साहित्य
अभिषेक श्रीवास्तव- मैनेजर पांडे: हिंदी के आखिरी गॉडफादर… एक बार विश्व पुस्तक मेले में मैनेजर पांडे एक मंचीय गोष्ठी में आए। प्रोग्राम खत्म होने...
Hi, what are you looking for?
अभिषेक श्रीवास्तव- मैनेजर पांडे: हिंदी के आखिरी गॉडफादर… एक बार विश्व पुस्तक मेले में मैनेजर पांडे एक मंचीय गोष्ठी में आए। प्रोग्राम खत्म होने...
दुष्यंत- राजस्थान साहित्य अकादमी की पत्रिका ‘मधुमती’ का अक्टूबर अंक गांधी अंक हैं। डॉ आरडी सैनी के अतिथि संपादन में।
सुदीप्ति- हंस साहित्योत्सव के तीसरे दिन हमारे समय की महत्वपूर्ण स्त्री कथाकारों के साथ ‘परंपरा और आधुनिकता के बीच की स्त्री’ विषय पर बातचीत...
पंकज चतुर्वेदी- निराला एवं महादेवी वर्मा…. “यह तस्वीर इलाहाबाद में, कटरा चौराहे पर स्थित लक्ष्मी टॉकीज़ (अभी बंद है) की है। महाकवि निराला, पृथ्वीराज...
पल्लव- दिल्ली। साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान ’स्वयं प्रकाश स्मृति न्यास’ ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वयं प्रकाश की स्मृति में दिए जाने...
तस्वीर सावन दूबे की है। ग़ाज़ीपुर जिले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पद पर हैं। वे बच्चों को एक दिन पढ़ाने लगे। लेकिन वे...
शशिभूषण- प्रतिभा प्रशिक्षण नहीं जन शिक्षण मैं कई महीनों से देख रहा हूं कि कात्यायनी और कविता कृष्णपल्लवी कवि लेखक पंकज चतुर्वेदी की ध्वंसात्मक...
आज दोपहर 3.20 पर पिता जी श्री शेखर जोशी का वैशाली, गाज़ियाबाद के पारस हॉस्पिटल में निधन हो गया।
विजय शंकर सिंह- अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल के शेयरों की वैल्यू जीरो हो गई है अतः इस कंपनी के शेयरों में कारोबार भी...
संदीप तोमर- पाखी के पिछले अंक में छपी कहानी “देह का गणित” के बाद कहानी की लेखिका और संपादक दोनों को सोशल मिडिया पर...
सुशोभित- मैंने सुना है, अज्ञेय मृत्यु शैय्या पर थे। चिकित्सक हाल पूछने आए। पूछा, क्या दर्द हो रहा है? उन्होंने कहा, हां। फिर पूछा,...
ऑनलाइन साहित्यिक पत्रिका तानाबाना में डॉ. मुकेश कुमार ने आर्थिक उदारीकरण के बाद देश में तेजी से उभरे मध्यवर्ग के बीच से निकले हिंदी...
पंकज चतुर्वेदी- सम्माननीय एवं प्रिय दोस्तो, यशस्वी कवि वीरेन डंगवाल की ‘प्रतिनिधि कविताएँ’ राजकमल प्रकाशन {Rajkamal Prakashan Samuh} ने आज जारी कर दी है।
सहारनपुर। सहारनपुर से प्रकाशित हिन्दी साहित्य की प्रतिष्ठित त्रैमासिक पत्रिका ‘शीतलवाणी’ने अपना जनवरी-जून 2022 (संयुक्तांक) अंक प्रख्यात कथाकार व कथेतर गद्य शिल्पी बलराम पर...
ज्योति कुमारी- यह किताब मेरे लिए बहुत खास है। गर्भावस्था के दौरान जब मैं बहुत परेशान थी अपने medical condition की वजह से तो...
वाराणसी। ‘भक्ति काव्य सम्पूर्ण जीवन का काव्य है। उसमें भूख, दुःख, पीड़ा, संताप और उदासी के कई बिम्ब हैं। भक्ति काव्य सत्ता और समाज...
