बिहार के गांव जमुनिया में पार्षद ने पहनाया लालू यादव को जूता

पश्चिमी चंपारण (बिहार) : पूर्वी चंपारण-मोतिहारी के जसौली जमुनिया गांव में पूर्व विधायक जमुना यादव की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधान पार्षद अनवर अहमद ने लालू यादव को जूता पहनने में मदद करते हुए देखा गया था।

पहले चित्र में कुर्सी पर बैठे लालू यादव, दूसरे चित्र में पार्षद से जूता पहनते हुए

Media Fraud : … तो उस न्यूज एजेंसी को बीस हजार रुपए देकर चटपट बनजाइए स्टेट ब्यूरो चीफ !

उस पत्रकारिता के जमाने लद गए, जब चप्पल घिसते-घिसते खबरची के पांव कब्र तक पहुंच जाया करते थे। वह भूखो मर जाता था मगर कत्तई वह अपने पेशे के ईमान और विश्वास से समझौता नहीं करता था। अब तो मीडिया में बाजीगरों की भीड़ सी उमड़ पड़ी है। पता चला है कि ‘आईएनआई’ (INI) नाम की कोई एजेंसी बीस हजार रुपए लेकर चाहे किसी को भी स्टेट ब्यूरो हेड बना दे रही है। 

भुक्तभोगी पत्रकार से मांगे गए पांच हजार रुपए की whattsapp chat की screenshot 

केजरीवाल ने छात्रों, मजदूरों, शिक्षकों को पिटवाकर बहुत गलत काम किया है

Abhishek Srivastava : कल दिल्‍ली सचिवालय के बाहर छात्रों, मजदूरों और शिक्षकों को पिटवाकर, उन पर आपराधिक मुकदमे लगाकर और जेल में डालकर आपने बहुत गलत काम किया है Arvind Kejriwal… मैं आपको निजी तौर पर कायदे का आदमी समझता था। अब ये मत कहिएगा कि दिल्‍ली पुलिस केंद्र के पास है, आपके पास नहीं।

बेटी की हत्या से मर्माहत दरभंगा जिले के जयकुमार झा का खुला पत्र… कृपया इनकी मदद करें…

Sub: Seeking your immediate attention towards the brutal murder of my daughter by her own husband

Respected Sir,

As I have taken a pen in my hand to convey the magnitude of my anguish to you, I am observing that my fingers are trembling and the rivulets of tears are gushing forth, drenching my whole face. Sir, I am a helpless father whose daughter had been hacked to death by her husband Dharmendra Jha purportedly on 2nd of March 2015. My daughter Puja Kumari was barely of 25 years old when the ugly clutches of death had taken her away from us. Uglier still, the murderer Dharmendra Jha still remains at large till date despite police conducting ostensible raids to trace him and other members of his family.

दिवाकर झा समेत कइयों को प्रमोशन, अजीत कांबोज की नई पारी

समाचार प्लस न्यूज चैनल के साथ अजीत कांबोज ने नई पारी की शुरुआत की है. उन्होंने देहरादून में ज्वाइन किया है. उधर, लखनऊ से खबर है कि जनवाणी अखबार के पत्रकार दिवाकर झा को मान्यता प्राप्त पत्रकार का दर्जा मिल गया है. दिवाकर को समूह संपादक यशपाल सिंह ने तरक्की और वेतनवृद्धि भी दी है. दिवाकर पहले सीनियर सब एडिटर थे. उन्हें अब डिप्टी चीफ एडिटर बना दिया गया है.

बीते एक-डेढ़ दशक से यही लोग पत्रकारिता के अगुआ भी हो गए हैं….

Dayanand Pandey : पत्रकारिता और ख़बर की समझ तो हमें पहले भी थी, आज भी है। लिखने-पढ़ने का सलीक़ा भी। लिखने-पढ़ने और समझ का फख्र भी। हां, लेकिन दलाली, भड़ुवई, लाइजनिंग, चापलूसी, चमचई, बेजमीरी, चरण-चुंबन आदि-इत्यादि का शऊर न पहले था, न अब है, न आगे कभी होगा। दुर्भाग्य से यह दूसरी तरह के लोग पहले भी काबिज थे पत्रकारिता पर लेकिन अब बीते एक-डेढ़ दशक से यही लोग पत्रकारिता के अगुआ भी हो गए हैं।

गोविंद पटेल ने पत्रकारिता को अलविदा कहा, जनसंपर्क की नौकरी शुरू करेंगे

Govind Patel : अपनों से अपनी बात… पत्रकारिता को अलविदा… आप इसे मेरे प्रोफेशन का तीसरा परिवर्तन मान सकते हैं। 1999 में इंजीनियरिंग में दाखिला नहीं मिलने के बाद मैंने अपने गांव धमधा में स्क्रीन प्रिटिंग का काम शुरू किया। उस दौरान हम लोगों ने रचनात्मक और सामाजिक कार्य के लिए संगम युवा क्लब गठन किया था। इन कार्यों के लिए मुझे जिला यूथ अवार्ड से 2003 में पुरस्कृत भी किया गया। तब लगा की जीवनभर इसी प्रिटिंग को व्यवसाय बनाकर रचनात्मक और समाजसेवा का काम करना है।

पत्रकार ने जीएम / एडिटर को पत्र लिखा- आपकी एक छोटी-सी हरकत औद्योगिक अशांति पैदा कर सकती है, जो संस्थान पर बहुत भारी पड़ेगी

श्री अभि‍मन्यु शर्मा जी,

महाप्रबंधक / संपादक

दैनिक जागरण, जम्मू।

महोदय,

मुझे आज फोन पर सूचना मिली है कि मेरे 50 हजार रुपये के लोन के संदर्भ में आप गारंटी लेने वाले मेरे सहयोगियों को प्रताडि़त कर रहे हैं। आपने उनसे यह झूठ भी बोला है कि लोन के संदर्भ में मुझे नोटिस जारी हो चुका है, जबकि उस संदर्भ में मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है। इस संदर्भ में आपका ध्यान निम्न बातो पर दिलाना चाहता हूं।

(पत्र लेखक पत्रकार श्रीकांत सिंह की फाइल फोटो)

दस-दस हजार रुपये लेकर अमर उजाला और दैनिक जागरण के रिपोर्टरों ने छपवाई झूठी खबर!

एटा (उ.प्र.) : जिले के मिरहची थाना क्षेत्र के गाँव जिन्हैरा में 70 वर्षीय एक व्यक्ति की बीमारी के चलते स्वाभाविक मौत हो गई, लेकिन अमर उजाला और दैनिक जागरण ने तो कमाल ही कर दिया। स्वाभाविक मौत को मौसम के पलटवार से फसल बर्बाद होने के सदमे से किसान की मौत होना दर्शा दिया। ऐसा करना उनकी कोई मजबूरी नहीं थी बल्कि इस तरह से खबर प्रकाशित करने के एवज में दस-दस हज़ार रुपये मिले थे। धिक्कार है, ऐसी पत्रकारिता पर! मीडिया पर कलंक हैं ऐसे पत्रकार!

Sexy और Hot कहे जाने से नाराज पूनम ने चैट किया सार्वजनिक, लगाई फटकार

Poonam Scholar : यदि मैं थोड़ी ठीक-ठाक दिखती हूँ या दिखना चाहती हूँ जैसे कि सम्भवतः दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति दिखना चाहता है तो क्या कोई गुनाह है? तो क्या मैं Sexy और Hot हो गयी? तो क्या मुझे खुद को कुरूप बनाकर रखना चाहिए? तो क्या मुझे खुद को कहीं छुपा लेना चाहिए? समझ नहीं आता लोग अपने भीतर की गंदगी को अपने भीतर क्यूँ नही रखते? क्यूँ हमेशा Sex हगने पर उतारू रहते हैं? क्यों गाहे-बगाहे चूतियापा करते रहते हैं?

‘विषबाण’ की महफिल में सारी रात हंसी-ठहाके और वाह-वाह

मथुरा (उ.प्र.) : ‘विषबाण’ साप्ताहिक की ओर से प्रायोजित अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन में उमड़े सैकड़ों श्रोताओं ने पूरी रात हंसी-ठहाकों में गुजार दी। इस दौरान साप्ताहिक की ओर से कई हस्तियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जादूगर आकाश के हैरतअंगेज करतबों से हर कोई दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर हो गया।

मां की हत्या के बाद इंसाफ के लिए भटक रहा देश का सेनानी, सरकार नहीं सुन रही, अब सोशल मीडिया से गुहार

नांदेड़ (महाराष्ट्र) : देश की रक्षा करने वाला सैनिक तीन वर्ष पूर्व अपने गाव के ही भू-माफिया से अपनी माँ को नही बचा सका. देश के सैनिको के प्रति हमारे देश का बच्चो-बच्चो में सम्मान है लेकिन पुलिस सैदव से ही मानवता को ताख पर रखकर कार्य करती है. कुछ ऐसा ही मामला है महाराष्ट्र के नांदेड जनपद थाना लोहा का. 

आजतक के रिपोर्टर ने बुलंदशहर में ‘प्रशासन, पुलिस और पत्रकार’ विषय पर परिचर्चा आयोजित कराई

बुलंदशहर में रविवार को ‘प्रशासन, पुलिस व पत्रकार’ विषय पर परिचर्चा की गई। कार्यक्रम में पत्रकारों का सम्मान किया गया। जनपद में तैनात रहे पूर्व जिला सूचना अधिकारी का सेवानिवृत्त होने पर विदाई सम्मान किया गया। लगभग तीन घंटे चले कार्यक्रम में जिला प्रशासन की तरफ से जिलाधिकारी बी.चन्द्रकला व पुलिस की तरफ से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव तिवारी व तीनों अपर पुलिस अधीक्षकों ने विचार रखे। कार्यक्रम में बीबीसी के पूर्व संवाददाता, राज्य सभा की मुख्य एंकर, लोकसभा के मुख्य एंकर, समाचार प्लस, राष्ट्रीय सहारा, हिन्दुस्तान, फोकस, सहारा समय टीवी चैनल आदि के पत्रकारों ने अपने विचार रखे।

आजतक उछला, इंडिया टीवी धड़ाम, तेज से पिछड़ा आईबीएन7

12वें हफ्ते की टीआरपी ने इंडिया टीवी और आईबीएन7 को बहुत दुख दिया है. इंडिया टीवी लगातार नंबर तीन पर है और उसकी चाहत अब नंबर एक पर आने की नहीं बल्कि नंबर दो पर पहुंचने की हो गई है. लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि इस चैनल पर मोदी का प्रवक्ता बनना इतना भारी पड़ रहा है कि यह तीसरे नंबर पर भी टीआरपी खो रहा है. इस हफ्ते कुल 0.8 की गिरावट इंडिया टीवी की टीआरपी में हुई है. लगता है कि अजीत अंजुम का इस चैनल से जुड़ना भी चैनल को नहीं भा रहा है. यही कारण है कि सभी की हर संभव कोशिशों के बावजूद चैनल का बंटाधार हो रहा है.

