सौ पदों के लिए केवल बनियों के बच्चे अप्लाई करें!

Girish Malviya : ‘न खाऊँगा न खाने की दूँगा’ की बात करने वालों की यह असलियत यदि आप पढ़ लेंगे तो समझ जाएँगे कि यह बात करने वालों का दावा कितना बड़ा झूठ था, बशर्ते आप अंधभक्त न हों! सोशल मीडिया पर एक वैकेंसी खूब चर्चा रही… यह विज्ञापन रेलवे में बड़े पैमाने पर कैटरिंग …

तेजस एक्सप्रेस : जैसे जहाज रेल पटरियों पर दौड़ रहा हो… (देखें वीडियो)

तेजस एक्सप्रेस की शुरुआत का गवाह मैं भी बना. फर्स्ट डे फर्स्ट शो में शरीक हुआ. मैं गाजियाबाद से इस ट्रेन पर चढ़ा. दो ऐसे वाकये हुए जो आज भी याद है. तेजस एक्सप्रेस जब गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर आ रही थी तो मैं वीडियो बना रहा था.

रेल मंत्रालय पत्रकारों को दिव्यांग समझती है!

रेल मंत्रालय पत्रकारों को दिव्यांग समझती है। अगर आप irctc.com से online ticket बुक कराएँगे तो press concession के लिए आपको कोई option नहीं मिलेगा। वेबसाईट ने प्रेस को दिव्यांग की श्रेणी में डाल रखा है।

राजधानी समेत कई ट्रेनों में कैटरिंग शुल्क टिकट क्लास पर आधारित

रेलवे बोर्ड द्वारा लखनऊ स्थित एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को आरटीआई में दी गयी जानकारी के अनुसार शताब्दी, राजधानी तथा दुरंतो ट्रेनों में टिकट के साथ लिया जाने वाला कैटरिंग शुल्क यात्री के टिकट की श्रेणी के अनुसार अलग-अलग होता है.

संवाददाताओं के अधिकांश सवालों का संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए रेलमंत्री

नई दिल्ली। ट्रेन 8 से लेकर 16 घंटे लेट चल रही है। इस भीषण गर्मी में अधिकांश रेलवे स्टेशनों पर पीने का पानी नहीं है। पानी की मशीन का ढांचा खड़ा तो है पर सूखा। एक्सलेटर लगे तो हैं पर खराब पड़े हैं। लिफ्ट का इस्तेमाल डर से यात्री करते नहीं क्योंकि पता नहीं वह …

मोदीजी एंड टीम टाइम से रेल न चला सकी, देश क्या चला लेंगे!

Yashwant Singh : सिर्फ भारतीय रेल ही मोदीजी एन्ड टीम की कार्यकुशलता बताने / दिखाने के लिए काफी है। जिन्हें टाइम से रेल चलवा पाना नहीं आया, राम जानें वो देश क्या चला पा रहे होंगे।

अतिरिक्त उपाय नहीं किए तो रेल टिकट कन्फर्म होने की कोई गारंटी नहीं

भारतीय रेल, औकात नापने का ऐसा पैमाना है जिससे हर किसी का कभी न कभी वास्ता पड़ता है। राजा हो रंक शायद ही कोई बचा हो। कुछ दिन पहले एक दिलचस्प सर्वे पढ़ा था। सर्वेकर्ता एजेन्सी ने रिश्वत देने के मामले में राजनेताओं व ब्यूरोक्रेटस से राय ली थी कि क्या आपको कभी रिश्वत देने …

भारतीय रेलवे की मूर्खता का नमूना… Howrah को Hawrah बना दिया

रेलवे वालों को अंग्रेजी में ‘हावड़ा’ शुद्ध नहीं लिखना आता… देखें बानगी… पश्चिम बंगाल में कोलकाता के बाद हावड़ा दूसरा बड़ा और नामी शहर है। एक ट्रेन है शक्तिपुंज एक्सप्रेस… जो मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर से हावड़ा तक जाती है।

नाम के आगे स्पेशल जोड़कर ट्रेन का किराया तीन गुना बढ़ा दिया

हैदराबाद से एक ट्रेन जाती है दरभंगा. वाया रायपुर जाने वाली वह ट्रेन हम मैथिलों के लिये वरदान सरीखा थी. मग्गह जाने से छुटकारा पाने का आनंद कोई मैथिल ही समझ सकता है. पहले जब तक हम पटना पहुँचते थे तबतक इस ट्रेन के आने से गाम पहुंच कर चूरा दही सरपेट लेते थे. कुछ दिन के लिए यह ट्रेन बंद हो गयी थी. अभी फिर से शुरू हुई है. वही नाम, वही नम्बर, रूट भी लगभग वही, समय भी वही. बस किया यह गया है कि इस ट्रेन के नाम में ‘स्पेशल’ जोड़ दिया गया है.

वरिष्ठ टीवी पत्रकार के साथ रेलवे ने किया बड़ा धोखा… देखें ये वीडियो…

Girijesh Kumar : भारतीय रेल की सवारी लगातार महँगी होती जा रही है, रेलवे को इंटरनैशनल बना देने के बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं. इन सबके बीच भारतीय रेल सेवा की हैरान करनेवाली हक़ीक़त देखिए. मैंने झाँसी से दिल्ली लौटने के लिए AC-3 में ऑनलाइन टिकट बुक किया. टिकट कन्फ़र्म था. मैसेज भी आ गया था. लेकिन ऐन यात्रा के दिन जो मैसेज आया उसमें मेरी सीट स्लीपर क्लास में दी गयी थी.

