चौधरी चरण सिंह का निधन औऱ आलोक तोमरजी की रिपोर्ट

अरविंद कुमार सिंह- 29 मई 1987 को जब चौधरी चरण सिंह का निधन हुआ था तो उस दौर पर क्या नजारा था उसका मैं गवाह हूं। इतनी बड़ी तादाद में ग्रामीण किसी और राजनेता के निधन पर मैने नहीं देखा।

टाइम मैगज़ीन ने मोदी की फिर खटिया खड़ी कर दी!

विश्व दीपक- कल अमेरिका की मशहूर ‘टाइम’ मैगज़ीन ने बताया कि सुपर पीएम ने भारत के लोगों के लिए पर्याप्त वैक्सीन नहीं खरीदी जिसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ रहा.आज एक आरटीआई मिली जिससे साबित होता है कि ‘टाइम’ का दावा सही था. भारत तो भुगत ही रहा सात साल से अब दुनिया को …

वैक्सीन लगने के बाद संक्रमित हुए पनगड़िया की हालत नाज़ुक!

गिरीश मालवीय- पनगड़िया के करीबी की मानें तो उन्होंने इस बीमारी से करीब 10-12 दिन पहले कोवीशील्ड की दूसरी डोज SMS अस्पताल जाकर लगवाई थी। वैक्सीन लगने के बाद कुछ दिन बाद उन्हें कोविड के लक्षण महसूस हुए और उन्होंने जब जांच करवाई तो कोरोना की पुष्टि हुई।

आरएनआई ने बढ़ाई वार्षिक रिटर्न भरने की तिथि

निर्मल कांत शुक्ला- रंग लाए श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रयास… उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रयास से देश के प्रकाशकों व संपादकों को आरएनआई ने बड़ी राहत प्रदान की है। देश के सभी पत्र-पत्रिकाओं को एनुअल रिटर्न भरने की समय सीमा 31 मई से बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी गई है।

सेकुलर सावरकर अंग्रेजों से पेंशन मिलने के बाद सांप्रदायिक बन गए!

सौरभ सहज- एक सुशील कुमार वो था जिसने देश के लिए ओलंपिक से लेकर कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में मेडल्स जीत कर देश का नाम ऊंचा किया. देश को उस सुशील कुमार पर गर्व है. एक आज का सुशील कुमार है जो संगीन अपराधों में लिप्त है, मौत का सौदागर है. देशवासियों को इससे नफ़रत …

अगर कोरोना संक्रमित होने के बाद ज़िंदा बच गए हैं तो समझिए कोरोना आगे आपका कुछ न उखाड़ सकेगा!

गिरीश मालवीय- बिग बिग ब्रेकिंग : इंडियन पब्लिक हेल्थ असोसिएशन के प्रेजिडेंट और एम्स में कोवैक्सीन ट्रायल के प्रिसिंपल इंवेस्टिगेटर प्रोफेसर डॉ. संजय राय का कहना है कि नेचुरल इम्युनिटी (संक्रमण होने के बाद मिली इम्युनिटी) किसी भी वैक्सीन की तुलना में ज्यादा वक्त तक और ज्यादा बेहतर प्रोटेक्शन दे रही है। इसलिए जिन लोगों …

सुधीर चौधरी कोरोना अटैक के बाद कैसे दिखने लगे, देखें तस्वीर

शीतल पी सिंह- सुधीर चौधरी…. कोरोना ने इनको भी न छोड़ा। कोविड किसी का सगा नहीं है। जल्द स्वास्थ्य लाभ करें। इन्होंने खुद ट्वीट करके और पोस्ट करके बताया कि फेफड़े में कुछ धब्बे हैं जिनकी दवा चल रही है। स्थिति नियंत्रण में है।

कोरोना वायरस प्राकृतिक नहीं है, इसे विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है!

गिरीश मालवीय- कोविड -19 का वायरस प्राकृतिक वायरस नही है यह बात वापस चर्चा में आ गयी है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति की 90 दिन के भीतर फिर से एक बड़ी पड़ताल की जाएगी…

जानें, आने वाले समय में देश में कौन-कौन सी अन्य वैक्सीन होंगी उपलब्ध

कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन है। सरकार इस बात को भलीभांति जानती है इसलिए देश के हर नागरिक को वैक्सीन उपलब्ध हो इस प्रयास में लगी है। सरकार लगातार वैक्सीन को लेकर, बिना समय गवाएं महत्वपूर्ण फैसले ले रही है। इसी क्रम में सरकार ने कहा है कि देश में जल्द …

बीस दिन तक संघर्ष के बाद live इंडिया के वीपी (hr) अजय मेहता का निधन

Arvindr ks- बहुत ही सहृदय सरल और बेहतरीन इंसान थे श्री अजय मेहता जी …लाइव इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट एचआर मेहता जी। काल ने उन्हें भी नहीं बख्शा।

टाइम्स ग्रुप के नए लांच होने वाले हिंदी न्यूज़ चैनल को मिल गया संपादक!

बड़ी खबर आज तक न्यूज़ चैनल से आ रही है। पता चला है कि इस ग्रुप के ये ‘तेज’ नामक चैनल के हेड संजय सिन्हा इस्तीफा दे चुके हैं. वे टाइम्स आफ इंडिया ग्रुप के नए लांच होने वाले हिंदी न्यूज चैनल के संपादक बनाए गए हैं.

रजत शर्मा को भी नहीं पसंद है मोदी सरकार की सोशल मीडिया गाइडलाइन!

एनबीए के अध्यक्ष और इंडिया टीवी चैनल के मालिक रजत शर्मा भी राहत माँगते फिर रहे हैं। उन्होंने मोदी सरकार के मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को एक पत्र लिखा है।

मास्क न पहनने पर यूपी पुलिस हाथ पैर में कील ठोंक देती है!

समीरात्मज मिश्रा- मास्क न पहनना इतना बड़ा जुर्म है कि यूपी पुलिस लोगों के पैरों में कील तक ठोंक देती है। लेकिन यदि पुलिस वालों को बिना मास्क पहने कोई दिखाता है तो यूपी पुलिस उसके ख़िलाफ़ एफआईआर कर देती है, पीटती है और फिर जेल भेज देती है।

राकेश टिकैत ने abp news का live show छोड़कर सही किया!

हर्ष कुमार- ABP न्यूज़ चैनल ने पिछली शाम अपने एक लाइव शो के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से बातचीत करते हुए अचानक ही उनके सामने भारतीय किसान यूनियन के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह को पेश कर दिया।

मोदी राज में रामदेव ने किसके बाप को दे दी चुनौती- “किसी का बाप भी मुझे अरेस्ट नहीं कर सकता!”

संजय कुमार सिंह- यह चुनौती हमारे आपके लिए नहीं है… हिन्दी में इसके लिए अच्छा भला मुहावरा है, “सैंया भये कोतवाल ….”। और इस बात को कहने-समझने का वही संस्कारी तरीका है। लेकिन खुद से यह कहना संस्कार नहीं है कि मेरे बाप को जानो या नहीं, ये जान लो कि किसी का बाप मुझे …

हम कौन से हिन्दू हैं- जलाए गए या दफ़नाए गए?

भास्कर गुहा नियोगी- काशी। गंगा किनारे दफनाये गए हजारों की संख्या में शव पूछने लगे हैं हम कौन से हिन्दू हैं, जलाये गए या दफनाये गए? उनके इस सवाल से सत्ता मौन है और धर्माधिकारी मूर्छित। लेकिन सवाल तो प्रासंगिक है और जरूरी भी।

छवि तो आरएसएस की खराब हुई है, न कि मोदी या भाजपा की!

