अखिलेश सरकार मुसलमानों के प्रति कितना उदार भाव रखती है, यह ‘निष्पक्ष प्रतिदिन’ अखबार को देख कर समझा जा सकता है. यह वही अखबार है जिसने लखनऊ में सबसे पहले हिन्दू महासभा के अध्यक्ष कमलेश तिवारी का मोहम्मद साहब को लेकर दिया गया बयान छापा था जिसके बाद पूरे देश में हंगामा मच गया था. …
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प्रांशु मिश्र ने हसीब सिद्दीकी को लेटर लिखकर किन किन सवालों का जवाब पूछा… पढ़ें पूरा पत्र
प्रिय मित्र, उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष श्री हसीब सिद्दीकी को मैने एक पत्र लिखा है। दरअसल लंबे समय से मन में कई सवाल थे। शायद ये सवाल आप में से बहुतों के मन में भी हों। चूंकि हसीब भाई प्रदेश में संगठन के शीर्ष पद पर हैं, मुझे लगता है कि तमाम …
पत्रकार समिति का चुनाव : घोषणा पर कुकुरझौं-झौं, भड़की हेमंत एंड कम्पनी का शिगूफा – सजनी हम भी राजकुमार
लखनऊ : उप्र मान्यताप्राप्त संवाददाता समिति की नयी कार्यकारिणी का चुनाव कार्यक्रम घोषित हो गया है। पूरी प्रक्रिया 21 दिनों में सम्पन्न होने वाली है। इस चुनाव कार्यक्रम की शुरूआत 17 अगस्त 15 को होगी। इस दिन समिति के विभिन्न पदों के लिए नामांकन की शुरू हो जाएगा, जो 22 अगस्त तक चलेगा। इस समिति के लिए मतदान छह सितम्बर को होगा, जो मतगणना तक जारी रहेगा। चुनाव परिणामों की घोषणा उसी दिन कर दी जाएगी।
चुनाव को लेकर हेमंत-कलहंस का नया पैंतरा, नई समिति को किया ख़ारिज
लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति ने संगठन के क्रिया-कलापों, उपलब्धियों, आगामी चुनाव, उसकी प्रक्रिया, तारीख व समस्त कार्यक्रम पर चर्चा के लिए आम सभा की बैठक शुक्रवार 21 अगस्त को आहूत की है।
आलोचना की संस्कृति खतरे में है : प्रो.मैनेजर पाण्डेय
लखनऊ : आज के भारत में लोकतंत्र और आलोचना की संस्कृति – यह विषय था लखनऊ में जन संस्कृति मंच के तत्वाधान में आयोजित संगोष्ठी का। अध्यक्षता की वरिष्ठ लेखक रवींद्र वर्मा ने। मुख्य वक्ता थे -वरिष्ठ आलोचक प्रो.मैनेजर पाण्डेय। प्रो.पाण्डेय ने इंगित किया कि पश्चिम में डेमोस अर्थात जनसाधारण शब्द का प्रयोग होता है। अब्राहम लिंकन ने कहा था जनता का शासन, जनता द्वारा और जनता के लिए। हमारे देश में केंद्र में सरकार है और अनेक राज्यों की सरकारें हैं। मालूम नहीं चलता कि कौन सी सरकार है जनता के लिए और जनता द्वारा? यहां पूंजीतंत्र है – अंबानी और अडानी का तंत्र है। दबंगों का राज्य है। वही नेता हैं, वही विधायक हैं। वही कानून बनाते हैं और खुद को कानून से ऊपर रखते हैं।
लखनऊ में जनसंस्कृति मंच की संगोष्ठी को सम्बोधित करते प्रो.मैनेजर पांडेय
उत्तर प्रदेश के भ्रष्ट नेताओं और अफसरशाहों के तलवे मत चाटो मीडिया के दलालों : अनूप गुप्ता
लखनऊ : वरिष्ठ पत्रकार अनूप गुप्ता ने पिछले दिनो दलाल पत्रकारों को ललकारते हुए एक धरना-प्रदर्शन के दौरान कहा कि जब पत्रकार की हत्या होती है, हमारे बीच से ही भाड़ और दलाल तत्व सत्ता प्रतिष्ठान के तलवे धोने पहुंच जाते हैं। ऐसा नहीं होता तो किसी माई के लाल में नहीं थी कि जगेंद्र …
मुद्राराक्षस ने सत्ताओं, शक्ति केंद्रों को ठेंगे पर रखा
बेबाक, बेलौस शख्सियत, तीखी असहमतियों, आलोचनाओं को भी पचा कर मुस्कराते रहने वाले, अपने आलोचक को सर्वाधिक प्रिय मानने वाले, अपनी उपस्थिति से ही सबको ऊर्जस्वित करने की क्षमता से संपन्न मुद्राराक्षस लखनऊ में अपनों से रुबरू थे। उनके जन्मदिन की पूर्वसंध्या पर लखनऊ के जयशंकर सभागार में २० जून दिन शनिवार को उन्हें सुनने, उनसे मिलने, उनके बारे में अपनी यादें बांटने तमाम लोग जुटे थे। वे 82 साल के हो गये। सबने अपने-अपने ढंग से अपनी बातें कहीं।
सवाल और आह्वान : जगेन्द्र तो मर गए, क्या आप जिंदा हैं !