चंद्रभूषण- एनपी सिंह की कविताएं… सत्ता के बीच से जनता को देखना… कवि नागेंद्र प्रताप सिंह का स्वर भारतीय परंपरा और व्यवस्था के प्रति...
प्रो.आनंद कुमार- (जेएनयू में प्रोफेसर और प्रसिद्ध राजनीति शास्त्री) ‘तुम्हारा नाम क्या है तिब्बत’ वरिष्ठ पत्रकार चंद्र्भूषण की यात्रा-राजनय-इतिहास-सुरक्षा को जोडनेवाली एक ताज़ा पुस्तक...
दया शंकर राय- कवि और निदेशक बद्रीनारायण : मार्क्सवाद से बरास्ता मायावती, मोदी महिमा गान तक का सुहाना सफर..! बस शाखा के यूनिफॉर्म के...
जे सुशील- बिंज एप पर मेरा उपन्यास हाउस हसबैंड की डायरी है. अभी तो फ्री है लेकिन कितने दिन ये किताब फ्री रहेगी इसकी...
रंगनाथ सिंह- ‘सभ्यताओं का टकराव और विश्व व्यवस्था का पुनर्संयोजन’ पढ़ने के बाद… सैमुएल हंटिंगटन ने 1992 में इस विषय पर एक लेक्चर दिया।...
हेमंत शर्मा- तो छप कर आ ही गयी ”देखो हमरी काशी”। जिसका आपको इन्तज़ार था। यह इतवारी कथा का संकलन है जिसे आपका भरपूर...
रवीश कुमार- गीतांजलि श्री के परिवार की जड़ें गोड़उर गाँव में जमी हैं। यह गाँव यूपी के ग़ाज़ीपुर ज़िले के मुहम्मदाबाद तहसील में पड़ता...
रंगनाथ सिंह- ‘हिन्दू दक्षिणपंथी’ राज में पहली बार एक हिन्दी लेखक को इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार मिला है। ‘हिन्दू दक्षिणपंथी’ राज में ही पहली बार...
अभिषेक श्रीवास्तव- आज की अप्रिय-अलोकप्रिय बात… अब हम लिखेंगे तो फिर कोई विघ्नसंतोषी बोल देगा। सुबह से बुकर बुकर पढ़ के दिमाग कुकर हो...
अभिरंजन कुमार- गीतांजलि श्री के हिंदी उपन्यास रेत समाधि के अंग्रेज़ी अनुवाद को बुकर पुरस्कार मिलना लेखिका की उपलब्धि हो सकती है, हिंदी की...
पूजा सिंह- गीतांजलि श्री को बुकर पुरस्कार मिलने पर हिंदी की दुनिया में जश्न का माहौल है और यह उचित ही है। गीतांजलि श्री...
Priya Darshan- १ सूक्तियों से- सूक्तियां बहुत चमकीली होती हैं, लेकिन वे अक्सर अर्द्धसत्यों से बनती हैं- उनके पीछे इच्छा ज़्यादा होती है, अनुभव...
शैलेंद्र प्रताप सिंह- आइये शिव बटोलवी जी की कहानी सुनाते है। मात्र 36 वर्ष ही ज़िंदगी पायी पंजाबी भाषा के विख्यात कवि शिव कुमार...
सौमित्र रॉय- जब फरवरी की ख़बर मई में वायरल होने लगे तो समझें सताए हुए लोग सरकार के ख़िलाफ़ बग़ावत कर रहे हैं।
शालिनी यदुवंशी- साहित्य की दुनिया को अपनी बपौती समझने और उसके आवरण को ओढ़ कर वास्तविक जीवन में लड़कियों को इस्तेमाल करने/उनका शोषण करने/अपनी...
कृष्ण कल्पित- कहानी क्या है, कोकशास्त्र का गुटका संस्करण है! ‘हंस’ के मई अंक में प्रकाशित चर्चित लेखिका रजनी मोरवाल की कहानी ‘कोका किंग’...
प्रिय दर्शन- “कौन जात हो भाई’- इस सवाल के साथ ‘बच्चा लाल उन्मेष’ ने कुछ अरसा पहले अपनी कविता से हिंदी संसार को जैसे...