राजेंद्र चतुर्वेदी- आरएसएस ने फैसला किया है कि कोरोना, महंगा हवाई जहाज खरीदने और सेंट्रल विस्टा के कारण मोदी की खराब हुई छवि को चमकाने के लिए वह जल्द ही मोर्चा संभालेगा।

‘हिंदुस्तान’ के पत्रकार, ट्रेवलर और ब्लॉगर विद्युत मौर्य का निधन, कोरोना टीका लेने के बाद हुए थे बीमार!

यशवंत सिंह- मेरा मित्र Vidyut चला गया। हिंदुस्तान अख़बार दिल्ली में चीफ़ सब एडिटर थे। महीने भर तक जूझे। कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ लेने के बाद तबियत बिगड़ी और बिगड़ती चली गई। परिजन बेहतर इलाज के लिए दिल्ली से पटना ले गए। पर आज दुनिया हि छोड़ गए विद्युत भाई।

भाजपा नेता रमन सिंह पर भी ट्विटर का ठप्पा- मैनीपुलेटेड मीडिया!

सौमित्र रॉय- लगता है नरेंद्र मोदी सरकार के पागलपन के आगे ट्विटर झुकने को राज़ी नहीं। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमण सिंह भी manipulated मीडिया के दायरे में आ गए हैं।

ग्वालियर-चम्बल अंचल के देशबंधु के वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र श्रीवास्तव नहीं रहे

पलाश सुरजन- ग्वालियर-चंबल अंचल में पिछले चार दशकों से देशबन्धु का प्रतिनिधित्व कर रहे श्री राजेन्द्र श्रीवास्तव कल रात अनंत यात्रा पर प्रस्थान कर गए। वे देशबन्धु परिवार के वरिष्ठतम सदस्यों में से एक थे।

क्या चुनाव से पहले भाजपा योगी को निपटा सकती है?

चंद्रभूषण- बीजेपी और आरएसएस का शीर्ष नेतृत्व अगले साल की शुरुआत में ही होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर लंबी-लंबी बैठकें कर रहा है। बीते इतवार को दिल्ली में हुई कई बैठकों की श्रृंखला में संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा …

मां को बेड न मिलने पर पीएम केयर्स फंड में ढाई लाख रुपये दान देने वाले भक्त ने मोदी से पूछा ये सवाल!

प्रीति नाहर- पीएम केयर फंड में 2 लाख 51 हजार डोनेट करने वाले विजय पारीख का दर्द है ये। अहमदाबाद के विजय की मां का निधन इलाज के अभाव में हुआ। अस्पताल में बेड तक ना मिला। अब पूछ रहे हैं कि तीसरी लहर के लिए और कितना डोनेट कर दूं ? परिवार में और …

मरे हुए लोगों को भी चैन से नहीं रहने दे रही सरकार, देखें तस्वीर

शीतल पी सिंह- हिंदू धर्म को राजनीति के चौराहे पर हर चुनाव में नीलाम करने वाली पार्टी की डबल इंजन सरकार अपनी प्रशासनिक लापरवाही से मारे गए हिंदू गरीबों के शव से अपनी कारगुज़ारी छिपाने के लिए “रामनामी” का कफ़न चुरा रही है।

जमे हुए पानी को मथना ही पत्रकारिता है!

शंभूनाथ शुक्ल– एक पत्रकार का असल काम जमे हुए पानी को मथना होता है। मेरी बचपन से ही आकांक्षा खूब लिखने की थी। ख़ासकर समाज के उस वर्ग की पीड़ा, जो दबा-कुचला रह गया, और उसकी पीड़ा को कोई सुर नहीं दे रहा। तब तक पत्रकार बनना मेरा कोई लक्ष्य नहीं था। शादी के बाद …

‘आजतक’ पर डाक्टरों ने धो दिया रामदेव को! देखें वीडियो

अमिताभ श्रीवास्तव- लंबे समय बाद आज तक पर एक चर्चा देखकर मज़ा आया। इंडियन मेडिकल एसोसियेशन के प्रतिनिधि दो एलोपैथिक चिकित्सकों ने योग गुरु बाबा रामदेव की जमकर क्लास लगाई। मुद्दा एलोपैथी चिकित्सा पद्धति और एलोपैथिक चिकित्सकों के बारे में बाबा रामदेव के एक संवेदनहीन और मूर्खतापूर्ण बयान का था।

संबित पात्रा के टूलकिट को MANIPULATED बताना ट्विटर को पड़ा महँगा, पुलिस ने की छापेमारी

सौमित्र रॉय- विवादास्पद टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने ट्विटर के गुड़गाँव स्थित दफ़्तर में छापा मारी की कार्रवाई की। टूलकिट मसले पर अमित शाह की दिल्ली पुलिस द्वारा ट्विटर के दफ़्तर में रेड मारने के बड़े निहितार्थ हैं। देश पर एक नया तमाशा थोपने की तैयारी है। 2022 के …

वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह का डिजिटल चैनल हैक हुआ!

कई मीडिया संस्थानों को सेवा दे चुके वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह के यूट्यूब चैनल ‘आप का अखबार’ पर साइबर अटैक हुआ है। हैकर ने उनके चैनल को हैक करने के बाद उस पर यूट्यूब कम्युनिटी गाइडलाइंस का उल्लंघन करता एक वीडियो अपलोड किया, जिसके बाद यूट्यूब ने प्रदीप सिंह का चैनल बंद कर दिया।

18-44 साल वालों को बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के भी मिलेगी वैक्सीन

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना की वैक्सीन को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। अब 18 से 44 साल के लोग बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के भी वैक्सीन लगवा सकेंगे। ऐसे लोग अब वैक्सीनेशन सेंटर पर भी रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। हालांकि, ये सुविधा फिलहाल सिर्फ सरकारी सेंटर पर ही उपलब्ध होगी। प्राइवेट अस्पतालों के सेंटर पर अब …

मिडिल क्लास अब मोदी की जगह राहुल को देखना चाहता है!

शीतल पी सिंह- क्या कुछ अंदर अंदर बदल रहा है ? सुधीर एक सुधी पत्रकार हैं, नवभारत टाइम्स के लखनऊ और NCR संस्करण के संपादक हैं यानि उत्तर प्रदेश में केंद्रित हैं । उन्होंने ट्विटर पर कल से एक पोल चला रक्खा है और ये उसका रिजल्ट है!

26 मई को किसानों द्वारा आयोजित ‘काला दिवस’ को जनवादी लेखक संघ का समर्थन!

26 मई को ‘काला दिवस’ मनाने के किसान आंदोलनकारियों के आह्वान की हिमायत में चालीस आन्दोलनरत किसान संगठनों के साझा मंच, संयुक्त किसान मोर्चा ने आनेवाली 26 मई के दिन को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाने का जो आह्वान किया है, जनवादी लेखक संघ उसके साथ है।

बेस्ट वैक्सीन का चयन करें और वैक्सीनेशन जल्द पूरा करें वरना नए वेरियंट बनते रहेंगे…

गिरीश मालवीय- क्या वैक्सीनेशन ही कोरोना वायरस के प्रसार ओर म्यूटेशन का जरिया बन गया है? यह सवाल बार बार हम सबके दिमाग मे आता है लेकिन वैज्ञानिक बिरादरी से जुड़ा हुआ कोई भी शख्स इसकी पुष्टि करना तो दूर इस पर बात तक नही करता …..लेकिन अब एक ऐसे वायरोलिस्ट सामने आए हैं जिन्होंने …

खंडित व्यक्तित्व : प्रधान जी के रुदन में भी वही विरोधाभास है!