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा की संसदीय सीट गाजीपुर में रेलवे स्टेशन पर अराजकता का आलम देखिए…

गाजीपुर लोकसभा संसदीय सीट से जीते मनोज सिन्हा रेल राज्य मंत्री हैं. उन्हीं के इलाके गाजीपुर के रेलवे स्टेशन पर अराजकता का आलम है. ट्रेनें आती और रुकती हैं लेकिन ट्रेनों का गेट नहीं खुलता और यात्री परेशान हो जाते हैं. टिकट होने के बावजूद यात्री ट्रेन पर चढ़ नहीं पाते. इस समस्या के संज्ञान में आने पर रेलवे स्टेशन पहुंचे भाजपा नेता राघवेंद्र सिंह, समाजसेवी सुजीत सिंह प्रिंस और अन्य लोग. इन लोगों ने देखा कि 12-12-2017 को पवन एक्सप्रेस रात्रि लगभग 11.30 बजे को स्टेशन पर आती है लेकिन इसका गेट नहीं खुलता. टिकट होने के बावजूद भी यात्री ट्रेन पर चढ़ नहीं पा रहे थे.

आरटीआई : उत्तर रेलवे में सात वर्षों में कुल 114 ट्रेनें लड़ी-भिड़ीं, 226 मारे गए

उत्तर रेलवे, दिल्ली द्वारा एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को आरटीआई में दी गयी सूचना के अनुसार 01 अप्रैल 2010 से अब तक कुल 114 ट्रेन दुर्घटनाएं हुई हैं. इनमे 110  मामलों में जाँच समिति की जाँच पूरी हो गयी है जबकि 04 मामलों में जाँच आख्या आनी बाकी है. इन ट्रेन दुर्घटनाओं में कुल 226 लोगों की मौत हुई जबकि 365 लोग घायल हुए. इन रेल दुर्घटनाओं में रेलवे के कुल 27.2 करोड़ रुपये की क्षति पहुँचने की बात बताई गयी है.

नवभारत टाइम्स के दामोदर व्यास ने रेल प्रशासन को दिया करारा जवाब

मुंबई : जरा सी बारिश में भी घंटों लोकल ट्रेन रोककर मुंबईकरों की नाक में दम कर देने वाले पश्चिम रेलवे का जनसंपर्क विभाग इन दिनों हॉलीवुड की महानतम धुन का प्रचार कर रहा है। गत दिनों पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क विभाग के ईमेल आईडी से एक न्यूज़ सभी मीडियाकर्मियों को भेजी गई.. इसमें कहीं भी रेलवे का नामोनिशान तक नहीं था… लेकिन ओफिशियल तौर पर ये मेल आई थी इसलिए भाई लोग लग लग गए इस न्यूज़ को लगाने में…

चार महीने पहले रेल टिकट कटाने वाले इंजीनियर का दिवाली पर घर जाने का सपना ‘वेटिंग’ ही रह गया!

Yashwant Singh : हरिद्वार में कार्यरत इंजीनियर गौरव जून महीने में तीन टिकट कटाए थे, दिल्ली से सहरसा जाने के लिए, अपनी बहनों के साथ। ट्रेन आज है लेकिन टिकट वेटिंग ही रह गया। चार्ट प्रीपेयर्ड। लास्ट मोमेंट में मुझे इत्तिला किया, सो हाथ पांव मारने के बावजूद कुछ कर न पाया। दिवाली अपने होम टाउन में मनाने की उनकी ख्वाहिश धरी रह गई। दिवाली के दिन अपने जिला-जवार में होने की चार महीने पहले से की गई तैयारी काम न आई।

बिना पैसेंजर वाली आगरा-ग्वालियर पैसेंजर ट्रेन उतरी पटरी से (देखें वीडियो)

भारतीय रेलवे का हाल इन दिनों बहुत खराब है. रेलें आए दिन दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं जिसके कारण लोग ट्रेनों पर चढ़ने से डर रहे हैं. कई ट्रेनें इन दिनों हादसों के दौर से गुजरी हैं जिसमें बहुत सारे लोग हताहत भी हुए हैं. आज आगरा में आगरा-ग्वालियर पैसेंजर ट्रेन की बोगी पटरी से उतर गई. इस घटना के बाद उत्तर मध्य रेलवे के आगरा डिवीजन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. हालांकि ट्रेन में कोई पैसेंजर सवार नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था.

रेलवे की लूट का एक छोटा सा अनुभव सुना रहे हैं साहित्यकार अरुण माहेश्वरी

Arun Maheshwari : रेलवे की लूट का एक छोटा सा अनुभव… इस बार 1 सितंबर को हम जब दिल्ली सियालदह राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली आ रहे थे, हमारे साथ 3एसी में हमारी घरेलू सहायक मंजुरी कुइल का टिकट भी था। ट्रेन चलने के काफी देर बाद पता चला कि भूल से मंजुरी का टिकट सियालदह राजधानी का न होकर कोलकाता राजधानी का बन गया था जो हावड़ा स्टेशन से छूटती है।

मोदी-योगी राज में चोरी और चोरों का बोलबाला!

Yashwant Singh : अभी टिकट बुक कर रहा था, तत्काल में। प्रभु की साइट हैंग होती रही बार बार। paytm ने अलग से पैसा लिया और सरकार ने अलग से टैक्स वसूला, ऑनलाइन पेमेंट पर। ये साले भजपईये तो कांग्रेसियों से भी बड़े चोट्टे हैं। इनको रोज सुबह जूता भिगो कर पीटना चाहिए। मुस्लिम गाय गोबर पाकिस्तान राष्ट्रवाद के फर्जी मुद्दों पर देश को बांट कर खुद दोनों हाथ से लूटने में लगे हैं। ये लुटेरे खटमल की माफिक जनता का खून पी रहे हैं, थू सालों।

लोअर बर्थ महंगा करने को तत्पर प्रभुजी इन उपायों से भी कराएं रेलवे को भरपूर कमाई :)

रेल मंत्री को सोशल मीडिया पर मिल रहे कुछ नायाब सुझाव, देखें-जानें…. 