रंगनाथ सिंह- अरविंद दास की वॉल से पता चला कि आउटलुक में आशुतोष भारद्वाज ने विनोद कुमार शुक्ल द्वारा राजकमल और वाणी प्रकाशन पर...
Pankaj Chaturvedi- आज आलोक धन्वा से मैंने पूछा : ‘एक दिन आपने बताया कि आप और आपके साथी कवि शमशेर बहादुर सिंह के दीवाने...
प्रभात रंजन- राही साहब की पुण्यतिथि आने वाली है- कल राही मासूम रजा की किताब ‘सीन 75’ के बारे में ट्विट देखा तो उनका...
Girish Malviya- उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी के बहुमत में आने का रास्ता बीएसपी ने बनाया…… बसपा ने यूपी की कुल 122 सीटों पर...
जयपुर । हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के संस्थापक-कुलपति श्री ओम थानवी ने शनिवार को अपने निजी संग्रह से 750 पुस्तकें और 350...
रंगनाथ सिंह- आज सुबह एक प्रौढ़ लेखक द्वारा एक 85 साल के बुजुर्ग लेखक काशीनाथ सिंह के लिए अपशब्द प्रयोग करने पर एक पोस्ट...
विष्णु नागर- निकारागुआ के महाकवि अर्नेस्टो कार्देनाल ने 95 वर्ष की उम्र में इस दुनिया से विदा ली थी। उनसे एक बार नई दिल्ली...
सुशांत झा- छठे चरण के बाद…
पंकज चतुर्वेदी- संघर्षधर्मी कवि आलोक धन्वा के यूक्रेन पर हुए रूसी हमले पर विचार… आज आलोकधन्वा ने कहा: “ये जो यूक्रेन पर हमला किया...
अशोक प्रियदर्शी- सचमुच। पंकज सुबीर की दस कहानियों का ताजा संकलन ‘हमेशा देर कर देता हूँ मैं’ मुझे मिला, तो एक-दो दिन तक इसे...
Parag Mandle- कुणाल सिंह के संपादन में प्रकाशित कहानी पर केंद्रित पत्रिका वनमाली का पहला अंक मिला। कुणाल इससे पहले रवींद्र कालिया जी के...
Anil Kumar Yadav– कॉफी हाउस में दो ग्रामीण नखलऊ कॉफी हाउस के यादगार दिन थे. गरमी की एक दोपहर दूधनाथ सिंह (जिन्हें मैं हिंदी...
चंद्र भूषण- चार जीवों की संगति… हाथी के ऊपर बंदर और बंदर के ऊपर खरगोश। ऐसी पेंटिंग मुझे तिब्बत में कई जगह दिखी थी।...
महेश मिश्रा- जॉन स्टाइनबेक का क्लासिक The Grapes of Wrath पढ़ा। 1938-39 में यह उपन्यास आया था और 1929 की महामन्दी की पृष्ठभूमि पर...
सुशोभित- कारावास के रेखाचित्र… वर्ष 1849 में जब फ़्योदोर दोस्तोयेव्स्की को साइबेरिया में सश्रम कारावास की सज़ा सुनाई गई, तब पहले ही उनके चार...
प्रभात रंजन- कोरोना काल को लेकर कई किताबें पढ़ी। अंग्रेज़ी नमिता गोखले का उपन्यास ‘ब्लाइंड मैट्रियार्क’, प्रवीण कुमार का उपन्यास ‘अमर देसवा’ लेकिन देवेश...
अत्याचारों के खिलाफ सफल संघर्ष गाथा है ‘भरतपुर का सूरजमल’ औरंगजेब व आक्रांता अब्दाली के अत्याचारों के खिलाफ सफल संघर्ष गाथा है किताब में...
Sanjay Kumar Singh- दलित का खाना, पीना, पाना और पाबंदी बच्चा लाल उन्मेष की यह कविता इंस्टाग्राम पर आई और आधे घंटे में हटा...
Yashwant Singh- आज (9 जनवरी) अनिल कुमार यादव का जन्मदिन है। मीडिया में मेरा आना, लिखना-पढ़ना सीखना, एक क्रीएटिव/डेस्ट्रक्टिव ईगो रखना, डाउन टू अर्थ...