सुशोभित- भारत के प्रधानमंत्री एक विभाजित व्यक्तित्व के स्वामी मालूम होते हैं। जान पड़ता है उनकी कल्पनाओं में वास्तविकता के भिन्न भिन्न संस्करण हैं, किन्तु सोशल नेटवर्किंग में निहित अपार संभावनाओं से भलीभांति वाकिफ होने और स्वयं फेसबुक-ट्विटर पर अत्यंत सक्रिय होने के बावजूद वो ये समझ नहीं पाते कि यूनिवर्सल एक्स्पोज़र के इस दौर …

प्रयागराज की ये अकेली तस्वीर नरसंहार का वर्णन करने को पर्याप्त है!

Brajesh Mishra- प्रयागराज की ये अकेली तस्वीर कोरोना की त्रासदी से उत्तर प्रदेश में हुए नरसंहार का वर्णन करने को पर्याप्त है। अनगिनत लोग मारे गए जिन्हें सरकार के आँकड़ों तक में स्थान न मिला।

बहस करने के मामले में भारतीयों जैसे कमीने दुनिया में कम हुए हैं!

रंगनाथ सिंह- मुझे लगता है पोलेमिक्स या बहसबाजी मानवीय सभ्यता का सबसे पुराना व्यसन है। बौद्धिक दुनिया का सबसे प्रिय मनोरंजन भी यही है। इसका सूत्रीकरण करते हुए एक आचार्य ने कहा है- वाद-विवाद-संवाद ही ज्ञान के विकास की प्रक्रिया है। हर बौद्धिक सिपाही पोलेमिक्स के मैदान में अपने अध्ययन, तर्क और तथ्यों का तेग …

मैनिपुलेटेड मीडिया! यह शब्द आया कहाँ से?

पुष्प रंजन- “मैनिपुलेटेड मीडिया”, यह शब्द आया कहाँ से? ये शब्द दमदार है. जोड़-तोड़, हेराफेरी, मनगढंत पटकथा के बिना पर दुष्प्रचार करनेवाले सूचना तंत्र के बारे में पूरा प्रतिबिम्ब खड़ा कर देता है. “गोदी मीडिया” में वो बात नहीं, जो “मैनिपुलेटेड मीडिया” में है. किसी को बदनाम करने, दुष्प्रचार, धूर्तता और फर्ज़ीवाड़े से चलने वाले …

जयपुर के पत्रकार चंद्रप्रकाश दवे भी नहीं रहे… न जाने कब कोई चला जाए!

श्रवण सिंह राठौर- अजीज मित्र और संजीदा पत्रकार चंद्र प्रकाश दवे जी हमें छोड़कर चले गए। विश्वास ही नहीं हो रहा। अभी थोड़े दिन पहले ही तो फोन आया था। राजस्थान पत्रिका से नौकरी छूट जाने के बाद दुखी थे, लेकिन फिर सम्भाल लिया था।

यूपी में लॉकडाउन उल्लंघन में पुलिस ने सब्ज़ी वाले को इतना पीटा कि वह मर गया!

सत्येंद्र पीएस- उत्तर प्रदेश सरकार को लोगों की जान बचाने की फिक्र दिल्ली से भी ज्यादा है। दिल्ली में पुलिस फाइन लगाकर लोगों को कोरोना से बचा रही है, यूपी में पीट पीटकर।

कोरोना पीड़ित वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी और उनकी पत्नी अस्पताल में एडमिट, छह रेमडेसिविर इंजेक्शन लगे

ओम थानवी- तो हम भी कोविड से दो-चार हो लिए। मेरे बाद प्रेमलताजी भी। दोनों एक श्रेष्ठ अस्पताल में स्वास्थ्य-लाभ ले रहे हैं। छह रेमडेसिविर लग चुके। बुख़ार और प्राणवायु दोनों रास्ते पर हैं।

घड़ियाली आंसू और ‘द टेलीग्राफ’ में घड़ियाल की फोटो के साथ कुछ ज्ञान की बातें!

संजय कुमार सिंह- “घड़ियाली आंसू” के बारे में कुछ ज्ञान की बातें… द टेलीग्राफ की एक खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी के चिकित्सकों को वर्चुअली संबोधित किया उसके बाद से ट्वीटर पर क्रोकोडाइल टीयर्स (घड़ियाली आंसू) टॉप ट्रेंड कर रहा था।

मुझे मोदी का रोना कभी झूठा नहीं लगा…

श्याम मीरा सिंह- मुझे मोदी का रोना कभी भी झूठा नहीं लगा. न मैं मानता वे कोई एक्टिंग करते हैं, असल बताऊँ तो जब भी मोदी को भाषण देते देते रोते देखता हूं तो उनसे सहानुभूति होती है, उनके लिए दुःख होता है कि एक बूढ़ा आदमी जो अंदर से निरीह बच्चे जैसा है मरते …

चले गए वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार केसवानी!

देव श्रीमाली- मुझे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में राष्ट्रीय फलक से जोड़ने वाले राजकुमार केसवानी नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार, जबरदस्त लेखक, फिल्मी लेखन के बादशाह राजकुमार केसवानी जी अब नही रहे। दैनिक भास्कर के रसरंग में रविवार को करोड़ों पाठकों को सिर्फ फ़िल्म पर आधारित उनके कॉलम “आपस की बात” का बेसबी से इंतज़ार रहता था। अब …

पार्थ सुसाइड कांड और CM आफिस : कातिल ही मुंसिफ है!

अश्विनी कुमार श्रीवास्तव- सुसाइड नहीं सुसाइडल होना है सही रास्ता मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई युवा की खुदकुशी से नहीं मिल जाएंगी अंधों को आंखें जीते जी जिन्होंने अन्याय किया, उन्हीं कातिलों से मरने वक्त अपने लिए न्याय की गुहार लगाना खुदकुशी से भी बड़ी नादानी

घटती TRP देख साहेब सिसक पड़े! तब से PTI और ANI दोनों रो रहे हैं, सभी चैनलों से सिसकियाँ आ रही हैं!

शीतल पी सिंह- कैमरे के लिए रोज़ सफल कंटेंट जुटाना एक मुश्किल काम है। चैनलों के संपादक/ एंकर यह बात लंबे समय से जानते हैं! इसी कठिनाई से बचने के लिए स्टूडियो युद्ध की शुरुआत हुई थी जिसमें एक एंकर कुछ कथित विशेषज्ञ बुलाकर उनमें “भेंड़ा लड़ाया करते थे/हैं”! फ़िर यह बात बहस से निकलकर …

बाइज्जत बरी हुए तरुण तेजपाल!

पंकज चतुर्वेदी- रेप केस में पत्रकार तरुण तेजपाल को बड़ी राहत मिली है. 8 साल बाद गोवा की सेशन कोर्ट ने तरुण तेजपाल को बरी कर दिया है. गोवा सरकार का कहना है कि हम फैसले को चुनौती देंगे. तहलका मैगजीन के पूर्व प्रधान संपादक तरुण तेजपाल पर 2013 में गोवा के एक लक्जरी होटल …

पिता टिहरी राजा के दरबार में कोतवाल और बेटा अखबारों में राजा के खिलाफ खबरें लिखे!

सुशील बहुगुणा- एक हिमनद बिछड़ गया… सुंदरलाल बहुगुणा के देह त्यागने के साथ ही आज जैसे एक हिमयुग का अंत हो गया. लेकिन वास्तव में देह तो उन्होंने दशकों पहले तब ही त्याग दी थी जब हिमालय और नदियों की अक्षुण्णता बनाए रखने और बांधों से उन्हें न जकड़ने की मांग को लेकर उन्होंने लंबे …

रजनीश ने खुद ही खुद को आचार्य, फिर भगवान फिर ओशो घोषित कर लिया!