Challenges related to copyright, piracy and intellectual property rights

: 21st ABU Copyright Committee – Meeting& Forum :  The 21st ABU Copyright Committee Meeting and Forum is being organized by Prasar Bharati at The Lalit, Connaught Place, New Delhi. In the Inaugural ceremony of the Summit, Dr. A Surya Prakash, Chairman, Prasar Bharati addressed the delegates and emphasized on the challenges related to copyright, piracy and intellectual property rights.

ब्रेन हैमरेज से नहीं, जहर से हुई रामनरेश यादव के बेटे की मौत!

लखनऊ : मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र शैलेश की मौत के मामले में गुरुवार को नया रहस्योदघाटन हो गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शैलेश यादव की मौत जहर के कारण हुई है। शैलेस को लखनऊ स्थित अपने पिता के सरकारी आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में बुधवार को मृत पाया गया था। शैलेश का नाम करोड़ों रुपये के ‘व्यापम घोटाले’ में सामने आया था।

यूपी में किसान आत्महत्याओं का दौर और हरामी के पिल्लों द्वारा महान लोकतंत्र का जयगान

Yashwant Singh : कौन इनकी मौत को मुद्दा बनाएगा। ये ना पूंजीपति हैं। ये ना टीआरपी हैं। ये ना शहरी हैं। ये ना संगठित हैं। हम सब अपने अपने खेल में उलझे हैं और हम सबकी निहित स्वार्थी खेलकूद से उपजे अभावों की जेल में ये आम किसान कैद हैं। इस कैद की नियति है मौत। शायद तभी इनकी मुक्ति है। सिलसिला जारी है।  मनमोहन रहा हो या मोदी, माया रही हो या मुलायम। सबने पूंजी के खिलाडियों को सर माथे बिठाया। किसानों को सबने मरने के लिए छोड़ दिया। ये मरते थे। मर रहे हैं। मरेंगे। कभी बुंदेलखंड में। कभी विदर्भ में। जहाँ कहीं ये पाये जाते हैं वहीँ मौत का फंदा तैयार पड़ा है। कब कौन कहाँ लटक रहा है, हम सब नपुंसक की भाति चुपचाप इसका इंतज़ार कर रहे हैं। महान लोकतंत्र और अदभुत राष्ट्र की जयगान करने वाले हरामी के पिल्लों पर थूकता हूँ।

जनसत्‍ता में सब कुछ ठीक नहीं जान पड़ता है… कुछ तो गड़बड़ है…

Abhishek Srivastava : दिल्‍ली के मोतीलाल नेहरू कॉलेज में चल रही मीडिया संगोष्‍ठी के एक सत्र में कल जनसत्‍ता के पत्रकार मनोज मिश्र और डॉ. राजेंद्र धोड़पकर वक्‍ता थे। दोनों लोगों ने भाषा के मामले में प्रभाष जोशी और जनसत्‍ता को याद किया। मनोज मिश्र ने बताया कि कैसे जनसत्‍ता में प्रभाषजी ने पत्रकारिता की एक नई भाषा गढ़ी जिसकी बाद में सारे इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया ने नकल मार ली। आप आज का और 23 तारीख का जनसत्‍ता उठाकर देखिए, समझ में आ जाएगा कि पत्रकार खुद अपना अखबार क्‍यों नहीं पढ़ते हैं और अतीत के गौरव में जीना क्‍यों पसंद करते हैं।


अखबार या परचा? प्रधानमंत्री की कही बात को अपने मुंह में डाल लेना कौन सी समझदारी है भाई?

कौन नामजद- बाप या बेटा?


सहारनपुर में सहारा का कैमरामैन कई गंभीर आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया (देखें वीडियो)

यूपी के सहारनपुर जिले में मिशन कम्पाउंड की घटना है. देर रात सहारा का कैमरामैन जॉन और उसका एक साथी सलीम पानवाला ने तीन बच्चों की प्रेम वाटिका के पास पिटाई कर उनसे 600 रुपये छीन लिए. आरोप है कि जॉन ने बच्चों के मुंह में रिवॉल्वर लगा दिया था. इन तीनों में से एक बेटा देवेश त्यागी का है जो IBN7 के रिपोर्टर हैं और दूसरा बेटा शहर के नामी वक़ील जयकृत सिंह का पोता है.

केजरीवाल को ज्ञापन देने गए मजदूरों पर दिल्ली पुलिस का लाठी चार्ज

केजरीवाल सरकार को मज़दूरों से किये वादों की याद दिलाने दिल्‍ली सचिवालय पहुंचे दिल्‍ली के मज़दूरों पर दिल्‍ली पुलिस ने बुरी तरह लाठीचार्ज किया, बुरी तरह आंसू गैस के गोले छोड़े और दौड़ा-दौड़ाकर मज़दूरों, महिलाओं को पीटा। बहुत से लोगों को काफी चोटें आई हैं, कइयों के सिर फूट गये हैं। शांति पूर्वक अपनी बात को मुख्य मंत्री तक ले जाने के इरादे से आये दिल्ली भर के मजदूरों और आम मेहनतकश जनता को वहशी तरीके से पीटा गया।  

हाशिमपुरा कांड : नाइंसाफी पर जवाब दें अखिलेश और मुलायम सिंह

लखनऊ : हाशिमपुरा जनसंहार पर आए अदालती फैसले पर रिहाई मंच कार्यालय पर बुधवार को हुई बैठक में विभिन्न राजनैतिक व सामाजिक संगठनों ने अप्रैल में राजधानी लखनऊ में जन सम्मेलन करने व प्रदेश में जन अभियान चलाने का निर्णय लिया। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, मेरठ, हाशिमपुरा, मलियाना, कानपुर, बिजनौर समेत विभिन्न सांप्रदायिक हिंसा व जनसंहार पर जांच हेतु गठित आयोगों की रिपोर्ट को सरकार पर छिपाने का आरोप लगाते हुए सपा सरकार से तत्काल इन्हें सार्वजनिक करने की मांग की गई।

सुधांशु सिंह का हिंदुस्तान बनारस से इलाहाबाद तबादला, मिली नई जिम्मेदारी

इलाहाबाद : हिंदुस्तान अखबार वाराणसी से सुधांशु सिंह का ट्रांसफर हिंदुस्तान अखबार की इलाहाबाद यूनिट में कर दिया गया है। वहां उन्हें मीडिया मार्केटिंग में एक नयी जिम्मेदारी मिली है। पिछले चार साल से वो हिंदुस्तान वाराणसी में अपनी सेवाएं अपकंट्री और सिटी में दे रहे थे। सुधांशु ने ईटीवी नेटवर्क से अलग होकर हिंदुस्तान …

यूपी : दरोगा भर्ती में लाखों की घूसखोरी, हाईकोर्ट में याचिका दायर

लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड द्वारा की गयी दरोगा भर्ती परीक्षा की कथित अनियमितता के सम्बन्ध में अभ्यर्थी कृष्ण मोहन सिंह और 4 अन्य ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की है.

लोकायुक्त की आपत्ति के जवाब में यूपी के मंत्री प्रजापति की 74 संपत्तियों की सूची पेश

लखनऊ : खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ दायर परिवाद में लोकायुक्त जस्टिस एन के मल्होत्रा ने 17 मार्च 2015 को शिकायतकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर को विभिन्न बिन्दुओं पर आपत्ति भेजते हुए 27 मार्च तक जवाब देने को कहा था. इनमें विशेषकर शपथपत्र पर परिवाद देने और परिवाद को सीपीसी के अनुसार सत्यापित करने के निर्देश शामिल थे. डॉ ठाकुर ने इस सम्बन्ध में सभी आपत्तियों का निस्तारण करते हुए अपना शपथपत्र कल ही प्रस्तुत कर दिया. उसमें उन्होंने प्रकरण में व्यापक जनहित में अवैध खनन से लूट-खसोट पर रोक के लिए शीघ्र जांच सम्पादित करने का अनुरोध किया है. साथ ही अमेठी निवासी महेंद्र कुमार से प्राप्त प्रजापति के वर्ष 2012 में मंत्री बनने के बाद उनके नाम पर अर्जित 74 कथित संपत्तियों की सूची भी सौंप दी है. पढ़िए लोकायुक्त को भेजा गया पत्र….

पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव नेटवर्क 18 के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में

नई दिल्ली : सीएनबीसी टीवी 18, सीएनएन आईबीएन, आईबीएन7 और ईटीवी के ब्रॉडकास्टर नेटवर्क18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट्स लिमिटेड ने देश की सेवानिवृत्त राजनयिक निरुपमा राव को अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल किया है। निरुपमा राव भारत की विदेश सचिव रह चुकी हैं और कोलंबो, बीजिंग व वॉशिंगटन में भारतीय मिशन की अगुवाई कर चुकी हैं। वे विदेश मंत्रालय की संयुक्त सचिव, प्रवक्ता भी रही हैं।

विद्यार्थीजी के शहर कानपुर में गिफ्ट और डग्गे की पत्रकारिता

कलम की ताकत हमेशा से ही तलवार से अधिक रही है और ऐसे कई पत्रकार हैं, जिन्होंने अपनी कलम से सत्ता तक की राह बदल दी। गणेशशंकर विद्यार्थी का नाम ऐसे ही पत्रकारों में गिना जाता है। देश के तमाम बुद्धिजीवी विद्यार्थी जी को कानपुर शहर की पहचान का प्रतीक मानते हैं। लेकिन उनकी कर्मस्थली पर अब गिफ्ट और डग्गे की पत्रकारिता हो रही है। डंके चोट पर अखबार मालिक तक जमीनों के सौदे में लिप्त हैं और ज्यादातर पत्रकारों के पास खेमेबाजी के चटखारों के सिवा जैसे पत्रकारिता से रत्तीभर वास्ता नहीं।

‘उमेश डोभाल पत्रकारिता पुरस्कार’ चयन का नहीं रहा कोई मापदंड!