अभिषेक उपाध्याय- TV9 भारतवर्ष की खबर पर फिर लगी मुहर। कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने दिया इस्तीफा।
जे सुशील- अशोक पांडे (हलद्वानी वाले, रामनगर वाले, पहाड़ वाले आदि आदि) से मैं आज तक नहीं मिला हूं लेकिन ज़िंदगी की कई सारी...
प्रियवर, इस समय देश भर में जो हो रहा है उसकी भीषण सचाई से आप, सृजनकर्मी होने के नाते, अच्छी तरह से परिचित हैं।...
दिनेश चौधरी- ‘शहरनामा जबलपुर’ पर ज्ञानजी… ज्ञानजी से ‘शहरनामा जबलपुर’ की भूमिका लिखने का आग्रह करना मेरे लिए कठिन था। बोलने-बतियाने में अब भी...
प्रयागराज। तलब जौनपुरी की शायरी में अदब की विरासत सही रूप में दिखाईदेती है। तलब जौनपुरी बह्र, ज़बान और बयान, ख़्यालो-फिक्र, मजमूनबंदी औरआफ़रीनी के...
कोलकाताः सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा भारतीय भाषा परिषद के सहयोग से आयोजित 27 वें हिन्दी मेला में सुपरिचित साहित्यकार और पत्रकार डॉ.अभिज्ञात के कविता...
SAKSHI JOSHI- 3 idiots का चमत्कार वाला सीन साक्षात. जहां जहां इलाहाबाद था वहाँ REPLACE ALL करके प्रयागराज कर दिया गया तो नतीजा ये...
मीठेश निर्मोही- जोधपुर । विख्यात संपादक – लेखक तथा हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय ,राजस्थान जयपुर के कुलपति ओम थानवी ने कहा कि...
ARCHANA KUMARI– पुस्तक समीक्षा :- उपन्यास ‘the नियोजित शिक्षक’ हालाँकि मैं विज्ञान शिक्षिका हूँ, परंतु हिंदी उपन्यास ‘the नियोजित शिक्षक’ पढ़ने से लगा कि...
अशोक पांडे- जिस तेज़ी से संसार की सत्ता पर मूर्खों और पागलों का अधिकार होता जा रहा है, यह और भी जरूरी हो जाता...
Sangam Pandey- मेरे द्वारा संपादित ये दो किताबें पिछले महीने ही प्रकाशित हुई हैं। घनश्याम दास बिरला वाली किताब का नाम कुछ ऐसा है...
मंगलेश डबराल- पागल होने का कोई नियम नहीं हैइसलिए तमाम पागल अपने अद्वितीय तरीके से पागल होते हैंस्वभाव में एक दूसरे से अलगव्यवहार में...
प्रिय दर्शन- सोचा था, यह सूचना कल साझा करूंगा। लेकिन कुछ मित्रों ने आज ही इसकी जानकारी साझा कर दी। अच्छा ही किया। शुभस्य...
प्रिय दर्शन- राकेश कायस्थ का उपन्यास ‘रामभक्त रंगबाज़’ कल सुबह ही मिला था और आज अभी कुछ देर पहले पढ़ कर ख़त्म किया- बस...
गंगाप्रसाद ‘गुणशेखर’- नवगीत के समर्थ आलोचक और युवा नवगीतकार अवनीश सिंह चौहान के संपादन में आया हुआ ‘नवगीत वाङ्मय’ हमारे सामने है। इसमें मुख्य...
अरुण तिवारी- यह किताब भारत के बेहतरीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के प्रयोगो की एक अनुपम दस्तावेज है। इस किताब को पढ़ना चाहिए हर...
अनुराग पांडेय- कुछ दिनों पहले किसी ने “एनिमल फार्म” पढ़कर रिव्यू किया था। तब मैं इसे पढ़ ही रहा था। अभी आज ही पढ़...