लखनऊ : पत्रकार दोस्तों, जगेन्द्र सिंह के जिंदा जलाकर मार दिए जाने के बाद उनका परिवार अब बिखर चुका है। बीबी-बच्चे सड़क पर आ गए हैं और अचानक जिंदगी की छोटी-मोटी जरूरतों तक के लिए भी वे दूसरों पर मोहताज हो गए हैं। आप सभी जानते हैं कि इस स्थिति में आपका अपना परिवार भी कभी भी पहुंच सकता है, यदि आप ईमानदारी से अपनी पेशेगत जिम्मेदारी निभा रहे हैं तो। हालांकि वो लोग जरूर सुरक्षित हैं जिनमें पेशेवाराना ईमानदारी नहीं है और जो छोटी-छोटी खबरों पर भी समझौते कर लेते हैं।
कातिलों और बेशर्मों के खिलाफ लखनऊ में शुरू हो गई जगेंद्र के परिजनों को इंसाफ दिलाने की जंग
गज़ब हो गया। पहले यही बड़ी बिरादरी कस्बाई बिरादरी को दलाल के तौर पर पुकारती थी, आज वही लखनऊ-राजधानी वाली की बड़ी बिरादरी के लोगों ने छोटी बिरादरी के पहले कहे गए अदने से ‘दलाल’ पत्रकार शहीद जगेंद्र सिंह को गांधी प्रतिमा पर एक बड़े सम्मलेन में अपनी श्रद्धालियां अर्पित कर दिया। हज़रतगंज के जीपीओ चौराहे स्थित गांधी प्रतिमा पार्क पर खूब भीड़ जुटी। सभी के चेहरों पर आक्रोश था, व्यथा थी, गुस्सा था। यकीन मानिये कि आज मैं बेहद खुश हूँ। आज मुझे अहसास हो गया है कि हम बहुत जल्द ही जगेंद्र सिंह और उसके प्रियजन और मित्रों की जीत हासिल कर सकेंगे। बहुत दिनों बाद आज लग रहा है कि शायद मेरा ब्लड प्रेशर अब संभल जाए। जी भर कर रोने का भी मन कर रहा है।
जगेन्द्र हत्याकांड पर लखनऊ में पत्रकार संगठन ऐसे खामोश क्यों?