उत्तराखंड में हर वर्ष 25 मार्च को प्रिंट और इलैक्ट्रॉनिक मीडिया के एक-एक युवा पत्रकार को उमेश डोभाल पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में ऐसे पत्रकारों को पुरस्कार से नवाजा जा रहा है, जिनका उत्तराखंड की पत्रकारिता में कोई खास योगदान ही नहीं है। हैरानी इस बात है कि कई पत्रकारों को मात्र दो या फिर तीन साल की पत्रकारिता करने पर ये पुरस्कार दिया जा चुका है, जबकि आयोजक इसे राज्य का सबसे बड़ा पुरस्कार करार देते हैं। प्रिंट के मुकाबले इलैक्ट्रानिक में ज्यादा बुरी स्थिति है। इलैक्ट्रानिक मीडिया में साल 2009 से ये पुरस्कार देने की परम्परा शुरू हुई थी।

सड़क हादसे में पत्रकार घायल

प्रतापगढ़ : सड़क दुर्घटना में पत्रकार रमेश त्रिपाठी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिविल लाइंस निवासी रमेश त्रिपाठी बुधवार दोपहर के वक्त विकास भवन से लौट रहे थे। सीएमओ आवास के पास बाइक अनियंत्रित होने से पलट गई। इतने में पीछे से आलू लाद कर आ …

देखते हैं, ‘मजीठिया’ से बचने को किस हद तक गिरता है जागरण

चलो करते हैं न्याय की बात। दैनिक जागरण का कार्मिक प्रबंधक रमेश कुमार कुमावत खुद प्रताड़ना का शि‍कार हो रहा है। यह मैं नहीं कह रहा हूं, ये साक्षात माननीय कुमावत जी के ही वचन हैं। मैं नोएडा के सेक्टर-छह स्थि‍त कार्यालय में पुलिस अधि‍कारियों से मिलने गया था कि वहां रमेश कुमार कुमावत जी से मुलाकात हो गई। वह मुझसे कहने लगे-भइया मुझे क्यों फंसा दिया।

कन्नड़ के प्रसिद्ध लेखक चिदानंद मूर्ति को सीएम के सामने घसीट ले गई पुलिस

बेंगलुरु : प्राचीन काल के कवि देवरदासी मैया के जन्मदिन के मौके पर कर्नाटक विधानसभा के बैंक्वेट हॉल में एक कार्यक्रम चल रहा था। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ-साथ कई वरिष्ठ नेता और मंत्री वहां मौजूद थे।

अरे, ये क्या कर रहे हैं हरिवंश जी, आपसे तो ऐसी उम्मीद नहीं थी!

मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर हम लोगों की अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में पहली सुनवाई 27 मार्च 2015 को है. याचिका दायर करनेवाले प्रभात खबर के आठ लोगों में फूट डालने की प्रबंधन भरसक कोशिश कर रहा है. इस हरकत पर मीडिया कर्मियों में भारी रोष है। उन्हें सबसे ज्यादा कष्ट इस बात का है कि हरिवंश जैसे संपादक उनकी एकता तोड़ने में स्वयं जुट गए हैं। 

भास्कर जयपुर के संपादक की प्रताड़ना से तंग आकर इस्तीफा

जयपुर : दैनिक भास्कर जयपुर में 18 साल से कार्यरत मुख्य उपसंपादक रामबाबू सिंघल ने संपादक एल पी पंत की प्रताड़ना से तंग आकर अपना इस्तीफा एम डी सुधीर अग्रवाल को भेज दिया है। उन्होंने एम डी को भेजे अपने पत्र में कहा है कि एक पत्रकार के तौर पर कमर्ठता से सेवा दी है। पिछले कई दिनो से संपादक एल पी पंत उन्हें लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं।

वीमन जर्नलिस्ट डे पर स्त्री-विमर्श और पांच महिला पत्रकारों का सम्मान पांच अप्रैल को

जयपुर : महिलाओं के जीवन में होने वाले संघर्षों को रेखांकित करती व्याख्यानमाला में स्त्री संघर्ष पर विमर्श और चिंतन करने के लिए महिला मुद्दों की प्रखर लेखिका मैत्रेयी पुष्पा गुलाबी नगर आ रही हैं। नेक्सजेन की ओर से मनाए जाने वाले इंटरनेशनल वीमन जर्नलिस्ट डे के अवसर पर 5 अप्रेल 2015 को कानोडिया गर्ल्स कॉलेज में आयोजित व्याख्यानमाला में मैत्रेयी पुष्पा के अलावा ब्रॉडकास्ट एडीटर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेट्री एवं वरिष्ठ पत्रकार एन.के. सिंह ‘‘पत्रकारिता में महिलाओं की भूमिका, चुनौतियां एवं नये आयाम’’ विषय पर अपने विचार प्रकट करेंगे। 

बुधवार को इंटरनेशनल वीमन जर्नलिस्ट डे का लोगो जारी किया गया। 

… तो अब क्यों बिलख रहे हो साहित्य के माननीयों ?

कई बार समान सोच वाले मित्रों से एक मसले पर बात हुई है और हम सभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाए हैं। मसला यह कि तथाकथित मुख्यधारा के हिंदी मीडिया और हिंदी साहित्य का वर्तमान परिदृश्य- इन दोनों में अधिक पतित कौन है? यकीन मानिए, कई ‘महान बहसों’ के बाद भी हम इस प्रश्न का उत्तर नहीं खोज सके। 

सेक्शन 66 ए : ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ पर पत्रकारों की अभिव्यक्ति

दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने आईटी ऐक्ट के सेक्शन 66 ए को रद्द कर दिया है। इस फैसले पर कई वरिष्ठ पत्रकारों ने ट्विटर के माध्यम से अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं। उनका कहना है कि इस संबंध में दिशानिर्देश तो होने चाहिए लेकिन सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रतिबंध नहीं होना चाहिए।

नदीम अहमद काजमी ने बिल्डर से कांट्रैक्ट साइन करने की इच्छा के कारण प्रेस क्लब इलेक्शन टलवाया?

: Raise a voice against delay in elections and demand immediate elections : New Delhi : On March 23, 2015, the office bearers and managing committee of the PRESS CLUB OF INDIA (PCI) held a meeting in which it was decided to postpone the Club’s elections, which were originally scheduled to take place in March. 

इसलिए कोसता हूं एनडीटीवी को

किसी ने मुझसे पूछा था कि मैं एंटरटेनमेंट चैनलों, खासकर एनडीटीवी को इतना कोसता क्यों हूं, पत्रकार (तथाकथित) होने के बावजूद मीडिया को गाली क्यों देता हूं….तो आज इस सवाल का जवाब खोजा।

टीवी विज्ञापन ‘समय सीमा’ पर हाईकोर्ट में मामला टला

नई दिल्ली : दिल्ली हाईकोर्ट ने एक बार फिर से विज्ञापन समय सीमा मामले में सुनवाई 23 जुलाई तक स्थगित कर दी है। हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने से ट्राई को रोककर अंतरिम राहत तो दी है पर तेलुगू प्रसारक मा टीवी को राहत प्रदान करते हुए विज्ञापन समय सीमा को ‘उचित कदम’ बताया है। स्टार इंडिया, ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड, मल्टी स्क्रीन मीडिया, और टीवी18 ग्रुप ये चार प्रमुख प्रसारण नेटवर्क विनियमन का पालन कर रहे हैं।

वाह रे भारतीय पत्रकार, वहां भी…!

सिडनी के ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड पर विश्व कप सेमीफ़ाइनल में गुरुवार को भारत और मेज़बान ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत होनी है. गत दिनो कुछ भारतीय पत्रकारों ने स्टेडियम में ये कह कर दाखिल होने की कोशिश की कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट संघ से पिच के क्यूरेटर टॉम पार्कर का इंटरव्यू करने की इजाज़त मिल गई है. जबकि बाद में हकीकत कुछ और बताई जाती है।

विमर्श इस पर भी हो कि हम और आप, किस भारत से विमर्श करें?

मैं अपने पुराने कुलीग से मिला..जो इंडियन एक्सप्रेस में साथ थे..और फिर हिंदुस्तान टाइम्म में भी एडीटर्स रैंक में रहे। दसेक महीने पहले उन्होंने बेवसाइट पर अपनी कंपनी शुरू की थी. जो नए वेंचर्स के लिए एकमुश्त जानकारी देती है. साथ ही भारत के बारे में डेटा उपलब्ध कराती है।

मीडिया में भविष्य से बड़ी हैं वर्तमान की चुनौतियां

दिल्ली : कोंस्टीट्यूशन क्लब (सभागार) में गत दिनो वरिष्ठ पत्रकार स्व. आलोक तोमर की चौथी पुण्यतिथि पर आयोजित सेमिनार में देश के दिग्गज पत्रकारों ने हिस्सा लिया और आलोक तोमर को याद किया। सेमिनार का नाम “यादों में आलोक” तथा मुख्य विषय “मीडिया की भविष्य की चुनौतियां” था, जिस पर आम से लेकर खास तक ने अपने विचार रखे और आने वाली परिस्थितियों पर मीडिया जगत को आगाह किया। इस दौरान किसी ने मीडिया को कोसा तो किसी ने सराहा। मिलीजुली प्रतिक्रियाओं के बीच सेमीनार की शुरुआत हुयी।

पंजाब केसरी के रिपोर्टर मालवा पर लगे कई गंभीर आरोप

जगराओं : पहले ही कई विवादों में फंसे जगबाणी-पंजाब केसरी के पत्रकार अमरजीत सिंह मालवा फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार अमरजीत सिंह पर प्लाट पर कब्जा करने, झूठी खबरें छाप ब्लैकमेल करने और झूठे केसों मे फंसाने की धमिकयां देने के सनसनी खेज आरोप लगे हैं।

डॉक्यूमेंट्री ‘शपथ’ को मिला नेशनल अवॉर्ड

नई दिल्ली : वरिष्ठ पत्रकार और निर्देशक विनोद कापड़ी की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘शपथ’ को नेशनल अवॉर्ड मिला है. इसमें महिलाओं के लिए देश में शौचालय की कमी का मुद्दा उठाया गया था. विगत 8 मार्च को महिला दिवस के मौके पर एबीपी न्यूज ने इस डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण किया था. इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में महिलाओं …

गांधी की टेक

भारतीय समाज में पिता की मौजूदगी जितनी जरूरी होती है, शायद उनका नहीं रहना उन्हें और भी जरूरी बना देता है. ऐसे ही हैं हमारे बापू. बापू अर्थात महात्मा गांधी. आज बापू को हमसे बिछड़े बरसों-बरस गुज़र गये लेकिन जैसे जैसे समय गुजरता गया, उनकी जरूरत हमें और ज्यादा महसूस होने लगी. एक आम आदमी के लिये बापू आदर्श की प्रतिमूर्ति बने हुये हैं तो राजनीतिक दल वर्षों से उन्हें अपने अपने लाभ के लिये, अपनी अपनी तरह से उपयोग करते दिखे हैं. अब तो गांधी के नाम की टेक पर सब नाम कमा लेना चाहते हैं. मुझे स्मरण हो आता है कि कोई पांच साल पहले कोई पांचवीं कक्षा की विद्यार्थी ने सूचना के अधिकार के तहत जानना चाहा था कि महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का दर्जा किस कानून के तहत दिया गया? बच्ची का यह सवाल चौंकाने वाला था लेकिन तब खबर नहीं थी कि उसने अपने एक बेहूदा सवाल से पूरे समाज को गांधी की एक ऐसी टेक दे दी है जिसे सहारा बनाकर नाम कमाया जा सकता है अथवा विवादों में आकर स्वयं को चर्चा में रखा जा सकता है. 