डॉ मोहम्मद आरिफ- दीवाली मुबारक…. तमसो मा ज्योतिर्गमय…. दरबार ए मुग़लिया की दीवाली… दीवाली का आधुनिक कलेवर मुग़ल काल में ही निर्मित हुआ दीवाली...
निखिल कुमार- ओमप्रकाश वाल्मीकि की जूठन को बहुत दिनों से पढ़ने की लालसा थी जो कल जाकर पूरी हुई। यह एक ऐसी किताब है...
विकास मिश्र- शुक्रवार की रात से रविवार की शाम तक ‘पिशाच’ ने पकड़ रखा था। सुध-बुध छीन लिया था, रात की नींद, दिन का...
विकास मिश्रा- अनित्य नारायण मिश्र उर्फ बेबाक जौनपुरी देश के जाने माने कवि हैं। कोरोना काल में उन्होंने एक विलक्षण काम किया। पूरी रामायण...
अनिल यादव- मैने अरूण सिंह को साफ और ऊंचा इसलिए बोलने को कहा था क्योंकि मुझे लगा कि वह नोटबंदी पर मेरे एक लेख...
पंकज चतुर्वेदी- आज सुप्रसिद्ध आलोचक, कवि एवं ‘आलोचना’ के संपादक आशुतोष कुमार {Ashutosh Kumar} का जन्मदिन है। उनके लिए बहुत बधाई, अभिनंदन और शुभकामना!
अरुण सिंह- साफ भी और ऊंचा भी…. पत्रकार और लेखक अनिल यादव, अपने ‘सहजयोग’ टीप (फेसबुक) का सन्दर्भ लें, जिसमें तालियाँ बटोर रहे हैं….पहले...
अनिल कुमार यादव- “सहजयोग”… पहले तो यह कि हंस कथा सम्मान-2019 मेरी लंबी कहानी “गौसेवक” को मिला था. मशहूर कथाकार और तद्भव के संपादक,...
आनंद स्वरूप वर्मा- न्गुगी वा थ्योंगो का कालजयी उपन्यास ‘मातीगारी’ अब मराठी भाषा में भी उपलब्ध हो गया। अनुवाद नितीन सालुंखे ने और प्रकाशन...
लक्ष्मी नारायण शर्मा– झाँसी : विद्रोही स्वर के जनपक्षधर कवि, पत्रकार और लेखक प्रेम कुमार गौतम का पहला काव्य संग्रह छपकर आ गया है।...
अनूप शुक्ल- आज उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के पुरस्कार घोषित हुए। व्यंग्यकार मित्रों में से Subhash Chander जी को ढाई लाख रुपये का श्री...
रंगनाथ सिंह- हिन्दी भाषा में प्रतिशत की पुनर्बहाली का एक विनम्र प्रयास- दिल्ली आने के साल भर बाद इंटर्नशिप के लिए जनसत्ता अखबार में...
Vijendra Singh “parwaz”- साहित्यकार मनोज ‘मुंतशिर’ चोर कैसे? मनोज ‘मुंतशिर’ पर चोरी का इल्ज़ाम बेजा और ग़ैर मुनासिब है। If One day you feel...
दिल्ली 27 सितंबर 2021. साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान ’स्वयं प्रकाश स्मृति न्यास’ ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वयं प्रकाश की स्मृति में...
हिंदी की साहित्यिक पत्रिका ‘साखी’ ने कवि केदारनाथ सिंह की याद में वर्ष 2021 से दो युवा कवियों को हर साल ‘केदारनाथ सिंह स्मृति...
अणु शक्ति सिंह- चोरी के पकड़े जाने पर मनोज मुंतशिर जिस तरह राष्ट्रवादी होने का रोना रो रहे हैं, वह इग्ज़ैक्ट्ली वही है कि...
अविनाश दास- मैं मनोज मुंतशिर को नहीं जानता था। बाहुबली फ़िल्म आयी, तो पता चला इस फ़िल्म के हिंदी वर्ज़न के लिए मनोज मुंतशिर...
सिद्धार्थ ताबिश- इस धर्म की जाने कितनी हदीसें हैं जो संगीत को पूरी तरह से “वर्जित” ठहरती हैं.. और उसी का नतीजा है ये.....