पूरे उत्तर प्रदेश में, लगभग हर जनपद में पत्रकार संगठन मौत के घाट उतारे गए पत्रकार जगेन्द्र सिंह के परिवार का साथ दे रहे हैं तथा आन्दोलनरत हैं, परन्तु लखनऊ के कई पत्रकार संगठन बिलकुल मौन हैं। सहायता करना तो दूर, यहां तक कि जगेन्द्र सिंह में ही कमियां गिनाते फिर रहे हैं। उन्हें याद रखना चाहिए कि पति/पिता की मृत्यु का दर्द उसकी निर्बल विधवा तथा अनाथ हुए बच्चे ही जान सकते हैं और आज उत्तर प्रदेश के माहौल में यह दिन किसी अन्य का भी आ सकता है। पिछले दस दिनों में तीन पत्रकारों पर हमले हुए हैं, यह अच्छा संकेत नहीं है।
जगेंद्र सिंह की वक्त पर मदद न कर पाने के लिए मैं गुनहगार, लखनऊ के पत्रकार शर्मसार : के. विक्रम राव
मैं खुद को गुनेहगार मान रहा हूँ, क्योंकि मै “जगेन्द्र सिंह” की समय पर सहायता नहीं कर पाया। यह बात अलग है कि मैं लखनऊ के बाहर था, पर वह कोई उचित तर्क नहीं हो सकता। सात दिनों तक लखनऊ के अस्पताल में शाहजहाँपुर का एक खोजी पत्रकार जगेन्द्र सिंह ज़िन्दगी से जूझता रहा, उसके घर में घुस कर जलाने वाले आज़ाद हैं। सिर्फ इसलिए की एक राज्यमंत्री की दबंगई थी। जगेन्द्र सिंह घोटोलो का भंडाफोड़ करता रहा।
राजेंद्र द्विवेदी और सलाम खान ने ज्वॉइन किया ‘वॉयस ऑफ लखनऊ’
लखनऊ : राष्ट्रीय सहारा लखनऊ के प्रबंधक रहे राजेंद्र द्विवेदी ने अखिलेश दास के अखबार ‘वॉयस ऑफ लखनऊ’ को ग्रुप हेड के रूप में ज्वॉइन कर लिया है. वह ‘वॉयस ऑफ लखनऊ’ के हिंदी और उर्दू दोनों संस्करणों का दायित्व संभालेंगे. इसके साथ सहारा के उर्दू अखबार में कार्यरत रहे सलाम खान ने ‘वॉयस ऑफ लखनऊ’ के उर्दू एडिशन का संपादक पद संभाल लिया है.
खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त रिपोर्ट पर कैवियट दायर
लखनऊ : खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा दायर परिवाद में लोकायुक्त जस्टिस एन के मल्होत्रा की मंत्री को क्लीन चीट देने वाली रिपोर्ट के तुरंत बाद मंत्री के नजदीकी कहे जाने वाले विकास वर्मा ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में कैवियट दायर कर दिया.
पुस्तक चर्चा : अंबेडकर और मार्क्स एक-दूसरे के पूरक
लखनऊ : जन संस्कृति मंच की ओर से कवि व लेखक भगवान स्वरूप कटियार की हाल में प्रकाशित ‘अन्याय की परम्परा के विरुद्ध’ पुस्तक पर यहां जयशंकर प्रसाद सभागार में सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि यह किताब हमारे समाज में व्याप्त अन्याय की विचारधारा और उसकी परम्परा से मुठभेड़ करती है। इस मायने में यह किताब मौजूदा समय में एक वैचारिक हस्तक्षेप है।
‘अन्याय की परम्परा के विरुद्ध’ पुस्तक पर विचार व्यक्त करते विद्वान
दलितों और महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ लखनऊ में विरोध प्रदर्शन
लखनऊ : राजस्थान के नागौर जिले के गांव डंगवासा में 14 मई को दबंगों द्वारा चार दलितों की निर्मम हत्या व कई लोगों को गंभीर रूप से घायल करने, उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले के गांव बड़े हरेवा में 16 मई को पांच दलित महिलाओं को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने के विरोध में भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य) के कार्यकर्ताओं ने गत दिनो प्रदर्शन किया।
लखनऊ में दलित अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन मार्च करते लक्ष्य के कार्यकर्ता
छत और दीवारों में छेद कर अश्लील वीडियो बनाने वाला सैनिक गिरफ्तार
लखनऊ (उत्तरप्रदेश) : एक फौजी के कारनामों ने तो सबको दंग कर दिया। वह फौजियों के आवास की दीवारों और छतों में छेद कर अपने सीनियर्स की पत्नियों के अश्लील वीडियो बनाने के बाद ब्लैकमेल करता था। उसने गत दिनो एक हवलदार की पत्नी का अश्लील वीडियो बना कर उसके घर ब्लैकमेलिंग के लिए चिट्ठी भेज दी। शिकायत पर सैन्य खुफिया तंत्र ने जांच की। मामला सही पाए जाने पर एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
श्री टाइम्स, श्री न्यूज चैनल की तीसरी वर्षगांठ 18 को, यशवंत सिंह सहित कई विशिष्ट जनों का राज्यपाल के हाथों सम्मान एवं संगोष्ठी
{jcomments off}लखनऊ में श्री मीडिया वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड परिवार आगामी 18 मई 2015 को हिंदी दैनिक ‘श्री टाइम्स’ एवं ‘श्री न्यूज’ चैनल की तृतीय वर्षगांठ को संकल्प दिवस के रूप में मना रहा है। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव विशिष्ट अतिथि होंगे। हिंदी संस्थान के अध्यक्ष उदयप्रताप सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
कंटेम्प्ट ऑफ़ कोर्ट एक्ट और सलमान खान जमानत का विरोध
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर के नेतृत्व में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर, देवेन्द्र दीक्षित, त्रिपुरेश त्रिपाठी, शरद मिश्रा, राकेश शर्मा, हयात कादरी, संदीप सिंह आदि गाँधी प्रतिमा, हजरतगंज पर क्रिमिनल कंटेम्प्ट ऑफ़ कोर्ट के विरोध में एकत्र हुए.