रेल मंत्री सुरेश प्रभु अब लोअर बर्थ / विंडो सीट बेचकर रेलवे की आय बढ़ाएंगे. इस लोअर बर्थ और विंडो सीट को पाने के लिए किराया बढ़ाये जाने की तैयारी है. सुरेश प्रभु के राज में रेलवे को कई अन्य तरीकों से भी आय हो सकता है. इस बारे में सोशल मीडिया पर तरह तरह के सुझाव प्रभु को मिल रहे हैं. कुछ सुझाव यहां संकलित करके प्रकाशित किए जा रहे हैं…

सुहेल देव एक्सप्रेस से नरक यात्रा (देखें वीडियो)

मोदी सरकार के इस कार्यकाल में गाजीपुर से सांसद मनोज सिन्हा ने रेल राज्यमंत्री के बतौर एक ट्रेन का तोहफा दिया जिले वासियों को. सुहेल देव एक्सप्रेस. गाजीपुर से आनंद विहार. हफ्ते में तीन दिन चलने वाली यह ट्रेन इन दिनों किसी नरक यात्रा का बोध कराती है. 14 अप्रैल 2016 को गाजीपुर से आनंद विहार के लिए चली इस सुहेल देव एक्सप्रेस के एस3 कोच में वाश बेसिन का पानी फैला गया.

भारतीय रेल के लिए मोदी राज है ‘नर्क काल’, ताजा अनुभव सुना रहे वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला

Shambhunath Nath : कहीं रेलवे को बेचने की तैयारी तो नहीं!… आज रेलवे की भयानक अराजकता और रेल कर्मचारियों की लापरवाही के साक्षात दर्शन हुए। सुबह मुझे कानपुर शताब्दी (12033) पकड़कर वापस गाजियाबाद आना था। कानपुर स्टेशन से यह गाड़ी सुबह छह बजे खुलती है। कानपुर में मैं वहां जहां रुका था, वह जूही कलाँ दो के विवेक विहार डब्लू-टू का इलाका स्टेशन से करीब सात किमी होगा। सुबह पहले तो बुकिंग के बावजूद ओला ने धोखा दे दिया। वह कैब आई ही नहीं और ड्राइवर ने फोन तक नहीं रिसीव किया। तब मेरे बहनोई स्वयं मुझे छोडऩे आए। इस तरह दो लोगों की नींद में खलल पड़ा।

हिमगिरि एक्सप्रेस के सेकंड एसी में comesum catering ने परोसा सड़ा खाना, चोरों ने ब्रीफकेस उड़ाया

हावड़ा से लखनऊ जाने वाली गाड़ी हिमगिरि एक्सप्रेस के सेकंड एसी के A1 कोच में comesum catering द्वारा मुग़लसराय स्टेशन पर सड़े खाने की सप्लाई की गई। इस सड़े खाने के बारे में पूछने पर वेंडर ने बदतमीजी की। श्री संजीत कुमार, जो कि देवघर में एक सीमेंट व्यवसायी हैं, का 26″ का VIP का मैरून रंग का ब्रीफ़केस क्विल जं. और पटना के बीच में चोरी हो गया। बक्सर में GRP ने आकर खानापूरी करते हुवे फॉर्मल FIR लॉज कर लिया है।

महिला रेलकर्मी ने जीएम के साथ डुएट गाने से मना किया तो हुआ ट्रांसफर, थमा दी चार्जशीट

”पिछले 8 सालों से रेलवे में कल्चरल कोटे के तहत काम कर रही हूं। हर साल मंडल को नेशनल इंटर कंम्पटीशन में जिताती आ रही हूं। लेकिन आज तक कभी सम्मान या अवार्ड नहीं मिला। उल्टा अधिकारीयों की पर्सनल पार्टियों में घर जाकर गाना गाना पड़ता है। फिर चाहे दिवाली का मौका हो या न्यू ईयर का।” यह आपबीती है उस महिला सीनियर क्लर्क की जिसे रेलवे जीएम सत्येंद्र कुमार के साथ गाना न गाने पर सबसे बड़ी अनुशासन हीनता बताते हुये चार्जशीट और ट्रांसफर ऑर्डर दिया गया।

पत्रकारों को मिलता नहीं, तो रेलवे का प्रेस कोटा आखिर जाता कहां है?

रेलवे रिजर्वेशन में पत्रकारों को कोटा देती है, लेकिन ये कोटा कुछ ही पत्रकारों को मिल पाता है. जिस तरह अखबार मालिक और उनके चट्टे-बट्टे मैनेजर खुद को ‘संपादक’ या ‘रिपोर्टर’ बताकर ‘एक्रेडिटेशन कार्ड’ हथियाकर ‘सरकारी मान्यताप्राप्त पत्रकार’ बन जाते हैं और फिर सरकार की ओर से पत्रकारों को मिलने वाली मामूली से मामूली सुविधाएं भी हड़प लेते हैं, उसी तरह ये ‘तथाकथित पत्रकार’ रेलवे का रिजर्वेशन कोटा भी कब्जा लेते हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे पत्रकार भी हैं, जो अपने लगे-सगे लोगों के लिए कोटा सुविधा का दुरुपयोग करते हैं. ऐसे में जो असली पत्रकार हैं और रेलवे कोटे जैसी सुविधाओं के असली हकदार हैं, वे बेचारे मुंह ताकते रह जाते हैं.

