनके भी कई ऐसे खतरनाक और परेशान करने वाले अनुभव रहे हैं.
अमर उजाला, मेरठ में छह लोगों का प्रमोशन
अमर उजाला, मेरठ से खबर है कि प्रबंधन ने छह लोगों का प्रमोशन कर दिया है. इन सभी को लेटर दे दिया गया है. पिछले काफी समय से ये लोग अपने प्रमोशन का इंतजार कर रहे थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन लोगों का प्रमोशन किया गया है उनमें अमित शर्मा, पंकज श्रीवास्तव, …
हेमंत शर्मा होंगे भास्कर, इंदौर के नए आरई, अर्पण एवं अक्षय की नई पारी
: आनंद पांडेय को छत्तीसगढ़ स्टेट हेड बनाए जाने की चर्चा : दैनिक भास्कर, इंदौर से खबर है कि यहां पर संपादकीय में बदलाव होने जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हेमंत शर्मा इंदौर में नए स्थानीय संपादक बनाए जा रहे हैं. हेमंत अभी भोपाल में डीबी स्टार के नेशनल एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. हेमंत शर्मा लम्बे समय से पत्रकारिता में हैं. बताया जा रहा है कि इंदौर में वर्तमान में स्थानीय संपादक की जिम्मेदारी निभा रहे आनंद पांडेय का तबादला किया जा रहा है. उन्हें छत्तीसगढ़ का स्टेट हेड बनाए जाने की खबर है. फिलहाल राजीव सिंह छत्तीसगढ़ के स्टेट हेड के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. प्रबंधन उनको क्या जिम्मेदारी सौंपने वाला है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. समझा जा रहा है कि 14 जनवरी के बाद सभी अपने नए डेस्टीनेशन पर ज्वाइन कर लेंगे.
पीएफ में गड़बड़ी : लखनऊ में सहारा के ऑफिस में एसी का छापा
कई मोर्चों पर मुश्किलों से जूझ रहे सहारा को राहत मिलती नहीं दिख रही है. अब तक सेबी के निशाने पर रहा सहारा समूह इस समय पीएफ के मामले को लेकर परेशान है. खबर है कि गोरखपुर के इनकम टैक्स विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर विजय भारती सहारा के लखनऊ स्थित ऑफिस में पिछले तीन दिनों से डेरा डाले हुए हैं. गोरखपुर से मिली जानकारी के अनुसार यह असिस्टेंट कमिश्नर कुछ शिकायतों के बाद सहारा के पीएफ मामले में छापेमारी और जांच करने लखनऊ पहुंचा है. इसके चलते सहारा वाले तनाव में हैं.
आर्यन टीवी के ब्यूरोचीफ चंदन झा का इस्तीफा
आर्यन टीवी, पटना से खबर है कि चंदन कुमार झा ने इस्तीफा दे दिया है. वे ब्यूरोचीफ के पद पर कार्यरत थे. चंदन ने अभी कहीं ज्वाइन नहीं किया है, पर बताया जा रहा है कि वे अगले महीने प्रिंट मीडिया में कहीं ज्वाइन करने जा रहे हैं. माना जा रहा है कि इलेक्ट्रानिक मीडिया की पत्रकारिता से उनका मन भर गया है. चंदन पिछले दो सालों से आर्यन टीवी को अपनी सेवाएं दे रहे थे. इसके पहले भी वे लम्बे समय तक पटना में सहारा समय और साधना न्यूज के ब्यूरोचीफ रह चुके हैं.
राहुल आनंद एवं इंदर वशिष्ठ दैनिक भास्कर पहुंचे
दैनिक जागरण, दिल्ली से खबर है कि राहुल आनंद ने इस्तीफा दे दिया है. वे रिपोर्टर के पद पर कार्यरत थे. राहुल ने अपनी नई पारी दिल्ली में ही दैनिक भास्कर के साथ शुरू की है. राहुल को लोकल रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. राहुल के आने से दैनिक जागरण को झटका लगा है. राहुल की गिनती तेजतर्रार पत्रकारों में की जाती है. वे इसके पहले भी कई संस्थानों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
प्रभात शुंगलू बने श्री न्यूज के कंसल्टिंग एडीटर, मिली खुशियों की हैट्रिक
हाल ही में पत्रकारों के जीवन पर किताब लिख कर चर्चा में आए प्रभात शुंगलू के लिए तिहरी खुशी का मौका है। उनकी किताब 'न्यूजरुम लाइव' के खासी हिट रहने की खबर है ही, एक अर्से से चल रही उनके रोमांस की चर्चा भी शादी में परिवर्तित हो गयी है। वे और एबीपी न्यूज की …
श्री मीडिया में एसोसिएट एडिटर बने सुमंत मिश्र
अजय उपाध्याय के श्री मीडिया समूह का संपादक बनने के बाद से लोग अब इस संस्थान को गंभीरता से लेने लगे हैं. मुंबई से खबर है कि अब तक अमर उजाला को अपनी सेवाएं देने वाले वरिष्ठ पत्रकार सुमंत मिश्र श्री मीडिया समूह से जुड़ गए हैं. मूल रूप से बनारस के रहने वाले सुमंत …
राकेश क्रांति अब भी आईसीयू में, अंबाला के पत्रकारों ने जताया रोष
दैनिक भास्कर, हिसार के ब्यूरोचीफ पर हुए हमले के कई घंटे बीत जाने के बाद भी हमलावर पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. पत्रकारों में इस घटना को लेकर जबर्दस्त रोष है. राकेश क्रांति अब भी आईसीयू में भर्ती हैं. राकेश पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा और पंजाब समेत पूरे देश के पत्रकारों में रोष है. इसी क्रम में अंबाला के पत्रकारों ने अपनी नाराजगी जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग का ज्ञापन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक लायक राम डबास को सौंपा तथा चेतावनी दी कि जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो सड़क पर उतर जाएंगे.