रंगनाथ सिंह- अब वरिष्ठ हो चुके एक पत्रकार ने नामवर सिंह पर अपने संस्मरण में एक रोचक प्रसंग का जिक्र किया है। पत्रकार के पिता जी बनारस के नामी साहित्यकार थे। पत्रकार महोदय का शायद जेएनयू में एडमिशन हुआ या एंट्रेंस देना था। जो भी वजह उन्होंने लिखी हो अभी याद नहीं। उनके पिताजी ने …

CM ममता तो खुलकर भिड़ गईं PM मोदी से!

विक्रम सिंह चौहान- ममता बनर्जी ने मोदी से दूसरी लड़ाई का उदघोष कर दिया है. कल दो डिसीजन ममता ने लिए वो सामान्य नहीं थे. पहला मोदी के मीटिंग के तुरंत बाद उनको मीटिंग में बोलने का अवसर न देने पर किया गया प्रेस कॉन्फ्रेंस.

श्रद्धांजलि : महान पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा की जगह कोई नहीं ले सकता!

विजय शंकर सिंह- उत्तराखंड : एम्स ऋषिकेश में भर्ती पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा (94 वर्षीय) का शुक्रवार दोपहर 12 बजे निधन हो गया। सुंदर लाल बहुगुणा कोरोना संक्रमित थे। नहीं रहे चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदर लाल बहुगुणा… सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद और चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा जी नहीं रहे। वे एम्स ऋषिकेश में भर्ती …

दैनिक भास्कर और प्रभात खबर : कारोबारी अख़बार का आंदोलनकारी बन जाना और खुद को आंदोलनकारी कहने वाले का कारोबारी!

पुष्य मित्र- दैनिक भास्कर और प्रभात खबर : जिस साल (2010) मैने प्रभात खबर जॉइन किया था, उसी साल रांची से दैनिक भास्कर अखबार की लॉन्चिंग हुई थी। उस वक़्त हरिवंश सर प्रभात खबर अखबार के प्रधान सम्पादक थे। प्रभात खबर तब झारखंड का नम्बर वन अखबार था। जबकि दैनिक भास्कर की छवि एक ऐसे …

ट्विटर ने तो संबित पात्रा की ग़ज़ब बेइज्जती कर दी!

शीतल पी सिंह- ट्विटर प्रशासन ने बीजेपी के विवादास्पद राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट्स पर एक शीर्षक लगाना शुरू किया है!

देखें लिस्ट, किसे किसे मिला कुलिश अवार्ड 2018 & 2019

जयपुर। राजस्थान पत्रिका समूह की ओर से उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए 11 हजार अमरीकी डॉलर पुरस्कार राशि वाले कर्पूर चंद्र कुलिश (केसीके) इंटरनेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म के वर्ष 2018 और 2019 के विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। वर्ष 2018 के विजेता लखनऊ के अभिषेक गौतम रहे हैं, जबकि 2019 का यह …

कुलिश पत्रकारिता पुरस्कार (मेरिट) पाने वालों की लिस्ट में पत्रकार शिवा अवस्थी का भी नाम!

कानपुर में रहकर 23 वर्षों से कर रहे हिंदी पत्रकारिता, खोजी खबरों के लिए खास पहचान कानपुर : दैनिक जागरण कानपुर के वरिष्ठ उपसंपादक और ढाई साल तक बुंदेलखंड के चित्रकूट में दैनिक जागरण के जिला प्रभारी रहे वरिष्ठ पत्रकार शिव स्वरूप अवस्थी शिवा को राजस्थान पत्रिका की ओर से दिया जाने वाला केसी कुलिश …

पार्थ सुसाइड कांड : सूचना निदेशक शिशिर को भेजे गए ट्वीट को किसने डिलीट किया?

अमिताभ ठाकुर- UP CM के IT सेल के पार्थ तक को न्याय नहीं? पार्थ के सुसाइड के बाद सूचना निदेशक शिशिर सिंह को भेजा उसका ट्वीट किसने डिलीट किया?

योगी की नाक के नीचे सूचना विभाग में चल रहा महाघोटाला! क्या ‘खेल’ करने वाले अफ़सर नपेंगे?

यूपी के सूचना विभाग का कच्चा चिट्ठा खुलने लगा है। प्रथम दृष्टया जो तथ्य सामने आए हैं वह एक महा घोटाले की तरफ़ इशारा कर रहे हैं। योगी की सोशल मीडिया टीम के एक सदस्य द्वारा सुसाइड कर लेने के बाद भ्रष्टाचारियों के चेहरे पर से नक़ाब हटना शुरू हो चुका है।

विज्ञापन न मिला तो मुस्लिम ग्राम प्रधान के विरुद्ध गोवंश-मांस खाने की फ़र्ज़ी ख़बर छाप दी, पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज

ईद उल फितर के मौके पर विज्ञापन ना मिलने से नाराज दैनिक “आज” अखबार के तहसील संवाददाता व फोटोजर्नलिस्ट को नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान के विरुद्ध गोवंश की हत्या की खबर छापना महंगा पड़ गया। ग्राम प्रधान ने प्रकाशित समाचार को अपने विरुद्ध प्रतिद्वंद्वियों से मिलकर षड्यंत्र रचा जाना करार देते हुए कोतवाली में तहरीर देकर …

सीएम योगी की सोशल मीडिया टीम के पार्थ ने आत्महत्या कर ली!

Abhay Singh Rathaur- सीएम योगी की सोशल मीडिया टीम में कार्यरत पार्थ श्रीवास्तव ने आत्महत्या कर ली है! पार्थ ने सुसाइड नोट में लिखा है ‘मेरी आत्महत्या एक कत्ल है जिसका जिम्मेदार उसने शैलजा और पुष्पेंद्र सिंह को ठहराया है’। नोट में प्रणय, महेंद्र और अभय का भी जिक्र है। पुष्पेंद्र सिंह पर उत्पीड़न का …

इस पत्रकार ने cm के मीडिया एडवाइजर का पद ठुकरा दिया!

दिनेश मानसेरा ने पद अस्वीकार किया या उनकी नियुक्ति पर भाजपा में विवाद के बाद शासन ने आदेश रद्द किया? पिछले दिनों उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार दिनेश मानसेरा को नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपना मीडिया सलाहकार बनाने का आदेश जारी किया। हर जगह इसको लेकर खबर छपी। पर आज खुद दिनेश मानसेरा ने …

विजयन, तुमने निराश किया कामरेड!

शीतल पी सिंह- केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एकाएक अपने को देश के सार्वजनिक आकाश में अर्श से फ़र्श पर खुद ला पटका। वे पहले भी विवादित व्यक्तित्व रहे हैं। उन्होंने लंबे समय तक केरल में सीपीएम के पार्टी सचिव की भूमिका निबाही । तब उन पर अपने विश्वासपात्रों को पार्टी की महत्वपूर्ण भूमिकाओं …

नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार पीसीएम त्रिपाठी!

PCM Tripathi नहीं रहे। वे Indian Express में डिप्टी रेज़िडेंट एडिटर थे। इंडियन एक्सप्रेस में वे 1972 में आए थे, जब फ़्रैंक मॉरिस संपादक थे। वे शायद 2005 या 2006 में रिटायर हुए। उनकी उम्र 74 वर्ष थी।

डबल डोज़ लेने के बाद भी क्यों मर रहे हैं लोग?