रेल मंत्री सुरेश प्रभु के नेतृत्व में भारतीय रेल ने बनाया नया ‘रिकार्ड’!

Pushya Mitra : मैं जिस ट्रेन से दिल्ली जाने वाला हूँ वह आज पटना से शाम 4 बजे खुलने वाली थी मगर कल शाम ही मैसेज आ गया कि वह पटना 11 की सुबह पहुंचेगी। वह ट्रेन अभी दिल्ली से कोलकाता के रास्ते में है और 24 घंटे से अधिक लेट हो चुकी है। और यह कहानी किसी एक ट्रेन की नहीं दिल्ली पटना रुट से गुजरने वाली 50 से अधिक रेलगाड़ियों की है। और यह बहुत सामान्य मामला है। असली खबर तो इस खबर में है।

देशभक्त यह दूसरा वाला रेलमंत्री है!

Madan Tiwary : एक रेल मंत्री थे। उन्होंने देखा स्लीपर में वेटिंग लिस्ट लंबी है और एसी की सीट खाली जा रही है। रेलमंत्री ने बिना कोई एक्स्ट्रा चार्ज लिए अपग्रेड सिस्टम लागू कर दिया। इससे हुआ ये कि अगर आपका टिकट वेटिंग है और एसी कोच में सीट खाली है तब आपका वेटिंग टिकट एसी में अपने आप अपग्रेड हो जाएगा।

भारत की अधिकांश रेल पटरियों की लाइफ ख़त्म हो चुकी है, ट्रेन से चलना बेहद जोखिम भरा

Subhash Chandra Kushwaha : मेरे एक प्रिय रिश्तेदार रेलवे में ट्रैक मेंटीनेंस से सम्बंधित इंजीनियर हैं. विदेशों में भी ट्रैक का निर्माण करने का अनुभव है. वे विगत १० सालों से कहा करते थे कि भारत की रेल जिस तरह बेहद कमजोर ट्रैक पर दौड़ रही है, यह बेहद जोखिमभरा है. वह बताते थे कि देश की अधिकांश पटरियों की लाइफ ख़त्म हो चुकी है मगर वे बदली नहीं जातीं. ट्रैक के नीचे गिट्टी की मोटाई मानक की आधी ही रखी जाती है. गिट्टी की कसाई ठीक से नहीं होती. ऐसे में बुलेट ट्रेन की बात छोड़िये, 100 की स्पीड में ट्रेन चलाना जोखिम भरा है.

रेल में हवाई यात्रा के सुख बनाम भारतीय रेल

कल 08792 निजामुद्दीन-दुर्ग एसी सुपरफास्ट स्पेशल से वास्ता पड़ा। निजामुद्दीन से चलने का ट्रेन का निश्चित समय सवेरे 830 बजे है सुबह सात बजे नेशनल ट्रेन एनक्वायरी सिस्टम पर चेक किया तो पता चला ट्रेन राइट टाइम जाएगी। यहीं से चलती है इसलिए कोई बड़ी बात नहीं थी। स्टेशन पहुंचा तो बताया गया प्लैटफॉर्म नंबर चार से जाएगी। प्लैटफॉर्म पर पहुंच गया तो घोषणा हुई (संयोग से सुनाई पड़ गया वरना देश भर में कई स्टैशनों के कई प्लैटफॉर्म पर घोषणा सुनाई नहीं पड़ती है और हम कुछ कर नहीं सकते) कि ट्रेन एक घंटे लेट है। परेशान होने के सिवा कुछ कर नहीं सकता था।

रियायती रेल टिकट आनलाइन बुक करने में पत्रकारों को आ रही दिक्कत….

Attn Pls…. online Rail Concessional Ticket

Dear Journalist Friend,

If your name is consisting of more than 16 words (including space in between) would not be able to take online concessional Rail Ticket, as IRCTC site will refuse to accept your name mentioned in your concessional Railway Card.

प्रभु की रेल में टायलेट के पानी से तैयार होता है टोमैटे सूप!

दूरंतो एक्सप्रेस में परोसा गया टॉयलेट के पानी से बना टोमैटो सूप… यात्रियों ने किया हंगामा… एर्नाकुलम से मुंबई जा रही दुरतों एक्सप्रेस में यात्रियों ने उस वक्त हंगामा खड़ा कर दिया जब उन्हें मालूम हुआ कि वे ट्रेन में जिस टोमैटो सूप का सेवन कर रहे हैं उसे टॉयलेट के पानी से तैयार किया गया है। इस मामले की पोल तब खुली जब एक यात्री ने कोझीकोड में स्टेशन मास्टर से शिकायत की। इसके बाद बड़ा बवाल मच गया। गुस्साए लोगों ने स्टेशन पर जमकर हंगामा किया और 15 मिनट तक ट्रेन को रोके रखा।

नई ट्रेन के नाम को लेकर सोशल मीडिया पर तलवारें खिंचीं, राजा सुहेल देव राजपूत थे या राजभर या पासी?

Anand Kumar : आने वाली 13 अप्रैल को गाजीपुर से दिल्ली के लिए एक नयी ट्रेन शुरू हो रही है, “राजा सुहेल देव राजभर एक्सप्रेस” (ट्रेन सं० 22419). तीन दिन ये शाम 5.30 पर गाज़ीपुर से रवाना होकर सुबह 8.30 आनंद विहार टर्मिनल पहुंचेगी. वहां से बुधवार, शुक्र और रविवार को ट्रेन सं 22420 शाम 6.45 बजे चलकर सुबह 9.05 गाजीपुर पहुचेगी. अब ये ट्रेन का नाम बड़ा अनोखा है. आपको वामपंथी इतिहास में पढ़ाया ही नहीं गया होगा कि राजा सुहेल देव राजभर कौन थे. तो फिर ये थे कौन जिनके नाम पर ट्रेन चलाई गई है?