महाराष्ट्र विधानसभा में उठी पत्रकारों को पेंशन और स्वास्थ्य सहायता की मांग

मुंबई : देश के अन्य राज्यों की तरह महाराष्ट्र में भी पत्रकारों को सरकार द्वारा पेंशन दिए जाने और उनके लिए स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू किए जाने की मांग मंगलवार को विधानसभा में उठी। बजट पर बोलते हुए बीजेपी के वरिष्ठ विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा ने सरकार से मांग की कि पत्रकार सरकार के कार्यों को जनता तक पहुंचाने का काम करते हैं, इसलिए सरकार को उनके बारे में भी नई योजनाएं शुरू करनी चाहिए।

दिनकर कुमार को रूस का अन्तरराष्ट्रीय पूश्किन सम्मान

मास्को : मानवीय सरोकारों के पैरोकार हिन्दी के जाने-माने कवि और अनुवादक दिनकर कुमार को रूस का अन्तरराष्ट्रीय पूश्किन सम्मान-2012 दिए जाने की घोषणा की गई है। रूस के ‘भारत मित्र समाज’ की ओर से प्रतिवर्ष हिन्दी के एक प्रसिद्ध कवि-लेखक को मास्को में हिन्दी-साहित्य का यह महत्वपूर्ण अन्तरराष्ट्रीय सम्मान दिया जाता है। इस क्रम में समकालीन भारतीय लेखकों में अपना विशिष्ट स्थान रखने वाले और कविता के प्रति विशेष रूप से समर्पित दिनकर कुमार को जल्द ही यह सम्मान मास्को में आयोजित होने वाले गरिमापूर्ण कार्यक्रम में दिया जाएगा।

‘राजस्थान खोज खबर’ में एक और पत्रकार की नौकरी गई

बाड़मेर : पत्रकारों से काम करवाकर उन्हें सैलेरी न देना और जलील कर नौकरी से हटा देना राजस्थान खोज खबर की पुरानी आदत है। एक और पत्रकार को इसी तरह सेवामुक्त कर दिया गया है। इस बार पत्रकार तरुण मुखी पर राजस्थान खोज खबर की बिना किसी पूर्व सूचना के गाज गिरी है। पीड़ित पत्रकारों …

तारकेश कुमार ओझा को श्रीमती लीलावती स्मृति सम्मान​

मथुरा : पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ हिंदी पत्रकार तारकेश कुमार ओझा को मथुरा से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक विषबाण ने श्रीमती लीलावती स्मृति सम्मान से सम्मानित किया है। यह सम्मान समारोह विगत 28 फरवरी को मथुरा में आयोजित किया गया था। यद्यपि इस अवसर पर ओझा उपस्थित नहीं हो सके लेकिन संस्थान की ओर से उन्हें …

नेशनल हेराल्ड अखबार मामले पर अब सुनवाई अप्रैल में, सोनिया ने समन अवैध करार दिया

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में उनके, राहुल गांधी और पांच अन्य लोगों के खिलाफ जारी समन अवैध थे और उन्होंने दावा किया कि अधिग्रहण प्रक्रिया में किसी के साथ धोखा नहीं किया गया।

अभिव्यक्ति की आजादी के लिए उठ खड़ी हुईं ये हैं दिल्ली की छात्रा श्रेया सिंघल

दिल्ली : कौन हैं श्रेया सिंघल? दिल्ली यूनिवर्सिटी में क़ानून की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने वर्ष 2012 में सूचना प्रौद्योगिकी क़ानून के सैक्शन 66ए के ख़िलाफ़ याचिका दायर की थी। उन्हीं की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अभिव्यक्ति की आजादी पर मंडरा रहे खतरे से सोशल मीडिया को बचाया है।

अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के अंतिम 10 में अमिताभ घोष

लंदन : इस साल के मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए अंतिम 10 लेखकों में अमिताभ घोष का नाम शामिल है। इसमें वह एकमात्र भारतीय लेखक हैं। अंग्रेजी भाषा के लेखन में योगदान के लिए उनको इसमें शामिल किया गया है।

अरुंधती रॉय की प्रशंसक भारतीय मूल की लेखिका पर साउथ अफ्रीका में हमला

साउथ अफ्रीका में अरुंधती रॉय और सलमान रश्दी की प्रशंसक एक भारतीय मूल की महिला साहित्यकार जैनब प्रिया डाला पर हमला कर दिया गया। हमले की वजह एक कार्यक्रम में सलमान रश्दी की प्रशंसा कर देना बताया जा रहा है। अपनी किताब ‘व्हॉट अबाउट मीरा’ लॉन्च करने जाते समय होटल से उनका पीछा कर रहे हमलावरों ने रास्ते में उनको भद्दी गालियां देते बुरी तरह पीटा.

मजीठिया के कारण सैलरी रोककर तीन माह से टरका रहा इंडिया न्यूज

अंबाला : ‘इंडिया न्यूज’ में कार्यरत हरेंद्र सिंह को पिछले 25 दिसंबर 2014 से आज तक अपनी सैलरी का एक धेला नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि प्रबंधन का दायित्व संभाल रहे कोई राबीन सर उनसे कहते हैं- ‘आदेश कर दिया गया है, जाकर ऑफिस से सैलरी ले लो’ और ऑफिस में एचआर वाले एकाउंट वालों से बात करने के लिए कहते हैं। अब कैसे अपनी सैलरी प्राप्त करें।

कूपनदुनिया.इन और रफ़्तार.इन ने मिलकर लांच किए हिंदी में कूपन

मुंबई : भारत की अग्रणी कूपन वेबसाइट कूपनदुनिया.इन ने देश के हिंदी इंफोटेनमेंट पोर्टल रफ़्तार.इन के साथ मिलकर एक अनोखी पहल करते हुए हिंदी भाषा में ऑनलाइन कूपन लॉन्च किये हैं। रफ़्तार.इन के यूजर्स “होमपेज” पर “कूपन टैब” के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग की डील्स, कूपन और ऑफर्स का लाभ ले सकते हैं। रफ़्तार पर उपलब्ध कराये जा रहे कूपन से यूजर्स मोबाइल रिचार्ज, सौंदर्य, फैशन, खेल, ट्रैवल आदि कई प्रकार के ऑफर्स अपनी जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं। कूपन का चुनाव करने के बाद यूजर्स ई-कॉमर्स साइट्स पर जा पाएँगे और दिए गए कोड के जरिये कम कीमत पर खरीदारी कर सकेंगे।

उधार खाए पत्रकार का आखिरी जवाब – ‘जो नंबर आपने डायल किया है, वह गलत है’ !

यह दुखद आपबीती है एक ऐसे शख्स की, जिसका कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी करते समय किसी सौरभ कुमार नाम के लंपट पत्रकार से पाला पड़ गया। जब कम्प्यूटर ऑपरेटर बसंत गांगले ने कुछ वर्ष पहले मोबाइल रिचार्ज करने की दुकान खोल ली तो सौरभ वहां से अपने और अपनी बहन के मोबाइल रिचार्ज कराने लगा। रिचार्जिंग की उधारी का यह सिलसिला वर्षों चलता रहा और अंततः गांगले की दुकान बंद हो गई। आखिरी बार उधारी मांगते समय गांगले के फोन पर सौरभ के मोबाइल से जवाब मिला – ‘जो नंबर आपने डायल किया है, वह गलत है।’ लंपट पत्रकार से पीड़ित बसंत गांगले ने अपनी दुखद आपबीती इन शब्दों में भड़ास4मीडिया को प्रकाशनार्थ प्रेषित की है…..  

दिल्ली से हिंदी की मासिक पत्रिका ‘द्वंद्व’ का प्रथम संस्करण लांच

दिल्ली : यहां से विगत पंद्रह मार्च को लांच हुई हिंदी की सुपठनीय मासिक पत्रिका ‘द्वंद्व’ का प्रथम संस्करण बाजार में आ चुका है। पत्रिका की सीएमडी हैं सुजाता सिंह और दस वर्षों तक न्यूज चैनल में काम कर चुके दिनेश कुमार इसके संपादक हैं। 

हिंदी की मासिक पत्रिका ‘द्वंद्व’ के प्रथम संस्करण का मुखपृष्ठ

मजीठिया आंदोलन : केस के बाद सेवामुक्ति पर मिलता है स्टे

मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई लड़ रहे पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार और नौकरी से निकालने की खबरें बेचैन कर देने वाली हैं। प्रेस मालिकों की ये गुस्ताखी कि पहले तो मजीठिया वेतनमान न दें और जो अपने हक के लिए लड़े, उसे परेशान करें।

रंग ला रही मेगा क्राइम शो WANTED की मुहिम, दबोचा गया कुख्यात जुगला

लखनऊ : सूबे में बढ़ रहे क्राइम के खिलाफ ‘समचार प्लस’ (samacharplus.com) की मुहिम और मेगा क्राइम शो WANTED के खाते में एक और कामयाबी दर्ज हो गई है. WANTED में शिकंजा कसने के बाद खूंखार अपराधी जुगेंद्र उर्फ जुगला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. जुगला की गिरफ्तारी नोएडा में हुई. जुगला पर 302 के तीन और 307 के सात मामले दर्ज हैं. 

गैंगरेप के आरोपी पत्रकार की जमानत मंजूर

मुंबई : मुबंई हाईकोर्ट ने धारावी क्षेत्र में चलती कार में एक महिला से गैंग रेप के मामले में गिरफ्तार एक पत्रकार की जमानत मंजूर कर ली। न्यायमूर्ति रेवती धेरे ने आदेश दिया है कि आरोपी एम. अंसारी को 15 हजार रूपये के मुचलके पर रिहा किया जाए. अदालत ने आरोपी को इस मामले में …

‘मीडिया विमर्श’ के गुजराती पत्रकारिता विशेषांक का विमोचन

रायपुर : भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ प्रदेश के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपने निवास पर जनसंचार के सरोकारों पर केन्द्रित पत्रिका “मीडिया विमर्श” के गुजराती पत्रकारिता विशेषांक का विमोचन किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर, पत्रिका के प्रबंध सम्पादक प्रभात मिश्र, संपादक मंडल की सदस्य डॉ सुभद्रा राठौर, वरिष्ठ पत्रकार अनिल द्विवेदी सहित युवा पत्रकार हेमंत पाणिग्राही, बिकास कुमार शर्मा, मनीष शर्मा एवं रोहित साहू उपस्थित थे।

मदन मोहन जोशी और श्यामलाल यादव को गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान

भोपाल : माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2012-13 के लिए दिये जाने वाले प्रतिष्ठित गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान की घोषणा कर दी गई है.  वर्ष 2012 के लिए यह सम्मान देश के जाने-माने पत्रकार मदन मोहन जोशी को एवं  वर्ष 2013 के लिए यह पुरस्कार प्रख्यात पत्रकार श्यामलाल यादव को प्रदान किया जायेगा। सम्मान समारोह का आयोजन 7 अप्रैल 2015 को भोपाल में किया जाएगा।