गिरीश मालवीय- क्या वेक्सीन की दोनों डोज लग जाने के बाद कोरोना से मौत सम्भव है? 62 वर्षीय Dr. KK अग्रवाल की मौत के बाद यह बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया है क्योंकि आज से करीब एक-डेढ़ महीने पहले तक, जब देश में कोरोना की दूसरी लहर नहीं आई थी, तब तक भी यही …

‘गोमूत्र और गोबर नहीं है कोरोना का इलाज’ लिखने वाले पत्रकार को किया गिरफ़्तार

अभी अभी मुझे ये ट्वीट किसी ने forward किया। भयानक मामला है ये तो। लिखने बोलने पर पाबंदी सिर्फ़ यूपी में ही नहीं है। ये आपातकाल तो देशव्यापी है। एक पत्रकार को इसलिए गिरफ़्तार कर लिया जाता है कि वह लिख देता है कि गोमूत्र गोबर कोविड का इलाज नहीं है।

आज का टेलीग्राफ : Bad losers, still smarting

संजय कुमार सिंह- बुरी तरह हारे, पर मान नहीं रहे केंद्र ने कोशिश की पर इस अव्यवस्था से ध्यान नहीं हटा पाई! रविवार को उत्तर प्रदेश के जेवर जिले में मेवला गोपालगढ़ गांव के एक अस्थायी, क्लिनिक में पेड़ की एक शाखा से लटका इंफ्यूजन बैग। कोविड-19 से घिरे इस गांव में खुले आसमान के …

अपना डाक्टर गंवा दिया, रो रहे हैं दिल्ली वाले!

शम्भूनाथ शुक्ल- डॉ. केके अग्रवाल ने एक बार मुझे समझाया था कि शुक्ला जी अगर ‘जीवेम शरद: शतम’ आपका लक्ष्य है तो पहले 80 की उम्र को राज़ी-ख़ुशी पार कर लीजिए। उन्होंने कहा, इस 80 के लिए आप अपनी तोंद 80 रखिए। अपना बीपी और अपनी शुगर तथा पल्स रेट भी 80 के नीचे रखिए। …

मोदीजी की विफलताओं में एक इसे भी जोड़ लीजिए, 400 मिलियन डालर पानी में बह गया!

सत्येंद्र पीएस- नरेंद्र मोदी सरकार की कूटनीतिक विफलताओं में एक यह भी जुड़ गई। ओएनजीसी की इकाई ओएनजीसी विदेश ने फारस की खाड़ी में 23 लाख करोड़ घन फुट गैस का भंडार 18 अगस्त 2008 में खोजा। यह ईरान के अधिकार क्षेत्र में है और भारत को इसे विकसित करने का काम करना था।

दोनों डोज लगवाने के बावजूद पद्मश्री डॉक्टर केके अग्रवाल का कोरोना से निधन

अरविंद कुमार सिंह- जनता के डॉक्टर को सादर नमन…. मैने डॉ. बिधान चंद्र राय को नहीं देखा। लेकिन उनके बारे में अनगिनत किस्से सुने। वे डॉ. राय नहीं थे लेकिन उनके बहुत से गुण उनमें मैने देखे। मैं बात कर रहा हूं जनता के डॉक्टर के.के. अग्रवालजी का जिनके निधन के साथ एक अध्याय समाप्त …

वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार दिवाकर भट्ट का निधन, एक माह से थे बीमार

हल्द्वानी। वरिष्ठ पत्रकार / साहित्यकार व आधारशिला के संपादक दिवाकर भट्ट का सोमवार रात एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 58 वर्ष के थे। दिवाकर अपने पीछे पत्नी, बेटी और बेटे को छोड़ गए हैं।

दुश्मन अदृश्य नहीं था और न है, पर सरकार ज़रूर अदृश्य है!

विजय शंकर सिंह- यह कहना अपनी अक्षमता छुपाना है कि हमारे सामने अदृश्य दुश्मन है। दुश्मन न तो अदृश्य है और न ही उसका पल पल परिवर्तित वेश ही अदृश्य है। 30 जनवरी 2020 को उस दुश्मन को देख, परखा और जाना जा सका था। उसकी फितरत अयां हो गयीं थी, पर जनता जहां उस …

प्रभु चावला भी पीएम मोदी को हल्की-सी चिकोटी काटने की हिम्मत दिखा दिए!

गिरीश मालवीय- प्रभु चावला यू आर अनमास्क… आज भास्कर में छपा प्रभु चावला का लेख पढिए …शीर्षक है ‘आपकी टीम ब्रांड मोदी को खत्म करने में लगी है’

Killing 18 bulky animals by lightning an absurd argument: Assam engineers’ forum

Guwahati, 17 May 2021: Tragic death of 18 wild Asiatic elephants due to electrocution by lightening within seconds can be justified only with an absurd argument, asserted All Assam Engineer’s Association (AAEA), demanding a high-level scientific investigation into the Nagaon incident that took reportedly place on 12 May night. The forum of engineering graduates termed …

मशहूर इतिहासकार प्रोफेसर लाल बहादुर वर्मा का निधन

कई विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जाती हैं इनकी पुस्तकें प्रयागराज। मशहूर इतिहासकार और साहित्यकार प्रो. लाल बहादुर वर्मा का रविवार की देर रात निधन हो गया। उनका इलाज देहरादून के एक अस्पताल में चल रहा था। कोरोना से ठीक होने के बाद किडनी की बीमारी से पीड़ित हो गए थे, रविवार की रात उनकी डायलसिस होनी …

फाइनेंशियल एक्सप्रेस के ग्रुप मैनेजिंग एडिटर सुनील जैन नहीं रहे

सत्येंद्र पीएस- रोज रोज मौतों की खबरें विचलित कर देती हैं। कल रात 12 बजे के पहले ही सूचना मिली कि फाइनेंशियल एक्सप्रेस के ग्रुप मैनेजिंग एडिटर सुनील जैन नहीं रहे। वह अपने जमाने मे तपे सम्पादक गिरिलाल जैन के पुत्र थे, जो कहते थे कि देश के प्रधानमंत्री से भी ताकतवर सम्पादक होता है। …

अमर उजाला बरेली के संजीव अग्रवाल का कोरोना से निधन

अमर उजाला बरेली (उत्तरप्रदेश) में विज्ञापन विभाग में कार्यरत संजीव अग्रवाल का रविवार को निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार थे। कोरोना संक्रमण के चलते उनका ऑक्सीजन लेबल गिरने लगा था। वह लंबे समय हिन्दुस्तान बरेली में भी विज्ञापन के अपकंट्री हेड रहे थे।

सीएम का विरोध करने वाले किसानों पर लाठीचार्ज! रबर की गोलियाँ और आंसू गैस के गोले छोड़े

अपडेट- हिसार प्रकरण में 11 सदस्यीय कमेटी के साथ प्रशासन ने किया समझौता। सभी किसान अभी रिहा होंगे । किसानों पर पुलिस कोई भी मुकदमा नही दर्ज करेगी। किसानों ने कल के लिए आंदोलन की नई घोषणा वापस ली। किसान नेता राकेश टिकैत की पहल से यह अच्छा रास्ता निकला जो स्वागत योग्य है। राजाराम …

कोरोना क़हर की सच्चाई दिखाने वाले भारत समाचार चैनल के पत्रकार पर जानलेवा हमला, देखें वीडियो

सिद्धार्थ नगर जिले के डुमरियागंज में भारत समाचार चैनल के संवाददाता अमीन फारूकी को पीटा गया। बताया जाता है कि गुंडे भाजपा से ही जुड़े थे। मारपीट का वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है।

मोदी और भागवत ने अपनी कार्यशैली से हिंदुत्व के एजेंडे को पचास साल पीछे कर दिया है!