गाजीपुर से दिल्ली के लिए नई ट्रेन ‘राजा सुहेल देव राजभर एक्सप्रेस’ 13 अप्रैल से, हफ्ते में तीन दिन चलेगी

गाजीपुर के सांसद और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा की पहल पर पूर्वी यूपी के गाजीपुर जिले से दिल्ली के लिए ट्रेन शुरू हो रही है। ट्रेन को मनोज सिन्हा 13 अप्रैल की शाम पांच बजे गाजीपुर सिटी स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलेगी। बुधवार-शुक्रवार तथा रविवार की शाम साढ़े पांच बजे गाजीपुर सिटी स्टेशन से खुलेगी और सुबह साढ़े सात बजे दिल्ली के आनंद बिहार स्टेशन पहुंचेगी।

देखिए प्रभु की रेल किस तरह आपकी जेब से लूट रही है 525 करोड़ रुपये

Sanjaya Kumar Singh : भारतीय रेल ने ‘तत्काल’ के नाम पर रेल आरक्षण की अधिकृत कालाबाजारी शुरू की थी और रेलवे में मांग व पूर्ति का अंतर इतना ज्यादा है कि इस सरकारी कालाबाजारी के बाद भी तत्काल टिकट लोगों को नहीं मिलता था। आम आदमी के लिए खुद तत्काल टिकट लेना लगभग असंभव था। यह काम दलाल और ज्यादा पैसे लेकर दूसरे लोग करते थे। कई बार शिकायतों के बाद भी स्थिति नहीं सुधरी। दूसरी ओर, संयोग से मुझे तत्काल टिकट की जरूरत ही नहीं पड़ी। या यूं कहिए कि इसका कोई भरोसा ही नहीं था, तो जब, जहां तत्काल टिकट लेकर जाना था वहां मैं गया ही नहीं। और मौका मिला तो उड़ लिया।

रेलवे के इतने बड़े झूठ और फर्जीवाड़े पर मीडिया और मंत्रालय ने चुप्पी क्यों साध रखी है?

Sanjaya Kumar Singh : रेल मंत्री ट्वीटर पर व्यस्त और अपराधी-ठग अपने धंधे में… अब स्पष्टीकरण से क्या लाभ जब चिड़िया चुग गई खेत… रेल मंत्री सुरेश प्रभु जब ट्वीटर के सहारे मुश्किल में फंसे रेल यात्रियों को खाना, पानी और डायपर पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे थे तो ठगों, अपराधियों और संभवतः रेलवे से जुड़े लोगों का एक गिरोह आम युवाओं, रोजगार तलाश करने वालों को ठगने-लूटने में लगा हुआ था। जरूरी नहीं है कि यह सूचना सही हो। यह भी संभव है कि रेल मंत्रालय की जानकारी के बगैर या कायदे-कानूनों को पूर्ण किए बगैर रेल सुरक्षा बल में 17,000 कांसटेबल की नियुक्ति के विज्ञापन निकाल दिए गए हों और अब जब पता चला तो नियुक्ति की घोषणा को फर्जी करार दिया गया।

शिकायत पुस्तिका का नाम सुनते ही ट्रेन के कैटरिंग स्टाफ में करंट सी फुर्ती का संचार हो गया

सरकारनामा : राम भरोसे प्रभुजी की रेल (2)

….गतान्क से आगे

रविवार की शाम घर पहुँचने के बाद सबसे पहले मैंने भोजन किया और फिर जूते खरीदे। मैं जिस काम से पटना गया था, सोमवार को उसे निपटाते-निपटाते शाम हो गई और वापसी की ट्रेन पकड़ने का वक़्त भी। उस काम के बारे में मैं अगली कड़ी में विस्तार से चर्चा करूँगा। खैर, ऑटो रिक्शा से राजेन्द्र नगर स्टेशन पहुंचा तो राजधानी एक्सप्रेस पहले से ही प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर खड़ी थी। मैं अपने निर्धारित सीट पर आकर बैठ गया। तत्काल में टिकट लेने की वजह से मुझे करीब 2100 रूपए चुकाने पड़े थे। वैसे मैं अन्य किसी ट्रेन में भी टिकट ले सकता था, लेकिन पटना आते वक़्त जो फजीहत झेलनी पड़ी, उसे फिर से दोहराना नहीं चाहता था। विश्वास था कि राजधानी एक्सप्रेस बमुश्किल 1-2 घंटे लेट होगी, फिर भी मंगलवार सुबह 10 बजे तक दिल्ली स्थित आवास पहुँच जाऊंगा।

स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के इस ट्रेन लुटेरे से यात्रियों ने पुलिसिया अंदाज में पूछताछ कर बनाया वीडियो (देखें)

इस शख्स के चेहरे को याद रखिए. खुद को पुलिस वाला बताता है लेकिन इसका काम ट्रेनों में लूटपाट करना है. परसों रात दिल्ली आ रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के एसी कोच में यह बनारस के पास चाकू लेकर घुसा और यात्रियों के मोबाइल लूटने लगा. बाद में किसी तरह पुलिस वालों ने इसे पकड़ा. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के एसी कोच में लूट करने वाले इस लुटेरे से यात्रियों ने अपने तरीके से हाथ साफ करते हुए जमकर की पूछताछ.