लेबर कमिश्नर की सुनवाई में भास्कर प्रबंधन फिर गैरहाजिर

जयपुर : लेबर कमिश्नर के यहां 24 मार्च को सुनवाई के दौरान भास्कर प्रबंधन की ओर से लीगल ऑफिसर सुमित व्यास ही पेश हुए। उन्होंने लेबर कमिश्नर से जवाब के लिए अप्रैल तक का समय मांगा। इस पर लेबर कमिश्नर ने मामले की गंभीरता को देख़ते हुये अधिक समय देने से इनकार कर दिया।

छह माह से सैलरी न मिलने पर सहारा के डिप्टी मैनेजर ने टॉवर से कूदकर जान दी

लखनऊ : राजधानी के कपूरथला स्थित सहारा टॉवर से सहाराकर्मी ने कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम प्रदीप मंडल है। वह सहारा में डिप्टी मैनेजर की पोस्ट पर थे। वह सहारा इंडिया भवन में क्रेडिट सहकारी सोसाइटी की शाखा में कार्यरत थे। उन्हें पिछले छह माह से सैलरी नहीं मिली थी और कर्ज से लदे हुए थे। घर में भारी आर्थिक संकट के कारण वह गहरे तनाव में थे।

दिल्ली में शोरूम के चेंजिंग रूम में लड़कियों के वीडियो बनाने वाला मैनेजर गिरफ्तार

नई दिल्ली : यहां लाजपत नगर में पुलिस ने एक शोरूम मैनेजर को गिरफ्तार किया है। उसने अपने शोरूम के चेंजिंग रूम में कैमरा लगा रखा था और वह महिलाओं के वीडियो बनाता था।

खुफिया सेवा कर्मियों ने भारतीय मूल के अमेरिकी पत्रकार की बचाई जान

अमेरिकी खुफिया सेवा के कर्मचारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुये व्हाइट हाउस में भारतीय मूल के एक अमेरिकी पत्रकार की जान बचा ली। पत्रकार को दिल का दौरा पड़ा था। व्हाइट हाउस में ‘व्हाइट हाउस साइंस फेयर’ कार्यक्रम को कवर करने गये सिख पत्रकार मंकू सिंह राष्ट्रपति बराक ओबामा के भाषण से ठीक पहले ईस्ट …

फेसबुक पर पोस्ट इसी कार्टून पर गिरफ्तार हुए थे असीम त्रिवेदी

अन्ना आंदोलन से जुड़े असीम त्रिवेदी को फेसबुक पर यूपीए सरकार के घोटालों को लेकर एक कार्टून पोस्ट करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। ‘भ्रष्टमेव जयते’ शीर्षक वाले इस कार्टून में संसद और राष्ट्रीय प्रतीक का मजाक उड़ाया गया था। असीम के खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया था। इस धारा के तहत गिरफ्तारी पर सबसे पहले विवाद 2012 में हुआ था, जब महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली शाहीन नाम की एक फेसबुक यूजर्स ने बाला साहेब ठाकरे की अंतिम यात्रा पर कमेंट किया था और उसे उसकी सहेली रीनू ने इसे लाइक किया था। दोनों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में दोनों को जमानत मिल गई।

असीम त्रिवेदी का विवादित कार्टून

तिब्बत को राजनैतिक सपोर्ट की जरूरत : जिग्मे

भोपाल : तिब्बत से चीन के कब्जे के हटाने को लेकर 136 तिब्बती आत्मदाह कर चुके हैं और इसी विस्तारवादी चीन ने तिब्बत के बाद भारत में भी समस्याएं पैदा करना शुरू कर दिया है। आग अभी आपके घर से दूर है, लेकिन सतर्क नहीं हुए तो यह आग आपके घर तक भी पहुंच जाएगी। इसलिए भारत की तरफ से तिब्बतियों को राजनैतिक सपोर्ट की जरूरत है। चीन के प्रति भारतीय नागरिकों को आगाह करते हुए उक्त उद्गार भारत-तिब्बत समन्वय कार्यालय के संयोजक जिग्मे त्युल्ट्रीम ने भोपाल में भारत-तिब्बत सहयोग मंच के बैनर तले आयोजित संगोष्ठी में व्यक्त किए।

बलात्कार मामले की फाइलें मिलने पर ही विकीलीक्स संस्थापक असांज पूछताछ को सहमत होंगे

जिनेवा : विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज के वकील ने कहा है कि उनका मुवक्किल लंदन में स्वीडन के अभियाजकों की पूछताछ के लिए सहमत होगा, लेकिन ऐसा उन्हें बलात्कार के मामले की जांच से संबंधित फाइलें मुहैया कराने के बाद ही हो पाएगा।

अधिकारियों के पीछे हटने से ‘खबरें अभी तक’ चैनल की हड़ताल टूटी

आखिरकार, “खबरें अभी तक”चैनल का वही हुआ, जिसका अंदेशा था। दो दिनो तक हड़ताल में शामिल होने के बाद चैनल के अधिकारियों ने दांव खेल दिया। प्रबंधन से कथित सांठ-गांठ कर आउटपुट हेड नितेश सिन्हा, इनपुट हेड मनीष मासूम, आउटपुट डिप्टी हेड पंकज कुमार आदि हड़ताल से पीठ दिखा गए। इससे पूर्व एडिर-इन-चीफ उमेश जोशी प्रबंधन से हिसाब-किताब निपटाकर संस्थान से अलग हो चुके हैं। मजबूरी वश अब बाकी आंदोलनकारियों ने भी समझौते का मूड बना लिया है।

भोपाल में पत्रकार मनोज वर्मा पर चार बाइकर्स ने किया जानलेवा हमला

भोपाल : एक स्थानीय अखबार में काम खत्म कर घर लौट रहे राजधानी के वरिष्ठ पत्रकार मनोज वर्मा पर चार बाइक सवारों ने सुभाष फाटक के पास डंडों से जानलेवा हमला कर दिया। उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं और दोनो हाथ टूट गए हैं। पुलिस मामला दर्ज कर घटना की छानबीन कर रही है।

हमले में घायल पत्रकार मनोज वर्मा

आठ साल बाद एमपी सरकार पत्रकार पवन विद्रोही हत्याकांड पर गंभीर, फैसले की उम्मीद जागी

भोपाल : आठ साल बाद पत्रकार पवन विद्रोही हत्याकांड के अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार ने एनआईए के अभियोजन अधिकारी सुभाष भट्टाचार्य को विशेष अभियोजन अधिकारी नियुक्त किया है। गौरतलब है कि पवन और उनके वाहन चालक की 31 जुलाई 2007 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

शहीद दिवस के बहाने ‘भगत, गांधी, अंबेडकर और जिन्ना’ पर सुमंत भट्टाचार्य ने छेड़ी गंभीर बहस

‘एक भी दलित चिंतक ने भगत की शहादत को याद नहीं किया’, अपने इन शब्दों के साथ शहीद दिवस के बहाने संक्षिप्ततः अपनी बात रखकर वरिष्ठ पत्रकार सुमंत भट्टाचार्य ने फेसबुक पर ‘भगत, गांधी, अंबेडकर और जिन्ना’ संदर्भित एक गंभीर बहस को मुखर कर दिया। भगत सिंह की शहादत को याद न करने के उल्लेख के साथ उन्होंने लिखा- ”गोडसे को तब भी माफ किया जा सकता है..क्योंकि गांधी संभवतः अपनी पारी खेल चुके थे। पर गांधी को इस बिंदु पर माफ करना भारत के साथ अन्याय होगा। भगत सिंह पर उनकी चुप्पी ने नियति का काम आसान कर दिया, ताकि नियति भारत के भावी नायक को भारत से छीन ले। यहीं आकर मैं गांधी के प्रति दुराग्रह से भर उठता हूं। पर जिन्नाह और अंबेडकर तो हिंसावादी थे..एक मुंबई में गोलबंद होकर मारपीट करते थे, दूसरे डायरेक्ट एक्शन के प्रवर्तक। इनकी चुप्पी पर भी सवाल उठने चाहिए। शाम तक इंतजार के बाद अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है, एक भी दलित चिंतक ने भगत की शहादत को याद नहीं किया…..क्यों..?”

बड़ा फैसला : सोशल मीडिया पोस्‍ट पर अब तुरंत जेल नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने धारा 66ए को खत्म किया

 नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने आईटी एक्ट की धारा 66ए को खत्म कर दिया है। अब सोशल मीडिया पर कुछ भी लिख देने पर तुरंत गिरफ्तारी नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने आईटी ऐक्ट के प्रावधानों में से एक 66 ए को निरस्त कर दिया। यह धारा वेब पर अपमानजनक सामग्री डालने पर पुलिस को किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने की शक्ति देती थी। जस्टिस जे चेलमेश्वर और जस्टिस आर एफ नरीमन की बेंच ने अपने फैसले में कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 ए से लोगों की जानकारी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार साफ तौर पर प्रभावित होता है। कोर्ट ने प्रावधान को अस्पष्ट बताते हुए कहा, ‘किसी एक व्यक्ति के लिए जो बात अपमानजनक हो सकती है, वह दूसरे के लिए नहीं भी हो सकती है।’ सर्वोच्च अदालत ने केंद्र के उस आश्वासन पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें कहा गया था कि कानून का दुरुपयोग नहीं होगा। बेंच ने कहा कि सरकारें आती हैं और जाती रहती हैं, लेकिन धारा 66 ए हमेशा के लिए बनी रहेगी।

मीडिया और सरकार दोनो कॉरपोरेट के कब्जे में, अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरा

गोरखपुर : 10वें गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल में प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति राय ने देश में अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरों की ओर इशारा करते हुए सरकारी सेंसरशिप को जनविरोधी करार दिया। उन्होंने महात्मा गांधी संबंधी अपने बयान के समर्थन में डॉ.अंबेडकर की किताब के कुछ अंश पढ़े। उन्होंने कहा कि गांधी हिंदुस्तान के पहले कॉरपोरेट एनजीओ थे। 

धारा 66-ए : सोशल मीडिया की आजादी पर आज फैसला सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कमेंट करने के मामले में लगाई जाने वाली आईटी एक्ट की धारा 66-ए का भविष्य (आज) मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट तय करेगा। सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आजादी से जुड़े इस विवादास्‍पद कानून के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद इस कानून के खिलाफ याचिका दायर की गई थी।

अब तो सारे संचार माध्यम बड़बड़िया बकैतों के कब्जे में

अब लगता है, सारे संचार माध्यम पूरी तरह से बकैतों के कब्जे में आ गए हैं। टीवी का कोई भी चैनल खोल लीजिये, वहां कोई न कोई आपको ज्ञान देता मिल जाएगा। ज्ञान मतलब, आध्यात्मिक से लगायत सांस्कृतिक और विज्ञान से लेकर खेल,राजनीति, खेती किसानी, यहां तक की खाना बनाने और कपड़े पहनने तक का।