राजीव तिवारी बाबा- वैसे दूसरे नजरिए से देखें तो मोदी-भागवत ने अपनी अहंकारी, आत्ममुग्ध और अक्षम कार्यशैली से आरएसएस भाजपा और हिंदुत्व के एजेंडे को कम से कम पचास साल पीछे कर दिया है।

न्यूज़18 की video एडिटिंग टीम के हेड सुदेश वासुदेव का निधन!

रवीश कुमार- अलविदा सुदेश, पेशेवर ज़िंदगी के एक अच्छे सहयात्री के बारे में इस ख़बर का इंतज़ार तो नहीं था। एक कंपनी से दूसरी कंपनी जाने के बीच दुनिया कितनी बदल जाती है। एक लोक से दूसरे लोक में जाने के जैसा हो जाता है। तब हम जैसे सहयात्री छूट जाते हैं। पुरानी जगह के …

द टेलीग्राफ में छपी ये तस्वीर ही सबसे बड़ी खबर है!

संजय कुमार सिंह- सारे जहां से अच्छा और गांधारी का कुरुक्षेत्र द टेलीग्राफ में छपी यह तस्वीर इलाहाबाद यानी प्रयागराज की है। इस तस्वीर में शव गिन सकते हैं? पीटीआई की इस तस्वीर का कैप्शन है, कोविड-19 के दूसरे दौर में इलाहाबाद में गंगा के किनारे रेत में दबे शव जैसा शनिवार को देखा गया।

सकारात्मक रहिये!

रामा शंकर सिंह- खाँसी बुखार दर्द शुरु हुआ है? सकारात्मक रहिये, दवाई शुरु कर दीजिये! दवाईयॉं बाज़ार से ग़ायब हैं या बहुत महँगी मिल रही हैं ?सकारात्मक रहिये , लाइन में लगे रहिये , जगह जगह ढूंडिये, विधायक सांसद जी से गुहार करिये ! घर का एक सदस्य इसी काम पर लगाये रखिये, चार पाँच …

म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) और होमियोपैथी

डॉ एमडी सिंह- कोरोना आज अपने भयंकर वाणों से जन-जन को त्रस्त किए हुए है। भय हर तरफ व्याप्त है चाहे कोई संक्रमित हो अथवा ना। सच मानें तो यह भय ही कोरोना का सबसे बड़ा अस्त्र है। साथ ही इसके कई सगे संबंधी भी उसका सहयोग कर रहे हैं। इस समय म्यूकोरमाइकोसिस उनमें से …

चाईबासा के पत्रकार राजेश पति कोरोना से जंग हार गए!

प्रदीप पल्लव- कोई पहले से परिचय नहीं। एक दिन एका- एक अनजान नंबर से कॉल आया। मैं पूछा कौन? उधर से जबाव मिला, आप दैनिक भास्कर के पल्लव जी हैं। बोला हां। वे बोले मैं आपकी खबर पढ़ते रहता हूं। मैं भी पहले दैनिक भास्कर में काम चाईबासा से करता था।

देखिए ‘आजतक’ वाले किस तरह गोदी जर्नलिज़्म कर रहे हैं! शेम शेम!!

दीपांकर पटेल- आजतक के रोशन जयसवाल ने एक फर्जी पड़ताल की है.दावे के आधार पर दावा कर दिया है कि यूपी से लाश बहकर बिहार पहुंच ही नहीं सकती.

कोरोना से दिवंगत अपने कर्मियों के परिजनों की मदद के लिए भास्कर ग्रुप ने लिया बड़ा फ़ैसला

लोकमत समूह के बाद अब भास्कर समूह भी अपने उन कर्मियों के परिजनों की मदद में आगे आया है जिनका कोरोना के चलते निधन हो गया। इस बाबत भास्कर की तरफ़ से एक पत्र जारी किया गया है।

पटना में दूरदर्शन के डायरेक्टर रहे पी एन सिंह भी नहीं रहे!

राय तपन भारती- पटना में दूरदर्शन के डायरेक्टर रहे पी एन सिंह भी नहीं रहे। 4 दिन पहले इकलौती संतान का भी निधन हुआ था।

खबर की औकात और पत्रकारिता : आज का ‘हिंदुस्तान’

सुरेश प्रताप सिंह- खबर की औकात और पत्रकारिता… बनारस से प्रकाशित “हिन्दुस्तान” अखबार की 15 मई की दो खबरों को देखिए. एक खबर है कि “कोरोना से लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी : मोदी” यह पहले पेज की दूसरी लीड है. और दूसरी खबर है कि “समस्या : पीएमओ तक पहुंचा टीकाकरण से उपजा असंतोष”, …

पीएम का बयान सिंगल कालम खबर लेकिन इसे पहले पन्ने की पहली हेडलाइन बना दिया गया!

रवीश कुमार- प्रधानमंत्री धीरे धीरे पहले पन्ने की पहली हेडलाइन बनने लगे हैं। धीरे धीरे इसी तरह फिर से सब सामान्य होगा। इस खबर में जो उन्होंने कहा है उसे क़ायदे से सिंगल कॉलम में छापना चाहिए था लेकिन इस दौर में मीडिया प्रधानमंत्री का पायदान बना हुआ है।

iimc से पढ़े पत्रकार कुमार दीपक चले गए

शिखा शालिनी- तुम्हारा यही आखिरी पोस्ट था दोस्त, तुम इस बार दोस्तों के ग्रुप में सवालों का जवाब भी नहीं दे पाए….तुमने कॉलेज (IIMC) से निकलने के बाद बिहार के ग्रामीण इलाकों से रिपोर्टिंग करने का विकल्प चुना था। तुम बहुत अच्छा काम कर रहे थे, सरकार और प्रशासनिक तंत्र की खामियां उजागर कर रहे …

सलाम टेलीग्राफ, एक बार फिर!

सौमित्र रॉय- क्या बात है! लगता है कि सरकार से सवाल पूछने का माद्दा सिर्फ टेलीग्राफ़ में ही बचा रह गया है। फ़ोटो सिंडिकेट तकरीबन हर बड़े अखबार के पास होता है। नरेंद्र मोदी को यूं भी फोटू खिंचवाने का बड़ा शौक है। बात चुनने की है।

अदालत ने डीटीपी ऑपरेटरों को भी मजीठिया वेज बोर्ड का लाभ देने का आदेश दिया

धर्मेंद्र प्रताप सिंह- अखबारों के डीटीपी ऑपरेटरों के लिए खुशी की खबर… कंपनी ने दावा किया था कि मजीठिया वेज बोर्ड में नहीं आते डीटीपी ऑपरेटर… सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट उमेश शर्मा की मेहनत फिर रंग लाई जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में महाराष्ट्र से एक बड़ी खबर आ रही है। यहां महाराष्ट्र के दूसरे …

युवा पत्रकार पंखुड़ी सिंह बच न सकीं कोरोना से!

हज़ारीबाग़ : युवा पत्रकार पंखुरी सिंह नहीं रही। HMCH में थी भर्ती। कोविड टेस्ट नेगिटिव आया था लेकिन सीटी स्कैन में फेफड़ा पूरी तरह संक्रमित था। झारखण्ड के हजारीबाग में हुआ निधन। विनम्र श्रधांजलि।

अंग्रेज़ी पत्रकार Jug Suraiya का ये व्यंग्य छापने की हिम्मत न दिखा सका Times of India!

शीतल पी सिंह- Jug Suraiya व्यंग्य के एक मशहूर अंग्रेज़ी पत्रकार हैं । देश के सबसे बड़े अंग्रेज़ी अख़बार Times of India में उनका प्रसिद्ध व्यंग्य कालम छपता है। आज उनका कालम एक जमाने बाद प्रिंट एडीशन में जाने से रोक दिया गया।

पीएम मोदी के कुछ नए झूठ वचन से पर्दा उठा दिए रवीश कुमार!