स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में चाकू के बल पर एसी बोगी में कइयों से लूट, नाटकीय ढंग से गिरफ्तार हुआ लुटेरा (देखें वीडियो)

मुजफ्फरपुर से चलकर गाजीपुर, बनारस, इलाहाबाद, कानपुर होते हुए नई दिल्ली को आने वाली ट्रेन स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस 12561 के AC बोगी में बीती रात एक लुटेरा घुस आया और पूरे 40 मिनट तक चाकू के बल पर लोगों के मोबाइल वगैरह छीनता लूटता रहा. ट्रेन बनारस से इलाहाबाद पहुंच गई पर कोई पुलिस सहायता नहीं मिली. RPF के सिपाही भी नहीं आए. लुटेरे ने विरोध करने वाले एक पैसेन्जर को चाकू मारकर घायल भी कर दिया.

सरकारनामा : राम भरोसे प्रभुजी की रेल (1)

दुनियाभर के सबसे लंबे रेल नेटवर्क में से एक भारतीय रेल के साथ यूँ तो मेरे कई छोटे मोटे सकारात्मक और नकारात्मक अनुभव रहे हैं, लेकिन इस बार का अनुभव कुछ अलग रहा। चार दिन की छुट्टी में तीन दिन न सिर्फ ट्रेन में बीते, बल्कि सरकारी व्यवस्था के कई अन्य पहलुओं से भी अवगत होने का अवसर प्राप्त हुआ।  शुरुआत करते हैं पहले दिन से। शनिवार 23 जनवरी की सुबह आनंद विहार रेलवे स्टेशन से 7 बजकर 30 मिनट पर गाड़ी संख्या 12488, आनंद विहार-जोगबनी सीमांचल सुपरफास्ट एक्सप्रेस के शयनयान श्रेणी में पटना के लिए रवाना हुआ। गाड़ी सही समय से चली और दिन की ट्रेन होने के कारण कोहरे की समस्या भी नहीं थी, जिसे ट्रेन के विलम्ब होने के लिए अक्सर ज़िम्मेदार ठहराया जाता है।

लखनऊ के रेलवे बीट देखने वाले पत्रकारों को नए आए रेल अफसर का सम्मान क्यों करना पड़ा?

Gulam Jeelani : How times change! There was a time when journalists would be known for stories and here we are felicitating a newly posted railway official in Lucknow. And don’t tell me you don’t know why.

गुलाम जिलानी के फेसबुक वॉल से.

हे संसद वाले प्रभु! रेल हादसा प्राकृतिक आपदा नहीं, इसके जिम्मेदार सिर्फ तुम सब !!

रात में कामायनी एक्स. के दुर्घटनाग्रस्त होने के मैसेज आने लगे थे। सुबह हादसे की भयावहता का पता चला। भोपाल जाने के लिए यही मेरी ट्रेन थी। 

इटारसी रेल अग्निकाण्ड : जरा सी चूक, हजारों करोड़ स्वाहा

रेल्वे सेफ्टी महकमा और जबलपुर जोन कार्यालय के बीच तालमेल की कमी के चलते लगभग उम्र पूरी कर चुके जले आरआरआई सिस्टम की जगह लेने पहले से तैयार नए आपग्रेडेड सिस्टम को ट्रायल की मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। अब तक 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। केवल पहले 14 दिनों में 600 से ज्यादा पैसेन्जर ट्रेन कैंसल हो चुकी हैं और 350 से ज्यादा के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। रेल परिचालन को सामान्य करने में 35 दिन लगेंगे और इसकी समय सीमा 22 जुलाई तय की गई है।

रेलवे के बुरे दिन : दो बार पैसा एकाउंट से कट गया लेकिन रेल टिकट बुक न हो सका

Yashwant Singh : दो बार एकाउंट से पैसा कट गया, रेलवे की वेबसाइट आईआरसीटी पर टिकट बुक करने के प्रयास में, लेकिन टिकटवा ससुरा न मेल पर न ही एसएमएस पर आ रहा. एकाउंट से पैसा डिडक्ट करने के बाद आईआरसीटीसी का सर्वर गड़बड़ा जा रहा है. तीसरी बार ट्राई करना शुरू किया तो पता चला कि पूरी वेबसाइट मेंटेनेंस मोड में चली गई है. ये अच्छे दिन हैं. दिल्ली से गोरखपुर चला तो गोरखधाम एक्सप्रेस ढाई घंटे लेट दिल्ली आई. गोरखपुर में दोपहर बाद ढाई बजे पहुंची जबकि इसके पहुंचने का टाइम सुबह साढ़े नौ है.

कब आएंगे रेलवे में अच्छे दिन : …तो क्या रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा झूठ बोल रहे हैं!

Padampati Sharma : कहां आए रेलवे में अच्छे दिन ‘प्रभु’ यह गाजियाबाद है!! काश! मैं पूरा दृश्य दिखा पाता. गोमती एक्सप्रेस से लखनऊ जाना है. टैक्सस (अमेरिका) से बेटे ने तत्काल में टिकट कराया मजबूरी में क्योंकि शताब्दी सहित किसी भी ट्रेन में जगह नहीं थी. पता लगा कि कभी राजा गाड़ी समझी जाने वाली यह ट्रेन आज की तारीख में बतौर बैलगाड़ी जानी जाती है. पता चला कि इस ट्रेन को नौ बजे रात्रि में पहुंचना होता है पर ११ के पहले कभी नहीं पहुंचती. मजा देखिए कि तत्काल में भी टूटीयर एसी में ऊपर की बर्थ एलाट की गयी जबकि दावा यह कि सीनियर सिटिजन को लोवर बर्थ दी जाएगी. दावा मजाक बन कर रह गया….!!