इस साल 139 पत्रकारों की जान काम के दौरान गई
जेनेवा। दुनियाभर के 29 देशों के 139 पत्रकारों ने साल 2012 में काम के दौरान अपनी जान गंवाई। यह आंकड़ा पिछले साल के आंकड़ों से 30 प्रतिशत ज्यादा है। प्रेस एम्ब्लेम कैम्पेन (पीईसी) ने सोमवार को यह जानकारी सार्वजनिक की। समाचार एजेंसी ईएफई के मुताबिक पीइसी महासचिव ब्लाइस लेमपेन ने कहा कि ज्यादतर पत्रकारों की मौत सीरिया संघर्ष की कवरेज के दौरान हुई। पीईसी ने कहा कि इराक युद्ध के बाद सीरिया में उपजा नागरिक संघर्ष पत्रकारों के लिए इक्कीसवीं सदी का सबसे बड़ा खूनी दौर रहा है। इस दौरान कुल 36 पत्रकार काम के दौरान मारे गए थे।
हिंदुस्तान विज्ञापन घोटाला : शोभना भरतिया, शशि शेखर, अमित चोपड़ा व अन्य के गर्दन पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
: हाई कोर्ट ने एफआईआर रद्द करने से किया इनकार : पटना उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति माननीय अंजना प्रकाश ने अपने 17 दिसंबर के ऐतिहासिक फैसले में मुंगेर कोतवाली कांड संख्या- 445/2011 के अनुसंधान में इस अवस्था में हस्तक्षेप करने से साफ इनकार कर दिया। माननीय न्यायमूर्ति ने इस कांड के सभी नामजद अभियुक्तों के एफआईआर रद्द करने वाले सभी आवेदनों पर भी संज्ञान लेने से साफ इनकार कर दिया। इस ऐतिहासिक आदेश में माननीय न्यायमूर्ति ने मुंगेर पुलिस को दैनिक हिन्दुस्तान के 200 करोड़ के सरकारी विज्ञापन घोटाला में अनुसंधान तेज करने और इस आदेश की प्राप्ति के तीन माह के अन्दर पुलिस अनुसंधान पूरा करने का भी आदेश निर्गत कर दिया। न्यायालय ने इस आदेश की प्रति फैक्स से मुंगेर के पुलिस अधीक्षक को भेजने का भी आदेश दिया।
दिल्ली के कमिश्नर जाएं या फिर गृहमंत्री?
Anand Pradhan : दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की ताजा घटना दिल-दिमाग को सुन्न कर देनेवाली घटना है. दोषियों को जल्दी से जल्दी और कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. दिल्ली को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए हर कदम उठाने की जरूरत है. इसपर न तो बहस की कोई गुंजाइश है और न ही जरूरत. मुद्दा यह है कि अब जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. अगर ऐसी घटनाएँ बढ़ रही हैं तो यह साफ़ तौर पर पुलिस और कानून के शासन के घटते इकबाल का नतीजा है. आज पुलिस से अपराधी नहीं, शरीफ लोग डरते हैं. क्यों? अगर ऐसी शर्मनाक आपराधिक घटनाएँ सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, परिवहन और स्कूल-कालेजों के आसपास हो रही हैं तो इसकी जिम्मेदारी और जवाबदेही से दिल्ली पुलिस और देश के गृह मंत्री कैसे बच सकते हैं? दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को अब तक अपनी कुर्सी पर क्यों होना चाहिए? या तो वे जाएँ या फिर गृह मंत्री?
Swords of arrest now hang over Shobhana, Shashi Shekhar, Amit and others
: The world famous 200 Dainik Hindustan Advertisement Scandal : after High Court rejects their F.I.R quashing petitions : PATNA (BIHAR) : The swords of arrest now hang over the necks of all the accused persons of the Munger Kotwali P.S case No.445 /2011, namely Smt. Shobhana Bharatia (Chairperson,M/S Hindustan Media Ventures Limited, New Delhi), Amit Chopra (The Publisher, M/S Hindustan Media Ventures Limited, New Delhi), Shashi Shekhar(The Chief Editor, Dainik Hindustan, New Delhi), Awadh Kumar Srivastava alias Aaku Srivastava (The Editor, Dainik Hindustan, Patna edition, Patna) and Binod Bandhu (The Regional Editor, Dainik Hindustan, Bhagalpur edition, Bhagalpur) after the Honourable Justice of the Patna High Court, Anjana Prakash in her historical judgement on Dec 17, 2012, refused to interfere in the police investigation in the world famous 200 crore Dainik Hindustan advertisement scandal case.