रवीश कुमार- टीके की खोज करने वाले ‘हमारे वैज्ञानिक’ कौन हैं, टीके निर्यात हुआ या मदद के तौर पर गया प्रधानमंत्री मोदी अक्सर कहते हैं कि ‘हमारे वैज्ञानिकों’ ने टीका बनाया है। कभी नहीं कहते कि दो प्राइवेट कंपनियों के वैज्ञानिकों ने बनाया है जिसमें भारत सरकार ने एक नया पैसा नहीं लगाया है। ख़ुद …

दिव्य भास्कर ने खोली पोल, कोरोना से मौतों को सरकारी काग़ज़ों में दूसरे रोगों के नाम दर्ज किया जा रहा!

शीतल पी सिंह- गुजरात मॉडल गुजरात ही सबसे पहले उठ कर खड़ा हो रहा है, जिसे बेचकर देश को ठग लिया गया था! गुजरात के अखबारों ने सबसे पहले केंचुल उतार दी है और सरकार के सामने आईना कर दिया है।

श्रीनिवास से मदद माँगने वाली आजतक की पत्रकार का यूटर्न!

अशोक कुमार पांडेय- ये आजतक की पत्रकार हैं। जब देवर बीमार था तो हाथ जोड़कर श्रीनिवास से मदद माँगी। श्रीनिवास ने की तो आभार भी किया।

उन्नाव गंगा लाशें : आख़िर गोदी मीडिया को सच्चाई क़ुबूल करना पड़ा!

कृष्णन अय्यर- श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने 2 दिन पहले जब बोला था कि उन्नाव मौत का शहर बन चुका है और उन्नाव में नदी किनारे सैंकड़ो की संख्या में लाशें दबाई गई है, तब अम्बानी मीडिया ने उनका मजाक उड़ाया था..

लखनऊ के एक वरिष्ठ पत्रकार की घटिया हरकत!

सेवा में,माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी,5-कालिदास मार्ग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश। महोदय,आपको अवगत कराना चाहता हूं कि मैं राजेश कुमार 8 अप्रैल 2021 को सिविल हॉस्पिटल में जांच कराया और 9 अप्रैल 2021 शाम तकरीबन 8:00 बजे मुझे पता चला कि मेरी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है। मैंने तत्काल अपने ऑफिस में सूचना दी उसके बाद मैंने …

अरुण पुरी जी, आपने अपने पत्रकारों की आज़ादी छीनकर ठीक नहीं किया!

समरेंद्र सिंह- आजतक और इंडिया टुडे ग्रुप के मालिक अरुण पुरी के नाम खुला पत्र आदरणीय अरुण पुरी जी, आप एक बड़ा मीडिया संस्थान चला रहे हैं। आपके पास तथाकथित तौर पर देश का नंबर वन हिंदी चैनल है। एक दो छुटभैये किस्म के दूसरे चैनल हैं। इंडिया टुडे नाम से हिंदी और अंग्रेजी की …

राष्ट्रीय सहारा के वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अली को भी छीन ले गया कोरोना

नवेद शिकोह- लखनऊ में कोरोना का आकड़ा कम हो रहा है लेकिन पत्रकारों की मौतें नहीं थम रही। बृहस्पतिवार को सुबह युवा पत्रकार अखिलेश कृष्ण मोहन की मौत की खबर आई तो शाम राष्ट्रीय सहारा के वरिष्ठ सहाफी मोहम्मद अली भी चल बसे। चांद रात जब ईद का चांद दिखने की खबर आई तो उसी …

सच्चाई बताने वाली खबरों से नाराज़ योगी के अफ़सरों ने पत्रकारों को ‘सीएम मीडिया ग्रुप’ से रिमूव किया!

भास्कर ने जब यूपी सरकार के दावों की कड़वी सच्चाई बताई तो नाराज़ हो गए अफ़सर। सबक सिखाने के लिए रिपोर्टर को सीएम मीडिया whatsapp ग्रुप से रिमूव कर दिया। यूपी में ये आम चलन हो गया है कि जो समस्या बताए वही दंड पाए, समस्या को ख़त्म करने की कोई कोशिश नहीं की जाती।

‘इंडिया टुडे’ पत्रिका के बाद अब ‘आउटलुक’ ने अक्षम मोदी सरकार को दिखाया आइना!

रामशंकर सिंह- सबसे पहले दि टेलिग्राफ, हिंदू , उसके बाद डेक्कन हेराल्ड और न्यू इंडियन एक्सप्रेस फिर गुजरात समाचार , दैनिक भास्कर, इंडिया टुडे और अब आउटलुक का परिवर्तित रूप सामने आया है। धीरे धीरे हिम्मत और ग़ैरत जाग भी सकती है जैसे चेतन भगत की जगी या फिर ….. देखते हैं कि मीडिया में …

हिंदुओं का क़ब्रिस्तान!

अरविंद कुमार सिंह- किसी हिंदू ने कभी सपने में नहीं सोचा होगा कि बेबसी का वो दौर भी आयेगा, जब सम्मानजनक अंतिम क्रिया की जगह उनको शव जमीन में गाड़ना पड़ेगा। वो भी उस राज में जिसके नेता सुबह से शाम तक हिंदू जाप ही करते हों।

‘शार्ली एब्दो’ ने हिंदू धर्म पर साधा निशाना!

मीनू जैन- ‘शार्ली एब्दो’ किसी को नहीं बख़्शता! “भारत में 33 करोड़ देवी- देवता हैं मगर उनमें से एक भी ऑक्सीज़न का उत्पादन करने में सक्षम नहीं है” (यह फ्रेंच का हिंदी भावानुवाद है)

लोकमत समाचार पत्र समूह कोरोना से मृत अपने पत्रकारों के परिवारों को देगा 10 लाख तक की आर्थिक मदद!

मुंबई: कोरोना संकट ने कई लोगों की जान ले ली है। कोरोना के कारण लोकमत परिवार के कुछ सदस्यों की भी मृत्यु हो गई है।

साहेब के लिए ‘अलजज़ीरा’ न मिला तो ‘जलज़ीरा’ पकड़ लाए भक्त!

अश्विनी कुमार श्रीवास्तव- Jalzeera, The Daily Guardian और The Australia Today के बाद अंध भक्तों को उम्मीद है कि जल्द ही ये बड़े इंटरनेशनल मीडिया संस्थान, जिनके नाम नीचे लिखे हैं, वे भी मोदी की तारीफ में कुछ न कुछ छापेंगे… आप भी नजर बनाए रखिए…जैसे ही कुछ मिले, तुरंत शेयर कीजिए.

आजतक में कार्यरत रहे वरिष्ठ पत्रकार सत्येंद्र श्रीवास्तव भी चले गए

अमिताभ श्रीवास्तव- एक और काबिल पत्रकार और बेहतरीन इनसान खो दिया। टीवी टुडे के सत्येंद्र प्रसाद श्रीवास्तव के गुज़र जाने की ख़बर मिली है। क्या कहें। सत्येंद्र बहुत मेहनती, काबिल और समर्पित संपादकीय सहयोगी थे। सुलझे हुए पत्रकार, आउटपुट टीम के अगुआ दस्ते का चेहरा। मेरे बहुत भरोसेमंद साथी रहे। बहुत संतुलित , शांत, शालीन …

लखनऊ से स्तब्धकारी सूचना- सामाजिक न्याय के प्रति समर्पित पत्रकार अखिलेश कृष्ण मोहन नहीं रहे!