लखनऊ सहारा में तुगलकी फरमान पर मचा बवाल, हालात विस्फोटक
लखनऊ : राष्ट्रीय सहारा की लखनऊ यूनिट में इन दिनो एक तुगलकी फरमान को लेकर माहौल काफी तनावपूर्ण है। स्थिति विस्फोटक होने का अंदेशा जताया गया है। सारा बवाल यूनिट हेड मुनीश सक्सेना के उस नोटिस पर मचा हुआ है, जिसमें उन्होंने समस्त स्टॉफ को आदेश दिया है कि अब एक बार इंटर करने के बाद कोई भी व्यक्ति चाय पीने अथवा अन्य किसी काम से बाहर निकला तो उसे रजिस्टर में उल्लेख करने के साथ ही आदेश की स्लिप लेनी होगी और लौटने के बाद वह स्लिप विभागाध्यक्ष को देकर अवगत कराना पड़ेगा कि वह ड्यूटी पर आ गया है।
मीडिया पर हमले के खिलाफ लखनऊ में पत्रकारों का प्रदर्शन, एसएसपी हटाए गए

पत्रिकाएं भी नाटकों की तरह रेंत का घरौदाः लखनऊ से शुरू हुई ‘कला स्रोत’
लखनऊ : किसी भी नगर में एेसे अवसर कम ही होते हैं जब विभिन्न कला अभिव्यक्तियों के प्रसिद्ध व्यक्तित्व किसी एक समारोह में शरीक हों। यही कारण था कि लखनऊ से पत्रकार और कला समीक्षक आलोक पराड़कर के सम्पादन में संगीत, रंगमंच और कला पर आधारित त्रैमासिक पत्रिका ‘कला स्रोत’ के लोकार्पण के समारोह में जब कला, संगीत, रंगमंच और साहित्य की प्रतिभाएं एक सभागार में जुटीं तो एक-दूसरे से बातचीत में उन्हें यह कहते भी सुना गया कि आपका नाम और काम तो काफी सुना है लेकिन भेंट आज पहली बार हो रही है। यही कारण भी था कि पूरे समारोह में कलाओं के बीच संवाद और अन्तरसम्बन्ध की चर्चा होती रही और यह शिकायत भी खूब हुई कि कलाकार दूसरी कलाओं में रुचि नहीं लेते।
पुलिस से झड़प, रिहाई मंच ने सड़क पर किया यूपी सरकार के खिलाफ सम्मेलन
लखनऊ : रिहाई मंच ने प्रदेश सरकार द्वारा रोके जाने के बावजूद भारी पुलिस बल की मौजूदगी व उससे झड़प के बाद हाशिमपुरा जनसंहार पर सरकार विरोधी सम्मेलन गंगा प्रसाद मेमोरियल हाल अमीनाबाद, लखनऊ के सामने सड़क पर किया।
लखनऊ में सड़क पर रिहाई मंच का सम्मेलन
मंजुनाथ फैसले का स्वागत, पद्म विभूषण की मांग
लखनऊ : आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने आईआईएम लखनऊ के पूर्व छात्र और पारदर्शिता से काम करने वाले व्यक्ति के रूप में मंजुनाथ मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हार्दिक स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने पारदर्शिता के क्षेत्र में उनके द्वारा स्थापित उच्चतम आदर्शों के मद्देनज़र मंजुनाथ और सत्येन्द्र दुबे के लिए द्वितीय सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण …
गायत्री प्रजापति धमकी के एफआईआर में लखनऊ पुलिस ने किया खेल
मुझे और मेरे पति पति आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को एक कथित टीवी पत्रकार द्वारा दी गयी धमकी में दी गयी शिकायत पर गोमतीनगर थाने में पूरी तरह गलत तरीके से एफआईआर दर्ज की गयी है. मेरे प्रार्थनापत्र के अनुसार मामला 506 आईपीसी तथा 66ए आईटी एक्ट 2000 का संज्ञेय अपराध बनता है लेकिन थानाध्यक्ष ने इसे सिर्फ धारा 507 आईपीसी के असंज्ञेय अपराध में दर्ज किया. आम तौर पर धमकी देने पर 506 आईपीसी का अपराध होता है जबकि 507 आईपीसी तब होता है जब कोई आदमी अपना नाम और पहचान छिपाने की सावधानी रख कर धमकी देता है.