भगत सिंह के विचारों को जन-जन की आवाज बनाने का संकल्‍प

लखनऊ : आज जब देश में कारपोरेट लूट और समाज को बाँटने वाली शक्तियों का बोलबाला है तो ऐसे में भगतसिंह के विचार आज पहले से कहीं ज़्यादा प्रासंगिक हो गये हैं और उन्‍हें जन-जन तक ले जाने की ज़रूरत है। पूँजीवादी विकास ने भगतसिंह की चेतावनी को सही साबित किया है कि गोरे अंग्रेज़ों की जगह काले अंग्रेज़ों के आ जाने से देश के मेहनतकशों की ज़िन्‍दगी में कोई बदलाव नहीं आयेगा।

ऋण अदा न करने पर नागार्जुन के अन्नपूर्णा स्टूडियोज़ पर बैंकों का कब्जा

मुंबई : तेलुगू अभिनेता नागार्जुन और उनके परिवार के स्वामित्व वाले अन्नपूर्णा स्टूडियोज़ को सार्वजनिक क्षेत्र की दो बैंकों ने अपने कब्ज़े में ले लिया है। स्टार इंडिया, प्रसारण कंपनी मा टीवी के अधिग्रहण के लिए सहमत हो गया है। 

बिजनेस टेलिविजन इंटरनेशनल की संपत्ति कुर्क करने का आदेश

दिल्ली : एडीशनल डिस्ट्रिक्ट जज जी. के. गौर ने बिजनेस टेलिविजन इंटरनेशनल लिमिटेड की दक्षिण दिल्ली के उदय पार्क स्थित संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है।  कंपनी सन 2000 में बंद हो गई थी। बाद में उसने कर्मचारियों को वेतन देने के आदेश का ठुकरा दिया था।

सुनंदा पुष्कर मर्डर केस में दिल्ली पुलिस के हाथ लगे महत्वपूर्ण कॉल रिकॉर्ड

नई दिल्ली : सुनंदा पुष्कर हत्याकांड की छानबीन के दौरान पुलिस को 100 घंटों के फोन रिकॉर्ड के रूप में एक अहम जानकारी हाथ लगी है। कॉल रिकॉर्ड को जांच के लिए भेजा गया है। आशंका है कि फोन से कुछ महत्वपूर्ण एसएमएस डिलिट किए जा चुके हैं। जांच में सब पता चल जाएगा। 

इंटरव्यू छापने का झांसा देकर जी न्यूज के रिपोर्टर ने झटक लिए ढाई हजार रुपए

नैनीताल (उत्तराखंड) : फिंगर पेंटर योगेश सिंह अधिकारी अधिकारी को उनका इंटरव्यू प्रकाशित कराने का झांसा देकर कथित जी न्यूज संवाददाता राजू पांडे ने ढाई हजार रुपए ले लिए। न इंटरव्यू छपा, न उसके रुपए वापस किए जा रहे हैं। योगेश अधिकारी बड़ा बाजार, 197/4, थाना मल्लीताल, नैनीताल के रहने वाले हैं।

यादव सिंह केस : यूपी सरकार ने स्वीकारी सीबीआई जांच की चिट्ठी

लखनऊ : यादव सिंह मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा दायर पीआईएल में उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश को भेजे पत्र दिनांक 24 फ़रवरी 2015 की प्राप्ति मंजूर कर ली है, जिसमें भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार से काले धन पर बने एसआईटी के आदेशों पर यादव सिंह मामले के सभी अभिलेख सीबीआई को देने के निर्देश दिए हैं.

एस्सार-मीडिया सांठ-गांठ मामले पर केंद्र और सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस

नई दिल्ली: एस्सार कंपनी के ई-मेल लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, सीबीआई और एस्सार को नोटिस जारी करते हुए छह हफ़्ते में जवाब मांगा है। एस्सार मामले में दायर जनहित याचिका के खुलासे ने कई दिग्गज पत्रकारों को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया था। एस्सार की सुविधाएं भोगने को लेकर कई वरिष्ठ पत्रकार संदेह के घेरे में आ गए थे।

असीमित दीवानी क्षेत्राधिकार के लिए शुरू हुआ अनोखा सत्याग्रह

दिल्ली : पिछले दिनो से दिल्ली जिला अदालतों में दीवानी मामलों के क्षेत्राधिकार को लेकर हड़ताल चल रही है। दूसरी ओर, कॉमर्शियल डिवीजन एंड कॉमर्शियल अपीलेट डिविजन ऑफ हाई कोर्ट्स एंड कॉमर्शियल कोर्ट्स बिल, 2015 को लागू करने पर अड़ी है। सरकार के इस रवैये के खिलाफ कड़कड़डूमा कोर्ट में एक अनोखे सत्याग्रह की शुरुआत की गई है। इस सत्याग्रह को नाम दिया गया है- ‘गेट वेल सून मिस्टर पीएम’ (GET WELL SOON Mr. PM)।

हुजूर! उन बयालीस लोगों के कातिल कौन?

 

वर्ष 1987 में मेरठ दंगे के दौरान हुए बहुचर्चित हाशिमपुरा कांड में 42 लोगों की मौत पर दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने सबसे पुराने पेंडिंग केस में फैसला देकर सभी 16 आरोपियों को बरी कर दिया। 3 आरोपियों की मौत फैसले से पहले ही हो गई। फैसला हैरानी व नाखुशी दे रहा है।

राष्ट्रीय सहारा से दो ने नाता तोड़ा

देहरादून : दैनिक समाचारपत्र ‘राष्ट्रीय सहारा’ छोड़ कर जाने वालो का सिलसिला कब थमेगा, ये तो उसका प्रबन्धन भी नहीं जानता है । बहरहाल, ताजा मामला देहरादून से छपने वाले राष्ट्रीय सहारा का है । आठ साल हो गया अखबार को शुरू हुए । इन आठ वर्षों में जितने लोग इससे जुड़े नहीं, दोगुने से ज्यादा लोगों ने इसको अलविदा कह दिया है । वैसे भी अच्छे लोग यहां टिके नहीं क्योकि इन्हें टिकाऊ लोग मसलन कमलेश्वर, नामवर सिंह नहीं, रणविजय और मनोज तोमर चाहिए ।

चर्च के साम्राज्यवाद का खुलासा करती किताब – ‘ऊँटेश्वरी माता का महंत’

मदर टैरेसा पर उठा विवाद अभी थमा भी नहीं है कि एक ईसाई संगठन से जुड़े कैथोलिक विश्वासी पी.बी.लोमियो की हाल ही में आई पुस्तक ‘ऊँटेश्वरी माता का महंत’ ने ईसाई समाज के अंदर चर्च की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल उठा दिये हैं। यह पुस्तक एक यीशु समाजी (सोसाइटी ऑफ जीजस) कैथोलिक पादरी (फादर एंथोनी फर्नांडेज), जिन्होंने अपने जीवन के 38 वर्ष कैथोलिक चर्च की भेड़शालाओं का विस्तार करने में लगा दिए, चर्च की धर्मांतरण संबधी नीतियों का परत दर परत खुलासा करती है और साथ ही चर्च नेतृत्व का फरमान न मानने वाले पादरियों और ननों की दुर्दशा को बड़ी ही बेबाकी से उजागर करती है।

रीता जोशी केस में गिरफ्तार निर्दोष लड़ेंगे न्याय की लड़ाई

लखनऊ : रीता बहुगुणा जोशी के घर आगजनी मामले में फर्जी फंसा कर गिरफ्तार किये गए पूर्णतया निर्दोष लोग अब अपनी न्याय की लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने यह निर्णय आज आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा उनके नीलमथा, कैंट स्थित आवास पर जा कर मुलाकात करने के बाद किया.

मजीठिया मांगने वाले पत्रकारों को ‘हिंदुस्तान’ सबक सिखाने लगा, दो को बाहर का रास्ता दिखाया

नई दिल्ली : दैनिक हिंदुस्तान अब मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशें लागू करने की मांग करने वाले पत्रकारों को सबक सिखाने पर उतर आया है। सूत्रों से पता चला है कि दो मीडिया कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। चार और को निकालने की तैयारी है। इस अंदर ही अंदर पत्रकारों में गुस्सा उबल रहा है।

पत्रकारों का चुनाव और ‘कत्ल की रात’ !

आपने अखबारों में अक्सर पढ़ा होगा, फलां चुनाव में बंटने के लिए आई दारू पकड़ी गई… मतदाताओं को रिझाने के लिए उम्मीदवारों ने दारू बांटा… कंबल बांटा…साड़ी, बिछिया और न जाने क्या क्या बांटे..। हर खबर के बाद चिंतन करने का मन भी किया होगा कि क्या हो गया है, लोकतंत्र का? मतदान के एक दिन पहले यह सारा खेल होता है…. इस एक रात को ‘कत्ल की रात’ कहा जाता है!

भारत के कथित स्‍वतंत्र मीडिया के लिए दो शब्‍द

माफ करेंगे । लोकशाही ,जनसत्‍ता और जनसरोकारों के कथित पहरुवे चौथा खंभा शायद अब लोकतंत्र को बचाने के लिए जरूरी अपने को पांचवां खंभा भी घोषित करने वाले मीडिया और मीडिया वाले राज्‍य सभा टीवी में मजठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों और माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बहस चलाने के बाद आप भी जागोगे कि अभी भी मालिकों के डंडे से डरते ही रहोगे। 

मजीठिया मुद्दे पर भड़ास की लड़ाई जारी : जागरण, पत्रिका समेत कई मामलों पर 27 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

मजीठिया वेतनमान न देने और सुप्रीमकोर्ट की अवमानना करने के कुछ और मामले 27 मार्च को अदालत में आने वाले हैं। इन मामलों में दो मामले आरसी अग्रवाल और एक मामला महेंद्र मोहन गुप्‍ता के खिलाफ है। मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर दायर सभी नई याचिकाओं, जिनमें भड़ास की तरफ से दायर याचिकाएं भी शामिल हैं, को एक जगह करके सुप्रीम कोर्ट में इनकी सुनवाई के लिए 27 मार्च तारीख तय किया जा चुका है.

संजय गुप्‍ता प्रकरण : क्या मीडिया मालिकों का चुनावी कदाचार अपराध नहीं?