वीरेंद्र यादव- लखनऊ के युवा उत्साही पत्रकार अखिलेश कृष्ण मोहन Akhilesh Krishna Mohan के न रहने की सूचना अत्यंत व्यथित करने वाली है. कोरोना ने एक युवा जीवन को असमय छीन लिया. अखिलेश ‘फर्क इन्डिया’ पत्रिका और पोर्टल का संपादन संचालन करते थे. सामाजिक न्याय के प्रति समर्पित इस स्वाभिमानी -आत्मनिर्भर युवा के परिवार के …

इस प्रचंड कोरोना काल में मोदी सरकार कर रही ये तीन भयानक ग़लतियाँ!

अश्विनी कुमार श्रीवास्तव- कोरोना से संघर्ष में अभी भी मोदी सरकार तीन ऐसी बड़ी गलतियां कर रही है, जिससे यह लड़ाई न सिर्फ और लंबी खिंचने के आसार हैं बल्कि तबाही भी बढ़ने की पूरी आशंका है. ईश्वर न करे लेकिन भारत में यदि वाकई तीसरी लहर आई तो सरकार की यह तीनों गलतियां देश …

अमर उजाला वाराणसी के क्राइम रिपोर्टर पुष्पेन्द्र अब दैनिक भास्कर के हुए

दैनिक समाचार पत्र अमर उजाला के वाराणसी संस्करण में बीते पांच साल से क्राइम बीट के इंचार्ज रहे सब एडिटर पुष्पेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने दैनिक भास्कर के डिजिटल संस्करण में वाराणसी में बतौर सीनियर रिपोर्टर नई पारी शुरू की है।

वरिष्ठ पत्रकार शिशिर द्विवेदी का लखनऊ में निधन

राजेश यादव- अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक समाचार से मर्माहत हूं। दैनिक भास्कर, अमर उजाला, दैनिक जागरण, जनसत्ता, वीर अर्जुन सहित कई अखबारों में कार्यरत रहे पत्रकारिता में मेरे गुरु श्री शिशिर द्विवेदी सर का लखनऊ में निधन हो गया है।

इस बड़े नौकरशाह ने रिटायर होने के बाद मोदी और उनकी सरकार के बारे में ये क्या लिख दिया!

संजय कुमार सिंह- बर्बादी की दास्तान क्रमवार 25 चरण… पूर्व संस्कृति सचिव और प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सिरकर रिटायर नौकरशाह हैं। अपनी एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है, राष्ट्रीय सरकारी प्रसारणकर्ता के प्रमुख के रूप में नरेन्द्र मोदी सरकार के काम-काज को देखने समझने का मुझे अनूठा मौका मिला था। इस समय हम …

द गार्जियन की फर्जी वेबसाइट और प्रधानमंत्री का मिथ्या महिमागान

विजय शंकर सिंह- झूठ बोलना एक आदत है। फासिज़्म की प्राणवायु ऑक्सीजन ही झूठ और फरेब पर आधारित है। भारत मे भी झूठ के आधार पर व्हाट्सएप्प और सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत ही झूठी खबरे प्लांट की गई। नेहरू की वंशावली, सावरकर के भगत सिंह से सम्बंध, सावरकर की नेताजी सुभाष बाबू को …

दुनिया में तारीफ करवाने की ‘डंकापति’ की तमन्ना अब क्रूर कुंठा में तब्दील हो गई है!

कृष्ण कांत- गंगा-यमुना की धाराओं में लाशें तैर रही हैं, मगर ये चाहते हैं कि WHO और द टेलीग्राफ इनके नाम का कसीदा पढ़ें! तारीफ मिलनी चाहिए लेकिन किस बात के लिए? चुनावी रैली करके कोरोना फैलाने के लिए? कुंभ आयोजित करके आम लोगों को मौत के मुंह में झोंक देने के लिए?

महाराष्ट्र में मजीठिया क्रांतिकारियों की लॉकडाउन में हुई अदालत से शानदार जीत

निर्मलकांत शुक्ला- निर्णय के प्रमुख बिंदु- अदालत ने कंपनी श्री अंबिका प्रिंटर्स को ग्रेड-7 का नहीं बल्कि ग्रेड– 5 का माना इन कर्मचारियों में प्रत्येक का पांचवें ग्रेड से लाखों रुपये एरियर का भुगतान कंपनी को करना होगा मासिक वेतन ग्रेड-5 के हिसाब से अनुमानित 50 से 60 हजार रुपये प्रतिमाह के बीच देना होगा …

वरिष्ठ पत्रकार अरुण वर्धन जी नहीं रहे!

राहुल देव- वरिष्ठ पत्रकार अरुण वर्धन जी आज सुबह नहीं रहे। वे लंबे समय तक नव भारत टाइम्स में रहे। हम सबकी सुपरिचित कुमुद शर्मा जी के पति थे। अमरकान्त जी के बेटे थे। एक महीने से अस्पताल में थे। कई दिन से वेंटिलेटर पर थे। आज सुबह उन्हें दिल का प्राणघातक दौरा पड़ा। हमारे …

इस महाभक्त ने कर दिया एलान- छोडेंगे न हम तेरा साथ ए मोदी मरते दम तक!

शंभू नाथ शुक्ला- महाभारत में एक चरित्र है युधिष्ठिर का, जिन्हें लोग भले धर्मराज कहें लेकिन वह चरित्र मुझे सदैव कायर, भाइयों का हक़ मारने वाला और गुरु-हत्या हेतु झूठ बोलने वाला कापुरुष ही लगा। राही मासूम रज़ा ने बीआर चोपड़ा के लिए ‘महाभारत’ की जो पटकथा लिखी थी, उसमें युधिष्ठिर का अभिनय करने वाले …

वरिष्ठ पत्रकार शिव अनुराग पटैरिया को कोरोना अपना ग्रास बना गया!

देवप्रिय अवस्थी- बहुत दुख भरी खबर। जनसत्ता, मुंबई और चौथा संसार, इंदौर में हमारे साथी रहे शिव अनुराग पटैरिया को भी कोरोना अपना ग्रास बना गया। शिव जी को लेकर मिली जानकारी से स्तब्ध हूं। शिव का निधन इंदौर के बांबे हास्पिटल में आज सुबह हुआ।

न्यूज़ चैनल का मालिक ही करने लगा आक्सीजन सिलेंडर और मेडिकल उपकरणों की कालाबाज़ारी! देखें तस्वीरें

कानपुर नगर पुलिस ने एक न्यूज़ चैनल मालिक को अरेस्ट किया है। इन पर कालाबाज़ारी करने का आरोप है। विस्तार से पूरी कहानी पुलिस की प्रेस रिलीज़ में है जिसे नीचे दिया गया है। सफेद शर्ट में दाएं अश्वनी जैन!

Bjp आईटी सेल ने करवा दी मोदीजी की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती!

कुमार अरविंद सिंह- Bjp it सेल ने तो अपने नेता अपनी पार्टी की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती करवा दी! ये BJP में किसका आईडिया था कि एक The Guardian के नाम की नकल करके नकली वेबसाइट The Daily Guardian बनवा कर उस में मोदी जी की तारीफ करवा देना? उसके बाद सारे सेंट्रल मिनिस्टर ने उसको quote …

जीते जी इलाज दे नहीं पाया, मरने के बाद अब फोटो बेच रहा है, देखें

राजीव तिवारी बाबा- जीते जी इलाज दे नहीं पाया… अब मरने के बाद फोटो बेच रहा है…. शक्ल तो देखो… जाने किस बात के लिए हंसी छूट रही… तस्वीर गौर से देखिए, कितनी धूर्तता टपक रही है…