होशियार ! ‘ईमानदार’ आर. प्रभु के नेतृत्व में रेलवे ने खोली भ्रष्टाचार की नई खिड़की

भारत सरकार और भारतीय रेलवे की ओर से नई तकनीक के साथ भ्रष्टाचार रोकने व यात्रियों को सुविधाएं देने का समय समय पर दावा किया जाता है। इसी कड़ी में इंडियन रेलवे केटरिंग एण्ड टयूरिस्म कारपोरेMन (आई.आर.सी.टी.सी) द्वारा गत वर्ष एक ही दिन में 5 लाख 80 हजार टिकटें आरक्षित करने का रिकार्ड कायम किया गया था। हाल ही में यह रिर्काड 11 लाख पर पहुंच चुका है। परन्तु इसी साइट पर टिकट आरक्षित करने पर कई यात्रियों को लूट का भी शिकार होना पड़ता है।

Excuse Me MR. PM, Passengers to starve in Non VVIP trains as my Wife does in Amritsar Express for your Bullet PPP Dream!

My wife Sabita Biswas,aged 56 is travelling by 13049 Amitsar Express. Coach B-one,Berth number 48.She is in mourning as her elder brother died and she has to join her family in Bijnore. I saw her leaving Howrah on 13:50 by the train.Since,I could not go,we opted for 3A ticket and it was only available as all trains remain full until May 2nd. We could not manage a return ticket as she has to look for Tatkal on her return.

ये है इंडिया मेरी जान : भाजपाइयों ने स्टेशन पर कराया बैंड बाजा डांस… सुनिए स्टेशन मास्टर का अदभुत बयान

नीचे दो वीडियो लिंक हैं. पहले में बलिया के सुरेमनपुर रेलवे प्लेटफार्म पर बैंड बाजा डांस है. दूसरे में इस डांस और भीड़ पर स्टेशन मास्टर सुरेमन पुर टीएन यादव का बयान है. बलिया के सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर स्टेशन मास्टर की मौजूदगी में हुआ डांस चर्चा का विषय बन गया है. हजारों लोगों ने बिना प्लेटफार्म टिकट लिये स्टेशन पर नाच का खूब मजा लिया. जनता ने खुश होकर नाचने वाली को पैसे भी खूब दिए.

‘न्यूज24’ का खुलासा : शौचालय के पानी से ट्रेनों में पक रहा है खाना!

न्यूज चैनल ‘न्यूज 24’ ने ‘अच्छे दिनों’ की पोल खोल दी है. रेल व्‍यवस्‍था में सबकुछ बदल डालने का दावा करने वाली केंद्र सरकार के शासन तले संचालित ट्रेनों में शौचालय के पानी से खाना बनाया जा रहा है. ‘न्यूज24’ न्यूज चैनल की पड़ताल में रेलवे की यह ‘डर्टी पिक्‍चर’ सामने आई है जिसे देखकर जनता हैरान है. मामला मुंबई से दिल्‍ली आने वाले पश्चिम एक्‍सप्रेस का है. इस ट्रेन में जिस पानी का इस्‍तेमाल शौचालय में किया जाना था उससे खाना बनाया जा रहा था.

भागवत साहब, “भारतीय रेलवे” को “हिंदू रेलवे” घोषित कर दें….

Sumant Bhattacharya :  मैं भारतीय रेल के बहाने श्रीयुत मोहन भागवत साहब के नाम खुला पत्र लिखना चाहता हूं। आदरणीय भागवत जी से मेरी अपील है कि वो भारतीय रेलवे को हिंदू घोषित करें। क्यों..? क्यों की इस पीड़ा का लेखाजोखा आपके सामने है। रेलमंत्री सुरेश प्रभु के साथ बातचीत के लिए दिल्ली के ताज पैलेस में ज़ी टीवी ने एक कार्यक्रम रखा था। ज़ी के एडिटर सुधीर चौधरी ने सुरेश प्रभु के आगमन के पहले कहा, “आज इस कार्यक्रम में भारत (मेरी नजर में दिल्ली भी नहीं) के श्रेष्ठ दिमाग मौजूद हैं, और मुझे उम्मीद है कि जब रेल मंत्री यहां से जाएंगे तो उनके सामने एक अलग ही “ब्लू प्रिंट” होगा।“ सुधीर के ये शब्द मेरे मन में काफी उम्मीद जगा गए। बहरहाल, भारतीय ट्रेन की तरह रेल मंत्री भी लेट हुए।

जब रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘कड़वी दवा’ पिला दी!

खर्चे कम करने के लिए नसीहत देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक जब रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा द्वारा फिजूलखर्ची किए जाने का मामला पहुंचा तो उन्होंने मनोज सिन्हा को ‘कड़वी दवा’ पिलाने में देर नहीं की. कहा जा रहा है कि इस दवा के पीने के बाद मनोज सिन्हा आगे से आइंदा ऐसी हरकत नहीं करेंगे. पूरा मामला क्या है, इसके बारे में विस्तार से आउटलुक हिंदी मैग्जीन में खबर का प्रकाशन किया गया है. वहीं की खबर की कटिंग करके यहां प्रकाशित किया जा रहा है… पढ़ें….