Vinay Pandey- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता की गिरफ्तारी और जेल जाने की खबर। मेरी जानकारी के अनुसार यह भारतीय लोकतंत्र के...
प्रभात रंजन- ‘रेख्ता’ देखा तो पता चला आज राही मासूम रज़ा का जन्मदिन है. हिंदी में इस लिक्खाड़ लेखक का ठीक से मूल्यांकन नहीं...
रामकुमार सिंह- अगर लेखन ही आपकी आजीविका है! मैं पत्रकारिता से बाहर धकेला गया हूं। आज एक पेशेवर लेखक हूं। आज लेखन ही मेरी...
सौमित्र रॉय- न्यूज़ एजेंसी UNI में ट्रेनिंग के दौरान मैंने तब जिन दिग्गज पत्रकारों से खबर गढ़ना सीखा, उनमें जोसी जोसेफ सबसे पहले रहे।
प्रभात रंजन- अपराध कथा लेखन की जो परम्परा सुरेंद्र मोहन पाठक के साथ लुप्त होती जा रही थी उसको संजीव पालीवाल ने नए सिरे...
अनुराग अनंत- अनिल कुमार यादव कथाकारों के कथाकार हैं। ठीक वैसे जैसे कवियों के कवि होते हैं। मैं उन्हें गद्य के संस्थान की तरह...
अनिल कुमार यादव- लखनऊ में हमारा मिलना दो मोहभंगियों का मिलना था. कोई स्वप्न नहीं, कोई उम्मीद नहीं, सिर्फ हर लंबाई के डंक और...
दिल्ली। ‘हम भी इस घृणा, नफरत, छोटेपन और ओछेपन से बाहर निकल आएंगे और हम उस सफर को जारी रख सकेंगे जो मनुष्यता का...
हेमंत शर्मा- शम्भू मल्लाह… मेरा भी पाला अजब ग़ज़ब लोगों से पड़ा है। जीवन के ये वो मोती हैं जो मानवीय रिश्तों के गहरे...
हरीश पाठक- प्रख्यात कवि वीरेंद्र डंगवाल का आज जन्मदिन है।साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित वीरेंद्र जी यदि आज होते तो हम उनका 74वां जन्मदिन...
Samarendra Singh- राजेंद्र यादव जी हम तो मर-खप जाएंगे – मगर आप जिंदा रहेंगे! 1997-98 का कोई दिन होगा। IIMC के दिन थे। मैं...
वर्ष 2020-21 का ‘राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान’ जयश्री रॉय और प्रमोद राय को संयुक्त रूप से देने का फैसला किया गया है। साहित्यिक...
Prabhat Ranjan- जानकी पुल के मॉडरेटर के रूप में तरह-तरह के अनुभव होते हैं। कई अनुभव पहले साझा भी किए हैं। कई अनुभव ऐसे...
लखनऊ/ गोरखपुर। प्रेमचंद साहित्य संस्थान गोरखपुर द्वारा हिंदी के विलक्षण कवि देवेंद्र कुमार की स्मृति में घोषित देवेंद्र कुमार स्मृति कविता सम्मान कवि-लेखक-पत्रकार सुभाष...
अभिषेक श्रीवास्तव- जिन्हें मंत्रालय वितरण समझ नहीं आया, उनके लिए ये है ये पीस… सूचना एक खेल है। खेल-खेल में सूचना फेक हो सकती...
मेरठ से साहित्यिक पत्रिका ‘अविलोम’ का प्रकाशन प्रारंभ हुआ है। यह त्रैमासिक है। प्रथम अंक कहानी विशेषांक है।
रंगनाथ सिंह- रोज की तरह सुबह उठकर कॉफी पीकर फेसबुक खोलकर हिन्दी में बिन्दी पर पोस्ट लिखनी शुरू कर दी थी। कुछ सौ शब्द...
दिल्ली 20 जून। साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान ’स्वयं प्रकाश न्यास’ ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वयं प्रकाश की स्मृति में दिए जाने...
हिंदी दलित साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर सूरजपाल चौहान (20 अप्रैल 1955 – 15 जून 2021) का निधन अस्मितामूलक लेखन की बड़ी क्षति है। सूरजपाल...