राजनैतिक पार्टियाें और अधिकारियों के खिलाफ कानून का डंडा फटकारने वाला चुनाव आयोग जब मीडिया के खिलाफ कार्रवाई करने का समय आता है तो बंगले झांकने लगता है। पेड न्‍यूज के मामले में तो गजब तर्क का सहारा ले रहा है।

फेसबुक पर हुआ मनचलों को सबक सिखाने का इंतजाम

तिरुअनंतपुरम : फेसबुक पर महिलाओं को अभद्र ट्रॉल और आपत्तिजनक प्राइवेट मेसेज भेजने वाले अब सावधान हो जाएं। इस तरह का कारनामा आप पर उल्टा पड़ सकता है। केरल का एक फेसबुक पेज ‘सेक्सुअली फ्रस्ट्रेटेड मल्लू’ या SFM अभद्रता का शिकार हुई महिलाओं को एक मौका दे रहा है, ऐसे लोगों को लाइन पर लाने का। 

डिजिटल मीडिया की चुनौती महज ख़याली नहीं

पिछले एक दशक से पारंपरिक मीडिया को एक नए मीडिया से चुनौती मिल रही है जिसका डिलीवरी मैकेनिज़्म अलग है। जो इंटरनेट के जरिए पाठक और दर्शक तक पहुँचता है और प्रिंट तथा टेलीविजन से ज्यादा सक्षम है, खास तौर पर अपनी इंटरएक्टिविटी की वजह से। यह है नया मीडिया या डिजिटल मीडिया।

अरविन्द ‘आप’ को क्या हो गया ? – अब राकेश पारिख के निशाने पर केजरीवाल

AC कमरों और गाडियों का आराम छोड़कर जंतर मंतर पर बिना गद्दे और तकिये के बिताये वो दिन सचमुच यादगार है. ये वो दिन थे जब नींद 16 घंटे के बजाय 70 घंटे काम करने के बाद आती.

हाशिमपुरा : बेगुनाह कौन है इस शहर में कातिल के सिवा

निकल गली से तब हत्यारा, आया उसने नाम पुकारा, हाथ तौल कर चाकू मारा, छूटा लोहू का फव्वारा, कहा नहीं था उसने आखिर उसकी हत्या होगी? ( रघुवीर सहाय)। क्या दिव्य संयोग है कि जब कई हाई प्रोफाइल केसों में सरकार की पैरवी कर चुके वकील उज्ज्वल निकम खुलासा कर रहे थे कि सरकार ने अजमल आमिर कस्साब को कभी बिरयानी नहीं खिलाई, बल्कि उसके पक्ष में बन रहे माहौल को रोकने के लिए उन्होंने (निकम) ने यह कहानी फैलाई थी, ठीक उसके बाद मेरठ के हाशिमपुरा जनसंहार के 16 आरोपियों को दिल्‍ली की तीस हजारी कोर्ट ने बरी कर दिया। अदालत ने कहा कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कोई भी सबूत पेश नहीं किए जा सके।

‘अब भारत में ब्राह्मणों और बनियों के मीडिया की भूमिका तय होनी चाहिए’

गोरखपुर : फिल्म फेस्टिवल में भारतीय मीडिया पर उठे सवालों ने पहली बार इतनी गंभीरता से लोगों का ध्यान आकृष्ट किया है। पहले दिन अरुंधति रॉय ने भारतीय मीडिया को ब्राह्मणों और बनियों का मीडिया कहा तो दूसरे दिन सेंसरशिप और मीडिया पर गंभीर बहस में कई नामचीन फिल्मकारों, पत्रकारों  का कहना था कि आधुनिक मीडिया हमसे बहुत कुछ छिपा रहा है। इसमें सरकारें भी शामिल हैं। सच कहने से रोका जा रहा है। सजा दी जा रही है। दूसरे देशों की तरह भारतीय मीडिया की भूमिका तय होनी चाहिए। 

गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल में अरुंधति राय और तरुण भारती

पत्रकार ने लिखी सीएम शिवराज सिंह चौहान पर किताब

भोपाल : पत्रकार कृष्णमोहन झा ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर एक किताब लिखी है- ‘संकल्प सेवा समर्पण की त्रिवेणी शिवराज’। पुस्तक का प्रकाशन  सुदित पब्लिकेशन्स द्वारा किया जा रहा है। पुस्तक में अलग-अलग लेखों में मुख्यमंत्री के नौ वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों का चित्रण किया गया है।

पीएम-सीएम से आईपीएस अमिताभ की मांग, हाशिमपुरा कांड के पीड़ितों को मिले न्याय

लखनऊ : आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हाशिमपुरा के पीड़ितों को न्याय देने के लिए हर संभव कदम उठाने का निवेदन किया है.

न्यूज चैनल से जुड़े आरोपी की करीबी महिला ने पीड़ित छात्रा के पिता पर ही दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया

जयपुर/रांची : जयपुर के प्रतिष्ठित मेडिकल विश्वविद्यालय निम्स के चेयरमैन एवं एक न्यूज चैनल से जुड़े डॉ बी.एस. तोमर के खिलाफ रांची की एक लड़की ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाते हुए रांची के चुटिया थाने में मामला दर्ज कराया था. अब पता चला है कि डॉ तोमर की करीबी एक महिला ने पीड़ित छात्रा के पिता पर ही दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया है. 

‘खबरें अभी तक’ के मीडिया कर्मियों ने संघर्ष तेज किया, मांगें पूरी होने तक मोर्चे पर अडिग

”खबरें अभी तक”  चैनल के मीडिया कर्मी अपने हक के लिए दो दिनों से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन जिस संपादक पर चैनल कर्मियों का भरोसा होता है, उसने ही उन्हें रंग दिखा दिया है। एडिर-इन-चीफ उमेश जोशी अब अपने साथी कर्मियों का फोन भी नहीं उठा रहे हैं और साथ देने की जगह परिवारिक कार्यक्रम में मौज मस्ती ले रहे बताये गये हैं। कर्मचारियों को अंदेशा है कि वह बिजली के खोपचे के मालिक सुदेश अग्रवाल के साथ समझौता कर खिसक लिये हैं। छोटे कर्मी शोषण के खिलाफ रणनीति बनाकर रोजाना ऑफिस आ रहे हैं और प्रबंधन से अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। 

लेबर कमिश्नर को अपनी समस्या सुनाने के बाद आगे की रणनीति पर विचार विमर्श करते ‘खबरें अभी तक’ के कर्मी

इस्लामोफोबिया से भारतीय मीडिया को बचाने की जरूरत

संवाद के अवसर हों, तो बातें निकलती हैं और दूर तलक जाती हैं। मुस्लिम समाज की बात हो तो हम काफी संकोच और पूर्वग्रहों से घिर ही जाते हैं। हैदराबाद स्थित मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूर्निवर्सिटी में पिछली 17 और 18 मार्च को ‘मुस्लिम, मीडिया और लोकतंत्र’ विषय पर हुए सेमीनार के लिए हमें इस संस्था का आभारी होना चाहिए कि उसने इस बहाने न सिर्फ सोचने के लिए नए विषय दिए, बल्कि यह अहसास भी कराया कि भारत-पाकिस्तान की सामूहिक इच्छाएं शांति से जीने और साथ रहने की हैं।

हाशिमपुरा नरसंहार- उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास का एक काला अध्याय

जीवन के कुछ अनुभव ऐसे होते हैं जो जिन्दगी भर आपका पीछा नहीं छोडते। एक दु:स्वप्न की तरह वे हमेशा आपके साथ चलतें हैं और कई बार तो कर्ज की तरह आपके सर पर सवार रहतें हैं। हाशिमपुरा भी मेरे लिये कुछ ऐसा ही अनुभव है। 22/23 मई सन 1987 की आधी रात दिल्ली गाजियाबाद सीमा पर मकनपुर गाँव से गुजरने वाली नहर की पटरी और किनारे उगे सरकण्डों के बीच टार्च की कमजोर रोशनी में खून से लथपथ धरती पर मृतकों के बीच किसी जीवित को तलाशना- सब कुछ मेरे स्मृति पटल पर किसी हॉरर फिल्म की तरह अंकित है।

हाशिमपुरा के आरोपियों का बरी होना लोकतंत्र के लिए काला दिन

लखनऊ : रिहाई मंच ने 22 मई 1987 को मेरठ के हाशिमपुरा सांप्रदायिक हिंसा में पीएसी के जवानों द्वारा 42 बेगुनाह मुस्लिम युवाओं की हत्या के आरोपियों को तीस हजारी कोर्ट द्वारा बरी किए जाने की घोर निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र के लिए एक काला दिन बताया है। मंच ने कहा है कि इस फैसले ने एक बार फिर से यह साफ कर दिया है कि सामाजिक न्याय के नाम पर मुसलमानों का वोट लेकर समाजवादी पार्टी की सरकार जब भी सत्ता में आई, उसने सबूत इकट्ठा करने के नाम पर पीडि़तों से न केवल लफ्फाजी की, बल्कि आरोपियों का ही हित संरक्षण करते हुए इंसाफ का गला घोंटा। हाशिमपुरा के आरोपियों के बरी होने के इस फैसले ने सपा सरकार के अल्पसंख्यक विरोधी चरित्र को एक बार फिर से बेनकाब कर दिया है।

पत्रकार महेंद्र पाठक सम्मानित

भोपाल : बाल विवाह रोकने के लिए चलाए जा रहे ‘लाड़ो अभियान’ के तहत गठित कोर ग्रुप के माध्यम से अधिनयम का कड़ाई से पालन कराने वाले उड़नदस्ता प्रभारी पत्रकार महेंद्र पाठक को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनो आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित किया। उनको प्रशंसा पत्र व स्मृति चिह्न भेंट किया गया। इस दौरान परीयोजना अधिकारी चित्रा यादव और बालिका मुस्कान को भी सम्मानित किया गया।

सियासत तले दबे किसानों का दर्द कौन समझेगा ?

किसानों के हक में है कौन, यह सवाल चाहे अनचाहे भूमि अधिग्रहण अध्यादेश ने राजनीतिक दलों की सियासत तले खड़ा तो कर ही दिया है। लेकिन देश में किसान और खेती का जो सच है उस दायरे में सिर्फ किसानों को सोचना ही नहीं बल्कि किसानी छोड़ मजदूर बनना है और दो जून की रोटी के संघर्ष में जीवन खपाते हुये कभी खुदकुशी तो कभी यू ही मर जाना है। यह सच ना तो भूमि अध्ग्रहण अध्यादेश में कही लिखा हुआ है और ना ही संसद में चर्चा के दौरान कोई कहने की हिम्मत दिखा रहा है। और इसकी बडी वजह है कि 1991 के आर्थिक सुधार के बाद से कोई भी राजनीतिक दल सत्ता में आयी हो किसी ने भी कभी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को लेकर कोई समझ दिखायी नहीं और हर सत्ताधारी विकास की चकाचौंध की उस धारा के साथ बह गया जहा खेती खत्म होनी ही है । फिर संयोग ऐसा है कि 91 के बाद से देश में कोई राजनीतिक दल बचा भी नहीं है, जिसने केन्द्र में सत्ता की मलाई ना खायी हो।

‘खबरें अभी’ तक चैनल पर लटका ताला, सभी कर्मचारियों की छुट्टी

आखिरकार ‘खबरें अभी’ तक चैनल पर पिछले दिनो ताला लटका ही दिया गया। शाम को दफ्तर पर एक नोटिस चस्पा कर चैनल बंद करने की सूचना कर्माचारियों को दे दी ही गई। जिस चैनल ने नवंबर में यह कह कर कर्माचारीयों को निकाल दिया था कि कंपनी का फिर से पुनर्गठन हो रहा है और इधर उधर कर कुछ चतुरसुजानों ने अपनी नौकरी बचा ली थी लेकिन इस बार मालिक ने ऐसे चाटुकारों को भी नहीं छोड़ा।