शताब्दी और राजधानी का किराया पिछली सरकार के मुकाबले ड्योढ़ा हुआ, सुविधाएं निल, नाश्ते-भोजन की क्वालिटी जस की तस

आज रिजर्वेशन कराया। यकीनन रेलवे कर्मचारियों का मिजाज सुधरा है पर रेलवे का मिजाज बिगड़ा है। शताब्दी व राजधानी का किराया डॉक्टर मनमोहन सिंह के जमाने से करीब-करीब ड्योढ़ा हो गया है। और सुविधाएं निल। नाश्ते व भोजन की क्वालिटी जस की तस है। वही पुराने दो पीस ब्राउन ब्रेड के और उतने ही बासी कटलेट नाश्ते में। मैले कप में घटिया-सी चाय और पनियल सूप।

पांच महीने में मोदी के रेल मंत्री सदानंद गौड़ा की संपत्ति दोगुनी हो गई

नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रियों ने अपनी संपत्ति का जो ब्योरा पीएमओ में जमा किया है, उसमें चुनाव के वक्त से अब तक में कुछ मंत्रियों की संपत्ति बढ़ गई है, तो कई की घट भी गई है। इलेक्शन वॉच की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, रेल मंत्री सदानंद गौड़ा की संपत्ति पांच महीने में 10 करोड़ से ज़्यादा बढ़ गई है। हालांकि रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने सफ़ाई दी है कि लोकसभा चुनावों के नतीजों से पहले उन्होंने लोन लेकर जो संपत्ति ख़रीदी उससे ये भ्रम हो रहा है। लोकसभा चुनावों के दौरान रेलमंत्री ने घोषणा की थी कि उनके पास कुल 9.88 करोड़ की संपत्ति है और अब पीएमओ को दिए ब्योरे में उनकी संपत्ति अब 20.35 करोड़ हो गई है। यानी पिछले पांच महीने में उनकी संपत्ति में 10.46 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है।

रेल में खेल (2) : बैकडोर से पैसे लेकर पैन्ट्रीकार तक में ठूंसने का जो काम हो रहा है वो किस अच्छे दिन का नमूना है?

Vineet Kumar : स्लीपर की टॉयलेट में 12-14 लोग घुसे हैं… पैंट्री कार में 1500-2000 रुपए लेकर घुसाया जा रहा है…. आप कह सकते हैं कि इतनी भीड़ में क्या व्यवस्था होगी भला? लेकिन जिनकी टिकट बहुत पहले से कन्फर्म है, वो अन्दर तक नहीं जा सके और ट्रेन गुजर गयी? ये सिर्फ भीड़ है फिर इसमें भ्रष्टाचार के भी अंश घुले हैं? मोदी सरकार क्या, इससे पहले की भी सरकार नागरिक सुविधाओं में तेजी से कटौती करती आयी है. लेकिन ये मौजूदा सरकार जो नागरिक को ग्राहक मानती है, उनके बीच प्रशासन नहीं मार्केटिंग के जाल बिछाना चाहती है लेकिन ग्राहकों को चूसने के मामले में धंधेबाजों और कार्पोरेट से भी दो कदम आगे निकल जाए तो उसे आप क्या कहेंगे?

370 एकड़ वन जमीन सौंपकर उद्योगपति अडानी का कुछ एहसान चुका दिया मोदी जी ने

Yashwant Singh : मुंबई मिरर में आज खबर है कि मोदी की सरकार ने अपने प्रिय उद्योगपति मिस्टर अदानी के गोंडिया पावर प्रोजेक्ट के लिए 370 एकड़ वन जमीन की स्वीकृति दे दी है. यानि 370 एकड़ जंगल की जमीन पर अब अदानी का अधिकार होगा और उनका पावर प्रोजेक्ट चलेगा. अदानी को इस प्रस्ताव पर स्वीकृति पूरे छह साल तक इंतजार के बाद मिली है. यानि जब मोदी जी केंद्र में आए हैं तभी अदानी के प्रस्ताव पर ओके की मुहर लग गई है. और, इस प्रकार अदानी साब ने मोदी के लिए चुनाव में जो जो किया, उसका छोटा सा एहसान मोदी जी ने चुका दिया है. पावर प्रोजेक्ट चले, बिजली बढ़े, इस पर किसी को एतराज न होगा. लेकिन सवाल वही है कि आम जन का भला करने के नाम पर आई मोदी सरकार सबसे तेजी से उद्योगपतियों की जेब भरने में लगी है.

रेल में खेल (1) : ‎मोदी ‎सरकार‬ को इस ब्लंडर की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी

Priyanka Dubey : हम फ्रीलांसर होकर भी हर छोटी से छोटी पेमेंट का एक चौथाई टैक्स भरते हैं. आम लोगों के टैक्स से सरकार काम करती है. हमारे खून पसीने की कमाई से ट्रेन चलाएंगे. और बैठेंगे उसमें प्रीमियम लोग? पहले ही जनरल डब्बे कम कर दिए गए हैं. अब सरकार यह चाहती है की गरीब अपने घर पैदाइश और मौत में न जा पाए? धीरे धीरे जनरल डब्बे खत्म कर दिए जाएंगे और स्लीपर में तत्काल का टिकट आम इंसान खरीद नहीं पाएगा. पूरा भारत व्यापारियों और उद्योगपतियों से भरा गुजरात नहीं है जो जन सुविधा के हर साधन के निजीकरण पर तुले हुए हैं. उम्मीद है कि ‎मोदी ‎सरकार‬ को अपने इस पोलिटिकल और स्ट्रेटेजिक ब्लंडर की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.

पत्रकार प्रियंका दुबे के फेसबुक वॉल से.

देखिए, रेलवे के इन सरकारी गुंडों को, बिना पैसे लिए यात्रा न करने देंगे, एक यात्री ने कर लिया स्टिंग (वीडियो)

Shovan Mitra : Dear friends last Saturday I have a very horrible experience while travelling by Darjeeling Mail on 28th September, 2014 .I had been to Kolkata to attend the last rite of my fr’nds mother’s. On my way back to NJP on 28th September.I had a Tatakl waiting ticket which was not confirmed and due to heavy Puja rush there was absolutely no place to sneak into general compartment too. Without having any option left with me at the last moment, I have to enter the coaches marked for the disabled persons as the same was totally empty.