Love is the ultimate gift in our lives. Love is the ultimate tragedy, too. Either way, it has too much power over us. To...
प्रेस रिलीज जनवादी लेखक संघ गुजराती साहित्य अकादमी की पत्रिका ‘शब्दसृष्टि’ में प्रकाशित संपादकीय में कथित ‘लिटरेरी नक्सल्स’ पर किये गए हमले की कठोर...
विनोद भारद्वाज- यादनामा : अशोक वाजपेयी पर मेरी इस शैली में संस्मरण लिखना आसान नहीं है। बरसों पहले उनकी किसी किताब के फ़्लैप में...
Satyendra PS- विनोद कापड़ी की किताब आई है “1232 : द लांग जर्नी होम”। जब प्रधानमंत्री ने पहली बार अचानक लाकडाउन की घोषणा की...
26 मई को ‘काला दिवस’ मनाने के किसान आंदोलनकारियों के आह्वान की हिमायत में चालीस आन्दोलनरत किसान संगठनों के साझा मंच, संयुक्त किसान मोर्चा...
अभिषेक श्रीवास्तव- हमारी प्रिय पत्रिका ‘समयांतर’ ने अपने मई अंक में हंस पत्रिका के संजय सहाय कृत ताज़ा संपादकीय को अविकल छाप दिया है,...
Krishna Kalpit- जब 2009 में पहल के 90 अंक निकालने के बाद ज्ञानरंजन ने इसे बंद करने की घोषणा की थी तो हिन्दी-संसार हतप्रभ...
कुछ पंक्तियां राजकुमार केसवानी– दोस्तों, यह ‘पहल’ का अंतिम अंक है। इस एक वाक्य को लिखने के लिए जितने साहस की आवश्यकता थी, उसे...
कुछ अतिरिक्त पंक्तियाँ ज्ञानरंजन- ‘पहल’ का अंक 125 हमारी और उसकी यात्रा का अब आख़िरी अंक होगा। अभी तक यह ख़बर अफ़वाहों में थी...
ईशमधु तलवार- ज्ञानरंजन जी का अभी-अभी फोन आया। बताया कि “पहल” का आने वाला 125 वां अंक, आखिरी अंक होगा! सुनकर अच्छा नहीं लगा,...
Priya Darshan- अजेय कुमार के संपादन में निकलने वाली पत्रिका ‘उद्भावना’ का कहानी विशेषांक आया है। इसके अतिथि संपादक हरियश राय हैं। कई पीढ़ियों...
उमेश चतुर्वेदी- अनामिका को लेकर हिंदी समाज में उत्साही हर्ष है..साहित्य अकादमी पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किए जाने की घोषणा के बाद वादों-विचारों और...
रवीश कुमार- 2020 का साहित्य अकादमी पुरस्कार अनामिका को मिला है। कविता की श्रेणी में अनामिका हिन्दी की पहली स्त्री कवि हैं जिन्हें यह...
दीपक कबीर- अनामिका जी मे एक स्टाइल है..वो जिसे हम “अदा” कहते हैं। इनका स्त्रीवाद ..तरक़्क़ीपसन्द खेमों के प्रगतिशील डिस्कोर्स को छूता हुआ भी...
अमितेश कुमार- “मैंने चार सालों से पुरस्कार लेना बंद कर दिया है। समाज ने मुझे बहुत कुछ दिया है। तो मुझे नहीं लगता कि...
ओम थानवी- अनामिका को साहित्य अकादेमी मिला। इस घोषणा का व्यापक स्वागत हुआ है। मुझे निजी ख़ुशी भी कम नहीं हुई है। उनकी कविताओं...
अणु शक्ति सिंह- अनामिका यूँ ही नहीं बना जा सकता है। अनामिका जी का अनूठापन उनके विस्तृत अध्ययन में है। उनकी सौम्यता में है।...
रंगनाथ सिंह- फहमीदा रियाज और अनामिका दो ऐसी लेखक हैं जिनके बोलने का अंदाज मैं कभी नहीं भूल पाता। दोनों एक लय में बोलती...