चैनल कार्यालय पर चस्पा प्रबंध का नोटिस 

उमेश डोभाल स्मृति एवं सम्मान समारोह 24-25 मार्च को पौड़ी में

रुद्रपुर (उत्तरांचल) : इस बार उमेश डोभाल स्मृति एवं सम्मान समारोह पौड़ी में होगा। 1989 में शराब माफिया ने प्रखर पत्रकार उमेश डोभाल की हत्या कर दी थी। उनकी याद में उमेश डोभाल स्मृति ट्रस्ट हर साल राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में समारोह का आयोजन करता है। इसमें पत्रकारिता, जनसरोकारों, साहित्य, कला, रंगकर्म आदि से जुड़े लोग सम-सामयिक और अन्य मुद्दों पर गंभीर विचार-विमर्श करते हैं और विविध क्षेत्रों में जनसरोकारी कार्य करने वालों को सम्मानित, पुरस्कृत किया जाता है। 24 एवं 25 मार्च को आयोजित होने वाले पत्रकार उमेश डोभाल रजत जयंती समारोह में गिरीश तिवारी ‘गिर्दा ’ जन कवि सम्मान  कवि निरंजन सुयाल को दिया जाएगा। इसके अलावा प्रिंट, इलैक्ट्रोनिक मीडिया में दिया जाने वाला पुरस्कार नेहा पंत, पंकज गैरोला और सोशल मीडिया में चंद्रशेखर कगरेती को विशिष्ठ सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। 

किसानों की तबाही पर यूपी सरकार संजीदा नहीं : रिहाई मंच

लखनऊ : रिहाई मंच ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों की बर्बादी से आहत किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या, दिल का दौरा पड़ने व सदमे से हो रही मौतों और मुआवजे के संदर्भ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा है। 11 सूत्रीय सवालों और 14 सूत्रीय मांगों वाले इस पत्र के माध्यम से प्रदेश सरकार की फसलों की बर्बादी की मुआवजा नीति और किसानों की आत्महत्या के बाद प्रदेश सरकार के गैरजिम्मेदाराना कार्यशैली पर सवाल उठाया गया है।

मीडियाकर्मी और उनके पत्नी-बेटे पर रॉड से हमला, गंभीर घायल, अस्पताल में भर्ती

जबलपुर (म.प्र.) : बेटे का मोबाइल चोरी जाने की शिकायत लेकर सपरिवार पहुंचे मीडिया कर्मी पर स्कूल प्रबंधन ने हमला कर दिया। रॉड से हुए वार से मीड़िया कर्मी, उसकी पत्नी तथा बेटा बुरी तरह घायल हो गए। घायल मीडिया कर्मी को इलाज के लिए विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। 

दूरदर्शन ने जीता मीडिया क्रिकेट का खिताब

लखनऊ : केडी सिंह बाबू स्टेडियम पर हिमांशु शुक्ला मेमोरियल मीडिया ट्वेंटी. 20 क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में सुधीर अवस्थी (69) और सी एस आजाद (नाबाद 45) की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत दूरदर्शन स्पोर्टस क्लब ने टाइम्स ऑफ इंडिया को 8 विकेट से पराजित कर खिताब अपने नाम कर लिया।

आत्महत्या के दिन डीके रवि ने 44 बार की थी अपनी महिला मित्र से बात

कर्नाटक के चर्चित आइएएस अधिकारी डीके रवि की रहस्यमय मौत के मामले ने आज एक नया मोड ले लिया. मीडिया में जिस तरह की खबरें आ रही हैं, उसके संकेत हैं कि एक मजबूत इच्छाशक्ति वाला अधिकारी भावुकता के भंवर में फंस गया. खबर है कि उन्होंने अपनी रहस्यमय मौत से पहले अपनी एक बैचमेट महिला आइएएस अधिकारी से फोन पर 44 बार बात की. यहां तक कि आत्महत्या से पहले रवि ने जो अंतिम टेक्स्ट मैसेज किया, उसमें भी लिखा, वी विल मीट इन ऑवर नेक्स्ट लाइफ यानी हम अब अपने अगले जीवन में मिलेंगे. हालांकि  उनकी मौत के बाद यह संदेह हो रहा था कि एक मजबूत शख्स जिसने माफियाओं के खिलाफ कभी कदम पीछे नहीं खीचे वह उनकी धमकी से कैसे जान दे देगा?

न्यूज चैनल एंटी-टेरर ऑपरेशन को लाइव न दिखाएं – आईबी

नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनल्स से आतंकीयों से निपटने वाले ऑपरेशन्स को लाइव नहीं दिखाने को कहा है। साथ ही बताया है कि इस तरह के आतंकियों से निपटने वाले ऑपरेशन्स पर जानकारी इसके पूरी होने के बाद ही दी जाए।

कोटा भास्कर गंदी हरकत पर उतरा, मजीठिया मांग रहे कर्मियों पर दर्ज कराई चोरी की रिपोर्ट

कोटा (राजस्थान) : मजीठिया मामले पर समझौता वार्ता के लिए श्रम कार्यालय में उपस्थित आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों के खिलाफ दैनिक भास्कर प्रबंधन ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। एफआइआर से पहले श्रम कार्यालय में प्रबंधन पक्ष के वकील ने उनसे दुर्व्यवहार करते हुए उन पर चोरी के आरोप लगाए। इससे कर्मचारियों में रोष है, साथ ही अपने साथ उन्होंने किसी बड़ी अनहोनी का अंदेशा भी जताया है। 

23 मार्च शहीद दिवस पर विशेष : निर्णायक संघर्षों के साथी बने रहेंगे भगत सिंह

भगत सिंह निर्णायक संघर्षों के साथी हैं। वह कल भी एक बेहतर मागदर्शक थे, आज भी है। संघर्ष हमारे व्यक्तिगत जीवन में बदलाव के लिए हो या राजनीतिक-सामाजिक व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन के लिए, शहीदेआजम हमेशा हमारे साथ कदम ताल करने के लिए तैयार खड़े दिखते हैं। उनका इंकलाब सड़ी-गली समाज-व्यवस्था में सब कुछ बदलने की बात करता है। खुद के व्यक्तिगत जीवन में वह कभी निराश नहीं रहे।

हमारे देश में ईमानदार अधिकारियों का हश्र

हमारे देश में ईमानदार अधिकारियों का क्या हश्र होता है, यदि इस पर गौर करें तो लगता है कि भारतीय लोकतंत्र में ईमानदारी सबसे बड़ा अपराध है। यह स्थिति शर्मनाक  तो है ही भयानक भी है बल्कि यह आतंकित करने वाली स्थिति है। यह न केवल भ्रष्टाचार बल्कि क्रूरता की पराकाष्ठा है। जिस देश में कानून के संरक्षक ही ऐसे हों उस देश का विकास कैसे सुनिश्चित हो सकता है। 

वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिन्दुस्तानी न्यू जर्सी के अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में इंटरनेट की भाषा पर व्याख्यान देंगे

इन्दौर। वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिन्दुस्तानी 3 से 5 अप्रैल 2015 को न्यू जर्सी में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में वक्ता के रूप में आमंत्रित किए गए है। वे हिन्दी इंटरनेट की भाषा विषय पर व्याख्यान और उपस्थित श्रोताओं के सवालों के जवाब देंगे। इस अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन का आयोजन न्यूू जर्सी की रटगर्स यूनिवर्सिटी में होगा। इस सम्मेलन में रटगर्स यूनिवर्सिटी, भारतीय दूतावास और हिन्दी संगम नामक संस्था मिलकर कर रही है।

चौथी पुण्यतिथि : आलोक तोमर की स्टाइल में आलोक तोमर को श्रद्धांजलि दी निधीश त्यागी ने

बड़े भाई आलोक तोमर को गुजरे चार बरस हो गए. कल बीस मार्च को उनकी चौथी पुण्यतिथि पर सुप्रिया भाभी ने कांस्टीट्यूशन क्लब में भविष्य के मीडिया की चुनौतियां विषय पर विमर्श रखा था. पूरा हाल खचाखच भर गया. अलग से कुर्सियां मंगानी पड़ी. सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में अगर सबसे अलग तरीके से और सबसे सटीक किसी ने आलोक तोमर को श्रद्धांजलि दी तो वो हैं बीबीसी के संपादक निधीश त्यागी. उन्होंने अपनी एक कविता सुनाकर आलोक तोमर को आलोक तोमर की स्टाइल में याद किया. ढंग से लिखना ही आलोक तोमर को सच्ची श्रद्धांजलि है, यह कहते हुए निधीश त्यागी ने ‘ढंग से न लिखने वालों’ पर लंबी कविता सुनाई जिसके जरिए वर्तमान पत्रकारिता व भविष्य की चुनौतियों को रेखांकित किया. कविता खत्म होते ही पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. बाद में अल्पाहार के दौरान कई लोग निधीश त्यागी से उनकी इस कविता की फोटोकापी मांगते दिखे. कविता (हालांकि खुद निधीश त्यागी इसे कविता नहीं मानते) यूं है, जो Nidheesh Tyagi ने अपने वॉल पर पब्लिश किया हुआ है…

महत्वपूर्ण कौन… किसान या क्रिकेट?

यह कतई आश्चर्य की बात नहीं है कि आजकल अखबार व दृश्य श्रव्य मीडिया का पहला समाचार क्रिकेट है, फिर राजनीतिक उठापटक और अपराध या फ़िल्मी सितारों की चमक दमक वगैरह। जंतर मंतर पर लाखों किसान देश के दूर दराज इलाकों से आकर अपनी समस्याएं बताना चाहते हैं लेकिन मीडिया लोकसभा और राज्यसभा में किसानों के चिंतकों की बात तो सुन रहा है परन्तु यहां मौजूद किसानों की नहीं। खड़ी फसलों की भयानक तबाही क्या महज एक खबर है ? यह बात एक किवदंती सी बहु-प्रचलित है कि देश में सत्तर प्रतिशत किसान हैं लेकिन मीडिया में उन पर चर्चा एक प्रतिशत से भी कम होती है।

उन्नाव के किसानों पर लाठी चार्ज और मुकदमा अखिलेश सरकार को पड़ेगा महंगा

लखनऊ : रिहाई मंच ने उन्नाव के शंकरपुर गांव में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआइडीसी) द्वारा जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आवाज उठाने वाले किसानों पर लाठी चार्ज और मुकदमा दर्ज करने को प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीति करार देते हुए किसानों पर दर्ज मुकदमा तत्काल वापस लेने और दोषी शासन-प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मंच ने सपा सरकार को उसका चुनावी वादा याद दिलाते हुए कहा है कि वादे के मुताबिक वह अधिग्रहण की गई जमीन का मूल्य 6 गुने से अधिक दे तथा अधिग्रहण के दौरान किसानों की सहमति के बिना कोई जमीन अधिग्रहीत न की जाए।