बिना कागज़ात नौकरी कर गए पूर्व कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह?
आरटीआई एक्ट तथा शासकीय अभिलेखों के आधार पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश को पत्र लिख कर पूर्व कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह के सेवा अभिलेख सम्बंधित मामले की जांच कराने की मांग की है. सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत देवेन्द्र कुमार दीक्षित, लखनऊ द्वारा नियुक्ति विभाग और नागरिक उड्डयन निदेशालय से शशांक शेखर सिंह की जन्मतिथि, शैक्षिक योग्यताओं, तकनीकी योग्यताओं तथा उनकी प्रथम नियुक्ति से अंत तक की चरित्र पंजिका जैसी कई जानकारियाँ मांगी गयी थी. इस सम्बन्ध में नागरिक उड्डयन निदेशालय के पत्र दिनांक 16 मई 2012 द्वारा बताया गया कि इनमें से कोई भी सूचना निदेशालय में उपलब्ध नहीं है. नियुक्ति विभाग भी कोई सूचना उपलब्ध नहीं करा सका.
कांग्रेसी सांसद लाल सिंह ने संसद में कहा जी टीवी समूह का लाइसेंस हो रद्द
नई दिल्ली। प्रेस को और जवाबदेह बनाने की मांग के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि मीडिया के विषय-वस्तु विनियमन जैसे संवेदनशील मुद्दे पर वह लोकसभा की भावना के अनुरूप रुख अपनाएगी। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि चूंकि यह बुनियादी लोकतंत्र से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए हमें प्रेस को आत्म-नियमन तंत्र बनाने का मौका देना चाहिए, लेकिन हम चर्चा के लिए तैयार हैं और सदन की भावना के अनुरूप रुख अपनाएंगे।
समागम पत्रिका के बारह साल पूरे, हिंदी दिवस और सिनेमा पर आधारित होंगे अगले अंक
भोपाल. मीडिया एवं सिनेमा की पूर्णकालिक शोध पत्रिका समागम जनवरी 2013 में बारह वर्ष का सफर तय कर तेरहवें वर्ष में प्रवेश करेगी. मीडिया एवं सिनेमा के साथ ही सामाजिक संदर्भों के क्षेत्र में गंभीर किस्म के शोध को बढ़ावा देने के लिये समागम एक प्रकल्प है जहां समूचे हिन्दुस्तान से गंभीर शोधार्थी एवं मीडिया एवं सिनेमा के विशेषज्ञ निरंतर अपना सहयोग दे रहे हैं. समागम का जनवरी-13 का अंक अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी दिवस पर केन्द्रित होगा जबकि फरवरी-13 का अंक भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष पर होगा. इस आशय की जानकारी समागम के संपादक श्री मनोज कुमार ने दी है।
नौकरी जाने के डर से रो पड़े थे आरिज चंद्रा
आज बहुत दिनों बाद एक साथ दुगनी ख़ुशी मिली. आज तक का मेरा जिगरी दोस्त आरिज़ चंद्रा करीब ६ महीने की बीमारी से लड़ाई जीतकर वापस पुलिस मुख्यालय के बाहर दिखा और करीब तीन महीने पहले एनडीटीवी से छंटनी के नाम पर बाहर किये गए विवेक गुप्ता को आईबी7 में नौकरी मिल गयी. हालांकि आरिज़ को बोलने में अभी लड़खड़ाहट हो रही है, पर उसमें जो विलपावर है मुझे मालूम है वह बहुत जल्द इससे उबर जाएगा.
पत्रकार उपदेश सक्सेना को पुत्र के इलाज के लिए चाहिए आर्थिक मदद
एक्सप्रेस मीडिया सर्विस के ब्यूरो प्रमुख उपदेश सक्सेना का पुत्र उत्सव सक्सेना इन दिनों गंभीर रूप से बीमार है. उसका दिल्ली के राम मनोहर लोहिया और लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिसमें काफी खर्च आ रहा है. एक पत्रकार की आमदनी किसी से छिपी हुई नहीं है, लिहाजा उपदेश भी पुत्र के इलाज में आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. अब तक इधर उधर से जुगाड़ से इलाज चल रहा था, पर अब वो भी मुश्किल हो गया है. उपदेश ने भड़ास के पास एक निवेदन भेजा है, जिसे हूबहू प्रकाशित किया जा रहा है. संभव हो तो आप लोग भी उनकी मदद करें. नीचे उनका पत्र.