रायपुर से लेकर लखनऊ वाया बनारस तक कौन-कौन ‘फासीवाद’ का आपसदार बन गया है, अब आप आसानी से गिन सकते हैं
Abhishek Srivastava : मुझे इस बात की खुशी है कि रायपुर साहित्य महोत्सव के विरोध से शुरू हुई फेसबुकिया बहस, बनारस के ‘संस्कृति’ नामक आयोजन के विरोध से होते हुए आज Vineet Kumar के सौजन्य से Samvadi- A Festival of Expressions in Lucknow तक पहुंच गई, जो दैनिक जागरण का आयोजन था। आज ‘जनसत्ता’ में ‘खूब परदा है’ शीर्षक से विनीत ने Virendra Yadav के 21 दिसंबर को यहीं छपे लेख को काउंटर किया है जो सवाल के जवाब में दरअसल खुद एक सवाल है। विनीत दैनिक जागरण के बारे में ठीक कहते हैं, ”… यह दरअसल उसी फासीवादी सरकार का मुखपत्र है जिससे हमारा विरोध रहा है और जिसके कार्यक्रम में वीरेंद्र यादव जैसे पवित्र पूंजी से संचालित मंच की तलाश में निकले लोगों ने शिरकत की।”
वाह रे लखनऊ पुलिस! : जो लड़की को बचा रहा था उसे एएसपी पर फायरिंग का आरोपी बना दिया
हमने हजरतगंज, लखनऊ में एएसपी दुर्गेश कुमार पर हुए कथित फायरिंग मामले में अपने स्तर पर जांच की. हमने आरोपी पुलकित के घर जाकर उसके पिता राम सुमिरन शुक्ला, माँ सावित्री शुक्ला, भाई पीयूष शुक्ला तथा अन्य परिचितों से मुलाकात की. इन लोगों ने बताया कि घटना प्रोवोग शॉप के पास हुई जिसमें परिचित लड़की को छेड़े जाते देख पुलकित और साथियों ने बीच-बचाव किया.
हिन्दी दैनिक जन माध्यम के मुख्य सम्पादक और पूर्व आईपीएस मंजूर अहमद का फर्जीवाड़ा
: जन माध्यम के तीन संस्करण चलाते हैं मंजूर अहमद : दूसरे की जमीन को अपने गुर्गे के जरिए बेचा, खुद बने गवाह : ताला तोड़कर अपने पुत्र के मकान पर भी कराया कब्जा, पुलिस नहीं कर रही मुकदमा दर्ज : लखनऊ, पटना व मेरठ से प्रकाशित होने वाले हिन्दी दैनिक समाचार पत्र जन माध्यम मुख्य सम्पादक, 1967 बैच के सेवानिवृत्त आई0पी0एस0 अधिकारी एवं लखनऊ के पूर्व मेयर एवं विधायक प्रत्याशी प्रो0 मंजूर अहमद पर अपने गुर्गे के जरिए दूसरे की जमीन को बेचने व खुद गवाह बनने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। प्रो0 मंजूर अहमद के इस फर्जीवाड़े का खुलासा खुद उनके पुत्र जमाल अहमद ने किया।